उत्तराखंड में BJP को बड़ा झटका, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने दिया इस्तीफा, जानिए क्या है असली वजह

उत्तराखंड में चुनाव से पहले बीजेपी को एक बड़ा झटका लगा है। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि दो घंटे तक कैबिनेट की बैठक चली, लेकिन इसी बीच हरक सिंह रावत को गुस्सा आया और उन्होंने टेबल पर हाथ पटकर इस बैठक को आधे में ही छोड़ दिया। साथ ही अपने इस्तीफे का भी ऐलान कर दिया। उनके साथ विधायक उमेश शर्मा काऊ के भी पार्टी छोड़ने की खबर है।

विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के इस्तीफे की खबर ने उत्तराखंड की सियासत में खलबली मचा दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरक सिंह ने अपनी सरकार से नाराजगी जाहिर करते हुए इस्तीफा दे दिया है। कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के मंत्रिमंडल से इस्तीफा के ऐलान से एक बार फिर उत्तराखंड की सियासत में भूचाल आ गया है। बताते हैं कि हरक सिंह इस्तीफे की घोषणा कर कैबिनेट की बैठक से चले गए। सरकारी प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि हरक ने कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज के लिए बजट जारी नहीं होने पर नाराजगी जताई थी। शुक्रवार देर शाम सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक चल रही थी। अचानक कैबिनेट मंत्री हरक रावत ने कोटद्वार मेडिकल कॉलेज का मसला उठा दिया।

हरक सिंह रावत लगातार अपनी ही सरकार पर कई चीजों को लेकर दबाव बनाते आए हैं और कई बार उन्हें खुलकर बोलते हुए भी देखा गया है। बताया जा रहा है कि पिछले लंबे समय से वो बीजेपी में खुश नजर नहीं आ रहे थे, फिर चाहे वो त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्री रहने के दौरान हो या फिर पुष्कर सिंह धामी के आने के बाद हर बार रावत ने अपनी चिंताएं जाहिर कीं।

जब कैबिनेट बैठक में उनके किसी भी फैसले को शामिल नहीं किया गया तो हरक सिंह रावत ने इस पर नाराजगी जताई और भावुक भी हुए। रोते हुए हरक सिंह रावत उत्तराखंड सचिवालय से बाहर निकले।सूत्र ने हमें ये भी बताया कि हरक सिंह रावत इस्तीफे के बाद अब जल्द कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।  हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें काफी लंबे समय से चल रही हैं। जिस तरह से 2016 में वो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे, उसी तरह अब चुनाव से ठीक पहले उनके पाला बदलने की अटकलें लगाई जा रही हैं।

हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल होते हैं तो ये पार्टी के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। क्योंकि हरक सिंह रावत का अपना एक वोट बैंक है, जिसका फायदा वो कांग्रेस को दे सकते हैं। हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि हरीश रावत इस बात से बिल्कुल खुश नहीं हैं कि हरक सिंह रावत की वापसी की बात हो रही है। ऐसे में देखना होगा कि उनका अगला कदम क्या होता है।

बीजेपी को 24 दिसंबर को एक झटका नहीं, बल्कि एक साथ डबल झटका लगा है।बताया जा रहा है कि, देहरादून के रायपुर से बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ ने भी हरक सिंह रावत के साथ ही इस्तीफा दे दिया है। उमेश शर्मा काऊ के पार्टी छोड़ने की अटकलें काफी पहले से लगाई जा रही थीं। वो भी लगातार अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते आए हैं।

कैबिनेट बैठक में हरक सिंह के बागी होने की वजह कोटद्वार मेडिकल कॉलेज में देरी बनी। प्रस्ताव न आने से नाराज हरक सिंह की स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के साथ बहस इस हद तक बढ़ गई कि वो इस्तीफा की घोषणा करते हुए चलते बने। इसके बाद हरक की गैरमौजूदगी में कैबिनेट ने कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए पांच करोड़ रुपए मंजूर किए।

