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केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जलपाईगुड़ी में गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस के दुर्घटना स्थल का दौरा किया, मरने वालों की संख्या बढ़कर 9 हुई

पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के मयनागुड़ी स्थित दोमहनी के पास गुरुवार शाम पांच बजे के करीब बीकानेर एक्सप्रेस की 12 बोगियां बेपटरी होने से मरने वालों की संख्या अब 9 पहुंच गई है। इस हादसे में चार-पांच बोगी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी।

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जलपाईगुड़ी में गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस के दुर्घटना स्थल का दौरा किया। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ये बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जांच शुरू कर दी गई है। प्रधानमंत्री लगातार इसकी निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह लगातार प्रधानमंत्री को जानकारी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह दुर्घटना स्थल पर इसलिए आए हैं ताकि मामले के मूल कारण का पता चले और इस तरह की घटना की कभी पुनरावृत्ति न हो।

प्रधानमंत्री ने बंगाल की सीएम से ली हादसे की जानकारी                                                          प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत कर घटना की जानकारी ली थी। वहीं, मुख्यमंत्री ममता ने अधिकारियों को घायलों को जल्द से जल्द उपचार मुहैया कराने का निर्देश दिया था। जानकारी के अनुसार अंधेरा व घने कोहरे की वजह से राहत व बचाव कार्य में मुश्किल आई। एनडीआरएफ की दो टीमों को इसमें तैनात किया गया था।

पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में बीकानेर-गुवाहाटी ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस रेल हादसे में 31 लोगों के घायल होने की सूचना है। गुरुवार को शाम करीब पांच बजे बीकानेर से गुवाहाटी जा रही इस एक्सप्रेस ट्रेन के करीब 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इससे पहले उत्तर बंगाल के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) डीपी सिंह ने कहा था कि कुछ यात्री देर रात तक बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के दो डिब्बों के अंदर फंसे हुए थे। हालांकि, उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।

केंद्रीय मंत्री जॉन बारला ने नौ यात्रियों के मरने की सूचना दी है। उन्होंने कहा, ”बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है। बचाव कार्य समाप्त हो गया है।

36 घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। यात्रियों को विशेष ट्रेन से गुवाहाटी भेजा गया। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है, जिला अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है।

इस हादसे में कम से कम 40 अन्य घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। सात यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें सिलीगुड़ी के उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।

इस बीच केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के आज सुबह करीब नौ बजे न्यू मयनागुरी में दुर्घटनास्थल पर पहुंचने की संभावना है। वह गुरुवार देर रात हावड़ा पहुंचे और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक विशेष ट्रेन से उत्तर बंगाल के लिए रवाना हुए।

जलपाईगुड़ी जिले की जिला मजिस्ट्रेट मौमिता गोदारा बसु ने कहा, “आठ लोग मारे गए हैं। सात यात्रियों की हालत नाजुक बचाव कार्य पूरा कर लिया गया है और पटरियों की मरम्मत का काम जारी है। विशेष ट्रेनों और बसों की व्यवस्था की गई ताकि शेष यात्री अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।”

प्रधानमंत्री ने इससे पहले स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने दुर्घटना में मारे गए लोगों के लिए अनुग्रह राशि बढ़ाने की भी घोषणा की। रेल मंत्री अश्विणी वैष्ण आज घटनास्थल पर जाएंगे। इसकी जानकारी उन्होंने कल खुद दी थी।

रेल हादसे में मुआवजे की घोषणा
भारतीय रेलवे ने डोमोहानी के पास हुई इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के सदस्यों के लिए 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। वहीं गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपए और जिन्हें कम चोटें आई हैं, उन्हें 25 हजार रुपए की आर्थिक मदद की जाएगी।आपको बता दें घायलों को जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल और न्यू मोइनागुडी जिला अस्पताल ले जाया गया था।

एऩडीआरएफ और बीएसएफ ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने जलपाईगुड़ी जिले में गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस (15633) के कई डिब्बे पटरी से उतरने के बाद फंसे यात्रियों को बचाने के लिए दो टीमों के साथ रेक्स्यू ऑपरेशन चलाया जो देर रात करीब 2:30 बजे तक चली। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बीएसएसफ को भी मदद के लिए मौके पर भेजा गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुरुवार को  मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे, कोरोना के हालातों की होगी समीक्षा

देश में कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुरुवार को कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ शाम 4.30 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक करेंगे। इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।  मुख्यमंत्रियों से कोविड-19 के पैदा हुई नई परिस्थितियों पर वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा करेंगे। बैठक में राज्यों में कोरोना की स्थिति पर चर्चा होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते रविवार को उच्‍चाधिकारियों के साथ एक बैठक की थी और महामारी से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया था।

देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर बेकाबू होती जा रही है। कोरोना संक्रमण के आज रिकार्ड मामले सामने आए हैं। बीते 24 घंटे में कोरोना के लगभग ढाई लाख मामले दर्ज किए गए हैं। इस दौरान 84,825 लोग ठीक भी हुए हैं। कोरोना की तीसरी लहर में पहली बार कोरोना के नए मामले दो लाख से ज्यादा आए हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बीते 24 घंटे में कोरोना के कुल 2,47,417 नए मामले आए हैं। इसके साथ ही देश में अब एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 11,17,531 हो गई है। वहीं, देश में दैनिक पाजिटिविटी रेट अब 13.11% हो गया है।

पीएम मोदी ने  बुलाई सीएम की बैठक, क्या फिर से लॉकडाउन लगेगा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  की राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद देश में प्रतिबंधों को और कड़े किए जा सकते हैं। संभवत: इस बैठक में लॉकडाउन पर भी विचार किया जा सकता है। लेकिन अंतिम निर्णय पीएम मोदी ही ले सकेंगे। नई दिल्ली, महाराष्ट्र ,पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं।

बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना
इस बैठक के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर, आईसीयू (ICU), पीएसए संयत्र, ऑक्सीजन बेड, आईटी हस्तक्षेप, मानव संसाधन, और टीकाकर की स्थिति पर समीक्षा की जा सकती है।

संसद भवन के 718 कर्मचारी कोरोना संक्रमित
सूत्रों के अनुसार अब तक संसद भवन के 718 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। खतरे को देखते हुए अब संसद के दोनों सदनों को शिफ्ट में बुलाने पर विचार किया जा रहा है। दोनों सचिवालयों को एक प्रस्ताव भेजा है जिसमें प्रस्ताव दिया गया है कि संसद के बजट सत्र के आगामी पहले भाग में सदनों को शिफ्ट के हिसाब से चलाया जाए।

उत्तराखंड में एक दिन में मिले 2915 नए मरीज

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ती ही जा रही है। बुधवार को राज्य में 2915 नए मरीज मिले और तीन संक्रमितों की मौत हो गई। राज्य में कोरोना संक्रमण की दर 11.29 प्रतिशत के चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई है। इससे पहले राज्य में 26 मई 2021 को 2991 नए मरीज मिले थे। तब के बाद से राज्य में बुधवार को एक दिन में सबसे अधिक मरीज मिले हैं।

स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार बुधवार को देहरादून में सर्वाधिक 1361, नैनीताल में 424, हरिद्वार में 374, यूएस नगर में 217, अल्मोड़ा में 85, बागेश्वर में 34, चमोली में 27, चम्पावत में 119, पौड़ी में 131, पिथौरागढ़ में 70, रुद्रप्रयाग में नौ, टिहरी में 63 और उत्तरकाशी में एक व्यक्ति में कोरोना संक्रमण पाया गया है।

एम्स ऋषिकेश में एक, नैनीताल में एक जबकि पौड़ी के कोटद्वार अस्पताल में एक मरीज की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या तीन लाख 57 हजार 219 हो गई है। जबकि अभी तक कुल 7433 मरीजों ने कोरोना संक्रमण के बाद अपनी जान गंवाई है। बुधवार को राज्य के विभिन्न अस्पतालों व होम आईसोलेशन से 1335 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया जिससे एक्टिव मरीजों की संख्या 8018 हो

उत्तराखंड में कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपध्याय को चुनाव संबंधित समितियों समेत सभी पदों से हटाया गया , बीजेपी नेताओं से संपर्क का आरोप 

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव शुरू होते ही राजनीतिक गहमा गहमी तेज हो गई।उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी कांग्रेस की ओर से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पर कार्रवाई की गई है। पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को सभी पदों से हटा दिया है। उनको लेकर पिछले कुछ दिनों से बीजेपी नेताओं के संपर्क में होने की चर्चाएं चल रही थीं। किशोर उपाध्याय पिछले कई दिनों से बीजेपी नेताओं के संपर्क में हैं। इसके लिए उन्हें पार्टी की तरफ से लगातार कई वॉर्निंग भी दी गई थी। बावजूद इसके वो अभी भी बीजेपी नेताओं से मिल रहे थे।

प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने चार जनवरी की रात भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार से मुलाकात की थी। इस दौरान वहां केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी भी मौजूद थे। इस मुलाकात के बाद किशोर उपाध्याय के भाजपा में जाने की चर्चाएं तेज हो गईं थीं।

