पेट्रोल ने महंगाई का आसमान छू लिया है, देहरादून में पेट्रोल की कीमत ने शतक लगाया,कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर जताया विरोध

देहरादून:- देहरादून में लगातार पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों से आम लोगों की जेब पर बोझ बढ़ता जा रहा है। देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। तेल की कीमतों ने ना सिर्फ आम लोगों की परेशानियां बढ़ाई है बल्कि, पेट्रोल पंप भी वीरान हो गए हैं। तेल की कीमतों का देहरादून में भी असर देखने को मिला। जहां एक पेट्रोल पंप पर पहले दिन-रात बिक्री हुआ करती थी, अब वही पेट्रोल पंप वीरान हो गए हैं। यहां पहले के मुकाबले कम भीड़ होने लगी है। पेट्रोल पंप के कर्मचारियों का कहना है कि उनकी एक दिन की बिक्री 1200 से 1400 लीटर तक कम होने लगी है।शनिवार को पहली बार पेट्रोल के दाम 100 रुपये पहुंचे हैं। शनिवार को शहर में इंडियन ऑयल का नॉरमल पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर बिका। वहीं डीजल 93.92 रुपये प्रतिलीटर के हिसाब से बेचा जा रहा था। बढ़ोतरी होने से आमजन परेशान हैं।

महंगाई ने आम आदमी का जीना बेहाल कर दिया है। खाने पीने की चीजों से लेकर तेल के दामों ने आम आदमी के बजट का खेल बिगाड़ दिया है। अब पेट्रोल के दाम को ही देख लीजिए। पेट्रोल ने महंगाई का आसमान छू लिया है। लोग जब सुबह सुबह पेट्रोल भरवाने के लिए पेट्रोल पंपों तक पहुंचे तो दाम देखकर सभी हैरान रह गए। इस वक्त महंगाई से आम आदमी त्रस्त है। गैस, तेल, सब्जियां, दाल समेत न जाने कितनी ही चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। अब देहरादून में भीगी पेट्रोल 100 के पार चला गया है और देखना यह है कि यह महंगाई आखिर कब तक आम जनता को परेशान किए रखेगी।

पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने देहरादून में पेट्रोल पंपों के सामने विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शनों के दौरान पेट्रोल-डीजल-रसोई व गैस की कीमतों में हो रही निरंतर वृद्धि, अभूतपूर्व आर्थिक मंदी, बढ़ती बेरोजगारी और सभी जरूरी वस्तुओं की बढ़ती कीमतों से आम जनता को हो रही परेशानियों की तरफ मोदी सरकार का ध्यान आकर्षित किया गया।

युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव वैभव वालिया के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बल्लूपुर चौक पर एकत्र होकर बढ़ती महंगाई, पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम, गैस के बढ़ते दाम, सरसों तेल के बढ़े दाम के विरोध में ‘महंगाई के विरोध में हॉर्न बजाओ’ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों से महंगाई के विरोध में अपनी गाड़ी का हॉर्न बजाने का आग्रह किया। इस दौरान कहा गया कि हम रचनात्मक ढंग से महंगाई के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। जिससे लोगों को सरकार की लूट के खिलाफ जागरुक किया जा सके। सरकार को तुरंत महंगाई से राहत देनी चहिए।

प्रदर्शन में  शिवम ध्यानी, नवनीत कुकरेती, आरुषि सुंदरियाल, अमन कुमार, सूरज पंवार, तरुणा चक्रवर्ती, राहुल, शालीन बंसल, सुमित अग्रवाल, शादाब कुरेशी, अंजलि चमोली, आशीष सक्सेना, सूरज पंवार, अमनदीप बत्रा, अरुण शर्मा, सुमित्रा ध्यानी, मंजू त्रिपाठी, विजय भट्टाराई, कमर खान ताबी, मोहित ग्रोवर, कमल कांत, राहुल प्रताप लक्की, शिवम भुईयर, नितिन रावत, विकास नेगी, प्रकाश नेगी, साक्षी, प्रांजल, लकी राणा, सागर आदि लोग शामिल हुए।

 

 

 

हैदराबाद की दवा कंपनी पर आयकर विभाग का छापा, 142 करोड़ से ज्यादा नकद राशी,लगभग 550 करोड़ रुपये की बेहिसाब आय का पता चला है