शुक्रवार शाम सात बजे से विश्वकर्मा भवन में आयोजित कैबिनेट बैठक के लिए सबसे पहले शासकीय प्रवक्ता छह बजे सीएम कार्यालय में पहुंचे। इसके बाद क्रमश: कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय, सीएम पुष्कर सिंह धामी, बंशीधर भगत और फिर हरक सिंह रावत वहां पहुंचे। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के सात से सभी कैबिनेट मंत्री विश्वकर्मा भवन पहुंचे, जहां कैबिनेट आहूत की गई थी। इसके बाद कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, यतीश्वरानंद, विशन सिंह चुफाल भी यही पहुंचे।

जबकि सतपाल महाराज ऑनलाइन माध्यम से इसमें जुड़े। उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि कैबिनेट के सामने साठ से अधिक प्रस्ताव रखे गए थे, इस कारण बैठक रात 9.50 तक खिंच गई। लेकिन कैबिनेट बैठक समाप्त होने तक भी कोटद्वार मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव न आने पर हरक सिंह ने जब स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह से नाराजगी जताई तो बात देखते ही देखते तीखी बहस में तब्दील हो गई।

इसके बाद आनन- फानन में कैबिनेट में कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए पांच करोड़ रुपए आबंटन का प्रस्ताव लाया गया, जिसे मंजूरी देकर हरक को शांत करने का प्रयास किया गया। इतनी देर में हरक की बगावती तेवर जंगल में आग की तरह फैल चुकी थी।

  • घटनाक्रम
  • 6:00 बजे: कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल पहुंचे
  • 6:28 बजे: सीएम पुष्कर धामी पहुंचे
  • 6:45 बजे: कैबिनेट मंत्री हरक रावत पहुंचे
  • 7:10 बजे: विश्वकर्मा बिल्डिंग में कैबिनेट बैठक शुरू
  • 9:50 बजे:कैबिनेट बैठक के प्रस्ताव पूरे हुए
  • 9:52 बजे:हरक ने मेडिकल कालेज का मुद्दा उठाया व धन सिंह से बहस
  • 9:58 बजे:कैबिनेट मंत्री इस्तीफे का ऐलान करते हुए बाहर निकले

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में उत्तराखंड में नई खेल नीति को दी गई मंजूरी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में राज्य की नई खेल नीति मंजूरी दे दी गई। नई नीति में खेल सुविधाओं के विकास, कम उम्र से ही खिलाड़ी तैयार करने और खिलाडि़यों को प्रोत्साहन पर फोकस किया गया है। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने मंगलवार देर शाम कैबिनेट बैठक के बाद बताया कि राज्य में खेल प्रतिभाओं का विकास आठ साल की उम्र से शुरू होगा। इसके लिए फिजिकल एंड स्पोट्र्स एप्टिट्यूड टेस्ट की व्यवस्था लागू होगी। धामी सरकार की कैबिनेट ने ‘उत्तराखंड खेल नीति 2021’ के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने बताया कि कैबिनेट में 30 से अधिक मामलों में चर्चा की गई।जिसमें खेल नीति की मंजूरी, 30 से 50% आर्थिक सहायता बढ़ाया जाएगा, राज्य बसों में निशुल्क यात्रा, खिलाड़ियों को नौकरी दी जाएगी।

उत्तराखंड खेल नीति 2021′ लागू होने पर विद्यालयी शिक्षा, प्रौढ़ शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, खेल, युवा कल्याण एवं पंचायती राज मंत्री अरविन्द पांडेय ने समस्त खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों, खेल प्रेमियों को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की। मंत्री ने कहा कि ‘उत्तराखंड खेल नीति 2021’ प्रदेश में खेल संस्कृति के विकास व उन्नयन हेतु उत्कृष्ट एवं प्रभावी है। उन्होंने कहा कि देश में आज जिस प्रकार खेलों में युवाओं की रूचि तथा अनेक संभावनाओं ने आकार लिया है, इसी के दृष्टिगत प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में युवाओं के हित में उत्तराखंड खेल नीति-2021 का निर्माण किया गया।

