दिल्ली: एजजी वी के सक्सेना ने सीएम आतिशी को लिखा पत्र, किया ये आग्रह

News web media Uttarakhand : दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने मुख्यमंत्री आतिशी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने 14 लंबित सीएजी रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर रखने का आग्रह किया.

उन्होंने रिपोर्ट को शीघ्र प्रस्तुत करने के लिए विधानसभा की विशेष बैठक बुलाने की भी मांग की. उपराज्यपाल ने कहा कि सीएजी रिपोर्ट शासन में पारदर्शिता की कसौटी होती है और इसे जल्द पटल पर रखा जाना चाहिए.

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रिपोर्टों को देर से पेश करना सरकार की विफलता को दर्शाता है. इस पत्र के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है, और यह मुद्दा विधानसभा में उठने की संभावना है.

चुनाव आयोग ने खरगे और नड्डा को जारी किया नोटिस, कहा-बयानों में संयम बरते

News web media Uttarakhand : बुधवार को चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को नोटिस जारी किया है. आयोग ने दोनों ही पार्टियों से भाषणों में मर्यादा बनाए रखने को कहा है. साथ ही दोनों पार्टियों के स्टार प्रचारकों को धार्मिक व सांप्रदायिक बयानबाजी नहीं करने का निर्देश दिया है. बीजेपी को उन भाषणों को प्रचार को रोकने को कहा है, जिनसे समाज दो टुकड़ों में बंट सकता है.

चुनाव आयोग ने कांग्रेस पार्टी से कहा कि वह भारत के संविधान को लेकर गलत बयानबाजी न करें. जैसे संविधान खत्म किया जा सकता है. इसके अलावा अग्निवीर योजना पर चुनाव आयोग ने कांग्रेस से रक्षाबलों का राजनीतिकरण नहीं करने और रक्षा बलों की सामाजिक-आर्थिक संरचना के बारे में विभाजनकारी बयान नहीं देने को कहा है.

आयोग ने पाया कि देश का सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश एक स्थायी संरक्षण है. इसे चुनावों का शिकार नहीं बनाया जा सकता है. चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि बीजेपी-कांग्रेस को भारतीय मतदाताओं के गुणवत्तापूर्ण चुनावी अनुभव की विरासत को कमजोर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

चुनाव आयोग ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया. आयोग ने बताया कि इलेक्शन के वक्त सरकार में रहने वाली पार्टी के पास अतिरिक्त जिम्मेदारी होनी चाहिए. बता दें लोकसभा चुनाव के पहले पांच चरणों का मतदान 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई को संपन्न हुए. अगले दो चरण की वोटिंग 25 मई और 1 जून को होगी. परिणाम 4 जून को घोषित किए जाएंगे.

मिजोरम में जेडपीएम की आंधी, 26 सीटों पर हासिल की जीत

News web media uttarakhand : मिजोरम विधानसभा चुनाव में जोरम पीपुल्स मूवमेंट ने 26 सीटों पर शानदार जीत हासिल की है. वहीं एमएनएफ ने 7 सीटों पर जीत हासिल की है. इसके अलावा दो सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की है.

मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए डाले गए मतों की सोमवार को जारी गणना के बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एवं मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के उम्मीदवार आर. लालथंगलियाना साउथ तुईपुई सीट से जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के उम्मीदवार जेजे लालपेखलुआ से हार गए. लालपेखलुआ को 5,468 मत मिले, जबकि लालथंगलियाना को 5,333 वोट मिले. कांग्रेस उम्मीदवार सी लालडिंतलुआंगा को 2,958 वोट मिले.

जेडपीएम के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालदुहोमा ने कहा, ‘कल या परसों मैं राज्यपाल से मिलूंगा. शपथ ग्रहण इसी महीने होगा.’ इसके अलावा उन्होंने कहा कि मिज़ोरम वित्तीय संकट का सामना कर रहा है. निवर्तमान सरकार से हमें यही विरासत मिलने वाली है. हम अपनी प्रतिबद्धता पूरी करने जा रहे हैं. वित्तीय सुधार आवश्यक है और उसके लिए हम एक संसाधन जुटाने वाली टीम बनाने जा रहे हैं.

इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरातन छात्र परिषद के अधिवेशन में पुरातन छात्रों ने विवि के गौरवशाली इतिहास को किया याद

इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरातन छात्र परिषद का अधिवेशन इंस्टीट्यूशन आफ इंजीनियर्स सभागार में धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। अधिवेशन में उत्तराखंड के साथ ही देश के कई राज्यों के पुरातन छात्र पहुंचे थे। इस दौरान जहां पुरातन छात्रों ने विवि के गौरवशाली इतिहास के साथ ही छात्र जीवन के यादगार पलों को याद किया, वहीं विवि में शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता जताने के साथ ही गौरवशाली इतिहास को दोबारा स्थापित करने का संकल्प लिया।

अधिवेशन के मुख्य अतिथि हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायमूर्ति एवं उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष वीके बिष्ट ने कहा कि जीवन में सफलता का मूल मंत्र समयबद्धता है। प्रयागराज सिर्फ तीन नदियों का संगम नहीं, बल्कि विचारधाराओं का भी संगम है। विवि ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के साथ देश के विकास में अहम योगदान दिया है। प्रयागराज की पवित्र भूमि पर ही चंद्रशेखर आजाद जैसे महान क्रांतिकारियों ने बलिदान दिया। विवि महान साहित्यकारों, लेखकों, कवियों, वैज्ञानिकों और प्रशासनिक अधिकारियों की कर्मस्थली रही है।

न्यायमूर्ति एमएम घिल्डियाल ने कहा कि विवि  महान साहित्यकारों महादेवी वर्मा, डॉ. रामकुमार वर्मा, भगवती चरण वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, फिराक गोरखपुरी, डॉ. हरिवंश राय बच्चन जैसे लोगों की कर्मस्थली रही है और शिक्षा के क्षेत्र में विवि ने जो योगदान दिया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इस दौरान पुरातन छात्रों ने विवि में पढ़ाई के दौरान बिताए गए पलों को याद करते हुए कई संस्मरण भी सुनाए। इस मौके पर आयोजक मंडल के अध्यक्ष रवींद्र गोडबोले, प्रवीण टंडन, मनीष तिवारी, अपर सचिव ओंकार सिंह, अधिवक्ता सिद्धनाथ उपाध्याय और हंसादत्त (कमिश्नर सुगरकेन उत्तराखंड आदि मौजूद थेे। कई दशक बाद मिले तो आंखें डबडबा गईं।

अधिवेशन में तमाम ऐसे पुरातन छात्र शामिल हुए जो विवि में पढ़ाई के चार दशक बाद मिले। कई पुरातन छात्र अपने साथियों को पहचान ही नहीं पाए। जान पहचान होने के बाद एक-दूसरे के गले मिलकर पुराने दिनों को याद किया।  कई ऐसे पुरातन छात्र भी मिले जिन्होंने विवि में पढ़ाई करने के साथ ही नौकरी की, लेकिन कभी मिल नहीं पाए।
कई ने 40 साल बाद समोसे और जमीन की नमकीन का जमकर लुत्फ उठाया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कलाकारों ने गीत गाकर समा बांध दिया, जिसका पुरातन छात्रों ने जमकर आनंद उठाया। इस दौरान हास्य व्यंग का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। हास्य कलाकार बलबीर सिंह खिचड़ी ने पुरातन छात्रों को जमकर गुदगुदाया।

द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति, भारत की पहली आदिवासी व दूसरी महिला राष्ट्रपति बनकर रचा इतिहास

द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति होंगी। द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराने के साथ ही भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनकर इतिहास रच दिया। द्रौपदी मुर्मू की जीत के बाद उनके ओडिशा स्थित पैतृक गांव और देश के बाकी हिस्सों में जश्न का माहौल है। लोग ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों के जरिए जीत की खुशियां मना रहे हैं। मुर्मू ने देश के निर्वाचक मंडल सहित सांसदों और विधायकों के 64 फीसदी से अधिक वोट हासिल किए। वे इस सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। गुरुवार को हुई काउंटिंग में नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) की प्रत्याशी द्रौपदी ने यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस (UPA) के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को तीसरे राउंड की गिनती में ही हरा दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने मुर्मू के घर पहुंचकर उन्हें बधाई दी। विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने भी द्रौपदी मुर्मू को उनकी जीत पर बधाई देते हुए कहा ।  देश को उम्मीद है कि गणतंत्र के 15वें राष्ट्रपति के रूप में वे बिना किसी भय या पक्षपात के संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करेंगी।

