चंपावत उपचुनाव: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत विधानसभा उपचुनाव के लिए दाखिल किया नामांकन

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। इसके साथ उन्‍होंने कहा कि चंपावत की महान जनता ने आम चुनाव में कैलाश सिंह गहतोड़ी को प्रचंड बहुमत से जिताया। मैंने आज यहां से प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरा है। हमारे यहां बहुत संभावनाएं हैं। पर्यटन, बागवानी, शिक्षा सभी क्षेत्रों में आगे बढ़े इसके लिए हम काम करेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को चंपावत उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ भारी संख्या में उनके समर्थक मौजूद रहे। वहीं सीएम के लिए सीट छोड़ने वाले पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी भी पूरी प्रक्रिया के दौरान उनके साथ दिखे।

सोमवार को सीएम धामी के नामांकन को लेकर कार्यकर्ताओं में जबरस्त उत्साह देखने के लिए मिल रहा है। नामांकन से पहले सीएम ने पत्नी के साथ चकरपुर बनखंडी महादेव शिव मंदिर सुबह पूजा अर्चना कर जलाभिषेक किया। इस के बाद सीएम ने रोड शो किया। इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, सांसद अजय टम्टा, कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास, सौरभ बहुगुणा, रेखा आर्या समेत कई विधायक और वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे।

सीएम पुष्कर सिंह धामी सुबह नौ बजे चंपावत के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने टनकपुर बनबसा में सबसे पहले रोड शो किया। इसी बीच तजगह-जगह समर्थकों व आम लोगों ने उनका स्वागत किया। सीएम ने भी सभी का अभिवादन स्वीकार किया। इस बीच वह लोगों से जनसंपर्क भी करते रहे।  90 किमी लंबा रोड शो करने के बाद सीएम चंपावत तहसील पहुंचे और यहां नामांकन दाखिल किया। उनके नामांकन दाखिल करते ही उनके समर्थकों ने जोर शोर से उनके समर्थन में नारेबाजी की।

उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैंने आज कैलाश सिंह गहतोड़ी की उपस्थिति में नामांकन किया है। उन्‍होंने कहा कि मैं चंपावत के ग्रामीण इलाकों के रहने वाले लोगों को बेहतर रोड और इंटरनेट कनेक्‍टिविटी के साथ रोजगार उपलब्‍ध कराने पर काम करूंगा। मैं चंपावत के लोगों की सेवा करने के लिए तैयार हूं। इस क्षेत्र में विकास ही मुद्दा है. इसके साथ धामी ने कहा, ‘यह मेरा सौभाग्य है कि मां बाराही, मां पूर्णागिरि, गोल्ज्यू देवता और बाबा गोरखनाथ की भूमि से मुझे चुनाव लड़ने का अवसर मिल रहा है। चंपावत के देवतुल्य जनता से मुझे जिस प्रकार का प्रेम व स्नेह मिला है, उसका धन्यवाद करने हेतु मेरे पास शब्द नहीं है। इसके साथ कहा कि मुख्य सेवक का दायित्व मिलने के बाद मैंने प्रदेश की हर विधानसभा में जाने का प्रयास किया और उत्तराखंड की देवतुल्य जनता ने भाजपा को 47 सीटें देकर इतिहास बनाने का कार्य किया।

चंपावत उपचुनाव: मुख्यमंत्री पुष्कर धामी आज 09 मई को करेंगे नामांकन पत्र दाखिल, मंत्रियों समेत भाजपा के नेता रहेंगे मौजूद

भाजपा प्रत्याशी के तौर पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी आज यानी सोमवार को नामांकन करेंगे। सुबह 8:00 बजे अपने खटीमा स्थित आवास से निकलने के बाद सीएम पुष्कर धामी सबसे पहले बनबसा से टनकपुर तक रोड शो निकालेंगे। सीएम रोड शो के बाद चंपावत सड़क मार्ग से ही निकलेंगे। चंपावत में 1 बजे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। 1:30 बजे सीएम नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। इस दौरान भाजपा के कई वरिष्ठ नेता चंपावत पहुंचेंगे। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक समेत कैबिनेट के कई मंत्री भी मौजूद रहेंगे।

