आंध्र-केरल के दो दिवसीय दौरे पर पीएम मोदी, 4000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की देंगे सौगात

News web media Uttarakhand : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से दो दिवसीय दौरे पर दक्षिण भारत की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरे के क्रम में वह 16 और 17 जनवरी को आंध्र प्रदेश और केरल जाएंगे। इस दौरान वह कोचीन शिपयार्ड लि. (सीएसएल) में न्यू ड्राई डॉक और इंटरनेशनल शिप रिपेयर फैसिलिटी (आईएसआरएफ) सहित कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने उनके इस दौरे के बारे में जानकारी दी है।

प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी कार्यक्रम के मुताबिक, पीएम मंगलवार को आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले के पलासमुद्रम में राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर एवं स्वापक अकादमी (एनएसीआईएन) के नए परिसर का उद्घाटन करेंगे। इसके अगले दिन यानी बुधवार को पीएम केरल पहुंचेगे। यहां वे गुरुवयूर और त्रिप्रयार रामास्वामी मंदिर में पूजा करेंगे।

पीएमओ ने यह भी बताया कि बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग क्षेत्र को बड़ी सौगात देते हुए प्रधानमंत्री कोच्चि में 4,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनओं में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसीएल) के एलपीजी आयात टर्मिनल का उद्घाटन भी शामिल है।

दिल्ली यूनिवर्सिटी में बीटेक दाखिलों के लिए 25 जुलाई तक कर सकेंगे आवेदन, नए शुरू किए 3 नए बीटेक कोर्स

News web media Uttarakhand : दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीटेक करने के इच्छुक स्टूडेंट्स के लिए गुड न्यूज है. देश की सबसे नामी यूनिवर्सिटी में से एक दिल्ली यूनिवर्सिटी ने स्टूडेंट्स के हित में बड़ा फैसला लिया है. डीयू में बीटेक के 3 नए कोर्स की शुरुआत हो रही है. दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीटेक करने के इच्छुक स्टूडेंट्स में खुशी की लहर है.

अगर आप दिल्ली यूनिवर्सिटी के बीटेक कोर्स के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो आपको ऑफिशियल वेबसाइट engineered.uod.ac.in पर जाना होगा (12वीं के बाद डीयू इंजीनियरिंग कोर्स) डीयू ने 05 जुलाई 2023 से इस पोर्टल की शुरुआत कर दी है. इस पर रजिस्ट्रेशन प्रोसेस भी शुरू किया जा चुका है.

सिर्फ इतने स्टूडेंट्स कर पाएंगे बीटेक
पिछले 2 सालों से दिल्ली विश्वविद्यालय में बीटेक कोर्स शुरू करने की चर्चा हो रही थी. अब फाइनली 3 बीटेक कोर्स पर मुहर लग गई है. हर बीटेक कोर्स में सिर्फ 120 सीटें हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय ने एकेडमिक सेशन 2023-24 बीटेक में दाखिले के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है. दिल्ली यूनिवर्सिटी की ऑल इंडिया कॉमन रैंक लिस्ट (सीआरएल)के जरिए बीटेक कोर्स में एडमिशन मिलेगा । वहीं, जिन अभ्यर्थियों की रैंक कम है और उन्हें एनआईटी और आईआईटी व आईआईआईटी में भी दाखिला नहीं मिल पा रहा है। ऐसे अभ्यर्थी दिल्ली यूनिवर्सिटी के नए शुरू हुए बीटेक प्रोग्राम में भी दाखिला ले सकते हैं। डीयू के बीटेक कोर्सेज में अभ्यर्थियों को जेईई मेन के स्कोर के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। हालांकि अभ्यर्थियों को प्रवेश के लिए जेईई मेन स्कोर के अलावा भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित में कुल मिलाकर कम से कम 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे। वहीं, आर्थिक रूप से कमजोर अभ्यर्थियों को विवि की तरफ से स्कॉलरशिप भी दी जाएगी।