हैदराबाद में एक दवा कंपनी पर आयकर विभाग ने छापा मारा। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में बताया, “छापेमारी के दौरान, कई बैंक लॉकरों का पता चला जिनमें से 16 लॉकर चालू स्थिति में थे। छापेमारी में अब तक 142 करोड़ की बेहिसाबी नकद राशि जब्त की गई है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के आधिकारिक प्रवक्ता को सूचित किया गया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के मुताबिक, हैदराबाद स्थित एक प्रमुख फार्मास्युटिकल समूह पर 6 अक्टूबर को करीब छह राज्यों में लगभग 50 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया था। अबतक लगभग 550 करोड़ रुपये की बेहिसाब आय का पता चला है।

बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि यह फार्मास्युटिकल समूह एक्टव फार्मास्युटिकल सामग्री (APIs) और फार्मूलेशन निर्माण के व्यवसाय में लगा हुआ है। कंपनी द्वारा अधिकांश उत्पादों को संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप, दुबई और अन्य अफ्रीकी और यूरोपीय  देशों के रूप में विदेशों में निर्यात किया जाता है।

सीबीडीटी ने कहा, “डिजिटल मीडिया, पेन ड्राइव, दस्तावेजों आदि के रूप में अपराध साबित करने वाले दस्तावेज मिले जिन्हें जब्त कर लिया गया और समूह द्वारा बनाए गए एसएपी और ईआरपी सॉफ्टवेयर से डिजिटल “साक्ष्य” एकत्र किए गए।”

इसने दावा किया, “फर्जी और गैर-मौजूद संस्थाओं से की गई खरीद में विसंगतियों और खर्च के कुछ विषयों की कृत्रिम मुद्रास्फीति से संबंधित मुद्दों का पता चला। इसके अलावा, भूमि की खरीद के लिए पैसे के भुगतान के सबूत भी मिले थे।”इसके अलावा, भूमि की खरीद के लिए भुगतान के साक्ष्य भी पाए गए और कई अन्य कानूनी मुद्दों की भी पहचान की गई जैसे कि कंपनी की किताबों में व्यक्तिगत खर्च और संबंधित सरकारी पंजीकरण मूल्य से नीचे खरीदी गई भूमि। अधिकारी ने बताया कि तलाशी के दौरान कई बैंक लाकर मिले हैं, जिनमें से 16 लाकर संचालित हैं। अघोषित आय का पता लगाने के लिए आगे की जांच की जारी है।

 

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन ने द्विपक्षीय वार्ता के लिए हैदराबाद हाउस में मुलाकात,फ्रेडरिक्सन नौ से 11 अक्टूबर तक तीन दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंची

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिक्सन की अगवानी की, जहां उनका औपचारिक स्वागत किया गया। अब दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई है। फ्रेडरिक्सन नौ से 11 अक्टूबर तक तीन दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंची हैं। विदेश राज्य मंत्री (MoS) मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली हवाई अड्डे पर फ्रेडरिक्सन का स्वागत किया, जो भारत की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर हैं।पीएम फ्रेडरिकसन अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर भारत आई हुई हैं, इस दौरान वह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगी।  कोरोना काल में बीते 20 महीनों के दौरान यह किसी प्रधानमंत्री की पहली भारत यात्रा है। पीएम मोदी के साथ पीएम मेट फ्रेडरिक्सन की इस द्विपक्षीय वार्ता में विदेश मंत्री जयशंकर भी शामिल रहे।

प्रधानमंत्री मोदी के रिसीव करने के बाद राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री फ्रेडरिक्सन का औपचारिक स्वागत किया गया।डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिक्सन ने इस दौरान कहा, ‘हम भारत को एक बहुत करीबी पार्टनर मानते हैं। मैं इस यात्रा को डेनमार्क-भारत द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक मील के पत्थर के रूप में देखती हूं।’ उन्होंने आगे कहा कि पिछले साल मैंने और पीएम मोदी ने हरित रणनीतिक साझेदारी (ग्रीन स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप) पर हस्ताक्षर किए और सहमति व्यक्त की। जब भारत और बाकी दुनिया में हरित संक्रमण की बात आती है तो हम एक महत्वाकांक्षी भारतीय सरकार को बड़ी जिम्मेदारी लेते हुए देखते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डेनमार्क की पीएम मेटे फ्रेडरिकसेन के बीच हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो गई है। इस बैठक में ‘हरित सामरिक गठजोड़’ के क्षेत्र में प्रगति की समीक्षा करने के साथ द्विपक्षीय संबंधों के विविध आयामों पर चर्चा होगी। दोनों देशों के बीच पुरूलिया हथियार कांड के आरोपी किम डेवी के प्रत्यर्पण के मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है।

डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन रविवार को ताजमहल और आगरा किला का दीदार करेंगी। उनके दौरे के कारण रविवार सुबह ताजमहल और आगरा किला पर्यटकों के लिए बंद किया जाएगा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षण पुरातत्वविद ने शुक्रवार को ताज और किला बंद करने की सूचना जारी कर दी। इसके मुताबिक रविवार सुबह 8.30 बजे से 10.30 बजे तक ताजमहल पर्यटकों के लिए बंद रहेगा, जबकि आगरा किला को सुबह 9.50 बजे से 11.50 बजे तक बंद रखा जाएगा।

 

उत्तराखंड शहीद सम्मान यात्रा 21 अक्तूबर को चमोली जिले के सवाड़ से और 24 अक्तूबर को पिथौरागढ़ जिले से शुरू होगी, चमोली में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पिथौरागढ़ में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे शुभारंभ

देहरादून:- उत्तराखंड में 21 अक्टूबर से बीजेपी सरकार शहीद सम्मान यात्रा की शुरुआत कर रही है। यह गढ़वाल और कुमाऊं से अलग-अलग शुरू होगी। इसके लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 24 अक्टूबर को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले जाएंगे।उत्तराखंड के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि शहीद सम्मान यात्रा 21 अक्तूबर को चमोली जिले के सवाड़ से और 24 अक्तूबर को पिथौरागढ़ जिले से शुरू होगी।

उत्तराखंड के सैन्य कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि पीएम मोदी जब देहरादून आए थे तब उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड देवभूमि है, वीरों की भूमि है। पीएम ने कहा था कि उत्तराखंड में चार धाम हैं, पांचवां धाम सैन्य धाम उत्तराखंड में होना चाहिए। हम उसे पूरा कर रहे हैं। देश की सेना में 17.5 फीसदी सैनिकों की पूर्ति उत्तराखंड करता है। देश की सरहद पर तैनात हर पांचवां सैनिक उत्तराखंड से है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुसार देहरादून में सैन्यधाम का निर्माण किया जा रहा है, जिस तरह लोग उत्तराखंड में चारधाम के दर्शनों को आते हैं उसी तर्ज पर अब लोग देहरादून में सैन्यधाम को देखने आएंगे। सैन्यधाम का निर्माण प्रदेश के शहीदों के आंगन की मिट्टी से किया जा रहा है।

भारत की सेना के दो शहीद बाबा जसवंत सिंह और बाबा हरभजन सिंह जिनकी पूजा होती है, उन दोनों के मंदिर भी सैन्यधाम में बनेंगे। वहां संग्रहालय भी बनाया जाएगा। शहीद सम्मान यात्रा का शुभारंभ चमोली जिले के ग्राम सवाड़ और पिथौरागढ़ के ब्लॅाक मूनाकोट से होगा।

उन्होंने कहा कि शहीद सम्मान यात्रा 21 अक्टूबर को गढ़वाल के सवाड़ गांव से और 24 अक्टूबर को कुमाऊं में पिथौरागढ़ के मूनाकोट से शुरू होगी। 21 अक्टूबर को चमोली में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इसकी शुरुआत करेंगे और 24 अक्टूबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पिथौरागढ़ से इसका शुभारंभ करेंगे।

सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री से मिलकर उन्हें यात्रा का शुभारंभ करने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय रक्षा मंत्री को उत्तराखंड में बनने वाले सैन्यधाम की प्रगति से भी अवगत कराया। रक्षा मंत्री ने राज्य के शहीदों के आंगन की पवित्र मिट्टी को सैन्यधाम में लाने के विचार का खुले दिल से स्वागत किया। उन्होंने राज्य में हो रहे विकास कार्यों पर भी खुशी जताई। कहा कि राज्य सरकार सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों के हित में संवेनशीलता से काम कर रही है।सैनिक कल्याण मंत्री ने बताया कि रक्षा मंत्री ने देहरादून स्थित गोरखा मिलिट्री इंटरमिडिएट कॉलेज एवं कैब्रियन हॉल स्कूल की लीज बढ़ाने पर भी सहमति प्रदान की है।

