BREAKING -दिल्ली हाईकोर्ट में अग्निपथ योजना को चुनौती देने वाली याचिकाएं खारिज

News Web media Uttarakhand । दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को केंद्र की अग्निपथ योजना को चुनौती देने वाली याचिकाओं को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि इसे राष्ट्रीय हित में और यह सुनिश्चित करने के लिए पेश किया गया है कि सशस्त्र बल अच्छी तरह से सुसज्जित हों। योजना, इसकी भर्ती प्रक्रिया और उम्मीदवारों की नियुक्ति को चुनौती देती हुई याचिकाएं दायर की गई थी। मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा और न्यायमूर्ति सुब्रमणियम प्रसाद की खंडपीठ ने कहा, अग्निपथ योजना को चुनौती देने वाली सभी याचिकाएं खारिज की जाती हैं।पीठ ने भारतीय सशस्त्र बलों में प्रवेश योजना की संवैधानिक वैधता को बरकरार रखते हुए 23 याचिकाओं को खारिज कर दिया।अदालत ने कहा कि उसे इस योजना में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नजर नहीं आता।बेंच ने 15 दिसंबर 2022 को अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था।(आईएएनएस)

इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरातन छात्र परिषद के अधिवेशन में पुरातन छात्रों ने विवि के गौरवशाली इतिहास को किया याद

इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरातन छात्र परिषद का अधिवेशन इंस्टीट्यूशन आफ इंजीनियर्स सभागार में धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। अधिवेशन में उत्तराखंड के साथ ही देश के कई राज्यों के पुरातन छात्र पहुंचे थे। इस दौरान जहां पुरातन छात्रों ने विवि के गौरवशाली इतिहास के साथ ही छात्र जीवन के यादगार पलों को याद किया, वहीं विवि में शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता जताने के साथ ही गौरवशाली इतिहास को दोबारा स्थापित करने का संकल्प लिया।

अधिवेशन के मुख्य अतिथि हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायमूर्ति एवं उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष वीके बिष्ट ने कहा कि जीवन में सफलता का मूल मंत्र समयबद्धता है। प्रयागराज सिर्फ तीन नदियों का संगम नहीं, बल्कि विचारधाराओं का भी संगम है। विवि ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के साथ देश के विकास में अहम योगदान दिया है। प्रयागराज की पवित्र भूमि पर ही चंद्रशेखर आजाद जैसे महान क्रांतिकारियों ने बलिदान दिया। विवि महान साहित्यकारों, लेखकों, कवियों, वैज्ञानिकों और प्रशासनिक अधिकारियों की कर्मस्थली रही है।

न्यायमूर्ति एमएम घिल्डियाल ने कहा कि विवि  महान साहित्यकारों महादेवी वर्मा, डॉ. रामकुमार वर्मा, भगवती चरण वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, फिराक गोरखपुरी, डॉ. हरिवंश राय बच्चन जैसे लोगों की कर्मस्थली रही है और शिक्षा के क्षेत्र में विवि ने जो योगदान दिया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इस दौरान पुरातन छात्रों ने विवि में पढ़ाई के दौरान बिताए गए पलों को याद करते हुए कई संस्मरण भी सुनाए। इस मौके पर आयोजक मंडल के अध्यक्ष रवींद्र गोडबोले, प्रवीण टंडन, मनीष तिवारी, अपर सचिव ओंकार सिंह, अधिवक्ता सिद्धनाथ उपाध्याय और हंसादत्त (कमिश्नर सुगरकेन उत्तराखंड आदि मौजूद थेे। कई दशक बाद मिले तो आंखें डबडबा गईं।

अधिवेशन में तमाम ऐसे पुरातन छात्र शामिल हुए जो विवि में पढ़ाई के चार दशक बाद मिले। कई पुरातन छात्र अपने साथियों को पहचान ही नहीं पाए। जान पहचान होने के बाद एक-दूसरे के गले मिलकर पुराने दिनों को याद किया।  कई ऐसे पुरातन छात्र भी मिले जिन्होंने विवि में पढ़ाई करने के साथ ही नौकरी की, लेकिन कभी मिल नहीं पाए।
कई ने 40 साल बाद समोसे और जमीन की नमकीन का जमकर लुत्फ उठाया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कलाकारों ने गीत गाकर समा बांध दिया, जिसका पुरातन छात्रों ने जमकर आनंद उठाया। इस दौरान हास्य व्यंग का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। हास्य कलाकार बलबीर सिंह खिचड़ी ने पुरातन छात्रों को जमकर गुदगुदाया।

 केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कक्षा 12वीं तथा 10वीं का परिणाम घोषित किया, दोनो ही कक्षाओं में लड़कियों का रिजल्‍ट लड़कों से बेहतर रहा 

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शुक्रवार को आखिरकार पहले 12वीं का रिजल्ट जारी किया और कुछ देर बाद में 10वीं का भी रिजल्ट जारी कर दिया। परीक्षा परिणाम जारी होते ही विद्यार्थी खुशी से झूम उठे। छात्र सीबीएसई बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in, cbresults.nic.in पर जाकर अपना परीक्षा परिणाम चेक कर सकते हैं। रिजल्ट चेक करने के लिए स्टूडेंट्स को रोल नंबर, डेट ऑफ बर्थ और स्कूल नंबर फिल करना होगा. इस बार सीबीएसई बोर्ड 12वीं की परीक्षा 26 अप्रैल 2022 से 15 जून 2022 तक आयोजित की गई थी। जिसमें करीब 14 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने अपना पंजीकरण करवाया था। इसी तरह सीबीएसई 10वीं परीक्षा के लिए भी लाखों छात्रों का इंतजार खत्म हो गया है। रिजल्ट चेक करने के लिए स्टूडेंट्स को रोल नंबर, डेट ऑफ बर्थ और स्कूल नंबर फिल करना होगा.

शिक्षा राज्य मंत्री ने ट्वीट किया, मैं शिक्षकों, माता-पिता और अभिभावकों के प्रयासों की भी सराहना करता हूं जो किसी भी छात्र की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मैं सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कहा कि दोनो ही कक्षाओं में लड़कियों का रिजल्‍ट लड़कों से बेहतर रहा है। सीबीएसई 10वीं रिजल्ट 2022 में लड़कियों ने लड़कों से 1.41 फीसदी बेहतर प्रदर्शन किया है। जिसमे लड़कियों का पास प्रतिशत 95.21 रहा, जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 93.80 रहा है। 12वीं की बोर्ड परीक्षा  में इस साल लड़कियों ने लड़कों से 3.29 प्रतिशत बेहतर प्रदर्शन किया है। हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले गांव सिलारपुर की अंजलि ने 10वीं कक्षा में 500 में से 500 अंक लेकर प्रथम स्थान पाया है। वहीं  कक्षा 12वीं के परिणाम में बुलंदशहर के दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) की तान्या सिंह ने 500 में से 500 अंक हासिल कर परचम फहराया है।

इस साल कुल मिलाकर 14,44,341 स्टूडेंट्स ने 12वीं क्लास के बोर्ड एग्जाम के लिए रजिस्टर करवाया था, इसमें से 14,35,366 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया है, जबकि पास होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 13,30,662 रही है।  इस साल त्रिवेंद्रम ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया। त्रिवेंद्रम का पास पर्सेंटेज 98.83 फीसदी रहा है। सीबीएसई बोर्ड में खराब प्रदर्शन करने वाले जिले में प्रयागराज शामिल रहा है, जहां पर 83.71 फीसदी स्टूडेंट्स ही पास हुए हैं। सीबीएसई बोर्ड ने बताया है कि कक्षा 12वीं के टर्म 1 के पेपर को 30 फीसदी की वेटेज दी गई है, जबकि टर्म 2 के पेपर की वेटेज 70 फीसदी रही है। सीबीएसई के अधिकारियों ने कहा कि अगले साल 2023 में सीबीएसई कक्षा 12वीं की परीक्षा 15 फरवरी से आयोजित की जाएगी।

उत्तराखंड में धामी सरकार के 100 दिन हुए पूरे, 2025 तक उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने का प्रयास

 उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दूसरे कार्यकाल का 100 दिन बृहस्पतिवार को पूरा हो गया    मुख्यमंत्री धामी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं अपने प्रदेश की सवा करोड़ जनता को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हम 2025 तक उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने हेतु प्रतिबद्ध हैं और पूर्ण समर्पण भाव के साथ इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं । हमने 100 दिन में अच्छा कार्य किया है और आगे भी अच्छा कार्य करने के साथ नया कीर्तिमान बनायेंगे। समृद्ध तथा आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड का निर्माण किया जाएगा।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपने हर वादे को पूरा करने में जुटे हैं। जनवरी में हुए विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को लगातार दूसरी बार जीत मिली थी लेकिन धामी खुद अपनी सीट खटीमा से हार गए थे। बाद में चंपावत सीट पर 31 मई को हुए उपचुनाव में उन्होंने 55 हजार से ज्यादा मतों से जीत हासिल की।

 उन्होंने कहा कि 100 दिन में हमने राज्य के विकास की जो आधारशिला रखी है, वह 2025 में उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने में मील का पत्थर साबित होगी। इसके लिए विभागों को अगले पांच वर्षों में पर्यटन, पलायन, स्वरोजगार, अवस्थापना विकास सहित राज्य की तरक्की से जुड़े क्षेत्रों में किए जाने वाले कार्यों की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है। सभी विभागों से विकास का रोडमैप मांग लिया गया है जिस पर सरकार आने वाले सालों में अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अंतोदय परिवारों को साल में तीन सिलिंडर मुफ्त दिए, बुजुर्ग दंपत्तियों, दिव्यांगों, वृद्धों आदि की पेंशन में बढ़ोतरी की।राज्य में समान नागरिक संहिता लागू होगी जिसके लिए हमने समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए एक कमेटी बनाई है। उत्तराखंड भ्रष्टाचार मुक्त होगा तो कार्यसंस्कृति में सुधार आएगा। जिस प्रकार आय से अधिक संपत्ति के मामले में आईएएस अधिकारी डॉ. रामविलास यादव को जेल की हवा खिलाई गई।

विपक्ष : ‘पूरी तरह विफल है सरकार’

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने धामी सरकार के 100 दिनों के कार्यकाल को पूरी तरह विफल करार दिया और कहा, ”मात्र घोषणाएं करने से उपलब्धियां हासिल नहीं होतीं।” प्रति व्यक्ति कर्ज के मामले में प्रदेश देश में तीसरे स्थान पर है। 2017 में उत्तराखंड में प्रति व्यक्ति कर्ज 35,000 रूपये था जो 2022 तक भाजपा सरकार ने एक लाख चार हजार करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया।’’ उन्होंने कहा, ”धामी सरकार चारधाम यात्रा से लेकर विकास के मुददे तक हर मामले में विफल रही है। सरकार का बजट 2000 करोड रूपये के घाटे में है।”

अग्निपथ योजना के विरोध में पूर्व सीएम हरीश रावत ने वरिष्ठ नागरिकों सहित किया सत्याग्रह, तथा अग्निपथ योजना की खामियों को जनता तक पहुंचाने की बात कही

केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में उत्तराखंड मे कांग्रेस ने सोमवार को सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में प्रदर्शन धरना व पुतला दहन किया जिसको कांग्रेस ने सत्याग्रह नाम दिया है। जिसका नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने किया। इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत सहित पार्टी के सभी सीनियर नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि ये योजना युवाओं के लिए अग्निपथ नहीं बल्कि बर्बादी का पथ है। अग्निपथ को युवाओं के साथ धोखा बताने के साथ ही उन्होंने इसे देशहित के भी खिलाफ बताया। इससे पहले हरीश रावत ने सोशल मीडिया में अपने कुछ दोस्तों का जिक्र करते हुए साझा किया कि उन्होंने ”अग्निपथ के विरुद्ध वरिष्ठ नागरिक अभियान” प्रारंभ किया है। इसमें वह वरिष्ठ नागरिकों के साथ एक गर्वनर हाउस तक पदयात्रा करेंगे। जिसमें 60 साल के ऊपर के लोग अपना प्रतीकात्मक विरोध दर्ज करेंगे।

हरीश रावत का कहना है वे अभियान के तहत कुछ उप अभियान भी प्रारंभ करेंगे । पहले उप अभियान के माध्यम से प्रधानगणों से अपील की गई है कि प्रधानमंत्री से कहें कि मेरे गांव के नौजवानो का भविष्य बचाएं। दूसरा उप अभियान माताओं और बहनों की ओर से संचालित होगा, जिसमे वह प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगी ।और तीसरा उप अभियान, पूर्व सैनिकगण जो आग्रह करेंगे कि मोदी जी हमारे प्रदेश की सैन्य परंपरा का सम्मान करिए, उसकी रक्षा करिये। अग्निपथ योजना को वापस लीजिये।

