उत्तराखंड पीसीएस-जे प्री का रिजल्ट जारी, ऐसे चेक करें परीक्षा का रिजल्ट

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने सिविल जज भर्ती (जूनियर डिवीजन) प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। आयोग ने अपनी वेबसाइट पर सिविल जज भर्ती परीक्षा के रिजल्ट के साथ आंसर की और कटऑफ मार्क्स भी जारी किया है। उम्मीदवार उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की वेबसाइट https://ukpsc.gov.in/ पर जाकर अपने नतीजे चेक कर सकते हैं।  इसमें कुल 139 कैंडिडेट्स को सफल घोषित किया गया है। यह सफल कैंडिडेट्स अब पीसीएस-जे मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे।

आयोग की ओर से मुख्य परीक्षा की तारीख घोषित की जा चुकी है। कमीशन की ओर से जारी परीक्षा कैलेंडर के अनुसार उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज मुख्य परीक्षा 2021 2 से 6 अगस्त 2022 तक आयोजित की जाएगी।

  • सबसे पहले यूकेपीएससी की वेबसाइट https://ukpsc.gov.in/ पर जाएं
  • अब अब रिक्रूटमेंट सेक्शन में नोटिफिकेशन लिंक ‘उत्तराखण्ड न्यायिक सेवा सिविल जज (जू0डि0) प्रारम्भिक परीक्षा-2021 के संबंध में विज्ञप्ति/परीक्षा परिणाम’ पर क्लिक करें
  • अब रिजल्ट, कटऑफ मार्क्स और फाइनल आंसर की के नोटिफिकेशन लिंक पर क्लिक करें
  • अब पीडीएफ फाइल ओपन होगी, इसमें अपना रिजल्ट चेक करें

कटऑफ
जनरल- 168.72
जनरल-उत्तराखंड महिला- 157.43
ओबीसी- 160.77
ईडब्ल्यूएस- 141.54

आयोग ने 13 मार्च को प्रदेशभर में उत्तराखंड पीसीएस-जे प्री परीक्षा का आयोजन किया था। परीक्षा के रिजल्ट, कटऑफ के साथ ही संशोधित आंसर की भी जारी की गई है। आयोग ने पांच सवालों को पूरी तरह से मूल्यांकन से हटा दिया है।

पेपर सेट-ए में सवाल नंबर 23, 24, 33, 67 और 77 को हटाया गया। पेपर सेट-बी में 10, 11, 20, 183 और 193 को ड्रॉप किया गया। पेपर सेट- सी में सवाल नंबर 5, 45, 46, 151 और 161 को ड्रॉप किया गया है। पेपर सेट- डी में 32, 33, 42, 118 और 128 को ड्रॉप किया गया है।

इन सभी ड्रॉप सवालों के बाद अब आयोग ने 200 के बजाए 195 सवालों के आधार पर मूल्यांकन किया है। इनमें हर सही सवाल के लिए उम्मीदवारों को 1.0256 अंक दिए गए हैं जबकि हर गलत जवाब पर 0.2564 की नेगेटिव मार्किंग की गई है।

व्यासी पावर हाउस : व्यासी जल विद्युत परियोजना से आज मंगलवार से उत्तराखंड को मिलेगी बिजली, यूजेवीएनएल के सभी ट्रायल हुए पूरे

व्यासी जल विद्युत परियोजना से मंगलवार से उत्तराखंड को बिजली मिलनी शुरू हो जाएगी। विकासनगर के निकट यमुना नदी पर बनी 120 मेगावाट की व्यासी जल विद्युत परियोजना पूरी हो गई है। इस परियोजना की जद में विकासनगर का लोहारी गांव आया है। पिछले करीब दो सप्ताह से यूजेवीएनएल की टीम यहां बिजली उत्पादन की तैयारी में जुटी थी। अब इसके सभी ट्रायल पूरे हो चुके हैं। ट्रायल के तौर पर रविवार और सोमवार को यूजेवीएनएल ने कुछ बिजली उत्तराखंड को दी भी है।

