मुख्यमंत्री धामी के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने थामी प्रचार की कमान, चंपावत में डाला डेरा

चंपावत विधानसभा सीट के लिए 31 मई को होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। प्रदेश स्तरीय नेताओं के साथ केंद्रीय नेताओं का भी कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। सोमवार से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी चंपावत पहुंचकर चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है।चंपावत उप चुनाव में कांग्रेस प्रचार में कहीं भी सत्तारूढ़ दल से पीछे नहीं दिखना चाहती है। जैसा कि कुछ लोगों की ओर से प्रचार किया जा रहा था कि कांग्रेस ने भाजपा को वॉकओवर दे दिया। पार्टी ने इस तथ्य को कुप्रचार बताते हुए पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ने का दम दिखाया है। यही वजह है कि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा समेत पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, जसपुर के विधायक आदेश चौहान सहित  तमाम नेता चंपावत में डेरा डाले हुए हैं।

चंपावत का रण जीतने को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूरा जोर लगा दिया है। इसके लिए मुख्यमंत्री धामी के अलावा 5 कैबिनेट मंत्री, 3 राष्ट्रीय स्तर के नेता, प्रदेश अध्यक्ष समेत पूरा संगठन चंपावत में डेरा डाले हुए हैं। जबकि कांग्रेस ने अंतिम सप्ताह में पूर्व सीएम हरीश रावत को चुनावी मैदान में उतारा है। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य समेत कई विधायक चंपावत पहुंंच चुके हैं। ऐसे में अब अंतिम दौर में चंपावत का चुनाव रोमांचक होने जा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के लिए कुर्सी बचाने का अभियान कहा जा रहा चंपापत उपचुनाव प्रचार के अंतिम दौर में खासा दिलचस्प हो गया है। सोमवार 23 मई को कांग्रेस की ओर से कैंपेन करने के लिए हरीश रावत पहुंचे और कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी के समर्थन में प्रचार व जनसंपर्क किया। रावत को भेजकर चंपावत में कांग्रेस ने न केवल कड़े मुकाबले बल्कि पार्टी की एकजुटता का संदेश भी दिया। रावत से पहले यहां अन्य कांग्रेसी नेता पहुंच चुके हैं और कई आ सकते हैं।

कांग्रेस ने अंतिम सप्ताह में अपने दिग्गजों को रण में उतार दिया है। सोमवार को पूर्व सीएम हरीश रावत चंपावत पहुंच गए। उनके साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी पहुंच चुके हैं। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, विधायक सुमित ह्रदयेश, मनोज तिवारी, सांसद प्रदीप टम्टा पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल आदि प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं। लेकिन सबसे खास एंट्री हरीश रावत की मानी जा रही है। जो कि धामी को टक्कर देने की रणनीति पर काम करने का दावा कर चुके हैं। हालांकि हरीश रावत के नेतृत्व में जिस तरह विधानसभा का चुनाव पार्टी बुरी तरह से हारी है, साथ ​ही वे खुद भी चुनाव हारे, उससे कांग्रेस के मनौबल पर बहुत बुरा असर पड़ा है। जो कि बीते दिनों में नजर भी आया। लेकिन अब चंपावत के बहाने कांग्रेस एक नई किरण जगाने की कोशिश में है। चिंतन शिविर और दिल्ली में हाईकमान से मिलने के बाद हरीश रावत नए अंदाज में नजर आ रहे हैं।

उत्तराखंड में बदला मौसम का मिजाज, पहाड़ों पर झमाझम बारिश, बारिश और ओलावृष्टि को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी

देहरादून:-  उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते मौसम का मिजाज बदल गया है। राज्य के पर्वतीय जनपदों में रविवार देर रात से तेज हवाएं चलने के साथ ही झमाझम बारिश भी हुई। राजधानी देहरादून में सोमवार सुबह तक बारिश जारी रही। जिसके बाद मौसम सुहावना हो गया है।

सोमवार को मौसम ने करवट ली तो पहाड़ों पर झमाझम बारिश हुई। वहीं यमुनोत्री धाम की चोटियों पर बर्फबारी से कड़ाके ठंड पड़ रही है। उधर, श्रीनगर और आसपास के क्षेत्रों में रात से हल्की बारिश जारी है। नई टिहरी और आसपास के क्षेत्रों में भी बीती रात से झमाझम बारिश होने से मौसम में ठंडक आ गई है।