किशोर उपाध्याय ने अटकलों को किया खारिज हालांकि किशोर उपाध्याय ने बीजेपी में जाने की खबरों को सिर्फ अफवाह करार दिया था और इन्हें खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि वो अपने वनाधिकार आंदोलन को लेकर अलग-अलग नेताओं से मुलाकात कर रहे थे, क्योंकि वह चाहते थे कि उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव पहाड़ी राज्य की चिंताओं पर लड़ा जाए।

किशोर उपाध्याय ने कहा था कि ऐसी अफवाहों पर ध्यान नहीं दिया जाए कि मैं बीजेपी में जा रहा हूं। भले ही किशोर उपाध्याय ने इन खबरों को खारिज कर दिया हो, लेकिन चुनावी मौसम में भाजपा नेताओं के साथ उनकी मुलाकात राज्य के सियासी पारे को बढ़ा चुकी है।

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और पूर्व सीएम हरीश रावत के बीच भी कई तरह के मतभेद चल रहे थे। उनकी गतिविधियों को देखते हुए बुधवार को कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को चुनाव संबंधित समितियों समेत सभी पदों से हटा दिया है। इस संबंध में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने आदेश जारी कर दिया है। इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस के भीतर हलचल तेज हो गई है।संगठन की ओर से भी पार्टी के प्रति निष्ठा से काम न करने वालों को सचेत कर दिया गया है।

उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने बागी तेवर दिखाकर पहले ही कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा चुके हैं। पिछले महीने हरीश रावत ने ट्विटर पर लगातार कई सारे ट्वीट किए थे, जिसमें उन्होंने बागी तेवर दिखाए थे। हालांकि बाद में उन्होंने अपने ट्वीट पर सफाई दी थी और कहा था कि वो कांग्रेस में ही हैं और रहेंगे। हालांकि हरीश रावत के ट्वीट को लेकर ये भी कहा गया था कि वो राजनीति से संन्यास ले सकते हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक मामले में कमेटी का गठन किया, पूर्व जस्टिस इंदू मल्होत्रा के नेतृत्व में समिति करेगी जांच

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान हुई सुरक्षा में चूक पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला लिया है। कोर्ट ने जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई है। ये कमेटी पूरी मामले की जांच करेगी। पांच सदस्यीय कमेटी में NIA के डीजी, पंजाब के डीजी सिक्योरिटी जांच कमेटी में शामिल। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को भी कमेटी में शामिल किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एक तरफा जांच के आरोपों को दूर करने के लिए जांच समिति बनाई गई है।

पंजाब सरकार और गृह मंत्रालय दोनों ने मामले की जांच के लिए अपनी-अपनी कमेटी बनाई थी, दोनों ने ही एक दूसरे की जांच पर भरोसा नहीं होने की बात कही थी।

सुप्रीम कोर्ट ने अभी अपने आदेश में समय सीमा तय नहीं की है। कोर्ट ने कहा है कि समिति जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट देगी। कमेटी ये अध्ययन करेगी कि सुरक्षा में चूक का मूल कारण क्या था? सुरक्षा को और अभेद्य बनाने के लिए और कौन कौन से उपाय किए जा सकते हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने 10 जनवरी को मामले में फैसला सुरक्षित रखा था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पीएम की सुरक्षा में चूक की हाई लेवल जांच होगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पीएम की सुरक्षा खामियों की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज द्वारा कराई जाएगी।

5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले उस समय फ्लाईओवर पर 15-20 मिनट के लिए फंसा रहना पड़ा था जब वह फिरोजपुर जा रहे थे और रास्ते में प्रदर्शनकारियों ने उनका रास्ता रोक लिया था। 15-20 मिनट इंतजार करने के बावजूद जब स्थिति नहीं सुधरी तो पीएम मोदी के काफिले को वापस लौटना पड़ा था।

कोरोना के बढ़ते मामले को देख हरिद्वार जिला प्रशासन का बड़ा फैसला, हरिद्वार में मकर संक्रांति स्नान पर पाबंदी, 24 घंटे में उत्तराखंड में 1,292 कोरोना संक्रमित नए मामले

एक तरफ कोरोना के बढ़ते मामले और एक तरफ भारतीय तीज त्योहार। व्यवस्था भी बनाना है और लोगों की भावनाओं को खयाल भी रखना है। कुछ ऐसी ही स्थिति में इस समय उत्तराखंड की सरकार है। हरिद्वार में हर साल संक्रांति पर हर कोई गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाना चाहता है। यही कारण है कि देशभर से लोग संक्राति के मौक पर गंगा स्नना के लिए आते हैं।

