केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर देश की मातृशक्ति को बधाई एवं शुभकामनाएं दी, महिला स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा कोविड-19 महामारी में किए गए कार्यों की सराहना की

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर देश की मातृशक्ति को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान महिला स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों की सराहना की।

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री चौबे ने कहा कि कोविड-19 के दौरान महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने जो उत्कृष्ट कार्य किए एवं लगातार सेवा के कार्यों में जुटी हुई हैं, यह हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। जब भी महिलाओं को अवसर प्रदान किया गया है। भारत में महिलाओं ने हमेशा खुद को साबित किया है और राष्ट्र को गौरवान्वित किया है। महिलाओं को समान अवसर प्रदान करने के हमारे प्रयासों का एक प्रमाण है कि कोविड-19 से निपटने के लिए देश की महिला कर्मचारी सबसे आगे रहीं और उन्होंने समुदाय की जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ महामारी को रोकने के लिए अथक परिश्रम किया।  पिछले सात वर्षो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ठोस और अभूतपूर्व उपाय किए हैं। जिसे हर सेक्टर में देखा जा सकता है।

टीकाकरण अभियान का 45वां दिन- कोविड-19 टीकाकरण के अगले चरण की शुरूआत आज को-विन पोर्टल पर 25 लाख लाभार्थियों ने पंजीकरण कराया ; इनमें 24.5 लाख नागरिक लाभार्थी हैं कोविड-19 वैक्सीन की 1.47 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं आज शाम सात बजे तक 4.27 लाख वैक्सीन की खुराक दी गईं

देश में दी गई कोविड-19 वैक्सीन की खुराकों की कुल संख्या आज 1.47 करोड़ से अधिक हो गई हैं।

देशव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी 2021 को शुरू किया गया था। फ्रंटलाइन कर्मियों (एफएलडब्ल्यू) का टीकाकरण 2 फरवरी 2021 से शुरू हुआ था। कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण आज शुरू हुआ है। टीकाकरण के इस चरण में 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों तथा 45 साल वर्ष और इससे अधिक आयु के बीमार व्यक्तियों को कोविड के टीके लगाए जा रहे हैं।

आज 25 लाख संभावित लाभार्थियों ने को-विन पोर्टल पर पंजीकरण कराया। इसमें से 24.5 लाख नागरिक हैं और बकाया लोग स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंटलाइन कर्मी हैं। आज लगभग 6.44 लाख नागरिक लाभार्थियों ने टीके लगवाने के लिए अपाइंटमेंट लिए हैं।

अस्थायी रिपोर्ट के अनुसार आज शाम 7 बजे तक कुल 1,47,28,569 वैक्सीन खुराक दी जा चुकी हैं।

इनमें पहली खुराक लेने वाले 66,95,665 एचसीडब्ल्यू, दूसरी खुराक लेने वाले 25,57,837 एचसीडब्ल्यू, और पहली खुराक लेने वाले 53,27,587 एफएलडब्ल्यू और 60 साल से अधिक उम्र के 1,28,630 लाभार्थी तथा 45 और इससे अधिक आयु के 18,850 रोगग्रस्त लाभार्थी शामिल हैं।

अस्थायी रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण के 45वें दिन आज शाम 7 बजे तक कुल 4,27,072 वैक्सीन की खुराकें दी गईं। जिसमें से 3,25,485 लाभार्थियों को पहली खुराक  दी गई और 1,01,587 एचसीडब्ल्यू को वैक्सीन की दूसरी खुराक दी गई। अंतिम रिपोर्ट आज देर रात तक तैयार की जाएगी।

दिनांक 1 मार्च 2021
एचसीडब्ल्यू एफएलडल्ब्यू 45 से 60 वर्ष की आयु के बीमार लाभार्थी 60 वर्ष से अधिक आयु के लाभार्थी कुल उपलब्धि
पहली खुराक दूसरी खुराक पहली खुराक पहली खुराक पहली खुराक पहली खुराक दूसरी खुराक
25,656 1,01,587 1,52,349 18,850 1,28,630 3,25,485 1,01,587

