उत्तराखंड: कांग्रेस विधायक के बयान से कांग्रेस में खलबली, धारचूला विधायक हरीश धामी ने कहा, पुष्कर सिंह धामी के लिए छोड़ सकते हैं सीट

पिथौरागढ़ जिले के धारचूला से विधायक हरीश धामी ने कहा कि अगर जनता कहेगी, तो वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट छोड़ सकते हैं। कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए हरीश ने कहा कि पार्टी में उनकी अनदेखी हुई है। नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद कांग्रेस में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में हरीश धामी के इस बयान के कई राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।हरीश धामी ने कांग्रेस हाईकमान पर उपेक्षा का आरोप लगाया। उनका कहना है कि महत्वपूर्ण फैसलों में उनकी राय नहीं ली गई। इस तरह धारचूला विधायक हरीश धामी अब खुलकर फ्रंट फुट पर आ गए हैं और कांग्रेस के खिलाफ अपनी नाराजगी जता रहे हैं।

हरीश धामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा से ही उन्हें नीचे दिखाने का काम किया है, जबकि वह पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं, इसलिए उन्होंने कांग्रेस छोडऩे का मन बना लिया है। हरीश ने कहा कि विधानसभा चुनाव में पहली बार कांग्रेस सीट से जीते विधायक को उप नेता प्रतिपक्ष बनाकर उनके सम्मान को चोट पहुंचाई है।

हरीश धामी ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के लिए बहुत कुछ किया पर कांग्रेस ने हमेशा उनका अपमान ही किया।। हरीश ने दो टूक कहा कि अगर क्षेत्र की जनता कहेगी, तो वह सीएम पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट छोड़ सकते हैं। हरीश का कहना है कि उनके पास अगल दल बनाकर जनता की सेवा करने का भी विकल्प खुला है।

प्रदेश में नई नियुक्तियों को लेकर कांग्रेस के भीतर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। नाराज चल रहे करीब 10 विधायकों ने बुधवार को भी गुपचुप तरीके से बैठकों का सिलसिला जारी रखा। नवनियुक्त पदाधिकारियों से इन विधायकों ने दूरी बनाई हुई है। असंतोष प्रबंधन में जुटी पार्टी भी इससे असहज है।

कांग्रेस में नई नियुक्तियों को लेकर बढ़ता असंतोष राष्ट्रीय नेताओं के विरोध का रूप ले रहा है। चुनाव से ठीक पहले प्रदेश में चुनाव प्रबंधन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री व चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष रहे हरीश रावत ने प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के खिलाफ मोर्चा खोला था।

पिथौरागढ़ जिले के धारचूला से विधायक हरीश धामी ने बगावती तेवर अपनाते हुए प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। प्रदेश में पार्टी की बदहाली के लिए प्रभारी को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि विधायक जल्द ही अलग दल बनाने का निर्णय ले सकते हैं।

चुनाव में हार के कारणों की समीक्षा का परिणाम प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और उपनेता प्रतिपक्ष पदों पर नई नियुक्तियों के रूप में सामने आया है। इसके बाद प्रदेश प्रभारी और हार की समीक्षा करने वाले राष्ट्रीय नेताओं के खिलाफ गुस्सा फूट रहा है।

उत्तराखंड कांग्रेस ने करण मेहरा को बनाया प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष बने यशपाल आर्य

उत्तराखंड चुनाव 2022 में मत खाने के बाद कांग्रेस अब पार्टी में बदलाव कर रही है। इसीलिए कांग्रेस नए चेहरों को मौका दे रही है। 2024 में देश में लोकसभा चुनाव होने हैं और इसको ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी अभी से जातिगत समीकरण बनाने में जुट गई है।

पांच राज्यों में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में राज्यों के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों से आलाकमान ने इस्तीफा मांगा था, जिसके बाद अब लंबी मंत्रणा पर उत्तराखंड कांग्रेस की कमान करन माहरा को सौंपी गई है। वहीं कांग्रेस नेता यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष का दायित्व मिला है। इसके अलावा भुवन कापड़ी को उपनेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया गया है।

यशपाल आर्य का राजनीतिक कद कुमाऊं के साथ ही एक विशेष वर्ग को भी प्रभावित करता है। उत्तराखंड चुनाव से पहले बाप-बेटे कांग्रेस में शामिल हुए थे। चुनाव से पहले यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आए थे। यशपाल को जहां कांग्रेस ने बाजपुर से मैदान में उतारा था तो वहीं उनके बेटे संजीव को नैनीताल से चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन किसी तरह यशपाल आर्य ने अपनी सीट तो बचा ली थी, पर उनके बेटे संजीव अपनी सीट बचाने में नाकाम रहे।

