उत्तराखंड में दूसरे चरण में मतदान, उत्तराखंड सहित पांच राज्यों में आचार संहिता लागू ,जानें कब होगा मतदान

उत्तराखंड में 14 फरवरी को होगी वोटिंग और 10 मार्च को होगी काउंटिंग।केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश उत्तराखंड पंजाब गोवा और मणिपुर में 18.3 करोड़ मतदाता मतदान का प्रयोग करेंगे। सभी पांचों राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू।

निर्वाचन आयोग के अनुसार पांचों राज्यों में 7 चरणों में चुनाव होंगे। पंजाब और उत्तराखंड में 14 फरवरी को होगा मतदान। मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को चुनाव होंगे 10 मार्च को पांचों राज्यों में मतगणना के बाद चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे।

उत्तराखंड विधानसभा चुनावों को देखते हुए आज शनिवार को राज्य में आचार संहिता लागू हो गई है।उत्तराखंड में 14 फरवरी को चुनाव होंगे। यह चुनाव एक चरण में होंगे। चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे। उम्मीदवारों को नामांकन ऑनलाइन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा मिलेगी। आगामी चुनावों के मद्देनजर राज्य में 21 जनवरी से नामांकन शुरू होंगे। उम्मीदवार 28 जनवरी तक नामांकन कर सकते हैं। वहीं 31 जवरी तक नामांकन वापस ले सकते हैं।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील च्रंदा ने चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए कहा कि 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव-2022 के लिए मतदान होगा। कहा कि कोरोना के बढ़ते केसों के बीच उत्तराखंड में 15 जनवरी तक राजनैतिक रैलियों पर रोक लगाई गई है। उत्तराखंड में दूसरे चरण में चुनाव होगा।

यूपी में सात फेज में मतदान 

पहले फेज-10 फरवरी
दूसरा फेज-14 फरवरी
तीसरा फेज- 20 फरवरी
चौथा फेज- 23 फरवरी
पांचवां फेज- 27 फरवरी
छठवां फेज- 3 मार्च
सातवां फेज- 7 मार्च

मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने पांच राज्यों के साथ उत्तराखंड विधानसभा चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की। इसके साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। चुनाव आयुक्त ने प्रदेश में चुनाव के दौरान सभी कर्मचारियों को पूरी तरह से वैक्सिनेटेड होने पर जोर दिया है। सभी कर्मचारी दोनों डोज लिए होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वैक्सिनेशन की दर भी अधिक है। साथ ही, आयुक्त ने कहा कि चुनाव के दौरान एक घंटे का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी अब अपने प्रचार पर 40 लाख रुपये तक खर्च कर सकेंगे। प्रदेश के सभी राजनीतिक दल बढ़ती महंगाई को देखते हुए खर्च की सीमा में बढ़ोतरी करने की मांग कर रहे थे। कुछ दिनों पहले उत्तराखंड में चुनावी तैयारियों का जायजा लेने आए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा से भाजपा और कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव खर्च की सीमा को बढ़ाने का मसला उठाया था।

विधानसभा में खर्च की सीमा
 2014            –                2022
विधानसभा    –  28 लाख         –                40 लाख
लोकसभा      –   70 लाख        –                95 लाख

उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान किया जा चुका है। इसी के साथ ही चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि किसी भी राज्य में रैलियों और रोड शो के आयोजन की इजाजत नहीं होगी। इसके अलावा किसी नुक्कड़ सभा का आयोजन भी सार्वजनिक स्थानों पर नहीं किया जा सकेगा। साइकिल रैली और बाइक रैली और पदयात्रा जैसी चीजों पर भी रोक रहेगी।

चुनाव आयोग ने साफ किया है कि बाइक रैली पर भी पाबंदी रहेगी। रात 8 बजे के बाद चुनाव प्रचार पर रोक रहेगी। चुनाव आयोग ने चुनावी पार्टियों से कहा है कि वो ज्यादा से ज्यादा वर्चुअल रैली या डिजीटल रैली पर जोर दें। बता दें कि यह सभी पाबंदियां 15 जनवरी तक लागू रहेगी। चुनाव आयोग ने साफ किया है कि 15 जनवरी के बाद इसकी समीक्षा की जाएगी और फिर आगे इसपर फैसला लिया जाएगा। चुनाव आयोग ने कहा है कि डोर टू डोर कैंपेन में भी 5 से ज्यादा लोग नहीं जा सकते हैं।

 

उत्तराखंड में सियासी रैलियों और 12वीं तक के सभी स्कूल 16 जनवरी तक बंद, नई एसओपी जारी

उत्तराखंड में सभी तरह के सार्वजनिक समारोह पर भी 16 जनवरी तक रोक लगा दी गई है। खुले या बंद स्थान पर विवाह समारोह की 50 प्रतिशत क्षमता के अनुसार लोगों के शामिल होने की ही अनुमति होगी। उत्तराखंड में प्रवेश के लिए उन लोगों को 72 घंटे पूर्व की कोविड निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट दिखानी होगी, जिनको कोविड वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगी हैं।

उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना के मामलों और नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के खतरे को देखते हुए धामी सरकार ने नई कोविड गाइडलाइन जारी कर दी है। राज्य सरकार के जारी किये गए दिशा निर्देशों के मुताबिक, प्रदेश में नाईट कर्फ्यू पहले की तरह ही रात्रि 10:00 बजे से लेकर सुबह 6:00 बजे तक लागू रहेगा। इस दौरान आवश्यक सेवाओं को राहत दी जाएगी। इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्र व बारहवीं तक के सभी स्कूल 16 जनवरी तक के लिए बंद रहेंगे। हालांकि, इस दौरान ऑनलाइन क्लासेस चलेंगी। आज का जारी आदेश 9 जनवरी से अग्रिम आदेशों तक लागू रहेगा। मुख्य सचिव डॉक्टर सुधीर सिंह संधू ने आदेश को जारी किया है।कोविड कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम एवं महामारी अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

