उत्तराखंड : आज दो दिवसीय दौरे पर देहरादून पहुंचेंगे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कल जाएंगे धर्मनगरी हरिद्वार, रूट व कार्यक्रम फिक्स, सुरक्षा चौकस

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद दो दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड आ रहे हैं। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद आज देहरादून पहुंचेंगे। वहीं कल 27 मार्च को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हरिद्वार धर्मनगरी में दिव्य प्रेम सेवा मिशन की ओर से चंडी पुल के पास आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। राष्ट्रपति के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। उनकी सुरक्षा मद्देनजर कार्यक्रम स्थल से लेकर हेलीपैड तक स्नाइपर तैनात किए जाएंगे। वहीं सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी हर जगह पर तैनात रहेंगे।राष्ट्रपति की सुरक्षा के मद्देनजर आज कैंट क्षेत्र में कैंटीन और विभिन्न दुकानें बंद रहेंगी।

राष्ट्रपति आज दोपहर वायुसेना के विमान से जौलीग्रांट स्थित एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां से हेलीकाप्टर में कैंट स्थित जीटीसी हेलीपैड पहुंचेंगे और फिर सड़क मार्ग से राजभवन जाएंगे। राजभवन में रात्रि विश्राम करने के बाद रविवार सुबह हरिद्वार के लिए रवाना होंगे।

राष्ट्रपति की ड्यूटी में नियुक्त पुलिस बलों को शुक्रवार को ब्रीफ किया गया। सुरक्षा में लगे सभी पुलिस बल को निर्धारित समय से तीन घंटे पहले ड्यूटी स्थल पहुंचने के साथ ही ड्यूटी में लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए एयरपोर्ट और जीटीसी हेलीपैड पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। शुक्रवार को श्वान दल और बम निरोधक दस्ते ने यहां चेकिंग की।प्रभारी अधिकारी जौलीग्रांट को निर्देशित किया गया कि वह एयरपोर्ट और उसके आसपास के क्षेत्रों में संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश हेतु कांबिंग, चेकिंग करा ले तथा आसपास स्थित ऊंचे भवनों आदि की सघन चेकिंग कराने के साथ ही वहा आवश्यक पुलिस बल नियुक्त करना सुनिश्चित करें।

देश के राष्ट्रपति के हरिद्वार दौरे को लेकर ज़िला प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद है। हरिद्वार के डीएम विनय शंकर पांडे ने कहा कि कहा कि राष्ट्रपति की सुरक्षा और कार्यक्रम की व्यवस्था में कोई चूक न हो, इसके लिए अधिकारी लगातार कसरत कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोविंद के दौरे के कार्यक्रम स्थल के साथ ही उनके रूट पर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है और अधिकारियों व संस्था को अन्य इंतज़ाम करने की हिदायत दी जा चुकी है।

हरिद्वार में नीलधारा के किनारे चंडी घाट पर दिव्य प्रेम सेवा मिशन का मुख्यालय है। संस्था कुष्ठ रोगियों का इलाज और उनके बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय, पर्यावरण संरक्षण जैसे कई क्षेत्रों में 25 सालों से काम कर रही है। कोविंद खुद इस संस्था के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे हैं। साल 2017 में राष्ट्रपति मिशन के एक कार्यक्रम में यहां पहुंचे थे। मिशन के संस्थापक आशीष गौतम ने पुष्टि करते हुए बताया कि अब मिशन के 25 साल पूरे होने पर राष्ट्रपति एक बार फिर 27 मार्च को हरिद्वार पहुंच रहे हैं।

गणतंत्र दिवस 2022: 26 जनवरी को राष्ट्रपति का पुलिस पदक से उत्तराखंड के छह पुलिसकर्मियों होंगे सम्मानित

गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति की ओर उत्तराखंड के 6 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा।

अभिनव कुमार को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा जाएगा। उन्हें यह सम्मान गणतंत्र दिवस पर प्रदान किया जाएगा। इनके अलावा पांच अधिकारियों और कर्मियों को सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक के लिए चुना गया है।