बारिश के चलते मौसम सुहाना हुआ, साथ ही जंगलों में लगी आग भी शांत हो गई है। मौसम के बदले मिजाज से सोमवार को कुमाऊं क्षेत्र के कुछ इलाकों में जहां भारी बारिश, वहीं दून समेत मैदानी क्षेत्रों में भी हल्की बारिश के साथ ही तेज आंधी की संभावना मौसम विभाग ने जताई थी।

मौसम विभाग ने 24 मई तक राज्य के अधिकांश जनपदों पहाड़ से लेकर मैदान पर भारी बारिश ,आंधी तूफान ,ओलावृष्टि और बिजली गिरने की संभावना जताई है।जिसको लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है ।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक सोमवार को देहरादून ,टिहरी ,उत्तरकाशी ,बागेश्वर नैनीताल ,पिथौरागढ़ में भारी बारिश के साथ पर्वतीय इलाकों में ओलावृष्टि व बिजली गिरने के साथ ही 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं।

मंगलवार को राज्य के देहरादून ,टिहरी ,उत्तरकाशी ,बागेश्वर नैनीताल ,पिथौरागढ़ में भारी बारिश और ओलावृष्टि को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है । कुछ इलाकों में 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

पर्वतीय इलाकों में भारी बारिश के साथ ही तेज गर्जना के साथ बिजली गिरने और 70 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओें के चलने की भी संभावना जताई गई थी। भारी बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक, आज सोमवार को कुमाऊं क्षेत्र के कुछ इलाकों में भारी बारिश होगी। साथ ही तेज गर्जना के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है।

गैरसैंण में सात जून से होगा विधानसभा सत्र, धामी सरकार पेश करेगी अपना बजट

सात जून से गैरसैंण में विधानसभा सत्र होगा। इसी सत्र में धामी सरकार अपना बजट भी पेश करेगी। इसके साथ आर्थिक सर्वेक्षण भी आएगा। सीएम धामी इन दिनों लगातार बजट को आम जनता के अनुरूप बनाने के लिए लगातार जन संवाद कर कर रहे हैं।

सरकार की ओर से तैयार किए जा रहे बजट में आम जनता के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों की भागीदारी सुनिश्चित हो। इसके लिए बजट पूर्व संवाद कार्यक्रम की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।  जिसमें उद्योग, व्यापार, होटल, पर्यटन, कृषि आदि विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों के सुझाव प्राप्त हुए है। इन सुझावों का समावेश बजट में किया जाएगा। राजकीय कोष को बढ़ाने के लिए कर राजस्व को बढ़ावा देने के प्रयासों के साथ ही अनेक महत्वपूर्ण सुझावों को अमल में लाया जाएगा।

सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड धर्म और आध्यात्म का केंद्र है। राज्य की पारिस्थितिकी और आर्थिकी को साथ लेकर चलना है। उत्तराखंड आत्मनिर्भर तभी बनेगा जब हम सब अपने दायित्वों का सही ढंग में निर्वहन करें।

सरकार की ओर से तैयार किए जा रहे बजट में आम जनता के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों की भागीदारी सुनिश्चित हो। इसके लिए बजट पूर्व संवाद कार्यक्रम की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। जिसमें उद्योग, व्यापार, होटल, पर्यटन, कृषि आदि विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों के सुझाव प्राप्त हुए है। इन सुझावों का समावेश बजट में किया जाएगा। राजकीय कोष को बढ़ाने के लिए कर राजस्व को बढ़ावा देने के प्रयासों के साथ ही अनेक महत्वपूर्ण सुझावों को अमल में लाया जाएगा।

सरकार का लक्ष्य उत्तराखंड को 2025 तक देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना है। इसके लिए यह जरूरी है कि उद्यमी युवाओं के मददगार बने। वित्त मंत्री प्रेमचद अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में पहली बार बजट पूर्व संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इससे समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के विकास की परिकल्पना भी साकार होगी। इस मौके विधायक खजान दास, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. दुर्गेश पंत ने किया।

गढ़वाल यूनिवर्सिटी सहित पूर्वोत्तर के विश्वविद्यालय को मिली इस साल CUET से राहत, इस साल पूर्व की व्यवस्था के तहत होंगे एडमिशन

कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) जुलाई के अंतिम सप्ताह में आयोजित होगा। ये पोस्‍ट ग्रेजुएशन प्रवेश के लिए पहली बार आयोजित होने वाली कंप्यूटर आधारित परीक्षा है। यूजीसी अध्यक्ष एम जगदीश कुमारएनटीए इन परीक्षाओं को अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में आयोजित किया जा रहा है। अप्‍लीकेशन जमा करने की आखिरी तारीख 18 जून है।एडमिशन के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन विंडो भी गुरुवार, 19 मई से ही शुरू हो रही है।

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित पूर्वोत्तर के विश्वविद्यालय में इस साल एडमिशन को बड़ी राहत दी है यूजीसी की ओर से जारी एक पत्र के मुताबिक इन विश्वविद्यालय के कॉलेजों में इस साल पूर्व की व्यवस्था के तहत एडमिशन की छूट रहेगी हालांकि यह छूट केवल इस वर्ष के लिए है

यूजीसी के इस पत्र के बाद गढ़वाल विश्वविद्यालय से एफिलिएटिड डीएवी, डीबीएस, एमकेपी, एसजीआरआर पीजी कॉलेज सहित जितने भी प्राइवेट पैरामेडिकल व अन्य कॉलेज हैं, सभी में पूर्व की व्यवस्था के तहत एडमिशन होंगे। इनमें से किसी भी कॉलेज में सीयूईटी एग्जाम की जरूरत नहीं है।

 

Uttarakhand CUET admission

इन यूनिवर्सिटी को मिली इस साल CUET से राहत
HNB Garhwal Central University
Sikkim University
Rajiv Gandhi University,
Manipur University,
Assam University.
Nagaland University,
Tripura University,
Mizoram University,
NEHU

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के एक्शन से मची खलबली: देहरादून आरटीओ कार्यलय मे किया निरीक्षण, आरटीओ को किया सस्पेंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में छापा मारा। छापे के दौरान संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) समेत बड़ी संख्या में कर्मचारी अनुपस्थित मिले। मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए मौके पर ही आरटीओ दिनेश चंद्र पठोई को निलंबित करने के निर्देश दिए, शाम को सचिव परिवहन ने उनके निलंबन आदेश जारी कर दिए। पठोई को परिवहन आयुक्त कार्यालय में संबद्ध कर दिया गया है।

यहां अनियमितताओं को लेकर उन्होंने तुरंत आरटीओ दिनेश पठोई को सस्पेंड कर दिया। इस दौरान यहां 80 फीसदी कर्मचारी अनुपस्थित मिले। सीएम के सुबह-सुबह इस तरह निरीक्षण पर पहुंचने से यहां विभागीय कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।

मिली जानकारी के अनुसार आरटीओ के साथ ही एआरटीओ के खिलाफ पर सस्पेंड की कार्रवाई की गई है।

सुबह दस बजे दफ्तर नहीं पहुंचने वाले कई अधिकारियों कर्मचारियों को नोटिस जारी करने के आदेश किए गए। मुख्यमंत्री को आरटीओ कार्यालय में अनियमितता की लगातार शिकायतें मिल रही थी। विभागीय सूत्रों के मुताबिक अभी कई और अफसरों पर गाज गिर सकती है।

आरटीओ कार्यालय में छापे की कार्रवाई के बाद मुख्यमंत्री धामी सचिवालय पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी, परिवहन आयुक्त रणवीर सिंह चौहान और सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम को बुलाया और उनसे पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी और कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

भारत में होने वाली एशियन फिजिक्स ओलंपियाड 2022 के आयोजन की जिम्मेदारी राष्ट्रीय स्टीयरिंग कमेटी ने देहरादून के ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को संयुक्त रूप सौंपी गयी है, 28 देशों के 220 ओलंपियाड में प्रतिभाग करेंगे

एशियन फिजिक्स ओलंपियाड 2022 के आयोजन की जिम्मेदारी राष्ट्रीय स्टीयरिंग कमेटी ने ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी संयुक्त रूप सौंपी गयी है।

भारत में 23 से 31 मई, 2022 तक देहरादून में होने वाले 22वें एशियाई भौतिकी ओलंपियाड (एपीएचओ – 2022) का मेजबान बनकर सम्मानित महसूस कर रहा है। आयोजन समिति की ओर से, सभी देशों की टीमों को आमंत्रित करते हुए हमें बहुत खुशी हो रही है। APhO-2022 में भाग लेने के लिए एशिया और ओशिनिया क्षेत्रों में। इसका आयोजन इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजिक्स टीचर्स द्वारा होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन के माध्यम से परमाणु ऊर्जा विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, देहरादून में एक नोडल केंद्र के साथ किया जा रहा है।