‘उत्तराखंड खेल नीति 2021’ के अंतर्गत वर्तमान में इलेक्ट्रॉनिक कल्चर से प्रभावित बच्चों और युवाओं को पुनः खेलों के प्रति प्रेरित कर प्ले फील्ड कल्चर की ओर अग्रसर किया जायेगा। ‘उत्तराखंड खेल नीति 2021’ में खेल एवं खिलाड़ियों के उन्नयन, खेल प्रतिभाओं को तलाशने, निखारने व उभारने, खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने, खिलाड़ियों के नियोजन, सामान्य आहार के साथ-साथ एक्स्ट्रा न्यूट्रिएंट्स फूड डाइट की व्यवस्था, खिलाड़ियों के लिए रोजगार के अवसर तथा सम्बंधित पूर्ण सुविधाएँ प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। युवाओं में राष्टीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभाओं को विकसित करने हेतु उचित आर्थिक प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है।

  • खेल नीति 2021 के मुख्य अंश –

खेल प्रतिभाओं को आरम्भिक आयु 08 वर्ष से ही पहचानने और उनको तराशने के लिए प्रतिभा श्रृंखला विकास योजना PSAT (Physical and Sports Aptitude Test) को लागू किया जायेगा।

उच्च प्राथमिकता वाले खेलों के लिए Center Of Excellence स्थापित किये जाएंगे।

मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना

राज्य के उदीयमान खिलाडियों को प्रतिवर्ष आवश्यक बैड़ी टेस्ट और उसकी दक्षता की मैरिट के आधार पर 08 वर्ष से 14 वर्ष तक की आयु के बालक-बालिकाओं प्रति जनपद 150-150 प्रति जनपद अर्थात पूरे राज्य में 1950 बालकों एवं 1950 बालिकाओं कुल 3900 उदीयमान खिलाडियों को मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना अन्तर्गत धनराशि 1500 रुपए प्रतिमाह उपलब्ध करायी जाएगी।

राज्य के प्रतिभावान खिलाडियों को उनकी खेल सम्बन्धी आवश्यकताओं की पूर्ति से उन्हें खेलों में और अधिक मनोयोग से प्रतिभाग करने के लिए 14 वर्ष से 23 वर्ष तक की आयु के प्रतिभावान खिलाड़ियों को जनपद स्तर पर छात्रवृत्ति, खेल किट, ट्रैकसूट और खेल संबंधी अन्य उपस्कर आदि उपलब्ध कराये जाएंगे। प्रतिवर्ष यह सुविधा प्रति जनपद 100-100 ( कुल 2600) प्रतिभावान बालक-बालिकाओं को प्रति खिलाड़ी 2 हजार रुपए प्रतिमाह की छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई जायेगी। साथ ही खेल उपस्कर के लिए प्रतिवर्ष धनराशि 10 हजार रुपए की सीमा तक मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन कार्यक्रम अन्तर्गत उपलब्ध करायी जाएगी।

खिलाड़ियों को नियुक्ति- राज्य की सेवाओं में उच्च स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में पदक विजेताओं को समूह ख और ग में चयनित विभागों के चयनित पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया का सरलीकरण किया जायेगा।

मेजर ध्यानचंद निजी क्षेत्र खेल प्रतिभागिता प्रोत्साहन कोष की स्थापना

राज्य में खेल सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र द्वारा स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, खेल अकादमी, स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना करने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए मेजर ध्यानचंद निजी क्षेत्र खेल प्रतिभागिता प्रोत्साहन कोष की स्थापना की जाएगी।