आईपीएस अधिकारी अभिनव कुमार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अपर प्रमुख सचिव भी हैं। राज्य गठन के बाद पहली बार कोई अपर प्रमुख सचिव पद बनाया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक पद पर आसीन अभिनव कुमार तेज तर्रार अफसर माने जाते हैं। अभिनव कुमार 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह एसएसपी हरिद्वार, एसएसपी देहरादून, आईजी गढ़वाल, आईजी बीएसएफ जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। इसके अलावा वह कई साल तक जम्मू और कश्मीर में डेपुटेशन पर रहे हैं।

गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को पुलिस उपाधीक्षक चमोली धन सिंह तोमर, पुलिस उपाधीक्षक पुलिस मुख्यालय नंदन सिंह बिष्ट, पुलिस उपाधीक्षक जिला पौड़ी गणेश लाल, निरीक्षक अभिसूचना पुलिस मुख्यालय महेश चंद्र चंदोला, उप निरीक्षक विशेष श्रेणी जिला चंपावत रमेश चंद्र भट्ट को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक दिया जाएगा।

राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द 73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आज देश को संबोधित करेंगे 

राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द आज मंगलवार को 73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित करेंगे।राष्ट्रपति भवन ने सोमवार रात जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी। यह संबोधन शाम सात बजे से आकाशवाणी के सभी राष्ट्रीय नेटवर्क और दूरदर्शन के सभी चैनलों पर हिंदी में प्रसारित किया जाएगा। राष्ट्रपति भवन ने एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी है। इस बार गणतंत्र दिवस समारोह सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर 23 जनवरी से शुरू हो गया है। 30 जनवरी को इसका समापन होगा।

यह संबोधन शाम सात बजे से आकाशवाणी (AIR) के सभी राष्ट्रीय नेटवर्क और दूरदर्शन के सभी चैनलों पर हिंदी में प्रसारित किया जाएगा। इसके बाद इसका अंग्रेजी में प्रसारण होगा।  विज्ञप्ति में कहा गया है कि हिंदी और अंग्रेजी में संबोधन के प्रसारण के बाद दूरदर्शन के क्षेत्रीय चैनलों द्वारा इसका प्रसारण क्षेत्रीय भाषाओं में किया जाएगा। विज्ञप्ति में कहा गया है कि आकाशवाणी अपने संबंधित क्षेत्रीय नेटवर्क पर रात 9.30 बजे से क्षेत्रीय भाषा में इसका प्रसारण करेगा।

दूरदर्शन 59 कैमरों की मदद से गणतंत्र दिवस परेड की हर गतिविधि का सीधा प्रसारण करेगा। भारतीय वायुसेना के 75 विमानों के विशाल बेड़े के विभिन्न करतबों के सीधे प्रसारण के साथ-साथ फ्लाई-पास्ट के नए पहलुओं को प्रदर्शित करने के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा कि दूरदर्शन ने गणतंत्र दिवस समारोह के सीधे प्रसारण के लिए नेशनल स्टेडियम के गुंबद, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, इंडिया गेट और राष्ट्रपति भवन के बीच कई अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर कैमरे लगाए हैं। लोगों को इस पूरे समारोह के विहंगम दृश्य दिखाने के लिए दो ‘360 डिग्री कैमरे’ लगाए गए हैं। इनमें से एक कैमरा राजपथ पर लगा है और दूसरा इंडिया गेट के शीर्ष पर।

उत्तराखंड में कोरोना के मामले बढ़े, राष्ट्रपति कोविंद की सुरक्षा ड्यूटी पर आए 12 पुलिसवालों समेत 19 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप

उत्तराखंड में एक बार फिर कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा है और राज्य में ढाई महीने बाद कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज सामने आए हैं। रविवार को प्रदेश में एक ही दिन में 36 नए मरीज मिले हैं और इसमें 19 वो कर्मचारी भी शामिल हैं। जो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कार्यक्रम में ड्यूटी के लिए तैनात किए गए थे। जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन को लेकर वीआईपी ड्यूटी पर आए 12 पुलिसवालों समेत 19 कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटव मिलने से हड़कंप मच गया। हालांकि, राष्ट्रपति के आगमन से पहले ही सभी को ड्यूटी से हटा दिया गया।शनिवार को वीआईपी ड्यूटी पर परमार्थ निकेतन पहुंचने पर चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, टिहरी और पौड़ी के करीब 400 पुलिसकर्मियों और कर्मचारियों की कोरोना जांच कराई गई थी। रविवार सुबह इनमें से बारह पुलिसवालों समेत कुल उन्नीस कर्मचारियों में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। हालांकि इनमें से कोई भी पुलिसकर्मी और कर्मचारी रविवार को वीआईपी ड्यूटी में तैनात नहीं रहा।

रविवार सुबह 19 पुलिसवालों में कोविड संक्रमण  की पुष्टि हुई। टेस्ट रिपोर्ट आते ही पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। राहत देने वाली बात यह थी कि पॉजिटिव आया कोई भी पुलिसकर्मी रविवार को वीआईपी ड्यूटी में तैनात नहीं रहा। यमकेश्वर ब्लॉक के कोविड नोडल अधिकारी डा. राजीव कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमितों में चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून और पौड़ी जनपद के 19 पुलिस कर्मी शामिल हैं। विभाग ने संक्रमित जवानों को ड्यूटी से वापस भेज दिया है। सभी जवान अगले 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहेंगे।
वीआईपी ड्यूटी के लिए आए ये पुलिसकर्मी और कर्मचारी अन्य कर्मचारियों, परमार्थ आश्रम के कर्मचारियों और स्वर्गाश्रम बाजार के दुकानदारों समेत अन्य लोगों के संपर्क में आए थे। स्वास्थ्य विभाग इनके संपर्क में आए लोगों की सूची तैयार कर रहा है। इन सभी की कोरोना जांच कराई जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में निजी और सरकारी लैब से पांच हजार 372 नमूनों की जांच रिपोर्ट आई है और इनमें पांच हजार 336 नमूनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। नए मामलों में सबसे अधिक 19 नए मरीज पौड़ी जिले में मिले हैं।जबकि नैनीताल में सात, देहरादून में पांच, हरिद्वार में दो, अल्मोड़ा में दो और यूएस नगर जिले में एक मरीज में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।

कोरोना के नए वेरिएंट की दस्तक के बाद उत्तराखंड सरकार एक्टिव हो गई है और राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार पूरी तरह से गंभीर है। सीएम धामी ने कहा कि उन्होंने शनिवार को ही सभी जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी और इस संबंध में सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द लेंगे भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड की सलामी, 11 दिसंबर को 387 जेंटलमैन कैडेट परेड में करेंगे कदमताल 

भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड 11 दिसंबर को होगी। परेड की सलामी इस बार राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द लेंगे। । इस बार 319 भारतीय और 68 विदेशी कुल 387 जेंटलमैन कैडेट परेड में कदमताल करेंगे। आईएमए प्रशासन पीओपी की तैयारियों में जुटा है। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

आगामी 11 दिसंबर को होने वाली इंडियन मिलिट्री एकेडमी(आईएमए) में पासिंग आउट परेड (पीओपी) की सलामी इस बार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ले सकते हैं। हालांकि, अभी इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। इधर, आईएमए में पीओपी की तैयारियां शुरू हो गई हैं। जैंटलमैन कैडेट्स रोजाना रिहर्सल में पसीना बहा रहे हैं। लंबे अंतराल के बाद इस बार पीओपी में जेंटलमैन कैडेट्स के परिजनों को आने की अनुमति मिल गई है।

