लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से किया जाएगा सम्मानित

उत्तराखंड के प्रमुख लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी को 9 अप्रैल को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान देंगे। नरेन्द्र सिंह नेगी को वर्ष 2018 के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है। यह कलाकार के लिए देश का सर्वोच्च पुरस्कार है।

नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद नेगी दा समेत 44 अन्य हस्तियों को यह पुरस्कार प्रदान करेंगे। पुरस्कार के रूप में उन्हें एक लाख रुपये की धनराशि, अंगवस्त्र और ताम्रपत्र दिया जाएगा।इसके अलावा 12 अप्रैल को नेगी दा अपने साथी कलाकारों के साथ राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के सामने अपने लोकगीतों की प्रस्तुति भी देंगे।

शनिवार को दिल्ली में देशभर की 44 हस्तियों के साथ उत्तराखंड से लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी को भी प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। नरेंद्र सिंह नेगी को उत्तराखंड में लोक संगीत के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए वर्ष 2018 के पुरस्कार के लिए चुना गया था।

भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश की दिशा में उत्तराखंड, भ्रष्टाचार की शिकायतों सीएम धामी ने जारी किया नंबर व वेब एप

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड की दिशा में बड़ी पहल की है। भ्रष्टाचार की शिकायतों के लिए उन्होंने आम जनता के लिए 1064 नंबर व वेब एप जारी किया है।उत्तराखंड में दोबारा मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद सीएम धामी एक्शन में नजर आ रहे हैं। वह लगातार राज्य के विकास के लिए जरूरी योजनाओं पर पूरा ध्यान लगाए हुए हैं। अधिकारियों की बैठकें लेने के साथ ही वह स्वयं भी निरीक्षण कर रहे हैं। आज शुक्रवार को उन्होंने एक और फैसला राज्य हित में लिया है।

प्रदेश में कहीं भी भ्रष्टाचार की शिकायत के लिए आम जनता इस नंबर पर कॉल कर सकती है। जनता की शिकायत पर तुंरत कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार प्रदेश हित में अहम फैसले ले रहे हैं।  भाजपा राष्ट्र पहले, संगठन दूसरे और व्यक्ति तीसरे के सिद्धांत पर चलती है। इसलिए वह और उनकी सरकार प्रदेश हित में ही फैसले लेगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी में चिकित्सा उपकरणों का किया लोकार्पण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी उप चिकित्सालय के लिए डी.एल.एफ द्वारा दिए गए सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने उप चिकित्सालय मसूरी में आधुनिक सी.टी स्कैन मशीन,आर्म मशीन, इमरजेंसी वेंटिलटर का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी उप चिकित्सालय के लिए डीएलएफ द्वारा दिए गए सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने उप चिकित्सालय मसूरी में आधुनिक सी.टी स्कैन मशीन, आर्म मशीन, इमरजेंसी वेंटिलेटर का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री ने कहा की मसूरी उप चिकित्सालय में इन आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता से मसूरी एवं आस पास के क्षेत्रों धनोल्टी, नैनबाग एवं जौनपुर के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा की प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की मजबूती के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर गुरुवार को मसूरी पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुजुर्गों को बड़ी सौगात दी है। सीएम ने कहा, अब तक केवल एक बुजुर्ग को पेंशन मिलती थी, अगर परिवार में दो बड़े व्यक्ति होते, अब हम परिवार के दोनों बुजुर्गों को पेंशन देंगे।

मसूरी के टाउनहॉल सभागार में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम धामी ने कहा, हमने लोगों के लिए समान नागरिक संहिता लाने का फैसला किया, क्योंकि उत्तराखंड एक पहाड़ी राज्य है, यह संस्कृति और आध्यात्मिकता का केन्द्र है और दो अंतरराष्ट्रीय सीमाएं भी साझा करता है।

इस अवसर पर केबिनेट मंत्री गणेश जोशी, मसूरी के नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, भाजपा जिलाध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर, भाजपा के मसूरी मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल आदि उपस्थित थे।