27 नवंबर को यात्रा देहरादून में पूरी होगी। जोशी ने कहा कि हमने राज्य भर के 1734 शहीद परिवारों से संपर्क किया है। देहरादून में स्थापित किए जा रहे सैन्य धाम के लिए प्रदेशभर के शहीद सैनिकों के घर-आंगन की मिट्टी को देहरादून में पहुंचाया जा रहा है। सरकार ने 21 अक्तूूबर से शहीद सम्मान यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया है। सैन्यधाम में लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से शहीदों की वीर गाथाओं को भी सुनाया और दिखाया जाएगा। इस यात्रा के जरिये लोगों में देशभक्ति जागृत होगी।

चुनाव से पहले यह यात्रा राजनीतिक लिहाज से भी अहम है। राज्य में सैनिक-पूर्व सैनिक और उनके परिवार के ही करीब 4.5 लाख वोटर्स हैं। राजनीतिक लिहाज से यह संख्या काफी अहम है। पूर्व सैनिकों को बीजेपी का वोट बैंक माना जाता रहा है और चुनाव में राष्ट्रवाद का मसला भी गरमाता है। अगले साल की शुरुआत में उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव हैं।

देहरादून :-प्रधानमंत्री मोदी के ऋषिकेश के दौर पर उठाए सवाल, आज  गांधी पार्क में ‘अफसोस दिवस’ मना रही कांग्रेस

देहरादून :- प्रधानमंत्री मोदी के ऋषिकेश दौरे को निराशाजनक बताते हुए कांग्रेस शुक्रवार को अफसोस दिवस मना रही है।लखीमपुर घटना से आहट और प्रधानमंत्री मोदी के ऋषिकेश एम्स दौरे को निराशाजनक बताते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता अफसोस दिवस मना रहे है।अपने एम्स दौरे के दौरान पीएम मोदी की ओर से उत्तराखंड के लिए पीएम द्वारा घोषणा नहीं करने के विरोध में पूर्व सीएम हरीश रावत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे मौन उपवास पर बैठ गए।

कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि उत्तराखंड का बेरोजगार आस लगाए बैठा था कि प्रधानमंत्री निश्चित ही देहरादून आकर भारत के दूसरे सबसे ज्यादा बेरोजगारी वाले राज्य के लिए रोजगार की सौगात लेकर आएंगे।लेकिन दुर्भाग्य है कि उन्होंने इस दिशा में कोई घोषणा नहीं की इसके अलावा किसानों को उम्मीद थी कि लखीमपुर में हुई किसानों के साथ बर्बरता के खिलाफ देश के प्रधानमंत्री प्लास्टिक के रूप में दो शब्द कहेंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी अपने दौरे के दौरान ढाणी सरकार को गन्ने का मूल्य बढ़ाने और बकाए की अदायगी करने के निर्देश देते लेकिन अफसोस है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। इसके विरोध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तमाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अफसोस दिवस के रूप में 1 घंटे का मौन उपवास रखा। उसके बाद कांग्रेस जन सबको सम्मति देकर भगवान भजन गाकर केंद्र सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रकट करेंगे।

इस दौरान महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार, पार्षद कोमल वोहरा, संगीता गुप्ता, नीनू सहगल, एसपी सिंह, संजय किशोर, नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा, अशोक वर्मा आदि मौजूद थे। इससे पहले गुरुवार को ‘जवाब दो और हिसाब दो कार्यक्रम के तहत महिला कांग्रेस ने भाजपा सरकार गांधी पार्क के बाहर धरना दिया था। उधर, कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने पीएम मोदी के दौरे को निराशाजनक बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का दौरे से राज्य को कुछ भी नहीं मिला। वह आए और भाषण देकर वापस लौट गए। राज्य को कोई सौगात नहीं मिली।

आईसीएआई द्वारा दिसंबर 2021 एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन का एक और मौका, 11 अक्टूबर से दो दिनों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को फिर से खोला गया

