महात्मा गांधी जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोबाइल ऐप ‘हर घर जल’ तथा राष्ट्रीय जल जीवन कोष का शुभारंभ किया, कहा- पानी बचाने के प्रयास जरूरी; लोगों को अपनी आदतें बदलनी होंगी

आज महात्मा गांधी की जयंती है, जिसे अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी जाना जाता है। 2 अक्टूबर का दिन भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इस दिन भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म हुआ था। 2 अक्टूबर को हर वर्ष गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है। महात्मा गांधी का जन्म  2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। अंग्रेजों से आजादी दिलाने में महात्मा गांधी का विशेष योगदान रहा है। महात्मा गांधी को बापू के नाम से भी जाना जाता है।

2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के अलावा देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती भी होती है। आज गांधी जयंती के मौके पर बापू को पूरा देश नमन कर रहा है।महात्‍मा गांधी की जयंती के खास अवसर पर आज राजघाट स्थित गांधी समाधि स्थल पर सर्व-धर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला, दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजघाट पहुंचकर राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।

महात्मा गांधी जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जल जीवन मिशन एप को लांच किया। इस दौरान उन्होंने जल जीवन कोष (राष्ट्रीय जल कोष) भी लांच किया। उन्होंने इस दौरान जल जीवन मिशन के लाभार्थियों से बातचीत भी की। पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तराखंड, मणिपुर और गुजरात सहित देश के पांच राज्यों में जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) के लाभार्थियों के साथ बातचीत की। पीएम मोदी ने इस दौरान पानी समितियों और ग्राम पंचायतों के साथ संवाद भी किया।

मोदी ने हर घर नल जल योजना को विकेन्द्रीकरण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को उभारने का बहुत बड़ा आंदोलन बताते हुए आज कहा कि गांवों और महिलाओं द्वारा संचालित इस मिशन से महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज को साकार किया जा रहा है।

मोदी ने आज यहां जल जीवन मिशन के मोबाइल ऐप ‘हर घर जल’ तथा राष्ट्रीय जल जीवन कोष का शुभारंभ किया और कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता देश के ग्रामीण क्षेत्रों के हर घर को नल से जल पहुंचाना है। उनका कहना था कि गांव की महिलाएं हर दिन कई किलो मीटर दूर जाकर पोखड़ों और नदियों से पानी लाती हैं, इस पर आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया, लेकिन उन्होंने जो जल जीवन मिशन शुरू किया है, उससे गांव के इन लोगों का जीवन बहुत आसान हो जाएगा।

प्रधानमंत्री से बातचीत में उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की बबेरू तहसील के एक गांव के प्रधान गिरिजा कांत तिवारी, गुजरात के बनासकांठा जिले के एक गांव के प्रधान रमेश भाई पटेल, उत्तराखंड से कौशल्या, तमिलनाडु में के. सुधा, मणिपुर से एल. सरोजिनी देवी ने अपने अपने क्षेत्र में नल से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति से आये बदलावों की जानकारी दी और सरकार का आभार व्यक्त किया।

मोदी ने इस मौके पर अपने संबोधन में महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को याद किया। उन्होंने कहा कि पूज्य बापू और लाल बहादुर शास्त्री जी इन दोनों महान व्यक्तित्वों के हृदय में भारत के गांव ही बसे थे। यह खुशी की बात है कि आज के दिन देशभर के लाखों गांवों के लोग ‘ग्राम सभाओं’ के रूप में जल जीवन संवाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जल जीवन मिशन का विजन, सिर्फ लोगों तक पानी पहुंचाने का ही नहीं है। ये विकेंद्रीकरण का भी बहुत बड़ा आंदोलन है। ये गांवों एवं महिलाओं द्वारा संचालित आंदोलन है। इसका मुख्य आधार, जनआंदोलन और जनभागीदारी है।’’ उन्होंने कहा कि जनता की भागीदारी से ही सरकार का कोई भी कार्यक्रम सफल हो सकता है चाहे जल जीवन मिशन हो या कोविड का टीकाकरण।

मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि वह तो गुजरात जैसे राज्य से हैं जहां अधिकतर सूखे की स्थिति दिखायी देती है। उन्होंने ये भी देखा है कि पानी की एक-एक बूंद का कितना महत्व होता है। इसलिए गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए, लोगों तक जल पहुंचाना और जल संरक्षण, उनकी प्राथमिकताओं में रहे। प्रधानमंत्री बनने के लिए उन्होंने देश भर में इस काम को प्राथमिकता दी।

उन्होंने कहा, ‘‘आजादी से लेकर 2019 तक, हमारे देश में सिर्फ 3 करोड़ घरों तक ही नल से जल पहुंचता था। 2019 में जल जीवन मिशन शुरू होने के बाद से, 5 करोड़ घरों को पानी के कनेक्शन से जोड़ा गया है। आज देश के लगभग 80 जिलों के करीब सवा लाख गांवों के हर घर में नल से जल पहुंच रहा है। यानी पिछले सात दशकों में जो काम हुआ था, आज के भारत ने सिर्फ 2 साल में उससे ज्यादा काम करके दिखाया है।उन्होंने कहा कि देश में पानी के प्रबंधन एवं कृषि ंिसचाई को खड़ा करने का बड़े स्तर पर काम चल रहा है। गंगा के अलावा कई अन्य नदियों के जल को प्रदूषण मुक्त करने और भूजल स्तर उठाने का प्रयास चल रहा है।