हरिद्वार जिले में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। रोजाना बड़ी संख्या में मामले सामने आ रहे हैं। लिहाजा जिला प्रशासन की ओर से पूरी सतर्कता बरती जा रही है। 14 जनवरी मकर संक्राति पर बड़ी संख्या में स्थानीय और दूसरे राज्यों के श्रद्धालु गंगा स्नान को पहुंचते हैं। कोरोना की तीसरी लगहर और संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने सोमवार शाम आदेश जारी कर मकर संक्राति स्नान को प्रतिबंधित कर दिया है।

कोरोना वायरस महामारी देश में अब तेजी से पैर पसार रही हैं, इसी के मद्देनजर एहतियात के तौर पर उत्तराखंड की हरिद्वार जिला प्रशासन ने बड़ी घोषणा की है। हरिद्वार के डीएम विनय शंकर ने मंगलवार को बताया कि हरिद्वार जिला प्रशासन ने 14 जनवरी को ‘मकर संक्रांति’ पर पवित्र स्नान करने वाले भक्तों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।

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हरकी पैड़ी क्षेत्र में श्रद्धालु और स्थानीय नागरिकों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। दूसरे जिले और राज्यों से आने वाले श्रद्धालु को किसी भी स्थिति में अनुमति प्रदान नहीं की जाएगी। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने बताया कि इसका उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी। बताया कि जिले में रात्रि कर्फ्यू रात दस बजे से सुबह छह बजे तक प्रभावी रहेगा। उन्होंने अधीनस्थों को आदेशों का कड़ाई से पालन कराने को कहा है।

उत्तराखंड में 24 घंटे में कोरोनावायरस के 1,292 नए मामले सामने आए हैं। वहीं इस वायरस की चपेट में आकर 5 लोगों की जान चली गई है, जबकि 294 लोग पूरी तरह से ठीक होकर डिस्चार्ज हुए हैं। इस संख्या के बाद उत्तराखंड में कोविड सक्रिय मामलों का नंबर 5009 तक पहुंच गया है। राज्य में कोरोना पॉजिटिविटी दर 7.57 प्रतिशत है।ओमीक्रोन के खतरे के बीच कोरोना के ये आंकड़े काफी चिंताजनक है।

कोरोना संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक, कोरोना के हालात की होगी समीक्षा

पिछले कुछ दिनों में कोरोना के नए मामलों में तेजी से उछाल आया है। देश में अब कोरोना संक्रमण की स्थिति विस्फोटक हो चुकी है। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र सरकार भी लगातार नजर बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी आज सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार दोपहर मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में कोरोना संक्रमण के ताजा हालातों को लेकर चर्चा होगी। ये बैठक दोपहर चार बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश में कोरोना महामारी की स्थिति की समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। प्रधानमंत्री ने देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति की समीक्षा बैठक में ओमिक्रॉन वैरिएंट के चलते बढ़ रहे कोविड मामलों के मद्देनजर तैयारियों पर विशेष ध्यान दिए जाने का निर्देश दिया।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि समीक्षा बैठक के दौरान, पीएम मोदी ने जिला स्तर पर पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से इस संबंध में राज्यों से समन्वय बनाए रखने को कहा।

पीएम ने मिशन मोड में किशोरों के लिए वैक्सीन अभियान को और तेज करने का आग्रह किया। पीएम ने निर्देश दिया कि जिन जोन में ज्यादा मामले पाए जा रहे हैं वहां गहन नियंत्रण और सक्रिय निगरानी जारी रहनी चाहिए और वर्तमान में उच्च मामलों की रिपोर्ट करने वाले राज्यों को आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान की जानी चाहिए।

बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने देश-विदेश में ओमिक्रोन वैरिएंट के कारण कोरोना के बढ़ते मामलों की जानकारी दी। उन्होंने इस वैरिएंट की संक्रामकता और गंभीरता को लेकर दुनिया भर के अनुभवों को भी साझा किया।

24 घंटे में कोरोना के नए मामलों में कमी देखने को मिली है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सोमवार को कोरोना के 1,68,063 नए मामले सामने आए हैं जबकि 9 जनवरी को 1 लाख 79 हजार 723 नए मामले सामने आए थे। देश में कोरोना के एक्टिव मरीज बढ़कर 8,21,446 हो गए हैं।

हरीश रावत ने सरकार पर लगाया चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप, आचार संहिता के बाद हो रहे ट्रांसफर-पोस्टिंग

पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने सरकार पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया। उन्‍होंने कहा बैकडेट पर तबादले और राजनीतिक नियुक्तियां की गईं। चुनाव आयोग से शिकायत की गई। उन्‍होंने आबकारी व तबादलों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।