चम्पावत उपचुनाव के लिए सज चुके मैदान में आज सोमवार 09 मई को भाजपा के स्टार प्रचारक सीएम के साथ नामांकन रैली का हिस्सा होंगे। बनबसा से लेकर टनकपुर तक 85 किमी में 20 जगहों पर सीएम के स्वागत की तैयारियां जोरों पर है। चम्पावत तहसील पहुंचने के बाद सीएम नामांकन की प्रक्रिया पूरी करेंगे जिसके बाद गोलज्यू का आशीर्वाद लेकर मोटर स्टेशन में जनसभा कार्यक्रम प्रस्तावित है।

मुख्यमंत्री के नामांकन रैली और जनसभा के दौरान मंत्रिमंडल के चार नेता सौरभ बहुगुणा, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, चंदन राम दास और गणेश जोशी मौजूद रहेंगे।

साथ ही, प्रदेश संगठन महामंत्री अजेय कुमार, भाजपा प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा, दीप्ति शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा के अलावा अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद अजय टम्टा और युवा रुद्रपुर के विधायक शिव अरोड़ा, भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा और लोहाघाट के पूर्व विधायक पूरन सिंह फर्त्याल सीएम के कार्यक्रम की शान बढ़ाएंगे।

सीएम पुष्कर धामी को कांग्रेस के भुवन कापड़ी से उन्हें हार मिली थी। राज्य की 70 में 47 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद भी सीएम की हार से भाजपा को गहरा धक्का लगा था। इसके बाद धामी के लिए चंपावत से जीत हासिल करने वाले भाजपा विधायक कैलाश गहतोड़ी से अपनी सीट छोड़ दी। अब यहां से धामी लड़ेंगे। इसका परिणाम तीन जून को आएगा।

चंपावत सीट पर विधानसभा उपचुनाव के लिए 4 मई को अधिसूचना जारी हुई थी. इसके साथ ही नामांकन प्रक्रिया भी आरंभ को गई. सीएम पुष्कर धामी सोमवार को चंपावत पहुंच रहे हैं. उन्होंने खुद इस बात की जानकारी दी थी. बता दें 31 मई को उपचुनाव के लिए मतदान होगा.

चंपावत सीट से सीएम पुष्कर धामी के खिलाफ कांग्रेस से निर्मला गहतोड़ी को उतारा है। खटीमा सीट से हारने के बाद सीएम पद पर काबिज रहने के लिए सीएम धामी को चंपावत सीट से उपचुनाव लड़ना पड़ रहा है।

चम्पावत विधानसभा उपचुनाव:  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कांग्रेस की ओर से निर्मला गहतोड़ी देंगी  टक्कर

चम्पावत विधानसभा सीट के उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कांग्रेस की ओर से निर्मला गहतोड़ी टक्कर देंगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में उनके नाम की घोषणा की गई।।पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने निर्मला की उम्मीदवारी को स्वीकृति प्रदान की। इस सीट पर 31 मई को मतदान होगा।

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस की तेज-तर्रार महिला नेताओं में शुमार की जाने वाली निर्मला का ताल्लुक ब्राह्मण समुदाय से है। वह करीब तीन दशक पहले शराब विरोधी आंदोलन से सुर्खियों में आई थीं।वह कांग्रेस की चंपावत जिला अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस कमेटी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य रही हैं। पूर्व की प्रदेश कांग्रेस सरकार में वह दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री भी थीं।

