मुख्यमंत्री धामी के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने थामी प्रचार की कमान, चंपावत में डाला डेरा

चंपावत विधानसभा सीट के लिए 31 मई को होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। प्रदेश स्तरीय नेताओं के साथ केंद्रीय नेताओं का भी कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। सोमवार से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी चंपावत पहुंचकर चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है।चंपावत उप चुनाव में कांग्रेस प्रचार में कहीं भी सत्तारूढ़ दल से पीछे नहीं दिखना चाहती है। जैसा कि कुछ लोगों की ओर से प्रचार किया जा रहा था कि कांग्रेस ने भाजपा को वॉकओवर दे दिया। पार्टी ने इस तथ्य को कुप्रचार बताते हुए पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ने का दम दिखाया है। यही वजह है कि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा समेत पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, जसपुर के विधायक आदेश चौहान सहित  तमाम नेता चंपावत में डेरा डाले हुए हैं।

चंपावत का रण जीतने को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूरा जोर लगा दिया है। इसके लिए मुख्यमंत्री धामी के अलावा 5 कैबिनेट मंत्री, 3 राष्ट्रीय स्तर के नेता, प्रदेश अध्यक्ष समेत पूरा संगठन चंपावत में डेरा डाले हुए हैं। जबकि कांग्रेस ने अंतिम सप्ताह में पूर्व सीएम हरीश रावत को चुनावी मैदान में उतारा है। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य समेत कई विधायक चंपावत पहुंंच चुके हैं। ऐसे में अब अंतिम दौर में चंपावत का चुनाव रोमांचक होने जा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के लिए कुर्सी बचाने का अभियान कहा जा रहा चंपापत उपचुनाव प्रचार के अंतिम दौर में खासा दिलचस्प हो गया है। सोमवार 23 मई को कांग्रेस की ओर से कैंपेन करने के लिए हरीश रावत पहुंचे और कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी के समर्थन में प्रचार व जनसंपर्क किया। रावत को भेजकर चंपावत में कांग्रेस ने न केवल कड़े मुकाबले बल्कि पार्टी की एकजुटता का संदेश भी दिया। रावत से पहले यहां अन्य कांग्रेसी नेता पहुंच चुके हैं और कई आ सकते हैं।

कांग्रेस ने अंतिम सप्ताह में अपने दिग्गजों को रण में उतार दिया है। सोमवार को पूर्व सीएम हरीश रावत चंपावत पहुंच गए। उनके साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी पहुंच चुके हैं। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, विधायक सुमित ह्रदयेश, मनोज तिवारी, सांसद प्रदीप टम्टा पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल आदि प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं। लेकिन सबसे खास एंट्री हरीश रावत की मानी जा रही है। जो कि धामी को टक्कर देने की रणनीति पर काम करने का दावा कर चुके हैं। हालांकि हरीश रावत के नेतृत्व में जिस तरह विधानसभा का चुनाव पार्टी बुरी तरह से हारी है, साथ ​ही वे खुद भी चुनाव हारे, उससे कांग्रेस के मनौबल पर बहुत बुरा असर पड़ा है। जो कि बीते दिनों में नजर भी आया। लेकिन अब चंपावत के बहाने कांग्रेस एक नई किरण जगाने की कोशिश में है। चिंतन शिविर और दिल्ली में हाईकमान से मिलने के बाद हरीश रावत नए अंदाज में नजर आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के एक्शन से मची खलबली: देहरादून आरटीओ कार्यलय मे किया निरीक्षण, आरटीओ को किया सस्पेंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में छापा मारा। छापे के दौरान संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) समेत बड़ी संख्या में कर्मचारी अनुपस्थित मिले। मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए मौके पर ही आरटीओ दिनेश चंद्र पठोई को निलंबित करने के निर्देश दिए, शाम को सचिव परिवहन ने उनके निलंबन आदेश जारी कर दिए। पठोई को परिवहन आयुक्त कार्यालय में संबद्ध कर दिया गया है।