‘द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) सीए फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल कोर्सेस की दिसंबर 2021 परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन करने से किसी कारणवश वंचित रह गये हैं, तो आपके लिए अब एक और मौका है। दिसंबर परीक्षा 2021 सभी कोर्सेज के लिए आवेदन 11 अक्टूबर से दो दिनों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को फिर से खोला गया है। जो उम्मीदवार परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन करना चाहते है। चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल कोर्सेस की दिसंबर 2021 परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन करने से किसी कारणवश वंचित रह गये हैं, तो आपके लिए अब एक और मौका है। ‘द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया’ ने विभिन्न कोर्सेस की सीए परीक्षाओं के लिए फॉर्म भरने के लिए अप्लीकेशन विंडो को 11 अक्टूबर 2021 से फिर से ओपेन करनी की घोषणा की है। हालांकि, स्टूडेंट्स को ध्यान देना चाहिए कि आईसीएआई द्वारा दिसंबर 2021 एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन विंडो सिर्फ दो दिनों के लिए ओपेन किया जाना है, यानि उम्मीदवार 12 अक्टूबर 2021 की रात 11.59 बजे तक पंजीकरण कर पाएंगे।जो उम्मीदवार परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे ICAI की आधिकारिक साइट icai.org के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

आईसीएआई द्वारा सीए दिसंबर 2021 परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन हेतु अप्लीकेशन विडों फिर से खोले जाने को लेकर 7 अक्टूबर 2021 को जारी नोटिस के अनुसार, यह निर्णय मौजूदा COVID-19 स्थिति को ध्यान में रखते हुए और छात्रों के कल्याण और कल्याण के हित में, उनकी कठिनाई को कम करने के लिए लिया गया है। चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की फाइनल, इंटरमीडिएट (आईपीसी), इंटरमीडिएट, फाउंडेशन, पोस्ट क्वालिफिकेशन कोर्सेस के दिसंबर, 2021 एग्जाम के लिए अप्लीकेशन फॉर्म भरने का दो और दिनों का समय दिया जा रहा है। पोस्ट क्वालिफिकेशन कोर्सेस में बीमा और जोखिम प्रबंधन (आईआर) तकनीकी परीक्षा, अंतर्राष्ट्रीय कराधान – मूल्यांकन परीक्षण (आईएनटीटी-एटी) और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कानून और विश्व व्यापार संगठन (आईटीएल और डब्ल्यूटीओ), भाग 1 शामिल हैं।

चार्टर्ड अकाउंटेंट दिसंबर परीक्षा कार्यक्रम अगस्त में जारी किया गया था। परीक्षा 5 दिसंबर से शुरू होगी और 20 दिसंबर 2021 को समाप्त होगी। प्रवेश पत्र संस्थान द्वारा सही समय पर जारी किया जाएगा।

ऋषिकेश एम्स में आक्सीजन प्लांट के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कि पीएम मोदी ने अभिभावक की तरह देश को हौसला दिया,  प्रधानमंत्री को उत्तराखंड से विशेष लगाव