आचार संहिता लागू होने के बाद गंभीर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा- ‘मैं इलेक्शन कमीशन उत्तराखंड के संज्ञान में लाना चाहता हूंँ, ये उत्तराखंड सचिवालय में क्या हो रहा है? आचार संहिता लगने के बाद भी बैक डेट में ट्रांसफर्स हो रहे हैं। प्रवक्ताओं और शिक्षकों के पदों पर बड़ी मात्रा में RSS से जुड़े हुए लोगों के ट्रांसफर्स हुये हैं।’

हरीश रावत के इस आरोप के बाद उत्तराखंड में बीजेपी सरकार पर सवाल उठने लगे हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी को कांग्रेस सीधे निशाने पर ले रही है। कांग्रेस ने इसको लेकर चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग की है। कांग्रेस का कहना है कि चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करना कानूनी रूप से गलत है और इस पर कार्रवाई की जानी चाहिए। बैक डेट में सरकार की तरफ से लगातार कई विभागों में ट्रांसफर पोस्टिंग चल रही है।

उत्तराखंड में 24 घंटे में 1413 कोरोना के नए केस,एक की मौत

साल 2022 के शुरुआती महीने से ही कोरोना ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। अब तक कई राज्य इस महामारी की चपेट में आ चुकी है। पहाड़ों में भी कोविड संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है।उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1413 नए मामले सामने आए हैं, जबकि एक की मौत गई है। वहीं 482 संक्रमित मरीज ठीक हुए हैं। नए केस के बाद उत्तरखंड में सक्रिय मामलों की संख्या 4118 हो गई है।प्रदेश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 7.79 प्रतिशत है। उत्तराखंड में रिकवरी रेट वर्तमान में 94.80  प्रतिशत है।

उत्तराखंड में रविवार को कोरोना के 1413 नए मरीज मिले और एक संक्रमित की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या तीन लाख पचास हजार को पार कर गई है। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 7424 हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार रविवार को राजधानी देहरादून में सर्वाधिक 505 नए कोरोना मरीज मिले हैं।

हरिद्वार में 299, नैनीताल में 139 और पौड़ी गढ़वाल में 149 जबकि यूएस नगर में 203 नए मरीज मिले हैं। इसके अलावा अल्मोड़ा में 21, बागेश्वर में तीन, चमोली में 34, चम्पावत में 12, पिथौरागढ़ में आठ, रुद्रप्रयाग में 12, टिहरी में 22, उत्तरकाशी में आठ नए मरीज मिले हैं। राज्य के विभिन्न अस्पतालों व होम आईसोलेशन से 482 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया जिससे राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या 4118 हो गई है।

पूरे देश की बात करें तो पिछले  24 घंटों में कोरोना के 1,59,632 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इस दौरान 40,863 लोग डिस्चार्ज हुए और 327 लोगों की मौत दर्ज की गई।

उत्तराखंड में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1560 नये मामले सामने आए थे। ये आंकड़ें पिछले साल 29 मई के बाद सबसे अधिक है, जब एक दिन में 1687 लोग संक्रमित पाए गए थे। यह जानकारी राज्य के कोविड नियंत्रण कक्ष ने दी। कोविड नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में शुक्रवार को उपचाराधीन मरीजों की संख्या 814 है। इस दौरान देहरादून जिले में सबसे अधिक 537 मामले आए। उसके बाद नैनीताल में 404, हरिद्वार में 303, पिथौरागढ़ में 82, अल्मोड़ा में 52 और चंपावत जिले में 46 नए मामले आए।

एक लाख 58 हजार युवा पहली बार डालेंगे वोट, जानिए उत्‍तराखंड विधानसभा चुनाव का पूरा कार्यक्रम, नामांकन समेत कितने वोटर, वोटर आईडी के वैकल्पिक दस्तावेज

भारत निर्वाचन आयोग ने एक जनवरी 2022 के आधार पर तैयार वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन कर दिया है। प्रदेश की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन किया। आयोग ने पहले एक नवंबर को वोटर लिस्ट का प्रारंभिक प्रकाशन करते हुए, लोगों से इस पर दावे आपत्तियां मांगी थी। सीईओ सौजन्या ने बताया कि एक से 30 नवंबर के बीच चले विशेष अभियान के दौरान आयोग को नए मतदाता बनने के लिए 3,60,686 लाख आवेदन प्राप्त हुए।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि नवंबर में जब मतदाता सूची का प्रकाशन किया गया था, उस वक्त प्रदेश में 18 से 19 आयुवर्ग के मतदाताओं की संख्या 46 हजार 765 थीं। विशेष अभियान चलाया गया, जिसके बाद अब ऐसे युवा मतदाताओं की संख्या एक लाख 58 हजार आठ पर पहुंच गई है।