 उत्तराखण्ड में तीन मई से चारधाम यात्रा होगी शुरू, जानिए केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री मंदिरो के कपाट खुलने का शुभ मुहूर्त

उत्तराखण्ड में तीन मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू किए गए प्रतिबंधों के कारण बेहद सीमित संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए आए। इस वर्ष सरकार ने सभी प्रतिबंध हटा लिए हैं। ऐसे में इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए तैयारियां भी जोरों पर हैं।

रोहणी नक्षत्र और कर्क लग्न में तीन मई को यमुनोत्री धाम के कपाट शुभ मुहूर्त में खुल जाएंगे। वहीं, केदारनाथ के कपाट 06 मई तो बद्रीनाथ के 08 मई कपाट दर्शन के लिए खुल जाएंगे। तीर्थ पुरोहितों ने आज (07 अप्रैल) को यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने का शुभ मुहूर्त निकाला है। पुरोहितों का कहना है कि 03 मई को 12 बजकर 15 मिनट पर कपाट भक्तों के खुलेंगे।

विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट आगामी 3 मई को अक्षय तृतीया के पर्व पर खोल दिए जाएंगे। कपाट खुलने का समय सुबह 11.15 बजे निकाला गया है। 2 मई को मां गंगा अपने शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से डोली में सवार होकर दोपहर 12:15 पर गंगोत्री धाम के लिए रवाना होंगी और मार्कंडेय मंदिर, देवी मंदिर होते हुए रात्रि विश्राम के लिए भैरव घाटी पहुंचेंगी। जहां भैरव मंदिर में ही रात्रि विश्राम करेंगी। अगले 3 तीन मई को मां गंगा की डोली यात्रा सुबह 5:30 पर गंगोत्री धाम के लिए रवाना होगी। जहां गंगोत्री धाम पहुंचने पर सर्व प्रथम गंगा लहरी, गंगा सहस्त्रनाम के पाठ व हवन पूजन तथा गंगा आरती करने के बाद शुभ मुहूर्त पर ठीक 11:15 मिनट पर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जायेंगे।

केदारनाथ मंदिर के कपाट 6 मई को खुलेंगे। श्रद्धालुओं के लिए 6 मई 2022 को सुबह 6 बजकर 25 मिनट अमृत बेला पर मंदिर के कपाट खुलेंगे। ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से 2 मई को बाबा केदारनाथ की डोली केदार धाम के लिए प्रस्तान करेगी। 2 मई को डोली गुप्तकाशी, 3 मई को फाटा, 4 मई को गौरीकुंड पहुंचेगी। यहां रात्रि विश्राम होगा. केदारनाथ की डोली 5 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी। इसके बाद 6 मई को सुबह 6.25 बजे केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।

बद्रीनाथ धाम के कपाट इस साल 8 मई को खुलेंगे। शास्त्रों के मुताबिक विधि-विधान से 8 मई की सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर बद्रीनाथ धाम के कपाट खुल जाएंगे। मंदिर के कपाट खुलने के बाद श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम पहुंचकर दर्शन-पूजन कर सकेंगे।

मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में कहा कि यात्रा को सुगम व सुरक्षित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। चारधाम यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जाए। हर जगह विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित की जाए। मार्गो पर दुर्घटना रोकने के लिए क्रैश बैरियर और साइनेज की व्यवस्था की जाए। पर्वतीय मार्गो पर यातायात प्रबंधन और पार्किंग पर विशेष ध्यान दिया जाए तथा नए पार्किंग स्थल विकसित किए जाएं।

उन्होंने चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर बढ़ाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वेबसाइट और मोबाइल एप भी विकसित किए जाएं, ताकि यात्रियों के रजिस्ट्रेशन में अधिक समय न लगे। उन्होंने सड़क चौड़ीकरण के कारण खराब हुए हैंडपंप को फिर से दुरुस्त कर इस्तेमाल योग्य बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मोबाइल एप पर यात्रा के साथ ही मौसम की जानकारी भी दी जाए और इसका उचित प्रचार-प्रसार किया जाए।