नई गाइडलाइंस 

  • बाजार सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक बाजारे खुलेंगे।
  • प्रदेश के सभी जिम शॉपिंग मॉल सिनेमा हॉल स्पा सलून मनोरंजन पार्क थिएटर ऑडिटोरियम और सभी खेल संस्थान स्टेडियम व खेल से संबंधित सभी तरह के गतिविधियों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 50 फीसदी क्षमता के साथ खुलेंगे।
  • राज्य में स्विमिंग पूल वाटर पार्क को 16 जनवरी तक के लिए बंद रखने का आदेश दिया गया है।
  • सार्वजनिक समारोह मनोरंजन शैक्षिक सांस्कृतिक गतिविधियां 16 जनवरी तक पूरी तरह से बंद रहेंगे।
  • विवाह समारोह व शव यात्रा में बंद या खुले स्थान के साथ 50 फ़ीसदी क्षमता के मुताबिक की व्यक्तियों को शामिल होने की इजाजत होगी।
  • राजनीतिक रैली धरना प्रदर्शन को 16 जनवरी तक पूरी तरह से बंद रखने का आदेश दिया गया है।
  • होटल भोजनालय ढाबा में केवल 50 फ़ीसदी क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति होगी।
  • खाद्य पदार्थों की टेकअवे होम डिलीवरी के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. होटल में स्थित कॉन्फ्रेंस हाल, स्पा प्रोटोकॉल के मुताबिक 50 फीसदी क्षमता के साथ अनुमति दी जाएगी।
  • आंगनबाड़ी केंद्र के साथ 12वीं क्लास तक के सभी शैक्षिक संस्थान को 16 जनवरी तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से छात्र छात्राओं को पढ़ाया जाएगा।
  • भारत सरकार और राज्य सरकार के निकायों द्वारा आयोजित परीक्षाओं के संचालन की अनुमति होगी।
  • 72 घंटे की रिपोर्ट के साथ ही दूसरे राज्य से आने वाले लोगों को प्रदेश में आने की अनुमति दी जाएगी। सार्वजनिक स्थानों पर कोविड-19 के सभी तरह के मानक को पूरा करना होगा। नए वैरीअंट को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए सभी जिलों में अभियान चलाया जाएगा। वैक्सीन के लिए अभियान चलाया जाएगा साथ ही कोविड-19 रोकथाम के लिए हर संभव उपाय उठाने के बारे में भी विचार मंथन किया जाएगा।
  • 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं, 10 साल से कम उम्र के बच्चों को आवश्यक कारण को छोड़कर आने-जाने से परहेज करने की सलाह दी गई है।

देहरादून रैली को संबोधित करने के एक दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हुए कोरोना पॉजिटिव, मंगलवार को उन्होंने ट्वीट करके जानकारी शेयर की

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोरोना पॉसिटिव हो गए हैं।इस बात की जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट करके दी।उन्होंने बताया है कि मैं कोरोना संक्रमित हो गया हूं। संक्रमण के थोड़े लक्षण हैं। जिसे देखते हुए घर में खुद को आइसोलेट कर लिया है। जो भी लोग पिछले दिनों मेरे संपर्क में आए हों वो आइसोलेट हो जाएं और अपना टेस्ट करवाएं।

देहरादून में चुनाव रैली को संबोधित करने के एक दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। मंगलवार को उन्होंने यह जानकारी सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की। उन्होंने संपर्क में आए लोगों से भी कोरोना जांच और आइसोलेशन में जाने की अपील की है।

विधानसभा चुनाव को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल इस वक्त चुनावी सभाओं में वयस्त हैं। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में चुनाव कार्यक्रमों को लेकर उनका लोगों से खूब मिलना-जुलना हो रहा है। सोमवार को अपनी पार्टी के प्रचार के लिए उत्तराखंड पहुंचे थे। उन्होंने देहरादून में ‘नवपरिवर्तन सभा’ को संबोधित किया था। इससे पहले रविवार को भी अपनी पार्टी के प्रचार-प्रसार के लिए दिल्ली के सीएम उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक रैली की थी। इस बीच यह भी देखा गया था कि उन्होंने इन दोनों ही जगह पर मास्क नहीं लगाया था।

केजरीवाल के कोरोना संक्रमित आने से बाद से दिल्ली से देहरादून तक हड़कंप मच गया है। सोमवार को अरविंद केजरीवाल देहरादून में रैली करने पहुंचे थे। उन्होंने मास्क भी नहीं पहना था। इतना ही नहीं अपने संबोधन को बीच में वह कई बार खांसते हुए भी नजर आए। यह रैली परेड ग्राउंड में आयोजित की गई थी। इस दौरान रैली में खासी भीड़ उमड़ी थी।

केजरीवाल ने मंच पर कई नेताओं से मुलाकात की थी और पूर्व सैनिकों का सम्मान भी किया था। वहीं राज्य आंदोलनकारियों ने भी मंच पर उनका स्वागत किया था। केजरीवाल इन सभी लोगों के डायरेक्ट संपर्क में आए थे। जिससे अब स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई है।

उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे में 189 नए संक्रमित मिले हैं। अब प्रदेश में फिर से संक्रमितों का ग्राफ बढ़ने लगा है, प्रदेश में अब तक 345653 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं आज 104 लोग ठीक हुए हैं।

दिल्ली में लगातार कोरोना का ग्राफ बढ़ रहा है। राजधानी में कोरोना संक्रमण भयंकर रूप लेता जा रहा है। सोमवार को कोरोना के 4 हजार से अधिक मरीज मिले थे, वहीं दिल्ली में अब संक्रमण दर भी 6.46 फीसदी पहुंच गई है। हालांकि 1 हजार 509 संक्रमित इस दौरान रिकवर भी हुए।

