मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक से दो निर्दलीय प्रत्याशियों की मुलाकात की चर्चा, किसकी बनेगी सरकार,एक दिन का इंतजार

उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद पांचवें विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के मध्य कांटे का मुकाबला है।विधानसभा चुनाव में सत्ता में बदलाव का मिथक टूटेगा या इस बार भी मतदाता इस परंपरा को आगे बढ़ाएगा, अब बस 24 घंटे बाद ईवीएम खुलते ही तस्वीर साफ होने लगेगी। उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए गुरुवार को मतगणना होगी। दोपहर तक काफी कुछ परिदृश्य स्पष्ट हो जाएगा कि मैदान में उतरे 632 प्रत्याशियों में से किन 70 की किस्मत चमकने जा रही है।

विधानसभा चुनाव में भाजपा बेशक पूर्ण बहुमत मिलने का दावा कर रही है, लेकिन अंदरखाने उसकी जोड़-तोड़ से सरकार बनाने की भी तैयारी चल रही है। सियासी हलकों में यह चर्चा खासी गर्म है कि जिताऊ माने जाने वाले दो निर्दलीय प्रत्याशियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक से मुलाकात की। एक निर्दलीय प्रत्याशी ने मुलाकात की पुष्टि भी की है।

भाजपा के संपर्क में क्षेत्रीय दल के प्रत्याशी
जोड़-तोड़ की राजनीति में माहिर माने जाने वाले भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी देहरादून में डेरा जमा लिया है। उनके देहरादून पहुंचने के बाद से कांग्रेस के भीतर खासी खलबली है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से लेकर कांग्रेस के अन्य नेताओं ने कैलाश विजयवर्गीय की सक्रियता पर शंकाएं जाहिर की हैं।

सोमवार को कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में भाजपा दिग्गजों की कई दौर की बैठकें हुईं। इन बैठकों में क्या हुआ, यह रहस्य है, लेकिन इन गुप्त मंत्रणाओं के बाद ही उन प्रत्याशियों से संपर्क साधना शुरू हो गया, जिनके चुनाव में जीतने की संभावनाएं अधिक है। इनमें यमुनोत्री से निर्दलीय चुनाव लड़े संजय डोभाल का नाम सुर्खियों में है। डोभाल पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के संपर्क में बताए जा रहे हैं।

उत्तराखंड एग्जिट पोल: किसी ने कांग्रेस तो किसी ने भाजपा की जीत का दावा किया, रणनीतिकारों के माथों पर गहराई चिंता की लकीरें

उत्तराखंड में एक ट्रेंड रहा है। इस पहाड़ी राज्य में हर बार सरकार अदलती-बदलती रही है। पिछले चुनावों में भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। पिछले चुनाव में भाजपा ने सभी एग्जिट पोल के अनुमान से अधिक सीटें हासिल की थीं।उत्तर प्रदेश में अंतिम चरण का मतदान समाप्त होने के बाद आए एक्जिट पोल ने राजनीतिक दलों के रणनीतिकारों के माथों पर चिंता की लकीरें गहरा दी हैं। अलग-अलग चैनलों व एजेंसियों ने उत्तराखंड में भाजपा और कांग्रेस, दोनों को ही बहुमत मिलने का अनुमान अपने-अपने एक्जिट पोल में दिखाया है, जिसने परिणाम को लेकर स्थिति को और अधिक उलझा दिया है।

चुनाव परिणाम से पहले उत्तराखंड में एग्जिट पोल पर सभी की नजर है। सियासी दलों के दिग्गजों से लेकर जनता को भी इसका इंतजार है। नेताओं की मेहनत का नजीता दस मार्च को आएगा। कौन जीतेगा कौन हारेगा, किसे मिलेगी कुर्सी और कौन बचा पाएगा अपना सियासी रसूख। ऐसे सवालों के जवाब काफी हद तक एग्जिट पोल की दहलीज पर आकर आज विराम ले लेंगे। इस बार हुए विधानसभा चुनावों में प्रदेश में सियासत के नए रूप भी देखने को मिले। सीधी टक्कर तो भाजपा और कांग्रेस में है, लेकिन इस बार निर्दलीयों की भूमिका भी अहम हो सकती है। उधर, आम आदमी पार्टी ने भी अपनी सियासी दाल में तड़का लगाने की पूरी कोशिश की है।

उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए एक साथ गत 14 फरवरी को मतदान हुआ था। वर्ष 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने तीन-चौथाई से अधिक बहुमत के साथ 57 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस महज 11 सीटों पर ही सिमट गई। दो सीटें निर्दलीयों के हिस्से आईं। इस बार भाजपा के समक्ष अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराने की चुनौती रही, तो कांग्रेस ने पांच साल बाद सत्ता में वापसी के लिए पूरा जोर लगाया। उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद हुए चार विधानसभा चुनावों में हर बार सत्ता बदली है, लिहाजा कांग्रेस को यह मिथक इस पांचवें चुनाव में भी कायम रहने का भरोसा है।

सोमवार शाम को आए एक्जिट पोल ने भी कुछ इसी तरह के संकेत दिए हैं। कुछ समाचार चैनलों व एजेंसियों ने उत्तराखंड में फिर भाजपा की सरकार बनने का अनुमान पेश किया, तो कुछ चैनलों का एक्जिट पोल कांग्रेस के पक्ष में गया। इतना जरूर है कि भाजपा को कई समाचार चैनल के एक्जिट पोल में पूर्ण बहुमत दिखाया गया, जबकि जिन चैनल ने कांग्रेस की सरकार बनने का अनुमान दिया, उसमें कांग्रेस के बहुमत के नजदीक और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के संकेत दिए हैं।

आजतक- इंडिया टुडे एक्सिस का अनुमान

  • भाजपा को सीटें: 36-46
  • कांग्रेस- 20-30
  • आप(आम आदमी पार्टी) को सीटें: 2-4
  • अन्य को सीटें:  2-5

इंडिया टीवी/ग्राउंड जीरो रिसर्च का अनुमान

  • भाजपा को सीटें: 25-29
  • कांग्रेस- 37-41
  • आप को सीटें:  0
  • अन्य को सीटें:  2-4

रिपब्लिक-टीवी का अनुमान

  • भाजपा को सीटें: 29-34
  • कांग्रेस को सीटें: 33-38
  • बसपा को सीटें: 1-3
  • अन्य को सीटें: 1-3

इंडिया टीवी/सीएनएक्स का अनुमान

  • भाजपा को सीटें:  35-43
  • कांग्रेस को सीटें: 24-32
  • आप को सीटें: 0
  • अन्य को सीटें:  2-4

जी न्यूज के अनुमान के मुताबिक

  • भाजपा को 26 से 30 सीटें
  • कांग्रेस को 35 से 40 सीटें
  • बसपा को 2 से 3 सीटें
  • अन्य को 1 से 3 सीटें

टीवी-9 भारतवर्ष के अनुमान के मुताबिक दलों को सीटें

  • भाजपा को 31-33 सीटें
  • कांग्रेस को 33-35 सीटें
  • आम आदमी पार्टी को 0-3 सीटें
  • अन्य को 0-2 सीटें

पुष्कर सिंह धामी (मुख्यमंत्री उत्तराखंड) का कहना है कि सभी एक्जिट पोल यही दिखा रहे हैं कि भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना रही है। एक्जिट पोल में भाजपा को 45 से 47 सीटें तक मिलती दिखाई जा रही हैं। मुझे लगता है कि जब अंतिम परिणाम आएगा, भाजपा को इससे भी अधिक सीटें मिलेंगी। प्रदेश की जनता ने हम पर विश्वास जताया है और हम सरकार बनाएंगे।

-गणेश गोदियाल ( अध्यक्ष उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी) का कहना है कि उत्तराखंड में एक्जिट पोल अलग-अलग तरीके से राजनीतिक दलों को आगे या पीछे दर्शा रहे हैं। पोल आफ पोल को देखा जाए तो यह कांग्रेस के पक्ष में है। चुनाव के नतीजे इनसे भी अलग कांग्रेस के पक्ष में भारी बहुमत के रूप में आने जा रहे हैं। कांग्रेस को जनता से इसी तरह का फीडबैक मिला है।

प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की के बाद राष्ट्रपति पुतिन से 50 मिनट तक बात, यूक्रेन के हालात पर की चर्चा