द्रौपदी मुर्मू की जीत तो तय थी। हालांकि, कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों के विधायकों द्वारा की गई क्रॉस वोटिंग ने इस जीत को और पुख्ता कर दिया। यहां तक कि विपक्ष के उम्मीदवार अपने गृह राज्य झारखंड में भी बगावत को नहीं रोक पाए। मुर्मू को जीत के लिए जरूरी 5 लाख 43 हजार 261 वोट तीसरे राउंड में ही मिल गए। थर्ड राउंड के बाद उन्हें 5 लाख 77 हजार 777 वोट मिले। यशवंत सिन्हा को 2 लाख 61 हजार 62 वोट ही मिले। इसमें राज्यसभा और लोकसभा के सांसदों समेत 20 राज्यों के वोट शामिल हैं। तीन राज्य ऐसे रहे, जहां मुर्मू ने क्लीन स्वीप किया। आंध्र प्रदेश, नगालैंड और सिक्किम में उन्हें 100 फीसदी वोट मिले। मूर्म को आंध्र प्रदेश में उन्हें इतने वोट मिलना अहम है क्योंकि यहां भाजपा सत्ता में नहीं है।

पहले राउंड से ही बाहर हुए यशवंत
विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा मतगणना के पहले ही राउंड में बाहर हो गए थे। मुर्मू की पहले राउंड में वोट वैल्यू 3.78 लाख थी। जबकि, सिन्हा 1.45 पर टिके थे। इसके बाद तीसरे राउंड तक जीत का अंतर बढ़ता गया। आंकड़ों के मुताबिक, मुर्मू को 6,76,803 वोट मिले, जबकि सिन्हा को 3,80,177 वोट मिले। इस तरह द्रौपदी मुर्मू देश की नई राष्ट्रपति होंगी।

NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत के बाद उनके ओडिशा स्थित पैतृक गांव और देश के बाकी हिस्सों में जश्न का माहौल है। लोग ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों के जरिए जीत की खुशियां मना रहे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई की मध्य रात्रि को खत्म हो रहा है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा।मुर्मू की जीत के बाद भाजपा दिल्ली में विजय जुलूस निकालेगी। ऐसा पहली बार होगा, जब राष्ट्रपति की जीत के बाद जुलूस निकाला जाएगा। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा राजपथ तक इस जुलूस की अगुआई करेंगे और भाषण देंगे।

उत्तराखंड में आज से हरेला लोकपर्व शुरू, हरेला पर्व से मानी जाती है उत्तराखंड में सावन की शुरुआत, पुष्कर सिंह धामी ने पौधरोपण कर की शुरुआत

देवभूमि उत्तराखंड में आज से हरेला लोकपर्व का उत्सव शुरू हो गया है। वैसे तो उत्तराखंड में कई महत्वपूर्ण लोक पर्व हैं और इनमें से एक है ‘हरेला’। हरेला उत्तराखंड का लोक पर्व ही नहीं बल्कि हरियाली का प्रतीक भी है। उत्तराखंड में सावन की शुरुआत हरेला पर्व से मानी जाती है।इस पर्व का विशेष महत्व होता है और इस साल यह पर्व आज यानि 16 जुलाई को मनाया जा रहा है। हमारे पूर्वज बहुत दूरदर्शी थे इसलिए उन्होंने विज्ञान को लोक पर्व से पिरोकर रखा। लोकपर्व हरेला से पौधरोपण को बढ़ावा मिलता है। इससे वायुमंडल में आक्सीजन, भूजल संग्रहण के साथ वातावरण में हरियाली रहती है।  यह लोकपर्व खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने  अपने आवास पर पौधरोपण कर हरेला पर्व की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हरेला पर्व हरियाली का प्रतीक है। इसको हरित क्रांति के रूप में मनाना होगा, तभी हम पर्यावरण को संरक्षित रख सकते हैं। इसमें जन जन की भागीदारी होनी चाहिए।  मान्यता है कि हरेला पर्व पर लगाया पौधा सूखता नहीं है।