खिलाड़ियों के पुरस्कार राशि में 30 प्रतिशत से 50 प्रतिशत की वृद्धि

प्रतिवर्ष पदक विजेता खिलाड़ियों को दी जाने वाली पुरस्कार की धनराशि में प्रतिशत की वृद्धि की जायेगी। खिलाड़ियों के लिए दुर्घटना बीमा एवं आर्थिक सहायता।

राज्य के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल प्रशिक्षण और राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने के समय होने वाली खेल दुर्घटनाओं के लिए खेल इन्जरी।

 

  • कैबिनेट में अन्‍य प्रस्‍तावों को मिली मंजूरी

भोजन माताओं के वेतन में 1 हजार की बढ़ोत्तरी।

केदारनाथ धाम में निविदा को बढ़ाया गया।

दीनदयाल होम स्टे योजना की तहत लीज की जमीन पर भी होम स्टे खोलने को मंजूरी की गई प्रदान।

प्रत्येक न्याय पंचायत में 6500 लाभार्थियों को मधु ग्राम के तहत प्रत्येक व्यक्ति को 20 बॉक्स दीए जाएंगे।

111 पदों पर अपर निजी सचिव के पदों पर 1 वर्ष कम्प्यूटर की अनुभव की बाध्यता को किया गया खत्म।

उत्तराखंड की खेल नीति को कैबिनेट से मिली मंजूरी।

मेगा इंडस्ट्रियल नीति को मंजूरी।

लॉक डाउन में बंद शराब की दुकानों के राजस्व की वापसी को मंजूरी।

एयरपोर्ट पर भी अब डिपार्टमेंटल वाइन स्टोर को मंजूरी।

विदेशी शराब की दुकान खुल सकेगी।

विधानसभा सत्र की पूर्व तिथि को कैबिनेट ने लिया वापस पीआरडी जवानों के वेतन में महीने के हिसाब से 2100 रुपये के मानदेय की वृद्धि,500 की जगह 570 रुपये किया गया प्रतिदिन का मानदेय।

राशन डीलर्स का लाभांश बढ़ाया गया।

एसटी, एससी और बीपीएल परिवारों को 3.12 एकड़ तक कि भूमि के विनयमिकरन माफ किया गया।

प्रदेश में पार्किंग के अलग अलग टाइप्स को मंजूरी।

बद्रीनाथ मास्टर प्लान में ध्वस्त होने वाले मकानों को सहमति से अलग अलग मानको पर दिया जाएगा मुवावजा, आवास की मांग करने वालो को दिया जाएगा आवास।

मेडिकल छात्रों को दी जाने वाली राहत इसी वर्ष से होगी लागू।

33 फीसदी सब्सिडी को 50% किया गया, लीज की भूमि पर भी योजना की मिलेगी मंजूरी।

होम स्टे योजना में संसोधन, सब्सिटी में कई गयी बढ़ोत्तरी मोबाइल कॉर्ड से भी वहन चैकिंग में मिलेगी छूट।

33 फीसदी सब्सिडी को 50% किया गया, लीज की भूमि पर भी योजना की मिलेगी मंजूरी।

मेगा इंडस्ट्रियल एवं इन्वेस्टमेंट नीति को कैबिनेट में मंजूरी जो को 31 मार्च 2025 तक रहेगी लागू।

 

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा उत्तराखंड में जल्द आएगी नई खेल नीति

केंद्रीय संसदीय कार्य, कोयला एवं खान मंत्री तथा राज्य चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी ने कहा उत्तराखंड में शीघ्र ही नई खेल नीति जल्द अस्तित्व में आएगी। इसके लिए तैयारियां पूरी की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि सरकार खेल एवं खिलाड़ियों को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य कर रही है। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि मोदी सरकार के आने से पहले खेल में राजनीति ज्यादा हावी थी, लेकिन अब लगातार खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी का नतीजा है कि ओलंपिक के साथ ही अन्य खेलों में लगातार देश के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि केंद्र सरकार ने स्पोर्ट्स टैलेंट सर्च पोर्टल लांच किया है, जिसमें खिलाड़ी अपनी एंट्री करें। इसके बाद सरकार के स्तर से उनकी हर संभव मदद की जाएगी।केंद्रीय मंत्री ने कार्यक्रम में मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय वालीबाल खिलाड़ी अरुण सूद, नेशनल वालीबाल खिलाड़ी शहजाद सलमानी, विनय उपाध्याय, सतीश कुमार, क्रिकेट के खिलाड़ी मनिंदर सिंह, बाक्सर सुखविंदर सिंह मोगी,वालीवाल के स्थानीय कोच किसन सिंह को शाल उड़ाकर सम्मानित किया गया।