उत्तराखंड सरकार का बड़ा फैसला, अनाथ बच्चों के लिए सरकारी नौकरी में मिलेगा 5 फीसदी क्षैतिज आरक्षण

उत्तराखंड कैबिनेट ने राजकीय अनाथ आश्रमों में पले बढ़े बच्चों को सरकारी नौकरी में पांच प्रतिशत आरक्षण देने पर मुहर लगा दी है।योजना का फायदा राज्य में संचालित स्वैच्छिक व राजकीय गृहों में रह रहे अनाथ बच्चों को मिलेगा। इसके लिए अनाथ या प्रभावित बच्चों का रजिस्ट्रेशन कराना होगा।राज्य सरकार ने कोरोना के दौर में अनाथ हुए बच्चों को सरकारी नौकरियों में पांच प्रतिशत आरक्षण का आदेश जारी किया था। इस आदेश के बाद नौकरियों में आरक्षण देने को लेकर भारी असमंजस था। अब शासन ने एक शासनादेश जारी कर इससे जुड़ीं सभी कठिनाइयों को दूर कर दिया है।

उत्तराखंड में जन्म से 21 वर्ष की आयु तक के अनाथ बच्चों को सरकारी व अशासकीय सेवाओं में सीधी भर्ती के पदों पर पांच प्रतिशत मिलेगा। सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता की मृत्यु उनके जन्म के 21 वर्ष तक की अवधि में हुई हो, उन्हें इसका लाभ मिलेगा। सबसे बड़ा असमंजस अनाथ बच्चों की जाति को लेकर था। चूंकि आदेश में कहा गया था कि वह अनाथ बच्चे, जिस श्रेणी के होंगे, उसी में उन्हें पांच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण मिलेगा।

शासन ने स्पष्ट कर दिया कि अनाथ आश्रमों में रह रहे जिन बच्चों की जाति का पता नहीं चलेगा, उन्हें अनारक्षित वर्ग में पांच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। जिन बच्चों की जाति का पता होगा, उन्हें उनकी श्रेणी जैसे एससी, एसटी, ओबीसी आदि में पांच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का लाभ मिलेगा। शासन ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अगर पांच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण के पदों पर कोई नहीं आता तो उन पदों को संबंधित श्रेणी में काउंट करते हुए भर दिया जाएगा।

महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो इस वक्त राज्य में संचालित स्वैच्छिक व राजकीय गृहों में 735 बच्चे निवास कर रहे हैं। इनमें 100 से ज्यादा बच्चे ऐसे हैं, जिनके माता-पिता नहीं है, और कोई रिश्तेदार भी नहीं है।

उत्तराखंड इन जरूरतमंद बच्चों को पांच प्रतिशत आरक्षण देने वाला पहला राज्य बन गया है। आर्य ने बताया कि अनाथ आश्रमों में पल रहे बच्चों की कोई पारिवारिक पहचान नहीं होती, इसलिए उन्हें जातिगत आरक्षण का लाभ भी नहीं मिल पा रहा था। इसलिए सरकार ने ऐसे बच्चों के लिए यह खास व्यवस्था की है। उन्होंने बताया कि इन बच्चों को आरक्षण का लाभ लेने के लिए संस्था की ओर से दिया गया प्रमाणपत्र ही प्रस्तुत करना होगा। वर्तमान में राज्य के विभिन्न आश्रमों में ऐसे करीब एक हजार बच्चे पल बढ़ रहे हैं, जो अब आरक्षण का फायदा लेकर अपना भविष्य संवार सकेंगे।