उत्तराखंड के छठे दौरे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आज परेड ग्राउंड देहरादून में करेंगे जनसभा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज देहरादून के एतिहासिक परेड ग्राउंड में चुनावी रैली संबोधित करने आ रहे हैं। केजरीवाल दोपहर दो बजे रैली को संबोधित करेंगे। आम आदमी पार्टी के चुनाव अभियान को तेज करने के लिए अरविंद केजरीवाल सोमवार को दून में पहली जनसभा संबोधित करेंगे।

उत्तराखंड के छठे दौरे पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज चुनावी बिगुल फूंकेंगे। परेड ग्राउंड में जनसभा को संबोधित करने के साथ ही उत्तराखंड नवनिर्माण के लिए नवपरिवर्तन अभियान का शुभारंभ करेंगे। केजरीवाल के दौरे के लिए पार्टी ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।

केजरीवाल इससे पहले बीते कुछ महीनों में देहरादून के तीन दौरे कर चुके हैं, लेकिन जनसभा संबोधन पहली बार होगा। इसके लिए आम आदमी पार्टी ने परेड ग्राउंड का चयन किया है, इसी स्थान पर कुछ दिन पूर्व पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी जनसभा संबोधित कर चुके हैं।

आप चुनाव अभियान कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बाली ने कहा कि केजरीवाल की जनसभा के लिए पार्टी ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। यह ऐतिहासिक रैली होगी। जो भाजपा और कांग्रेस से बड़ी साबित होगी। इस रैली में जहां एक और पूरे प्रदेश से सैकड़ों आप कार्यकर्ता इस रैली को सफल बनाने देहरादून पहुंच रहे हैं।वाहनों से पहुंचने वाले कार्यकर्ताओं के लिए पार्किंग का इंतजाम किया गया है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में केजरीवाल का यह छठवां का दौरा है। जिसमें एक बार फिर से एक बड़ी घोषणा कर उत्तराखंड के लोगों को पांचवीं गारंटी दे सकते हैं। जिसका कार्यकर्ताओं के साथ प्रदेश की जनता को बेसब्री से इंतजार है। इससे पहले पांच बार उत्तराखंड का दौरा कर केजरीवाल मुफ्त बिजली, रोजगार, मुफ्त तीर्थ यात्रा और महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए की गारंटी दे चुके हैं। इन सभी गारंटी में अब तक 27 लाख से ज्यादा लोग अपना पंजीकरण करवा चुके हैं।

कार्यक्रम के मुताबिक केजरीवाल सुबह 10.35 पर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेंगे, यहां से उनका सड़क मार्ग से बीजापुर गेस्ट हाउस जाने का कार्यक्रम है। जहां पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात के बाद वो दोपहर दो बजे परेड ग्राउंड में जनसभा संबोधित करेंगे। इस दौरान पार्टी की तरफ से सीएम प्रत्याशी कर्नल अजय कोठियाल सहित अन्य नेता भी मंच पर रहेंगे।

इसके बाद वो सीधे दिल्ली के लिए निकल जाएंगे। पार्टी ने परेड ग्राउंड पर जनसभा के साथ ही सैनिक सम्मान समारोह भी रखा है। इसके अलावा अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति होगी। इसी के साथ आप उत्तराखंड में नव परिवर्तन यात्रा का भी शुभारंभ करेगी। यह यात्रा प्रदेश के विभिन्न स्थानों से गुजरेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने हल्द्वानी में फूंका चुनावी बिगुल, प्रधानमंत्री  ने कहा-पहाड़ की टोपी पहनना मेरे लिए गर्व,   यह दशक उत्तराखंड का है

हल्द्वानी में प्रधानमंत्री मोदी ने 17,500 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। पीएम ने वर्चुअली विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। मंच पर पहुंचे पीएम मोदी का शाल ओढ़ाकर व उत्तराखंडी टोपी पहनाकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने स्वागत किया।

उत्तराखंड में पहली बार कुमाऊं मंडल का प्रवेश द्वार हल्द्वानी में आयोजित विशाल जनसभा में पहाड़वासियों को नव वर्ष की शूभकामनायें देते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की आजादी में कुमाऊं ने अपना बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि पहाड़ की टोपी पहनना मेरे लिए गर्व की बात है।

पीएम ने कहा कि हल्द्वानी वालों के लिए नए साल की सौगात लेकर आया हूं। कहा हम दो हजार करोड़ रुपए की योजना लेकर आ रहे हैं। अब हल्द्वानी में पानी, सीवरेज, पार्किंग और स्ट्रीट लाइट सभी जगह अभूतपूर्व सुधार होगा। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि  मैं काम को ठीक कर रहा हूं आप इन कामों को रोकने वालों को ठीक कीजिए। एमबी इंटर कालेज के मैदान में आयोजित जनसभा में उन्होंने अपने सम्बोधन की शुरूआत कुमांऊनी में की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारी भीड़ को सम्बोधित करते हुए  कहा उत्तराखंड ने बहुत अभाव झेला है। उत्तराखंड के जो युवा अपना रोजगार करना चाहते हैं उनके साथ हमारी डबल इंजन की सरकार खड़ी है। बिना गारंटी आसानी से लोन मिल रहा है। विपक्षी सेना और हमारे वीरों का अपमान करने से भी नहीं चुके हैं। कहा कि आपके सपने हमारे संकल्प हैं, आपकी इच्छा हमारी प्रेरणा है और आपकी हर जरूरत का पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जो प्रोजेक्ट शुरू हुए हैं वह उत्तराखंड को सशक्त तो करेंगे ही, यहां के किसानों को सिंचाई में फायदा पहुंचाएंगे। गंगोत्री से गंगासागर तक हम मिशन में जुटे हुए हैं। गंगाजी में गिरने वाले गंदे नालों की संख्या कम हो रही है। नैनीताल झील के संरक्षण के लिए भी अब काम किया जाएगा। इन सब प्रोजेक्ट का लाभ उत्तराखंड के युवाओं को मिलेगा। विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि विपक्ष दिन रात झूठ बोल रहा है।