हाईकमान के फैसले से पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह समर्थकों को गहरा झटका लगा है। माना जा रहा था कि हाईकमान प्रीतम को ही दोबारा नेता प्रतिपक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपेंगा। हाईकमान स्तर पर अच्छे ताल्लुकात की वजह से प्रीतम को नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा था। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान में चौंकने वाले फैसले के संकेत बाद से प्रीतम खेमा काफी मायूस था।

जनहित और राज्यहित मुद्दों पर सदैव संघर्ष और पार्टी की नीति-रीति को जनजन तक ले जाना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगा। हाईकमान ने मुझे यह जिम्मेदारी दी है, इसके लिए आभार। मैं हाईकमान की अपेक्षाओं पर खरा उतरना का पूरा प्रयास करूंगा।  करन माहरा, नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष-कांग्रेस

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की प्रधानमंत्री नरेंद मोदी और अमित शाह से संसद भवन नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संसद भवन नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की। उत्तराखंड के विकास में प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार से मिल रहे सहयोग पर आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को राज्य में संचालित विकास कार्यों के बारे में अवगत कराया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री से अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के जनपदों में हिम प्रहरी योजना लागू किये जाने में केंद्र से सहयोग का अनुरोध किया। सीएम ने मुलाकात के बाद यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर भी बयान दिया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महत्वपूर्ण वित्तीय स्वीकृतियों के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखंड विकास पथ की ओर अग्रसर है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता को लागू करना संविधान निर्माताओं के सपनों को पूरा करने की दिशा में अहम कदम होगा। इस कानून का दायरा सभी नागरिकों के लिए समान रूप से होगा, चाहे वे किसी भी धर्म में विश्वास रखते हों। यह संविधान की भावना को मूर्त रूप देगा। उन्होंने कहा कि मामले में न्यायविदों, सेवानिवृत्त जज, समाज के प्रबुद्धजनों और अन्य स्टेकहोल्डर की एक कमेटी गठित होगी। कमेटी समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तैयार करेगी।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से उत्तराखंड राज्य के सीमित वित्तीय संसाधनों को देखते हुए  जीएसटी प्रतिकर अवधि को बढ़ाए जाने का भी अनुरोध किया। उन्होंने उत्तराखंड में नवीनतम तकनीक व वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा देने के लिये भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) की स्थापना और फार्मास्यूटिकल उद्योग के विकास के लिये नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एण्ड रिसर्च (एनआईपीईआर) की स्थापना का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में बागवानी की अपार सम्भावनाओं को देखते हुए प्रधानमंत्री से कश्मीर तर्ज पर रूपये 2000 करोड़ का बागवानी पैकेज दिये जाने का अनुरोध किया। टीएचडीसी इण्डिया लिमिटेड की अंशधारिता में उत्तर प्रदेश के अंश का उत्तराखंड को हस्तांतरित करने के लिये माननीय न्यायालय से बाहर सौहार्दपूर्ण समाधान के लिये केंद्र सरकार की विशेष पहल का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने चारधाम की तर्ज पर कुमाऊं के पौराणिक स्थलों व मंदिरों को तीर्थाटन से जोड़ने के लिये ‘मानसखण्ड मंदिर माला मिशन’की स्वीकृति दिए जाने का अनुरोध किया। सीएम धामी ने पिथौरागढ़ एयरस्ट्रिप से हवाई सेवाओं के संचालन की अनुमति का भी अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के जनपदों (उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, चम्पावत और ऊधम सिंह नगर के खटीमा) के ग्रामों से हो रहे पलायन को रोकने, दैवीय आपदा में राहत व बचाव कार्यों के लिये पुलिस, आईटीबीपी व एसएसबी के सहयोग से सीमा रक्षक दल/ हिम प्रहरी दलों का गठन किया जाना प्रस्तावित है।