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से बातचीत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी  ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत की। पीएम मोदी ने युद्ध हालात को लेकर पुतिन से चर्चा की। इस बीच मोदी-पुतिन के बीच 50 मिनट तक बातचीत हुई। इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पीएम से बातचीत का ब्योरा दिया। उन्होंने बताया कि रूसी आक्रमण का मुकाबला करने को लेकर भारतीय प्रधानमंत्री मोदी को सूचित किया गया। भारत ने युद्ध के दौरान अपने नागरिकों की मदद और उच्चतम स्तर पर शांतिपूर्ण वार्ता के लिए यूक्रेन की प्रतिबद्धता की सराहना  की है। उन्होंने कहा, यूक्रेन के लोगों के समर्थन के लिए आभारी हूं।

गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज 12वां दिन है। भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा चला रही है। अभी भी बड़ी संख्या में भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इनकी सुरक्षित वापसी को लेकर सरकार रूस और यूक्रेन से बातचीत कर रही है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से सोमावार को 35 मिनट बातचीत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति से फोन पर बात की। दोनों नेताओं के बीच करीब 50 मिनट तक बात हुई। इस दौरान दोनों ने यूक्रेन में उभरती स्थिति पर चर्चा की। राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन और रूस की टीमों के बीच वार्ता की स्थिति के बारे में पीएम मोदी को जानकारी दी।

प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के संग उनकी टीमों के बीच सीधी बातचीत का आग्रह किया। पीएम मोदी ने युद्धविराम की घोषणा और यूक्रेन के कुछ हिस्सों में मानवीय गलियारों की स्थापना की सराहना की। मोदी ने सूमी से भारतीय नागरिकों को जल्द सुरक्षित निकालने पर जोर दिया। राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को भारतीयों की सुरक्षित निकासी में हर संभव सहयोग का वादा किया।

दिल्ली से आई एक महिला समेत दो लोग दो लोगों को चकराता पुलिस ने किया गिरफ्तार, आरोपियों के पास से 6.68 लाख के नकली नोट बरामद

चकराता पुलिस ने छावनी बाजार चकराता क्षेत्र के बाजार में दो हजार का नकली नोट देकर खरीदारी कर रहे कार सवार महिला समेत दो लोगों को किया गिरफ्तार। आरोपियों के पास से  6.68 लाख रुपये की नकदी नकली नोट बरामद हुए हैं। आरोपी दिल्ली के रहने वाले हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है।

चकराता में दो दिनों से पर्यटक के तौर पर रह रहे एक महिला व पुरुष के पास नकली नोट होने के शक में स्थानीय व्यापारियों ने देर रात पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने व्यापारियों से मिली सूचना के आधार पर क्षेत्र में चेकिंग अभियान शुरू किया। इसी दौरान चकराता गेट के पास एक कार में सवार महिला और पुरुष को रोककर पुलिस ने उनकी तलाशी ली तो उनके पास से दो हजार, पांच सौ, दो सौ, सौ और पचास रुपये के नोट बरामद हुए।

व्यापारियों की सूचना पर कैलानी गेट पर पुलिस ने कार में सवार एक व्यक्ति को पकड़ लिया। जबकि महिला बाजार सामान खरीदने गयी थी। उसे भी मौके पर बुला लिया। दोनों की तलाशी ली। तलाशी में कार में दो हजार के 334 नकली नोट यानी छह लाख 68 हजार, 148 असली नोट पांच सौ, दो सौ, सौ रुपये व पचास रुपये जो करीब अस्सी हजार बीस रुपये बरामद किये। इसके अलावा दोनों के पास से चकराता पुलिस ने 80 हजार 20 रुपये के असली नोट भी बरामद किए हैं। नकली नोट के नेटवर्क की तलाश में जुटी पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। मामला नकली नोटों से जुड़ा होने की वजह से एलआईयू, आईबी और स्पेशल सेल भी संयुक्त जांच कर रही है।

पुलिस ने दोनों आरोपियों बहार अहमद पुत्र निहाल अहमद निवासी बी146/10 स्ट्रीट नंबर-20 सुभाष मोहल्ला नजदीक डीटीसी डिपो नार्थ गौडा गढ़ी मेहूं भजनपुरा उत्तर पूर्वी दिल्ली व प्रेमलता पुत्री स्व. सूरत सिंह निवासी 5 श्रीराम रोड अलीपुर रोड सिविल लाइन मेट्रो स्टेशन के पास सिविल लाइन्स उत्तरी दिल्ली को गिरफ्तार किया।

