पुष्कर सिंह धामी ने दूसरी बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, आठ मंत्रियों ने भी ली मंत्री पद की शपथ

देहरादून के परेड ग्राउंड में पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली।  इसी के साथ ही आठ विधायकों को भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई। उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने सभी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनमें प्रेमचंद अग्रवाल, सतपाल महाराज, गणेश जोशी, धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, चंदन रामदास, सौरभ बहुगुणा ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। चंदन रामदास की बात करें तो वह कुमांऊ मंडल से आते हैं। चंदन की अल्मोड़ा-बागेश्वर में मजबूत पकड़ बताई जाती है। चंदन बागेश्वर से चार बार विधायक रहे चुके हैं।

उत्तराखंड में सत्ता में वापसी का रेकॉर्ड बनाने के बाद बीजेपी ने पुष्कर सिंह धामी के शपथ ग्रहण में नया रेकॉर्ड बनाया। धामी का शपथ ग्रहण एक तरह से बीजेपी का शक्ति प्रदर्शन भी लग रहा था। बीजेपी के सभी बड़े नेता इस समारोह का हिस्सा थे। पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, राजस्थान की पूर्व मुख्यंत्री वसुंधरा राजे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत बीजेपी का पूरा हाइकमान देहरादून में मौजूद था।

पीएम मोदी ने कैबिनेट का किया अभिवादन

पीएम मोदी सबसे आखिर में पहाड़ी टोपी पहनकर मंच पर आए। देहरादून के परेड ग्राउंड के समारोह स्थल में उनके आने के साथ ही जोश की लहर तैर गई।शपथ ग्रहण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी कैबिनेट को सामने बुलाकर सबका अभिवादन किया।

उत्तराखंड में लोकप्रिय हैं सीएम योगी

शपथ ग्रहण कार्यक्रम में बार-बार बुलडोजर बाबा के नारे लग रहे थे। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बुधवार को शपथ ग्रहण पुष्कर सिंह धामी का था, लेकिन नारे ‘बुल्डोजर बाबा’ के गूंज रहे थे। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर लोगों में जबर्दस्त जोश दिखाई दिया। योगी जैसे ही मंच पर आए उनके समर्थन में नारे गूंजने लगे। योगी ने भी मुस्कुराते हुए हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया।

लेकिन इन सबके बीच जलवा योगी का ही था। शपथग्रहण में आई भीड़ योगी के समर्थन में नारेबाजी करती रही। मंच पर बैठे हुए योगी भी मुस्कुराते हुए भीड़ के इस प्यार को स्वीकार करते रहे। योगी आदित्यनाथ मूल रूप से उत्तराखंड के ही रहने वाले हैं। पौड़ी जिले के यमकेश्वर में उनका पैत्रिक गांव है। योगी उत्तराखंड में भी काफी लोकप्रिय हैं। इसी को देखते हुए बीजेपी ने उत्तराखंड की चुनावी रैलियों में उनको भी शामिल किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ सतपाल महाराज समेत कुल आठ मंत्रियों ने शपथ ली। प्रेम चंद्र अग्रवाल ने अपनी शपथ संस्कृत में ली।
जानिए कौन-कौन बना मंत्री

1- सतपाल महाराज
2- प्रेम चंद्र अग्रवाल
3- गणेश जोशी
4- धन सिंह रावत
5- सुबोध उनियाल
6- रेखा आर्य
7- चंदन राम दास
8- सौरभ बहुगुणा

पुष्‍कर सिंह धामी ने उत्‍तराखंड के 12वें मुख्‍यमंत्री के रूप में ली शपथ

पुष्‍कर सिंह धामी ने उत्‍तराखंड के 12वें मुख्‍यमंत्री के रूप में ली शपथ

 

पुष्‍कर सिंह धामी ने उत्‍तराखंड के 12वें मुख्‍यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्‍यपाल लेज रिटा गुरमित सिंह ने उन्‍हें पद व गोपनियता की शपथ दिलवाई।

सतपाल महाराज ने ली मंत्री पद की शपथ

सतपाल महाराज ने ली मंत्री पद की शपथ

इसके बाद सतपाल महाराज ने मंत्री पद की शपथ ली। सतपाल महाराज ने चौबट्टाखाल सीट से जीत दर्ज की है। वह 2017 में बीजेपी सरकार में कैबि‍नेट मंत्री रह चुके हैं। इससे पहले तक वह कांग्रेस में सक्र‍िय थे। सतपाल महाराज आध्यात्मिक गुरु भी हैं। महाराज केंद्र की देवेगौड़ा और गुजराल सरकार में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।

