उत्तराखंड मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूकेएमआरसी) की ओर से सबसे पहले देहरादून में दो रूटों पर मेट्रो नियो का संचालन किया जाएगा। यूकेएमआरसी ने माना है कि 2026 तक आईएसबीटी से गांधी पार्क के बीच रोजाना 88 हजार 215 लोग सफर करेंगे। 2041 तक इनकी संख्या एक लाख 20 हजार 337 प्रतिदिन और 2051 तक एक लाख 47 हजार 302 प्रतिदिन पहुंच जाएगी।
उत्तराखंड सरकार ने देहरादून में नियो मेट्रो चलाने का प्रस्ताव मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भेज दिया है। प्रथम चरण में केंद्र सरकार के साथ पचास प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ देहरादून के दो रूटों पर नियो मेट्रो चलाने का प्रस्ताव भेज चुकी है। पहले चरण में करीब 22 किमी का सफर तय करने का रूट तैयार किया गया है। दूसरे चरण में हरिद्वार-ऋषिकेश को भी इस प्रोजेक्ट से जोड़ा जाएगा।केन्द्र से मंजूरी मिलते ही प्रदेश में नियो मेट्रो की प्लानिंग पर काम शुरू हो जाएगा।
2017 में सरकार ने देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार को मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र घोषित किया था।देहरादून में सबसे पहले मेट्रो लाइट का प्लान तैयार किया गया, उसके बाद रोपवे प्लान तैयार हुआ। अब तय किया गया है कि देहरादून में मेट्रो नियो चलाई जाएगी जो लेटेस्ट टेक्नोलॉजी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार प्रथम चरण में केंद्र सरकार के साथ पचास प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ देहरादून के दो रूटों पर नियो मेट्रो चलाने का प्रस्ताव भेज चुकी है। दूसरे चरण में हरिद्वार-ऋषिकेश को भी इस प्रोजेक्ट से जोड़ा जाएगा।
मेट्रो नियो सिस्टम रेल गाइडेड सिस्टम है, जिसमें रबड़ के टायर वाले इलेक्ट्रिक कोच होते हैं। इसके कोच स्टील या एल्युमिनियम के बने होते हैं। इसमें इतना पावर बैकअप होता है कि बिजली जाने पर भी 20 किलोमीटर तक चल सकती है। सामान्य सड़क के किनारों पर फेंसिंग करके या दीवार बनाकर इसका ट्रैक तैयार किया जा सकेगा। इसमें ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम होगा, जिससे स्पीड लिमिट भी नियंत्रण में रहेगी। इसमें टिकट का सिस्टम क्यूआर कोड या सामान्य मोबिलिटी कार्ड से होगा। इसके ट्रैक की चौड़ाई आठ मीटर होगी। जहां रुकेगी, वहां 1.1 मीटर का साइड प्लेटफॉर्म होगा। आईसलैंड प्लेटफॉर्म चार मीटर चौड़ाई का होगा।
यूकेएमआरसी की ओर से सबसे पहले देहरादून में दो रूटों पर मेट्रो नियो का संचालन किया जाएगा। केंद्र सरकार से हरी झंडी मिलने के साढ़े तीन साल बाद देहरादून में मेट्रो नियो दौड़ने लगेगी। उत्तराखंड मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड ने इसका प्रस्ताव तैयार किया था, जिस पर राज्य सरकार से मुहर लगने के बाद केंद्र को भेज दिया गया है। यह करीब 1600 करोड़ का प्रोजेक्ट है।
यह हैं दो रूट
आईएसबीटी से गांधी पार्क : 8.523 किलोमीटर (10 स्टेशन) आईएसबीटी, सेवला कलां, आईटीआई, लालपुल, चमनपुरी, पथरीबाग, देहरादून रेलवे स्टेशन, देहरादून कचहरी, घंटाघर और गांधी पार्क।
एफआरआई से रायपुर : 13.901 किलोमीटर (15 स्टेशन) एफआरआई, बल्लूपुर चौक, आईएमए ब्लड बैंक, दून स्कूल, मल्होत्रा बाजार, घंटाघर, सीसीएमसी, आराघर चौक, नेहरू कालोनी, विधानसभा, अपर बद्रीश कालोनी, अपर नत्थनपुर, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री, हाथीखाना चौक और रायपुर।