यहां अनियमितताओं को लेकर उन्होंने तुरंत आरटीओ दिनेश पठोई को सस्पेंड कर दिया। इस दौरान यहां 80 फीसदी कर्मचारी अनुपस्थित मिले। सीएम के सुबह-सुबह इस तरह निरीक्षण पर पहुंचने से यहां विभागीय कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।

मिली जानकारी के अनुसार आरटीओ के साथ ही एआरटीओ के खिलाफ पर सस्पेंड की कार्रवाई की गई है।

सुबह दस बजे दफ्तर नहीं पहुंचने वाले कई अधिकारियों कर्मचारियों को नोटिस जारी करने के आदेश किए गए। मुख्यमंत्री को आरटीओ कार्यालय में अनियमितता की लगातार शिकायतें मिल रही थी। विभागीय सूत्रों के मुताबिक अभी कई और अफसरों पर गाज गिर सकती है।

आरटीओ कार्यालय में छापे की कार्रवाई के बाद मुख्यमंत्री धामी सचिवालय पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी, परिवहन आयुक्त रणवीर सिंह चौहान और सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम को बुलाया और उनसे पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी और कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

चारधाम यात्रा: तीर्थयात्रियों की मौत पर केंद्र सरकार गंभीर, उत्तराखंड सरकार से मांगी रिपोर्ट, अब तक 28 तीर्थयात्रियों की मौत

चारधाम की यात्रा पर पहुंचने वाले 28 तीर्थयात्रियों की अब तक मौत हो चुकी है। वहीं सरकार का कहना है कि अधिकतर मौतें व्यवस्थाओं की कमी नहीं, बल्कि हार्ट अटैक से हुई हैं। सरकार ने केदारनाथ में NDRF और ITBP को पहली बार तैनात किया है। वहीं भीड़ को देखते हुए रजिस्ट्रेशन भी सी​मित कर ​दिए गए हैं।

चारों धामों में हर दिन भारी भीड़ उमड़ रही है। 3 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा पर पहुंचने वाले 28 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है।उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू ने चारधाम की व्यवस्थाओं पर कहा कि चारधाम यात्रा में पहली बार NDRF के जवानों को तैनात किया गया है, ITBP भी तैनात है, जबकि SDRF हले से मौजूद है। अगर जरूरत पड़ी तो सेना के लोगों को भी तैनात किया जाएगा।

तीर्थयात्रियों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिले के सीएमओ से रिपोर्ट मांगी है। विभाग ने मौत की वजह हार्ट अटैक, हाइपरटेंशन और अन्य बीमारियां बताई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इससे पहले 23 तीर्थ यात्रियों की जानकारी देते हुए यमुनोत्री धाम में दस, केदारनाथ में आठ, गंगोत्री में तीन, बद्रीनाथ में दो तीर्थयात्रियों की मौत बताई​​​​थी। जिनमें 17 पुरुष और छह महिला यात्री शामिल है। इसमें से 5 मृतकों की उम्र 45 वर्ष से कम है और 18 की उम्र 50 साल से भी अधिक है।

पीएमओ के संज्ञान लेने के बाद हरकत में आया विभाग
बता दें कि चारधाम यात्रा में मृतकों का आं​कड़ा बढ़ने पर पीएमओ ने भी संज्ञान लिया था। इसके बाद राज्य सरकार हरकत में आई है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब राज्य सरकार को इस बार तीर्थयात्रियों के रिकॉर्ड पहुंचने की उम्मीद थी तो फिर स्वास्थ्य महकमा किस इतंजार में बैठा रहा। इससे स्वास्थ्य विभाग और सिस्टम पर सवाल उठ रहे हैं।

पीएमओ के संज्ञान लेने के बाद ही स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है। बुधवार को स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलेजा भट्ट ने मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने चारधाम यात्रा मार्ग से संबंधित जिलों के सीएमओ को निर्देश दिए कि किसी भी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं में कमी नहीं होनी चाहिए।