सौरभ बहुगुणा ने मंत्री पद की शपथ ली

सौरभ बहुगुणा ने मंत्री पद की शपथ ली

सितारंगज विधायक सौरभ बहुगुणा ने मंत्री पद की शपथ ली। सौरभ बहुगुणा पूर्व मुख्‍यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे हैं। सौरभ पहली बार मंत्री बने हैं। इन्‍होंने 2017 में भी सितारंगज से चुनाव जीता था।

चंदनराम दास ने मंत्री पद की शपथ ली

चंदनराम दास ने मंत्री पद की शपथ ली

बागेश्‍वर विधायक चंदनराम दास ने मंत्री पद की शपथ ली। वह पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे हैं। चंदनराम दास लगातार चार बार विधायक रह चुके हैं। वह अपने सरल स्‍वभाव के लिए जनता के बीच खासा प्रसिद्ध हैं।

रेखा आर्य ने मंत्री पद की शपथ ली

 रेखा आर्य ने मंत्री पद की शपथ ली

पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने मंत्री पद की शपथ ली। रेखा आर्य सोमेश्‍वर से विधायक हैं। रेखा आर्य 2003 में पहली बार जिला पंचायत सदस्य बनीं। 2017 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रेखा आर्या बीजेपी में शामिल हो गईं और बीजेपी के टिकट पर विधानसभा पहुंचीं।

सुबोध उनियाल ने ली मंत्री पद की शपथ

सुबोध उनियाल ने ली मंत्री पद की शपथ
सुबोध उनियाल ने मंत्री पद की शपथ ली। सुबोध उनियाल नरेंद्रनगर से विधायक हैं। इससे पहले वह उत्‍तराखंड सरकार में कृषि मंत्री रहे हैं। पहले वह कांग्रेस पार्टी में थे। 2017 में इन्‍होंने भाजपा ज्‍वाइन की थी।

धनसिंह रावत ने मंत्री पद की शपथ ली

धनसिंह रावत ने मंत्री पद की शपथ ली

पूर्व उच्‍चशिक्षा मंत्री धनसिंह रावत ने मंत्री पद की शपथ ली। 2017 में पौड़ी गढ़वाल की श्रीनगर सीट से धनसिंह रावत पहली बार विधायक बने थे। रावत अपने विनम्र स्वभाव के लिए जाने जाते हैं।

गणेश जोशी ने ली मंत्री पद की शपथ

गणेश जोशी ने ली मंत्री पद की शपथ

गणेश जोशी ने मंत्री पद की शपथ ली। गणेश जोशी मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले हैं। इनका जन्‍म 1958 में मेरठ में हुआ था। मेरठ में उनके पिता स्वर्गीय श्याम दत्त जोशी भारतीय सेना के जवान के रूप में तैनात थे। गणेश जोशी 1976 से 1983 तक एक सैनिक के रूप में भारतीय सेना में रहे। वर्तमान में वे देहरादून में रहते हैं।

प्रेमचंद्र अग्रवाल ने संस्‍कृत में ली शपथ

प्रेमचंद्र अग्रवाल ने संस्‍कृत में ली शपथ

प्रेमचंद्र अग्रवाल ने संस्‍कृत में शपथ ली। भाजपा विधायक प्रेमचंद अग्रवाल राज्य की चौथी विधानसभा के स्पीकर थे। स्पीकर पद के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया में एकमात्र नामांकन उन्होंने ही किया था। तत्‍कालीन प्रोटेम स्पीकर हरबंस कपूर ने सदन में उनके स्पीकर बनने की घोषणा की थी। पांचवीं विधानसभा के लिए हुए चुनावों में इन्‍होंने ऋषिकेश सीट से चुनाव लड़ा था।

हरिद्वार में गंगा आरती में शामिल हो सकते हैं धामी

प्रदेश के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज शाम को हरिद्वार में होने वाली गंगा आरती में प्रतिभाग कर सकते हैं। इसके लिए पुलिस अधिकारी ड्यूटी लगाने में जुटे हुए हैं वहीं हर की पैड़ी पर भी तैयारियां की जा रही है।

 

उत्तराखंड: पुष्कर सिंह धामी आज दूसरी बार लेंगे सीएम पद की शपथ, मोदी-शाह समेत 25 हजार से ज्यादा लोग शपथ ग्रहण के गवाह बनेंगे 

उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने पुष्कर सिंह धामी को दोबारा मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी है।उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर धामी अपने मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों के साथ बुधवार को शपथ लेंगे। राज्यपाल गुरमीत सिंह सीएम और मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। देहरादून के परेड ग्राउंड में सीएम के साथ उनके कुछ मंत्री भी शपथ ले सकते हैं। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा बीजेपी के कई दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे। योगी आदित्यनाथ समेत बीजेपी शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी धामी के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंच सकते हैं।