जुलाई माह के शुरु के 9 दिन में मक्‍का, गेहूं, उड़द, सरसों और भट को रिंगाल की टोकरी में रोपित किया जाता है। कुछ दिनों में ही इसमें अंकुरित होकर पौधे उग जाते हैं, उन्हें ही हरेला कहते हैं। इसके बाद 10वें दिन हरेला त्योहार के दिन इसे काटा जाता है और फिर इसका पूजन करते हैं और इसे हरेला पतीसना कहा जाता है। फिर यह देवता को अर्पित किया जाता है और घर की बुजुर्ग महिला सभी सदस्यों को हरेला लगाती है इन पौधों को देवताओं को अर्पित किया जाता है। इसके बाद घर के बुजुर्ग इसे काटते हैं और छोटे लोगों के कान और सिर पर रखकर आशीर्वाद देते हैं।

हरेला पर्व पर इस बार भाजपा प्रदेशभर में पौधरोपण का अभियान चलाकर पांच लाख पौधे रौपेगी। भाजपा की ओर से जगह-जगह आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम के तहत प्रदेश में करीब 60 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं। आज वन विभाग द्वारा आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम में पौधरोपण के बाद सीएम  ने कहा कि देहरादून को क्लीन सिटी ग्रीन सिटी बनाने का अभियान शुरू किया गया है। संस्थाओं द्वारा वृक्षारोपण का कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है और यह कार्यक्रम अगले एक महीने तक चलेगा।

सीएम ने कहा कि दो साल बाद शुरू हो रही कांवड़ शिव भक्त यात्रा में इस बार लगभग छह करोड़ शिव भक्त देव भूमि उत्तराखंड में पहुंचेंगे। कावड़ यात्रा के संबंध में उन्होंने कहा की यात्रा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। शिव भक्तों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं उठाने दी जाएगी।

उत्तराखंड में धामी सरकार के 100 दिन हुए पूरे, 2025 तक उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने का प्रयास

 उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दूसरे कार्यकाल का 100 दिन बृहस्पतिवार को पूरा हो गया    मुख्यमंत्री धामी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं अपने प्रदेश की सवा करोड़ जनता को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हम 2025 तक उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने हेतु प्रतिबद्ध हैं और पूर्ण समर्पण भाव के साथ इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं । हमने 100 दिन में अच्छा कार्य किया है और आगे भी अच्छा कार्य करने के साथ नया कीर्तिमान बनायेंगे। समृद्ध तथा आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड का निर्माण किया जाएगा।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपने हर वादे को पूरा करने में जुटे हैं। जनवरी में हुए विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को लगातार दूसरी बार जीत मिली थी लेकिन धामी खुद अपनी सीट खटीमा से हार गए थे। बाद में चंपावत सीट पर 31 मई को हुए उपचुनाव में उन्होंने 55 हजार से ज्यादा मतों से जीत हासिल की।

 उन्होंने कहा कि 100 दिन में हमने राज्य के विकास की जो आधारशिला रखी है, वह 2025 में उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने में मील का पत्थर साबित होगी। इसके लिए विभागों को अगले पांच वर्षों में पर्यटन, पलायन, स्वरोजगार, अवस्थापना विकास सहित राज्य की तरक्की से जुड़े क्षेत्रों में किए जाने वाले कार्यों की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है। सभी विभागों से विकास का रोडमैप मांग लिया गया है जिस पर सरकार आने वाले सालों में अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अंतोदय परिवारों को साल में तीन सिलिंडर मुफ्त दिए, बुजुर्ग दंपत्तियों, दिव्यांगों, वृद्धों आदि की पेंशन में बढ़ोतरी की।राज्य में समान नागरिक संहिता लागू होगी जिसके लिए हमने समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए एक कमेटी बनाई है। उत्तराखंड भ्रष्टाचार मुक्त होगा तो कार्यसंस्कृति में सुधार आएगा। जिस प्रकार आय से अधिक संपत्ति के मामले में आईएएस अधिकारी डॉ. रामविलास यादव को जेल की हवा खिलाई गई।

विपक्ष : ‘पूरी तरह विफल है सरकार’

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने धामी सरकार के 100 दिनों के कार्यकाल को पूरी तरह विफल करार दिया और कहा, ”मात्र घोषणाएं करने से उपलब्धियां हासिल नहीं होतीं।” प्रति व्यक्ति कर्ज के मामले में प्रदेश देश में तीसरे स्थान पर है। 2017 में उत्तराखंड में प्रति व्यक्ति कर्ज 35,000 रूपये था जो 2022 तक भाजपा सरकार ने एक लाख चार हजार करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया।’’ उन्होंने कहा, ”धामी सरकार चारधाम यात्रा से लेकर विकास के मुददे तक हर मामले में विफल रही है। सरकार का बजट 2000 करोड रूपये के घाटे में है।”

