उत्तराखंड: 10 जून को होंगे उत्तराखंड में राज्यसभा सीट के लिए चुनाव, 70 में से 47 सदस्यों के साथ भाजपा का पलड़ा भारी

उत्तराखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए चुनाव 10 जून को होगा। चुनाव आयोग ने राज्यसभा की खाली सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया है। उत्तराखंड विधानसभा में 47 सदस्यों के साथ सत्तारूढ़ भाजपा का पलड़ा काफी भारी है। पार्टी राज्य सभा के उम्मीदवार के लिए नामों के पैनल पर मंथन कर रही है।

उत्तराखंड में राज्यसभा की तीन में से एक सीट 4 जुलाई को खाली हो रही है। इस सीट से कांग्रेस नेता प्रदीप टम्टा राज्यसभा सांसद हैं। वहीं, इस सीट के लिए 31 मई तक नामांकन किया जाना है।

मौजूदा परिस्थतियों में इस सीट का इस बार बीजेपी के खाते में जाना लगभग तय है, क्योंकि उसके पास 70 में से 47 विधायकों का बहुमत है, तो विपक्ष में कांग्रेस के 19, बसपा के दो और एक निर्देलीय विधायक है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है कि अगले एक दो दिन में पार्टी छह नामों का एक पैनल पार्टी के केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेज देगी।

उत्तराखंड बीजेपी में दावेदारों की लंबी फौज है। वहीं, जो नाम चर्चाओं में है, उनमें चंपावत से सीएम के लिए सीट छोड़ने वाले कैलाश गहतोड़ी, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत, बीजेपी के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार, पूर्व दायित्वधारी ज्योति गैरोला, केंद्रीय एससीएसटी आयोग की सदस्य रह चुकी स्वराज विद्वान और बीजेपी महिला विंग की राष्ट्रीय मंत्री दीप्ति रावत का नाम शामिल है।

बृहस्पतिवार को चुनाव आयोग ने राज्यसभा की सीटों के कार्यक्रम जारी किया। कार्यक्रम के अनुसार, 24 मई को चुनाव की अधिसूचना जारी होगी। 31 मई नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है। एक जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी।

तीन जून तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। 10 जून को मतदान रखा गया है। मतदान सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। उसी दिन मतगणना होगी। 13 जून को चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। उत्तराखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए उत्तराखंड विधानसभा में चुनाव होगा।

भाजपा राज्यसभा सीट के लिए जल्द नामों का पैनल भेजेगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के मुताबिक, पैनल पर मंथन चल रहा है। जल्द पैनल तैयार कर केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेज दिया जाएगा।

उत्‍तराखंड में लगातार बढ़ता जा रहा कोरोना संक्रमण,  पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3848 नए मरीज, 22 जनवरी तक बढ़ी चुनाव रैलियों पर रोक

कोरोना संक्रमण उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश में बीते 24 घंटे में 3848 व्यक्ति संक्रमित पाए गए और 2 संक्रमितों की मौत हुई। संक्रमण दर कोरोना की तीसरी लहर में पहली बार 12 प्रतिशत के पार हो गई।

राज्य सरकार के हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, बीते 24 घंटे में 30 हजार 983 व्यक्तियों की जांच की गई। जांच में 3848 व्यक्तियों के संक्रमित पाए जाने के साथ संक्रमण दर 12.42 प्रतिशत पर पहुंच गई है। एक दिन पहले शुक्रवार को 3200 नए मामलों के साथ संक्रमण दर 11.48 फीसद थी। कोरोना के सर्वाधिक 1362 नए मामले देहरादून में पाए गए और यहां की संक्रमण दर प्रदेश से कहीं अधिक 19.25 प्रतिशत दर्ज की गई।

देहरादून के बाद नैनीताल में 719 व हरिद्वार में 641 व्यक्ति संक्रमित मिले हैं। वहीं, ऊधमसिंह नगर में 412 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। अन्य जिलों में भी जांच के अनुरूप संक्रमण का आंकड़ा बढ़ रहा है। बढ़ते संक्रमण के चलते प्रदेश का रिकवरी रेट 91.90 प्रतिशत पर आ गया है। शनिवार को स्वस्थ होने वालों के आंकड़ा 1184 रहा। नए मामलों की अपेक्षा एक तिहाई व्यक्ति ही कोरोना से जंग जीतकर स्वस्थ हो रहे हैं। वहीं, एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 14 हजार 892 हो गई है।

जिला, नए संक्रमित

  • देहरादून, 1362
  • नैनीताल, 719
  • हरिद्वार, 641
  • ऊधमसिंह नगर, 412
  • पौड़ी, 168
  • अल्मोड़ा, 128
  • टिहरी, 109
  • बागेश्वर, 75
  • चंपावत, 67
  • चमोली, 63
  • पिथौरागढ़, 50
  • उत्तरकाशी, 28

रुद्रप्रयाग, 26

उत्तराखंड में चुनाव रैलियों पर रोक 22 तक बढ़ी, इनडोर प्रचार में राहत 
लगातार बढ़ते कोविड संक्रमण के बीच चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों और नेताओं की रैलियों पर रोक की अवधि 22 जनवरी तक बढ़ा दी है। हालांकि दलों को 300 लोगों की उपस्थिति या उस हॉल की 50 प्रतिशत क्षमता के साथ इनडोर बैठक करने की राहत प्रदान की गई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि केंद्रीय चुनाव आयोग के निर्देशों का पूर्ण पालन उत्तराखंड में किया जाएगा। आयोग ने तय किया है कि 22 जनवरी तक कोई रोड शो, रैली या पद यात्रा या वाहन रैली नहीं हो सकेगी।