120 मेगावाट की इस परियोजना से फिलहाल सालाना 353 मिलियन यूनिट बिजली उत्तराखंड को मिलेगी। फिलहाल रोजाना 0.72 मिलियन यूनिट बिजली रुटीन समय में मिलेगी और सुबह और शाम को पीक आवर्स में 60 मेगावाट बिजली मिलेगी। इससे पीक आवर्स में यूपीसीएल को महंगी बिजली खरीदने से निजात मिलेगी।

वर्तमान में यूपीसीएल के पास करीब 31 मिलियन यूनिट बिजली उपलब्ध हो रही है, जबकि डिमांड 44 मिलियन यूनिट तक पहुंच रही है। ऐसे में इस परियोजना से मिलनी वाली बिजली से यूपीसीएल को भी कुछ राहत मिलेगी।

हमने व्यासी जल विद्युत परियोजना के सभी ट्रायल पूरे कर लिए हैं। ट्रायल के तौर पर कुछ बिजली दो दिन से उत्तराखंड प्रदेेश में दी भी गई है। अब मंगलवार से पूरी बिजली प्रदेश को मिलनी शुरू हो जाएगी।

 -संदीप सिंघल, एमडी, यूजेवीएनएल

नीट-UG 2022: 7 मई तक करें नीट परीक्षा के लिए आवेदन,17 जुलाई को होगी नीट परीक्षा, ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्‍ट (NEET-UG) का आयोजन 17 जुलाई को होगा और इसके लिए ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन की प्रक्र‍िया 2 अप्रैल से प्रक्रिया शुरू हो गई है। यूजी नीट परीक्षा (NEET-UG 2022) एक ही दिन आयोजित होगी और यह पेन-पेपर आधारित होगी। इसे 13 भाषाओं में आयोजित किया जाएगा।

नीट 2022 परीक्षा के लिए nta.nic.in पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस साल स्नातक मेडिकल प्रवेश परीक्षा का आयोजन 17 जुलाई 2022 को किया जाएगा। परीक्षा के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 7 मई, 2022 है।

नीट 2022 महत्वपूर्ण तारीखें

इवेंट

नीट 2022 डेट

नीट आवेदन पत्र 2022 भरने की अंतिम तिथि

6 मई 2022

नीट 2022 आवेदन शुल्क भुगतान की लास्ट डेट

7 मई 2022

एनटीए नीट आवेदन पत्र की सुधार खिड़की

सूचित किया जाएगा

नीट-UG एडमिट कार्ड 2022 जारी किया जाएगा

सूचित किया जाएगा

नीट परीक्षा की तारीख

17 जुलाई 2022 (जारी)

नीट रिजल्ट की घोषणा

सूचित किया जाएगा

नीट यूजी काउंसलिंग की शुरुआत

सूचित किया जाएगा

उत्तराखंड सरकार का बड़ा फैसला, अनाथ बच्चों के लिए सरकारी नौकरी में मिलेगा 5 फीसदी क्षैतिज आरक्षण

उत्तराखंड कैबिनेट ने राजकीय अनाथ आश्रमों में पले बढ़े बच्चों को सरकारी नौकरी में पांच प्रतिशत आरक्षण देने पर मुहर लगा दी है।योजना का फायदा राज्य में संचालित स्वैच्छिक व राजकीय गृहों में रह रहे अनाथ बच्चों को मिलेगा। इसके लिए अनाथ या प्रभावित बच्चों का रजिस्ट्रेशन कराना होगा।राज्य सरकार ने कोरोना के दौर में अनाथ हुए बच्चों को सरकारी नौकरियों में पांच प्रतिशत आरक्षण का आदेश जारी किया था। इस आदेश के बाद नौकरियों में आरक्षण देने को लेकर भारी असमंजस था। अब शासन ने एक शासनादेश जारी कर इससे जुड़ीं सभी कठिनाइयों को दूर कर दिया है।

उत्तराखंड में जन्म से 21 वर्ष की आयु तक के अनाथ बच्चों को सरकारी व अशासकीय सेवाओं में सीधी भर्ती के पदों पर पांच प्रतिशत मिलेगा। सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता की मृत्यु उनके जन्म के 21 वर्ष तक की अवधि में हुई हो, उन्हें इसका लाभ मिलेगा। सबसे बड़ा असमंजस अनाथ बच्चों की जाति को लेकर था। चूंकि आदेश में कहा गया था कि वह अनाथ बच्चे, जिस श्रेणी के होंगे, उसी में उन्हें पांच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण मिलेगा।