महानिदेशक ने सीएमओ को तीर्थयात्रियों की मौत पर विस्तृत रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं। महानिदेशक ने बताया कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में आठ स्थायी चिकित्सालय और 14 अस्थाई मेडिकल रिलीफ पोस्ट बनाए गए हैं। गंगोत्री मार्ग में 10 स्थायी चिकित्सालय व तीन अस्थाई मेडिकल रिलीफ पोस्ट, बदरीनाथ मार्ग पर 19 स्थायी चिकित्सालय तथा दो अस्थाई मेडिकल रिलीफ पोस्ट, यमुनोत्री मार्ग पर 11 स्थायी चिकित्सालय व चार अस्थाई मेडिकल रिलीफ पोस्ट कार्य कर रहे हैं।

यात्रियों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए 132 डॉक्टरों को विभिन्न अस्पतालों में तैनात किया गया है। यात्रा मार्ग में आठ ब्लड बैंक व चार ब्लड स्टोरेज यूनिट भी संचालित हैं। यात्रियों को किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य सूचना के लिए 104 हेल्प लाइन काम कर रही है। जबकि 108 आपातकालीन सेवा की 102 एंबुलेंस व एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस भी यात्रा के लिए संवेदनशील स्थानों पर तैनात की गई है।

मुूख्यमंत्री ने दो मंत्रियों को भी जिम्मेदारी सौंपी
सचिव स्वास्थ्य राधिका झा की ओर से भी यात्रा के दौरान स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की समीक्षा कर एसडीआरएफ को मेडिकल टीम के साथ समन्वय करने के निर्देश दिए गए। जिससे आपातकालीन परिस्थितियों में यात्रियों को त्वरित सहायता प्रदान की जा सके। हालांकि जिस तरह का हूजूम चारधाम यात्रा में उमड़ रहा है। उसमें अब तक ये सभी तैयारियां कम ही नजर आ रही है।

पौने 3 लाख यात्री चारधाम दर्शन कर चुके हैं। जबकि साढ़े 9 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन कराए जा चुके हैं। इधर मुूख्यमंत्री ने दो मंत्रियों को भी यात्रा की व्यवस्थाएं चाक चौबंद करने की जिम्मेदारी सौंपी है। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत को केदारनाथ और वन मंत्री सुबोध उनियाल को बद्रीनाथ की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

उत्तराखंड कैबिनेट बैठक: उत्तराखंड मन्त्रिमण्डल की गुरुवार को हुई बैठक में कई मुद्दों पर अहम फैसले लिए गए

उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार ने अपने घोषणा पत्र में किए गए वायदे को पूरा करना शुरू कर दिया है। गुरूवार को हुई धामी सरकार की कैबिनेट बैठक में सालभर में तीन गैस सिलेंडर मुफ्त देने का निर्णय लिया गया है। हालांकि इसका लाभ सिर्फ अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को ​ही मिलेगा। इसके साथ ही कैबिनेट में 7 मुद्दों पर चर्चा हुई है।

कैबिनेट बैठक के मुख्य बिंदु…
1. प्रदेश के सभी अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को साल में तीन गैस सिलेंडर मुफ्त देगी सरकार। 1,84,142 कार्ड धारको को मिलेगा लाभ।

2. अंतिम विधानसभा सत्रावसान की औपचारिक अनुमोदन प्रदान किया गया।

3. हरिद्वार जिला पंचायत निर्वाचन के संबंध में निर्णय लिया गया कि एडवोकेट जनरल से उक्त के संबंध में विधिक पहलू से अवगत करायेंगे। इसके पश्चात कैबिनेट निर्णय लेगी।

4. गेंहू खरीद से संबंधित हर वर्ष की तरह कृषकों को प्रति क्विंटल 20 रू. बोनस देने का निर्णय दिया गया।

5. गन्ना विभाग द्वारा शासकीय गारंटी दी जाती है इसके ऊपर प्रतिभूति शुल्क गन्ना विभाग को देना होता है, अधिनियम के अनुसार यह धनराशि गन्ना विभाग, शासन को निशुल्क रूप में देगा। यदि गन्ना मूल्य भुगतान के लिये गन्ना विभाग को धन की आवश्यकता होगी तो उसकी प्रतिपूर्ति सरकार करेगी। यदि इस शुल्क को देने के लिये धन की आवश्यकता होगी तो सरकार वित्तीय सहायता देगी।

