विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल बोले, विधान सभा, सचिवालय में याचिका मिलने के बाद होगा सदस्यता पर निर्णय

देहरादून :- विधान सभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि यदि कांग्रेस विधायक राजकुमार और निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार के मामले में विधान सभा सचिवालय में कोई याचिका आती है तो फिर उस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कांग्रेस विधायक राजकुमार और निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार के भाजपा में शामिल होने के बाद उनकी विधानसभा की सदस्यता पर संशय के बादल मंडराने लगे हैं। उत्तराखंड के सियासी इतिहास पर नजर दौड़ाएं तो पाला बदलने की यह पहली घटना नहीं है। मार्च 2016 में विधानसभा के बजट सत्र के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के नेतृत्व में कांग्रेस के नौ विधायकों ने पार्टी छोड़ने का एलान कर तत्कालीन हरीश रावत सरकार के लिए संकट पैदा कर दिया था। ये विधायक इसके बाद भाजपा में शामिल हो गए थे। तब विधानसभा अध्यक्ष ने दलबदल कानून के तहत इन नौ विधायकों की सदस्यता समाप्त कर दी थी।

अब कांग्रेस विधायक और एक निर्दलीय विधायक के पाला बदलकर भाजपा का दामन थामने के बाद यह चर्चा शुरू हो गई है कि इनकी विधानसभा की सदस्यता रहेगी अथवा जाएगी। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इस मसले को तूल देने के संकेत भी दिए हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल कह चुके हैं कि विधानसभा अध्यक्ष से भाजपा में शामिल हुए विधायकों की सदस्यता समाप्त करने का अनुरोध किया जाएगा।

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि ऐसे मामलों में जब तक कोई याचिका नहीं आती, तब तक कोई निर्णय नहीं लिया जा सकता। याचिका आने के बाद संबंधित विधायक को नोटिस भेजा जाता है और प्रकरण में सुनवाई की जाती है। इसके पश्चात ही कोई निर्णय लिया जाता है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट के जरिये कहा कि खांटी भाजपाई-संघी खून के आंसू रोएंगे।

देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट से प्रदेश भाजपा में विधायकों और मंत्रियों की पार्टी कार्यकर्त्‍ताओं के साथ गर्मागर्मी पर सवाल खड़े किए। भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के बागियों को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि अभी तो भाजपाई केवल रो रहे हैं। आने वाले दिनों में खांटी भाजपाई और संघी सब खून के आंसू रोएंगे।

इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में हरीश रावत ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए नेताओं और सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्त्‍ताओं के बीच बीते दिनों हुए विवाद पर सख्त टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जिस दल से दल-बदल होता है, वह केवल एक बार रोता है। दल-बदल करने वाले जिस दल में जाते हैं, वह कई बार रोता है। भाजपा की स्थिति अब ‘बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से खाएं’ सरीखी है। जो पार्टी अपने अनुशासन को सराहते हुए अघाती नहीं थी, उसके अनुशासन की धज्जियां उड़ रही हैं।

उत्तराखंड :- धनोल्टी से वर्तमान निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे।

देहरादून :- धनोल्टी से वर्तमान निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार भाजपा में शामिल हो गए है, 2017 के चुनावों में मोदी लहर के बीच जीत दर्ज करने वाले निर्दलीय प्रत्याशी रहे प्रीतम सिंह पंवार ने सरकार के साथ शामिल होने बजाय विपक्ष में बैठना उचित समझा लेकिन अब चुनाव से पहले वो भाजपा में शामिल हो गए है मन जा रहा है कि अनिल बलूनी ने उनकी एंट्री भाजपा में करवाई है।

उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने बड़ा दांव चला है। धनोल्टी के निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार को पार्टी अपने पाले में लाने में कामयाब रही है। बुधवार को विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने उन्हें सदस्यता ग्रहण कराई। बता दें कि प्रीतम उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) से भी मंत्री रह चुके हैं। उन पर कांग्रेस की भी नजर थी।

प्रीतम सिंह पंवार ने कहा कि मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि देश की सबसे बड़ी पार्टी में शामिल हुआ हूं। मैं धार्मिक प्रदेश से हूं, जहां चारधाम हैं, देवी देवताओं का वास है। पीएम मोदी का नाता भी देवभूमि से रहा है। जिस तरह से उनकी धार्मिक आस्था देवभूमि से जुड़ी हैं उससे निश्चित तौर पर प्रदेश का विकास होगा।

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने नानकमत्ता गुरुद्वारे लगाई झाड़ू