प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने निर्मला को बधाई दी। उन्होंने कहा कि उपचुनाव को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से गंभीर है। कांग्रेस जीत के लक्ष्य के साथ चुनाव मैदान में उतर रही है। माहरा ने कहा, ‘भाजपा सरकार का पिछले पांच साल और नए दो महीने का कार्यकाल भी बेहद निराशाजनक है। प्रदेश की जनता सभी का आंकलन कर रही है। उपचुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखाएगी। जिस प्रकार खटीमा की जनता ने ऐतिहासिक फैसला दिया है, उसी प्रकार चंपावत की जनता भी एक मील का पत्थर स्थापित करेगी।

चंपावत विधानसभा सीट पर 2017 और 2022 में बीजेपी को जीत मिली। हालांकि दो बार कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल ने जीत का स्वाद चखा। वे 2002 और 2012 में यहां से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। वहीं 2007 में बीजेपी की बीना महाराणा यहां से विधायक चुनी गई थी। इसके बाद 2017 और 2022 में लगातार दो बार कैलाश गहतोड़ी विजयी बने।

हाल में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 47 सीटों पर जीत हासिल कर दोबारा सरकार बनाई, लेकिन पार्टी का नेतृत्व करने वाले धामी स्वयं खटीमा सीट से हार गए। धामी ने 23 मार्च को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।मुख्यमंत्री के लिए उपचुनाव लडने का रास्ता साफ करने के लिए विधायक कैलाश गहतोड़ी ने 21 अप्रैल को चंपावत सीट से त्यागपत्र दे दिया था।

धामी के लिए परीक्षा से कम नहीं है उपचुनाव

कांग्रेस ने सीएम धामी के खिलाफ महिला उम्मीदवार को उतारा है। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने संकेत दिए थे कि पार्टी शुक्रवार तक प्रत्याशी तय कर सकती है। चार मई को इसकी गजट अधिसूचना जारी कर दी गई है। चुनाव हारने के बाद सीएम धामी को बेशक एक बार फिर राज्य की कमान मिल गई है लेकिन उनके लिए उपचुनाव किसी परीक्षा से कम नहीं है। सीएम बने रहने के लिए उनका उपचुनाव को जीतना जरूरी है। धामी के लिए चंपावत से जीते कैलाश गहतोड़ी ने अपनी सीट छोड़ दी थी।

CUET 2022 के आवेदन के लिए यूजीसी ने अंतिम तिथि बढ़ाई,  कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के लिए इच्छुक उम्मीदवार अब 22 मई तक कर सकते हैं आवेदन 

राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने सीयूईटी 2022 पंजीकरण के लिए आवेदन करने की लास्ट डेट बढ़ा दी है। कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार अब 22 मई तक अपने फॉर्म जमा कर सकते हैं। CUET 2022 रजिस्ट्रेशन कल यानि 6 मई को बंद होने वाला था। हालांकि अब अभ्यर्थियों को राहत मिली है।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने ट्वीट कर कहा- हमने कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 22 मई 2022 तक बढ़ा दी है। हमें उम्मीद है कि इससे छात्रों को CUET के लिए आवेदन करने के अतिरिक्त समय मिलेगा। आप सभी को शुभकामनाएं। इससे पहले CUET 2022 के लिए अप्लाई करने की लास्ट डेट 6 मई थी।

12वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों के पास अब पूरे भारत में 73 केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों में यूजी प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के लिए आवेदन करने के लिए अतिरिक्त समय है। उम्मीदवारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे आवेदन पत्र में आवश्यक सभी विवरणों को ध्यान से भरें। एनटीए ने छात्रों को 22 मई 2022 से 31 मई 2022 तक अपने सीयूईटी 2022 आवेदन फॉर्म को सही करने और संपादित करने का अवसर भी दिया है।परीक्षा की तारीखों को सूचित किया जाना बाकी है। एजेंसी द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, CUET 2022 एग्जाम जुलाई 2022 के पहले या दूसरे सप्ताह में आयोजित होने की संभावना है।