देहरादून:- उत्तराखंड ऋषिकेश एम्स में आक्सीजन प्लांट के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कि पीएम मोदी ने अभिभावक की तरह देश को हौसला दिया। कहा पीएम का उत्तराखंड से विशेष लगाव का परिणाम है कि उत्‍तराखंड के विकास में केंद्र का सहयोग मिल रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में बाबा केदार का प्रमुखता जिक्र तो किया, लेकिन इस बार वह बाबा के धाम दर्शन को नहीं गए। उनका दौरा तय होने के बाद यह चर्चाएं गर्म थी कि पीएम केदारनाथ जाएंगे। उनके उत्तराखंड आने से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ जाकर वहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का अचानक मुआयना किया तो पीएम के वहां जाने की चर्चाओं ने और अधिक जोर पकड़ा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ऋषिकेश दौरे का प्रदेश सरकार ने पूरा लाभ उठाया। एम्स में आक्सीजन प्लांट के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड की विकास यात्रा को प्रधानमंत्री मोदी से जोड़ा, तो इस बहाने भाजपा की भूमिका को भी सामने रखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड से विशेष लगाव का परिणाम है कि राज्य के विकास में केंद्र का निरंतर सहयोग मिल रहा है। इस बहाने उन्होंने डबल इंजन के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के लिए ऑल वेदर रोड, भारत माला प्रोजेक्ट तथा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन की सौगात दी है। वहीं, केदारपुरी को करोड़ों रुपए से संवारा जा रहा है। बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान के लिए 245 करोड़ रुपए स्वीकृत हो चुके हैं। गंगोत्री के लिए 20 करोड़ और यमुनोत्री ने 34 करोड़ रुपए स्वीकृत हो चुके हैं।मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के उत्तराखंड से लगाव का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने इसे सैन्यधाम की संज्ञा दी है। केदारनाथ त्रासदी के समय वह गुजरात के मुख्यमंत्री तौर पर भी उत्तराखंड की जनता के साथ खड़े थे। कोरोना महामारी में प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में संसाधनों की कमी नहीं होने दी और व्यक्तिगत रूप से उत्तराखंड की चिंता की। उत्तराखंड के लिए चारधाम आल वेदर रोड, भारत माला प्रोजेक्ट तथा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन की सौगात दी। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारपुरी में प्रथम चरण के कार्य पूर्ण हो चुके हैं। द्वितीय चरण के कार्य चल रहे हैंं।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के सामने प्रदेश सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई। उन्होंने 24 हजार सरकारी पदों को भरने की प्रक्रिया चल रही है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना व नैनो उद्यम योजना के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। कोरोना महामारी से प्रभावित पर्यटन, परिवहन, क्षेत्रों के लिए 200 करोड़ का राहत पैकेज, स्वास्थ्य क्षेत्र की मजबूती एवं इससे जुड़े कार्मिकों को प्रोत्साहन के लिए 205 करोड़ तथा महिला सशक्तीकरण एवं रोजगार को बढ़ावा देने के लिये 118 करोड़ का राहत पैकेज दिया गया।

उज्जवला योजना ने करोड़ों गरीब माताओं-बहनों की आंख के आंसू पोछे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में राम मंदिर निर्माण, कश्मीर से धारा 370 को समाप्त किया है। औद्योगिक, शिक्षा, सामाजिक विकास हो या आध्यात्मिक विकास हो, प्रधानमंत्री की सोच व्यापक रही है।

 

सर्वोच्च न्यायलय ने गुरुवार को केंद्र सरकार से कहा लड़कियों को भी मिले राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज की प्रवेश परीक्षा देने का मौका

सर्वोच्च न्यायलय ने गुरुवार को केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि दिसंबर में होने वाली राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC) की प्रवेश परीक्षा में लड़कियों को बैठने की भी अनुमति दी जाए और इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।सर्वोच्च न्यायलय ने गुरुवार को केंद्र सरकार को दिसंबर में होने वाले राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कालेज (RIMC) में प्रवेश के लिए लड़कियों को प्रवेश परीक्षा देने की अनुमति देने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया। सर्वोच्च न्यायलय के पहले के निर्देश के बाद, सशस्त्र बलों ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में महिला उम्मीदवारों को अनुमति देने का निर्णय लिया है। केंद्र ने इस बारे में बुधवार को शीर्ष अदालत को सूचित किया। इस बीच, केंद्र ने बुनियादी ढांचे में बदलाव की आवश्यकता का हवाला देते हुए शीर्ष अदालत से इस साल प्रवेश प्रक्रिया में महिलाओं के प्रवेश में छूट देने का अनुरोध किया।

केंद्र ने सर्वोच्च न्यायलय को बताया कि सेना, वायुसेना और नौसेना प्रमुखों ने एनडीए, नौसेना अकादमियों में महिलाओं के प्रवेश की अनुमति देने के प्रस्ताव पर सहमति जताई है। अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि हमें यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि एनडीए में लड़कियों को प्रवेश दिया जाएगा। वहीं सर्वोच्च न्यायलय ने कहा कि, ‘हमें उम्मीद है कि रक्षा बल महिलाओं की महत्वूपूर्ण भूमिका को महत्व देंगे। हम चाहते हैं कि वे अदालतों के हस्तक्षेप के बजाय लिंग आधारित भूमिकाओं में सक्रिय रुख अपनाएं।’ इससे पहले शीर्ष अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि नीतिगत निर्णय लैंगिक भेदभाव पर आधारित हैं।