भाजपा परेड मैदान में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम स्थल पर दोपहर ढाई बजे पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और भाजपा शासित राज्यों के कई मंत्री भी कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। प्रधानमंत्री के समारोह में शामिल होने से जिला प्रशासन ने सुरक्षा के अतिरिक्त बंदोबस्त किए हैं।

उत्तराखंड में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में 25000 आगंतुकों के लिए कुर्सियां लगाई गई हैं। शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी, गृहमंत्री समेत कई केंद्रीय मंत्रियों के शामिल होने के चलते सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए।

सीएम धामी के साथ उनकी कैबिनेट के कुछ मंत्री भी शपथ ले सकते हैं। नए मंत्रिमंडल में कुछ पुराने चेहरों की वापसी हो सकती है। माना जा रहा है कि धामी सरकार 2.0 में धन सिंह रावत, सतपाल महाराज, रेखा आर्य, अरविंद पांडेय, प्रेम चंद्र अग्रवाल, बंसीधर भगत और गणेश जोशी को जगह मिल सकती है। कैबिनेट में शामिल होने वाले लोगों के नाम बुधवार सुबह 11 बजे तक राजभवन से जारी कर दिए जाएंगे।

शपथ ग्रहण से पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी देहरादून के टपकेश्वर मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने दर्शन-पूजन और आरती में हिस्सा लिया। दर्शन के बाद उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से भगवान टपकेश्वर मंदिर में आता रहा हूं। हमारे पीएम मोदी के काम पर जनता ने मुहर लगाई है। आज से हमारी सरकार का विधिवत काम होगा। मैं कोई भी शुभ काम शुरू करता हूं तो भगवान टपकेश्वर का आशीर्वाद लेता हूं, इसलिए आज यहां आया। मंत्रियों के सवाल को सीएम टाल गए। समान नागरिक संहिता लागू करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब भी हमारी पहली कैबिनेट मीटिंग होगी, तब हम अपने संकल्पों पर फैसला लेंगे।

धामी और मंत्रिमंडल के सदस्यों के शपथ ग्रहण से पहले भाजपा के शक्ति केंद्र स्तर तक के कार्यकर्ता स्थानीय मंदिरों में सुबह लोककल्याण के लिए पूजन करेंगे। पार्टी ने सभी जिलाध्यक्षों को यह निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही शपथ ग्रहण में प्रमुख समाज सेवी, साहित्यकार, लेखक, प्रबुद्ध वर्ग, धार्मिक मठ मंदिरों के साधु-संतों को भी बुलाया है।

शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के आने के मद्देनजर सरकार, शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की अगुवाई में जौलीग्रांट एयरपोर्ट से लेकर देहरादून परेड मैदान तक मॉक ड्रिल की गई इस दौरान प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर तमाम तैयारियों को बारीकी से जांचा परखा गया।

अधिकारियों ने वायुसेना के हेलीकॉप्टर से लिया जायजा 
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री के शामिल होने के मद्देनजर  जहां सरकार ,शासन और जिला प्रशासन के अधिकारी सक्रिय हैं, वही वायुसेना के अलावा केंद्र सरकार के अधिकारियों की टीम भी पूरी तरह सक्रिय है। प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर वायुसेना के हेलीकॉप्टर के जरिए अधिकारियों ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट से लेकर देहरादून तक हवाई जायजा लिया। हवाई जायजा लेने के बाद अधिकारी तमाम व्यवस्थाओं से संतुष्ट नजर आए।

एक्सपीजी अधिकारियों ने डीएम, एसएसपी के साथ की बैठक
प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर एसपीजी अधिकारियों ने जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार व एसएसपी डॉ जन्मेजय खंडूरी के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। दोनों अधिकारियों ने एसपीजी अधिकारियों को पुलिस प्रशासन की ओर से पीएम की सुरक्षा को लेकर उठाए गए तमाम कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।  एसपीजी के अधिकारी जिला एवं पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के मद्देनजर उठाए गए सभी पदों को लेकर संतुष्ट नजर आए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में शपथ लेंगे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, शपथ ग्रहण समारोह देहरादून के परेड ग्राउंड में होगा आयोजित

उत्तराखंड के मनोनीत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 23 मार्च को दोपहर 2:30 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस दौरान उनके साथ कैबिनेट मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी। शपथ ग्रहण समारोह देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित होगा।बुधवार को उत्‍तराखंड की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। इसके लिए मंगलवार को ट्रायल किया गया। जिसके लिए वायुसेना हेलीकॉप्टर परेड ग्राउंड पहुंचा।

भाजपा विधायकों की बैठक में ‌उन्हें सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। बैठक में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी भी मौजूद रहे। वे 23 मार्च को राज्य के सीएम पद की दूसरी बार शपथ लेंगे। देहरादून परेड ग्राउंड में होने वाले शपथ समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे।

पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा चुनाव में खटीमा सीट से हार जाने के कारण अन्य नेता भी सीएम पद के लिए दावेदारी करने लगे थे। चुनाव प्रचार के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा था धामी फ्लावर भी हैं और फायर भी। उत्तराखंड में चुनाव हारने के बाद भी किसी व्यक्ति को पहली बार सीएम बनाया गया। दूसरे कार्यकाल में सीएम बनने बनने वाले धामी पहले व्यक्ति हैं।

भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई केंद्रीय नेता उपस्थित रहेंगे। गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शपथ ग्रहण समारोह में आ सकते हैं। इसके लिए शासन स्तर से तैयारियां तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ भी पहुंच सकते हैं।

पुष्कर सिंह धामी के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर संगठन ने पूरी तैयारी कर ली है। प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि समारोह में प्रदेश के सभी जिलों से कार्यकर्ता प्रतिभाग करेंगे। इसमें मंडल स्तर से लेकर शक्ति केंद्र के कर्यकर्ताओं को आमंत्रण भेजा गया है।

बुधवार को परेड ग्राउंड में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। मंच को जीरो जोन घोषित करते हुए एसपीजी के हवाले कर दिया गया है। किसी को भी मंच तक पहुंचने की इजाजत नहीं है। परेड ग्राउंड में ही अस्थायी हेलीपैड बनाया जा रहा है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हेलीकॉप्टर उतरेगा।

यूनिफॉर्म सिविल कोड: उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करेगी बीजेपी, विधायक दल का नेता चुनते ही पुष्कर धामी की घोषणा, जल्द शुरू करेंगे प्रक्रिया

उत्तराखंड की सत्ता में वापसी कर बीजेपी ने नया इतिहास रचा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट हार गए हैं। इसके बावजूद राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने को लेकर उन्होंने बीजेपी की प्रतिबद्धता दोहराई है। विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी ने सत्ता में लौटने पर इसे लागू करने का वादा किया था।

मुख्यमंत्री आवास के बाहर मीडिया से बातचीत में पुष्कर सिंह धामी ने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय नेतृत्व, पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह का दोबारा भरोसा जताने पर आभार जताया। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे सामान्य कार्यकर्ता, एक सैनिक के बेटे को मुख्य सेवक के रूप में काम करने का मौका मिला है।

इस दौरान नेता सदन पुष्कर धामी ने मीडिया से खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान जो वादे किए गए थे, वह पूरे किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी घोषणा उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता यानी यूनिफार्म सिविल कोड लागू करने की हुई थी, जिसकी प्रक्रिया का है जल्द शुरू कर देंगे। समान नागरिक संहिता अभी तक केवल गोवा में लागू है।

नतीजों के बाद देहरादून में धामी ने जनता का आभार जताते हुए यूनिफॉर्म सिविल कोड (Uniform Civil Code) लागू करने की बात कही। उन्होंने कहा, “सरकार बनाने के बाद हम एक उच्च स्तरीय समिति बनाएँगे। समिति एक ड्राफ्ट तैयार करेगी और हम इसे उत्तराखंड में लागू करेंगे, जैसा कि हमने राज्य के लोगों से वादा किया है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि शपथ ग्रहण के बाद यूनिफॉर्म सिविल कोड का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए कमेटी बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इस कमेटी में न्यायविदों, सेवानिवृत्त लोगों और प्रबुद्धजन को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होने के बाद किसी भी धर्म व जाति के लोगों के साथ अन्याय नहीं होगा। सभी को समान नागरिकता का अधिकार मिलेगा।

विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन रुद्रपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता से इसका वादा किया था। उन्होंने कहा था कि राज्य में भाजपा के दोबारा सत्ता में आने के बाद सबसे पहले यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू किया जाएगा। इससे सभी धर्मों के नागरिकों के लिए समान कानून लागू हो जाएगा।

समान नागरिक आचार संहिता यानी Uniform Civil Code के बारे में संविधान के अनुच्छेद-44 के तहत राज्य की जिम्मेदारी है इस कानून को लागू करना पर अभी ये लागू नहीं हो पाया है। इस बारे में संविधान का भी कहना है कि सरकार विचार विमर्श करें। गोवा राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू है। देश में कई मामलों के लिए भी यूनिफॉर्म कानून है। लेकिन अगर बात शादी, तालाक जैसे मुद्दों की करें तो अब भी पर्सनल लॉ के अनुसार ही फैसला होता है।

विधायक दल की बैठक में पुष्कर सिंह धामी के नाम पर लगी मुहर, धामी होंगे उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री

उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी होंगे। सोमवार शाम को प्रदेश मुख्यालय में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में धामी को फिर से नेता चुना गया।भाजपा विधायक मंडल दल की बैठक में सीएम पुष्कर सिंह धामी का नाम सबसे आगे रहा। उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया। इसी के साथ उत्तराखंड को 12 वें मुख्यमंत्री के रूप में सीएम पुष्कर सिंह धामी का चेहरा मिल गया है। दस मार्च को आए चुनाव परिणामों के बाद उत्तराखंड में भाजपा बहुमत का जादुई आंकड़ा छूने में कामयाब रही, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट नहीं बचा पाए थे। 21 वर्ष की आयु के उत्तराखंड में यह पहला अवसर है।

भाजपा प्रदेश मुख्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लगी। धामी के नाम पर रखे गए प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में विधायक दल की बैठक के लिए विधायक और पार्टी नेता दोपहर से ही जुटना शुरू हो गए थे।नए मुख्यमंत्री को लेकर समर्थक अपने नेताओं के नाम के कयास लगा रहे थे। केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी विधायक दल की बैठक में उपस्थित रहे।

पुष्कर सिंह धामी तीसरी व चौथी विधानसभा में ऊधमसिंह नगर जिले की खटीमा सीट से विधायक रहे, लेकिन इस बार यहीं से कांग्रेस के भुवन कापड़ी के हाथों वह सीट गंवा बैठे। चुनाव हारने के बावजूद पार्टी आलाकमान ने पुष्कर सिंह धामी पर एक बार फिर भरोसा दिखाया है। उन्हें कमान सौंपे जाने का फैसला लिया है। धामी के हाथ विधानसभा चुनाव में निराशा लगी थी। खटीमा विधानसभा सीट से धामी को करारी हार का सामना करना पड़ा। उन्हें कांग्रेस के भुवन कापड़ी ने छह हजार से ज्यादा वोटों से हराया। उत्तराखंड में भाजपा की बहुमत के साथ जीत हुई। प्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसा होने जा रहा है कि कोई पार्टी लगातार दूसरी बार सरकार बनाएगी।भाजपा ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि सत्ता में आने की स्थिति में धामी को ही मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।

उत्तराखंड के 20 साल के इस सफर में प्रदेश को 11 मुख्यमंत्री मिले हैं। भाजपा ने सात मुख्यमंत्री दिए हैं, तो कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश को तीन मुख्यमंत्री दिए हैं। हालांकि, भाजपा शासन के पांच साल के कार्यकाल में पहली बार उत्तराखंड में तीन-तीन मुख्यमंत्री मिले हैं। सबसे खास बात यह है कि सभी मुख्यमंत्रियों में से सिर्फ कांग्रेस के पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी ही अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर पाए थे।

उत्तराखंड चुनाव प्रभारी रहे केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, लोकसभा सदस्य अजय टम्टा, महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह, तीरथ सिंह रावत, राज्यसभा सदस्य व भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी, राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे देहरादून, भाजपा विधायक दल की बैठक शाम 5 बजे होगी शुरू, किसके सिर सजेगा ताज आज बैठक में होगा फैसला

उत्तराखंड में सीएम के नाम पर सस्पेंस आज खत्म हो जाएगा। प्रदेश के पर्यवेक्षक और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में देहरादून में होने वाली बैठक में नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी के देहरादून पहुंचने पर पार्टी के कई नेताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। मौके पर प्रदेश प्रभारी प्रह्लाद जोशी भी मौजूद रहे। इसके साथ ही विधायकों का बीजेपी कार्यालय पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। धन सिंह रावत भी भाजपा दफ्तर पहुंचे। अब इसके बाद  शाम 5 बजे मीटिंग शुरू होगी। पर्यवेक्षक और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक निजी होटल में बैठक करने के बाद BJP दफ्तर के लिए रवाना हो गए हैं। अब कुछ ही देर में बीजेपी विधानमंडल दल की बैठक शुरू होगी

मुख्यमंत्री का ताज किसके सिर सजेगा, इसका फैसला आज हो जाएगा। विधायक मंडल दल की होने जा रही बैठक में बीजेपी विधायक दल के नेता चुना जाएगा। प्रदेश के पर्यवेक्षक और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। उनकी मौजूदगी में देहरादून में होने वाली बैठक में नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग जाएगी।

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी को प्रचंड जीत मिलने के बाद नए सीएम चेहरे को लेकर मामला पेचीदा बना हुआ है। सीएम के लिए कई नेताओं के नामों पर मंथन चल रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी देहरादून पहुंच गए हैं। ये दोनों नेता उत्तराखंड बीजेपी विधानमंडल दल की बैठक के पर्यवेक्षक होंगे। राजनाथ सिंह ही उत्तराखंड के अगले सीएम का नाम घोषित करेंगे। मुख्यमंत्री का ताज किसके सिर सजेगा, इसका फैसला आज बीजेपी के विधायक मंडल दल की बैठक में साफ हो जाएगा।जिसके बाद 23 मार्च को नए सीएम शपथ ले सकते हैं। आज होने वाली बैठक में विधायकों के अलावा सभी लोक सभा और राज्य सभा सांसद भी शामिल होंगे।