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी डोईवाला पहुंचे, जहां उन्होंने क्रीडा भारती उत्तराखंड के कार्यक्रम में शामिल होकर खिलाड़ियों, पूर्व सैनिकों और भाजपा कार्यकर्त्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान पूर्व अंतरराष्ट्रीय वालीबाल खिलाड़ी अरुण कुमार सूद ने उनके सामने उत्तराखंड में सुदृढ खेल नीति बनाने की मांग की, जिससे कि स्थानीय प्रतिभाओं को अधिक से अधिक मौका मिल सके और वह नशे को छोड़ खेल की ओर अपना ध्यान दें। इस पर केंद्रीय मंत्री ने सीएम से धामी से वार्ता कर जल्द ही नई खेल नीति बनाने की बात कही।

कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, हरीश कोठारी, क्रीड़ा भारती के जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिंह नेगी, पूर्व सैनिक संगठन के ब्लाक अध्यक्ष भगत सिंह राणा, क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रताप सिंह बिष्ट, पम्मी राज, विक्रम सिंह नेगी, मनोज मेहरा, विनय सावन, पंकज बहुगुणा, शमशेर पुंडीर आदि मौजूद रहे।

प्रहलाद जोशी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद पर हिंदू भावना का अनादर करने का इल्जाम लगाया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से प्रश्न किया कि वह सलमान खुर्शीद के विरुद्ध क्या कार्रवाई कर रहे हैं? उत्तराखंड प्रवास पर आए जोशी देहरादून स्थित राज्य पार्टी दफ्तर में मीडिया कर्मियों से चर्चा कर रहे थे। सलमान खुर्शीद की अयोध्या विवाद पर लिखी पुस्तक में हिंदुत्व की तुलना खुंखार आतंकी संगठनों बोको हराम तथा इस्लामक राज्य से करने पर खड़े हुए  विवाद को लेकर पूछे गए सवाल पर जोशी ने कहा कि मैं राहुल, प्रियंका, सोनिया से पूछना चाहता हूं। आप मंदिरों में जाकर गौत्र का उच्चारण करके स्वयं को हिंदू बोलते हैं।

हिंदू आचरण का दिखावा करते हैं। यह उपदेश देने का प्रयास करते हैं कि हम भी हिंदू हैं। क्या सलमान खुर्शीद के विरुद्ध कार्यवाही कर रहे हैं, जिन्होंने हिंदू भावना तथा हिंदुत्व का अनादर किया। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व सिर्फ धर्म अथवा जाति नहीं, यह जिंदगी का तरीका है। महात्मा गांधी से लेकर उनकी पार्टी के बेहद से लोग इसे हिंदुस्तानी बोलते थे। उन्होंने पूछा कि क्या हिंदुस्तान का अनादर करने वाले सलमान पर एक्शन लेने वाले हैं? उन्होंने बताया कि कांग्रेस हिंदुओं के विरुद्ध है, यह इतिहास में साबित हो चुका है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करेंगे विशेष किस्म वाली 35 फसलें फसलें राष्ट्र को समर्पित, किसानों से भी होगा संवाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश के किसानों को बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। । पीएम मोदी आज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए फसल की 35 विशेष किस्में देश के किसानों को समर्पित करेंगे। फसलों की ये विशेष किस्में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने विकसित की हैं। इसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन और कुपोषण की दोहरी चुनौतियों से निपटना है। इस अखिल भारतीय कार्यक्रम का आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) के संस्थान, राज्य और केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय और कृषि विज्ञान केंद्र मिलकर कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष किस्म वाली 35 फसलें राष्ट्र को समर्पित करेंगे। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने विशेष गुणों वालीं फसलों की ये किस्म तैयार की हैं। इसका उद्देश्य किसानों के सामने अधिक कमाई वाली फसलों के विकल्प उपलब्ध करवाने के साथ ही जलवायु अनुकूल प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए जन जागरूकता पैदा करना भी है।नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटिक स्ट्रेस टॉलरेंस रायपुर के नए परिसर का लोकार्पण करेंगे। इस अवसर पर, पीएम मोदी कृषि विश्वविद्यालयों को ग्रीन कैंपस अवार्ड भी वितरित करेंगे। वहीं इस विषय पर पीएमओ ने जानकारी देते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन और कुपोषण की दोहरी चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा विशेष लक्षणों वाली फसल की किस्में विकसित की गई हैं।