आईएमए की जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल हिमानी पंत ने बताया कि पीओपी से पहले तीन दिसंबर को ग्रेजुएशन सेरेमनी, आठ दिसंबर को कमांडेंट अवाॅर्ड सेरेमनी, 09 दिसंबर को कमांडेंट परेड, 10 दिसंबर को मल्टीएक्टीविटी डिस्प्ले व साउंड व लाइट शो का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद 11 दिसंबर को मुख्य परेड का आयोजन किया जाएगा। परेड में बतौर रिव्यूंग अफसर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद परेड की सलामी लेंगे। पीओपी को लेकर आईएमए प्रशासन ने तैयारियां लगभग पूरी कर ली है।

आईएमए की जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल हिमानी पंत ने बताया कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के दृष्टिगत पूर्व में पीओपी को सीमित दायरे में आयोजित किया जा रहा था। लेकिन इस बार जैंटलमैन कैडेट्स के परिजनों को अनुमति दी जा रही है। हालांकि मीडिया कवरेज का दायरा सीमित रखा गया है। पीओपी कार्यक्रम घर बैठे देखा जा सकेगा।कोरोना संक्रमण को देखते हुए पिछले जून में हुए पासिंग आउट परेड में परिजनों को परेड में आमंत्रित नहीं किया गया था। लेकिन इस बार आईएमए प्रशासन ने परिजनों को भी पीओपी में शामिल होने की अनुमति दे दी है। पिछले बार परिजनों के शामिल न होने से सैन्य अफसरों और उनके परिजनों ने जेंटलमैन केडेट्स के कंधों पर पीप्स, सितारे सजाए थे, लेकिन इस बार परिजन अपने लाडलों के कंधों पर पीप्स सजाएंगे। हालांकि इस दौरान कोविड गाइड लाइन का पूरा ख्याल रखा जाएगा।

इसके लिए परेड का लाइव प्रसारण किया जाएगा। उधर, भारतीय सैन्य अकादमी में परेड़ के लिए तमाम तैयारियां की जा रही है। आईएमए की ऐतिहासिक चैटवुड बिल्डिंग के समीप फाइनल परेड की रिहर्सल चल रही है। आईएमए पीओपी को लेकर देहरादून जिला प्रशासन और देहरादून पुलिस सहित एलआईयू भी अलर्ट मोड पर आया गया है। पीओपी को लेकर यातायात पुलिस की ओर से ट्रैफिक डायवर्जन प्लान भी तैयार किया गया है।

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को मरणोपरांत शौर्य चक्र से किया सम्मानित

मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) दिया गया।शहीद मेजर विभूति को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। जिसे उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट नितिका कौल और मां सरोज ढौंडियाल ने प्राप्त किया। मेजर विभूति जिस ऑपरेशन में शहीद हुए उसमें उन्होंने पांच आतंकवादी मारे गए और 200 किलो विस्फोटक बरामद किया गया।

दून निवासी विभूति ढौंडियाल जम्मू-कश्मीर में हुए 2019 में हुए सैन्य अभियान में शहीद हो गए थे। पुलवामा हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ चले ऑपरेशन में शहीद हुए मेजर विभूति ढौंडियाल ने पांच आतंकवादियों को मार गिराया था।

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों से लोहा लेने के दौरान एनकाउंटर में शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को भारत सरकार ने उनकी वीरता का इनाम दिया है। 2019 के पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए सेना के मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को सोमवार को एक सम्मान समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया। शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल ने पुलवामा आतंकी हमले के गुनहगार आतंकियों से लोहा लिया था और एक ऑपरेशन के दौरान पांच खूंखार आतंकियों को मारने के बाद देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे।

 

राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों और उपराज्यपालों का 51वां सम्मेलन, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में चौथा सम्मेलन

राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों और उप राज्यपालों के 51वें सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति भवन में राज्यपाल और उपराज्यपाल के 51वें सम्मेलन में भाग लिया।

राज्यपाल और उपराज्यपाल का ये सम्मेलन एक परंपरा है, जो 1949 से चली आ रही है। पहला सम्मेलन 1949 में राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया था। इसकी अध्यक्षता भारत के अंतिम गवर्नर-जनरल सी राजगोपालाचारी ने की थी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में ये चौथा सम्मेलन है।