इस बार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET 2022) का आयोजन किया जा रहा है। एनटीए द्वारा सीयूईटी इंट्रेस एग्जाम का आयोजन जुलाई के पहले और दूसरे सप्ताह में किया जाएगा। अब इस टेस्ट के आधार पर ही यूनिवर्सिवटी में एडमिशन मिलेगा। पहले 12वीं में मिले अंकों के आधार पर एडमिशन मिलता था।

उम्मीदवार स्नातक स्तरीय सामान्य प्रवेश परीक्षा सीयूईटी–2022 में आवेदन करने से पहले आधिकारिक अधिसूचना पढ़ लें। अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट cuet.samarth.ac.in और nta.ac.in पर उपलब्ध कराए गए विस्तृत सूचना बुलेटिन को पढ़ सकते हैं। एनटीए द्वारा सीयूईटी जुलाई 2022 में 13 भाषाओं में आयोजित की जाएगी। परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा का आयोजन कंप्यूटर आधारित टेस्ट यानी सीबीटी (CBT) मोड में आयोजित किया जाएगा।

सीयूईटी 2022 के लिए आवेदन की प्रक्रिया

  1. कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के आवेदन के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट cuet.samarth.ac.in पर जाएं।
  2. यहां होम पेज पर रजिस्ट्रेशन बटन पर क्लिक करें और अपना आवेदन फॉर्म भरें।
  3. अब भर्ती प्रक्रिया के लिए पंजीयन हेतु संबंधित जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
  4. इसके बाद आवेदन शुल्क का भुगतान करें और सबमिट बटन पर क्लिक करें।
  5. उम्मीदवार अपना आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें और भविष्य के संदर्भ के लिए प्रिंट आउट कर लें।

चारधाम यात्रा 2022: श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच खुले बाबा केदार के कपाट, पीएम मोदी के नाम से की गई पहली पूजा, सीएम धामी ने लिया आशीर्वाद

केदारनाथ धाम के कपाट शुभ मुहूर्त में शुक्रवार सुबह 06 बजकर 26 ्मिनट खोल दिए गए। अब छह माह तक बाबा के भक्त धाम में ही आराध्य के दर्शन एवं पूजा-अर्चना कर सकेंगे। बाबा के मंदिर को दस क्विंटल फूलों से सजाया गया है। वहीं, बृहस्पतिवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली भक्तों के जयकारों के बीच अपने धाम पहुंची। विधि विधान के साथ बाबा की डोली को मंदिर के समीप विराजमान किया गया है। साथ ही अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया है।

6 मई शुक्रवार को प्रात: 6 बजकर 26 मिनट पर जय केदार के जयकारों के बीच भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खुल गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। सीएम धामी ने भी पूजा-अर्चना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया। कपाट खुलने के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

आज वैदिक मंत्रोच्चार के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं। कपाट को खोले जाने के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी हिस्सा लिया। चार धाम यात्रा के मौके पर केदारनाथ मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूजा-अर्चना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया।

बृहस्पतिवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली भक्तों के जयकारों के बीच अपने धाम पहुंची। विधि विधान के साथ बाबा की डोली को मंदिर के समीप विराजमान किया गया है। साथ ही अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया है।

शुक्रवार को आज प्रात: 6 बजकर 26 मिनट पर जय केदार के जयकारों के बीच भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खुल गए। बाबा की पंचमुखी मूर्ति केदार मंदिर में विराजमान हुई। विधि विधान और धार्मिक परंपराओं के तहत भगवान केदारनाथ के कपाट खोले गए।

बाबा केदार की उत्सव डोली को मुख्य पुजारी द्वारा भोग लगाया गया और नित पूजाएं की गई, जिसके बाद डोली को सजाया गया। केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग, वेदपाठियों, पुजारियों, हक्क हकूकधारियों की मौजूदगी में कपाट पर वैदिक परंपराओं के अनुसार मंत्रौच्चारण किया गया और 6 बजकर 26 मिनट पर कपाट खोले गए। इस दौरान डोली ने मंदिर में प्रवेश किया।