भाजपा विधायक दल की शाम पांच बजे होने वाली बैठक के बाद ही सिंह सीएम के नाम का ऐलान करेंगे। देहरादून पहुंचने के बाद राजनाथ सिंह एक प्राइवेट होटल में कुछ देर आराम करने के बाद भाजपा कार्यालय में शाम पांच बजे  बैठक में शामिल होने जाएंगे।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में सुबह से ही कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ दिखने को मिल रही है। सीएम पद के लॉबिंग के बीच कार्यकर्ता भी अपने- अपने नेता के समर्थन में नारे लगा रहे हैं। भाजपा कार्यालय में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। किसी भी कार्यकर्ता को बिना पास के पार्टी कार्यालय में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

विधायक मंडल दल की बैठक में मुख्यमंत्री का नाम तय हो जाएगा। 23 मार्च को मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री शपथ ले सकते हैं। सूत्रों के अनुसार 22 मार्च को देहरादून में झंडा जी का मेला है, इस कारण कानून व्यवस्था और यातायात व्यवस्था को देखते हुए 23 मार्च को शपथ ग्रहण समारोह करने की तैयारी चल रही है।

कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता हरीश रावत ने टिकटों के खरीद-फरोख्त पर कहा, ‘कांग्रेस मुझे पार्टी से बाहर कर दे’

उत्‍तराखंड विधानसभा चुनाव लगभग निपट ही गए हैं और जनता को नए मुख्‍यमंत्री का इंतजार है। लेकिन इन चुनावों में हार का सामना करने वाली कांग्रेस में घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है।पांच राज्यों में कांग्रेस की भारी नाकामी के बाद उत्तराखंड में कांग्रेस के चुनाव अभियान के चेहरे रहे हरीश रावत और अन्य कांग्रेसी नेताओं के बीच बहस ज़ोर पकड़ रही है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से खुद को बाहर निकाले जाने की बात कह डाली है।

कांग्रेस पार्टी के ही एक वरिष्‍ठ नेता ने पूर्व मुख्‍यमंत्री हरीश रावत पर टिकट के लिए रुपये एकत्र करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर हमला बोला है। उत्तराखंड में कांग्रेस के चुनाव अभियान के प्रमुख रहे रावत पर हाल में, कांग्रेस के ही एक बड़े नेता ने विधानसभा चुनाव के टिकट बेचने का आरोप लगाया है। इसी संदर्भ में सोशल मीडिया में एक बयान जारी करते हुए रावत ने लिखा कि होली में बुराइयों को जला दिया जाता है और अब कांग्रेस को भी हरीश रावत का होलिका दहन कर देना चाहिए।

उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘पद और पार्टी टिकट बेचने का आरोप अत्यधिक गंभीर है और यदि यह आरोप एक ऐसे व्यक्ति पर लगाया जा रहा हो, जो मुख्यमंत्री रहा है, जो पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष रहा है, जो पार्टी का महासचिव रहा है और कांग्रेस कार्यसमिति का सदस्य है और आरोप लगाने वाला व्यक्ति भी गंभीर पद पर विद्यमान व्यक्ति हो तो यह आरोप और भी गंभीर हो जाता है। यह आरोप मुझ पर लगाया गया है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि कांग्रेस पार्टी इस आरोप के आलोक में मुझे पार्टी से निष्कासित कर दे।

आखिर क्या है पूरा मामला?
उत्तराखंड में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी में नेताओं की तकरार का दौर जारी है। सीएम रहते हरीश रावत के बेहद करीब रहे रणजीत सिंह रावत ने हरीश रावत पर 2022 विधानसभा चुनाव के टिकटों में खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया। रावत ने सोशल मीडिया पर साफ-साफ लिखा कि उन पर लगे हुए आरोप बेहद गंभीर हैं और लगाने वाला व्यक्ति भी कांग्रेस के आधिकारिक पद पर है। ऐसे में उन्होंने पार्टी से अपने निष्कासन की मांग की।

कितने गंभीर आरोप लगाए गए?
रणजीत सिंह रावत ने कहा कि हरीश रावत अपनी भोली भाली बातों और मासूम शक्ल के दम पर कई नेताओं का कैरियर बर्बाद कर चुके हैं और कई के सपनों से खेल चुके हैं। रणजीत का दावा है कि हरीश रावत ने टिकटों के वितरण में जबरदस्त पैसों का खेल खेला। हरीश रावत पर आरोप लगाने में वह यही नहीं रुके, उन्होंने यह भी कह दिया कि जिन लोगों से हरीश रावत ने पैसे की वसूली की वह अब पैसे वापस मांग रहे हैं।