आरोपियों को रविवार को कोर्ट में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। बताया कि आरोपियों की कार सीज कर दी है। पुलिस की टीम में एसआई निखिलदेव, कांस्टेबल जावेद अली, अरुण गैरोला, सुधीर कुमार, महिला कांस्टेबल इंदू शर्मा शामिल रही।

10 मार्च के दिन उत्तराखंड में कैसे रहेगा मौसम, 500 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी मतगणना में रहेंगे ड्यूटी पर तैनात

उत्तराखंड में मौसम विभाग ने मतगणना 10 मार्च  वाले दिन को उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ जिलों में बारिश और बर्फबारी का अनुमान लगाया है। 11 को इन जिलों में 3500 मीटर से ऊंचे इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को भी उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ में कहीं कहीं हल्की बारिश-बर्फबारी हो सकती है।

10 मार्च होने वाली मतगणना को लेकर पुलिस ने अपना होमवर्क पूरा कर लिया है। इस दिन 500 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। इसके अलावा दो कंपनी पीएसी भी लगाई गई है। पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी विधानसभा वार लगाई जाएगी। सोमवार को एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी की ओर से इसको लेकर ब्रीफिंग की जाएगी।

एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने बताया कि मतगणना को लेकर पुलिस की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल व पीएसी की तैनाती के आदेश जारी कर दिए गए हैं। विधानसभा वार पुलिस अधिकारी व कर्मचारी ड्यूटी पर रहेंगे। अधिकारियों को यह भी निर्देश जारी किए गए हैं कि केवल अधिकृत अधिकारी व कर्मचारी ही मतगणना स्थल तक जा पाएंगे।

उन्होंने बताया कि मतगणना को लेकर सोमवार को बैठक बुलाई गई है। इसमें पूरी ब्रीफिंग की जाएगी और उन्हें उनका दायित्व समझाया जाएगा। मतगणना स्थल पर लोकल पुलिस, रिजर्व पुलिस लाइन में रिजर्व फोर्स की तैनाती की गई है। अभी तक विजय जलूस नहीं निकालने के आदेश हुए हैं। चुनाव आयोग की जो भी गाइडलाइन होंगी उसके अनुसार ही पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित की जाएगी।

यमुना घाटी में सिंधु घाटी सभ्यता काल से जुड़ी प्रतिमा उत्तरकाशी जिले से प्राप्त हुई

दून पुस्तकालय एवम् शोध केन्द्र के तत्वाधान में पुरातत्व व इतिहास के शोधार्थियों द्वारा उत्तरकाशी जिले में बर्नीगाड स्थान से लगभग 10 किमी उत्तर पूर्व में स्थित देवल गांव से पाषाण निर्मित महिष (भैंसा) मुखी चतुर्भुज मानव प्रतिमा खोज निकाली है। शोधार्थी इस प्रतिमा को सिंधु घाटी सभ्यता से प्राप्त ‘आदि शिव’ की प्रतिमा से जोड़कर देख रहे हैं। क्योंकि पूर्व में पुरातत्वविद पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर सिंधु घाटी सभ्यता एवं उत्तराखण्ड के पारस्परिक सम्बन्धों को रेखांकित कर चुके हैं। इस दुर्लभ प्रतिमा का प्रकाशन रोम से प्रकाशित प्रतिष्ठित शोध पत्रिका ईस्ट एंड वैस्ट के नवीनतम अंक में हुआ है। जो इसके पुरातात्विक महत्व को दर्शाता है।

उत्तराखण्ड की यमुना घाटी पुरासंपदा की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है। इस क्षेत्र में पूर्व से ही कालसी स्थित अशोक महान का शिलालेख जगतग्राम एवं पुरोला की अश्वमेघ यज्ञ की ईंटों की वेदियां तथा लाखामण्डल के देवालय समूह विश्वविख्यात हैं। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के तत्वावधान में पुरातत्व से जुड़े शोधार्थियों द्वारा हाल में ही इस क्षेत्र से कई अन्य महत्वपूर्ण पुरातत्त्वीय अवशेष खोजे गये हैं जो कि शोध पत्रिकाओं में प्रकाशनाधीन भी है।