उक्त दल में सम्मिलित व्यक्तियों को प्रोत्साहन भत्ते के रूप में मानदेय प्रस्तावित है। इस पर लगभग 5 करोड़ 45 लाख रुपये का व्यय भार अनुमानित है। इसमें केंद्र का सहयोग निवेदित है। धामी ने राज्य पुलिस को और अधिक प्रभावी व आधुनिक बनाए जाने के लिये राज्य पुलिस बल आधुनिकीकरण योजना में प्रति वर्ष 20 से 25 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किये जाने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करेंगे मुलाकात, कुछ केंद्रीय मंत्रियों से भी होगी मीटिंग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार को नई दिल्ली पहुंचे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से  शिष्टाचार भेंट करेंगे। दिल्ली पहुंचकर धामी ने भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी व राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी से मुलाकात की।

मुमुख्यमंत्री ने सोमवार को राज्यसभा सदस्य और भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी से उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों के बीच उत्तराखंड के विकास से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री एयरपोर्ट से सीधे बलूनी के आवास पहुंचे थे। मंगलवार को वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट करेंगे। नई दिल्ली रवाना होने से पूर्व उन्होंने मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा कि विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय नेताओं व मंत्रियों का बहुत बड़ा योगदान रहा। उन्हीं के दिशा-निर्देशन में अभियान चलाया गया। इसी कारण उत्तराखंड में भाजपा को दो-तिहाई बहुमत मिला है। इसीलिए अब वह प्रधानमंत्री व राष्ट्रीय नेतृत्व का आभार प्रकट करने दिल्ली जा रहे हैं।

दिल्ली पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच राज्य से संबंधित विषयों पर दो घंटे से अधिक चर्चा हुई।

सांसद अनिल बलूनी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि पौड़ी व टिहरी जिलों को जोडऩे के लिए सिंगटाली पुल के निर्माण की लंबे समय से मांग चल रही है। इसका कार्य प्रारंभ करने की जरूरत है। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही वह जनहित के इस विषय पर कार्रवाई करेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात कर सकते हैं

मुख्यमंत्री धामी ने शुक्रवार को बनबसा मिनी स्पोर्ट्स स्टेडियम में जनसभा को किया संबोधित, मुख्यमंत्री चम्पावत से लड़ेंगे उपचुनाव ?

पुष्कर सिंह धामी दूसरी बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे पहले दौरे के लिए चंपावत विधानसभा के बनबसा इलाके में पहुंचे, जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह अब भाजपा के लिए योद्धा बन गए हैं और यह बात वह हाईकमान को बताएंगे कि कैसे कार्यकर्ताओं ने उन्हें इस भूमिका में खड़ा कर दिया है।सीएम पुष्कर धामी चंपावत विधानसभा के बनबसा पहुंचे तो उनका ज़ोरदार स्वागत भाजपाइयों ने किया। चंपावत सीट विधानसभा चुनाव जीतने वाले कैलाश गहतोड़ी वह ​पहले विधायक थे, जिन्होंने सीएम धामी के उपचुनाव के लिए अपनी सीट छोड़ने की पेशकश की थी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत से उपचुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान के सामने वह चम्पावत से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखेंगे। हाईकमान का फैसाला ही अंतिम होगा। धामी को इस सीट से चुनाव लड़ने का न्योता विधायक कैलाश गहतोड़ी पहले ही दे चुके हैं।

बनबसा स्टेडियम में हुई जनसभा में एक बार फिर विधायक कैलाश गहतोड़ी ने धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने का ऐलान दोहराया। उन्होंने कहा कि सीएम धामी अगर चम्पावत सीट से चुनाव लड़ने का मन बनाते हैं, तो वह उनके लिए अपनी सीट छोड़ने में जरा भी संकोच नहीं करेंगे। इसके बाद सीएम धामी ने अपने संबोधन में कहा कि वह विधायक गहतोड़ी का तहेदिल से आभार व्यक्त करते हैं। कहा वह विधायक के इस प्रस्ताव को हाईकमान के सामने रखेंगे। उपचुनाव लड़ने को लेकर हाईकमान ही अंतिम निर्णय लेगा। कहा अगर उन्हें यहां से चुनाव लड़ने का मौका मिलता है, तो उनके लिए इससे बड़े सौभाग्य की बात और क्या हो सकती है। सीएम ने अंत में विधानसभा चुनाव में भाजपा को दिए प्रचंड बहुमत के लिए जनता का आभार जताया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, ‘मैं किस सीट से चुनाव लड़ूंगा, यह फैसला तो हाईकमान को ही करना है। हालांकि यह फैसला कुछ भी हो, मैं चंपावत के लिए हर वह कदम उठाऊंगा, जो इस ज़िले के लिए सबसे अच्छा हो सकता है।’ यही नहीं, चंपावत से धामी ने अपना पुराना रिश्ता बताया।