राज्यपालों और उपराज्यपालों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि हम आज 2 साल के लंबे अंतराल के बाद मिल रहे हैं।कोविड-19 महामारी का सामना करने में विश्व का सबसे व्यापक और प्रभावी अभियान भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाया गया एवं हमारे सभी कोरोना योद्धाओं ने त्याग और निष्ठा के साथ अपने कर्तव्य का निर्वाह समर्पित रूप से किया। आज देश में 108 करोड़ से अधिक कोरोना टीकाकरण किये जा चुके है इसके साथ ही देश भर में टीकाकरण अभियान जारी है।

राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद उत्तराखंड की पांच प्रमुख हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से किया जाएगा सम्मानित

भारत रत्न के बाद देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म पुरस्कार आज प्रदान किए जाएंगे। राष्ट्रपति भवन के ऐतिहासिक दरबार हाल में सोमवार को आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वाले 141 लोगों को वर्ष 2020 के लिए और मंगलवार को 2021 के लिए 119 लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित करेंगे।वर्ष 2020 और 2021 के लिए पद्म पुरस्कारों में सबसे बड़े पद्म विभूषण से सात-सात लोगों, पद्म भूषण से क्रमश: 16 और 10 लोगों और पद्म श्री से क्रमश: 118 और 102 लोगों को सम्मानित किया जाएगा।2020 में पद्म पुरस्कारों का वितरण कोरोना के कारण नहीं हो सका। इसलिए साल 2021 में ही दोनों साल के पद्म विजेताओं को एक साथ सम्मानित किया जा रहा है।

उत्तराखंड की पांच प्रमुख हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से नवाजा जाएगा। सोमवार को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हैस्को प्रमुख पर्यावरणविद डॉ.अनिल प्रकाश जोशी को पद्मभूषण, जबकि पर्यावरणविद कल्याण सिंह और डॉ.योगी एरन को पद्श्री सम्मान देकर सम्मानित करेंगे। इसके अलावा मंगलवार को चिकित्सा क्षेत्र में डॉ.भूपेंद्र कुमार सिंह और किसान प्रेम चंद शर्मा को पद्श्री सम्मान देकर सम्मानित करेंगे।

हैस्को के संस्थापक पद्मश्री डॉ.अनिल प्रकाश जोशी को पर्यावरण पारिस्थितिकी और ग्राम्य विकास से जुड़े मुद्दों और नदियों को बचाने के लिए चलाए जा रहे आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए पद्मभूषण से सम्मानित किया जा रहा है।  डॉ.जोशी ने कहा कि वह इस पुरस्कार को सामाजिक, प्रकृति और पर्यावरण के लिए किए जा रहे सामूहिक प्रयासों को समर्पित करते हैं। वह संदेश देना चाहते हैं कि जो कोई हिमालय को किसी भी रूप में भोग रहा है, बदले में हिमालय को कुछ वापस भी करे। डॉ.जोशी हमेशा जल, जंगल, प्राण वायु आदि के बदले सकल पर्यावरण उत्पाद की वकालत करते रहे हैं। इसके अलावा ग्राम्य विकास को आर्थिकी से जोड़ते हुए कई उदाहरण पेश किए हैं। पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पूर्व राष्ट्रपति डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम वर्ष 2006 में उन्हें पद्मश्री सम्मान से सम्मानित कर चुके हैं।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में वर्षों से काम कर रहे कल्याण सिंह रावत ने उत्तराखंड में मैती आंदोलन के जरिये पर्यारण संरक्षण की दिशा में एक अनूठी परंपरा को जन्म दिया, जिसकी चर्चा आज विश्वभर में होती है। मैती आंदोलन के तहत गांव में जब किसी लड़की की शादी होती है तो विदाई के समय दूल्हा-दुल्हन को एक फलदार पौधा दिया जाता है। वैदिक मंत्रों के के साथ दूल्हा इस पौधे को रोपित करता है और दुल्हन इसे पानी से सींचती है। पेड़ को लगाने के एवज में दूल्हे की ओर से दुल्हन की सहेलियों को कुछ पैसे दिए जाते हैं। जिसका उपयोग पर्यावरण संरक्षण के कार्यों में और समाज के निर्धन बच्चों के पठन-पाठन में किया जाता है। दुल्हन की सहेलियों को मैती बहन कहा जाता है। जो भविष्य में उस पेड़ की देखभाल करती हैं। पर्यावरण से जुड़े मैती आंदोलन की शुरुआत कल्याण सिंह रावत ने वर्ष 1994 में चमोली जिले के राइंका ग्वालदम में जीव विज्ञान के प्रवक्ता पद पर रहते हुए की थी।