शुरू होंगे ये नए कोर्स
1- बीटेक इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग
2- बीटेक इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग
3- बीटेक इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग

गिरफ्तार हुई निर्दयी मां: सात साल की बेटी को कोयले से जलाया, पंखे पर लटकाया; 18 से ज्यादा ताजा चोट के निशान मिले

आरोपी मां को गिरफ्तार करने के साथ ही पुलिस उसके पति आनंद कुमार की भूमिका की जांच कर रही है। पुलिस इस बात की जांच करने में लगी हुई है कि रेनू ने जब मासूम को गोद लिया था तो फिर उसके साथ दरिंदगी व बेरहमी से क्यों मारपीट करती थी ।

दिल्ली के आरके पुरम इलाके में 7 वर्षीय बच्ची के साथ दरिंदगी के मामले में आरके पुरम थाना पुलिस को बीती रात बड़ी सफलता मिली है। आरके पुरम थाना पुलिस ने मासूम के साथ दरिंदगी करने वाली रेनू कुमारी व उसके पति आनंद कुमार को बीती रात रुड़की से पकड़ लिया। दोनों को दिल्ली ले आया गया है। पुलिस रेनू को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेगी।

दूसरी तरफ पुलिस उसके पति आनंद कुमार की भूमिका की जांच कर रही है। पुलिस इस बात की जांच करने में लगी हुई है कि रेनू ने जब मासूम को गोद लिया था तो फिर उसके साथ दरिंदगी व बेरहमी से क्यों मारपीट करती थी। आरके पुरम थाना पुलिस बच्ची के साथ बेरहमी से मारपीट करने के मामले में रेनू कुमारी के बेटे जॉनी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी हैं।

गौरतलब है कि बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि उसके शरीर पर 18 से ज्यादा चोटों के निशान हैं। यह वह चोट है जो अभी दिखाई दे रही हैं और ताजा हैं।  पुलिस अधिकारियों के अनुसार पुरानी चोटों के भी काफी निशान बने हुए हैं।

हाथ बांधकर बच्ची को घंटों पंखे से लटकाया

सफदरजंग अस्पताल की आरोपी नर्स व बेटे ने सारी हदें पार करते हुए बच्ची को गर्म चिमटे से दागकर कोयलों से जलाया और गर्म पतीले पर बैठाकर यातनाएं दीं। इतना ही नहीं निजी अंगों को भी चोट पहुंचाई।
नर्स के बेटे ने बच्ची को कई घंटे पंखे से भी लटकाकर रखा। बिना कपड़ों के बच्ची को बालकनी में कड़ाके की सर्दी में बैठा दिया गया। बच्ची से जब दर्द सहन नहीं हुआ था तो उसने स्कूल में शिक्षिका को सारी बात बताई। इसके बाद आरके पुरम थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी नर्स के बेटे जॉनी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि आरोपी नर्स फरार है।

दर्द की इंतहा हुई तो बच्ची ने टीचर को बताई सारी बात

दक्षिण-पश्चिमी जिला डीसीपी मनोज सी ने बताया कि बच्ची से दरिदंगी की शिकायत आरकेपुरम थाना पुलिस को नौ फरवरी को मिली थी। बच्ची के शरीर पर जलने व चोट के निशान थे। जांच में पता लगा कि आरोपी ने बच्ची को कुछ साल पहले गोद लिया था। बच्ची आरकेपुरम में एक स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ती है। जब बच्ची खड़े होने में दर्द से कराहने लगी तो शिक्षिका को सारी बात बताई। शिक्षिका ने इसकी जानकारी चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) और पुलिस को दी।