प्रधानमंत्री 2 मार्च को मैरीटाइम इंडिया समिट-2021 का शुभारंभ करेंगे

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 2 मार्च को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘मैरीटाइम इंडिया समिट 2021’ का शुभारंभ करेंगे।

मैरीटाइम इंडिया समिट-2021 के बारे में :

2 मार्च से 4 मार्च 2021 तक एक आभासी मंच www.maritimeindiasummit.in पर पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा मैरीटाइम इंडिया समिट-2021 का आयोजन किया जा रहा है।

यह शिखर सम्मेलन अगले दशक के लिए भारत के समुद्री क्षेत्र के लिए एक रोडमैप की संकल्पना करेगा और भारत को वैश्विक समुद्री क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेगा। कई देशों के प्रख्यात वक्ताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेने और भारतीय समुद्री क्षेत्र में संभावित व्यापार अवसरों और निवेश की तलाश करने की सम्भावना है। तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के लिए डेनमार्क साझेदार देश है।

प्रधानमंत्री ने कोविड-19 वैक्‍सीन की पहली खुराक ली

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्‍स), नई दिल्‍ली में कोविड-19 वैक्‍सीन की पहली खुराक ली है।

प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मैंने आज एम्‍स में कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक ली है। यह उल्लेखनीय है कि हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत बनाने के लिए बहुत तेजी से काम किया है। मैं वैक्‍सीन लेने के सभी पात्र व्‍यक्तियों से वैक्सीन लेने का अनुरोध करता हूं। आइए, हम मिलकर भारत को कोविड-19 से मुक्‍त बनाएं।’’

 

प्रधानमंत्री ने माघ पूर्णिमा के अवसर पर लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने माघ पूर्णिमा के अवसर पर लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।

प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, “सभी देशवासियों को माघ पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं।”

प्रधानमंत्री ने संत रविदास को उनकी जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने संत रविदास को उनकी जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा, “संत रविदास जी ने सदियों पहले समानता, सद्भावना और करुणा पर जो संदेश दिए, वे देशवासियों को युगों-युगों तक प्रेरित करने वाले हैं। उनकी जयंती पर उन्हें मेरा सादर नमन।”

भारत में कोविड-19 टीकाकरण कवरेज 1.34 करोड के पार 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 1000 से कम सक्रिय मामले पिछले 24 घंटों में 20 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से कोविड के कारण मौत होने का कोई नया मामला दर्ज नहीं हुआ

भारत में कोविड-19 टीकाकरण का कुल कवरेज 1.34 करोड के पार हो गया है।

प्रारंभिक सूचना के अनुसार आज सुबह सात बजे तक 2,78,915 सत्रों में 1,34,72,643 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। इनमें से 66,21,418 स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं (एचसीडल्ब्यू) को पहली खुराक दी जा चुकी है और 20,32,994 स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। इसके साथ ही अग्रिम पंक्ति के 48,18,231 कार्यकर्ताओं (एफएलडब्ल्यू) को पहली खुराक दी गई है।

13 फरवरी 2021 को उन लाभार्थियों को कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक देने का कार्यक्रम शुरू हुआ जिन्हें पहली खुराक दिए हुए 28 दिन पूरे हो चुके थे। अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं का टीकाकरण 2 फरवरी 2021 को शुरू किया गया था।

 