नवंबर के मुकाबले किस जिले में कितने वोटर बढ़े
जिला- बढ़े वोटर
उत्तरकाशी- 8050
चमोली- 5905
रुद्रप्रयाग- 4640
टिहरी गढ़वाल- 22,721
देहरादून- 73,426
हरिद्वार- 55,639
पौड़ी गढ़वाल- 13,832
पिथौरागढ़- 10,872
बागेश्वर- 3621
अल्मोड़ा- 7563
चंपावत- 5778
ऊधमसिंह नगर- 70,242

उत्तराखंड विधानसभा की 70 सीटों पर चुनाव का बिगुल बज चुका है। राजनैतिक दल, वोटरों को रिझाने में जुट गए हैं। कोविड महामारी के लगातार बढ़ते प्रकोप के बीच चुनाव आयोग हर चुनौती से निपटने को तैयार है। उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने उत्तराखंड चुनाव आचार संहिता लागू करने की जानकारी दी। आइए, जानते हैं उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से जुड़ी रोचक जानकारी।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले चरण के मतदान होंगे, दूसरे चरण में 14 फरवरी को उत्तर प्रदेश के साथ पंजाब में एक चरण, उत्तराखंड में एक चरण, गोवा में एक चरण में मतदान पूरे होंगे।

उत्‍तराखंड विधानसभा चुनाव का पूरा कार्यक्रम

नोटिफि‍केशन जारी होगा: 21 जनवरी (शुक्रवार) 2022 को

नामांकन की अंतिम तारीख: 28 जनवरी (शुक्रवार) 2022

नामांकन पत्रों की जांच: 29 जनवरी (शनिवार) 2022

उम्‍मीदवारी का नामांकन वापस लेने की तारीख: 31 जनवरी (सोमवार)

मतदान की तारीख: 14 फरवरी 2022

मतगणना: 10 मार्च 2022

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि पांच जनवरी को प्रकाशित होने वाली मतदाता सूची के अनुसार राज्य में 81.43 लाख मतदाता हैं। इस वर्ष इसमें 1.98 लाख नए महिला और 1.06 लाख पुरुष मतदाता जुड़े हैं। 18 से 19 वर्ष की आयु के मतदाताओं की संख्या 1.10 लाख है, जबकि 80 वर्ष से अधिक आयु के 1.43 लाख मतदाता हैं। दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 66648 हो गई है, जबकि सर्विस मतदाता 93935 हैं।

उत्तराखंड के किस जिले में कितने वोटर
उत्तरकाशी : 2,35,427
चमोली : 2,98,715
रुद्रप्रयाग : 1,92,724
टिहरी : 5,29,865
देहरादून : 14,81,874
हरिद्वार : 14,17,026
पौड़ी : 5,77,117
पिथौरागढ़ : 3,81,581
बागेश्वर : 2,16,765
अल्मोड़ा : 5,38,826
चंपावत : 2,03,151
नैनीताल : 7,72,912
ऊधमसिंह नगर : 12,99,939

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के बारे में 
◆ उत्तराखंड में सबसे ज्यादा महिला वोटर देहरादून जिले में हैं, जिनकी संख्या 7,05,658 है।
◆ सबसे कम महिला वोटर चंपावत में हैं, जिनकी संख्या 9,7,061 है।
◆ प्रदेश में सर्वाधिक 22,23,070 वोटर 30 से 39 आयु वर्ग के हैं जबकि सबसे कम 1,58,008 वोटर 18 से 19 आयु वर्ग के हैं।
◆ 80 प्लस आयु वर्ग के प्रदेश में 1,58,742 वोटर हैं, जिनमें सर्वाधिक 90 हजार 314 महिलाएं और 68 हजार 428 पुरुष हैं।
◆ प्रदेश में 68, 478 दिव्यांग वोटर हैं, जिनमें 43,672 पुरुष और 24,805 महिला मतदाता हैं।
◆ सबसे अधिक 14, 81,874 वोटर देहरादून जिले में और सबसे कम 1,92,724 रुद्रप्रयाग जिले में हैं।

आचार संहिता लगने का ये होगा असर
◆ सार्वजनिक उद्घाटन, शिलान्यास बंद
◆ नए कामों की घोषणा या टेंडर नहीं
◆ संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में नहीं होंगे शासकीय दौरे
◆ सरकारी वाहनों में नहीं लगेंगे सायरन
◆ सरकार की स्वीकृति बंद
◆ सरकार की उपलब्धियों वाले होर्डिंग्स नहीं
◆ उपलब्धियों वाले लगे हुए होर्डिंग्स हटाए जाएंगे
◆ सरकारी भवनों में पीएम, सीएम, मंत्री, राजनीतिक व्यक्तियों के फोटो निषेध रहेंगे
◆ सरकार की उपलब्धियों वाले प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और अन्य मीडिया में विज्ञापन नहीं दे सकेंगे