शासन ने स्पष्ट कर दिया कि अनाथ आश्रमों में रह रहे जिन बच्चों की जाति का पता नहीं चलेगा, उन्हें अनारक्षित वर्ग में पांच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। जिन बच्चों की जाति का पता होगा, उन्हें उनकी श्रेणी जैसे एससी, एसटी, ओबीसी आदि में पांच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का लाभ मिलेगा। शासन ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अगर पांच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण के पदों पर कोई नहीं आता तो उन पदों को संबंधित श्रेणी में काउंट करते हुए भर दिया जाएगा।

महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो इस वक्त राज्य में संचालित स्वैच्छिक व राजकीय गृहों में 735 बच्चे निवास कर रहे हैं। इनमें 100 से ज्यादा बच्चे ऐसे हैं, जिनके माता-पिता नहीं है, और कोई रिश्तेदार भी नहीं है।

उत्तराखंड इन जरूरतमंद बच्चों को पांच प्रतिशत आरक्षण देने वाला पहला राज्य बन गया है। आर्य ने बताया कि अनाथ आश्रमों में पल रहे बच्चों की कोई पारिवारिक पहचान नहीं होती, इसलिए उन्हें जातिगत आरक्षण का लाभ भी नहीं मिल पा रहा था। इसलिए सरकार ने ऐसे बच्चों के लिए यह खास व्यवस्था की है। उन्होंने बताया कि इन बच्चों को आरक्षण का लाभ लेने के लिए संस्था की ओर से दिया गया प्रमाणपत्र ही प्रस्तुत करना होगा। वर्तमान में राज्य के विभिन्न आश्रमों में ऐसे करीब एक हजार बच्चे पल बढ़ रहे हैं, जो अब आरक्षण का फायदा लेकर अपना भविष्य संवार सकेंगे।

समीक्षा अधिकारी भर्ती पर असमंजस दूर
राज्य सरकार की ओर से सचिवालय समीक्षा अधिकारी, सहायक समीक्षा अधिकारी के पदों पर भर्ती की सिफारिश (अधियाचन) उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को भेजा गया था। आयोग ने शासन से कुछ बिंदुओं पर स्पष्ट जानकारी मांगी थी। अब साफ हो गया है कि सीधी भर्ती के पदों में आरक्षण का लाभ मिलेगा।

उत्तराखंड पुलिस के 1521 पदों पर शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया 3 जनवरी से 16 फरवरी 2022 तक होगा ऑनलाइन आवेदन

आयोग के सचिव संतोष बडोनी ने बताया कि गृह विभाग के अंतर्गत कांस्टेबल, कांस्टेबल पीएसी व आईआरबी और फायरमैन के कुल 1521 पदों पर भर्ती की जा रही है। जबकि विभिन्न विभागों में सांख्यिकी व संगणक श्रेणी के 93 पदों पर यह भर्ती की जाएगी।

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा कुल 1614 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। गृह विभाग के अंतर्गत पुलिस आरक्षी तथा फायरमैन के कुल 1521 पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। इसके अलावा अलग-अलग विभागों में सांख्यिकी और संगणक श्रेणी के पदों के लिए 93 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है।

सांख्यिकी के पदों पर ऑनलाइन आवेदन 30 दिसंबर से शुरू होंगे और 12 फरवरी 2022 तक आवेदन पत्र भरे जाएंगे। इसके अलावा पुलिस आरक्षी और फायरमैन के पदों पर ऑनलाइन आवेदन 3 जनवरी 2022 से शुरू होगा और 16 फरवरी 2022 तक चलेगा।

आरक्षी और फायरमैन के लिए शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट रखी गई है। अगर आप इंटर पास हैं तो इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।पुलिस भर्ती के लिए पुरुष उम्मीदवारों की आयु 18 से 23 वर्ष और महिला उम्मीदवारों की आयु 18 से 26 वर्ष होनी चाहिए। इसमें एक वर्ष की छूट प्रदान की गई है। सांख्यिकी के पदों के लिए आयु सीमा 21 से 43 वर्ष रखी गई है। राज्य सरकार के आदेश के तहत दोनों ही भर्तियों के लिए निशुल्क आवेदन कर सकते हैं। किसी भी तरह का कोई शुल्क वसूल नहीं किया जाएगा। पुलिस भर्ती के दो मुख्य चरण होंगे। पहले शारीरिक माप-जोख और शारीरिक दक्षता परीक्षण होगा। इसके बाद लिखित परीक्षा होगी। इसके बाद मेरिट क्रम के आधार पर उम्मीदवारों को पदों का विकल्प लेने का अवसर दिया जाएगा।