प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील की, ‘‘मैं देश के हर उस नागरिक से कहूंगा जो पानी की प्रचुरता में रहते हैं, कि आपको पानी बचाने के ज्यादा प्रयास करने चाहिए और निश्चित तौर पर इसके लिए लोगों को अपनी आदतें भी बदलनी ही होंगी।’’ हर घर जल को ग्रामीण भारत एवं महिला सशक्तीकरण का बहुत प्रभावी औजार बताते हुए मोदी ने कहा कि गांव की महिलाओं का सशक्तिकरण हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। बीते वर्षों में बेटियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। घर और स्कूल में टॉयलेट्स, सस्ते सैनिटेरी पैड्स से लेकर, गर्भावस्था के दौरान पोषण के लिए हजÞारों रुपए की मदद और टीकाकरण अभियान से मातृशक्ति और मजबूत हुई है। भारत का विकास गांवों के विकास पर ही निर्भर है। गांव में रहने वाले लोगों,युवाओं, किसानों के साथ सरकार ऐसी योजनाओं को प्राथमिकता दे रही है, जो गांवों को और अधिक सशक्त बनाए।

उन्होंने कहा कि गांव के लोगों को गांव में ही बेहतर उपचार मिले, इसके लिए 1.5 से ज्यादा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाए जा रहे हैं। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत 2014 से पहले के पांच वर्षों में जितनी मदद सरकार ने बहनों के लिए भेजी, बीते सात वर्षों में उसमें लगभग 13 गुना बढ़ोतरी की गई है। लगभग पौने चार लाख करोड़ रुपये का ऋण भी स्वयं सहायता समूह की माताओं-बहनों को उपलब्ध कराया गया है।

इस मौके पर शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में राज्य में पानी की सुलभता का बड़ा प्रयोग करके जनजीवन में बड़ा परिवर्तन लाने में कामयाबी पायी थी। अब पूरे देश में हर गांव हर घर में नल से शुद्ध पेयजल पहुंचाने का संकल्प लिया गया है। उनकी प्रेरणा से हम नयी ऊर्जा और शक्ति से इसे क्रियान्वित करने के लिए आगे बढ़ेंगे।

उल्लेखनीय है कि मोदी ने प्रत्येक परिवार को स्वच्छ नल-जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 15 अगस्त, 2019 को जल जीवन मिशन की घोषणा की थी। वित्त वर्ष 2021-22 से लेकर 2025-26 के लिए एक लाख 42 हजार करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। मिशन की शुरुआत के समय, केवल 3.23 करोड़ (17 प्रतिशत) ग्रामीण परिवारों के पास नल-जल आपूर्ति की सुविधा थी।

कोविड-19 महामारी के बावजूद, पिछले दो वर्षों में 5 करोड़ से अधिक परिवारों को नल-जल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। अब तक लगभग 8.26 करोड़ (43 प्रतिशत) ग्रामीण परिवारों के लिए उनके घरों में नल-जल की आपूर्ति की जा रही है। देश के 78 जिलों, 58 हजार ग्राम पंचायतों और 1.16 लाख गांवों में प्रत्येक परिवार को नल-जल आपूर्ति की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। अब तक 7.72 लाख (76 प्रतिशत) स्कूलों तथा 7.48 लाख (67.5 प्रतिशत) आंगनवाड़ी केंद्रों में नल-जल आपूर्ति की सुविधा प्रदान की गई है। करीब दो हजार पानी गुणवत्ता जांच प्रयोगशालायें स्थापित की है और सात लाख महिलाओं को पानी की गुणवत्ता की जांच करने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘पुष्कर सिंह धामी आखिरी ओवर में भेजे गए बैट्समैन हैं वह कमाल के बल्लेबाज़ साबित होंगे,उत्तराखंड के लोगों को उनसे बहुत उम्मीदें हैं

देहरादून:-उत्तराखंड में अगले साल की शुरुआत में होने वाले सियासी मैच में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कंधों पर ही पूरा दारोमदार होगा।भाजपा उन्हीं की कप्तानी में चुनाव लड़ेगी और वही पार्टी का चेहरा भी होंगे। पेशावर कांड के नायक वीर चंद्रसिंह गढ़वाली की प्रतिमा व स्मारक के लोकार्पण समारोह में राज्य के दौरे पर आए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस पर एक तरह से मुहर लगा दी। पुष्कर धामी ने बिल्कुल सही नारा दिया है कि सरकार का दृढ़ इरादा, बातें कम काम ज्यादा। राजनाथ ने कहा कि वास्तव में बातें कम होनी चाहिए, लेकिन काम ज्यादा होना चाहिए।भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को वह छात्र राजनीति के समय से जानते हैं और धामी की ऊर्जा, क्षमता और कुछ कर गुज़रने के जज़्बे के कायल रहे हैं।राजनाथ सिंह ने क्रिकेट की कमेंटरी शैली में कहा, ‘सीएम धामी को मैं ऐसे देखता हूं जैसे किसी 20-20 मैच के आखिरी ओवर में बल्लेबाज़ को भेजा गया हो। वह कमाल के बल्लेबाज़ साबित होंगे, उनसे सभी को बहुत उम्मीदें हैं.’ वास्तव में, राजनाथ सिंह का यह दौरा आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के नज़रिये से अहम माना जा रहा है।