पिछले 2 वर्षों में हम सभी COVID-19 महामारी के कठिन समय से गुजरे हैं, और एशियन फिजिक्स ओलंपियाड के आयोजन का एक बड़ा प्रभाव पड़ा है। एशियन फिजिक्स ओलंपियाड 2020 को 2021 में स्थानांतरित कर दिया गया है और इसे ऑनलाइन आयोजित किया गया था। देशों और समय क्षेत्रों में ऑनलाइन प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने के लिए कोई आसान चुनौती नहीं है। मैं इस महामारी के दौरान एपीएचओ की मेजबानी करने की भारत की इच्छा के लिए आभारी हूं, मेरा मानना ​​है कि भारत एक महान एपीएचओ की मेजबानी कर सकता है। मुझे आशा है कि आयोजन सुचारू रूप से और सफलतापूर्वक चलेगा।

भारत सरकार की साइंस ओलंपियाड के लिए बनी राष्ट्रीय स्टीयरिंग कमेटी ने ओलंपियाड के सफल आयोजन का दायित्व भारतीय भौतिक शिक्षा परिषद, ग्राफिक एरा हिल और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को सौंपा है। ओलंपियाड आयोजन समिति के सचिव, दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर डॉ रवि एस भट्टाचार्य ने बताया कि इस बार भारत सहित ऑस्ट्रेलिया ब्राजील, हांगकांग, मलेशिया, चीन, रूस आदि 28 देशों के 220 विद्यार्थी और वैज्ञानिक ओलंपियाड में प्रतिभाग करेंगे।

10 साल बाद भारत में यह ओलिंपियाड किया जा रहा है और उसके लिए ग्राफिक एरा को चुनकर दुनिया के शीर्ष भौतिक वैज्ञानिकों के समुदाय ने ग्राफिक एरा की शिक्षा की उच्च स्तरता पर अपनी मुहर लगा दी। यह शिक्षकों और छात्र छात्राओं के लिए कुछ नया सीखने का एक बेहतरीन मौका होगा ।आयोजन की तैयारियां को अंतिम रुप दिया जा रहा है और इस आयोजन को लेकर ग्राफिक एरा बहुत उत्साहित है।

भारत सरकार की साइंस ओलंपियाड के लिए बनी राष्ट्रीय स्टीयरिंग कमेटी ने ओलंपियाड के सफल आयोजन का दायित्व भारतीय भौतिक शिक्षा परिषद, ग्राफिक एरा हिल और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को सौंपा है। ओलंपियाड आयोजन समिति के सचिव, दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर डॉ रवि एस भट्टाचार्य ने बताया कि इस बार भारत सहित ऑस्ट्रेलिया ब्राजील, हांगकांग, मलेशिया, चीन, रूस आदि 28 देशों के 220 विद्यार्थी और वैज्ञानिक ओलंपियाड में प्रतिभाग करेंगे।

हर देश की टीम में वहां के टॉप 8 छात्र-छात्राएं शामिल हैं जो ऑनलाइन माध्यम से ओलंपियाड में शामिल रहेंगे। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ जे कुमार ने कहा कि विश्व स्तरीय फिजिक्स ओलंपियाड के आयोजन की जिम्मेदारी ग्राफिक एरा को मिलना न केवल विश्वविद्यालय बल्कि समूचे उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है।

फूलों की घाटी: उत्तराखंड स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी समय से पहले ही महकने लगी, एक जून से कर सकेंगे प्राकृतिक सौंदर्य के दीदार

उत्तराखंड स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी में इस साल दो हफ्ते पहले ही फूल खिलने शुरू हो गए हैं। यहां इन दिनों आधा दर्जन से अधिक किस्मों के फूल खिल गए हैं। आम तौर से यहां फूल जून के महीने में खिलते हैं, लेकिन माना जा रहा है कि इस बार चूंकि बर्फ़ जल्दी पिघल गई है इसलिए फूल भी जल्दी खिलने लगे हैं। इस बार यहां कई किस्मों के फूल खिल रहे हैं।