पुलिस विभाग की 1521 भर्तियों के लिए दो चरणों के। पहले शारीरिक दक्षता परीक्षण होगा और उसके बाद लिखित परीक्षा होगी। पुलिस आरक्षी के पदों पर होमगार्ड के जवान भी अप्लाई कर सकते हैं। अगर होमगार्ड को 3 साल सेवा में पूरे हो चुके हैं तो उन्हें 5% का आरक्षण मिलेगा।

यहां एक बात आपको जरूर बता दें की आवेदन के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन बेहद जरूरी है। अगर आपको वन टाइम रजिस्ट्रेशन में कठिनाई आ रही है तो टोल फ्री नंबर 95209 91172 पर संपर्क कर सकते हैं इसके अलावा आप व्हाट्सएप नंबर 95209 91174 पर भी संपर्क कर सकते हैं।

भारतीय नौसेना में निकली नेवी अप्रेंटिस के 275 पदों पर भर्ती, जल्द करें ऑनलाइन आवेदन 

रक्षा मंत्रालय (नौसेना) ने अप्रेंटिस पदों के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। योग्य उम्मीदवार जो पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे अप्रेंटिसशिप इंडिया की आधिकारिक साइट apprenticeshipindia.org के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यह भर्ती अभियान नेवल डॉकयार्ड अपरेंटिस स्कूल में अपरेंटिस के 275 पदों को भरेगा।ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तारीख 5 दिसंबर, 2021 तक है।

योग्यता

जो उम्मीदवार अपरेंटिस पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं, उनके पास 50 प्रतिशत अंकों के साथ SSC / मैट्रिक / 10वीं कक्षा होनी चाहिए और 65 प्रतिशत अंकों के साथ ITI सर्टिफिकेट होना चाहिए।

सिलेक्शन प्रोसेस

चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा और इंटरव्यू शामिल हैं। योग्य उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा के लिए कॉल लेटर जारी किया जाएगा। लिखित परीक्षा ऑब्जेक्टिव टाइप प्रकार की होगी जिसमें 50 प्रश्न (मैथ के 20, जनरल साइंस के 20, जनरल नॉलेज के 10) होंगे, प्रत्येक प्रश्न में डेढ़ (1½) अंक होंगे

लिखित परीक्षा की योग्यता के क्रम में उम्मीदवारों को विभिन्न आरक्षण श्रेणियों और ट्रेडों में साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। साक्षात्कार उनके संबंधित ट्रेड में उम्मीदवारों के तकनीकी कौशल पर आधारित है। साक्षात्कार में अंतिम रूप से चयनित उम्मीदवारों को एक चिकित्सा परीक्षा से गुजरना होगा।

महत्वपूर्ण तिथियाँ

  • आवेदन करने की अंतिम तिथि: 5 दिसंबर, 2021
  • भरे हुए आवेदन भेजने की अंतिम तिथि: 14 दिसंबर, 2021
  • सभी ट्रेडों के लिए लिखित परीक्षा: 27 जनवरी, 2022
  • परिणाम की घोषणा: 29 जनवरी, 2022
  • साक्षात्कार की तिथि: 31 जनवरी, 1, 2 और 3 फरवरी, 2022
  • मेडिकल जांच : 7 फरवरी से 15 फरवरी, 2022

ओबीसी – ईडब्ल्यूएस आरक्षण के मामले पर नीट एमडीएस परीक्षा की काउंसलिंग पर SC ने लगाई रोक,जानें क्या है कारण

भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने एनईईटी-पीजी 2021 के लिए काउंसलिंग पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। काउंसलिंग पर रोक लगाने का अहम कारण ऑल इंडिया कोटा सीट्स, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस आरक्षण है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि नीट एमडीएस परीक्षा की काउंसलिंग को तब तक शुरू नहीं किया जाएगा, जबतक कोर्ट ऑल इंडिया कोटा में ओबीसी – ईडब्ल्यूएस आरक्षण के मामले पर फैसला नहीं कर लेती।