6. पशुपालन विभाग में कृत्रिम गर्भाधान के लिये जाने वाले कार्मिकों को पूर्व की भांति मैदान में 40 रू. और पहाड़ में 50 रू. दिया जायेगा।

7. श्री केदारनाथ निर्माण के संबंध में जिन भवनों को 1 मंजिल से बढ़ाकर 2 मंजिल करनी है उनके लिये संबंधित ठेकेदार को उसी दर पर कार्य करने की मंजूरी दी गयी।

चंपावत विधानसभा उपचुनाव: कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी ने किया नामांकन दाखिल, अब प्रचार में उतरेंगे केंद्र और प्रदेश के सियासी दिग्गज

कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी ने आज 11 मई को चंपावत विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी के नामांकन के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा सहित पार्टी के कई बड़े नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। चंपावत विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन का आखिरी दिन है। अब उपचुनाव को लेकर प्रचार की जंग छिड़ेगी। भाजपा और कांग्रेस ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। जल्द केंद्र और प्रदेश के सियासी दिग्गज प्रचार में उतरेंगे।

कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी का सीधा मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ही चंपावत विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर चुके हैं। नामाकंन के बाद अब दोनों पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस मैदान में उतरेंगी। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है।

कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी के लिए प्रचार-प्रसार के लिए राहुल और प्रियंका गांधी उत्तराखंड आएंगे। बीजेपी प्रत्याशी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए प्रचार-प्रसार करने के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत बीजेपी के कई दिग्गज नेता आएंगे।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने चंपावत विधानसभा उपचुनाव के लिए चुनाव प्रबंधन समिति की घोषणा की है। समिति की कमान अल्मोड़ा के विधायक मनोज तिवारी को सौंपी गई है। खटीमा विधायक और उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, लोहाघाट विधायक खुशाल सिंह अधिकारी और पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल को संजोजक बनाया है।  चंपावत विधानसभा उपचुनाव के लिए 31 मई को मतदान किया जाना है, जिसका परिणाम 3 जून का आएगा। चंपावत विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने बताया कि कांग्रेस पार्टी चंपावत उप चुनाव पूरी ताकत के साथ लड़ेगी। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के मुताबिक, पार्टी प्रत्याशी की विजय सुनिश्चित करने के लिए पार्टी के विधायकों एवं वरिष्ठ नेताओं की विभिन्न कमेटियां बनाई जाएंगी, जिनमें उन्हें जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
विधानसभा क्षेत्र को चार सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा। इसमें पार्टी कार्यकर्ता अपने वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में बूथ स्तर तक एकजुट होकर कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि चंपावत उपचुनाव के नतीजे आश्चर्यजनक एवं चौंकाने वाले होंगे तथा कांग्रेस प्रत्याशी भारी बहुमत से विजय होगा।

चंपावत उपचुनाव: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत विधानसभा उपचुनाव के लिए दाखिल किया नामांकन

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। इसके साथ उन्‍होंने कहा कि चंपावत की महान जनता ने आम चुनाव में कैलाश सिंह गहतोड़ी को प्रचंड बहुमत से जिताया। मैंने आज यहां से प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरा है। हमारे यहां बहुत संभावनाएं हैं। पर्यटन, बागवानी, शिक्षा सभी क्षेत्रों में आगे बढ़े इसके लिए हम काम करेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को चंपावत उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ भारी संख्या में उनके समर्थक मौजूद रहे। वहीं सीएम के लिए सीट छोड़ने वाले पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी भी पूरी प्रक्रिया के दौरान उनके साथ दिखे।

सोमवार को सीएम धामी के नामांकन को लेकर कार्यकर्ताओं में जबरस्त उत्साह देखने के लिए मिल रहा है। नामांकन से पहले सीएम ने पत्नी के साथ चकरपुर बनखंडी महादेव शिव मंदिर सुबह पूजा अर्चना कर जलाभिषेक किया। इस के बाद सीएम ने रोड शो किया। इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, सांसद अजय टम्टा, कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास, सौरभ बहुगुणा, रेखा आर्या समेत कई विधायक और वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे।