चुनावी मैच में कप्तान कौन होगा, इसके लिए पार्टी नेतृत्व पहले ही कह चुका है कि धामी ही कमान संभालेंगे। हाल में उत्तराखंड के दौरे पर आए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री एवं पार्टी के उत्तराखंड चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी ने साफ किया था कि धामी की अगुआई में चुनाव लड़ा जाएगा और स्वाभाविक तौर पर वही चेहरा होंगे। इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम भी यह कह चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुख्यमंत्री की मुलाकातों से भी इसे बल मिला है।

उत्तराखंड के ऐतिहासिक पेशावर कांड के नायक कहे जाने वाले रॉयल गढ़वाल राइफल्स के मेजर रहे वीरचंद्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा के अनावरण के लिए पीठसैंण में राजनाथ सिंह शुक्रवार को एक सभा को संबोधित करने पहुंचे।यहां उन्होंने उत्तराखंड में वीरता की मिसाल रहे गढ़वाली नामों को श्रद्धांजलि दी और उनके सम्मान में वक्तव्य दिया। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत समेत उत्तराखंड भाजपा के नेताओं ने एयरपोर्ट पर सिंह का स्वागत किया।

राजनाथ सिंह ने कहा कि गलवान में मातृभूमि की रक्षा के लिए हमारी सेना के वीर जवानों ने देश के मान सम्मान की रक्षा की। यह सुखद संयोग है कि आज जब वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा का अनावरण हो रहा है तो देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी नेतृत्व में पिछले साढे सात वर्षों में मिशन मोड में काम हुआ है। चालीस साल तक देश के पूर्व सैनिकों को ओआरओपी के लिए इंतजार करना पड़ा। मगर मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद ओआरओपी लागू कर दिया।

गढ़वाली वीरों और चुनावों के अलावा राजनाथ सिंह ने उत्तराखंड के सामरिक और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के लिहाज़ से रणनीतिक महत्व पर भी बातचीत की। उन्होंने दावा किया की चीन सीमा से सटे आखिरी गांव माना तक सड़क काम जल्द पूरा होने वाला है। वहीं, नेपाल के साथ मित्र ही नहीं, बल्कि पारिवारिक देश जैसे संबंध सिंह ने बताए। लिपुलेख के रास्ते मानसरोवर यात्रा के आसान हो जाने के दावे के साथ ही सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड के सामरिक महत्व को देखते हुए Border Roads Organisation (BRO) द्वारा राज्य में 1000 किमी लम्बी सड़कों का निर्माण चल रहा है, जिसमें 800 किमी सड़क तो LAC और अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से सटी है।

उत्तराखंड चुनाव 2022:-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- ‘कांग्रेस और AAP चुनौती नहीं’ मानता, उन्होंने कहा, मैं अकेला नहीं हूं। विश्व का सबसे बड़ा नेतृत्व, सबसे बड़ी पार्टी और कार्यकर्ताओं की फौज मेरे साथ है

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत करते हुए कहा  कि वह कांग्रेस और आप को चुनौती नहीं मानते हैं। उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती उत्तराखंड का सतत विकास करना है। उन्होंने कहा, मैं अकेला नहीं हूं। विश्व का सबसे बड़ा नेतृत्व, सबसे बड़ी पार्टी और कार्यकर्ताओं की फौज मेरे साथ है।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी विधानसभा चुनाव से लेकर चार धाम यात्रा, पलायन, उद्योग, रोज़गार जैसे कई विषयों पर खुलकर अपनी बात कही। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनज़र वह कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को मुकाबले में नहीं देख रहे हैं बल्कि उनका लक्ष्य उत्तराखंड का लगातार विकास करना है। यह कहते हुए उन्होंने साफ कर दिया कि भाजपा उत्तराखंड चुनाव में केंद्र की भाजपा सरकार की उपलब्धियों के नाम पर ही वोट ज़्यादा मांगेगी। यही नहीं, उन्होंने पिछली कांग्रेस सरकार की आलोचना भी की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत करते हुए कहा, ‘मैं अकेला नहीं हूं. दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी, सबसे लोकप्रिय नेतृत्व और कार्यकर्ताओं का लश्कर मेरे साथ है। सीएम धामी के इस बयान पर जानकार मान रहे हैं कि उत्तराखंड चुनाव में भाजपा केंद्र सरकार की कामयाबियों के नाम पर वोट मांगने की रणनीति तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत ने बढ़िया काम किया है। उन्होंने जो कार्य किए हैं, उन्हें ही वह आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले हजारों घोषणाएं होती थीं लेकिन उनमें से कई पूरी नहीं होती थी। हम जो भी घोषणाएं कर रहे हैं, उन्हें पूरा करेंगे। वह मिलजुलकर सरकार चला रहा हैं और सबका आशीर्वाद उनके साथ है। किसी को कोई आपत्ति नहीं है।