सबसे पहले पुजारियों व वेदपाठियों ने गर्भगृह में साफ सफाई की और भोग लगाया। इसके बाद मंदिर के अंदर पूजा अर्चना की गई। सेना की बैंड की धुनों के साथ पूरा केदारनाथ भोले बाबा के जयकारों से गुंजायमान हो गया। इस दौरान केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग और मुख्यमंत्री पष्कर सिंह धामी सहित बीकेटीसी के सदस्य भी मौजूद रहे। मंदिर को दस क्विंटल फूलों से सजाया गया है।

पहले दिन केदारनाथ जी के दर्शन करने के लिए 12000 यात्रियों ने पंजीकरण कराया था। पंजीकरण सत्यापन के उपरांत ही तीर्थयात्रियों को दर्शन के लिए भेजा गया। पंजीकरण का कार्य सुचारु रुप से चल रहा है । यात्रा मार्ग पर सभी व्यवस्थाएं सुचारू कर दी गई हैं और यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

उत्तराखंड दौरे के तीसरे दिन आज उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हरिद्वार दौरा, परिसंपत्तियों के मसले को लेकर  आज गुरुवार को मिलेगा विस्तार 

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उत्तराखंड दौरे का तीसरा और आखिरी दिन है। मुख्यमंत्री योगी 11:15 पर गुरुकुल विश्वविद्यालय हेलीपैड पहुंचेंगे। उस दौरान उत्तराखंड के सीएम धामी भी मौजूद रहेंगे। वह 2 बजे तक भागीरथी गृह के लोकार्पण कार्यक्रम में  मौजूद रहेंगे। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा बनाए गए भागीरथी गेस्ट हाउस का  लोकार्पण करेंगे.2:30 बजे ऋषिकुल में स्पर्श गंगा स्वच्छता अभियान में शामिल होंगे। 3 बजे गुरुकुल हेलीपैड से जौलीग्रांट एयरपोर्ट के लिए होंगे रवाना। इसके अलावा उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी का हरिद्वार दौरा है। सीएम धामी 11:15 बजे भागीरथी अतिथि गृह के लोकार्पण समारोह में प्रतिभाग करेंगे।

उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश राज्य के मध्य परिसंपत्तियों पर सहमति के बाद निर्णय तो हुए, लेकिन अभी कुछ प्रस्तावों पर आदेश जारी नहीं हो पाए हैं। इन मामलों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज बृहस्पतिवार को हरिद्वार में होने वाले कार्यक्रम के दौरान उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष उठा सकते हैं।

योगी के पैतृक गांव में हुए एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी परिसंपत्तियों पर हुए निर्णय के लिए मुख्यमंत्री योगी का धन्यवाद व्यक्त कर चुके हैं लेकिन सिंचाई विभाग के भवनों के हस्तांतरण व अन्य मसलों को वह सीएम योगी के समक्ष उठा सकते हैं।

बीते साल 18 नवंबर को सीएम योगी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बीच सिंचाई विभाग की परिसंपत्तियों के मसले को लेकर लखनऊ में बातचीत को आज गुरुवार को विस्तार दिया जा सकता है।

नवंबर में जिन आठ बिंदुओं पर बातचीत हुई थी, आज की मीटिंग में उनकी प्रोगेस रिपोर्ट पेश की जाएगी। मीटिंग में हरिद्वार और यूएसनगर ज़िले में सिंचाई विभाग की करीब एक हजार हेक्टेयर ज़मीन और हरिद्वार में मौजूद और यूएस नगर में मौजूद भवनों को उत्तराखंड को ट्रांसफर करने पर मुहर लग सकती है। इसे लेकर यूपी और उत्तराखंड के सिंचाई विभाग के अधिकारी पहले ही जॉइंट सर्वे कर चुके हैं।