सीएम पुष्कर सिंह धामी सुबह नौ बजे चंपावत के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने टनकपुर बनबसा में सबसे पहले रोड शो किया। इसी बीच तजगह-जगह समर्थकों व आम लोगों ने उनका स्वागत किया। सीएम ने भी सभी का अभिवादन स्वीकार किया। इस बीच वह लोगों से जनसंपर्क भी करते रहे।  90 किमी लंबा रोड शो करने के बाद सीएम चंपावत तहसील पहुंचे और यहां नामांकन दाखिल किया। उनके नामांकन दाखिल करते ही उनके समर्थकों ने जोर शोर से उनके समर्थन में नारेबाजी की।

उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैंने आज कैलाश सिंह गहतोड़ी की उपस्थिति में नामांकन किया है। उन्‍होंने कहा कि मैं चंपावत के ग्रामीण इलाकों के रहने वाले लोगों को बेहतर रोड और इंटरनेट कनेक्‍टिविटी के साथ रोजगार उपलब्‍ध कराने पर काम करूंगा। मैं चंपावत के लोगों की सेवा करने के लिए तैयार हूं। इस क्षेत्र में विकास ही मुद्दा है. इसके साथ धामी ने कहा, ‘यह मेरा सौभाग्य है कि मां बाराही, मां पूर्णागिरि, गोल्ज्यू देवता और बाबा गोरखनाथ की भूमि से मुझे चुनाव लड़ने का अवसर मिल रहा है। चंपावत के देवतुल्य जनता से मुझे जिस प्रकार का प्रेम व स्नेह मिला है, उसका धन्यवाद करने हेतु मेरे पास शब्द नहीं है। इसके साथ कहा कि मुख्य सेवक का दायित्व मिलने के बाद मैंने प्रदेश की हर विधानसभा में जाने का प्रयास किया और उत्तराखंड की देवतुल्य जनता ने भाजपा को 47 सीटें देकर इतिहास बनाने का कार्य किया।

चंपावत उपचुनाव: मुख्यमंत्री पुष्कर धामी आज 09 मई को करेंगे नामांकन पत्र दाखिल, मंत्रियों समेत भाजपा के नेता रहेंगे मौजूद

भाजपा प्रत्याशी के तौर पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी आज यानी सोमवार को नामांकन करेंगे। सुबह 8:00 बजे अपने खटीमा स्थित आवास से निकलने के बाद सीएम पुष्कर धामी सबसे पहले बनबसा से टनकपुर तक रोड शो निकालेंगे। सीएम रोड शो के बाद चंपावत सड़क मार्ग से ही निकलेंगे। चंपावत में 1 बजे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। 1:30 बजे सीएम नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। इस दौरान भाजपा के कई वरिष्ठ नेता चंपावत पहुंचेंगे। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक समेत कैबिनेट के कई मंत्री भी मौजूद रहेंगे।

चम्पावत उपचुनाव के लिए सज चुके मैदान में आज सोमवार 09 मई को भाजपा के स्टार प्रचारक सीएम के साथ नामांकन रैली का हिस्सा होंगे। बनबसा से लेकर टनकपुर तक 85 किमी में 20 जगहों पर सीएम के स्वागत की तैयारियां जोरों पर है। चम्पावत तहसील पहुंचने के बाद सीएम नामांकन की प्रक्रिया पूरी करेंगे जिसके बाद गोलज्यू का आशीर्वाद लेकर मोटर स्टेशन में जनसभा कार्यक्रम प्रस्तावित है।

मुख्यमंत्री के नामांकन रैली और जनसभा के दौरान मंत्रिमंडल के चार नेता सौरभ बहुगुणा, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, चंदन राम दास और गणेश जोशी मौजूद रहेंगे।