न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली शीर्ष अदालत की पीठ अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए 27 प्रतिशत और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) श्रेणी के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के केंद्र और चिकित्सा परामर्श समिति (एमसीसी) के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई कर रही थी।

केंद्र सरकार ने सोमवार को शीर्ष अदालत को आश्वासन दिया कि नीट पीजी काउंसलिंग 2021 तब तक शुरू नहीं होगी जब तक कि शीर्ष अदालत किसी नतीजे पर नहीं पहुंच जाती। वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद दातार द्वारा मामले का जिक्र किए जाने के बाद केंद्र सरकार की ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) केएम नटराज ने सुप्रीम कोर्ट को आश्वासन दिया।

न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने तब एएसजी नटराज को हस्तक्षेप किया और केंद्र से आश्वासन मांगा कि शीर्ष अदालत के अंतिम निर्णय तक पहुंचने तक परामर्श आयोजित नहीं किया जाएगा। नटराज ने जवाब दिया, बिल्कुल आप कर सकते हैं, मेरे भगवान। श्री दातार कोई कठिनाई होने पर सीधे मुझसे संपर्क कर सकते हैं।

केंद्र सरकार द्वारा नीट मेडिकल एडमिशन परीक्षा में ईडब्ल्यूएस और ओबीसी कोटे को शामिल करने का फैसला किया था। इस फैसले के मुताबिक ईडब्ल्यूएस को 10 प्रतिशत और ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशद सीटों पर आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। छात्रों और याचिकाकर्ता को मेडिकल काउंसलिंग कमेट (एमसीसी) द्वारा बस एक नोटिस जारी कर नए शैक्षणिक सत्र से नए आरक्षण नियम लागू करने को लेकर आपत्ति है। इस बाबत याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से एमसीसी के नोटिस को रद्द करने की मांग की है।

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने सरकार को भेजा प्रस्ताव, पटवारी-लेखपाल भर्ती की प्रक्रिया में होगा बदलाव

विभाग से आए अधियाचन के हिसाब से इन भर्तियों के लिए पहले फिजिकल और फिर लिखित परीक्षा होनी चाहिए। इस नियम की वजह से आयोग पसोपेश में था कि इतनी बड़ी संख्या में युवाओं की फिजिकल कैसे कराई जाएगी। उत्तराखंड में चल रही पटवारी-लेखपाल भर्ती की प्रक्रिया का पैटर्न बदलने जा रहा है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने इसके लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा दिया है। इसमें कहा गया है कि किसी भी भर्ती के तरीके को आयोग तय करेगा न कि विभाग।प्रदेश में पटवारी के 391 और लेखपाल के 163 पद मिलाकर कुल 554 पदों के लिए पटवारी-लेखपाल भर्ती होने जा रही है। आयोग के पास इस भर्ती के लिए एक लाख 43 हजार आवेदन आ गए हैं।

विभाग से आए अधियाचन के हिसाब से इन भर्तियों के लिए पहले फिजिकल और फिर लिखित परीक्षा होनी चाहिए। इस नियम की वजह से आयोग पसोपेश में था कि इतनी बड़ी संख्या में युवाओं की फिजिकल कैसे कराई जाएगी।आयोग ने बैठक कर तय किया है कि यह उसका अधिकार होना चाहिए कि भर्ती की प्रक्रिया क्या हो। आयोग ने एक प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा है, जिसमें कहा गया है कि पटवारी-लेखपाल सहित सभी भर्तियों में पैटर्न क्या होगा, यह आयोग ही तय करेगा। कोई भी विभाग तय नहीं करेगा कि उसकी प्रक्रिया क्या होगी। शासन से अनुमति मिलने के बाद ही पटवारी-लेखपाल भर्ती की गाड़ी आगे बढ़ेगी।