आज जिन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। इससे हल्द्वानी और जगजीतपुर के इलाके में पानी की किल्लत दूर होगी। हमारी सरकार हर घर नल योजना से लोगों को लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने लखवाड़ परियोजना का जिक्र किया। कहा कि इस पर 29 साल बाद फिर से काम शुरू हुआ है। यह प्रोजेक्ट चार साल में पूरा होगा।

प्रधान मंत्री ने कहा मेरा सात साल का रिकाॅर्ड देख लीजिए। पुरानी योजनाओं को पूरा करने में मेरा समय निकल रहा है। कहा कि ‘मैं काम को ठीक कर रहा हूं आप इन कामों को रोकने वालों को ठीक कीजिए। जो पहले सरकार में थे उन्होंने उत्तराखंड के बारे में नहीं सोचा। उत्तराखंड की सामथ्र्य का लाभ नहीं उठाया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता का प्यार भाजपा के साथ है। विकास कार्यों पर भाजपा का जोर है। कहा कि कुछ पार्टियों ने अफवाह फैलाने का काम शुरू किया है। उत्तराखंड विरोधी टनकपुर बागेश्वर रेल लाइन को लेकर अफवाह फैला रहे हैं। उत्तराखंड अपनी स्थापना के 20 साल पूरे कर चुका है। इस दौरान आपने ऐसे भी सरकार चलाने वाले लोग देखें हैं। जिन्होंने दोनों हाथों से उत्तराखंड लूटा। जिसे उत्तराखंड के प्यार हो वह ऐसा नहीं सोच सकते।

उत्तराखंड के विकास की भावना से हमारी सरकार काम कर ही है। मैं खुद जी-जान से लगा हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तराखंड के लोगों का सामथ्र्य इस राज्य के आधुनिकता की ओर ले जाएगा। यहां की मिट्ठी की ताकत इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाएगी।मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में अब सत्ताभाव नहीं सेवा भाव से चलने वाली सरकार है।नौ हजार करोड़ के प्रोजेक्ट से सड़केें बनाई जा रही हैं। 51 पुलों के निर्माण का काम किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17547 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इससे पूर्व जनसभा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश अपने खोए वैभव को पाने की ओर अग्रसर है। उनके ही नेतृत्व का कमाल है कि कश्मीर से धार 370 खत्म की गई। आयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण शुरू हो रहा है। काशी में विश्वनाथ मंदिर का स्वरूप भव्य हो गया है। केदारभूमि के पुर्ननिर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ।

कोविड आपदा को जिस तरह से पीएम मोदी ने संभाला उसे पूरी दुनिया ने सरहा। न सिर्फ देश के लिए, बल्कि विदेशों को भी भी वैक्सीन उपल्ब्ध कराकर पीएम ने पूरे विश्व को राहत पहुंचाई। धामी ने कहा कि हमारे देश के पीएम महाविभूतियो का अंश दिखाई देता है पीएम मोदी स्वामी विवेकानंद की तरह पूरे विश्व में भारत की विजय पताका को बाबा भीमराव अंबेडकर दीनदयाल उपाध्याय के आदशों को आत्मसात कर रहे है। भरत को वैभवशाली देश बनाने के लिये काम कर रहे है।

भारत में सनातन परम्परा को भारत के प्रतीको को संरक्षित किया जा रहा है। अयोध्या में मर्यादा पुरूपुरूषोतम श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर को भव्य स्वरूप मिल गया है। केदारनाथ का कायाकल्प किया जा रहा है।आने वाले दिनों बद्रनाथ धाम का भी पुनरोद्धार किया जायेगा। उत्तराखंड विकास की राह पर अग्रसर है।

पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड का चहुमुखी विकास हो रहा है। राज्य में डबल इंजन की सरकार निरंतर विकास कर रही है। आज 1750 करोड़ की विकास योजनाओ की शुरूआत हो रही है। लखवाड़ परियोजना से रोजगार का सृजन होगा। उत्तराखंड को बिजली मिलेगी। आज सड़क परियोजनाओं का शुभारंभ किया जा रहा है। जो मील का पत्थर साबित होगी।

पीएम मोदी ने कुमांऊ मंडल में पांच सौ करोड़ की लागत से एम्स का सेटेलाइट सेंटर खुल रहा है। सीएम ने कहा कि देवभूमि के वीर जवानों ने देश की सेवा के लिये अपना बलिदान दिया है। जनरल विपिन रावत की शहादत राज्य के लिये अपूर्णीय क्षति है। उनका योगदान हमारे के लिये प्रेणा का स्रोत है। आज हमे गर्व होता है जब दुश्मन को जवाब देने के लिये हमारे जवानों को शसिक्त किया जा रहा है। उत्तराखंड की सीमाओं तक सड़क मार्ग बनाये जा रहे है।

सीएम ने कहा कि देश में हिंदू और हिंदुत्व मेे भेद बताया जा रहा है। लेकिन हमारी संस्कृति एक है। सीएम धामी ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में माफियाराज और भ्रष्टाचार उनकी देन है। देवभूमि उत्तराखंड की जनता कांग्रेस का साथ नहीं देगी।

प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि पीएम मोदी ने देश दुनिया में भारत को एक शक्ति के रूप में विकसित किया।

कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि आज भाजपा अपनी बुलंदियों पर है। कभी देश के प्रधानमंत्री को दुनिया पहचानती नहीं थी, मोदी जी के आने के बाद राजनीति की परिभाषा बदल गई। भगत ने बोस को याद किया। उन्होंने आजाद हिन्दू फौज की स्थापना की। कहा अब मोदी बोस के रूप में लौटकर आए हैं। मोदी ने 370 हटाया। ये कहते थे खून खराबा होगा। 50 वर्षों से जनमानस कह रहा था अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए थे। तुष्टिकरण की राजनीति करते थे। आज हम अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनते देख रहे हैं।