पीएम इस दौरान ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटिक स्ट्रेस टॉलरेंस’रायपुर के नए परिसर का भी लोकार्पण करेंगे। कृषि विश्वविद्यालयों को हरित परिसर पुरस्कार प्रदान करेंगे। पीएम कृषि में नई तकनीक का इस्तेमाल करने वाले किसानों से संवाद भी करेंगे। फसलों में चने की ऐसी एक फसल भी होगी जो आसानी से सूखे की मार झेल सकती है। अरहर की पैदावार बढ़़ाने के लिए रोग प्रतिरोधी फसल को भी शामिल किया गया है। इन फसलों में मुख्य रूप से मुरझाई और बंध्यता मोजेक प्रतिरोधी अरहर, सोयाबीन की जल्दी पकने वाली किस्म, चावल की रोग प्रतिरोधी किस्में, गेहूं की जैव-फोर्टिफाइड किस्में, बाजरा, मक्का और चना, क्विनोआ, पंखों वाला बीन और फैबा शामिल हैं।

 

उत्तराखंड में होने जा रही है प्रो वॉलीबॉल लीग का उद्घाटन आगामी 20 अक्टूबर को ऋषिकेश में होगा, विजेता टीम को मिलेंगे 5 लाख ईनाम

उत्तराखंड के खूबसूरत शहर देहरादून और ऋषिकेश में अगले महीने उत्तराखंड प्रो वॉलीबॉल लीग का आयोजन होने जा रहा है। आईपीएल की तर्ज पर होने वाला ये टूर्नामेंट पूरे 7 दिन तक चलेगा। इस टूर्नामेंट में कुल 9 मैच ऋषिकेश और 10 मैच देहरादून में खेले जाएंगे।

उत्तराखंड में इस तरह का आयोजन पहली बार होने जा रहा है। वॉलीबॉल लीग का उद्घाटन आगामी 20 अक्टूबर को ऋषिकेश में होगा। टूर्नामेंट का उद्देश्य छोटे शहरों के खिलाड़ियों को बड़ा प्लेटफार्म देना है। जीतने वाली टीम को आकर्षक धनराशि इनाम के तौर पर दी जाएगी। आयोजन समिति के सचिव सचिन सेमवाल ने बताया कि प्रदेश के पहले उत्तराखंड प्रो वॉलीबॉल लीग का आयोजन बाबा खेलकूद/सांस्कृतिक लोक कला संस्था द्वारा किया जा रहा है। जिसमें कुल 6 टीमें प्रतिभाग करेंगी। हर टीम में 12 खिलाड़ी और एक कोच होगा।खिलाड़ियों का ट्रायल जल्द शुरू होने जा रहा है। ट्रायल आगामी 30 सितंबर और 1 अक्टूबर को ऋषिकेश में होगा।