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्तियों में आ रहे भारी भरकम आवेदन एक नई चुनौती बन रहे हैं। चार भर्तियां ऐसी हैं, जिनमें एक लाख से अधिक आवेदन आ गए हैं। आयोग के लिए अब इनकी परीक्षा कराना बड़ी चुनौती है। पटवारी-लेखपाल भर्ती में एक लाख 43 हजार आवेदन आए हैं। इसकी परीक्षा तिथि अभी तय नहीं है। कनिष्ठ सहायक इंटरमीडिएट स्तर भर्ती में एक लाख 19 हजार आवेदन आए हैं, जिनकी परीक्षा 31 अक्तूबर को प्रस्तावित है। फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा के लिए भी एक लाख 57 हजार आवेदन आ चुके हैं जबकि प्रयोगशाला सहायक के लिए 90 हजार आवेदन आ गए हैं। इतने भारी भरकम आवेदनों की वजह से आयोग को परीक्षा में मुश्किलें पेश आ रही हैं।

चुनाव आचार संहिता से भर्तियां प्रभावित हो सकती हैं सरकार की कोशिशों के चलते अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने नई भर्तियों के आवेदन तो मंगा लिए हैं लेकिन इनकी परीक्षाओं पर विधानसभा चुनाव की छाया पड़ना तय माना जा रहा है।दिसंबर में चुनाव आचार संहिता लगने की संभावनाओं के बीच आयोग अभी इंतजार कर रहा है। आयोग का कहना है कि अगर आचार संहिता लग गई तो प्रशासन के अधिकारी उसमें व्यस्त हो जाएंगे। तब परीक्षाएं चुनाव के बाद ही होंगी।

पटवारी सहित अन्य भर्तियों में पैटर्न आयोग पर निर्भर करे, इसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। इसके बाद आयोग अपने हिसाब से भर्तियों की परीक्षाएं कराएगा। पटवारी भर्ती में पहले फिजिकल की शर्त की वजह से यह दुश्वारी पेश आई है। बाकी परीक्षाओं की तिथियां आचार संहिता की संभावनाओं पर निर्भर करेंगी।
– संतोष बडोनी, सचिव, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग

RIMC में गर्ल्स को भी मिलेगा प्रवेश,आवेदन से लेकर कैसा रहेगा परीक्षा पैटर्न,परीक्षा 18 दिसम्बर को,प्रवेश की इच्छुक छात्राएं 15 नवंबर तक आवेदन कर सकती हैं

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पहली बार राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज(RIMC) में गर्ल्स की एंट्री खुली है।हर साल देश के लिए जांबाज सैन्य अफसर तैयार करने वाले प्रतिष्ठित राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कालेज (RIMC) में सत्र 2022-23 से छात्राओं को भी प्रवेश मिलेगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आरआइएमसी एवं शिक्षा विभाग ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रवेश की इच्छुक छात्राएं 15 नवंबर तक आवेदन कर सकती हैं। प्रवेश परीक्षा 18 दिसंबर को राजकीय बालिका इंटर कालेज, राजपुर रोड, देहरादून में होगी। देहरादून के मुख्य शिक्षा अधिकारी डा. मुकुल कुमार सती ने सोमवार को प्रवेश प्रक्रिया के आदेश एवं कार्यक्रम के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।

आरआइएमसी में आठवीं कक्षा से पढ़ाई और प्रशिक्षण शुरू होता है। शिक्षा विभाग की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, प्रवेश परीक्षा में वही छात्राएं शामिल होंगी, जिनकी उम्र एक जुलाई 2022 तक अधिकतम 13 वर्ष और न्यूनतम 11 वर्ष छह महीने होगी। यानि जिन छात्राओं का जन्म 2 जुलाई 2009 से पहले और 1 जनवरी 2011 के बाद का हो, वे आवेदन नहीं कर सकेंगी। छात्रा के पास दाखिले के समय एक जुलाई 2022 तक किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से सातवीं कक्षा का पासिंग सर्टिफिकेट या सातवीं में अध्ययनरत होने का प्रमाण होना चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट की ओर से जारी आदेश अनुसार हर छह महीने में पांच छात्राओं को आरआइएमसी में दाखिला दिया जाना है।प्रवेश परीक्षा में सातवीं कक्षा तक के मानक एवं पाठ्यक्रम के अनुसार सवाल पूछे जाएंगे। पहले चरण में लिखित परीक्षा होगी। जिसमें अंग्रेजी, गणित एवं सामान्य ज्ञान इन तीन विषयों के सवाल होंगे। हर विषय के प्रश्न पत्र में न्यूनतम 50 फीसद अंक हासिल करने वाली छात्राओं को साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया जाएगा। साक्षात्कार की सूचना छात्राओं को मार्च 2022 के पहले हफ्ते में ही दी जाएगी। दोनों चरण पास करने के बाद मेरिट के आधार पर छात्राओं को प्रवेश मिलेगा। आरआईएमसी में चयन के लिए कुल 450 अंकों की परीक्षा होगी। इसमें 125 अंकों का अंग्रेजी , 200 अंकों का गणित , 75 अंकों का सामान्य ज्ञान और 50 अंकों का साक्षात्कार होगा।