छाती पर घूसे मारती थी मां, निजी अंगों पर भी पहुंचाए चोट

बच्ची ने शिकायत में कहा है कि मां ने उसकी जीभ को चाकू से काटा और हथेली को कोयले से जलाया है। मां डंडे और तार से मारती थी। चार्जर की तार से कई बार गला दबाने की कोशिश की गई। उसकी छाती पर घूसे भी मारती थी। जनवरी में निजी अंगों पर चाकू से चोट पहुंचाकर गर्म चूल्हे पर बैठा दिया गया। गर्मी के दिनों पर बिना कपड़ों के छत पर सुलाया और सर्दियों में बिना कपड़ों के बालकनी में लिटा दिया। वहीं, आरोपी महिला के बेटे जॉनी ने पंखे से कई घंटे लटकाए रखा। अश्लील हरकत भी की। कई बार बेल्ट से मारा गया। जब कामवाली नहीं आती थी तब बच्ची से सारा काम भी करवाया जाता था।

18 से ज्यादा ताजा चोट के निशान मिले

आरकेपुरम में दरिंदगी की शिकार सात वर्षीय मासूम के निजी अंगों समेत शरीर पर ताजा चोटों के 18 से ज्यादा निशान मिले हैं। पुलिस को मिली मेडिकल रिपोर्ट से ये खुलासा हुआ है। रिपोर्ट से पता लगा है कि बच्ची के निजी अंगों पर काटने के निशान भी हैं। हालांकि, बच्ची के साथ शारीरिक छेड़छाड़ की पुष्टि नहीं हुई है। बच्ची ने भाई जाॅनी पर छेड़छाड़ व अश्लील हरकत का आरोप लगाया था।

दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस के अनुसार, मेडिकल रिपोर्ट से बच्ची के शरीर पर ताजा चोटों के 18 से ज्यादा निशान मिले हैं। ये वे चोटें हैं जो दिख रही हैं। सभी चोटें बच्ची के शरीर पर पीठ, कमर के नीचे, हाथ और गर्दन आदि जगहों पर हैं। बच्ची के शरीर पर पुरानी चोटों के भी काफी निशान हैं। काफी जख्म तो ऐसे हैं जो भर गए हैं। डर की वजह से बच्ची काफी दिनों से यातनाएं सहन कर रही थी। जब दर्द उससे सहन नहीं हुआ तो उसने स्कूल शिक्षिका को ये बात बताई।

सोते हुए डर जाती है बच्ची, उठकर चिल्लाने लगती है

इसके बाद बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्ची को 12 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के जरिए बच्ची ने नौ फरवरी को आरके पुरम थाना पुलिस को शिकायत दी थी। बयान नहीं होने से पुलिस ने 10 फरवरी को एफआईआर दर्ज की थी। बच्ची सीडब्ल्यूसी की निगरानी में बाल गृह में रह रही है। बताया जा रहा है कि सोते हुए बच्ची डर जाती है और उठकर चिल्लाने लगती है। पुलिस बच्ची पर पूरी निगरानी रख रही है।

Uttarakhand Cabinet: आज होने वाली कैबिनेट बैठक में कई अहम फैसले हो सकते हैं,बजट सत्र की तारीख भी होगी तय

Uttarakhand Cabinet Meeting Today: विधानसभा के बजट सत्र के स्थान और तिथि पर निर्णय होने के साथ ही राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का प्रस्ताव भी आ सकता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आज बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक होगी। बैठक में जोशीमठ भू-धंसाव के प्रभावितों के लिए पुनर्वास एवं विस्थापन नीति के प्रस्ताव पर मुहर लगेगी। साथ ही राज्य में भूमि की नई सर्किल दरों के प्रस्ताव समेत विभिन्न विभागों के मुद्दे व विभागीय सेवा नियमावली के प्रस्तावों पर चर्चा होगी।

बैठक में विधानसभा के बजट सत्र के स्थान और तिथि पर भी निर्णय हो सकता है। साथ ही राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का प्रस्ताव भी आ सकता है। पिछली कैबिनेट बैठक में आंदोलनकारियों के आरक्षण के मुद्दे पर मंत्रिमंडलीय उपसमिति बनाई गई थी। उपसमिति ने सरकार को अपनी रिपोर्ट दे दी है। कैबिनेट के समक्ष उपसमिति की सिफारिशें रखी जाएंगी। इसके आधार पर कैबिनेट निर्णय देगी।