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने नानकमत्ता गुरुद्वारे में झाड़ू लगाकर और संगत के जोड़े साफ कर पंज प्यारे वाले बयान के लिए अपनी गलती का प्रायश्चित किया।
विगत दिनों हरीश रावत द्वारा पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और कार्यवाहक अध्यक्षों के लिए पंज प्यारे शब्द का इस्तेमाल करने से उत्पन्न विवाद के कारण उनके खिलाफ प्रदर्शन होने लगे थे। मंकी उनका कहना था कि उनकी मंशा किसी की तुलना पंच प्यारों से करने की नहीं थी। अपने बयान को लेकर माफी मांगते हुए कहा कि वे अपनी गलती के लिए माफी मांगते हैं उत्तराखंड में गुरु के घर में झाड़ू लगाकर अपनी इस गलती का प्रायश्चित करेंगे। इसके बावजूद यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा था। कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा नानकमत्ता पहुंचे हरीश रावत ने यहां पवित्र गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब परिसर मैं झाड़ू लगाकर और संगत के जोड़े साथ पर गलती का प्रायश्चित किया।

 

गणेश गोदियाल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बने, प्रीतम सिंह होंगे नेता प्रतिपक्ष

देहरादून। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पद गणेश गोदियाल को सौंपा गया है। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया है। चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व सीएम हरीश रावत को चुनाव प्रचार कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में भी पंजाब की तरह कांग्रेस में अंदरूनी कलह छिड़ी हुई थी। इसे दूर करने के लिए कांग्रेस ने यहां भी पंजाब वाला फॉर्मूला आजमाया। इसके तहत उत्तराखंड में भी चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं। कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी प्रोफेसर जीत राम, भुवन कापड़ी, तिलक राज बेहड और रंजीत रावत को सौंपी गई है। चुनाव प्रचार कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी पूर्व सीएम हरीश रावत को सौंपी गई है। पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा को चुनाव प्रचार कमेटी का उपाध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल को चुनाव प्रचार कमेटी का संयोजक नियुक्त किया गया है। आर्येंद्र शर्मा को कोषाध्यक्ष बनाया गया है।

कैबिनेट में कुल 09 निर्माण लिए गए , कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा जानकारी दी ।

देहरादून : कैबिनेट द्वारा कुल 09 निर्णय लिये गये, इसकी जानकारी कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा दी गई।

1. कैम्पा अधिसूचना के अन्तर्गत प्राधिकरण के वार्षिक लेखा वित्तीय वर्ष 2013-14, 2014-15,2015-16, 2016-17 को विधानमण्डल के पटल पर रखा जायेगा।

2. उत्तराखण्ड वन विकास निगम में स्केलर संवर्ग में 02 वर्ष की दैनिक श्रम अवधि सेवा को समयमान वेतनमान/एसीपी को जोड़ने के लिये विभागीय मंत्री की अध्यक्षता में उपसमिति का गठन किया गया जिसमें वित्त और न्याय विभाग के अधिकारी होंगे।

3. देहरादून महायोजना-2025 के जोनल प्लान में सरकारी भवनों के भवन निर्माण के लिये भूमि पर छूट का प्रावधान सभी राष्ट्रीय दलों पर भी लागू होगा।

4. राष्ट्रय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के अन्तर्गत अधिक से अधिक दिव्यांगजनों को शामिल किया जायेगा। इसमें 4,000 रूपये से कम आय वालों को अन्तोदय योजना में और 15,000 रूपये आय से कम को प्राथमिक परिवार योजना में शामिल करते हुए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के अन्तर्गत रखा जायेगा।

5. कोविड प्रभाव को देखते हुए लोक सेवा आयोग की परिधि के अन्तर्गत एवं लोक सेवा आयोग की परिधि से बाहर समूह-ग के पदों पर चयन में अभ्यर्थियों को एक वर्ष की छूट सीमा दी गई है जो कि 30 जून 2022 तक लागू रहेगी।

6. मा0 उच्च न्यायालय के अधीन परिवहन विभाग के कर्मचारियों को वेतन इत्यादि विषय के सम्बन्ध में एकमुश्त सहायता के लिये मा0 मुख्यमंत्री को निर्णय लेने के लिये अधिकृत किया गया है।

7. श्रीनगर, देहरादून और हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज कुल 501 पद सृजित किये गये हैं जिनमें श्रीनगर के लिये 122, देहरादून के लिए 250 और हल्द्वानी के लिए 129 पद होंगे। इसके अतिरिक्त श्रीनगर सुपर स्पेस्लिटी पर 44 पद स्पेस्लिस्ट के होंगे।