उत्‍तराखंड विधानसभा सत्र : विधानसभा सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, पहले सत्र में पारित हुआ 21,116 करोड़ का लेखानुदान

उत्तराखंड विधानसभा में दूसरे व अंतिम दिन बुधवार को वित्तीय वर्ष 2022-23 के शुरुआती चार महीनों के लिए राज्य के खर्चों के वास्ते 21,116.81 करोड़ रुपये का लेखानुदान स्वीकृति दी। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों की अनुपस्थिति में सदन ने उत्तराखंड विनियोग (लेखानुदान) विधेयक, 2022 पारित कर दिया।राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित किये जाने के बाद बुधवार को सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।

विधानसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह के अभिभाषण पर चर्चा हो रही है। इससे पहले पूर्व विधायक हरबंस कपूर और गोपाल ओझा को श्रद्धांजलि दी गई।

संसदीय और विधायी मामलों के मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा, ‘‘लेखानुदान और सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित होने के बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।’’

उत्तराखंड में विधानसभा सत्र के दूसरे दिन की सदन की कार्यवाही शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सदन में पहुंच गए हैं। विपक्ष बाहर प्रदर्शन कर रहा है। यशपाल आर्य विधायक ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में महंगाई को रोकने को लेकर कोई जिक्र ही नहीं है। इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। ममता राकेश ने कहा कि महंगाई की वजह से लोग परेशान हैं। बिजली की दरों में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है। विधायक फुरकान और विक्रम सिंह नेगी ने भी महंगाई को लेकर सरकार पर निशाना साधा। विधायक आदेश चौहान ने कहा कि इस सरकार ने अपने और अपने उद्योगपति दोस्तों के बारे में ही सोचा है। लोगों को उम्मीद थी कि डबल इंजन की सरकार से राहत मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

 

लेखानुदान की अवधि में विभागवार जारी धनराशि: (धनराशि-करोड़ रुपये)

विभाग- धनराशि

वित्त, कर, नियोजन- 3840.76

शिक्षा, खेल व युवा कल्याण- 3442.38

चिकित्सा एवं परिवार कल्याण- 1126.13

जलापूर्ति, आवास व नगर विकास- 938.90

कल्याण योजनाएं- 801.25

ग्राम्य विकास- 890.21

लोक निर्माण- 798.25

पुलिस एवं जेल- 797.41

राजस्व व सामान्य प्रशासन- 704.09

अनुसूचित जाति कल्याण- 649.70

सिंचाई व बाढ़- 455.72

वन- 428.20

कृषि कर्म व अनुसंधान- 382.47

खाद्य- 244.33

श्रम व रोजगार- 222.97

औद्यानिक विकास- 183.59

अनुसूचित जनजाति कल्याण- 187.57

ऊर्जा- 169.24

पशुपालन- 157.15

उद्योग- 148.42

सहकारिता- 68.68

उत्तराखंड सरकार : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया मंत्रालयों का बंटवारा, जानें किसे क्या मंत्रालय मिला, देखें पूरी सूची

उत्तराखंड में धामी सरकार के गठन के बाद मंगलवार को मंत्रालयों का भी बंटवारा हो गया। पुष्कर सिंह धामी ने अपने पास 21 विभाग रखे हैं। जिनमें गृह, नागरिक उड्डयन, कारागार, नागरिक सुरक्षा, आबकारी, आयुष, पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन, श्रम, औद्योगिक विकास एवं खनन, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास, होमगार्ड, राजस्व और राज्य प्रशासन शामिल हैं। सतपाल महाराज को पीडब्ल्यूडी और पर्यटन समेत आठ विभाग, सुबोध उनियाल को वन, भाषा तकनीकी शिक्षा समेत चार विभाग, गणेश जोशी को कृषि एवं सैनिक कल्याण विभाग की जिम्मेदारी मिली है।

पहली बार मंत्री बने चंदन रामदास को समाज कल्याण विभाग जैसा बड़ा महकमा मिला है। वो परिवहन विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण, एमएसएमई विभाग का दायित्व भी संभालेंगे।