कैबिनेट में परिवहन विभाग के सरकारी वाहनों की खरीद के प्रस्ताव और नई पर्यटन नीति का प्रस्ताव भी आ सकता है। यात्रा सीजन शुरू होने से पहले सरकार नीति लाना चाहती है ताकि उसके बारे में सभी हित धारकों को समय पर जानकारी हो सके। बैठक में अवस्थापना विकास एवं निवेश बोर्ड, विधायक विकास निधि में बढ़ोतरी, गृह, कार्मिक समेत अन्य विभागों के कर्मचारियों से जुड़ी सेवा नियमावली व उनमें संशोधन के प्रस्ताव भी आ सकते हैं।

व्हाइट हाउस का खुलासा: सिर्फ विमान समझौते तक सीमित नहीं थी बाइडन-मोदी की चर्चा, जानें और किस मुद्दे पर हुई बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 फरवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से फोन पर बातचीत की और इस दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (14 फरवरी) को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से फोन पर बातचीत की। इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी के महत्व पर चर्चा की। इसके अलावा आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने और अपनी साझा प्राथमिकताओं पर सहयोग का विस्तार करने के लिए क्वाड जैसे समूहों में एक साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रतिबद्धता जताई। एअर इंडिया और बोइंग सौदे को ऐतिहासिक और इसे परस्पर लाभकारी सहयोग का एक बेहतरीन उदाहरण करार दिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने बोइंग और अन्य अमेरिकी कंपनियों को भारत में नागरिक उड्डयन क्षेत्र के विस्तार करने और अवसरों का उपयोग करने के लिए भी आमंत्रित किया। दोनों नेताओं ने हाल ही में वाशिंगटन डीसी में क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज (आईसीईटी) पर पहल की पहली बैठक का स्वागत किया और अंतरिक्ष, सेमी-कंडक्टर, रक्षा और अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की इच्छा व्यक्त की।

दोनों नेताओं ने भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच रणनीतिक प्रौद्योगिकी भागीदारों के महत्व पर भी चर्चा की। और दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत संबंधों की चर्चा करते हुए कहा कि हमारे लिए आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए क्वाड जैसे समूहों में एक साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

प्रेस सचिव जीन-पियरे  के अनुसार, उन्होंने बोइंग से 200 से अधिक अमेरिकी निर्मित विमान खरीदने के लिए एयर इंडिया के ऐतिहासिक समझौते पर चर्चा की। जीन-पियरे ने कहा राष्ट्रपति बाइडन ने नोट किया कि कैसे बिक्री 44 राज्यों में 1 मिलियन से अधिक अमेरिकी नौकरियों का समर्थन करेगी और एयर इंडिया को भारत में हवाई परिवहन की बढ़ती मांगों को पूरा करने में मदद करेगी।

बोइंग-एयर इंडिया सौदे की घोषणा करते हुए बाइडेन ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर वह भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और गहरा करने की उम्मीद कर रहे हैं। व्हाइट हाउस की एक घोषणा के अनुसार, बोइंग और टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया एक समझौते पर पहुंच गए हैं, जिसके तहत एयरलाइन 190 B737 MAX, 20 B787, और 10 B777X को कुल 220 फर्म ऑर्डर के लिए खरीदेगी, जिसका मूल्य 34 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।

सौदे में अतिरिक्त 50 बोइंग 737 मैक्स और 20 बोइंग 787 के लिए ग्राहक विकल्प भी शामिल होंगे, सूची मूल्य पर कुल 45.9 बिलियन अमरीकी डालर के कुल 290 हवाई जहाज। एयर इंडिया का ऑर्डर बोइंग का डॉलर मूल्य में अब तक का तीसरा और विमानों की संख्या के मामले में दूसरा सबसे बड़ा ऑर्डर है।

Dehradun Bar Association Election: देहरादून बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव के लिए आज मंगलवार को अधिवक्ताओं ने नामांकन पत्र भरे

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल ने बताया कि नाम वापसी 15 फरवरी को सुबह 10 से दो बजे तक होगी। दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।