केंद्रीय रक्षा मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि जनता मन बना चुका है कि 2022 में में भाजपा सरकार फिर से आने जा रही है। एक सर्चे मे मोदी जी विश्व में नंबर वन हैं। आज देश सुरक्षित है। सीमाएं सुरक्षित हैं। पहले बंदूक की गोली भी बाहर से खरीदते थे आज हथियार खुद बनाने के अलावा विदेशों को भेज रहे हैं।भट्ट ने कहा कि अन्नदान, कन्यादान, मतदान पात्र को दिए जाते हैं। पार्टी भाजपा, नेता मोदी ही सुपात्र हैं।

इस अवसर पर राज्यपाल गुरमीत सिंह,सांसद श्रीमती माला राज लक्ष्मी, केंद्रीय मंत्री अजय भट, सांसद अजय टम्टा पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक,विजय बहुगुणा, त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत,धनसिंह रावत,सुबोध उनियाल, बंशीधर भगत,पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल,महिला सशक्तिकरण मंत्री रेखा आर्या ,सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी,उच्च शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ,प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, सह चुनाव प्रभारी आरपी सिंह व लाकेट चटर्जी, सह प्रभारी रेखा वर्मा, केंद्रीय रक्षा व पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्टð, राज्य सभा सदस्य व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी, नरेश बंसल,जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया समेत राज्य मंत्रिमंडल के सभी सदस्य मौजूद रहे।

जेपी नड्डा ने कार्यकर्त्ताओं को बूथ जीतो-चुनाव जीतो’ का दिया मंत्र

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान राजपुर रोड स्थित एक होटल में दो सत्रों में बैठक लीं। पहली बैठक पौड़ी, टिहरी, उतरकाशी, चमोली व रुद्रप्रयाग जिलों के प्रभारियों, विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारियों, विस्तारकों व प्रवासी कार्यकर्ताओं की थी, जबकि दूसरी हरिद्वार व देहरादून जिलों की। सूत्रों के अनुसार नड्डा ने सभी कार्यकर्ताओं से परिचय लेने के साथ ही उनके कामकाज और क्षेत्र की स्थिति का ब्योरा लिया। साथ ही विधानसभा क्षेत्रों में कार्य संपादित करने में आ रही कठिनाइयों को सुना और सुझाव लिए।

नड्डा ने चुनाव की दृष्टि से निर्धारित 28 बिंदुओं की चर्चा की और घर-घर जनसंपर्क में जुटने को कहा। साथ ही, बूथ इकाइयों को सशक्त और सक्रिय करने पर जोर दिया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने कार्यकर्ताओं को बताया कि किस तरह जनसंपर्क अभियान के माध्यम से पार्टी की कार्ययोजना को बूथ स्तर तक मतदाताओं के बीच ले जाना है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने अनुभव साझा करते हुए विभिन्न बिंदुओं पर निर्देश दिए और कहा कि चुनाव में भाजपा की जीत तय है। बस, हमें मतदाता तक पार्टी की रणनीति के अंतर्गत अपने संदेश को पहंुचाना और उसे पोलिंग बूथ तक लाना है। कार्यकर्ताओं को अपने प्रयासों में कोई कमी नहीं छोड़नी है।

बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा, प्रदेश सह चुनाव प्रभारी सरदार आरपी सिंह व लाकेट चटर्जी, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार उपस्थित थे।

  • ये भी दिए निर्देश
  • की-वोटर (प्रभावशाली व्यक्ति) की सूची जल्द बनाएं
  • प्रत्येक बूथ पर पन्ना प्रमुखों की जल्द हो नियुक्ति
  • स्वयं सहायता समूहों, एनजीओ व सहकारिता से जुड़े व्यक्तियों से करें संपर्क
  • मठ, मंदिरों के प्रमुखों व पुजारियों, पंचायत प्रतिनिधियों से संपर्क साध कर सूची करें तैयार
  • बूथ स्तर पर पांच बाइक धारकों व स्मार्टफोन धारक कार्यकत्र्ताओं की बनाएं सूची
  • बूथ लेवल एजेंट-द्वितीय बनाने को भी प्रारंभ की जाए कसरत
  • विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों की सूची तैयार करें।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजपुर रोड स्थित होटल में बैठकों का सिलसिला प्रारंभ करने से पहले प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को सुना। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक समेत अन्य पार्टी नेता भी उपस्थित थे।

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 : नाराज हरक को मनाने में सफल रही बीजेपी,हरक ने कहा- बहुत नाराज था छोटे भाई धामी पर बना रहेगा आशीर्वाद 

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी एक बड़े सियासी तूफान को थामने में सफल रही है और धामी सरकार और बीजेपी से नाराज चल रहे राज्य के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को मनाने में कामयाब रही। वहीं कहा जा रहा कि हरक सिंह को खुश करने के लिए राज्य की पुष्कर सिंह धामी सरकार सोमवार को कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए बजट जारी कर सकती है। वहीं हरक की बहू को विधानसभा टिकट देने को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका है।

लगभग 24 घंटे कोपभवन में रहने के बाद शनिवार देर रात  कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के सुर बदल गए हैं। अपनी चुप्पी तोड़ते हुए मीडिया कर्मियों से हरक सिंह ने स्वीकार किया कि वह बहुत नाराज थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए प्रथम किस्त के रूप में 25 करोड़ रुपये अवमुक्त करने को रजामंद हो गए हैं। लिहाजा अब वह मुख्यमंत्री से नाराज नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी को अहंकार रहित और जमीन से जुड़ा व्यक्ति भी बताया। उन्होंने कहा कि धामी मेरे छोटे भाई हैं, उनके ऊपर मेरा आशीर्वाद  बना रहेगा।

कैबिनेट की बैठक के दौरान कोटद्वार मेडिकल कॉलेज को लेकर हरक और स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के बीच तीखी बहस हुई और इसके बाद हरक सिंह ने इस्तीफे की घोषणा की थी और बैठक छोड़कर चले गए थे। वहीं हरक का मोबाइल दिन भर बंद रहा। हरक की नाराजगी के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्यसभा सांसद और बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी सक्रिय हुए और हरक के करीबी माने जाने वाले विधायक उमेश शर्मा से संपर्क किया। हालांकि बताया जा रहा है कि बीजेपी आलाकमान ने हरक की नाराजगी को दूर किया है और उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है।

