पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने यात्रियों से अधिक वसूली पर कार्यवाही करने के सख्त आदेश

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा चल रही है। चारधाम यात्रा के दौरान अव्यवस्थाओं को लेकर जहां पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज पर सवाल उठाए जा रहे थे। उनके दुबई जाने पर विपक्ष हमलावर था। तो वहीं अब दुबई से लौटते ही सतपाल महाराज एक्शन में नजर आ रहे है। चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों से निर्धारित दरों से अधिक धनराशि की वसूली की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए सोमवार को प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने ऐसे लोगों पर कठोर कार्यवाही करने के अधिकारियों को आदेश दिये हैं।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों से हेलीकॉप्टर सेवा, टैक्सी सेवा होटल, गेस्ट हाउस एवं खान-पान सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं पर निर्धारित दरों से अधिक धनराशि वसूलने की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए सोमवार को जनपद चमोली के जिलाधिकारी हिमांशी खुराना एवं रुद्रप्रयाग जनपद के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से दूरभाष पर वार्ता कर ऐसे लोगों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।उन्होने अधिकारियों से कहा कि चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों से जो भी सेवा प्रदाता अतिरिक्त पैसा वसूलने का दुस्साहस कर रहा है ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध तत्काल कठोर कानूनी कार्यवाही की जाए।

महाराज ने कहा कि यात्रा में किसी प्रकार की कोताही बर्रदास्त नहीं की जाएगी। यात्रियों के अतिथि सत्कार और प्रबंधन का पूरा ध्यान रखा जाए। चारों धामों में क्षमता से अधिक यात्रियों का प्रवेश न हो इस बात का अधिकारी पूरा ध्यान रखें।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा गेस्ट हाउस एवं खान-पान सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं पर निर्धारित दरों से अधिक धनराशि वसूलने की शिकायतों और अनियमितताओं को लेकर सख्त कदम उठाया है। बताया जा रहा है कि महाराज ने कहा है कि चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन और सत्यापन करने वाले निजी वेंडर पर कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को जनपद चमोली के जिलाधिकारी हिमांशी खुराना एवं रुद्रप्रयाग जनपद के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से दूरभाष पर वार्ता कर ऐसे लोगों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।

चारधाम यात्रा 2022: श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच खुले बाबा केदार के कपाट, पीएम मोदी के नाम से की गई पहली पूजा, सीएम धामी ने लिया आशीर्वाद

केदारनाथ धाम के कपाट शुभ मुहूर्त में शुक्रवार सुबह 06 बजकर 26 ्मिनट खोल दिए गए। अब छह माह तक बाबा के भक्त धाम में ही आराध्य के दर्शन एवं पूजा-अर्चना कर सकेंगे। बाबा के मंदिर को दस क्विंटल फूलों से सजाया गया है। वहीं, बृहस्पतिवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली भक्तों के जयकारों के बीच अपने धाम पहुंची। विधि विधान के साथ बाबा की डोली को मंदिर के समीप विराजमान किया गया है। साथ ही अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया है।

6 मई शुक्रवार को प्रात: 6 बजकर 26 मिनट पर जय केदार के जयकारों के बीच भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खुल गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। सीएम धामी ने भी पूजा-अर्चना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया। कपाट खुलने के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

आज वैदिक मंत्रोच्चार के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं। कपाट को खोले जाने के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी हिस्सा लिया। चार धाम यात्रा के मौके पर केदारनाथ मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूजा-अर्चना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया।

बृहस्पतिवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली भक्तों के जयकारों के बीच अपने धाम पहुंची। विधि विधान के साथ बाबा की डोली को मंदिर के समीप विराजमान किया गया है। साथ ही अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया है।

शुक्रवार को आज प्रात: 6 बजकर 26 मिनट पर जय केदार के जयकारों के बीच भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खुल गए। बाबा की पंचमुखी मूर्ति केदार मंदिर में विराजमान हुई। विधि विधान और धार्मिक परंपराओं के तहत भगवान केदारनाथ के कपाट खोले गए।

बाबा केदार की उत्सव डोली को मुख्य पुजारी द्वारा भोग लगाया गया और नित पूजाएं की गई, जिसके बाद डोली को सजाया गया। केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग, वेदपाठियों, पुजारियों, हक्क हकूकधारियों की मौजूदगी में कपाट पर वैदिक परंपराओं के अनुसार मंत्रौच्चारण किया गया और 6 बजकर 26 मिनट पर कपाट खोले गए। इस दौरान डोली ने मंदिर में प्रवेश किया।

सबसे पहले पुजारियों व वेदपाठियों ने गर्भगृह में साफ सफाई की और भोग लगाया। इसके बाद मंदिर के अंदर पूजा अर्चना की गई। सेना की बैंड की धुनों के साथ पूरा केदारनाथ भोले बाबा के जयकारों से गुंजायमान हो गया। इस दौरान केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग और मुख्यमंत्री पष्कर सिंह धामी सहित बीकेटीसी के सदस्य भी मौजूद रहे। मंदिर को दस क्विंटल फूलों से सजाया गया है।

पहले दिन केदारनाथ जी के दर्शन करने के लिए 12000 यात्रियों ने पंजीकरण कराया था। पंजीकरण सत्यापन के उपरांत ही तीर्थयात्रियों को दर्शन के लिए भेजा गया। पंजीकरण का कार्य सुचारु रुप से चल रहा है । यात्रा मार्ग पर सभी व्यवस्थाएं सुचारू कर दी गई हैं और यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।