बता दें कि इसको लेकर सर्वोच्च न्यायलय में एक याचिका दायर की गई थी। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि योग्य महिला उम्मीदवारों को उनके लिंग के आधार पर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में शामिल होने के अवसर से वंचित कर दिया गया है, जो बाद में महिला अधिकारियों के लिए कैरियर में उन्नति के अवसरों में बाधा बन जाती है, जिसके बाद सर्वोच्च न्यायलय ने अपने फैसले में कहा कि उम्मीदवारों का चयन आयोग द्वारा आयोजित लिखित परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा, जिसके बाद लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों का सेवा चयन बोर्ड द्वारा बुद्धि और व्यक्तित्व परीक्षण किया जाएगा। बता दें कि राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कालेज की प्रवेश परीक्षा दो विषयों – गणित और सामान्य योग्यता परीक्षा पर आधारित होगी। दोनों पेपर ढाई घंटे के होंगे। गणित का पेपर 300 अंकों का होगा और सामान्य योग्यता परीक्षा 600 अंकों की होगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ऊर्जावान और उत्साही मुख्यमंत्री बताया

देहरादून:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत माता की जय के साथ अपना संबोधन शुरू किया। कहा कि देवभूमि विश्व के लोगों को आकर्षित करती रही है। इसे मां गंगा का आशीर्वाद मिल रहा है। आज से ही नवरात्र भी शुरू हो रहे हैं और आज के दिन मेरा यहां आकर हिमालय की धरती को प्रणाम करना धन्य भाग्य है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अपना मित्र कह कर संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की देवधरा ने मेरे जैसे अनेक लोगों के जीवन में बदलाव लाने का काम किया है। उत्तराखंड की भूमि मेरे कर्म और मर्म की भूमि है। यहां से मेरा नाता सत्व का भी है और तत्व का भी है। बीस साल पहले मुझे आज के ही दिन गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी मिली थी। और आज के दिन उत्तराखंड आना मेरा सौभाग्य है। यहां आकर एक नई ऊर्जा मिलती है। जहां योग और आयुर्वेद की शक्ति से जीवन को आरोग्य बनाने का समाधान हुआ है, आज वहीं से देश भर के ऑक्सीजन प्लांट का शुभारंभ हुआ है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दो बार पीठ थपथपाई और उन्हें एक ऊर्जावान मुख्यमंत्री बताया।ऋषिकेश में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में ऑक्सीजन संयंत्रों के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी जब अपना संबोधन समाप्त कर वापस अपनी जगह पहुंचे, प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी पीठ थपथपा कर उनकी हौसला-अफजाई की।बाद में कार्यक्रम की समाप्ति पर आयोजन स्थल से बाहर जाते समय एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री धामी की पीठ थपथपाई।

प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री धामी को एक युवा, ऊर्जावान और उत्साही मुख्यमंत्री बताते हुए ‘मेरे मित्र’ कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी खुद एक फौजी के पुत्र हैं और उन्होंने उन्हें बताया है कि ‘वन रैंक वन पेंशन’ की 40 साल पुरानी मांग पूरी होने का बहुत लाभ उत्तराखंड की जनता को मिला है।

इससे पहले धामी ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना और केदारनाथ पुनर्निर्माण जैसी म हत्वपूर्ण परियोजनाएं प्रदेश को मिली हैं।

10 मार्च को त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाकर तीरथ सिंह रावत को प्रदेश की कमान सौंपी गई थी और इसके चार माह के भीतर ही दूसरा नेतृत्व परिवर्तन कर तीरथ सिंह की जगह पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बना दिया गया। धामी ने गत तीन जुलाई को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का पद संभाला था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एम्स ऋषिकेश के में आक्सीजन प्लांट का किया उद्घाटन

गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश पहुंचे। उन्होंने यहां से पीएम केयर्स फंड से स्थापित किए गए पीएसए आक्सीजन प्लांट का रिमोट दबाकर लोकार्पण किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड से उनका गहरा नाता है। इस देवभूमि ने उनके जीवन की धारा को बदलने का काम किया। इस भूमि से मेरा मर्म, कर्म, सत्व व तत्व का नाता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में उत्तराखंड का गठन हुआ था, इसके कुछ माह बाद ही देवभूमि तथा बाबा केदार के आशीर्वाद से उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा का मौका मिला। आज सेवा के इस सफर का 21वें वर्ष में प्रवेश हो गया है। इस मौके पर वह देवभूमि में है इससे बड़ा सौभाग्य कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि विश्वव्यापी कोरोना महामारी से निपटना भारत के लिए एक बड़ी चुनौती थी।

पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई को बारीकी से देख रही है। कम समय में भारत ने जो सुविधाएं तैयार की हैं, वो हमारे देश के सामर्थ्य को दिखाता है। जनसंख्या के अलावा यहां की भौगोलिक स्थिति चुनौती बनकर खड़ी थी। मगर, सरकार ने दृढ़ संकल्प के साथ काम करते हुए इस चुनौती को पार किया। हमने कोविड-19 पोर्टल के माध्यम से सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाकर पूरी दुनिया को एक राह दिखाई है। अब तक 93 करोड़ रोज लगाई जा चुकी है, जल्द ही हम 100 करोड़ के आंकड़े को पार कर जाएंगे। उन्होंने कहा कि आक्सीजन आपूर्ति के क्षेत्र में जहां हम सिर्फ 900 मैट्रिक टन मेडिकल आक्सीजन का उत्पादन करते थे, वही हमने इस अकल्पनीय लक्ष्य को 10 गुना बढ़ाकर दुनिया के सामने एक मिसाल पेश की है।उन्होंने कहा कि भारत में आक्सीजन का सबसे अधिक प्रोडक्शन पूर्वी भारत में होता था। जबकि, इसकी सबसे अधिक जरूरत उत्तर व पश्चिमी भारत में पड़ी। ऐसे में पूरब से उत्तर पश्चिम तक आक्सीजन की आपूर्ति करना एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य था। सरकार ने आक्सीजन टैंकर के अलावा स्पेशल ट्रेन तथा वायु सेना की मदद से इस चुनौती का हल किया। डीआरडीओ की मदद से आक्सीजन उत्पादन के लिए नए संयंत्रों का निर्माण किया गया और आज देश का प्रत्येक जिला आक्सीजन उत्पादन के लिए आत्मानिर्भर हो गया है।इस अवसर पर केंद्रीय परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वैश्वक महामारी कोरोना पूरे विश्व के लिए एक चुनौती बनकर आई थी, भारत ने उसका डटकर मुकाबला किया। कोरोना से प्रभावी जंग के लिए जब दुनिया में वैक्सीन बनाने की शुरुआती गई, तब भारत ने अपने वैज्ञानिकों पर भरोसा किया। उन्हें प्रोत्साहित कर देश में ही स्वदेशी वैक्सीन का निर्माण किया गया। यही नहीं भारत में वसुधैव कुटुंबकम की भावना को केंद्र में रखते हुए दुनिया के 120 देशों को वैक्सीन देने का काम किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि हमारे लिए यह सौभाग्य की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देवभूमि से उत्तराखंड समेत देश के विभिन्न ऑक्सीजन प्लांट्स का शुभारंभ कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तराखंड से विशेष लगाव रहा है, इसी का परिणाम है कि उत्तराखंड को ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन, उड़ान योजना से एयर कनेक्टिविटी को मजबूत करने समेत केदारनाथ पुनर्निर्माण की सौग़ात दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जब भी देवभूमि आते हैं तो हम सब को जनसेवा के कार्य करने की नई ऊर्जा मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह दौरा उत्तराखंड के विकास की लिए बेहद लाभकारी सिद्ध होगा।

कार्यक्रम में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट (सेनि) जनरल गुरमीत सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत मंच पर मौजूद रहे।कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, विजय बहुगुणा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, काबीना मंत्री यशपाल आर्य, हरक सिंह रावत, बिशन सिंह चुफाल, सुबोध उनियाल, सतपाल महाराज, रेखा आर्य, यतीश्वरानंद, राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी, नरेश बंसल, देहरादून महापौर सुनील उनियाल गामा, ऋषिकेश महापौर अनीता ममगाईं, एम्स के निदेशक प्रोफेसर अरविंद राजवंशी, डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।