देहरादून बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव के लिए आज मंगलवार को अधिवक्ताओं ने नामांकन पत्र भरे। सोमवार को कार्यक्रम में बदलाव किया गया था। पहले नामांकन 20 फरवरी को होना था। लेकिन फिर 14 फरवरी को भरा जाना तय किया गया। कल नाम वापसी और 27 फरवरी को चुनाव होंगे। 28 को मतगणना के बाद परिणाम आ जाएगा। इस बार 3474 अधिवक्ता मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल ने बताया कि नाम वापसी 15 फरवरी को सुबह 10 से दो बजे तक होगी। दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।

मतदान 27 फरवरी को सुबह साढ़े नौ बजे से शाम पांच बजे तक होगा। अगले दिन मतगणना सुबह 10 बजे से की जाएगी। बता दें कि इस साल पहली बार मतदान के अगले दिन मतगणना होगी। इससे पहले मतदान के दिन ही मतणना देर रात तक चलती थी। चुनाव लड़ने वाले अधिवक्ताओं ने प्रचार तेज कर दिया है।

National Aadi Mahotsav: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार यानी 16 फरवरी को दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में राष्ट्रीय आदि महोत्सव का उद्घाटन

11 दिवसीय मेले में 28 राज्यों के लगभग 500 आदिवासी कारीगर और कलाकार शामिल होंगे। जबकि 13 राज्यों के आदिवासी रसोइए मिलेट्स में जायके का तड़का लगाएंगे, जिसमें रागी हलवा, कोदो की खीर, मांडिया सूप समेत अन्य व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार यानी 16 फरवरी को दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में राष्ट्रीय आदि महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। सरकार जनजातीय मास्टर शिल्प और महिलाओं को सीधे बाजार तक पहुंच उपलब्ध करवाने के मकसद से इस महोत्सव का आयोजन कर रही है। दर्शकों को 16 से 27 फरवरी तक आयोजित होने वाले इस महोत्सव में आदिवासी शिल्प, संस्कृति, व्यंजन और व्यापार से सीधे रूबरू होने का मौका मिलेगा।

खास बात यह है है कि 11 दिवसीय मेले में 28 राज्यों के लगभग 500 आदिवासी कारीगर और कलाकार शामिल होंगे। जबकि 13 राज्यों के आदिवासी रसोइए मिलेट्स में जायके का तड़का लगाएंगे, जिसमें रागी हलवा, कोदो की खीर, मांडिया सूप, रागी बड़ा, बाजरा की रोटी, बाजरा का चुरमा, मडुआ की रोटी,भेल, कश्मीरी रायता, कबाब रोगन जोश आदि का जायका खास तौर पर मिलेगा।
जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने सोमवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडिया गेट सर्कल पर आयोजित होने वाले ””आदि महोत्सव का आगाज करेंगे। आदिवासी व्यंजनों, जनजातीय समुदायों के कारीगरों और शिल्पकारों के प्रोडेक्ट को दर्शाती प्रदर्शनी भी देखेंगे। आत्मनिर्भर भारत मुहित के तहत जनजातीय समुदायों की पूर्ण भागीदारी और भागीदारी सुनिश्चित करने के मकसद से इसका आयोजन किया जा रहा है। जैविक उत्पादन को बढ़ावा देना मुख्य मकसद है। दिल्ली के अलावा देश के अन्य शहरों में भी इस प्रकार के महोत्सव आयोजित किए जा रहे हैं।

आदिवासी कारीगरों के डिजाइन कपड़े भी दिखेंगे
आदिवासी कारिगरों द्वारा तैयार कपड़ों में शीर्ष डिजाइनरों के डिजाइन दिखेंगे। देश समेत विदेशी मार्केट को देखते हुए केंद्र सरकार के संगठन ट्राइफेड जनजातीय उत्पादों में गुणवत्ता और समकालीन डिजाइन सुनिश्चित करने के लिए शीर्ष डिजाइनरों के साथ काम कर रहा है। महोत्सव में आदिवासी हस्तशिल्प, हथकरघा, पेंटिंग, आभूषण, बेंत और बांस, मिट्टी के बर्तन, भोजन और प्राकृतिक उत्पाद, उपहार और वर्गीकरण, जनजातीय व्यंजन और 200 स्टालों के माध्यम से इसे प्रदर्शित करने के लिए प्रदर्शनी-सह-बिक्री की सुविधा होगी।