सीएम धामी ने भी हरक से की बात

वहीं एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब हरक सिंह को मनाने के लिए प्रयास किए जा रहे थे तो शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरक से फोन पर बात की और उनकी नाराजगी जाननी चाही।वहीं शनिवार को धामी ने कहा कि हरक ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा नहीं दिया है और न ही कोई नाराजगी है। बीजेपी का दावा है कि वह पार्टी के सच्चे सिपाही हैं और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने दावा किया कि कैबिनेट मंत्री हरक नाराज नहीं हैं।

सीएम से मिले हरक

वहीं दिनभर रूठने और मनाने के बीच देर शाम करीब 7.45 बजे कैबिनेट मंत्री हरक रावत न्यू कैंट रोड पर सीएम आवास पहुंचे और मुख्यमंत्री से मुलाकात की और इसके बाद धामी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और वहां पर सीएम के साथ ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, मंत्री धन सिंह, विधायक काऊ भी मौजूद थे। हरक के साथ बैठक के बाद सीएम धामी ने कहा कि कैबिनेट ने मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए पांच करोड़ जारी करने को मंजूरी दे दी है और सरकार पर किसी भी तरह का दबाव नहीं है।

मेडिकल कॉलेज के लिए 25 करोड़ जारी होंगे

प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में कोटद्वार मेडिकल कॉलेज को मंजूरी दी गई। साथ ही पांच करोड़ का प्रावधान किया गया। लेकिन कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह मेडिकल कॉलेज के अधिक बजट की मंजूरी चाहते हैं। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री के साथ वार्ता में हरक की मांग पर सहमति बन गई है। सोमवार को शासन मेडिकल कॉलेज के लिए 25 करोड़ का आदेश जारी कर सकता है।

नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है। उन्होंने कैबिनेट में अपनी बात रखी थी। हम उनकी बात का हल निकाल रहे हैं। परिवार का मामला है ऐसी कोई बहुत बड़ी बात नहीं है।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड   

कैबिनेट की बैठक बहुत शांतिपूर्ण रही। बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इसमें एक सबसे अहम फैसला कोटद्वार में नया मेडिकल कॉलेज खोलने का है। इसके लिए पांच करोड़ रुपये मंजूर किए गए।
– डॉ. धनसिंह रावत, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री

हरक सिंह का कोई इस्तीफा नहीं हुआ। मैंने कल भी कहा था और आज भी पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं। ये कोई प्रेशर पॉलिटिक्स नहीं है। मंत्री होने के    साथ-साथ अपने क्षेत्र का विधायक होने के नाते विकास की दृष्टि से किसी कार्य को कराना या उसके बातचीत करना कोई प्रेशर पॉलिटिक्स नहीं है। उनकी अब कोई नाराजगी नहीं है।
मदन कौशिक, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा

कोटद्वार में मेडिकल कालेज के लिए पांच करोड़ मंजूर जल्द जारी होगा शासनादेश, हरक सिंह रावत नहीं देंगे इस्तीफा

मुख्यमंत्री धामी ने देर रात हरक सिंह रावत से बात की। कैबिनेट मंत्री और शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल के मुताबिक हरक की नाराजगी को दूर कर लिया जाएगा। वहीं सूत्रों की मानें तो हरक सिंह रावत को मना लिया गया है।

उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के इस्तीफा देने की सूचना आ रही है। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के विशेष कार्याधिकारी नरेंद्र सेमवाल के अनुसार हरक सिंह रावत कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के मंजूरी के प्रस्ताव को कैबिनेट में न लाए जाने से नाराज़ हैं।

उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत इस्तीफा नहीं देंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के अनुसार हरक सिंह रावत नाराज नहीं हैं और इस्तीफे का सवाल ही नहीं बनता। वहीं, विधायक उमेश शर्मा काऊ ने भी इस बात का दावा किया है। उन्होंने कहा कि कोटद्वार में मेडिकल कालेज के लिए जल्द शासनादेश जारी होगा।

भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के इस्तीफे की चर्चाओं के बीच रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा है कि हरक की नाराजगी मेडिकल कॉलेज को लेकर थी जो अब दूर हो गई है। शनिवार की सुबह उमेश शर्मा काऊ मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने बताया कि हरक सिंह रावत की नाराजगी दूर हो गई है। 

विधायक काऊ के अनुसार पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर उन्होंने बीती रात मंत्री रावत से बातचीत की। इस दौरान डा रावत की पार्टी के केंद्रीय नेताओं और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कराई गई। मुख्यमंत्री ने कोटद्वार मेडिकल कालेज के जल्द शासनादेश जारी करने का आश्वासन दिया। बता दें कि शुक्रवार को उन्होंने इस्तीफे की धमकी देकर कैबिनेट बैठक छोड़ दी थी। वे कोटद्वार मेडिकल कालेज से संबंधित प्रस्ताव कैबिनेट में नहीं लागने से नाराज बताए जा रहे थे।

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत त्यागपत्र का धमाका कर अंडर ग्राउंड हो गए। उनके कुछ समर्थक उनके इस्तीफे का दावा करते दिखे, लेकिन आधिकारिक रूप से किसी ने भी पुष्टि नहीं की। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के देहरादून दौरे से ठीक दो दिन पहले हरक के इस्तीफे की खबर ने दून से दिल्ली तक भाजपा में हडकंप मचा दिया था। देर रात सियासी हलकों में चर्चा तैरी कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डॉ. हरक सिंह रावत से फोन बात की।