सिंधु घाटी सभ्यता और उत्तराखण्ड के परस्पर संबंधों के अनेक महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सुपरिचित पुरातत्वविद और दून पुस्तकालय एवम् शोध केन्द्र के मानद फैलो प्रो महेश्वर प्रसाद जोशी ने विस्तार से प्रकाश डाला और उत्तराखंड पुरातत्व से जुड़े अनेक बिंदुओं की महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।

दून पुस्तकालय एवम् शोध केन्द्र के निदेशक प्रो बीके जोशी ने संस्थान के पुस्तकालय तथा शोधप्रभाग द्वारा आयोजित महत्वपूर्ण सेमिनार तथा अन्य गतिविधियों साथ ही प्रकाशन के संदर्भ में जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि संस्थान द्वारा उत्तराखण्ड हिमालय के इतिहास, पुरातत्व, समाज व संस्कृति से जुड़े विविध अनछुए पहलुओं को प्रतिष्ठित शोधार्थियों/अध्येताओं व संस्थानों के साथ मिलकर उजागर करने का प्रयास किया जा रहा है। किसी भी क्षेत्र विशेष की समृद्ध ऐतिहासिक विरासत को गहराई से समझने के लिए पुरातात्विक साक्ष्य, भाषा तथा जैनिटिक विज्ञान का गहन अध्ययन करने की आवश्यकता होती हैं।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर  सिंह धामी वाराणसी पहुंचे, प्रधानमंत्री के रोड शो से पहले नड्डा से की ये बातचीत

उत्तर प्रदेश में आखिरी चरण के मतदान से ऐन पहले सीएम धामी चुनाव प्रचार के सिलसिले में शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने वाराणसी पहुंचकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मुलाकात की। भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान के फाइनल दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी में एक बड़ी रैली शुक्रवार शाम होने जा रही है, इसी में शिरकत करने के लिए धामी वहां पहुंचे हैं। इस रोड शो में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शरीक होंगे और इसमें भी धामी अन्य अन्य केंद्रीय मंत्री के साथ जुड़ेंगे।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने वाराणसी पहुंच कर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की और पार्टी व चुनाव संबंधी विषयों पर बातचीत की।धामी का उत्तर प्रदेश में पहला चुनावी दौरा है। पार्टी पदाधिकारियों ने बताया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में होने जा रहे बीजेपी के मेगा रोड शो में धामी भी शामिल होने वाले हैं। बीजेपी के अनुसार पीएम मोदी के अलावा वाराणसी में गृहमंत्री अमित शाह एक रोड शो में शामिल होंगे। सीएम धामी इस रोड शो में भी शिरकत करेंगे।

नड्डा से धामी की मुलाकात कैसी रही?
इस बारे में आधिकारिक तौर पर बीजेपी ने अब तक कुछ नहीं कहा है, लेकिन माना जा रहा है कि चुनाव से पहले पार्टी के भीतर कलह को लेकर भारी असंतोष मचा हुआ है। सूत्रों के हवाले से यह भी बताया जा चुका है कि 10 मार्च को मतगणना से पहले ही उत्तराखंड बीजेपी संगठन में बड़े फेरबदल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि नड्डा और धामी के बीच मुलाकात में इन्हीं बिंदुओं पर बातचीत होना थी।

वाराणसी में भाजपा प्रत्याशी के चुनाव प्रचार कार्यक्रम में पहुंचे धामी हाल में दो दिन दिल्ली में भी थे। आधिकारिक तौर पर कहा गया था कि यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के छात्रों की वापसी के सिलसिले में बातचीत करने के लिए धामी दिल्ली गए थे, लेकिन सियासी हलकों में चर्चा है कि भाजपा के भीतर मची हुई खलबली के सिलसिले में वह कुछ नेताओं से मिले थे।

उत्तराखंड: यूक्रेन से सकुशल वापस लौटे 86 नागरिक, उत्तराखंड के अभी फंसे भी यूक्रेन में 201 नागरिक फंसे होने की सूचना