कांग्रेस के इस सत्याग्रह पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि कांग्रेस अग्नीपथ योजना को लेकर युवाओं को गुमराह कर रही है। मंत्री के अनुसार उत्तराखंड के युवा कांग्रेस के बहकावे में नहीं आने वाले हैं।उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जिस तरह पहले कई मुद्दों पर राजनीति करने की कोशिश की लेकिन उन्हें इसका कोई फायदा नहीं मिला। उसी तरह से अग्निपथ मुद्दे पर भी राजनीति कर युवाओं को बहकना चाहती है, लेकिन उत्तराखंड के युवा कांग्रेस के बहकावे में नहीं आने वाले हैं।

 

देहरादून में कई सालों से मेट्रो का इंतज़ार अब ख़त्म, क्या हरिद्वार और ऋषिकेश में भी कोई प्लान है?

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ट्रैफिक के बढ़ते दबाव के कारण 6 साल पहले मेट्रो लॉन्च करने की योजना बनाई गई थी. कई कारणों के चलते यह सिर्फ योजना ही बन कर रह गयी . अब मेट्रो का छोटा रूप मेट्रो नियो  (ट्राम) चलाने की तैयारी हो रही है.  करीब  22 किलोमीटर लंबे रूट प्रोजेक्ट को राज्य सरकार से मंज़ूरी मिलने के बाद इसे केंद्र सरकार के अप्रूवल के लिए भेजा गया है. अब उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर तक इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को केंद्र हरी झंडी दे सकता है.

इस साल अक्टूबर तक देहरादून को एक नए ट्रांसपोर्ट सिस्टम मेट्रो नियो या ट्राम (Tram) की सौगात मिल सकती है. राज्य सरकार से इस प्रोजेक्ट को मंज़ूरी मिलने के बाद इसे केंद्र सरकार के अप्रूवल के लिए भेजा गया है और मेट्रो प्रोजेक्ट के अधिकारी पूरी उम्मीद जताने के साथ ही उत्साह के साथ ये भी बता रहे हैं कि इसके बाद हरिद्वार और ऋषिकेश में किस तरह के प्लान आने वाले हैं.

देहरादून में मेट्रो नियो के दो कॉरीडोर 
पहला कॉरीडोर – ISBT से सहारनपुर रोड, पथरीबाग, गांधी रोड से परेड ग्राउंड तक होगा
दूसरा कॉरीडोर – FRI मेन गेट से घंटाघर, ईसी रोड, रिस्पना ब्रिज, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री और रायपुर सिटी बस अड्डे तक होगा.

हरिद्वार में वैकल्पिक ट्रांसपोर्ट के रूप में पॉड टैक्सी चलाने के प्रोजेक्ट को उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मंजूरी दे दी है. अब इसे फाइनल सेंक्शन के लिए शासन को भेजा जा रहा है.  पीपीपी मोड पर बनने वाले इस प्रोजेक्ट के लिए हरिद्वार में करीब 23 किलोमीटर लंबा ट्रेक बनाया जाएगा. इसके अलावा कॉरपोरेशन हरिद्वार में हर की पौड़ी से चंडी देवी तक रोपवे भी लगाने जा रहा है.

 

लाॅ प्रेप टयूटोरियल देहरादून के हर्षित को क्लैट में ऑल इंडिया 4वीं रैंक, हरिद्वार निवासी आयुष को 74वा स्थान