आम आदमी पार्टी की घोषणाओं पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कुछ लोगों का एजेंडा उत्तराखंड में केवल चुनाव का है। जनता  समझती है कि जो काम दिल्ली में न हो पाया, वह उत्तराखंड में कैसे हो जाएगा। हमारा एजेंडा केवल चुनाव नहीं राज्य का विकास है।

पंजाब कांग्रेस के संकट के बारे में सीएम धामी ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पार्टी की दिशा पर सवालिया निशान खड़ा किया है।कांग्रेस का इतिहास इसी तरह का रहा है, जिसे पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में और बढ़ा रही है। वहीं, आप के नेतृत्व पर कटाक्ष करते हुए धामी ने कहा कि उत्तराखंड की जनता समझदार है, वह जानती है जो काम दिल्ली में नहीं हो पाया, उसका दावा उत्तराखंड में कितना दमदार है।

 

हरिद्वार से गिरफ्तार किए गए एक बदमाश ने हरियाणा पुलिस के जवान को गोली मारकर हत्या कर दी

डकैती के मामले में हरिद्वार से गिरफ्तार किए गए एक बदमाश ने हरियाणा पुलिस के जवान को गोली मारकर हत्या कर दी। फरीदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम आरोपितों की धरपकड़ के लिए हरिद्वार पहुंची थी। चार आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद एक बदमाश ने जुराब से पिस्टल निकालकर सिपाही को गोली मार दी और फरार हो गया। देर रात तक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा योगेंद्र सिंह रावत अस्पताल में घटना की जानकारी ले रहे थे और पुलिस की टीमें क्षेत्र में काम्बिंग कर फरार बदमाश की धरपकड़ में जुटी हुई थी।

हरियाणा पुलिस  का एक जवान उत्तराखंड के हरिद्वार में बदमाशों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गया है। यह मुठभेड़ गुरुवार की रात उस वक्‍त हुई जब हरियाणा की फरीदाबाद पुलिस डकैती के एक मामले में 4 बदमाशों का पीछा करते हुए हरिद्वार पहुंची थी। इस दौरान एक बदमाश ने गोली चला दी जिसमें एक जवान शहीद हो गया. वहीं, जवाबी फायरिंग करते हुए पुलिस ने तीन बदमाशों को दबोच लिया है,जबकि एक फरार हो गया है।

इस मामले को लेकर उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बड़ा बयान दिया है।उन्‍होंने कहा है कि हरियाणा पुलिस ने अपने आने की सूचना हरिद्वार पुलिस को नहीं दी। साथ ही कहा कि हरियाणा पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन लापरवाही के चलते एक बदमाश ने अचानक पिस्टल निकालकर फायरिंग कर दी, जिससे पुलिस कांस्टेबल की मौत हो गई। डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक, फरार बदमाश की तलाश की जा रही है।

एक डकैती के मामले में हरियाणा पुलिस पहुंची थी हरिद्वार
हरियाणा पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम फरीदाबाद में हुई एक डकैती के मामले में फरार आरोपियों की लोकेशन हरिद्वार मिलने पर पहुंची थी।इस बीच क्राइम ब्रांच टीम हरिद्वार के पंतदीप पार्क के पास रात करीब साढ़े दस बजे बदमाशों को पकड़ने गई थी। इस दौरान बदमाशों ने फायरिंग कर दी, जिसमें क्राइम ब्रांच के कांस्‍टेबल संदीप सिंह (38) को गोली लग गई। गोली लगने के बाद पुलिस टीम उनको आनन-फानन में अस्पताल लेकर गयी, लेकिन डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स टेक्नोलॉजी (CIPET) का उद्घाटन किया है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स टेक्नोलॉजी (CIPET) का उद्घाटन किया है। साथ ही उन्होंने राजस्थान में 4 मेडिकल कॉलेजों की नींव भी रखी। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने कोविड आपदा में आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया है। राजस्थान में 4 मेडिकल कॉलेजों के निर्माण का कार्यक्रम और इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स टेक्नोलॉजी का उद्घाटन इसी दिशा में एक अहम कदम है। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया भी मौजूद थे। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े । इसके साथ ही पीएम मोदी ने स्वास्थ्य क्षेत्र-आयुष्मान भारत और वैक्सीनेशन सहित कई मुद्दों पर अपनी बात रखी।

स्वास्थ्य क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। देश के साथ प्रदेश में विकास की धारा को नया मोड मिलेगा। इसके तहत दौसा, बांसवाड़ा, सिरोही और हनुमानगढ़ जिले में मेडिकल कालेज बनेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन चारों जिलों में बनने वाले मेडिकल कालेज का वर्चुअल शिलान्यास किया।