समीक्षा अधिकारी भर्ती पर असमंजस दूर
राज्य सरकार की ओर से सचिवालय समीक्षा अधिकारी, सहायक समीक्षा अधिकारी के पदों पर भर्ती की सिफारिश (अधियाचन) उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को भेजा गया था। आयोग ने शासन से कुछ बिंदुओं पर स्पष्ट जानकारी मांगी थी। अब साफ हो गया है कि सीधी भर्ती के पदों में आरक्षण का लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की प्रधानमंत्री नरेंद मोदी और अमित शाह से संसद भवन नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संसद भवन नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की। उत्तराखंड के विकास में प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार से मिल रहे सहयोग पर आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को राज्य में संचालित विकास कार्यों के बारे में अवगत कराया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री से अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के जनपदों में हिम प्रहरी योजना लागू किये जाने में केंद्र से सहयोग का अनुरोध किया। सीएम ने मुलाकात के बाद यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर भी बयान दिया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महत्वपूर्ण वित्तीय स्वीकृतियों के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखंड विकास पथ की ओर अग्रसर है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता को लागू करना संविधान निर्माताओं के सपनों को पूरा करने की दिशा में अहम कदम होगा। इस कानून का दायरा सभी नागरिकों के लिए समान रूप से होगा, चाहे वे किसी भी धर्म में विश्वास रखते हों। यह संविधान की भावना को मूर्त रूप देगा। उन्होंने कहा कि मामले में न्यायविदों, सेवानिवृत्त जज, समाज के प्रबुद्धजनों और अन्य स्टेकहोल्डर की एक कमेटी गठित होगी। कमेटी समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तैयार करेगी।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से उत्तराखंड राज्य के सीमित वित्तीय संसाधनों को देखते हुए  जीएसटी प्रतिकर अवधि को बढ़ाए जाने का भी अनुरोध किया। उन्होंने उत्तराखंड में नवीनतम तकनीक व वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा देने के लिये भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) की स्थापना और फार्मास्यूटिकल उद्योग के विकास के लिये नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एण्ड रिसर्च (एनआईपीईआर) की स्थापना का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में बागवानी की अपार सम्भावनाओं को देखते हुए प्रधानमंत्री से कश्मीर तर्ज पर रूपये 2000 करोड़ का बागवानी पैकेज दिये जाने का अनुरोध किया। टीएचडीसी इण्डिया लिमिटेड की अंशधारिता में उत्तर प्रदेश के अंश का उत्तराखंड को हस्तांतरित करने के लिये माननीय न्यायालय से बाहर सौहार्दपूर्ण समाधान के लिये केंद्र सरकार की विशेष पहल का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने चारधाम की तर्ज पर कुमाऊं के पौराणिक स्थलों व मंदिरों को तीर्थाटन से जोड़ने के लिये ‘मानसखण्ड मंदिर माला मिशन’की स्वीकृति दिए जाने का अनुरोध किया। सीएम धामी ने पिथौरागढ़ एयरस्ट्रिप से हवाई सेवाओं के संचालन की अनुमति का भी अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के जनपदों (उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, चम्पावत और ऊधम सिंह नगर के खटीमा) के ग्रामों से हो रहे पलायन को रोकने, दैवीय आपदा में राहत व बचाव कार्यों के लिये पुलिस, आईटीबीपी व एसएसबी के सहयोग से सीमा रक्षक दल/ हिम प्रहरी दलों का गठन किया जाना प्रस्तावित है।

उक्त दल में सम्मिलित व्यक्तियों को प्रोत्साहन भत्ते के रूप में मानदेय प्रस्तावित है। इस पर लगभग 5 करोड़ 45 लाख रुपये का व्यय भार अनुमानित है। इसमें केंद्र का सहयोग निवेदित है। धामी ने राज्य पुलिस को और अधिक प्रभावी व आधुनिक बनाए जाने के लिये राज्य पुलिस बल आधुनिकीकरण योजना में प्रति वर्ष 20 से 25 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किये जाने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करेंगे मुलाकात, कुछ केंद्रीय मंत्रियों से भी होगी मीटिंग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार को नई दिल्ली पहुंचे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से  शिष्टाचार भेंट करेंगे। दिल्ली पहुंचकर धामी ने भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी व राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी से मुलाकात की।