फूलों की घाटी विभिन्न तरह के फूलों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। फूलों की घाटी इस बार समय से पहले ही महकने लगी है। घाटी में कई फूल खिलने लग गए हैं। घाटी में फूलों का समय से पहले खिलने का कारण उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फ का जल्दी पिघलना माना जा रहा है।

एक जून से घाटी पर्यटकों के लिए खोल दी जाएगी, लेकिन इस बार घाटी में दो सप्ताह पहले ही कई तरह के फूल खिल चुके हैं, जिसमें पोटैंटिला, वाइल्ड रोज, मोरया लोगी, फूलीया, प्रिमुला आदि फूल शामिल हैं। 87.50 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली घाटी उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित है।

यहां पर बर्फ पिघलने के बाद फूलों के पौधों में नई कोंपलें आने लगती हैं और इसके साथ ही उनमें फूल खिलने का सिलसिला शुरू हो जाता है। इस बार भी सर्दियों में अच्छी बर्फबारी हुई थी, लेकिन तेज गर्मी पड़ने से बर्फ तेजी से पिघल गई है, जिससे चलते यहां समय से पहले फूल खिलने शुरू हो गए हैं।

फूलों की घाटी रेंज के वन क्षेत्राधिकारी का कहना है कि घाटी में इस वर्ष फूल खिलने का दौर दो सप्ताह पहले ही शुरू हो गया है। उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फ जल्द पिघलने के कारण ऐसा हो रहा है। अभी वहां कई तरह के फूल खिल चुके हैं। घाटी एक जून से पर्यटकों के लिए खोली जाएगी।

फूलों की घाटी जुलाई और अगस्त महीने में अपने चरम पर होती है। इस दौरान घाटी में 300 से अधिक प्रजाति के फूल खिलते हैं। इसी समय यहां देश-विदेश के सबसे अधिक सैलानी फूलों का दीदार करने आते हैं। इन दो महीनों तक घाटी पर्यटकों से गुलजार रहती है

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने यात्रियों से अधिक वसूली पर कार्यवाही करने के सख्त आदेश

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा चल रही है। चारधाम यात्रा के दौरान अव्यवस्थाओं को लेकर जहां पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज पर सवाल उठाए जा रहे थे। उनके दुबई जाने पर विपक्ष हमलावर था। तो वहीं अब दुबई से लौटते ही सतपाल महाराज एक्शन में नजर आ रहे है। चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों से निर्धारित दरों से अधिक धनराशि की वसूली की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए सोमवार को प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने ऐसे लोगों पर कठोर कार्यवाही करने के अधिकारियों को आदेश दिये हैं।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों से हेलीकॉप्टर सेवा, टैक्सी सेवा होटल, गेस्ट हाउस एवं खान-पान सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं पर निर्धारित दरों से अधिक धनराशि वसूलने की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए सोमवार को जनपद चमोली के जिलाधिकारी हिमांशी खुराना एवं रुद्रप्रयाग जनपद के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से दूरभाष पर वार्ता कर ऐसे लोगों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।उन्होने अधिकारियों से कहा कि चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों से जो भी सेवा प्रदाता अतिरिक्त पैसा वसूलने का दुस्साहस कर रहा है ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध तत्काल कठोर कानूनी कार्यवाही की जाए।

महाराज ने कहा कि यात्रा में किसी प्रकार की कोताही बर्रदास्त नहीं की जाएगी। यात्रियों के अतिथि सत्कार और प्रबंधन का पूरा ध्यान रखा जाए। चारों धामों में क्षमता से अधिक यात्रियों का प्रवेश न हो इस बात का अधिकारी पूरा ध्यान रखें।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा गेस्ट हाउस एवं खान-पान सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं पर निर्धारित दरों से अधिक धनराशि वसूलने की शिकायतों और अनियमितताओं को लेकर सख्त कदम उठाया है। बताया जा रहा है कि महाराज ने कहा है कि चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन और सत्यापन करने वाले निजी वेंडर पर कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को जनपद चमोली के जिलाधिकारी हिमांशी खुराना एवं रुद्रप्रयाग जनपद के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से दूरभाष पर वार्ता कर ऐसे लोगों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।

ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में मिला 12.8 फीट का शिवलिंग,कोर्ट ने जगह को सील करने का दिया आदेश

ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे का काम सोमवार को पूरा हो गया। सर्वे टीम 17 मई को अपनी रिपोर्ट कोर्ट को सौंपेगी। तीसरे दिन सर्वे का काम पूरा होने के बाद हिंदू पक्षकारों एवं सूत्रों ने बड़ा दावा किया है। सूत्रों का कहना है कि सर्वे के तीसरे दिन मस्जिद परिसर में शिवलिंग, 15वीं शताब्दी की मूर्तियां एवं एक कांस्य प्रतिमा भी मिली है। जबकि सर्वे टीम का हिस्सा सोहनलाल आर्य का दावा है कि ‘नंदी को उनके बाबा मिल गए और जितना सोचा गया था उससे कहीं ज्यादा साक्ष्य मिला है।’ शिवलिंग मिलने के दावे की पुष्टि कोर्ट की तरफ से हो गई है। वाराणसी सिविल कोर्ट ने वाराणसी के जिलाधिकारी को आदेश दिया है कि जिस जगह पर शिवलिंग मिला है, उस स्थान को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया जाए। इस स्थान पर किसी व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं होगी। शिवलिंग की सुरक्षा में सीआरपीएफ के जवान तैनात होंगे।

बता दें कि एक अर्जी दाखिल की गई थी, जिसमें अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि सर्वे के दौरान शिवलिंग मिला है। जिसके बाद वाराणसी सिविल कोर्ट ने जगह को सील करने का आदेश दिया है। वाराणसी सिविल कोर्ट ने जिला प्रशासन को कहा है कि जिस जगह पर शिवलिंग मिला है उसे सील किया जाए। शिवलिंग को संरक्षित और सुरक्षित करते हुए किसी को भी जाने की इजाजत न दी जाये। हालांकि मुस्लिम पक्ष सभी दावों को खारिज कर रहा है। उनका कहना है कि ऐसा कुछ भी नहीं है और रिपोर्ट अभी कोर्ट के समक्ष पेश होनी है।

वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावे के बाद वाराणसी कोर्ट ने जिलाधिकारी (DM) और केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) को उस जगह को तुरंत सील करने का आदेश जारी किया है। वाराणसी कोर्ट ने जिले के डीएम को आदेश देते हुए कहा, कि जिस स्थान पर शिवलिंग मिला है, उस जगह को तत्काल प्रभाव से सील कर दें। वहां किसी भी व्यक्ति को जानें की अनुमति न दें। बता दें कि, इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और सीआरपीएफ को दी गई है। इतना ही नहीं, अदालत ने अधिकारियों की व्यक्तिगत जिम्मेदारी भी तय कर की है। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि, ‘डीएम, पुलिस कमिश्नर और सीआरपीएफ कमांडेंट को आदेशित किया जाता है कि जिस जगह को सील किया गया है, उस स्थान को संरक्षित और सुरक्षित रखने की पूर्णत: व्यक्तिगत जिम्मेदारी उपरोक्त समस्त अधिकारियों की मानी जाएगी।

तीन दिन तक हुई फोटोग्राफी – वीडियोग्राफी

शनिवार सुबह से शुरू हुए इस सर्वे को सोमवार सुबह 10.30 बजे खत्म कर दिया गया । कोर्ट के आदेश पर गठित टीम ने ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे पूरा किया । सर्वे टीम ने कहा कि अब सारे दस्तावेजों की एक रिपोर्ट बनाकर कोर्ट में पेश की जाएगी । इस रिपोर्ट पर दोनों पक्षों की ओर से जिरह होगी , जिसके बाद ही कोई फैसला आएगा ।

मुस्लिम पक्ष बोला – दावे बेबुनियाद

जहां हिंदू पक्ष के वकील और अन्य लोगों के चेहरे पर एक सकारात्मक रुख नजर आया , वहीं मुस्लिम पक्ष के वकील ने हिंदू पक्ष के दावों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है । हालांकि इस दौरान वह रुककर बात करने तक को तैयार नहीं हुए । उन्होंने हिंदू पक्ष के शिवलिंग मिलने के दावों को बेबुनियाद करार दिया ।