समिति के मुताबिक इस ट्रायल में केवल वही खिलाड़ी प्रतिभाग कर सकते हैं, जो उत्तराखंड प्रो वॉलीबॉल लीग की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्टर्ड होंगे। खिलाड़ियों के ऑक्शन की प्रक्रिया ऋषिकेश के एक होटल में आयोजित की जाएगी, जो कि 2 अक्टूबर को होना है। इस प्रक्रिया में एक फाइनेंसर के साथ तीन अन्य व्यक्तियों को स्वीकृति मिलेगी। इसके अलावा किसी भी को ऑक्शन प्रक्रिया में भाग नहीं लेने दिया जाएगा।

टीम के कुल 12 खिलाड़ियों में से 8 खिलाड़ी उत्तराखंड के होंगे और 4 खिलाड़ी अन्य राज्यों के हो सकते हैं। उत्तराखंड के खिलाड़ियों की बोली कम से कम 5 हजार रुपये और अधिक से अधिक 15 हजार रुपये तक होगी। दूसरे राज्यों के खिलाड़ियों की बोली 10 हजार से 30 हजार रुपये की होगी

उत्तराखंड प्रो वॉलीबॉल लीग में पहले स्थान पर रहने वाली टीम को पांच लाख रुपये इनाम के तौर पर मिलेंगे। जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम को ढाई और डेढ़ लाख रुपये की इनामी धनराशि दी जाएगी।

पटना में जांच के दौरान अड़ी लड़की बोली, नहीं खोलने दूंगी डिक्की;

बिहार में शरबबंदी है। ऐसा सरकार कहती है। कानून तोड़ने पर कार्रवाई भी होती है। सजा का प्रावधान भी है। इसके बाद तस्कर पुलिस को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। बस, ट्रेन, ट्रक, कार, बाइक और स्कूटी से शराब की सप्लाई होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बिहार की सीमा पर लगातार शराब पकड़े जाने के साथ घर के अंदर गाड़ी गई शराब भी मिल रही है। पुलिस थोड़ी सख्त हो रही है तो तस्करों ने नए हथकंडे अपना लिए हैं। अब शराब सप्लाई में लड़कियां उतर आई हैं। पटना में शनिवार को ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां शराबबंदी को पुलिस की सख्ती भी फेल होती दिखी। पीरबहोर थाना क्षेत्र की पुलिस ने शराब के साथ एक लड़की को गिरफ्तार किया है। उसके पास से स्कूटी में रखी शराब की 18 बोतलें मिली हैं। आरोपित लड़की को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।

बोनी कपूर और राजामौली की ‘फाइट’ में पीसमेकर बने अजय देवगन,

फिल्म प्रोड्सर बोनी कपूर और ‘बाहुबली’ डायरेक्टर एसएस राजामौली के बीच पिछले कुछ दिनो से तल्ख़ी देखी जा रही है। जब से राजामौली ने अपनी अपकमिंग फिल्म ‘आरआरआर’ की रिलीज़ डेट अनाउंस की है उसके बाद से बोनी कपूर उनसे सख़्त नाराज़ नज़र आ रहे हैं। बीते दिनों बॉलीवुड हंगामा से बात करते हुए बोनी कपूर ने कहा भी था कि, ‘राजामौली के अनाउंसमेंट के बाद मैं बहुत ज्यादा अपसेट हूं। ये बहुत ही अनैतिक बात है’।