क्र. संख्या  

राज्य/केंद्र शासित प्रदेश

टीकाकरण किए गए लाभर्थी
पहली खुराक दूसरी खुराक कुल खुराक
1
अंडमान निकोबार द्वीप समूह
6,034 2,385 8,419
2
आंध्र प्रदेश
5,03,858 1,30,591 6,34,449
3
अरुणाचल प्रदेश
24,193 6,331 30,524
4
असम
1,89,569 21,468 2,11,037
5
बिहार
5,48,175 76,211 6,24,386
6
चंडीगढ़
18,894 1,568 20,462
7
छत्तीसगढ
3,73,644 48,347 4,21,991
8
दादरा और नगर हवेली
5,252 337 5,589
9
दमन और दीव
2,151 254 2,405
10
दिल्ली
3,62,072 34,567 3,96,639
11
गोवा
17,875 1,918 19,793
12
गुजरात
8,32,737 1,25,357 9,58,094
13
हरियाणा
2,20,672 68,361 2,89,033
14
हिमाचल प्रदेश
1,00,723 17,041 1,17,764
15
जम्मू और कश्मीर
2,30,494 13,391 2,43,885
16
झारखंड
2,80,339 19,440 2,99,779
17
कर्नाटक
5,96,274 1,92,934 7,89,208
18
केरल
4,41,597 88,877 5,30,474
19
लद्दाख
8,753 748 9,501
20
लक्षद्वीप
2,353 688 3,041
21
मध्य प्रदेश
6,49,377 1,31,088 7,80,465
22
महाराष्ट्र
10,10,322 1,31,968 11,42,290
23
मणिपुर
48,938 2,239 51,177
24
मेघालय
28,860 1,350 30,210
25
मिजोरम
20,955 4,876 25,831
26
नगालैंड
28,691 5,425 34,116
27
ओडिशा
4,58,368 1,54,434 6,12,802
28
पुदुचेरी
9,455 1,024 10,479
29
पंजाब
1,49,029 32,863 1,81,892
30
राजस्थान 
7,97,900 1,52,486 9,50,386
31
सिक्किम
16,630 1,228 17,858
32
तमिलनाडु
3,78,411 50,844 4,29,255
33
तेलंगाना
2,84,058 1,14,020 3,98,078
34
त्रिपुरा
88,487 19,527 1,08,014
35
उत्तर प्रदेश
11,67,285 2,03,454 13,70,739
36
उत्तराखंड
1,40,671 14,323 1,54,994
37
पश्चिम बंगाल
8,72,999 1,20,107 9,93,106
38
अन्य
5,23,554 40,924 5,64,478
 
कुल
1,14,39,649 20,32,994 1,34,72,643

टीकाकरण अभियान के 41वें दिन (25 फरवरी 2021) टीके की 8,01,480 खुराकें दी गईं। इनमें से 3,84,834(एचसीडब्ल्यू और एफएलडब्ल्यू)लाभार्थियों को पहली खुराक के लिए 14,600 सत्रों में और 4,16,646 एचसीडव्ल्यू को दूसरी खुराक के लिए टीका लगाया गया।

कुल 1,34,72,643 टीका खुराकों में से 1,14,39,649 (एचसीडब्ल्यू और एफएलडब्ल्यू) को टीके की पहली खुराक और 20,32,994 एचसीडब्ल्यू को टीके की दूसरी खुराक दी जा चुकी है।

कुल पंजीकृत एचसीडब्ल्यू में से 60 प्रतिशत से कम को नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में टीका लगाया गया है।

इनमें अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली, तेलंगाना, लद्दाख, चंडीगढ़, नगालैंड, पंजाब और पुदुचेरी शामिल हैं।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image001WVXW.jpg

कुल पंजीकृत एफएलडब्ल्यू में से 40 प्रतिशत से कम को 13 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में टीका लगाया गया है।

इनमें चंडीगढ़, नागालैंड, तेलंगाना, मिजोरम, पंजाब, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु, मणिपुर, असम, अंडमान निकोबार द्वीर समूह, मेघालय और पुदुचेरी शामिल हैं।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002H0S7.jpg

आज की तारीख में भारत में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 1,55,986 है जो कि कुल पॉजिटिव मामलों का 1.41 प्रतिशत है। ऐसा कुछ राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में प्रतिदिन नए मामलों में हो रही वृद्धि के कारण हुआ है।

21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 1,000 से कम सक्रिय मामले दर्ज हुए हैं।

इमें जम्मू कश्मीर (820), आंध्र प्रदेश (611), ओडिशा (609), गोवा (531), उत्तराखंड (491), बिहार (478), झारखंड (467), चंडीगढ़ (279), हिमाचल प्रदेश (244), पुदुचेरी (196), लक्षद्वीप (86), लद्दाख (56), सिक्किम (43), मणिपुर (40), त्रिपुरा (32), मिजोरम (27), मेघालय (20), नागालैंड (13), दमन एवं द्वीवऔर दादरा नगर हवेली (5), अरूणाचल प्रदेश (3) और अंडमान निकोबार द्वीप समूह (2) शामिल हैं।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image003VFBC.jpg