देहरादून : क्लैट के परिणाम में छाए उत्तराखंड के होनहार।दून के हर्षित गुप्ता को मिली ऑल इंडिया 4वीं रैंक और उत्तराखंड टाॅपर। हरिद्वार के आयुष गैरोला को ऑल इंडिया 74 वीं रैंक और हरिद्वार टाॅपर। क्लैट के जरिए 22 राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में मिलता है प्रवेश।कई निजी संस्थान भी क्लैट के रैंक पर देते हैं दाखिला।ऑल इंडिया 4वीं रैंक हासिल करने वाले जाखन निवासी हर्षित गुप्ता ने इसी साल बारहवीं की परीक्षा दी है।वह दून इंटरनेशनल स्कूल के छात्र हैं।जिसका परिणाम अभी नहीं आया है।उनके पिता सतपाल गुप्ता ऑर्डनेंस इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रेनिंग में फैकल्टी हैं।मां ऋतु गुप्ता गृहिणी हैं।कॉमर्स के छात्र हर्षित बताते हैं कि उन्हें वाद विवाद, समसामयिक विषयों के अध्ययन में रुचि है।वह परंपरागत करियर नहीं चुनना चाहते थे।विधि क्षेत्र में उनकी रुचि 11वीं में हुई।जिसपर उन्होंने क्लैट की तैयारी की।वह पहले ही प्रयास में सफल हुए और रैंक भी अच्छी मिली।इस रैंक में उन्हें शीर्ष के विधि विश्वविद्यालय एनएलएस बेंगलुरु में दाखिला मिल जाएगा।हर्षित की बड़ी बहन ईशा एमबीबीएस कर रही हैं।वह आईजीएमसी (इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल)शिमला में द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं।

वहीं 74वीं रैंक हासिल करने वाले रोशनाबाद हरिद्वार निवासी आयुष गैरोला ने भी इसी साल बारहवीं की परीक्षा दी है।वह डीपीएस रानीपुर में कला वर्ग के छात्र हैं।उनके पिता राकेश चंद्र गैरोला चीफ फार्मासिस्ट हैं और वर्तमान में जिला कारागार हरिद्वार में तैनात हैं।आयुष की मां संगीता गृहणी हैं।आयुष के अनुसार उनका शुरू से ही विधि क्षेत्र में रुझान था।उनके दादा (पिता के चाचा) डीपी गैरोला जिला जज रहे हैं।उनसे काफी प्रेरणा मिली और समय समय पर मार्गदर्शन भी।आयुष का बड़ा भाई प्रत्युष आईआईटी मद्रास से इंजीनियरिंग कर रहा है।बड़े भाई ने भी हमेशा उन्हें प्रेरित किया।हर्षित और आयुष ने क्लैट की तैयारी लॉ प्रेप टयूटोरियल देहरादून से की है।संस्थान के निदेशक एसएन उपाध्याय ने दोनों छात्रों को इस उपलब्धि पर बधाई दी है।

केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ योजना’ का विरोध इस कदर बढ़ा कि जगह-जगह आगजनी की घटनाएं देखने को मिलीं. विरोध की इस आग में सबसे ज्यादा नुकसान रेलवे को हुआ प्रदर्शनकारियों ने रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और दर्जनों ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया. अग्निपथ के विरोध प्रदर्शन में अब तक रेलवे को एक हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है.

केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ योजना’ का विरोध इस कदर बढ़ा कि जगह-जगह आगजनी की घटनाएं देखने को मिलीं. विरोध की इस आग में सबसे ज्यादा नुकसान रेलवे को हुआ प्रदर्शनकारियों ने रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और दर्जनों ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया. अग्निपथ के विरोध प्रदर्शन में अब तक रेलवे को एक हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है.

जबकि, एक दशक में सवा चार सौ करोड़ रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं. इससे पहले इसी साल जनवरी में RRB-NTPC एग्जाम के रिजल्ट को लेकर भी अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया था. उस समय भी रेलवे की करोड़ों रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया था.

इस साल रेलवे की संपत्ति का नुकसान हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा होने का अनुमान है. प्रदर्शनकारियों के ट्रेनों को जलाने और पटरियों को नुकसान पहुंचाने से रेलवे को नुकसान तो हो ही रहा है, टिकट कैंसिल करवाने और रिफंड करने से भी उसे नुकसान उठाना पड़ रहा है. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, 60 करोड़ से से ज्यादा यात्री टिकट कैंसिल करवा चुके हैं.

उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटी, विधानसभा के बजट सत्र के दौरान आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट पेश होगी

उत्तराखंड सरकार ने कोरोनाकाल के बाद विकास से जुड़ी योजनाओं पर तेजी से फोकस किया। कोरोना काल में चौपट हुई उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था अब पटरी पर लौट रही है। राज्य की आर्थिकी की धुरी माने जाने वाले पर्यटन सेक्टर में तेजी से सुधार होता दिखाई दे रहा है। अर्थ एवं संख्या विभाग के आर्थिक विकास दर के आंकड़े इसकी तस्दीक कर रहे हैं।

जिला योजना में 40 प्रतिशत धनराशि आजीविका बढ़ाने वाली योजनाओं पर खर्च की गई। अवस्थापना कार्यों और औद्योगिक क्षेत्रों में उत्पादन की तेजी, पर्यटन कारोबार और सेवा से जुड़े क्षेत्रों के विस्तार से अर्थव्यवस्था में सुधार दिखाई दे रहा है।

प्रचलित भावों संशोधित आंकड़ों के मुताबिक, राज्य की विकास दर जो कोरोनकाल में 2020-21 के दौरान शून्य से नीचे -4.42 प्रतिशत तक गिर गई थी। उसके 2021-22 में 6.13 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है। यह 2018-19 में राज्य की 6 प्रतिशत विकास दर से भी अधिक है।

राज्य सरकार 14 जून से शुरू हो रहे विधानसभा के बजट सत्र के दौरान आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट पेश होगी। इस रिपोर्ट में राज्य की वित्तीय स्थिति और अर्थव्यवस्था के बारे में पूरी तस्वीर दिखाई जाएगी। साथ ही रिपोर्ट उन क्षेत्रों की स्थिति से पर्दा उठाएगी, जो राज्य की आर्थिकी के लिए खासे अहम हैं।

अर्थ एवं संख्या विभाग के अपर निदेशक डॉ. मनोज कुमार पंत का कहना है कि कोरोनाकाल के बाद राज्य ने विकास एवं निर्माण से जुड़ी योजनाओं पर तेजी से फोकस किया। जिला योजना में 40 प्रतिशत धनराशि आजीविका बढ़ाने वाली योजनाओं पर खर्च की गई। अवस्थापना कार्यों और औद्योगिक क्षेत्रों में उत्पादन की तेजी, पर्यटन कारोबार और सेवा से जुड़े क्षेत्रों के विस्तार से अर्थव्यवस्था में सुधार दिखाई दे रहा है।

गैरसैंण में सात जून से होगा विधानसभा सत्र, धामी सरकार पेश करेगी अपना बजट

सात जून से गैरसैंण में विधानसभा सत्र होगा। इसी सत्र में धामी सरकार अपना बजट भी पेश करेगी। इसके साथ आर्थिक सर्वेक्षण भी आएगा। सीएम धामी इन दिनों लगातार बजट को आम जनता के अनुरूप बनाने के लिए लगातार जन संवाद कर कर रहे हैं।

सरकार की ओर से तैयार किए जा रहे बजट में आम जनता के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों की भागीदारी सुनिश्चित हो। इसके लिए बजट पूर्व संवाद कार्यक्रम की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।  जिसमें उद्योग, व्यापार, होटल, पर्यटन, कृषि आदि विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों के सुझाव प्राप्त हुए है। इन सुझावों का समावेश बजट में किया जाएगा। राजकीय कोष को बढ़ाने के लिए कर राजस्व को बढ़ावा देने के प्रयासों के साथ ही अनेक महत्वपूर्ण सुझावों को अमल में लाया जाएगा।

सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड धर्म और आध्यात्म का केंद्र है। राज्य की पारिस्थितिकी और आर्थिकी को साथ लेकर चलना है। उत्तराखंड आत्मनिर्भर तभी बनेगा जब हम सब अपने दायित्वों का सही ढंग में निर्वहन करें।

सरकार की ओर से तैयार किए जा रहे बजट में आम जनता के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों की भागीदारी सुनिश्चित हो। इसके लिए बजट पूर्व संवाद कार्यक्रम की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। जिसमें उद्योग, व्यापार, होटल, पर्यटन, कृषि आदि विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों के सुझाव प्राप्त हुए है। इन सुझावों का समावेश बजट में किया जाएगा। राजकीय कोष को बढ़ाने के लिए कर राजस्व को बढ़ावा देने के प्रयासों के साथ ही अनेक महत्वपूर्ण सुझावों को अमल में लाया जाएगा।

सरकार का लक्ष्य उत्तराखंड को 2025 तक देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना है। इसके लिए यह जरूरी है कि उद्यमी युवाओं के मददगार बने। वित्त मंत्री प्रेमचद अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में पहली बार बजट पूर्व संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इससे समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के विकास की परिकल्पना भी साकार होगी। इस मौके विधायक खजान दास, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. दुर्गेश पंत ने किया।