सूत्रों के मुताबिक, हरक सिंह का पीछा करते हुए मीडियाकर्मियों ने उनके यमुना कालोनी स्थित सरकारी आवास पर डेरा जमाया लेकिन हरक वहां नहीं पहुंचे। डिफेंस कालोनी स्थित आवास में भी वह नहीं मिले। मीडिया को जहां-जहां भी उनके उपलब्ध होने की संभावना था, वहां-वहां निराशा हाथ लगी। कैबिनेट बैठक से बाहर निकलने के बाद हरक ने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर दिया था। उनके करीबी माने जाने वाले विजय सिंह चौहान ने कहा था कि हरक सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। कैबिनेट ब्रीफिंग में पहुंचे शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने हरक सिंह की नाराजगी पुष्टि तो की, लेकिन इस्तीफे से जुड़े सवाल को वह टाल गए।

उधर, मीडिया में हरक के इस्तीफे की खबर ने भाजपा में हड़कंप मचा दिया। दिल्ली से लेकर दून तक फोन घनघनाने लगे। मीडिया से इस्तीफे की पुष्टि करने का प्रयास होता रहा। संपर्क करने पर पार्टी के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने कहा कि हरक सिंह ने कोई इस्तीफा नहीं दिया। उन्होंने पार्टी विधायक उमेश शर्मा के इस्तीफे की खबर को सिरे से खारिज किया। 

पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक भी हरकत में आ गए। उन्होंने भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ से बात की। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि पार्टी विधायक काऊ ने डॉ. निशंक को आश्वस्त किया कि उन्होंने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है। वह भाजपा के सच्चे सिपाही हैं।

इस्तीफे की खबरें टीवी चैनलों की सुर्खी बनने के बाद खबर आई कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरक सिंह रावत से संपर्क करने का प्रयास किया। लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ था। चर्चा है कि शाह ने पार्टी विधायक उमेश शर्मा काऊ के माध्यम से हरक सिंह रावत से बात की और उनकी हर समस्या के समाधान का भरोसा दिया।

उत्तराखंड में BJP को बड़ा झटका, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने दिया इस्तीफा, जानिए क्या है असली वजह

उत्तराखंड में चुनाव से पहले बीजेपी को एक बड़ा झटका लगा है। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि दो घंटे तक कैबिनेट की बैठक चली, लेकिन इसी बीच हरक सिंह रावत को गुस्सा आया और उन्होंने टेबल पर हाथ पटकर इस बैठक को आधे में ही छोड़ दिया। साथ ही अपने इस्तीफे का भी ऐलान कर दिया। उनके साथ विधायक उमेश शर्मा काऊ के भी पार्टी छोड़ने की खबर है।

विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के इस्तीफे की खबर ने उत्तराखंड की सियासत में खलबली मचा दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरक सिंह ने अपनी सरकार से नाराजगी जाहिर करते हुए इस्तीफा दे दिया है। कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के मंत्रिमंडल से इस्तीफा के ऐलान से एक बार फिर उत्तराखंड की सियासत में भूचाल आ गया है। बताते हैं कि हरक सिंह इस्तीफे की घोषणा कर कैबिनेट की बैठक से चले गए। सरकारी प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि हरक ने कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज के लिए बजट जारी नहीं होने पर नाराजगी जताई थी। शुक्रवार देर शाम सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक चल रही थी। अचानक कैबिनेट मंत्री हरक रावत ने कोटद्वार मेडिकल कॉलेज का मसला उठा दिया।

हरक सिंह रावत लगातार अपनी ही सरकार पर कई चीजों को लेकर दबाव बनाते आए हैं और कई बार उन्हें खुलकर बोलते हुए भी देखा गया है। बताया जा रहा है कि पिछले लंबे समय से वो बीजेपी में खुश नजर नहीं आ रहे थे, फिर चाहे वो त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्री रहने के दौरान हो या फिर पुष्कर सिंह धामी के आने के बाद हर बार रावत ने अपनी चिंताएं जाहिर कीं।

जब कैबिनेट बैठक में उनके किसी भी फैसले को शामिल नहीं किया गया तो हरक सिंह रावत ने इस पर नाराजगी जताई और भावुक भी हुए। रोते हुए हरक सिंह रावत उत्तराखंड सचिवालय से बाहर निकले।सूत्र ने हमें ये भी बताया कि हरक सिंह रावत इस्तीफे के बाद अब जल्द कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।  हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें काफी लंबे समय से चल रही हैं। जिस तरह से 2016 में वो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे, उसी तरह अब चुनाव से ठीक पहले उनके पाला बदलने की अटकलें लगाई जा रही हैं।

हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल होते हैं तो ये पार्टी के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। क्योंकि हरक सिंह रावत का अपना एक वोट बैंक है, जिसका फायदा वो कांग्रेस को दे सकते हैं। हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि हरीश रावत इस बात से बिल्कुल खुश नहीं हैं कि हरक सिंह रावत की वापसी की बात हो रही है। ऐसे में देखना होगा कि उनका अगला कदम क्या होता है।

बीजेपी को 24 दिसंबर को एक झटका नहीं, बल्कि एक साथ डबल झटका लगा है।बताया जा रहा है कि, देहरादून के रायपुर से बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ ने भी हरक सिंह रावत के साथ ही इस्तीफा दे दिया है। उमेश शर्मा काऊ के पार्टी छोड़ने की अटकलें काफी पहले से लगाई जा रही थीं। वो भी लगातार अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते आए हैं।

कैबिनेट बैठक में हरक सिंह के बागी होने की वजह कोटद्वार मेडिकल कॉलेज में देरी बनी। प्रस्ताव न आने से नाराज हरक सिंह की स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के साथ बहस इस हद तक बढ़ गई कि वो इस्तीफा की घोषणा करते हुए चलते बने। इसके बाद हरक की गैरमौजूदगी में कैबिनेट ने कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए पांच करोड़ रुपए मंजूर किए।