किसी भी तरह की फिजिकल रैली का आयोजन भी 22 जनवरी तक नहीं किया जा सकेगा। हालांकि, राजनीतिक दल अगर चाहें तो कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अधिकतम 300 या हॉल की क्षमता के 50 प्रतिशत तक की संख्या के साथ इनडोर बैठक कर सकते हैं। इसमें राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की गाइडलाइंस और कोविड गाइडलाइंस का पालन अनिवार्य होगा। सभी राजनीतिक दलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि कहीं भी कोविड प्रोटोकॉल या आचार संहिता से जुड़े किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। इनमें से किसी का भी उल्लंघन किया तो संबंधित नियमों के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

उत्तराखंड में दूसरे चरण में मतदान, उत्तराखंड सहित पांच राज्यों में आचार संहिता लागू ,जानें कब होगा मतदान

उत्तराखंड में 14 फरवरी को होगी वोटिंग और 10 मार्च को होगी काउंटिंग।केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश उत्तराखंड पंजाब गोवा और मणिपुर में 18.3 करोड़ मतदाता मतदान का प्रयोग करेंगे। सभी पांचों राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू।

निर्वाचन आयोग के अनुसार पांचों राज्यों में 7 चरणों में चुनाव होंगे। पंजाब और उत्तराखंड में 14 फरवरी को होगा मतदान। मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को चुनाव होंगे 10 मार्च को पांचों राज्यों में मतगणना के बाद चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे।

उत्तराखंड विधानसभा चुनावों को देखते हुए आज शनिवार को राज्य में आचार संहिता लागू हो गई है।उत्तराखंड में 14 फरवरी को चुनाव होंगे। यह चुनाव एक चरण में होंगे। चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे। उम्मीदवारों को नामांकन ऑनलाइन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा मिलेगी। आगामी चुनावों के मद्देनजर राज्य में 21 जनवरी से नामांकन शुरू होंगे। उम्मीदवार 28 जनवरी तक नामांकन कर सकते हैं। वहीं 31 जवरी तक नामांकन वापस ले सकते हैं।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील च्रंदा ने चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए कहा कि 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव-2022 के लिए मतदान होगा। कहा कि कोरोना के बढ़ते केसों के बीच उत्तराखंड में 15 जनवरी तक राजनैतिक रैलियों पर रोक लगाई गई है। उत्तराखंड में दूसरे चरण में चुनाव होगा।

यूपी में सात फेज में मतदान 

पहले फेज-10 फरवरी
दूसरा फेज-14 फरवरी
तीसरा फेज- 20 फरवरी
चौथा फेज- 23 फरवरी
पांचवां फेज- 27 फरवरी
छठवां फेज- 3 मार्च
सातवां फेज- 7 मार्च

मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने पांच राज्यों के साथ उत्तराखंड विधानसभा चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की। इसके साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। चुनाव आयुक्त ने प्रदेश में चुनाव के दौरान सभी कर्मचारियों को पूरी तरह से वैक्सिनेटेड होने पर जोर दिया है। सभी कर्मचारी दोनों डोज लिए होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वैक्सिनेशन की दर भी अधिक है। साथ ही, आयुक्त ने कहा कि चुनाव के दौरान एक घंटे का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी अब अपने प्रचार पर 40 लाख रुपये तक खर्च कर सकेंगे। प्रदेश के सभी राजनीतिक दल बढ़ती महंगाई को देखते हुए खर्च की सीमा में बढ़ोतरी करने की मांग कर रहे थे। कुछ दिनों पहले उत्तराखंड में चुनावी तैयारियों का जायजा लेने आए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा से भाजपा और कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव खर्च की सीमा को बढ़ाने का मसला उठाया था।

विधानसभा में खर्च की सीमा
 2014            –                2022
विधानसभा    –  28 लाख         –                40 लाख
लोकसभा      –   70 लाख        –                95 लाख

उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान किया जा चुका है। इसी के साथ ही चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि किसी भी राज्य में रैलियों और रोड शो के आयोजन की इजाजत नहीं होगी। इसके अलावा किसी नुक्कड़ सभा का आयोजन भी सार्वजनिक स्थानों पर नहीं किया जा सकेगा। साइकिल रैली और बाइक रैली और पदयात्रा जैसी चीजों पर भी रोक रहेगी।

चुनाव आयोग ने साफ किया है कि बाइक रैली पर भी पाबंदी रहेगी। रात 8 बजे के बाद चुनाव प्रचार पर रोक रहेगी। चुनाव आयोग ने चुनावी पार्टियों से कहा है कि वो ज्यादा से ज्यादा वर्चुअल रैली या डिजीटल रैली पर जोर दें। बता दें कि यह सभी पाबंदियां 15 जनवरी तक लागू रहेगी। चुनाव आयोग ने साफ किया है कि 15 जनवरी के बाद इसकी समीक्षा की जाएगी और फिर आगे इसपर फैसला लिया जाएगा। चुनाव आयोग ने कहा है कि डोर टू डोर कैंपेन में भी 5 से ज्यादा लोग नहीं जा सकते हैं।