8. जनपद देहरादून स्थित राजकीय रेशम फार्म विकासनगर एवं रेशम फार्म अम्बाड़ी की भूमि को लखवाड़ व्यासी जल विद्युत परियोजना हेतु आवंटित 14.50 एकड़ भूमि को निरस्त किया गया है। अब यह भूमि रेशम विभाग के पास रहेगी।

9. जिला बार ऐशोसियेशन बागेश्वर को जिला न्यायालय परिसर में अधिवक्ता चैम्बर्स निर्माण हेतु न्याय विभाग की 40.80 वर्ग मीटर की भूमि निशुल्क लीज पर दी जायेगी।

शिक्षा मंत्री निशंक ने स्वास्थ्य कारणों के चलते दिया इस्तीफा

देहरादून-   केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार के बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
इस बात की पुष्टि रमेश पोखरियाल निशंक के ओएसडी ने की है। बताया जा रहा है कि खराब स्वास्थ्य के चलते उन्होंने इस्तीफा दिया है। पीएम मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार में नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के साथ ही कई मंत्रियों की कैबिनेट से छुट्टी भी हो गई। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया हैं। वहीं श्रम व रोजगार मंत्री संतोश गंगवार और देबोश्री चौधरी ने भी केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया।
प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार करने वाले हैं।

सीएम धामी ने मंत्रियों को दी जिलों की जिम्मेदारी, देखिए कौंन बने आपके जिले के प्रभारी मंत्री…

उत्तराखण्ड में पुष्कर धामी मंत्रिमंडल के गठन के बाद अब मंत्रियों को जनपदों का प्रभार दिया गया है। इस लिस्ट में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को रूद्रप्रयाग व चमोली जनपद का प्रभारी बनाया गया है, डॉ. हरक सिंह रावत को टिहरी जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। बंशीधर भगत को देहरादून जनपद की जिम्मेदारी दी गई है। यशपाल आर्य को नैनीताल जनपद तो विशन सिंह चुफाल अल्मोड़ा जनपद के प्रभारी मंत्री होंगे। सुबोध उनियाल को पौड़ी जनपद का प्रभार दिया गया है। अरविन्द पांडे चम्पावत एवं पिथौरागढ़ जनपद के प्रभारी मंत्री नियुक्त किए गए हैं। गणेश जोश उत्तरकाशी, डॉ. धन सिंह रावत हरिद्वार, रेखा आर्य बागेश्वर, मंत्री यतीश्वरानन्द ऊधमसिंहनगर के प्रभारी मंत्री नियुक्त किए गए हैं।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने “डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती” के अवसर पर राजपुर रोड स्थित मुखर्जी पार्क में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर राजपुर रोड स्थित मुखर्जी पार्क में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी, शिक्षाविद, चिंतक और जनसंघ के संस्थापक थे। डॉ. मुखर्जी देश के प्रथम उद्योग मंत्री रहे। उन्होंने कहा कि डॉ॰ मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे। धारा-370 को समाप्त करने की उन्होंने वकालत की। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 एवं 35A समाप्त कर उनके सपने को साकार किया।

इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन कौशिक, कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, आदि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इससे पूर्व बीजापुर सेफ हाऊस में भी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।

आईएएस एस. एस. संधू बने “उत्तराखण्ड के नए मुख्य सचिव “

1988 बैच के आईएएस अधिकारी एसएस संधू प्रदेश के नए मुख्य सचिव बन गए हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पदभार ग्रहण करते ही अपने तेवर तेज कर दिए हैं। समय की कमी और काम ज्यादा इस बात को ध्यान के रखकर वे ताबड़तोड़ फैसले ले रहे हैं, उन्होंने शपथ लेते ही उसी शाम कैबिनेट बैठक ली, जिसमें युवाओं और राज्य हित में कई फैसले लिए। अब नौकरशाही में बड़ा फेरबदल करते हुए सबसे पहले मुख्य सचिव को बदल दिया है। प्रदेश में नौकरशाही व जनप्रतिनिधियों के बीच हमेशा विवाद की स्थिति रही है। मंत्री हो या विधायक हर किसी की अधिकारियों के द्वारा उनकी बात नहीं सुनी जाने की शिकायत रहती है। अब नए मुख्यमंत्री युवा हैं, पहले दिन ही उन्होंने मुख्य सचिव को बदल कर नौकरशाही को सचेत रहने के संकेत दे दिए हैं।