युवा मंत्री सौरभ पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के पुत्र हैं। किसान बहुल जिले ऊधमसिंह नगर की सितारगंज सीट से जीते सौरभ को गन्ना व चीनी विकास के साथ पशुपालन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन, प्रोटोकाल और कौशल विकास व सेवायोजन विभाग मिले हैं।

मंत्रिमंडल में टीम के चयन में चौंका चुके मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभाग बंटवारे में भी अपना वही अंदाज दोहराया। धामी-2 सरकार में मंत्री सतपाल महाराज और डॉ. धन सिंह रावत कद्दावर होकर उभरे हैं। मंत्रियों के विभागों की सूची मंगलवार रात 9:15 बजे मीडिया को जारी कर दी गई थी, लेकिन फौरन बाद इसे मौखिक रूप से रोकने के लिए कहा गया।





मंगलवार रात सोशल मीडिया में सूची जारी होने के बाद मंत्रियों को फोन पर बधाई का सिलसिला शुरू हो गया। लिस्ट आधिकारिक रूप से जारी नहीं हुई थी। इस कारण, मंत्री अपने सोर्सेज से लिस्ट कन्फर्म कराने में जुट गए। जब आधिकारिक सूची जारी नहीं हुई तो समर्थकों ने इसी सूची को शेयर करना शुरू कर दिया।

उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष का चयन होगा आज, कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक में आज हो सकता है फैसला

उत्तराखंड में पांचवीं विधानसभा का पहला सत्र 29 मार्च से शुरू होने जा रहा है, लेकिन मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस अभी तक नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं कर पाई है। विधानमंडल दल की बैठक में इस पर निर्णय लिया जाएगा।

उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष पर आज हो सकता है फैसला। कांग्रेस ने आज शाम चार बजे विधानमंडल दल की बैठक होगी। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव भी बैठक में रहेंगे। कल मंगलवार से विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है। इससे पहले पहले कांग्रेस अपना नेता प्रतिपक्ष तय कर सकती है।

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव का परिणाम 10 मार्च को आए थे और उसके बाद जहां बीजेपी ने राज्य में मुख्यमंत्री के पद पर पुष्कर सिंह धामी को नियुक्त किया है। वहीं कांग्रेस अभी तक नेता प्रतिपक्ष  के नाम पर मुहर नहीं लगा सकी है। जबकि राज्य में 29 मार्च से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। सत्र को देखते हुए बीजेपी को एक मजबूत संसदीय कार्य मंत्री चुनना है और कांग्रेस को विपक्ष का नेता चुनना है। लेकिन कांग्रेस अभी तक किसी नाम पर फैसला नहीं कर सकी है और राज्य में प्रीतम सिंह गुट और हरीश रावत गुट आमने सामने हैं।

नेता प्रतिपक्ष पद के लिए फिलहाल निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, धारचूला विधायक हरीश धामी, बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी, पूर्व काबीना मंत्री यशपाल आर्य का नाम चर्चा है। सीनियरटी के हिसाब से प्रीतम इस वक्त नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में आगे हैं। सूत्रों के अनुसार बैठक में नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर भी चर्चा की जाएगी। बैठक शाम चार बजे पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में प्रस्तावित है।

आज होगा योगी का ‘राजतिलक’, उत्‍तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी होंगे समारोह में शामिल

उत्‍तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी समारोह में शामिल होने के लिए लखनऊ रवाना होंगे।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ शुक्रवार की शाम चार बजे अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम इकाना में शपथ लेंगे। इसी के साथ योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आगाज हो जाएगा।  तो यूपी के 37 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा जब एक ही पार्टी दोबारा सत्ता में आएगी। शाम 4.00 बजे योगी आदित्यनाथ दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ के साथ वह सूबे के पहले ऐसे सीएम बन जाएंगे जो पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सत्ता में आया। गुरुवार को ही बीजेपी के विधानमंडल दल ने योगी को सर्वसम्मति से अपना नेता चुना। इसके बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के सामने योगी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया। सूत्रों के मुताबिक, आज सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ लखनऊ में 47 मंत्री भी शपथ लेंगे। 5 महिलाओं को भी मंत्री बनाया जाएगा।

18वीं विधानसभा के लिए शपथ ग्रहण आज

शुक्रवार को यूपी में 18वीं विधानसभा के लिए शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेशनल क्रिकेट मैदान में होगा। यूपी चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज करते हुए पूर्ण बहुमत पाया है।37 वर्षों बाद ऐसा हो रहा है जब कोई नेता लगातार दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेगा।