यूक्रेन में फंसे नागरिकों का उत्तराखंड लौटने का सिलसिला जारी है। गुरुवार तक राज्य के 86 छात्र-छात्राएं और अन्य नागरिक विशेष विमान से नई दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट पहुंच चुके थे। अब भी वहां 201 नागरिकों के फंसे होने की सूचना है। जिनकी लोकेशन प्राप्त हो गई है, उन्हें केंद्र सरकार के ऑपरेशन गंगा के तहत स्वदेश लाने के प्रयास हो रहे हैं।

मुख्य सचिव एसएस संधु ने सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों के साथ यूक्रेन में फंसे उत्तराखंडवासियों के संबंध में बैठक की। जिलाधिकारियों को यूक्रेन में फंसे प्रदेश के छात्रों एवं अन्य नागरिकों के परिजनों के लगातार संपर्क में रहते हुए उनसे संबंधित जानकारी शासन एवं दिल्ली स्थित स्थानिक आयुक्त कार्यालय को शीघ्र साझा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सूचनाओं का आदान-प्रदान विदेश मंत्रालय से शीघ्रता से किया जाए ताकि यूक्रेन से छात्रों और अन्य नागरिकों को शीघ्रता से निकाला जा सके।

मुख्य सचिव संधू ने कहा कि यदि फेसबुक और ट्विटर या अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से किसी छात्र या नागरिक के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी मिलती है लेकिन उसके स्थान (लोकेशन) का पता नहीं चल पा रहा है तो इसके लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया) से संपर्क किया जाए।

अधिकारियों के अनुसार यूक्रेन में फंसे छात्रों एवं उत्तराखंड में रह रहे उनके परिजनों के मोबाइल नम्बरों को जोड़ते हुए तीन व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाये गये हैं जिनमें सभी वरिष्ठ अधिकारियों को भी जोडा गया है।

मुख्य सचिव ने कहा कि दिल्ली एवं मुंबई में यूक्रेन से आने वाले उत्तराखंड के लोगों के लिए समन्वय केंद्र बनाया गया है जिसमें सभी आगन्तुकों के लिए ठहरने एवं भोजन के अलावा दिल्ली से अपने गन्तव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था भी राज्य की ओर से की गई है।

बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंद वद्र्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, एडीजी इंटेलीजेंस संजय गुंज्याल, सचिव एसए मुरुगेशन सहित वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी भी मौजूद थे।

उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा 2022: 10वीं-12वीं के परीक्षा कार्यक्रम में हुआ बड़ा बदलाव, पढ़िए अब कब होंगीं परीक्षाएं

उत्तराखंड शिक्षा विभाग द्वारा विधानसभा चुनाव के बीच 10वीं-12वीं बोर्ड एग्जाम का शेड्यूल जारी कर दिया गया था। लेकिन कुछ कारणों के चलते डेट शीट में बदलाव कर दिए गए। बोर्ड द्वारा बताया गया कि नवोदय विद्यालय में एडमिशन के लिए होने वाले एग्जाम के चलते बोर्ड एग्जाम के शेड्यूल में बदलाव किए गए हैं।

उत्तराखंड बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव किया है। बोर्ड एग्जाम पहले 28 मार्च से 18 अप्रैल 2022 तक चलने वाले थे, लेकिन अब आखिरी पेपर 19 अप्रैल 2022 को होगा।माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी के मुताबिक नौ अप्रैल 2022 को होने वाली परीक्षा अब 19 अप्रैल को होगीं। शिक्षा निदेशक के मुताबिक उत्तराखंड बोर्ड की ओर से संशोधित परीक्षा कार्यक्रम जारी किया गया है।

9 अप्रैल को होने वाली 10वीं संस्कृत एवं 12वीं की अंग्रेजी, कृषि अभियंत्रण चतुर्थ प्रश्न पत्र, कृषि पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान विषयों की परीक्षाएं 19 अप्रैल को होगी। प्रथम पाली में परीक्षा सुबह आठ बजे से 11 बजे तक होगी। जबकि दूसरी पाली में दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक परीक्षा होगी।

बोर्ड परीक्षाएं 28 मार्च से शुरू होंगी। जो 19 अप्रैल तक चलेंगी। हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं को परीक्षा के लिए सुबह 7.30 बजे परीक्षा कक्ष में उपस्थित होना होगा। जबकि इंटर के छात्रों को दोपहर 1.30 बजे उपस्थित होना होगा। जिन्हें प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।