बाजरा पर मुख्य फोकस
महोत्सव में 13 राज्यों के आदिवासी रसोइय शामिल हो रहे हैं। बाजरा आदिवासी समुदायों का मुख्य आहार है और संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित किया है। इसी के तहत यहां पर जनजातीय बाजरा के उत्पादन और खपत को बढ़ाने के लिए जनजातीय कारीगरों को बाजरा (श्री अन्ना) उत्पादों और व्यंजनों को प्रदर्शित करने और बेचने के लिए आमंत्रित किया जाता है। इसके अलावा बाजरा से बने व्यंजन भी खास तौर पर मिलेंगेे। यहां पर तमिलनाडूृ, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर आदि के आदिवासी जायका का लुत्फ भी मिलेगा।

 

अफसरों के सामने जिंदा जलीं मां-बेटी: हंगामे के बीच लेखपाल पर कुल्हाड़ी से हमला, DM बोलीं- खुद को बंद कर लगाई आग

कानपुर देहात से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मैथा तहसील की मड़ौली पंचायत के चाहला गांव में ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंचे प्रशासनिक अफसरों के सामने ही मां-बेटी जिंदा जल गई। मां-बेटी की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ। लेखपाल पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया गया।

कानपुर देहात के मैथा तहसील की मड़ौली पंचायत के चाहला गांव में ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम के सामने ही झोपड़ी के भीतर मां-बेटी जिंदा जल गए। दोनों को बचाने के प्रयास में गृहस्वामी व रुरा इंस्पेक्टर भी झुलस गए। आक्रोशित लोगों ने आग लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।

लेखपाल पर कुल्हाड़ी से हमला कर घायल कर दिया। अफसरों की टीम को दौड़ा लिया। भीड़ का गुस्सा देख टीम के अन्य लोग भाग खड़े हुए। बाद में गुस्साए लोगों ने एसडीएम, रुरा इंस्पेक्टर, तहसीलदार व लेखपाल समेत गांव के 10 लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज किए जाने की मांग करते हुए शवों को नहीं उठने दिया। देर रात तक मंडलायुक्त और आईजी, डीएम लोगों को समझाने में जुटे रहे।सोमवार को जनसुवाई में डीएम नेहा जैन से मड़ौली गांव के कुछ लोगों ने ग्राम समाज की भूमि पर गांव के ही कृष्ण गोपाल दीक्षित उर्फ राघव का कब्जा होने की शिकायत की। इस पर डीएम ने एसडीएम को कार्रवाई के निर्देश दिए। दोपहर तीन बजे एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद, लेखपाल अशोक, राजस्व व रुरा इंस्पेक्टर के साथ मौके पर पहुंचे।
राजस्व विभाग की टीम ने बुलडोजर से कब्जा हटना शुरू किया। तभी अचानक वहां बनी कृष्ण गोपाल की झोपड़ी में आग लग गई। घर में मौजूद कृ्ष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला (54) और बेटी शिवा (22) लपटों के बीच फंस गईं। उन्हें बचाने दौड़े कृष्ण गोपाल व रुरा इंस्पेक्टर दिनेश गौतम झुलस गए। इस बीच मां-बेटी के जिंदा जलने से गुस्साए परिवार व गांव के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।

लेखपाल अशोक सिंह पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। कब्जा हटाने पहुंची टीम के अन्य लोगों ने अपने वाहनों को वहीं छोड़कर मौके से भागकर जान बचाई। इसके बाद लोगों ने एसडीएम मैथा, तहसीलदार लेखपाल व गांव के 10 लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज किए जाने की मांग शुरू कर दी।