मुमुख्यमंत्री ने सोमवार को राज्यसभा सदस्य और भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी से उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों के बीच उत्तराखंड के विकास से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री एयरपोर्ट से सीधे बलूनी के आवास पहुंचे थे। मंगलवार को वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट करेंगे। नई दिल्ली रवाना होने से पूर्व उन्होंने मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा कि विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय नेताओं व मंत्रियों का बहुत बड़ा योगदान रहा। उन्हीं के दिशा-निर्देशन में अभियान चलाया गया। इसी कारण उत्तराखंड में भाजपा को दो-तिहाई बहुमत मिला है। इसीलिए अब वह प्रधानमंत्री व राष्ट्रीय नेतृत्व का आभार प्रकट करने दिल्ली जा रहे हैं।

दिल्ली पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच राज्य से संबंधित विषयों पर दो घंटे से अधिक चर्चा हुई।

सांसद अनिल बलूनी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि पौड़ी व टिहरी जिलों को जोडऩे के लिए सिंगटाली पुल के निर्माण की लंबे समय से मांग चल रही है। इसका कार्य प्रारंभ करने की जरूरत है। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही वह जनहित के इस विषय पर कार्रवाई करेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात कर सकते हैं

ऋषिकेश में 100 साल पुराने विश्व प्रसिद्ध लक्ष्मण झूले का तार टूटा, यात्रियों में मचा हड़कंप, आवाजाही बंद 

उत्तराखंड के ऋषिकेश के टिहरी और पौड़ी को जोड़ने वाला 100 साल पुराना विश्व विख्यात लक्ष्मण झूले के पुल का मुख्य तार अचानक टूट गया। इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया है, जिसके बाद पुल पर आम लोगों की आवाजाही रोक दी गई है। रविवार की दोपहर लक्ष्मण झूला पुल पर अचानक उस समय हड़कंप मच गया, जब टिहरी और पौड़ी जिले को जोड़ने वाला विश्व विख्यात 100 वर्ष पुराने पुल‌ की विंड तार अचानक टूट गई, जिसके टूटने से ही पुल से गुजर रहे यात्रियों में हड़कंप मच गया। लक्ष्मण झूला के पास ही बजरंग सेतु नए पुल का निर्माण कार्य चल रहा है, इस बीच लक्ष्मण झूला पुल का एक तार टूट गया। जिस वजह से आवाजाही तत्काल रोक दी गई है।

जानकारी के अनुसार, लक्ष्मण झूला पुल पर आज अचानक उस समय हड़कंप मच गया, जब टिहरी व पौड़ी जिले को जोड़ने वाला विश्व विख्यात लक्ष्मण झूला पुल का विंड तार अचानक टूट गया। इससे पुल से गुजर रहे यात्रियों में हड़कंप मच गया। इस मामले की सूचना मुनी की रेती थाना प्रभारी रितेश शाह को दी गई। रितेश शाह मौके पर पहुंचे और पुल से आने जाने वाले यात्रियों को रोक दिया गया।
लोक निर्माण विभाग अधिशाषी अभियंता आरिफ खान ने जानकारी देते हुए बताया कि पुल के पास बजरंग सेतु का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इसी बीच लक्ष्मण झूला पुल का विंड तार टूट गया। उन्होंने बताया कि इस विंड तार को निकाला जाना था। पुल पर आवाजाही एक बार फिर से बंद कर दी गई है।
पुल की मियाद समाप्त होने पर 13 जुलाई 2019 को लोगों की आवाजाही के लिए यह पुल पूरी तरह से बंद कर दिया गया था, इसके बावजूद लोगों की आवाजाही लगातार हो रही थी। गनीमत रही कि तार टूटने की वजह से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।

मुख्यमंत्री धामी ने शुक्रवार को बनबसा मिनी स्पोर्ट्स स्टेडियम में जनसभा को किया संबोधित, मुख्यमंत्री चम्पावत से लड़ेंगे उपचुनाव ?