20 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से मौत का एक भी मामला दर्ज नहीं किया है।

इनमें दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू- कश्मीर, आंध्र प्रदेश, झारखंड, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, असम, लद्दाख, त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर, मेघालय, सिक्किम, दमन और दीव और दादरा और नगर हवेली, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं।

नीचे दी गई टेबल में पिछले 24 घंटे में सक्रिय मामलों में आए बदलाव को दर्शाया गया है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 4,902 पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए हैं जबकि केरल ने सबसे अधिक 989 नेगेटिव मामले दर्ज किए हैं।

 

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image004QLBI.jpg

आज तक भारत में कुल 1,07,50,680कोविड-19 रोगी स्वस्थ्य हो चुके हैं। आज रिकवरी दर 97.17 प्रतिशत हो गई है।

स्वस्थ्य हुए कुल रोगियों और सक्रिय मामलों के बीच का अंतर लगातार बढ़ रहा है और आज यह 10,594,694हो गया है।

पिछले 24 घंटों में 12,179 रोगी स्वस्थ हुए हैं।

नए स्वस्थ हुए रोगियों के 85.34 प्रतिशत मामले 6 राज्यों में दर्ज हुए हैं।

केरल में पिछले 24 घंटों में एक दिन में सबसे अधिक 4,652 लोग स्वस्थ हुए हैं। महाराष्ट्र में यह संख्या 3,744 और तमिलनाडु में 947 है।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0053O07.jpg

पिछले 24 घंटों में 16,577 नए मामले दर्ज किए गए हैं।

इनमें से 86.18 प्रतिशत नए मामले 6 राज्यों में दर्ज हुए हैं।

महाराष्ट्र में प्रतिदिन सबसे अधिक 8,702 नए मामले दर्ज हुए हैं, दूसरे स्थान पर केरल है जहां 3,677 जबकि पंजाब में 563 नए मामले मिले हैं।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image006FVD6.jpg

पिछले 24 घंटों में कोविड से 120 मौतें हुई हैं।

इनमें से 85.83 प्रतिशत मामले 6 राज्यों में दर्ज हुए हैं। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 56, केरल में 14 और पंजाब में 13 मौतें दर्ज हुई हैं।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image007X9LZ.jpg

प्रधानमंत्री ने श्री मन्नथु पद्मनाभन जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने श्री मन्नथु पद्मनाभन जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा,“श्री मन्नथु पद्मनाभन जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। हम समाज कल्याण और युवा सशक्तीकरण में उनके लंबे समय तक दिए गए योगदान का भी स्मरण करते हैं। उनके उच्च विचार अनेक लोगों को लगातार प्रेरित कर रहे हैं।”

केन्‍द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री ने पेट्रोकैमिकल्‍स और प्‍लास्टिक प्रसंस्‍करण उद्योग में प्रौद्योगिकी नवाचार के लिए 10वें राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार (2019-20) प्रदान किए

केन्‍द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री डी.वी. सदानंद गौड़ा ने आज यहां नई दिल्‍ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में पेट्रोकैमिकल्स और प्लास्टिक प्रसंस्करण उद्योग में प्रौद्योगिकी नवाचार के लिए 10वें राष्ट्रीय पुरस्‍कार (2019-20) प्रदान किए। इस अवसर पर रसायन एवं पेट्रो रसायन सचिव श्री योगेन्‍द्र त्रिपाठी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में पुरस्‍कार विजेताओं के अलावा वरिष्‍ठ सरकारी अधिकारी, उद्योगों के प्रतिनिधि, विद्वान और अनुसंधान एवं विकास संस्‍थानों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।