वोटर आईडी के वैकल्पिक दस्तावेज
आधार कार्ड
मनरेगा जॉब कार्ड
बैंक / डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक
श्रम मंत्रालय की योजना के अन्तर्गत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड
ड्राईविंग लाइसेंस पेन कार्ड
एनपीआर के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड
भारतीय पासपोर्ट
फोटोयुक्त पेंशन अभिलेख
केन्द्र / राज्य सरकार / सार्वजनिक उपक्रमों और सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों कर्मचारियों को जारी फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र
सांसदों / विधायकों / एमएलसी को जारी किये गये आधिकारिक पहचान-पत्र

कोविड के लिए लागू होंगे नियम
आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव आयोग की ओर से कोविड से बचाव के नियम भी लागू किए जाएंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि इसमें प्रत्याशियों के नामांकन से लेकर उनकी रैलियों, काफिलों पर भी सख्ती लागू होगी।

चुनाव आयोग ने 15 जनवरी तक जनसभाओं और रोडशो पर रोक लगाई, येे हैं अहम निर्देश

  • देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति को देखते हुए पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव
    चुनाव आयोग ने कोविड के चलते आगामी 15 जनवरी तक जनसभाओं, साइकिल एवं बाइक रैली और पदयात्राओं पर रोक लगा दी है।
  • मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि 15 जनवरी के बाद स्थिति का जायजा लेने के उपरांत आयोग आगे का निर्णय लेगा।
  • आयोग ने फैसला किया है कि 15 जनवरी तक लोगों की शारीरिक रूप से मौजूदगी वाली कोई जनसभा (फिजिकल रैली), पदयात्रा, साइकिल रैली, बाइक रैली रोडशो की अनुमति नहीं होगी।
  •  चुनाव आयोग कोविड महामारी की स्थिति की समीक्षा करेगा और इसके मुताबिक निर्देश जारी करेगा।
  • रात 8:00 बजे से सुबह बजे के बीच कोई सभा नहीं होगी।
  • सार्वजनिक सड़कों पर कोई नुक्कड़ सभा नहीं होगी।
  • चुनाव नतीजों के बाद कोई विजय जुलूस नहीं निकाला जाएगा।
  • सभी राज्यों को यह हलफनामा देना होगा कि वे सभी दिशानिर्देशों का पालन करेंगे।
  • कोविड दिशानिर्देशों का पालन नहीं करने वाले कानूनी कार्रवाई के भागी होंगे।
  • मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा डिटिजल चुनाव प्रचार हो।
  • सभी मतदान केंद्रों पर सैनिटाइजर और मास्क जैसी कोविड से बचाव की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
  • कोविड की स्थिति को देखते हुए मतदाता केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
  • कोरोना प्रभावित लोगों, 80 साल से अधिक उम्र के लोगों और दिव्यांगों के लिए पोस्टल बैलट से वोट डालने की सुविधा होगी। कोरोना नियमों के साथ चुनाव कराये जाएंगे। पोलिंग स्टेशन में 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। know Your Candidate एप भी बनाया गया है, जिसमें प्रत्याशियों के बारे में सभी डिटेल होगी।

प्रदेश में छह हजार पोलिंग बूथ ऐसे हैं, जहां कोई वाहन नहीं ला सकता। इन बूथों पर पोलिंग पार्टियों को पैदल ही पहुंचना होगा। 4700 बूथ ऐसे हैं, जहां सीधे वाहन जा सकता है। विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले प्रदेश में चुनाव आयोग के लिए मतदान कराना भी एक बड़ी चुनौती है। इस चुनौती से पार पाने के लिए तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि प्रदेश में कुल 11 हजार 647 पोलिंग बूथ हैं। इनमें से करीब 4700 बूथ ऐसे हैं, जहां सड़क परिवहन यानी सीधे वाहन पहुंचने की सुविधा है। बाकी 5,947 बूथ ऐसे हैं, जिनके लिए पोलिंग पार्टियों को कच्चे रास्तों या पगडंडियों से गुजरना पड़ेगा। 135 बूथ ऐसे हैं, जहां पोलिंग पार्टियों को दो किलोमीटर से अधिक पैदल दूरी तय करनी होगी।