अब बोनी और राजामौल की नराज़गी दूर करने के लिए अजय देवगन बीच में आ गए हैं। स्पॉटब्वॉय की खबर के मुताबिक अजय दोनों के बीच पीसमेकर का काम कर रहे हैं। एक्टर दोनों के बीच मीटिंग फिक्स कराने की कोशिश कर रहे हैं ताकी बात हो सके’। हालांकि अजय के सामने मुश्किल इस बात की है कि ना राजामौली मानने के लिए तैयार हो रहे हैं और न ही बोनी कपूर। वेबसाइट से बात करते हुए एक सूत्र ने बताया, ‘बोनी कपूर को लगता है कि वो सही नाराज़ हैं क्योंकि उन्होंने अपनी फिल्म ‘मैदान’ की रिलीज़ डेट 6 महीने पहले ही अनाउंस कर दी थी। वहीं राजामौली को लगता है कि दोनों फिल्में एक दूसरे से बिल्कुल अलग है, इसलिए दोनों के बीच कोई मुकाबला ही नहीं है। आरआरआर और मैदान में अजय के बिल्कुल अलग-अलग रोल हैं’। बताते चलें कि अजय देवगन ‘आरआरआर’ और ‘मैदान’ दोनों ही फिल्मों में नज़र आने वाले हैं।

केंद्रीय रक्षा मंत्री ने किया LCA की दूसरी प्रोडक्शन लाइन का उद्घाटन,

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) मंगलवार को बेंगलुरु पहुंचे। उन्होंने यहां हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के दूसरे LCA  (Light Combat Aircraft ) के प्रोडक्शन लाइन का  उद्घाटन किया।  डील के तहत वायुसेना को तेजस LCA की डिलिवरी मार्च 2024 में शुरू होगी। उन्होंने इसकी जानकारी अपने ट्विटर पर दी।

इस मौके पर रक्षामंत्री ने कहा, ‘हम कब तक देश की सुरक्षा के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहेंगे, हम लंबे समय तक​ निर्भर नहीं रह सकते। हम सभी का ये संकल्प है जो भी बनाना होगा उसे खुद बनाने की कोशिश करेंगे और सीमा और अपने स्वाभिमान की सुरक्षा करेंगे।’

उन्होंने दिल्ली से बेंगलुरु के लिए रवाना होने से पहले लिखा, ‘आज HAL के दूसरे LCA  के के प्रोडक्शन लाइन उद्घाटन के लिए बेंगलुरु जा रहा हूं और वहां 3 से 5 फरवरी तक आयोजित होने वाले एयरो इंडिया शो में शामिल होउंगा।’

चंडीगढ़ कांग्रेस के सीनियर नेता पवन बंसल ने गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में नहीं दिया भाषण

 

चंडीगढ़ कांग्रेस द्वारा सेक्टर 35 स्थित कांग्रेस कार्यालय में गणतंत्र दिवस समारोह पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। हर बार की तरह सभी बड़े नेता कार्यक्रम में शामिल हुए लेकिन सीनियर नेता पवन बंसल ने इस बार कार्यकर्ताओं को संबोधित नहीं किया जिससे सभी हैरान हो गए।

इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल सेक्टर-35 के कांग्रेस भवन तो कार्यक्रम में पहुंचे, लेकिन उन्होंने भाषण नहीं दिया। ऐसा न होने पर मौके पर ही नेताओं और कार्यकर्ताओं में गपशप शुरू हो गई कि ऐसा क्यों हुआ। जबकि बंसल हर बार कांग्रेस भवन में जब जब कार्यक्रम होता है तो कार्यकर्ताओं को संबोधित जरूर करते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।

दस हजार की लागत में दो लाख का मुनाफा,

परंपरागत खेती से हटकर महज दो बिस्वा जमीन पर स्ट्रॉबेरी की फसल तैयार करने में तीन माह कड़ी मेहनत की। अब अगले तीन माह तक बिक्री करेंगे। पहली ही खेप में 30 हजार रुपये कमाए हैं, जबकि पूरी लागत सिर्फ 20 हजार रुपये आई। मार्च-अप्रैल तक करीब दो लाख रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है। ये फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि सच्चाई है, भीतरगांव ब्लॉक के दौलतपुर निवासी साधारण किसान रमन शुक्ला की, जो अमेरिका के कैलिफोर्निया में विकसित कैमारोजा प्रजाति की स्ट्रॉबेरी की खेती से कमाल करके दूसरों के लिए मिसाल बन चुके हैं।