साथ ही, प्रदेश संगठन महामंत्री अजेय कुमार, भाजपा प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा, दीप्ति शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा के अलावा अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद अजय टम्टा और युवा रुद्रपुर के विधायक शिव अरोड़ा, भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा और लोहाघाट के पूर्व विधायक पूरन सिंह फर्त्याल सीएम के कार्यक्रम की शान बढ़ाएंगे।

सीएम पुष्कर धामी को कांग्रेस के भुवन कापड़ी से उन्हें हार मिली थी। राज्य की 70 में 47 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद भी सीएम की हार से भाजपा को गहरा धक्का लगा था। इसके बाद धामी के लिए चंपावत से जीत हासिल करने वाले भाजपा विधायक कैलाश गहतोड़ी से अपनी सीट छोड़ दी। अब यहां से धामी लड़ेंगे। इसका परिणाम तीन जून को आएगा।

चंपावत सीट पर विधानसभा उपचुनाव के लिए 4 मई को अधिसूचना जारी हुई थी. इसके साथ ही नामांकन प्रक्रिया भी आरंभ को गई. सीएम पुष्कर धामी सोमवार को चंपावत पहुंच रहे हैं. उन्होंने खुद इस बात की जानकारी दी थी. बता दें 31 मई को उपचुनाव के लिए मतदान होगा.

चंपावत सीट से सीएम पुष्कर धामी के खिलाफ कांग्रेस से निर्मला गहतोड़ी को उतारा है। खटीमा सीट से हारने के बाद सीएम पद पर काबिज रहने के लिए सीएम धामी को चंपावत सीट से उपचुनाव लड़ना पड़ रहा है।

चम्पावत विधानसभा उपचुनाव:  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कांग्रेस की ओर से निर्मला गहतोड़ी देंगी  टक्कर

चम्पावत विधानसभा सीट के उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कांग्रेस की ओर से निर्मला गहतोड़ी टक्कर देंगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में उनके नाम की घोषणा की गई।।पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने निर्मला की उम्मीदवारी को स्वीकृति प्रदान की। इस सीट पर 31 मई को मतदान होगा।

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस की तेज-तर्रार महिला नेताओं में शुमार की जाने वाली निर्मला का ताल्लुक ब्राह्मण समुदाय से है। वह करीब तीन दशक पहले शराब विरोधी आंदोलन से सुर्खियों में आई थीं।वह कांग्रेस की चंपावत जिला अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस कमेटी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य रही हैं। पूर्व की प्रदेश कांग्रेस सरकार में वह दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री भी थीं।

प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने निर्मला को बधाई दी। उन्होंने कहा कि उपचुनाव को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से गंभीर है। कांग्रेस जीत के लक्ष्य के साथ चुनाव मैदान में उतर रही है। माहरा ने कहा, ‘भाजपा सरकार का पिछले पांच साल और नए दो महीने का कार्यकाल भी बेहद निराशाजनक है। प्रदेश की जनता सभी का आंकलन कर रही है। उपचुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखाएगी। जिस प्रकार खटीमा की जनता ने ऐतिहासिक फैसला दिया है, उसी प्रकार चंपावत की जनता भी एक मील का पत्थर स्थापित करेगी।

चंपावत विधानसभा सीट पर 2017 और 2022 में बीजेपी को जीत मिली। हालांकि दो बार कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल ने जीत का स्वाद चखा। वे 2002 और 2012 में यहां से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। वहीं 2007 में बीजेपी की बीना महाराणा यहां से विधायक चुनी गई थी। इसके बाद 2017 और 2022 में लगातार दो बार कैलाश गहतोड़ी विजयी बने।

हाल में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 47 सीटों पर जीत हासिल कर दोबारा सरकार बनाई, लेकिन पार्टी का नेतृत्व करने वाले धामी स्वयं खटीमा सीट से हार गए। धामी ने 23 मार्च को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।मुख्यमंत्री के लिए उपचुनाव लडने का रास्ता साफ करने के लिए विधायक कैलाश गहतोड़ी ने 21 अप्रैल को चंपावत सीट से त्यागपत्र दे दिया था।