हरीश रावत ने प्रीतम सिंह के आरोपों का जवाब देते हुए भी एक लंबा बयान लिखा था। उन्होंने साफ कहा था कि कांग्रेस ने उत्तराखंड में चुनाव उनकी अगुवाई में लड़ा इसलिए वह ज़िम्मेदारी ले चुके हैं और सभी साथियों को हार के लिए उन्हें खरी खोटी सुनाने का हक भी है।यही नहीं, रावत ने लालकुआं से हार जाने के लिए जो बयान जारी किया, उसमें पार्टी के टिकट वितरण सिस्टम को ही कठघरे में खड़ा कर दिया।

रावत ने सोशल मीडिया पर लिखा

‘पहले पार्टी ने मुझे रामनगर से चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा की। मैं 2017 में भी इस सीट से ही चुनाव लड़ना चाहता था क्योंकि यहां मेरा आधार रहा है। यहां जो स्थानीय उम्मीदवार थे, उन्हें सल्ट सीट पर शिफ्ट किया गया। जब मैंने मन बना लिया और अपने कार्यालय तक का चयन कर लिया था, तब मुझे रामनगर से अचानक शिफ्ट कर लालकुआं से चुनाव लड़ने को कह दिया गया।’

उत्तराखंड में कांग्रेस के चुनाव हार जाने के प्रकरण पर हरीश रावत ने यह भी ऐलान कर दिया है कि वह होली के बाद ​लालकुआं और हरिद्वार के साथ ही अन्य ज़िलों में जाकर मतदाताओं के साथ बातचीत करेंगे और उनका शुक्रिया अदा भी करेंगे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनकी बेटी अनुपमा का हरिद्वार ग्रामीण सीट से जीतना उनकी बड़ी उपलब्धि रही है।

हरीश रावत ने उत्तराखंड में कांग्रेस की करारी हार पर जताया दुख, रणजीत रावत ने हरीश रावत पर पैसे लेकर टिकट बांटने के लगाए गंभीर आरोप

उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने रविवार को विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत न दिला पाने पर पीड़ा और शर्मिंदगी व्यक्त करते हुए कहा कि वह पार्टी नेतृत्व की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पाए जिन्होंने उन पर भरोसा जताया था।

हरीश रावत कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली रवाना होने से पहले अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा कि उन्हें नहीं पता कि वह पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी का सामना कैसे करेंगे। विधानसभा चुनाव परिणामों में कांग्रेस जहां 70 में से केवल 19 सीट तक सिमट गई। रावत लालकुआं सीट से चुनाव हार गए। प्रदेश में बीजेपी 47 सीट पर विजय प्राप्त कर लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज हुई है।

कांग्रेस की इस हार पर 73 वर्षीय रावत ने लिखा, ‘दिल्ली की ओर जाने की कल्पना मात्र से मेरे पांव मन-मन भर भारी हो जाएं, कैसे सोनिया जी की चेहरे की तरफ देखूंगा। कितना विश्वास था उनका मुझ पर। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी कुछ कमियां रही होंगी जो वह उनके इतने बड़े विश्वास को कायम नहीं रख पाए। उन्होंने कहा कि अब वास्तविकता यह है कि हम हारे ही नहीं हैं, बल्कि हमारी हार और कई चिंताजनक संकेत दे रही है।

उत्तराखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने हरीश रावत पर लगाए गंभीर आरोप

उत्तराखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने इस दौरान हरीश रावत पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। यहां उन्होंने कहा कि हरीश रावत के कहने पर ही उन्होंने 2017 का चुनाव रामनगर से लड़ा था, लेकिन उन्होंने इसी को अपनी कर्मभूमि बना लिया। उन्होंने कहा कि इस बात के गवाह कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय भी हैं, जिनके सामने उन्होंने यह बात कही थी।

रणजीत रावत ने कहा, ‘हरीश रावत ने मुझसे कहा था कि सल्ट क्षेत्र का इतना विकास करने के बाद भी वहां की जनता ने तुम्हें हरा दिया, इसलिए तुम रामनगर से चुनाव लड़ो। उन्होंने हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस विधानसभा चुनाव में उन्होंने पैसे लेकर टिकट बांटे हैं और जिन्हें टिकट नहीं मिला वह अब अपने पैसे वापस मांगने के लिए उनके चक्कर लगा रहे हैं।’

रणजीत रावत कहते हैं, ‘कुछ लोगों के पैसे उनके मैनेजर ने लौटा दिए हैं, जबकि कुछ लोग अपने पैसों के लिए अभी भी चक्कर लगा रहे हैं। यह बात भी जल्द ही खुल जाएगी।’ उन्होंने कहा कि हरीश रावत नए लोगों को अपने सम्मोहन में बांध लेते हैं।