2.43 लाख स्टूडेंट्स देंगे परीक्षा
परीक्षा के लिए 10वीं-12वीं के कुल 2.43 लाख अभ्यर्थियों ने एप्लीकेशन फॉर्म भरा है, ये राज्य के 1333 केंद्रों पर एग्जाम देंगे। राज्य शिक्षा बोर्ड द्वारा अभ्यर्थियों से लगातार ऑफिशियल वेबसाइट विजिट करने के लिए कहा जा रहा है।

 

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुनावों पर दिया बड़ा बयान, उत्तराखंड कांग्रेस ने चुनाव आयोग पिथौरागढ़ ज़िले की एक आर्मी यूनिट में दोबारा चुनाव करवाने की मांग की

देश के पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में होने वाले चुनावों के परिणाम दस मार्च को आ जाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इन चुनावों में कांग्रेस की बड़ी जीत का दावा करने वाला एक बयान देकर सियासी प्रतिक्रियाओं को हवा दे दी है। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश को छोड़कर अन्य चार राज्यों में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बना रही है। पुलिस और अन्य विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के पास पोस्टल बैलेट न पहुंचने के सवाल पर हरदा ने कहा कि भाजपा सरकार में कुछ भी हो सकता है।

उत्तर प्रदेश में अभी दो चरण में मतदान शेष है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी वहां चुनाव प्रचार कर चुके हैं। मंगलवार को लालकुआं लौटे रावत ने कांग्रेस नगर अध्यक्ष गुरदीप सिंह के आवास में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन मामले को राष्ट्रीय संकट मानते हुए कहा कि भारतीयों की जल्द सुरक्षित वापसी कराई जानी चाहिए।

पिथौरागढ़ ज़िले की एक आर्मी यूनिट से मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ के वीडियो पर उत्तराखंड पुलिस द्वारा कार्रवाई किए जाने के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इन वोटों के लिए दोबारा चुनाव करवाने की मांग की है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि इस बार इन वोटों के लिए चुनाव सभी पार्टियों के पोलिंग एजेंटों की मौजूदगी में करवाया जाना चाहिए।

राज्य में 14 फरवरी को वोटिंग होने के बाद 22 फरवरी को हरीश रावत ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए आर्मी जवानों के पोस्टल बैलेट पर सवाल खड़े कर दिए थे। इस वीडियो में एक ही जवान कई लोगों के वोट डालते व हस्ताक्षर करते हुए दिख रहा था। इस वीडियो के बाद चुनाव आयोग ने एक्शन के निर्देश दिए तो पुलिस ने पांच जवानों को समन भी भेजा। इस पूरे प्रकरण पर अब गणेश गोदियाल के साथ ही हरीश रावत का भी बयान आया है। रावत ने कहा, ‘भाजपा सरकार में कुछ भी होना संभव है।’

गणेश गोदियाल ने आर्मी यूनिट में मतदान सिस्टम के बारे में बताया कि एक ओटीपी के ज़रिये हर जवान अपना मतपत्र डाउनलोड करता है। चूंकि दूरस्थ इलाकों में हर जवान के पास यह तकनीक नहीं होती इसलिए यूनिट इनचार्ज के पास एक ओटीपी की व्यवस्था की जाती है और इसी से सभी पोस्टल बैलेट यानी मतपत्र डाउनलोड होते हैं। गोदियाल ने यह व्यवस्था बताते हुए आरोप लगाया कि ‘एक यूनिट के कर्मचारियों द्वारा अन्य यूनिटों में तैनात लोगों के वोट भी डाल दिए गए।’

गोदियाल से बातचीत पर आधारित एक खबर के मुताबिक उनका कहना है, ‘एक व्यक्ति सबके वोट डालता दिख रहा है। ऐसा नहीं होना चाहिए। एक व्यक्ति सबके मतपत्र डाउनलोड करके सब पर टिक नहीं कर सकता। यह पक्षपाती वोटिंग ही हुई।’ गोदियाल का कहना है चूंकि 2017 में ऐसी 30 से ज़्यादा सीटें थीं, जहां 5000 से कम वोटों के अंतर से जीत हार तय हुई इसलिए इस तरह के वोटों को वैध नहीं माना जाना चाहिए। उनका कहना है, ‘भले ही मतगणना में देर हो, लेकिन प्रक्रिया पारदर्शी होना ज़रूरी है।’