कोर्ट ने दिया ये आदेश
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन के बेटे हैं विष्णु जैन। उनके इस प्रार्थना पत्र को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया, जिसमें यह दावा किया गया है कि परिसर से शिवलिंग मिला है। इस अर्जी को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया और जिला मजिस्ट्रेट बनारस को आदेश दिया है कि जिस स्थान पर शिवलिंग प्राप्त हुआ है उसे स्थान को तत्काल प्रभाव से सील कर दें और सील किए गए स्थान पर किसी भी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित किया जाता है। जिला मजिस्ट्रेट वाराणसी और पुलिस कमिश्नर पुलिस कमिश्नरेट बनारस तथा सीआरपीएफ कमांडेंट बनारस को आदेशित किया जाता है कि जिस स्थान को सील किया गया है उस स्थान को संरक्षित एवं सुरक्षित रखने की पूर्णता व्यक्तिगत जिम्मेदारी उपरोक्त समस्त अधिकारियों की व्यक्तिगत रूप से मानी जाएगी। उपरोक्त सील किए गए स्थान के बाबत स्थानीय प्रशासन द्वारा क्या-क्या किया गया है इस के सुपरविजन की जिम्मेदारी पुलिस महानिदेशक पुलिस मुख्यालय उत्तर प्रदेश लखनऊ तथा मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ की होगी। वाद लिपिक को आदेशित किया जाता है इस आदेश की प्रति संबंधित अधिकारी को प्रेषित किया जाना सुनिश्चित करें पे कमिशन रिपोर्ट पर सुनवाई हेतु पेश हो।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे को लेकर वाराणसी प्रशासन द्वारा आसपास के क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने मस्जिद परिसर से 500 मीटर के दायरे में स्थित सभी दुकानों को सर्वे के दौरान बंद करने का आदेश दिया। साथ ही 2 किलोमीटर के दायरे में हर 100 तथा 200 मीटर की दूरी पर बैरिकेडिंग की गई है ताकि सर्वे के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी या माहौल बिगाड़ने की कोशिश ना की जाए। हालांकि की मस्जिद परिसर के पास काशी विश्वनाथ मंदिर में जाने के लिए भक्तों को छूट दी गई है मगर इन क्षेत्रों में मीडिया कर्मियों को जाने की इजाजत नहीं है।

उत्तराखंड: 10 जून को होंगे उत्तराखंड में राज्यसभा सीट के लिए चुनाव, 70 में से 47 सदस्यों के साथ भाजपा का पलड़ा भारी

उत्तराखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए चुनाव 10 जून को होगा। चुनाव आयोग ने राज्यसभा की खाली सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया है। उत्तराखंड विधानसभा में 47 सदस्यों के साथ सत्तारूढ़ भाजपा का पलड़ा काफी भारी है। पार्टी राज्य सभा के उम्मीदवार के लिए नामों के पैनल पर मंथन कर रही है।

उत्तराखंड में राज्यसभा की तीन में से एक सीट 4 जुलाई को खाली हो रही है। इस सीट से कांग्रेस नेता प्रदीप टम्टा राज्यसभा सांसद हैं। वहीं, इस सीट के लिए 31 मई तक नामांकन किया जाना है।

मौजूदा परिस्थतियों में इस सीट का इस बार बीजेपी के खाते में जाना लगभग तय है, क्योंकि उसके पास 70 में से 47 विधायकों का बहुमत है, तो विपक्ष में कांग्रेस के 19, बसपा के दो और एक निर्देलीय विधायक है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है कि अगले एक दो दिन में पार्टी छह नामों का एक पैनल पार्टी के केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेज देगी।

उत्तराखंड बीजेपी में दावेदारों की लंबी फौज है। वहीं, जो नाम चर्चाओं में है, उनमें चंपावत से सीएम के लिए सीट छोड़ने वाले कैलाश गहतोड़ी, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत, बीजेपी के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार, पूर्व दायित्वधारी ज्योति गैरोला, केंद्रीय एससीएसटी आयोग की सदस्य रह चुकी स्वराज विद्वान और बीजेपी महिला विंग की राष्ट्रीय मंत्री दीप्ति रावत का नाम शामिल है।

बृहस्पतिवार को चुनाव आयोग ने राज्यसभा की सीटों के कार्यक्रम जारी किया। कार्यक्रम के अनुसार, 24 मई को चुनाव की अधिसूचना जारी होगी। 31 मई नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है। एक जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी।

तीन जून तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। 10 जून को मतदान रखा गया है। मतदान सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। उसी दिन मतगणना होगी। 13 जून को चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। उत्तराखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए उत्तराखंड विधानसभा में चुनाव होगा।

भाजपा राज्यसभा सीट के लिए जल्द नामों का पैनल भेजेगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के मुताबिक, पैनल पर मंथन चल रहा है। जल्द पैनल तैयार कर केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेज दिया जाएगा।