पीएम मोदी ने कहा, ‘’साल 2014 के बाद से राजस्थान में 23 नए मेडिकल कॉलेजों के लिए केंद्र सरकार ने स्वीकृति दी थी, इनमें से 7 मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं। आज बांसवाड़ा, सिरोही, हनुमानगढ़ और दौसा में नए मेडिकल कॉलेज के निर्माण की शुरुआत हुई है।’’ उन्होंने कहा, ‘’मुझे उम्मीद है कि इन नए मेडिकल कॉलेज का निर्माण राज्य सरकार के सहयोग से समय पर पूरा होगा. देश के स्वास्थ्य क्षेत्र की जो कमियां मुझे अनुभव होती हैं, बीते 6-7 सालों से उसे दूर करने की निरंतर कोशिश जारी है।’

पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘’6-7 सालों में 170 से अधिक नए मेडिकल कॉलेज तैयार हो गए हैं। 100 से ज़्यादा नए मेडिकल कॉलेज पर काम तेज़ी से चल रहा है। साल 2014 में देश में मेडिकल की अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट की कुल सीटें 82 हज़ार के करीब थीं, आज इनकी संख्या बढ़कर 1,40,000 सीट तक पहुंच रही है।’’

पीएम मोदी न कहा कि आज भारत में कोविड वैक्सीन की 88 करोड़ से ज़्यादा डोज़ लग चुकी है. राजस्थान में भी 5 करोड़ से अधिक डोज़ लग चुकी हैं.

 

हरिद्वार में आज श्री निरंजनी अखाड़े में मीटिंग के बाद, बलबीर पुरी को प्रयागराज बाघम्बरी मठ का महंत किया घोषित

श्री निरंजनी अखाड़ा में आज सुबह एक महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें श्री महंत नरेंद्र गिरि जी के ब्रह्मलीन होने के बाद उनके स्थान पर नए महंत की ताजपोशी को लेकर चर्चा की गई । बैठक की जानकारी देते हुए श्रीमहंत रविन्द्र पूरी ने बताया कि मीटिंग के बाद बिल्केश्वर मंदिर के संचालक बलबीर पुरी को निरंजनी अखाड़े में प्रयागराज बाघम्बरी मठ का महंत घोषित किया। यह घोषणा निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज में अखाड़े में सचिव रविंद्र पुरी तथा अन्य संतों की उपस्थिति में की गई।

उन्होंने कहा नए महंत की नियुक्ति को लेकर एक बोर्ड बनाया जाएगा जिसमें पंच परमेश्वर और और अखाड़े के संत शामिल होंगे। बोर्ड के नियमानुसार ही नया महंत काम करेगा। बैठक हरिद्वार में श्री निरंजनी अखाड़ा परिसर में हुई। महंत श्री रविन्द्र पूरी ने बताया कि बलबीर की महंत ओर ताजपोशी से पहले उनके चरित्र की पूरी जांच की जाएगी। अगर कोई आपराधिक मामला निकलता है तो तुरन्त एक्शन होगा। नियम सब पर लागू होंगे

गुरुवार को निरंजनी अखाड़े की अहम बैठक सुबह 11:30 बजे अखाड़े में हुई। बैठक में भाग लेने के लिए अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रवींद्र पुरी और बिल्केश्वर मंदिर के संयोजक बलवीर गिरी हरिद्वार पहुंचे। अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि पहले से हरिद्वार में मौजूद हैं। अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी ने बताया कि बैठक में बलवीर गिरि को प्रयागराज बाघम्बरी मठ का श्रीमहंत बनाने की घोषणा होगी। अखाड़े से जुड़े कई आश्रमों, मठ मंदिर और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से जुड़े अखाड़ों के संतों के बैठक में शामिल होगी की संभावना है।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे श्री महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में सीबीआई की टीम आश्रमों में करेगी छापेमारी, इस बीच हरिद्वार में आज संतों की बड़ी बैठक

श्री महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद गिरफ्तार किए गए उनके शिष्य आनंद गिरि को लेकर हरिद्वार पहुंची सीबीआई की टीम 11 बजे हरिद्वार से इलाहाबाद के लिए रवाना होगी। टीम जौली ग्रांट एयरपोर्ट से प्रयागराज के लिए फ्लाइट लेगी। जबकि एक टीम हरिद्वार में रहकर ही स्थानीय पहलुओं पर जांच करेगी। इसमें हरिद्वार के दो चर्चित व्यक्तियों से पूछताछ की भी तैयारी है। इसके अलावा भी आनंद गिरि के करीबियों को भी पूछताछ के लिए सीबीआई की एक टीम बुला सकती है। महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत मामले की जांच के संबंध में गुरुवार को भी सीबीआई हरिद्वार में ही रहेगी। इस मामले में आरोपी आनंद गिरि को लेकर बुधवार को हरिद्वार पहुंचने के बाद सीबीआई ने आनंद से देर रात 3 बजे तक सख्त पूछताछ की। आज यहां कई लोगों से पूछताछ करने के साथ ही कुछ और आश्रमों में भी सीबीआई छापे मार सकती है। इसी बीच, आज ही हरिद्वार में संत समुदाय की एक महत्वपूर्ण बैठक पंचायती निरंजनी अखाड़े में होने जा रही है, जिसमें कई आश्रमों के संत हिस्सा लेने वाले हैं।