तेलंगाना, केरल और ओडिशा हाई कोर्टो में 14 नए जजों की नियुक्ति हुई,न्याय विभाग ने जारी की नामों की सूची

नई दिल्ली :- देश के तीन अलग-अलग हाई कोर्ट में बुधवार को 14 नए जजों की नियुक्ति की गई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद देश के चीफ जस्टिस (CJI) की सलाह पर इन जजों की नियुक्ति को मंजूरी दी। नव नियुक्त जजों में 12 न्यायिक अधिकारी, एक अधिवक्ता और एक आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण के सदस्य हैं। कानून मंत्रालय में न्याय विभाग ने इन नियुक्तियों की सूची जारी की। इनमें सात जजों की नियुक्ति तेलंगाना हाई कोर्ट, चार की केरल हाई कोर्ट और तीन की ओडिशा हाई कोर्ट में की गई है। आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण की सदस्य पी. माधवी देवी को तेलंगाना हाई कोर्ट में जज नियुक्त किया गया है। इससे पहले भी न्यायाधिकरणों के सदस्यों को हाई कोर्ट में जज नियुक्त किया जाता रहा है। ये सदस्य अधिवक्ता होते हैं जो क्षेत्र विशेष के विशेषज्ञ होते हैं। इनमें एक वकील और बाकी न्यायिक अधिकारी हैं। इससे पहले मंगलवार को भी तीन हाई कोर्ट में 17 नए जजों की नियुक्ति की गई थी।

बुधवार को हुई नियुक्तियों में, तेलंगाना हाई कोर्ट में पी श्री सुधा, सी सुमालता, जी राधा रानी, एम लक्ष्मण, एन तुकारामजी, ए. वेंकटश्वर रेड्डी, पी माधवी देवी को बतौर जज नियुक्त किया गया है। इसके अलावा उड़ीसा हाई कोर्ट में मृगांका शेखर साहू, राधा कृष्ण पटनायक, शशिकांत मिश्रा जज बनाए गए हैं। केरल हाई कोर्ट में चंद्रशेखरन कार्ता जयचंद्रन, सोफी थॉमस, पीवी गोपाल पिल्लई अजीत कुमार, चंद्रशेखरन सुधा को अतिरिक्त जज के रूप में नियुक्त किया गया है।

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा पिछले महीने सरकार को विभिन्न नामों की अनुशंसा भेजे जाने के बाद चौथी बार हाई कोर्ट में नियुक्तियां हुई हैं। मंगलवार को इलाहाबाद, मद्रास और गुवाहाटी हाई कोर्ट में जिन जजों की नियुक्तियां हुई हैं उनमें 15 वकील हैं और दो न्यायिक अधिकारी हैं। इलाहाबाद हाई कोर्ट में 9, गुवाहाटी हाई कोर्ट में 5 और मद्रास उच्च न्यायालय में चार जजों की नियुक्ति की गई।

सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम ने 8 अगस्त से 1 सितंबर के बीच विभिन्न हाई कोर्ट की अनुशंसा पर 100 नामों पर विचार किया था और 12 उच्च न्यायालयों में जज के तौर पर नियुक्ति के लिए सरकार के पास 68 नाम भेजे थे। इसके बाद सरकार को कुछ और नाम भेजे गए। 11 अक्टूबर को भी 3 वकीलों और 2 न्यायिक अधिकारियों को राजस्थान हाई कोर्ट में जज के पद पर पदोन्नत किया गया। उसी दिन 7 जजों का विभिन्न उच्च न्यायालयों में तबादला किया गया।