पुष्कर सिंह धामी दूसरी बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे पहले दौरे के लिए चंपावत विधानसभा के बनबसा इलाके में पहुंचे, जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह अब भाजपा के लिए योद्धा बन गए हैं और यह बात वह हाईकमान को बताएंगे कि कैसे कार्यकर्ताओं ने उन्हें इस भूमिका में खड़ा कर दिया है।सीएम पुष्कर धामी चंपावत विधानसभा के बनबसा पहुंचे तो उनका ज़ोरदार स्वागत भाजपाइयों ने किया। चंपावत सीट विधानसभा चुनाव जीतने वाले कैलाश गहतोड़ी वह ​पहले विधायक थे, जिन्होंने सीएम धामी के उपचुनाव के लिए अपनी सीट छोड़ने की पेशकश की थी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत से उपचुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान के सामने वह चम्पावत से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखेंगे। हाईकमान का फैसाला ही अंतिम होगा। धामी को इस सीट से चुनाव लड़ने का न्योता विधायक कैलाश गहतोड़ी पहले ही दे चुके हैं।

बनबसा स्टेडियम में हुई जनसभा में एक बार फिर विधायक कैलाश गहतोड़ी ने धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने का ऐलान दोहराया। उन्होंने कहा कि सीएम धामी अगर चम्पावत सीट से चुनाव लड़ने का मन बनाते हैं, तो वह उनके लिए अपनी सीट छोड़ने में जरा भी संकोच नहीं करेंगे। इसके बाद सीएम धामी ने अपने संबोधन में कहा कि वह विधायक गहतोड़ी का तहेदिल से आभार व्यक्त करते हैं। कहा वह विधायक के इस प्रस्ताव को हाईकमान के सामने रखेंगे। उपचुनाव लड़ने को लेकर हाईकमान ही अंतिम निर्णय लेगा। कहा अगर उन्हें यहां से चुनाव लड़ने का मौका मिलता है, तो उनके लिए इससे बड़े सौभाग्य की बात और क्या हो सकती है। सीएम ने अंत में विधानसभा चुनाव में भाजपा को दिए प्रचंड बहुमत के लिए जनता का आभार जताया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, ‘मैं किस सीट से चुनाव लड़ूंगा, यह फैसला तो हाईकमान को ही करना है। हालांकि यह फैसला कुछ भी हो, मैं चंपावत के लिए हर वह कदम उठाऊंगा, जो इस ज़िले के लिए सबसे अच्छा हो सकता है।’ यही नहीं, चंपावत से धामी ने अपना पुराना रिश्ता बताया।

चैत्र नवरात्रि कल से शुरू ,नौ दिन होगी मां दुर्गा की पूजा अर्चना

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को चैत्र नवरात्रि का त्योहार मनाया जाएगा. इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है. इस साल चैत्र नवरात्रि का त्योहार शनिवार, 2 अप्रैल 2022 से शुरू होगा और सोमवार, 11 अप्रैल 2022 को समाप्त होगा. मां दुर्गा को सुख, समृद्धि और धन की देवी माना जाता है.

हिंदू धर्म में मां दुर्गा के नवरात्रि का विशेष महत्व है। साल में चार बार मनाया जाने वाला ये पर्व माता रानी के भक्त बहुत ही धूम-धाम से मनाते हैं। दो गुप्त नवरात्रि और दो शारदीय और चैत्र के नवरात्रि होते हैं। देशभर में माता रानी के भक्तों का सैलाव मंदिरों में उमड़ आता है। हिंदू धर्म में मां दुर्गा के नवरात्रि का बहुत ही विशेष महत्व है।

इन नौ दिनों में माता रानी के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा की उपासना और पूजा पाठ किया जाता है। साथ ही भक्त मां के लिए नौ दिन व्रत और उपवास रखते हैं। विधि विधान से मां की पूजा की जाती है। मां की पूजा के बाद आरती और चालीसा का पाठ किया जाए, तो मां प्रसन्न होकर भक्तों के सभी दुख दूर करती हैं और सकंट हर लेती हैं।

नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना करके मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की अलग-अलग पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा की विधिवित पूजा करने वाले भक्तों पर माता रानी अपनी कृपा दृष्टि सालभर रखती हैं। कलश स्थापना का शुभ समय 2 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 10 मिनट से 08 बजकर 29 मिनट तक है। कुल अवधि 02 घंटे 18 मिनट की है।