श्री महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में आनंद गिरी को हरिद्वार लेकर पहुंची सीबीआई की पूछताछ रात 3:00 बजे तक चली। 3 बजे आनंद गिरी को आश्रम से बाहर लाया गया। बुधवार को सीबीआई ने आनंद गिरी के अलावा 6 और लोगों से पूछताछ की। इसमें आनंद गिरि के दो करीबियों के अलावा दो सेवादार एक बिल्डर और एक मोबाइल कारोबारी शामिल था। शाम 7:30 बजे से रात के 3 बजे तक सीबीआई की टीम आश्रम में ही पूछताछ करती रही 7 घंटे से अधिक पूछताछ चली।एक आश्रम के महंत के अलावा, पत्रकार और भाजपा नेता से पूछताछ की है तैयारी। सीबीआई के एक दरोगा और सिपाही हरिद्वार में रहकर ही पूरे मामले में निगाह रखेंगे और जांच करेंगे डीआईजी रैंक के अधिकारी आज ही वापस लौट रहे हैं। माना यह जा रहा है कि एक टीम हरिद्वार में ही अब कई दिनों तक रहेगी इसके लिए बकायदा एक सरकारी गेस्ट हाउस को भी बुक किया गया है।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट में जिस आनंद गिरि का जिक्र था, उसको लेकर सीबीआई हरिद्वार में डेरा डाले हुए है। बुधवार गुरुवार की दरमियानी रात 3:00 बजे तक आनंद गिरि के आश्रम में उससे और आसपास वालों से पूछताछ होती रही। सीबीआई ने इस दौरान उसके लैपटॉप और सीसीटीवी की डीवीआर कब्जे में ली है। आज भी सीबीआई की टीम आनंद गिरि को लेकर हरिद्वार में घूम सकती है।बीते कुछ महीनों पहले मिले लोगों और ठिकानों का ब्योरा सीबीआई के पास है और आज इसके अनुसार छापेमारी होगी. इसके साथ ही आनंद गिरि के संपर्क में रहे लोगों से भी पूछताछ की जा सकती है। आनंद गिरि के मोबाइल डिटेल खंगालने के साथ ही इनकमिंग कॉल्स को लेकर भी सीबीआई पड़ताल कर रही है।बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले में हरिद्वार के कई प्रॉपर्टी डीलर भी आ सकते हैं। यही नहीं, सीबीआई हरिद्वार स्थित कुछ और आश्रमों पर भी छापेमारी कर सकती है।

 

हरिद्वार में आज संतों की बड़ी बैठक

हरिद्वार में आज महंत नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी की खोज को लेकर निरंजनी अखाड़े में 11:00 बजे से मीटिंग होगी। इसमें सभी प्रमुख अखाड़ों के संत हिस्सा लेंगे।निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत रवींद्र पुरी ने जानकारी देते हुए कहा कि महंत नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी को लेकर होने जा रही इस महत्वपूर्ण बैठक में महंत नरेंद्र गिरि प्रयागराज की गद्दी के उत्तराधिकारी के बारे में कई अखाड़ों के संत विचार विमर्श करेंगे।

 

 

 

 

 

 

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में PM-पोषण योजना समेत केंद्रीय कैबिनेट ने लिए कई बड़े फैसले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में हुई।केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को इन फैसलों की जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि कैबिनेट ने एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (ईसीजीसी) के स्टॉक एक्सचेंज में आईपीओ के जरिए लिस्टिंग करने को भी मंजूरी दी है। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई नए फैसलों की घोषणा की गई।

बच्चों को दिए जाने वाले मिड-डे मिल योजना के बारे में बताते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि देश में लगभग 11.2 लाख से ज्यादा सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को दोपहर का खाना दिया जाएगा। पांच साल तक चलने वाली इस योजना में 1.31 लाख करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि अभी जो मिड-डे मिल योजना चल रही है, उसे भी पीएम-पोषण योजना में ही शामिल करने का फैसला लिया गया है। अनुराग ठाकुर ने बताया कि इस योजना में राज्यों का भी सहयोग होगा लेकिन हिस्सेदारी केंद्र सरकार की ही रहेगी। इस योजना में 54 हजार करोड़ केंद्र और लगभग 32 हजार करोड़ रुपए राज्य सरकारें खर्च करेंगी।

वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि कैबिनेट ने एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन के स्टॉक एक्सचेंज में आईपीओ के जरिए लिस्टिंग की जा सकेगी। अगले साल तक इसे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट कर दिया जाएगा। केंद्र सरकार भी ईसीजीसी में अगले पांच वर्षों तक 4400 करोड़ रुपए तक का निवेश करेगी। इससे देशभर में 2.6 लाख रोजगार समेत 59 लाख नौकरियां पैदा होने की संभावना है। चीन से आने वाले सेब पर इम्पोर्ट ड्यूटी घटाने के सवाल पर पीयूष गोयल ने बताया कि फिलहाल ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है। चीन से आने वाले सेब पर इम्पोर्ट ट्यूटी घटाने वाली बाते निराधार हैं।बच्चों को दिए जाने वाले मिड-डे मिल योजना के बारे में बताते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि देश में लगभग 11.2 लाख से ज्यादा सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को दोपहर का खाना दिया जाएगा। पांच साल तक चलने वाली इस योजना में 1.31 लाख करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि अभी जो मिड-डे मिल योजना चल रही है, उसे भी पीएम-पोषण योजना में ही शामिल करने का फैसला लिया गया है। अनुराग ठाकुर ने बताया कि इस योजना में राज्यों का भी सहयोग होगा लेकिन हिस्सेदारी केंद्र सरकार की ही रहेगी। इस योजना में 54 हजार करोड़ केंद्र और लगभग 32 हजार करोड़ रुपए राज्य सरकारें खर्च करेंगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सात अक्टूबर को आएंगे उत्तराखंड, सात अक्टूबर पीएम मोदी के लिए ऐतिहासिक हैं, केदारनाथ में तैयारियां तेज

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सात अक्टूबर को उत्तराखंड आएंगे। इस साल का सात अक्टूबर का दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए ऐतिहासिक रहने वाला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सात अक्टूबर को संवैधानिक पद पर रहने के 20 साल पूरे करने जा रहे हैं। सूत्रों के मूताबिक इस दिन पीएम उत्तराखण्ड के दौरे पर रहेंगे और संभावना है कि इस ऐतिहासिक दिन को ही वह केदारधाम जाकर भगवान शिव का आशीर्वाद लेंगे।भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि प्रदेश भाजपा जल्द प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को अंतिम रूप देगी। कौशिक के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी देहरादून के जालीग्रांट एयरपोर्ट के नए टर्मिनल और ऋषिकेश एम्स में आक्सीजन प्लांट का लोकार्पण कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री के दौरे के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि पीएम मोदी के उत्तराखंड के दौरे पर आने की संभावना है। अभी सरकार के पास उनका मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम आना बाकी है।वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे को ध्यान में रखते हुए केदारनाथ में तैयारियां तेज कर दी गई हैं।पीएम मोदी उत्तराखंड के दौरे के दौरान केदारनाथ के दर्शन कर राज्य के नेताओं से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी ने इससे पहले 2019 में केदारनाथ मंदिर का दौरा किया था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नवंबर में 120 मेगावाट की व्यासी जल विद्युत परियोजना का उद्घाटन करने के साथ ही लखवाड़ जल विद्युत परियोजना का शिलान्यास कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक व्यासी परियोजना का कार्य अब अंतिम चरण में है और सरकार प्रधानमंत्री के हाथों इसका उद्घाटन कराना चाहती है। इसी के दृष्टिगत कसरत की जा रही है। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और ऊर्जा मंत्री डा हरक सिंह रावत ने इन परियोजनाओं की जद में आने वाले ग्रामीणों के पुनर्वास के सिलसिले में मंगलवार को अधिकारियों के साथ मंथन किया।

यमुना नदी पर व्यासी जल विद्युत परियोजना का निर्माण कार्य 2009 में शुरू हुआ था, जो अब पूरा होने को है। इसके साथ ही सरकार ने इसकी नजदीकी लखवाड़ जल विद्युत परियोजना का कार्य शुरू कराने की भी कवायद शुरू की है। इस बीच दोनों परियोजनाओं की जद में आ रहे ग्रामीणों के विस्थापन एवं पुनर्वास के मसलों का भी समाधान होना है। सूत्रों के मुताबिक स्थानीय ग्रामीण भूमि के बदले भूमि चाहते हैं, लेकिन ऐसा करना बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य है। ऐसे में सरकार की मंशा ये है कि प्रभावित होने वाले ग्रामीणों को उचित मुआवजा दिया जाए। सूत्रों ने बताया कि इन परियोजनाओं के पुनर्वास के सिलसिले में अधिकारियों से सभी पहलुओं पर विचार कर ठोस प्रस्ताव सरकार के समक्ष रखने के निर्देश दिए गए हैं।

सात अक्टूबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए क्यों है खास
नरेंद्र मोदी ने सात अक्टूबर 2001 को गुजरात में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सात अक्टूबर को संवैधानिक पद पर रहने के 20 साल पूरे करने जा रहे हैं।मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री पद तक का सफर कामयाबी के साथ तय करने वाले मोदी अब तक कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके है। वह सबसे ज्यादा दिन प्रधानमंत्री पद पर रहने वाले पहले गैर-कांग्रेसी नेता हैं। उनसे पहले यह रिकॉर्ड अटल बिहारी वाजपेयी के नाम था। 7 अक्टूबर 2001 को सीएम बनने के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और वह लगातार 4 बार गुजरात के सीएम रहे।मोदी 22 मई 2014 तक लगातार 12 साल 227 दिन राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यरत रहे, जो गुजरात में किसी एक मुख्यमंत्री का सबसे लंबा कार्यकाल है।