दोनों राज्यों के मध्य उत्तराखंड के क्षेत्र में उपयोग के लिए आवश्यक भूमि व भवों का आंकलन करने के लिए संयुक्त सर्वे टीम बनाने का निर्णय लिया गया था। संयुक्त सर्वे में जिला हरिद्वार में 669.920 हेक्टेयर, व ऊधम सिंह नगर जिले में 332.873 हेक्टेयर भूमि का हस्तांतरण किए जाने पर सहमति बनी।

इसके अलावा हरिद्वार में 484 आवासीय व अनावासीय भवन व ऊधमसिंह नगर में 47 आवासीय व अनावासीय भवनों को भी उत्तराखंड सिंचाई विभाग को दिए जाने का निर्णय हो चुका है लेकिन आदेश अब तक जारी नहीं हुए। जिला चंपावत के बबसा में सिंचाई विभाग  को परिसंपत्तियों का हस्तांतरण नहीं हो पाया। इसके अलावा ऊधमसिंह नगर के धौराल, बैगुल एवं नानक सागर जलाशय में पर्यटन व जल क्रीड़ा एवं पुरानी गंग नहर में वाटर स्पोर्टस की अनुमति का मसले पर भी चर्चा संभव है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अपने गांव पहुंचे, गांव पहुंचकर कैसे छलक पड़े सीएम योगी के आंसू

उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के उत्‍तराखंड दौरे का आज दूसरा दिन है। बताया जा रहा है कि आज बुधवार को भी वह अपने गांव में ही प्रवास करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने तीन दिन के दौरे पर उत्तराखंड में हैं। ऐसे में मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी मां सावित्री से मिलने के लिए अपने पैतृक गांव पंचूर पहुंचे। सीएम योगी का गांव पौड़ी गढ़वाल जिले में आता है, जहां घर पहुंचने पर उन्होंने अपनी मां से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को उत्तराखंड में अपने पैतृक गांव पहुंचे। पांच साल बाद सीएम योगी आदित्यनाथ जब अपने गांव पहुंचे तो भावुक हो गए। जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने यमकेश्वर के पंचूर गांव में कदम रखा तो उनके मन में वो तमाम यादें ताजा हो गईं, जो उनके बचपन से जुड़ी हुई थीं। संन्यास के 28 साल बाद पहली बार योगी आदित्यनाथ अपने घर में रात बिताएंगे। योगी से मिलने के लिए उनकी तीन बहनें पहले ही घर पहुंच चुकी हैं। वहीं, उनके तीनों भाई भी घर पर हैं। देखें किसका जिक्र करते वक्त योगी भावुक हो गए।

मंगलवार को सबसे पहले उन्होंने पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर में अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। इसके बाद कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद वे शाम को मुलाकात करने अपने गांव निकल गए। गांव जाने के लिए योगी ने पैदल पहाड़ी पर यात्रा की। इस प्रकार पांच साल बाद वे अपने गांव पंचूर पहुंचे।

सीएम योगी ने अपनी मां से मुलाकात से पहले भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद मुख्यमंत्री अपनी मां से मिलने पहुंचे। सीएम योगी पैदल ही अपने गांव पहुंचे थे। सीएम योगी ने अपनी मां से मिलने की एक फोटो भी ट्विटर पर शेयर की, जिसके कैप्शन में सिर्फ उन्होंने ‘मां’ लिखा।

वहीं मां का आशीर्वाद लेने से पहले सीएम योगी ने अपने स्कूल में पढ़ाने वाले गुरुओं से भी मुलाकात की। सीएम योगी ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि ‘आज मुझे यमकेश्वर, पौड़ी-गढ़वाल, उत्तराखंड में अपने स्कूल के गुरुजन के दर्शन एवं उनका सम्मान करने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ।’ आपको बता दें कि सीएम योगी ने मंगलवार को यमकेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया और अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया।