अग्निपथ योजना के विरोध में पूर्व सीएम हरीश रावत ने वरिष्ठ नागरिकों सहित किया सत्याग्रह, तथा अग्निपथ योजना की खामियों को जनता तक पहुंचाने की बात कही

केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में उत्तराखंड मे कांग्रेस ने सोमवार को सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में प्रदर्शन धरना व पुतला दहन किया जिसको कांग्रेस ने सत्याग्रह नाम दिया है। जिसका नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने किया। इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत सहित पार्टी के सभी सीनियर नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि ये योजना युवाओं के लिए अग्निपथ नहीं बल्कि बर्बादी का पथ है। अग्निपथ को युवाओं के साथ धोखा बताने के साथ ही उन्होंने इसे देशहित के भी खिलाफ बताया। इससे पहले हरीश रावत ने सोशल मीडिया में अपने कुछ दोस्तों का जिक्र करते हुए साझा किया कि उन्होंने ”अग्निपथ के विरुद्ध वरिष्ठ नागरिक अभियान” प्रारंभ किया है। इसमें वह वरिष्ठ नागरिकों के साथ एक गर्वनर हाउस तक पदयात्रा करेंगे। जिसमें 60 साल के ऊपर के लोग अपना प्रतीकात्मक विरोध दर्ज करेंगे।

हरीश रावत का कहना है वे अभियान के तहत कुछ उप अभियान भी प्रारंभ करेंगे । पहले उप अभियान के माध्यम से प्रधानगणों से अपील की गई है कि प्रधानमंत्री से कहें कि मेरे गांव के नौजवानो का भविष्य बचाएं। दूसरा उप अभियान माताओं और बहनों की ओर से संचालित होगा, जिसमे वह प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगी ।और तीसरा उप अभियान, पूर्व सैनिकगण जो आग्रह करेंगे कि मोदी जी हमारे प्रदेश की सैन्य परंपरा का सम्मान करिए, उसकी रक्षा करिये। अग्निपथ योजना को वापस लीजिये।

कांग्रेस के इस सत्याग्रह पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि कांग्रेस अग्नीपथ योजना को लेकर युवाओं को गुमराह कर रही है। मंत्री के अनुसार उत्तराखंड के युवा कांग्रेस के बहकावे में नहीं आने वाले हैं।उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जिस तरह पहले कई मुद्दों पर राजनीति करने की कोशिश की लेकिन उन्हें इसका कोई फायदा नहीं मिला। उसी तरह से अग्निपथ मुद्दे पर भी राजनीति कर युवाओं को बहकना चाहती है, लेकिन उत्तराखंड के युवा कांग्रेस के बहकावे में नहीं आने वाले हैं।

 

देहरादून में कई सालों से मेट्रो का इंतज़ार अब ख़त्म, क्या हरिद्वार और ऋषिकेश में भी कोई प्लान है?

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ट्रैफिक के बढ़ते दबाव के कारण 6 साल पहले मेट्रो लॉन्च करने की योजना बनाई गई थी. कई कारणों के चलते यह सिर्फ योजना ही बन कर रह गयी . अब मेट्रो का छोटा रूप मेट्रो नियो  (ट्राम) चलाने की तैयारी हो रही है.  करीब  22 किलोमीटर लंबे रूट प्रोजेक्ट को राज्य सरकार से मंज़ूरी मिलने के बाद इसे केंद्र सरकार के अप्रूवल के लिए भेजा गया है. अब उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर तक इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को केंद्र हरी झंडी दे सकता है.

इस साल अक्टूबर तक देहरादून को एक नए ट्रांसपोर्ट सिस्टम मेट्रो नियो या ट्राम (Tram) की सौगात मिल सकती है. राज्य सरकार से इस प्रोजेक्ट को मंज़ूरी मिलने के बाद इसे केंद्र सरकार के अप्रूवल के लिए भेजा गया है और मेट्रो प्रोजेक्ट के अधिकारी पूरी उम्मीद जताने के साथ ही उत्साह के साथ ये भी बता रहे हैं कि इसके बाद हरिद्वार और ऋषिकेश में किस तरह के प्लान आने वाले हैं.