आरआइएमसी की प्रवेश परीक्षा के लिए दो माध्यम से फार्म लिया जा सकता है। फार्म कालेज की वेबसाइट पर आनलाइन भुगतान करके सीधा घर के पते पर मंगाया जा सकता है। वहीं कालेज के पास स्थित स्टेट बैंक आफ इंडिया, तेल भवन से भी फार्म लिया जा सकता है। सामान्य वर्ग की छात्राओं को 600, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति श्रेणी की छात्राओं को 555 रुपये फार्म शुल्क देना होगा। फार्म के साथ पिछले वर्षों के सैंपल पेपर एवं विवरण पंजिका भी मिलेगी। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अगर 15 नवंबर शाम पांच बजे बाद किसी का फार्म पहुंचा तो वह मान्य नहीं होगा। इसके अलावा अधूरे, अपठनीय और कोरियर से भेजे गए फार्म भी मान्य नहीं होंगे। फार्म पंजीकृत डाक से ही भेजना है। साथ ही 30 रुपये के टिकट लगा 9 बाइ 4 इंच का लिफाफा भी फार्म के साथ भेजना है।

नोटिफिकेशन में यह साफ किया गया है कि इस परीक्षा में उत्तराखंड के निवासियों को ही मौका मिलेगा। इसके लिए फार्म के साथ मूल निवास प्रमाण पत्र भी अभिभावकों को जमा करना होगा। आरक्षित वर्ग को प्रमाण पत्र की सत्यापित कापी भी फार्म के साथ भेजनी होगी।उम्मीदवार की दो पासपोर्ट आकार की फोटो, जन्म प्रमाण पत्र, अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र व प्रधानाचार्य द्वारा प्रमाणित वर्तमान कक्षा में अध्ययनरत् का मूल रूप में फोटो सत्यापित किया हुआ प्रमाण पत्र,आवेदन पत्र के साथ उम्मीदवार का आधार कार्ड जमा करना अनिवार्य है।

देहरादून के मुख्य शिक्षा अधिकारी मुकुल कुमार सती ने प्रवेश परीक्षा के लिए आदेश जारी, जानिए किन्हें मिलेगा आवेदन का मौका

देहरादून:- उच्चतम न्यायालय ने महिला अभ्यर्थियों को देहरादून स्थित राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (आरआईएमसी) के लिए प्रवेश परीक्षा में बैठने की अनुमति देते हुए कहा कि केंद्र ने लंबी दूरी तय की है तथा उसे और एक कदम बढ़ाना चाहिए। न्यायमूर्ति एस के कौल की अध्यक्षता वाली पीठ ने केंद्र को परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव किए बगैर इस बारे में आवश्यक संशोधित विज्ञापन जारी करने का निर्देश दिया था।

राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कालेज देहरादून (आरआइएमसी) में छात्राओं के प्रवेश की प्रकिया शुरू हो गई है। इसके लिए प्रवेश परीक्षा इसी साल दिसंबर 18 तारीख को आयोजित की जाएगी।देहरादून के मुख्य शिक्षा अधिकारी मुकुल कुमार सती ने प्रवेश परीक्षा के लिए आदेश जारी कर दिए हैं। सत्र 2022-23 से यहां छात्राओं का पहला बैच शुरू होने जा रहा है। इस प्रवेश परीक्षा में उन्हीं छात्राओं को आवेदन का मौका मिलेगा, जिनके अभिभावक उत्तराखंड के निवासी हैं।