पुलिस को मां-बेटी के शव नहीं उठाने दिए। मंडलायुक्त डॉ.राजशेखर, आईजी प्रशांत कुमार, डीएम नेहा जैन व एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने लोगों को मामले में कार्रवाई का भरोसा देकर समझाने का प्रयास किया। लेकिन देर रात तक लोगों ने शव नहीं उठने दिया।
झोपड़ी में आग लगाने का आरोपशवों के अंतिम संस्कार से इनकार
कृष्ण गोपाल दीक्षित का कहना है कि टीम के कब्जा हटाने के दौरान गांव के कुछ लोगों ने झोपड़ी में आग लगा दी। पत्नी प्रमिला और बेटी शिवा भीतर सो रही थी। आग से दोनों जिंदा जल गईं। आरोप है कि राजस्व विभाग की टीम ने कब्जा हटाने के दौरान हैंडपंप और धार्मिक चबूतरा भी तोड़ डाला है। राजस्व व पुलिस अफसरों के साथ ही गांव के कुछ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज न होने तक शवों का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

डीएम की सफाईमांबेटी ने खुद को बंद कर झोपड़ी में लगाई आग
डीएम नेहा जैन ने बताया कि कृष्ण गोपाल का ग्राम समाज की गाटा संख्या 1642 की जमीन पर कब्जा था। गांव के लोगों की शिकायत पर एसडीएम को मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। एसडीएम पुलिस की टीम के साथ कब्जा हटवाने गए थे। तभी मां-बेटी वहां बनी झोपड़ी में भीतर गईं और खुद को आग लगा ली। झोपड़ी से लपटें निलकती देख रुरा इंस्पेक्टर व कृष्ण गोपाल ने दोनों को बचाने के प्रयास में दोनों झुलस गए। पूरे मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

 

Turkey: भूकंप के चलते तुर्किये के 10 प्रांतों में भारी तबाही 

ऐसे में रेसेप तैयप एर्दोगन के सामने इन प्रांतों को फिर से अपने पैरों पर खड़ा करने और पुनर्निर्माण की बड़ी चुनौती होगी।

विस्तार

तुर्किये में बीते हफ्ते आए विनाशकारी भूकंप से हजारों लोग असमय इस दुनिया से विदा हो गए लेकिन अब इस भूकंप को लेकर तुर्किये के लोगों में जो गुस्सा है, वह तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की सत्ता से विदाई का कारण बन सकता है! बता दें कि तुर्किये में आए भूकंप से अब तक 24,500 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल हैं। अभी मौतों का यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। इस भूकंप से तुर्किये के इतिहास के ताकतवर नेताओं में से एक रेसेप तैयर एर्दोगन के राजनीतिक किला भी हिल गया है। दरअसल भूकंप में हजारों इमारतें ताश के पत्तों की तरह बिखर गईं, जिसे लेकर स्थानीय लोगों में सरकार के खिलाफ काफी गुस्सा है।

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ सकता है एर्दोगन का राजनीतिक करियर

साल 1999 में भी तुर्किये में जबरदस्त भूकंप आया था। उस भूकंप ने भी तुर्किये में काफी तबाही मचाई थी और 17 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी। 1999 के भूकंप के बाद सरकार ने एक नियम बनाया था कि नई इमारतों को भूकंप रोधी तकनीक से बनाया जाएगा और इस नियम को सख्ती से लागू किया जाएगा। हालांकि तुर्किये के लोगों का मानना है कि उनकी सरकार इस नियम को सख्ती से लागू नहीं करा पाई, जिसकी वजह से ठेकेदारों ने भ्रष्टाचार कर लोगों के लिए असुरक्षित इमारतें तैयार की।