गौरतलब है कि उत्तराखंड के बेटे सीएम योगी आदित्यनाथ करीब पांच साल बाद अपने गांव पहुंचे थे। जैसे ही योगी अपने गांव पहुंचे, पूरा माहौल उत्सव में बदल गया। मां के अलावा सीएम योगी ने अपने परिवार के अन्य सदस्यों और आसपास के लोगों से भी मुलाकात की। रिपोर्ट के मुताबिक संन्यास के 28 साल बाद योगी आदित्यनाथ यहां रात को रूकेंगे।

चंपावत उपचुनाव: तारीख का हुआ एलान, 31 मई को होगा मतदान,भाजपा से सीएम पुष्कर सिंह धामी तैयार

भारत निर्वाचन आयोग ने तीन राज्यों की तीन सीटों पर विधानसभा उपचुनाव का ऐलान किया है। चम्पावत विधानसभा सीट के उप चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित कर दिया है। चम्पावत विधानसभा सीट के उप चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित कर दिया है। उत्तराखंड की चंपावत सीट पर 31 मई को विधानसभा उपचुनाव होगा। सदन की सदस्यता के लिए यहां से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चुनाव लड़ने की संभावना है क्योंकि उनके पद पर बने रहने के लिए यह संवैधानिक आवश्यकता है। इसके अलावा, आयोग ने ओडिशा की ब्रजराजनगर और केरल की थ्रीक्काकारा विधानसभा सीटों पर भी 31 मई को उपचुनाव कराए जाने की घोषणा की।

निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा कि तीनों सीटों पर मतगणना तीन जून को होगी। ओडिशा की ब्रजराजनगर और उत्तराखंड की चंपावत सीट पर नामांकन प्रक्रिया चार मई को शुरू होगी, जब अधिसूचना जारी की जाएगी। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 11 मई होगी। 12 मई तक नामांकन की जांच होगी। वहीं नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 17 मई होगी। चंपावत से विधायक कैलाश चंद्र गहतोरी ने हाल में इस्तीफा दे दिया था और यह माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री धामी वहां से उपचुनाव लड़ेंगे। वह हाल में हुए विधानसभा चुनाव में हार गए थे।

भाजपा प्रत्याशी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इस सीट से कांग्रेस की ओर से कौन टक्कर देगा, अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है। कैलाश गहतोड़ी चंपावत सीट से लगातार दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए थे। मतगणना के दिन 10 मार्च को उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए चंपावत सीट छोड़ने का प्रस्ताव रख 21 अप्रैल को बाकायदा इस सीट से इस्तीफा भी दे दिया था।

राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार चार मई को चुनाव की अधिसूचना घोषित की जाएगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए जल्द ही कर्मचारियों की तैनाती कर इन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा।

चुनाव के लिए पर्याप्त संख्या में ईवीएम और वीवी पैट मशीनें हैं। चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों को आपराधिक इतिहास की भी जानकारी देनी होगी। चुनाव में राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी कोविड गाइडलाइन का अनुपालन किया जाएगा।

चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं के लिए मौजूद रहेगी डॉक्टरों की टीम, यात्रा मार्ग पर मुफ्त स्वास्थ्य सेवा को मुख्यमंत्री धामी ने दिखाई झंडी

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई है। यात्रा के लिए पहला जत्था सोमवार को रवाना होगा। 3 मई यानी कि अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुल जाएंगे। इसके साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रद्धालुओं के लिए खास स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था की है। इसकी जानकारी उन्होंने सोमवार को दी।  कोरोना के कारण दो साल तक चारधाम यात्रा अपनी पूरी क्षमता के साथ नहीं हो पा रही थी। इस दौरान आज उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में चार धाम यात्रा मार्ग पर मुफ्त स्वास्थ्य सेवा को झंडी दिखाकर रवाना किया।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम यात्रा मार्ग पर मुफ्त स्वास्थ्य सेवा को झंडी दिखाएं जाने के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, “डॉक्टर की टीम और एंबुलेंस रवाना कर रहे हैं जो पूरी यात्रा के दौरान मौजूद रहेंगी और लोगों को सुविधा प्रदान करेंगी।”