अप्रैल 2007 में घोषित राष्‍ट्रीय पेट्रोकैमिकल्‍स नीति के अनुरूप भारत सरकार के रसायन एवं पेट्रोकैमिकल्‍स विभाग ने पोलीमेरिक मेटीरियल, उत्‍पादन तथा राष्‍ट्रीय और सामाजिक महत्‍व के प्रसंस्‍करण क्षेत्रों में श्रेष्‍ठ नवाचार और खोज करने वाले लोगों को प्रोत्‍साहित करने के लिए एक पुरस्‍कार योजना शुरू की थी। इसका मुख्‍य लक्ष्‍य पेट्रोकैमिकल्‍स उद्योग का पारिस्थितिकी अनुरूप प्रक्रियाओं और प्रौद्योगिकियों का इस्‍तेमाल कर वैश्विक प्रतिस्‍पर्धा वाले उद्योग के रूप में विकास करना था। प्रौद्योगिकी नवाचार के लिए राष्‍ट्रीय पुरस्‍कारों की इस योजना को लागू करने की जिम्‍मेदारी डीसीपीसी के तहत काम करने वाले स्‍वायत्‍तशासी संगठन सेंट्रल इंस्‍टीट्यूट ऑफ पेट्रोकैमिकल्‍स इंजीनियरिंग एंड टेक्‍नोलॉजी (सीआईपीईटी) को सौंपी गई थी।

इस अवसर पर अपने संबोधन में केन्‍द्रीय मंत्री ने कहा कि भारत वैश्विक तौर पर पेट्रोकैमिकल्‍स उद्योग का केन्‍द्र बनने की संभावना रखता है। उन्‍होंने कहा कि भारत सरकार का जोर आत्‍मनिर्भर भारत अभियान के तहत पीएलआई योजना के जरिये फार्मास्‍युटिकल, दूरसंचार एवं नेटवर्किंग उपकरण, ऑटोमोबाइल्‍स, इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स, मोबाइल्‍स, चिकित्‍सा उपकरण, कपड़ा आदि जैसे क्षेत्रों में इसके इस्‍तेमाल को प्रोत्‍साहित करना है। इससे देश में रसायनों और पेट्रोकैमिकल उत्‍पादों की मांग में वृद्धि होगी।

श्री गौड़ा ने कहा कि रसायन और पेट्रोकैमिकल क्षेत्र, प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के देश को जल्‍द से जल्‍द पांच खरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्‍यवस्‍था बनाने के दृष्टिकोण को पूरा करने की दिशा में एक महत्‍वपूर्ण क्षेत्र के रूप में उभरा है। उन्‍होंने बताया कि रसायन और पेट्रोकैमिक विभाग इस क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए असम, मध्‍य प्रदेश, ओडिसा, तमिलनाडु और झारखंड राज्‍यों में सरकारों के साथ समन्‍वय से 6 प्‍लास्टिक पार्क स्‍थापित करने जैसे बहुत से उपाय कर रहा है। इनमें से मध्‍य प्रदेश में दो पार्क स्‍थापित करने की योजना है। इससे प्‍लास्टिक प्रसंस्‍करण उद्योगों को, जिनमें से अधिकतर एमएसएमई क्षेत्र में हैं, मजबूत करने और उन्‍हें स्‍पर्धी बनाने में मदद मिलेगी, ताकि वे भविष्‍य में वैश्विक मूल्‍य श्रृंखला का हिस्‍सा बन सकें।

श्री गौड़ा ने इस बात को रेखांकित किया कि पेट्रोकैमिकल्‍स क्षेत्र में प्रधानमंत्री के आत्‍मनिर्भर भारत दृष्टिकोण के लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने के लिए मंत्रालय ने राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार और उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र एवं प्‍लास्टिक पार्क योजना शुरू की है तथा वह भारतीय नवोन्‍मेषियों और अनुसंधान संगठनों को प्रोत्‍साहित कर रहा है। सेंट्रल इंस्‍टीट्यूट ऑफ पेट्रोकैमिकल्‍स इंजीनियरिंग एंड टेक्‍नोलॉजी (सीआईपीईटी) ने पिछले वर्षों में इस योजना को सफलतापूर्वक लागू किया है। इस योजना ने न सिर्फ गंभीर अनुसंधानकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया है, बल्कि युवा मानस को भी अनुसंधान कार्य को करियर विकल्‍प के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्‍साहित किया है।