इसके अलावा तुर्किये की सरकार ने मौजूदा इमारतों को मजबूत बनाने के लिए एक खास टैक्स भी लोगों पर लगाया था। इस टैक्स से सरकार के पास करीब 17 बिलियन यूएस डॉलर इकट्ठा हुए थे लेकिन सरकार ने इस फंड में से थोड़ा ही फंड पुरानी इमारतों को मजबूत करने में खर्च किया, बाकी सारा पैसा अन्य कामों में खर्च कर दिया गया। यही वजह है कि लोगों में एर्दोगन सरकार के खिलाफ भारी गुस्सा है क्योंकि तुर्किये में बीते 20 सालों से एर्दोगन ही सत्ता पर काबिज हैं।

सत्ता बचाने की एर्दोगन के सामने बड़ी चुनौती

भूकंप के चलते तुर्किये के 10 प्रांतों में भारी तबाही हुई है। ऐसे में रेसेप तैयप एर्दोगन के सामने इन प्रांतों को फिर से अपने पैरों पर खड़ा करने और पुनर्निर्माण की बड़ी चुनौती होगी। बीते दिनों जब एर्दोगन ने भूकंप प्रभावित इलाकों का दौरा किया था तो उन्हें लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा था। जिसके बाद एर्दोगन ने एलान किया था कि वह एक साल में ही  फिर से इमारतों का पुनर्निर्माण करेंगे और लोगों को उनका घर देने की बात कही थी लेकिन जिस पैमाने पर तुर्किये में तबाही हुई है, उससे उबरने के लिए तुर्किये को अरबों डॉलर की जरूरत होगी और एक साल में ही सारे घर बनाना भी लगभग असंभव काम है। यही वजह है कि एर्दोगन के लिए भूकंप की इस चुनौती से पार पाना बेहद मुश्किल हो सकता है।

विपक्ष भी एर्दोगन को घेरने की कोशिश कर रहा है और विपक्षी नेता भ्रष्टाचार के लिए एर्दोगन सरकार को कोस रहे हैं। ऐसे में एर्दोगन भी चाहेंगे कि इस साल मई में होने वाले चुनाव को कुछ समय के लिए टाल दिया जाए ताकि तब तक लोगों का गुस्सा

नर्सिंग भर्ती में बाहरी राज्यों के आवेदकों के विरोध में आंदोलन की चेतावनी*

संविदा एवं बेरोजगार स्टाफ नर्सेज महासंघ उत्तराखंड का प्रतिनिधिमंडल ने भानियावाला में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रविंद्र सिंह राणा से मुलाकात की। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हरिकृष्ण बिजलवान द्वारा बताया गया कि उनकी नर्सिंग की भर्ती 12 वर्षों बाद 3 जनवरी 2023 को विज्ञापित की गई। लेकिन इस भर्ती में कुछ बाहरी राज्य के लोगों द्वारा फर्जी स्थाई निवास बनाकर आवेदन किया जा रहा है। और कुछ बाहरी राज्यों के युवकों द्वारा उच्च न्यायालय में केस दायर कर नर्सिंग अधिकारी के पदों पर आवेदन करने की अनुमति मांगी है।

जिसमें कि न्यायालय द्वारा ऐसे व्यक्तियों को प्रोविजनल तौर पर परमिट कर दिया है। जिसका उनका संगठन पुरजोर विरोध करता है। और वो अपने सभी जनप्रतिनिधियों से यह आग्रह करते हैं कि सरकार समूह ग के पदों पर बाहरी राज्यों के आवेदन स्वीकार न करें। यदि नर्सिंग अधिकारियों के पदो पर बाहरी राज्यों के आवेदन स्वीकार किए जाएंगे तो संगठन पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगा। और अपने उत्तराखंड के लोगों और यहां की जनता और बेरोजगारों के हितों की लड़ाई के लिए सड़कों पर आंदोलन करेगा।

जिलाध्यक्ष द्वारा इस पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया गया कि न्यायालय में सरकार मजबूती से अपने प्रदेश के बेरोजगारों के हितों में खड़ी रहेगी। और किसी भी बाहरी राज्यों के आवेदकों को इसमें आवेदन की अनुमति नहीं दी जाएगी। मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में संगठन के कोषाध्यक्ष रवि सिंह रावत, महीपाल सिंह कृषाली, मीनाक्षी ममगाई, नीरज वर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।