कॉलेजियम की अनुशंसा के आधार पर 9 अक्टूबर को 8 जजों को हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस के पद पर पदोन्नत किया गया था और 5 उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीशों का तबादला किया गया था। इससे पहले, 5 अक्टूबर को 11 उच्च न्यायालयों के 15 जजों का तबादला हुआ था. इन तबादलों के लिए उच्चतम न्यायालय की कॉलेजियम ने पिछले महीने अनुशंसा की थी।

पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के जज रंजन गुप्ता को पटना हाई कोर्ट भेजा गया है। जस्टिस टी. एस. शिवागनानम को मद्रास हाई कोर्ट से कलकत्ता उच्च न्यायालय भेजा गया है। इसी तरह, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के जस्टिस सुरेश्वर ठाकुर को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट भेजा गया है। कर्नाटक हाई कोर्ट के जस्टिस पी. बी. बैजन्त्री और राजस्थान उच्च न्यायालय के जस्टिस संजीव प्रकाश शर्मा को पटना हाई कोर्ट भेजा गया है। तेलंगाना हाई कोर्ट के जस्टिस टी. अमरनाथ गौड का त्रिपुरा उच्च न्यायालय और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जस्टिस सुभाष चन्द्र का तबादला झारखंड हाई कोर्ट में किया गया है।

कानून मंत्रालय के न्याय विभाग ने नई नियुक्तियों और पदोन्नतियों की अलग-अलग सूचियां जारी की हैं। उच्च न्यायपालिका में नियुक्ति प्रक्रिया के जानकर लोगों का कहना है कि हाल के दिनों में एक दिन में इतने जजों की नियुक्ति नहीं की गई है।

76 साल के हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 76वें जन्मदिवस पर शुभकामनाएं दी, बोले- विनम्र व्यक्तित्व ने बनाया सभी का प्रिय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के 76वें जन्मदिन पर उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित कई दिग्गज नेताओं ने ट्वीट कर उन्हें बधाई संदेश दिया है।रामनाथ कोविन्द का जन्म 1 अक्टूबर 1945 में हुआ था और वो भारत के 14वें और राष्ट्रपति हैं। उन्हें 25 जुलाई 2017 को 14वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए। 25 जुलाई 2017 को भारतीय उच्चतम न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर ने उन्हें भारत के राष्ट्रपति के पद की शपथ दिलायी थी।

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपति जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। अपने विनम्र व्यक्तित्व के कारण, उन्होंने खुद को पूरे देश के लिए प्रिय बना लिया है। समाज के गरीब और हाशिए के वर्गों को सशक्त बनाने पर उनका ध्यान अनुकरणीय है। मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबे जीवन के लिए प्रार्थना करता हूं.’।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी राष्ट्रपति को उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा,” भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। उनकी बुद्धिमत्ता, बुद्धि और सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान के लिए हर कोई उनकी प्रशंसा करता है। उनके व्यापक अनुभव से राष्ट्र लाभान्वित हुआ है। उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की प्रार्थना करते हैं.”।

गृह मंत्री अमित शाह ने भी राष्ट्रपति के जन्मदिन पर उन्हें बधाई दी है। ट्वीट कर उन्होंने लिखा,’राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। देश के हर वर्ग के कल्याण और समाज में समता व समरसता के प्रति आपकी प्रतिबद्धता प्रेरणीय है। आपके ज्ञान व अनुभव से देश को निरंतर लाभ मिला है। मैं ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य व दीर्घायु की कामना करता हूं।’

सीएम योगी ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा-जन सरोकारों के प्रति प्रतिबद्ध, भारत के प्रथम नागरिक माननीय राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द जी को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। प्रभु श्री राम से आपके उत्तम स्वास्थ्य एवं समृद्ध व सुदीर्घ जीवन की प्रार्थना करता हूं।