भाजपा के वरिष्ठ विधायक बंशीधर भगत प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया, विधायकों को दिलाएंगे शपथ

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने नये विधानसभा अध्यक्ष के चयन की कार्यवाही होने तक कालाढूंगी से भाजपा विधायक बंशीधर भगत को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। विधानसभा प्रभारी मुकेश सिंघल ने आदेश से सम्बंधित अधिसूचना जारी की।

उत्तराखंड में वरिष्ठ विधायक बंशीधर भगत को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। भगत पांचवी विधानसभा के लिए चयनित हुए विधायकों को शपथ दिलाने के लिए। जिसके आदेश जारी कर दिए गए है। बता दें कि  राजभवन के निर्देश पर विधानसभा सचिवालय की तरफ से आदेश जारी किए गए हैं।बंशीधर भगत प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ लेने के बाद सभी नव निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाएंगे। इसके साथ ही उत्तराखंड की नई विधानसभा का गठन हो जाएगा।

प्रोटेम स्पीकर का काम नए सदस्यों को शपथ दिलाना और स्पीकर (विधानसभा अध्यक्ष) का चुनाव कराना होता है। सबसे सीनियर मोस्ट विधायक को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है। विधानसभा सचिवालय की तरफ से राज्यपाल को सीनियर मोस्ट विधायकों के नाम भेजे जाते हैं और राज्यपाल उनसे से एक सीनियर मोस्ट विधायक को चुनता है। ये राज्यपाल का विशेषाधिकार है कि वो किसे चुने। इस बार राज्यपाल ने नव निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाने की जिम्मेदारी की जिम्मेदारी भगत को सौंपी गई है। भगत ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटने के बाद कैबिनेट मंत्री के रूप में 2022 के चुनाव में सातवीं बार कालाढूंगी से इस बार भी जीत दर्ज की है।

उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के लिए विगत 14 फरवरी को चुनाव हुए थे। 10 मार्च को चुनाव नतीजे आने के बाद बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पाया और सरकार बनाने की तैयारियों में जुट गई है। चर्चा है कि होली के बाद नई सरकार का गठन होगा। बीजेपी की सत्ता में जोरदार वापसी के बाद जहां मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलों का दौर जारी है, वहीं नई कैबिनेट में शामिल होने वाले चेहरों को लेकर भी चर्चा का दौर शुरू हो गया है।

होली के बाद होगा उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री का ऐलान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक बोले- 20 मार्च को होगा शपथ ग्रहण

उत्तराखंड में बीजेपी विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद अब नए मुख्यमंत्री की तलाश कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी नेतृत्व होली के बाद अगले मुख्यमंत्री को लेकर घोषणा करेगा।सूत्रों ने बताया कि19 मार्च को विधायक दल की मीटिंग बुलाई जाएगी, जिसमें नए मुख्यमंत्री के नाम पर आधिकारिक मुहर लग जाएगी और फिर 20 मार्च को शपथ ग्रहण समारोह होगा।

उत्तराखंड बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का दिल्ली पहुंचना भी शुरू हो चुका है। शनिवार को सबसे पहले कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज दिल्ली रवाना हुए। इसके बाद देर शाम कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल भी दिल्ली पहुंच गए। सूत्रों के अनुसार दोनों की दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात हुई है। वहीं केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने राष्ट्रीय महासचिव-संगठन बीएल संतोष से मुलाकात की।

उत्तराखंड बीजेपी अध्यक्ष मदन कौशिक ने इन सभी चर्चाओं पर विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा कि “प्रदेश के नए सीएम के नाम पर 20 मार्च तक फैसला होगा। बीजेपी संगठन द्वारा नवनिर्वाचित विधायकों को होली के बाद देहरादून में रहने का निर्देश दिया गया है।”

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शीर्ष नेतृत्व किसी विधायक को ही मुख्यमंत्री बनाए जाने के पक्ष में है, जिसमें से पहला नाम कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और दूसरा नाम में धन सिंह रावत का है। दोनों ही नाम अगले मुख्यमंत्री के तौर पर राजनीतिक गलियारों में तैर रहे हैं, लेकिन सबकी निगाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा की पसंद पर टिकी हुई हैं, क्योंकि अंतिम फैसला उन्हें ही करना है।

उत्तराखंड में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में कुल 70 विधानसभा सीटों में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसके साथ एक बार फिर पूर्ण बहुमत हासिल कर ली है। हालांकि पार्टी के मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद खटीमा सीट से चुनाव हार गए। जिसके बाद उन्होंने राज्यपाल से मिलकर सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में बीजेपी में सूबे के मुख्यमंत्री को लेकर मंथन का दौर चल रहा है।