10वें राष्‍ट्रीय पुरस्‍कारों के तहत 2019-20 के लिए 273 नामांकन प्राप्‍त हुए, जिनमें से अंत में चार का विजेता के रूप में और 9 का उपविजेता के तौर चयन किया गया।

विजेताओं का विवरण –

  1. “पॉलिमर सामग्री में नवाचार” की श्रेणी के तहत “प्रेपरेशन एंड स्‍केलअप ऑफ डिसइंटेंगल्‍ड अल्ट्राहाई मॉलिक्‍यूलर वेट पॉलीथाइलीन: ए मेटीरियल इलेवन टाइम्‍स स्‍ट्रांगर देन स्‍टील” विषय पर अनुसंधान के लिए सीएसआईआर- नेशनल केमिकल लेबोरेटरी, पुणे के डॉ. समीर एच. चिक्काली और श्री रवींद्र पी. गोटे, डॉ. दीपा मंडल, डॉ. केतन पटेल श्री कृष्णरूप चौधरी, डॉ. सीपी विनोद, डॉ. आशीष के. लेले ।
  2. “पॉलिमर उत्पादों में नवाचार श्रेणी के तहत इंडिजनस डेवलपमेंट ऑफ पोलिमर – सिरेमिक बेस्‍ड पोरस बेड फॉर सेपरेशन ऑफ मिक्‍सड आयन एक्‍सचेंज रेजिंस” विषय के लिए सिपेट: एसएआरपी, एलएआरपीएम, भुवनेश्वर के डॉ. स्मिता मोहंती और डॉ. अक्षय कुमार पलाई, श्री सागर कुमार नायक, श्री स्मृति रंजन मोहंती।
  3. मेसर्स शिबौरा मशीन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, चेन्नई को “पॉलिमर प्रोसेसिंग मशीनरी, इक्विप्मेंट्स, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन में नवाचार” की श्रेणी के तहत मल्टी कलर / मटेरियल इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन एंटी-काउंटरफिट आर्टिकल प्रोडक्‍शन के लिए”।
  4. डॉ. लिजिमोल फिलिपोज पम्‍पाद्याथिल, श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी, तिरुवनंतपुरम, केरल, को “चिकित्सा और औषधि अनुप्रयोगों में पॉलिमर” की श्रेणी के तहत नवाचार के लिए ऑर्थोपेडिक अनुप्रयोगों के लिए सीटू पोलीमराइज़ेबल ओलिगोमर आधारित जैव-सक्रिय, रेडियोपैक, नॉन-साइटोटोक्सिक, बॉन सीमेंट के विकास करने के लिए”।

उपविजेताओं का विवरण : –

1. ब्रह्मोस एयरोस्पेस लिमिटेड, हैदराबाद के डॉ. के. वी. गोविंदराजन और श्री के. प्रेमचंद, श्रीमती तनु श्रीवास्तव को पॉलिमर सामग्री में नवाचार “की श्रेणी के तहत “फ्लोरोनेटेड टॉप कोट अलौंग विद हीट रेसिस्‍टेंट प्राइमर्स फॉर इंडियन सुपरसोनिक मिसाइल्‍स एंड हाइपरसोनिक व्हीकल्स के लिए विकसित किए गए हीट पॉलीमर” के लिए।

2) रक्षा सामग्री और भंडार अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (डीएमएसडीई), डीआरडीओ, कानपुर के डॉ. दिब्येंदु शेखर बाग और डॉ. गोवर्धन लाल, श्री राजकुमार, डॉ. दुर्गेशनाथ त्रिपाठी, डॉ. एन. ईश्‍वर प्रसाद को “पॉलिमर उत्पादों में नवाचार” की श्रेणी के तहत” प्रोडक्‍ट डेवलपमेंट अपग्रेडेशन ऑफ मैन्‍युफैक्‍चरिंग प्रोसेस टेक्‍नोलॉजी, सार्टिफिकेशन एंड फ्रीफ्लो बल्‍क प्रोडक्‍शन ऑफ पीक लाइटिनिंग इंसुलेटर पाइप्‍स फॉर लाइट कॉम्‍बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए-एमके-1, तेजस) के लिए।