देहरादून में मेट्रो नियो के दो कॉरीडोर 
पहला कॉरीडोर – ISBT से सहारनपुर रोड, पथरीबाग, गांधी रोड से परेड ग्राउंड तक होगा
दूसरा कॉरीडोर – FRI मेन गेट से घंटाघर, ईसी रोड, रिस्पना ब्रिज, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री और रायपुर सिटी बस अड्डे तक होगा.

हरिद्वार में वैकल्पिक ट्रांसपोर्ट के रूप में पॉड टैक्सी चलाने के प्रोजेक्ट को उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मंजूरी दे दी है. अब इसे फाइनल सेंक्शन के लिए शासन को भेजा जा रहा है.  पीपीपी मोड पर बनने वाले इस प्रोजेक्ट के लिए हरिद्वार में करीब 23 किलोमीटर लंबा ट्रेक बनाया जाएगा. इसके अलावा कॉरपोरेशन हरिद्वार में हर की पौड़ी से चंडी देवी तक रोपवे भी लगाने जा रहा है.

 

चंपावत उपचुनाव :- मुख्यमंत्री धामी समेत इन चार प्रत्याशियों की आज अग्निपरीक्षा, सुबह सात से शाम पांच बजे तक होगा मतदान

चंपावत उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। चंपावत विधानसभा उपचुनाव पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं चंपावत विधानसभा के सभी मतदाताओं को शुभकामनाएं देता हूं कि वो मतदान करने के लिए मतदान केंद्र आ रहे हैं, सभी लोग शत-प्रतिशत मतदान में हिस्सा लेंगे और चंपावत का नया इतिहास बनाएंगे।

चंपावत सीट पर होने वाले उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित चार प्रत्याशियों की तकदीर ईवीएम में लॉक हो जाएगी। मतदान सुबह सात से शाम पांच बजे तक होगा।

जिला निर्वाचन अधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि इस सीट पर सीएम धामी के अलावा कांग्रेस की निर्मला गहतोड़ी, सपा समर्थित मनोज कुमार भट्ट और निर्दलीय हिमांशु गड़कोटी चुनाव मैदान में हैं। 96213 वोटर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 50171 पुरुष मतदाता और 46042 महिला वोटर शामिल हैं।

चंपावत उप चुनाव को लेकर चम्पावत विस सीट में 14 बूथ अति संवेदनशील घोषित किए गए हैं। जबकि 18 बूथों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। निर्विघ्न और शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने बूथों की समीक्षा की है। इन बूथों में चुनाव के दौरान पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।

जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि विस में 14 बूथों को अति संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। इनमें कोट अमोड़ी, खर्ककार्की, बनबसा, गुदमी, भजनपुर दोनों, चंदनी दोनों, मंडी समिति आमबाग, आमबाग दो, और टनकपुर के तीन बूथ शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि इसी तरह 18 बूथों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। इनमें गूंठ गरसाड़ी, बिरगुल, गुरजिला पाली, बडोली, हिडिंगा, कठौल, डांडा, बुंगादुर्गापीपल, मटकांडा, रुइयां, बनबसा कैनाल, फागपुर, मनिहारगोठ के दो, थपलियालखेड़ा, छीनीगोठ, नायकगोठ और टनकपुर के बूथ शामिल हैं।  उन्होंने बताया कि अति संवेदनशील और संवेदनशील बूथों में अर्द्धसैनिक और पुलिस बल के जवान तैनात किए जाएंगे। सुरक्षा को लेकर कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।

चंपावत उपचुनाव के मद्देनज़र मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा में अपने निवास के पास मंदिर में जाकर पूजा की। साथ ही सीएम धामी ने चंपावत में बनबसा के एक मतदान केंद्र पहुंचकर मतदाताओं से मुलाकात की और मतदान केंद्र का जायज़ा लिया।

विधानसभा के उपचुनाव के लिए मतदान चल रहा है।

151 पोलिंग बूथ पर मतदान हो रहा है।

96 हजार 216 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद चुनावी मैदान में है।

कांग्रेस की ओर से निर्मला गहतोड़ी चुनावी मैदान में हैं।

समाजवादी पार्टी और एक निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में।

सभी उम्मीदवारों की किस्मत आज शाम 5 बजे हो जाएगी लॉक।

पोलिंग स्टेशन पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी हुई है।