शुक्रवार शाम सात बजे से विश्वकर्मा भवन में आयोजित कैबिनेट बैठक के लिए सबसे पहले शासकीय प्रवक्ता छह बजे सीएम कार्यालय में पहुंचे। इसके बाद क्रमश: कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय, सीएम पुष्कर सिंह धामी, बंशीधर भगत और फिर हरक सिंह रावत वहां पहुंचे। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के सात से सभी कैबिनेट मंत्री विश्वकर्मा भवन पहुंचे, जहां कैबिनेट आहूत की गई थी। इसके बाद कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, यतीश्वरानंद, विशन सिंह चुफाल भी यही पहुंचे।

जबकि सतपाल महाराज ऑनलाइन माध्यम से इसमें जुड़े। उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि कैबिनेट के सामने साठ से अधिक प्रस्ताव रखे गए थे, इस कारण बैठक रात 9.50 तक खिंच गई। लेकिन कैबिनेट बैठक समाप्त होने तक भी कोटद्वार मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव न आने पर हरक सिंह ने जब स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह से नाराजगी जताई तो बात देखते ही देखते तीखी बहस में तब्दील हो गई।

इसके बाद आनन- फानन में कैबिनेट में कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए पांच करोड़ रुपए आबंटन का प्रस्ताव लाया गया, जिसे मंजूरी देकर हरक को शांत करने का प्रयास किया गया। इतनी देर में हरक की बगावती तेवर जंगल में आग की तरह फैल चुकी थी।

  • घटनाक्रम
  • 6:00 बजे: कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल पहुंचे
  • 6:28 बजे: सीएम पुष्कर धामी पहुंचे
  • 6:45 बजे: कैबिनेट मंत्री हरक रावत पहुंचे
  • 7:10 बजे: विश्वकर्मा बिल्डिंग में कैबिनेट बैठक शुरू
  • 9:50 बजे:कैबिनेट बैठक के प्रस्ताव पूरे हुए
  • 9:52 बजे:हरक ने मेडिकल कालेज का मुद्दा उठाया व धन सिंह से बहस
  • 9:58 बजे:कैबिनेट मंत्री इस्तीफे का ऐलान करते हुए बाहर निकले

उत्तराखंड में सियासी हलचल तेज हरीश रावत के ट्वीट से हिली कांग्रेस, पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने दिल्ली बुलाया, हरीश रावत और प्रीतम सिंह कल बैठक में शामिल होंगे

विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही उत्तराखंड कांग्रेस में भी कलह के संकेत मिलने लगे हैं। उत्तराखंड में कांग्रेस का सबसे प्रमुख चेहरा और पूर्व सीएम हरीश रावत ही कांग्रेस से नाराज बताए जा रहे हैं। कांग्रेस नेतृत्व से उनकी नाराजगी इस कदर बताई जाने लगी है कि वह पार्टी से नाता भी तोड़ सकते हैं। हरीश रावत प्रभारी देवेंद्र रावत से भी नाराज बताए जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि नाराजगी दूर न होने पर हरीश कांग्रेस से नाता तोड़ सकते हैं।

उत्तराखंड कांग्रेस के भीतर चल रही अंतरकलह ने पूरे सूबे में सियासी हलचल बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के प्रभारी की तरफ से एक दूसरे खेमे को ज्यादा तरजीह देने से हरीश रावत नाराज हैं। नाराजगी दूर न होने पर हरीश रावत बड़ा ऐलान कर सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि वह कांग्रेस छोड़ने या फिर राजनीतिक से ही संन्यास का ऐलान कर सकते हैं।

हरीश रावत को लेकर इस तरह की अटकलें उनके ट्वीट के कारण और भी तेज हो गई हैं। अपने ट्वीट में हरीश रावत ने ‘विश्राम’ शब्द का ज़िक्र किया है. वह नए साल में कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं।

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत ने कांग्रेस पार्टी के आलाकमान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने लगातार तीन ट्वीट कर पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधा है। रावत ने अपने ट्विटर पर लिखा है कि जिस समुद्र में तैरना है, सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं। जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं।

साथ ही उन्होंने कहा कि अब लग रहा है कि समय आ गया है. उनकी ये बातें कई सियासी मायनों से भरी हुई नजर आती हैं। अब हरीश रावत के राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें भी तेज हो गई हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि वो जल्द ही कांग्रेस का ‘हाथ’ छोड़ सकते हैं। अगर ऐसा करते हैं तो उत्तराखंड में कांग्रेस को आगामी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बड़ा झटका लग सकता है।

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है।’

उन्होंने आगे लिखा, ‘जिस समुद्र में तैरना है, सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं। जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं। मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश_रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है “न दैन्यं न पलायनम्” बड़ी उपापोह की स्थिति में हूं, नया वर्ष शायद रास्ता दिखा दे।मुझे विश्वास है कि भगवान केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे।’

कांग्रेस हाईकमान ने हरीश रावत को उत्तराखंड चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया है। साथ ही उनके करीबी माने जाने वाले गोदियाल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कमान भी सौंपी है।इसके बावजूद वो पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

उनके इन बयानों को सियासी गलियारों में अलग-अलग तरीके से देखा जा रहा है। कुछ लोग उनकी बातों को रिटायरमेंट से जोड़कर देख रहे हैं, वहीं कुछ इसे उनका बगावती तेवर बता रहे हैं। अगले कुछ ही महीनों में उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में हरीश रावत की ये बातें कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब बन सकती हैं।

उत्‍तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीत‍िक उठापठक तेज हो गयी है। एक तरफ जहां दूसरे राजनीति‍क दल चुनाव की तैयारी में लगे हैं तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस दूसरी मुसीबतों का सामना कर रही है, और मुश्‍क‍िल बढ़ी पूर्व मुख्यमंत्री के उस ट्वीट के बाद जिसमें उन्‍होंने संंगठन के कामकाज को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। इसे लेकर कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रीतम सिंह, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल शपाल आर्य और हरीश रावत को शुक्रवार 24 दिसंबर को पार्टी ने नई दिल्‍ली बुलाया है।