उत्तराखंड में एक ट्रेंड रहा है। इस पहाड़ी राज्य में हर बार सरकार अदलती-बदलती रही है। पिछले चुनावों में भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। पिछले चुनाव में भाजपा ने सभी एग्जिट पोल के अनुमान से अधिक सीटें हासिल की थीं।उत्तर प्रदेश में अंतिम चरण का मतदान समाप्त होने के बाद आए एक्जिट पोल ने राजनीतिक दलों के रणनीतिकारों के माथों पर चिंता की लकीरें गहरा दी हैं। अलग-अलग चैनलों व एजेंसियों ने उत्तराखंड में भाजपा और कांग्रेस, दोनों को ही बहुमत मिलने का अनुमान अपने-अपने एक्जिट पोल में दिखाया है, जिसने परिणाम को लेकर स्थिति को और अधिक उलझा दिया है।
चुनाव परिणाम से पहले उत्तराखंड में एग्जिट पोल पर सभी की नजर है। सियासी दलों के दिग्गजों से लेकर जनता को भी इसका इंतजार है। नेताओं की मेहनत का नजीता दस मार्च को आएगा। कौन जीतेगा कौन हारेगा, किसे मिलेगी कुर्सी और कौन बचा पाएगा अपना सियासी रसूख। ऐसे सवालों के जवाब काफी हद तक एग्जिट पोल की दहलीज पर आकर आज विराम ले लेंगे। इस बार हुए विधानसभा चुनावों में प्रदेश में सियासत के नए रूप भी देखने को मिले। सीधी टक्कर तो भाजपा और कांग्रेस में है, लेकिन इस बार निर्दलीयों की भूमिका भी अहम हो सकती है। उधर, आम आदमी पार्टी ने भी अपनी सियासी दाल में तड़का लगाने की पूरी कोशिश की है।
उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए एक साथ गत 14 फरवरी को मतदान हुआ था। वर्ष 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने तीन-चौथाई से अधिक बहुमत के साथ 57 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस महज 11 सीटों पर ही सिमट गई। दो सीटें निर्दलीयों के हिस्से आईं। इस बार भाजपा के समक्ष अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराने की चुनौती रही, तो कांग्रेस ने पांच साल बाद सत्ता में वापसी के लिए पूरा जोर लगाया। उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद हुए चार विधानसभा चुनावों में हर बार सत्ता बदली है, लिहाजा कांग्रेस को यह मिथक इस पांचवें चुनाव में भी कायम रहने का भरोसा है।
सोमवार शाम को आए एक्जिट पोल ने भी कुछ इसी तरह के संकेत दिए हैं। कुछ समाचार चैनलों व एजेंसियों ने उत्तराखंड में फिर भाजपा की सरकार बनने का अनुमान पेश किया, तो कुछ चैनलों का एक्जिट पोल कांग्रेस के पक्ष में गया। इतना जरूर है कि भाजपा को कई समाचार चैनल के एक्जिट पोल में पूर्ण बहुमत दिखाया गया, जबकि जिन चैनल ने कांग्रेस की सरकार बनने का अनुमान दिया, उसमें कांग्रेस के बहुमत के नजदीक और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के संकेत दिए हैं।
आजतक- इंडिया टुडे एक्सिस का अनुमान
- भाजपा को सीटें: 36-46
- कांग्रेस- 20-30
- आप(आम आदमी पार्टी) को सीटें: 2-4
- अन्य को सीटें: 2-5
इंडिया टीवी/ग्राउंड जीरो रिसर्च का अनुमान
- भाजपा को सीटें: 25-29
- कांग्रेस- 37-41
- आप को सीटें: 0
- अन्य को सीटें: 2-4
रिपब्लिक-टीवी का अनुमान
- भाजपा को सीटें: 29-34
- कांग्रेस को सीटें: 33-38
- बसपा को सीटें: 1-3
- अन्य को सीटें: 1-3
इंडिया टीवी/सीएनएक्स का अनुमान
- भाजपा को सीटें: 35-43
- कांग्रेस को सीटें: 24-32
- आप को सीटें: 0
- अन्य को सीटें: 2-4
जी न्यूज के अनुमान के मुताबिक
- भाजपा को 26 से 30 सीटें
- कांग्रेस को 35 से 40 सीटें
- बसपा को 2 से 3 सीटें
- अन्य को 1 से 3 सीटें
टीवी-9 भारतवर्ष के अनुमान के मुताबिक दलों को सीटें
- भाजपा को 31-33 सीटें
- कांग्रेस को 33-35 सीटें
- आम आदमी पार्टी को 0-3 सीटें
- अन्य को 0-2 सीटें
पुष्कर सिंह धामी (मुख्यमंत्री उत्तराखंड) का कहना है कि सभी एक्जिट पोल यही दिखा रहे हैं कि भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना रही है। एक्जिट पोल में भाजपा को 45 से 47 सीटें तक मिलती दिखाई जा रही हैं। मुझे लगता है कि जब अंतिम परिणाम आएगा, भाजपा को इससे भी अधिक सीटें मिलेंगी। प्रदेश की जनता ने हम पर विश्वास जताया है और हम सरकार बनाएंगे।
-गणेश गोदियाल ( अध्यक्ष उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी) का कहना है कि उत्तराखंड में एक्जिट पोल अलग-अलग तरीके से राजनीतिक दलों को आगे या पीछे दर्शा रहे हैं। पोल आफ पोल को देखा जाए तो यह कांग्रेस के पक्ष में है। चुनाव के नतीजे इनसे भी अलग कांग्रेस के पक्ष में भारी बहुमत के रूप में आने जा रहे हैं। कांग्रेस को जनता से इसी तरह का फीडबैक मिला है।