गुजरात मे मोदी के कामकाज का नतीजा था कि 2013 से ही बीजेपी और देश मे में उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग उठने लगी। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भारी मांग को देखते हुए बीजेपी ने उस तत्कालीन सीएम मोदी को पीएम पद का चेहरा बना दिया। मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने चुनाव रिकॉर्ड सीटों के साथ जीता। 26 मई 2014 को मोदी देश के 14वें प्रधानमंत्री बने। केंद्र की सत्ता में आने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ लगातार बढ़ता गया। न केवल देश बल्कि विदेशों में भी मोदी की लोकप्रियता बढ़ी। 2019 के लोकसभा में भी बीजेपी मोदी के नेतृत्व में चुनाव में रिकॉर्ड सीटों के साथ फिर जीती।पीएम नरेंद्र मोदी फिर 30 मई 2019 को वह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने।

मसूरी में एक कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत बोले, नालायकों-बेवकूफों के हाथों में सौंप दिया है उत्तराखंड

देहरादून:- मसूरी नगर पालिका परिषद में उत्तराखंड पर्यटन और तीर्थाटन संरक्षण समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत शामिल हुए। इस दौरान कॉमरेड शिव प्रसाद देवली ने उनके सामने ही बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा नालायकों-बेवकूफों के हाथों में सौंप दिया उत्तराखंड, अपनी साफगोई को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्होंने कहा कि ‘आज अलग राज्य के लिए प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों की आत्मा भी रोती होगी कि हमने इन नालायकों और बेवकूफों के हाथों में उत्तराखंड को सौंप दिया है।’

मंगलवार को कैबिनेट मंत्री नगरपालिका सभागार में कामरेड वीरेंद्र भंडारी को श्रद्धांजलि देते हुए भावुक हो गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी उत्तराखंड का वैसा विकास नहीं हुआ, जिसकी उम्मीद की गई थी। हरक ने उदाहरण दिया कि अविभाजित उत्तर प्रदेश में मसूरी और नैनीताल प्रसिद्ध पर्यटक स्थल थे। ये पर्यटक स्थल भी किसी सरकार ने नहीं, बल्कि तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने विकसित किए थे। उन्होंने कहा कि न तो उत्तर प्रदेश और ना ही उत्तराखंड में कोई नया पर्यटक स्थल विकसित किया गया। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। कहा कि यदि हम सही मायनों में उत्तराखंड के हितैषी हैं तो हमें उन आत्माओं को रोने से रोकना होगा।

शिव प्रसाद देवली ने बीजेपी सरकार पर साधा निशाना

इसमें शामिल कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत के सामने ही कॉमरेड शिव प्रसाद देवली ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा बीजेपी ने प्रदेश को नालायक सीएम दिए हैं। प्रदेश पर बीजेपी ने सीएम को थोपने का काम किया है। वहीं, डॉ हरक सिंह रावत को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि राजनीति में अनुभवी लोग ही प्रदेश का विकास कर सकते हैं।

वहीं, सरकार और पूर्व मुख्यमंत्रियों को निशाना बनाए जाने पर हरक सिंह रावत ने कोई आपत्ति नहीं दर्ज की, बल्कि वो मंच पर मुस्कुराते दिखे। ऐसे में उनकी पार्टी और सरकार से नाराजगी फिर से होती दिख रही है। बीजेपी अपनी इस सरकार में दो मुख्यमंत्री बदल चुकी है। तीसरे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अभी कुर्सी पर हैं।

मुख्यमंत्रियों को बताया नालायक

प्रदेश को बीजेपी द्वारा तीन नालायक मुख्यमंत्री देने के बयान पर हरक सिंह रावत ने बचाव करते हुए कहा उनके द्वारा नालायक शब्द का इस्तेमाल सभी लोगों के लिए किया है, उसमें पत्रकार भी नालायक हो सकते हैं, वह स्वयं नालायक हैं उनका कहना है कि राज्य के निर्माण के लिए, देश के प्रदेश के सभी लोगों ने संघर्ष और बलिदान दिया और जिन्होंने अपनी जान की आहुति दी उनकी आत्मा देख रही होगी और कहा कि हमारे सपनों को उत्तराखंड को बनने पर नालायकों ने पूरा नहीं किया। उसमें वह स्वयं भी नालायक है क्योंकि उनके द्वारा शहीदों के सपनों को पूरा नहीं कर पाए।

उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र है, कौन क्या कह रहा है, मैं इस हेरफेर में नहीं फंसना चाहता हूं। लेकिन सभी को किसी भी बात को कहने में शब्दों का प्रयोग बहुत संभलकर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को जोश में होश नहीं खोना चाहिए। उन्होंने कहा कि नालायक उनके द्वारा स्वयं को पत्रकारों के साथ प्रदेश के सभी लोगो को कहा है।