धामी के लिए परीक्षा से कम नहीं है उपचुनाव

कांग्रेस ने सीएम धामी के खिलाफ महिला उम्मीदवार को उतारा है। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने संकेत दिए थे कि पार्टी शुक्रवार तक प्रत्याशी तय कर सकती है। चार मई को इसकी गजट अधिसूचना जारी कर दी गई है। चुनाव हारने के बाद सीएम धामी को बेशक एक बार फिर राज्य की कमान मिल गई है लेकिन उनके लिए उपचुनाव किसी परीक्षा से कम नहीं है। सीएम बने रहने के लिए उनका उपचुनाव को जीतना जरूरी है। धामी के लिए चंपावत से जीते कैलाश गहतोड़ी ने अपनी सीट छोड़ दी थी।

चारधाम यात्रा 2022: श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच खुले बाबा केदार के कपाट, पीएम मोदी के नाम से की गई पहली पूजा, सीएम धामी ने लिया आशीर्वाद

केदारनाथ धाम के कपाट शुभ मुहूर्त में शुक्रवार सुबह 06 बजकर 26 ्मिनट खोल दिए गए। अब छह माह तक बाबा के भक्त धाम में ही आराध्य के दर्शन एवं पूजा-अर्चना कर सकेंगे। बाबा के मंदिर को दस क्विंटल फूलों से सजाया गया है। वहीं, बृहस्पतिवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली भक्तों के जयकारों के बीच अपने धाम पहुंची। विधि विधान के साथ बाबा की डोली को मंदिर के समीप विराजमान किया गया है। साथ ही अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया है।

6 मई शुक्रवार को प्रात: 6 बजकर 26 मिनट पर जय केदार के जयकारों के बीच भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खुल गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। सीएम धामी ने भी पूजा-अर्चना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया। कपाट खुलने के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

आज वैदिक मंत्रोच्चार के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं। कपाट को खोले जाने के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी हिस्सा लिया। चार धाम यात्रा के मौके पर केदारनाथ मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूजा-अर्चना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया।

बृहस्पतिवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली भक्तों के जयकारों के बीच अपने धाम पहुंची। विधि विधान के साथ बाबा की डोली को मंदिर के समीप विराजमान किया गया है। साथ ही अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया है।

शुक्रवार को आज प्रात: 6 बजकर 26 मिनट पर जय केदार के जयकारों के बीच भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खुल गए। बाबा की पंचमुखी मूर्ति केदार मंदिर में विराजमान हुई। विधि विधान और धार्मिक परंपराओं के तहत भगवान केदारनाथ के कपाट खोले गए।

बाबा केदार की उत्सव डोली को मुख्य पुजारी द्वारा भोग लगाया गया और नित पूजाएं की गई, जिसके बाद डोली को सजाया गया। केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग, वेदपाठियों, पुजारियों, हक्क हकूकधारियों की मौजूदगी में कपाट पर वैदिक परंपराओं के अनुसार मंत्रौच्चारण किया गया और 6 बजकर 26 मिनट पर कपाट खोले गए। इस दौरान डोली ने मंदिर में प्रवेश किया।

सबसे पहले पुजारियों व वेदपाठियों ने गर्भगृह में साफ सफाई की और भोग लगाया। इसके बाद मंदिर के अंदर पूजा अर्चना की गई। सेना की बैंड की धुनों के साथ पूरा केदारनाथ भोले बाबा के जयकारों से गुंजायमान हो गया। इस दौरान केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग और मुख्यमंत्री पष्कर सिंह धामी सहित बीकेटीसी के सदस्य भी मौजूद रहे। मंदिर को दस क्विंटल फूलों से सजाया गया है।

पहले दिन केदारनाथ जी के दर्शन करने के लिए 12000 यात्रियों ने पंजीकरण कराया था। पंजीकरण सत्यापन के उपरांत ही तीर्थयात्रियों को दर्शन के लिए भेजा गया। पंजीकरण का कार्य सुचारु रुप से चल रहा है । यात्रा मार्ग पर सभी व्यवस्थाएं सुचारू कर दी गई हैं और यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