निर्वाचन विभाग ने प्रदेशभर में 1200 मतदाताओं की संख्या के हिसाब से पोलिंग बूथों का निर्धारण किया है, जिसके बाद करीब 500 बूथ बढ़ाए गए हैं। लेकिन इसके बाद भी अगर किसी जगह पोलिंग बूथ पर 1200 से अधिक वोटर हुए तो इस हिसाब से उसका विस्तार किया जाएगा।

उत्तराखंड में दूसरे चरण में मतदान, उत्तराखंड सहित पांच राज्यों में आचार संहिता लागू ,जानें कब होगा मतदान

उत्तराखंड में 14 फरवरी को होगी वोटिंग और 10 मार्च को होगी काउंटिंग।केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश उत्तराखंड पंजाब गोवा और मणिपुर में 18.3 करोड़ मतदाता मतदान का प्रयोग करेंगे। सभी पांचों राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू।

निर्वाचन आयोग के अनुसार पांचों राज्यों में 7 चरणों में चुनाव होंगे। पंजाब और उत्तराखंड में 14 फरवरी को होगा मतदान। मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को चुनाव होंगे 10 मार्च को पांचों राज्यों में मतगणना के बाद चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे।

उत्तराखंड विधानसभा चुनावों को देखते हुए आज शनिवार को राज्य में आचार संहिता लागू हो गई है।उत्तराखंड में 14 फरवरी को चुनाव होंगे। यह चुनाव एक चरण में होंगे। चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे। उम्मीदवारों को नामांकन ऑनलाइन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा मिलेगी। आगामी चुनावों के मद्देनजर राज्य में 21 जनवरी से नामांकन शुरू होंगे। उम्मीदवार 28 जनवरी तक नामांकन कर सकते हैं। वहीं 31 जवरी तक नामांकन वापस ले सकते हैं।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील च्रंदा ने चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए कहा कि 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव-2022 के लिए मतदान होगा। कहा कि कोरोना के बढ़ते केसों के बीच उत्तराखंड में 15 जनवरी तक राजनैतिक रैलियों पर रोक लगाई गई है। उत्तराखंड में दूसरे चरण में चुनाव होगा।

यूपी में सात फेज में मतदान 

पहले फेज-10 फरवरी
दूसरा फेज-14 फरवरी
तीसरा फेज- 20 फरवरी
चौथा फेज- 23 फरवरी
पांचवां फेज- 27 फरवरी
छठवां फेज- 3 मार्च
सातवां फेज- 7 मार्च

मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने पांच राज्यों के साथ उत्तराखंड विधानसभा चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की। इसके साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। चुनाव आयुक्त ने प्रदेश में चुनाव के दौरान सभी कर्मचारियों को पूरी तरह से वैक्सिनेटेड होने पर जोर दिया है। सभी कर्मचारी दोनों डोज लिए होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वैक्सिनेशन की दर भी अधिक है। साथ ही, आयुक्त ने कहा कि चुनाव के दौरान एक घंटे का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी अब अपने प्रचार पर 40 लाख रुपये तक खर्च कर सकेंगे। प्रदेश के सभी राजनीतिक दल बढ़ती महंगाई को देखते हुए खर्च की सीमा में बढ़ोतरी करने की मांग कर रहे थे। कुछ दिनों पहले उत्तराखंड में चुनावी तैयारियों का जायजा लेने आए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा से भाजपा और कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव खर्च की सीमा को बढ़ाने का मसला उठाया था।

विधानसभा में खर्च की सीमा
 2014            –                2022
विधानसभा    –  28 लाख         –                40 लाख
लोकसभा      –   70 लाख        –                95 लाख

उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान किया जा चुका है। इसी के साथ ही चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि किसी भी राज्य में रैलियों और रोड शो के आयोजन की इजाजत नहीं होगी। इसके अलावा किसी नुक्कड़ सभा का आयोजन भी सार्वजनिक स्थानों पर नहीं किया जा सकेगा। साइकिल रैली और बाइक रैली और पदयात्रा जैसी चीजों पर भी रोक रहेगी।

चुनाव आयोग ने साफ किया है कि बाइक रैली पर भी पाबंदी रहेगी। रात 8 बजे के बाद चुनाव प्रचार पर रोक रहेगी। चुनाव आयोग ने चुनावी पार्टियों से कहा है कि वो ज्यादा से ज्यादा वर्चुअल रैली या डिजीटल रैली पर जोर दें। बता दें कि यह सभी पाबंदियां 15 जनवरी तक लागू रहेगी। चुनाव आयोग ने साफ किया है कि 15 जनवरी के बाद इसकी समीक्षा की जाएगी और फिर आगे इसपर फैसला लिया जाएगा। चुनाव आयोग ने कहा है कि डोर टू डोर कैंपेन में भी 5 से ज्यादा लोग नहीं जा सकते हैं।