3) मेसर्स मिल्‍क्रॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, अहमदाबाद को पॉलिमर प्रोसेसिंग मशीनरी, इक्विप्मेंट्स, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन में नवाचार की श्रेणी के तहत “क्यू-सीरीज़ 280 मोनो सैंडविच मशीन” के विकास के लिए।

4) सीएसआईआर-सेंट्रल लेदर रिसर्च इंस्टीट्यूट, चेन्नई के डॉ. एन.आर. कामिनियंद डॉ. एन. अय्यादुरई, डॉ. एम. आरती, श्री जॉर्ज एस. एंटनी को “पॉलीमर वेस्ट के प्रबंधन में नवाचार” के तहत “गैर-पारंपरिक खमीर द्वारा बहुलक पदार्थों की बायोडिग्रेडेशन” संबंधी अनुसंधान के लिए।

5) मेसर्स बालासोर केमिकल्स, बालासोर और सीआईपीईटी: एसएआरपी-एलएआरपीएम, भुवनेश्वर की डॉ. स्मिता मोहंती को “ग्रीन पॉलिमर सामग्री और उत्पादों में नवाचार” की श्रेणी के तहत “पॉलीविनाइल क्लोराइड (पीवीसी) और इको-फ्रेंडली प्रेपरेशन मैथड देअरऑफ” के लिए।

6) मेसर्स रे कलर्स, आनंद को “कृषि और जल संरक्षण में पॉलिमर” की श्रेणी में “एलग्रोनिक्‍स – द एंटी-एल्‍गे मास्‍टरबैश फॉर ग्रीनहाउस फिल्‍मस के लिए।

7) सीएसआईआर-आईआईसीटी, हैदराबाद के डॉ. एस. श्रीधर और डॉ. निवेदिता साहू, श्री दिलीप कुमार फोतेदार, श्री भद्राचलम नरकुटी, श्रीमती भोग अरुंधति को पॉलिमर इन मेडिकल एंड फार्मास्युटिकल एप्लिकेशन की श्रेणी में दवा, डिस्टलरी, मेडिकल और सेमीकंडक्टर अनुप्रयोगों के लिए टाइप-1 और टाइप-2 के शुद्ध जल और स्वदेशी और सस्ती पॉलिमर मेम्ब्रेन-रेजिन एकीकृत डिवाइज के उत्पादन के लिए।

8) मेसर्स रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, वडोदरा को इनोवेशन इन पेट्रोकैमिकल्‍स एंड न्‍यूअर पॉलीमर्स एप्‍लिकेशंस श्रेणी के तहत “डेवलपमेंट ऑफ क्‍लोरिनेटिड पॉलिविनाइलक्‍लोराइड (सीपीवीसी) विद सुपीरियर मैकेनिकल एंड थर्मलप्रोपटीज प्रोडयूस्‍ड बाई विजिबल ब्‍ल्‍यू लेड लाइट मीडिएटिड फोटोक्‍लोरिनेशन इन वाटर” के लिए।

9) रक्षा सामग्री और भंडार अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (डीएमएसआरडीई), डीआरडीओ, कानपुर की डॉ. आकांशा दीक्षित को किसी अकादमिक संस्‍थान/अनुसंधान प्रयोगशाला में अनुसंधान छात्र के रूप में पॉलिमर साइंस एंड टेक्नोलॉजी श्रेणी के तहत “स्मार्ट-अनुप्रयोगों के लिए स्व-चिकित्सा उपचार और हाइड्रोजेल का विकास” के लिए।

प्रधानमंत्री ने जे. जयललिता की जयंती पर उन्हें याद किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जे. जयललिता को उनकी जयंती पर आज याद किया।

प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘जयललिता जी की जयंती पर उनका स्मरण कर रहा हूं। उन्हें उनकी लोकोन्मुखी नीतियों और गरीबों को सशक्त बनाने के लिए किए गए प्रयासों के लिए व्यापक रूप से सराहना मिली। उन्होंने हमारी नारी शक्ति के सशक्तीकरण के लिए भी बहुत प्रयास किए। उनके साथ कई बार हुए विचार-विमर्श को मैं बहुत याद करता हूं।’