उत्तराखंड दौरे के तीसरे दिन आज उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हरिद्वार दौरा, परिसंपत्तियों के मसले को लेकर  आज गुरुवार को मिलेगा विस्तार 

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उत्तराखंड दौरे का तीसरा और आखिरी दिन है। मुख्यमंत्री योगी 11:15 पर गुरुकुल विश्वविद्यालय हेलीपैड पहुंचेंगे। उस दौरान उत्तराखंड के सीएम धामी भी मौजूद रहेंगे। वह 2 बजे तक भागीरथी गृह के लोकार्पण कार्यक्रम में  मौजूद रहेंगे। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा बनाए गए भागीरथी गेस्ट हाउस का  लोकार्पण करेंगे.2:30 बजे ऋषिकुल में स्पर्श गंगा स्वच्छता अभियान में शामिल होंगे। 3 बजे गुरुकुल हेलीपैड से जौलीग्रांट एयरपोर्ट के लिए होंगे रवाना। इसके अलावा उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी का हरिद्वार दौरा है। सीएम धामी 11:15 बजे भागीरथी अतिथि गृह के लोकार्पण समारोह में प्रतिभाग करेंगे।

उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश राज्य के मध्य परिसंपत्तियों पर सहमति के बाद निर्णय तो हुए, लेकिन अभी कुछ प्रस्तावों पर आदेश जारी नहीं हो पाए हैं। इन मामलों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज बृहस्पतिवार को हरिद्वार में होने वाले कार्यक्रम के दौरान उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष उठा सकते हैं।

योगी के पैतृक गांव में हुए एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी परिसंपत्तियों पर हुए निर्णय के लिए मुख्यमंत्री योगी का धन्यवाद व्यक्त कर चुके हैं लेकिन सिंचाई विभाग के भवनों के हस्तांतरण व अन्य मसलों को वह सीएम योगी के समक्ष उठा सकते हैं।

बीते साल 18 नवंबर को सीएम योगी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बीच सिंचाई विभाग की परिसंपत्तियों के मसले को लेकर लखनऊ में बातचीत को आज गुरुवार को विस्तार दिया जा सकता है।

नवंबर में जिन आठ बिंदुओं पर बातचीत हुई थी, आज की मीटिंग में उनकी प्रोगेस रिपोर्ट पेश की जाएगी। मीटिंग में हरिद्वार और यूएसनगर ज़िले में सिंचाई विभाग की करीब एक हजार हेक्टेयर ज़मीन और हरिद्वार में मौजूद और यूएस नगर में मौजूद भवनों को उत्तराखंड को ट्रांसफर करने पर मुहर लग सकती है। इसे लेकर यूपी और उत्तराखंड के सिंचाई विभाग के अधिकारी पहले ही जॉइंट सर्वे कर चुके हैं।

दोनों राज्यों के मध्य उत्तराखंड के क्षेत्र में उपयोग के लिए आवश्यक भूमि व भवों का आंकलन करने के लिए संयुक्त सर्वे टीम बनाने का निर्णय लिया गया था। संयुक्त सर्वे में जिला हरिद्वार में 669.920 हेक्टेयर, व ऊधम सिंह नगर जिले में 332.873 हेक्टेयर भूमि का हस्तांतरण किए जाने पर सहमति बनी।

इसके अलावा हरिद्वार में 484 आवासीय व अनावासीय भवन व ऊधमसिंह नगर में 47 आवासीय व अनावासीय भवनों को भी उत्तराखंड सिंचाई विभाग को दिए जाने का निर्णय हो चुका है लेकिन आदेश अब तक जारी नहीं हुए। जिला चंपावत के बबसा में सिंचाई विभाग  को परिसंपत्तियों का हस्तांतरण नहीं हो पाया। इसके अलावा ऊधमसिंह नगर के धौराल, बैगुल एवं नानक सागर जलाशय में पर्यटन व जल क्रीड़ा एवं पुरानी गंग नहर में वाटर स्पोर्टस की अनुमति का मसले पर भी चर्चा संभव है।