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि, ”आज सिक्स सिगमा हेल्थ केयर द्वारा चारधाम यात्रा मार्गों पर उपलब्ध कराई जा रही नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का फ्लैग ऑफ किया। हमारी सरकार चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान कराने हेतु प्रतिबद्ध है।”

सरकार के निर्देश के मुताबिक, केदारनाथ धाम में एक दिन में 12 हजार, बद्रीनाथ में 15 हजार, गंगोत्री में 7 हजार, यमुनोत्री में 4 हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। 31 मई तक चलने वाली इस यात्रा में तकरीबन 2.29 लाख से ज्यादा यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।

कोरोना संक्रमण का दौर चल रहा है, हर जगह कोविड रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र अनिवार्य किया जाता है, लेकिन इस साल चार धाम यात्रा पर जाने के लिए उत्तराखंड आने वाले तीर्थयात्रियों को कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र साथ रखना अनिवार्य नहीं है। तो वहीं, तीर्थ यात्रा पर निकलने से पहले श्रद्धालुओं के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे सेवा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इसके बाद मां सुरकंडा देवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख एवं समृद्धि की कामना की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामीकहा कि टिहरी झील को दुनिया का सबसे बेहतर पर्यटन स्थल बनाने की योजना है। झील क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों के लिए भारत सरकार से पहले 1200 करोड़ की स्वीकृति मिली थी, जिसकी डीपीआर तैयार की जा रही है। 800 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मां सुरकंडा देवी के लिए रोपवे सेवा शुरू होने से श्रद्धालुओं को दर्शन करने में सुगमता होगी। इससे स्थानीय स्तर पर लोगों की आजीविका भी बढ़ेगी। राज्य में धार्मिक पर्यटन के साथ ही साहसिक पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।

देवभूमि जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन का द्विवार्षिक चुनाव संपन्न, देवभूमि एसोसिएशन के सुभाष अध्यक्ष,वीडी शर्मा बने महासचिव

देवभूमि जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के द्विवार्षिक चुनाव में पंडित सुभाष चंद्र जोशी को प्रदेश अध्यक्ष और डॉ.वी. डी. शर्मा को प्रदेश महासचिव निर्वाचित किया गया।

रविवार को स्थानीय धर्मपुर स्तिथ प्राचीन शिव मंदिर के सभागार में आयोजित चुनाव में चुनाव अधिकारी विजय जायसवाल और सहायक चुनाव अधिकारी सोमपाल सिंह की देखरेख में चुनाव संपन्न हुए।

दोनों ने बताया कि पंडित सुभाष चंद्र जोशी को प्रदेश अध्यक्ष और डॉ.वी. डी. शर्मा को प्रदेश महासचिव के अलावा सूर्य प्रकाश शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, राज कुमार छाबड़ा कोषाध्यक्ष,मनमोहन बधानी संयुक्त सचिव,गीता पांडेय प्रचार सचिव, एस.एन.उपाध्याय संरक्षक सलाहकार चुने गए। सतीश आर्य, कमल बख्शी,ऋतुराज गेरोला, अमित आहूजा व रजत शर्मा सदस्य कार्यकारिणी चुने गए। इसके साथ ही अजय कांबोज,अशोक खन्ना, वी के शर्मा, अनिल वर्मा,कृष्ण गोपाल,विनोद उनियाल संस्थापक संरक्षक घोषित किए गए। अंत में नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष पंडित सुभाष जोशी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए पत्रकार हित में कार्य करने की बात कही।

इस मौके पर डा.चंद्र सिंह तोमर मयंक,एम.आर.ध्यानी,हर्षनिधि शर्मा, प्रशांत बक्शी आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।