शाम चार बजे योगी दोबारा सीएम पद की शपथ लेकर देश के सबसे बड़े राज्‍य के मुखिया बन जाएंगे। इस शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी शामिल हो सकता है। वहीं 12 प्रदेशों के सीएम भी इसमें शामिल होंगे। मुलायम सिंह यादव, मायावती को भी आमंत्रित किया गया है

आदित्‍यनाथ मूल रूप से उत्तराखंड के हैं। उनका जन्‍म पांच जून 1972 को पंचूर गांव, पौड़ी गढ़वाल में हुआ। उन्होंने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में बीएससी और एमएससी की पढ़ाई की। 1994 में वो संन्यासी बन गए।

1998 में योगी ने गोरखपुर लोकसभा सीट पर पहली बार भाजपा से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। 12वीं लोकसभा चुनाव में वो सबसे कम उम्र के सांसद थे, तब उनकी उम्र केवल 26 वर्ष थी। 1998 से लेकर मार्च 2017 तक योगी आदित्यनाथ पांच बार गोरखपुर से सांसद रहे। 2017 में उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

भाजपा ने ऋतु खंडूड़ी को पहली विधानसभा अध्यक्ष बना कर उत्तराखंड के राजनैतिक इतिहास में जोड़ा नया अध्याय, कौन हैं ऋतु खंडूरी जो निभाएंगी यह जिम्मेदारी

उत्तराखंड में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद पुष्कर धामी की सरकार ने इतिहास रचते हुए सत्ता में दोबारा वापसी कर ली है। बुधवार को शपथ ग्रहण के बाद नई सरकार का कामकाज विधिवत शुरू हो जाएगा। इस नई सरकार में धामी का लगातार दोबारा सीएम बनना ही अकेली बड़ी बात नहीं है बल्कि, एक और ऐतिहासिक उपलब्धि धामी सरकार 2.0 को हासिल होने जा रही है। कोटद्वार से बीजेपी विधायक ऋतु खंडूड़ी भूषण को उत्तराखंड की पहली विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा रहा है।

उत्तराखंड के इतिहास में यह पहली बार हुआ कि किसी राजनीतिक पार्टी को लगातार दूसरी बार सत्ता मिली, तो यह भी पहली बार हो रहा है कि कोई महिला विधानसभा की स्पीकर बनने जा रही है। ऋतु खंडूड़ी भूषण के देवभूमि की पहली विधानसभा अध्यक्ष बनने की खबर आते ही चमोली जनपद के खाल गांव में जश्न का माहौल रहा। हालांकि ऋतु ने पौड़ी ज़िले की कोटद्वार विधानसभा सीट से चुनाव जीता और पहले वह यमकेश्वर से विधायक रह चुकी हैं, लेकिन उनका ताल्लुक चमोली के खाल गांव से गहरा है क्योंकि वह इस गांव की बहू हैं। उनकी इस उपलब्धि पर ग्रामीणों को गर्व तो हुआ ही, उन्होंने खुशियां और उत्साह भी बांटा।

ऋतु खंडूरी उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी की बेटी हैं। प्रदेश के नैनीताल में 29 जनवरी 1965 को उनका जन्म एक फौजी परिवार में हुआ था। खंडूरी के फौज में होने के कारण उनकी पढ़ाई भी पिता की पोस्टिंग के हिसाब से अलग-अलग जगहों पर हुई। उन्होंने मेरठ के रघुनाथ गर्ल्स कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। इसके बाद राजस्थान विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। उन्होंने पत्रकारिता में डिप्लोमा भी हासिल किया है। साल 2006 से लेकर 2017 तक उन्होंने नोएडा की ऐमिटी यूनिवर्सिटी में फैकल्टी के रूप में भी काम किया है।

ऋतु खंडूरी के पति राजेश भूषण बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। ऋतु लंबे समय से समाजसेवा में भी ऐक्टिव रही हैं। साल 2017 के चुनाव में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर यमकेश्वर सीट से चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी। साल 2022 के चुनाव में उनकी सीट बदल दी गई थी। उन्हें कोटद्वार से पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता सुरेंद्र सिंह नेगी के खिलाफ उतारा गया था। नेगी ने साल 2012 में तत्कालीन सीएम बीसी खंडूरी को कोटद्वार सीट से ही चुनाव हरा दिया था। ऐसे में ऋतु पर अपने पिता की हार का बदला लेने का भी मौका था।