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यमुना घाटी में सिंधु घाटी सभ्यता काल से जुड़ी प्रतिमा उत्तरकाशी जिले से प्राप्त हुई

दून पुस्तकालय एवम् शोध केन्द्र के तत्वाधान में पुरातत्व व इतिहास के शोधार्थियों द्वारा उत्तरकाशी जिले में बर्नीगाड स्थान से लगभग 10 किमी उत्तर पूर्व में स्थित देवल गांव से पाषाण निर्मित महिष (भैंसा) मुखी चतुर्भुज मानव प्रतिमा खोज निकाली है। शोधार्थी इस प्रतिमा को सिंधु घाटी सभ्यता से प्राप्त ‘आदि शिव’ की प्रतिमा से जोड़कर देख रहे हैं। क्योंकि पूर्व में पुरातत्वविद पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर सिंधु घाटी सभ्यता एवं उत्तराखण्ड के पारस्परिक सम्बन्धों को रेखांकित कर चुके हैं। इस दुर्लभ प्रतिमा का प्रकाशन रोम से प्रकाशित प्रतिष्ठित शोध पत्रिका ईस्ट एंड वैस्ट के नवीनतम अंक में हुआ है। जो इसके पुरातात्विक महत्व को दर्शाता है।

उत्तराखण्ड की यमुना घाटी पुरासंपदा की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है। इस क्षेत्र में पूर्व से ही कालसी स्थित अशोक महान का शिलालेख जगतग्राम एवं पुरोला की अश्वमेघ यज्ञ की ईंटों की वेदियां तथा लाखामण्डल के देवालय समूह विश्वविख्यात हैं। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के तत्वावधान में पुरातत्व से जुड़े शोधार्थियों द्वारा हाल में ही इस क्षेत्र से कई अन्य महत्वपूर्ण पुरातत्त्वीय अवशेष खोजे गये हैं जो कि शोध पत्रिकाओं में प्रकाशनाधीन भी है।

सिंधु घाटी सभ्यता और उत्तराखण्ड के परस्पर संबंधों के अनेक महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सुपरिचित पुरातत्वविद और दून पुस्तकालय एवम् शोध केन्द्र के मानद फैलो प्रो महेश्वर प्रसाद जोशी ने विस्तार से प्रकाश डाला और उत्तराखंड पुरातत्व से जुड़े अनेक बिंदुओं की महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।

दून पुस्तकालय एवम् शोध केन्द्र के निदेशक प्रो बीके जोशी ने संस्थान के पुस्तकालय तथा शोधप्रभाग द्वारा आयोजित महत्वपूर्ण सेमिनार तथा अन्य गतिविधियों साथ ही प्रकाशन के संदर्भ में जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि संस्थान द्वारा उत्तराखण्ड हिमालय के इतिहास, पुरातत्व, समाज व संस्कृति से जुड़े विविध अनछुए पहलुओं को प्रतिष्ठित शोधार्थियों/अध्येताओं व संस्थानों के साथ मिलकर उजागर करने का प्रयास किया जा रहा है। किसी भी क्षेत्र विशेष की समृद्ध ऐतिहासिक विरासत को गहराई से समझने के लिए पुरातात्विक साक्ष्य, भाषा तथा जैनिटिक विज्ञान का गहन अध्ययन करने की आवश्यकता होती हैं।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर  सिंह धामी वाराणसी पहुंचे, प्रधानमंत्री के रोड शो से पहले नड्डा से की ये बातचीत

उत्तर प्रदेश में आखिरी चरण के मतदान से ऐन पहले सीएम धामी चुनाव प्रचार के सिलसिले में शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने वाराणसी पहुंचकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मुलाकात की। भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान के फाइनल दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी में एक बड़ी रैली शुक्रवार शाम होने जा रही है, इसी में शिरकत करने के लिए धामी वहां पहुंचे हैं। इस रोड शो में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शरीक होंगे और इसमें भी धामी अन्य अन्य केंद्रीय मंत्री के साथ जुड़ेंगे।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने वाराणसी पहुंच कर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की और पार्टी व चुनाव संबंधी विषयों पर बातचीत की।धामी का उत्तर प्रदेश में पहला चुनावी दौरा है। पार्टी पदाधिकारियों ने बताया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में होने जा रहे बीजेपी के मेगा रोड शो में धामी भी शामिल होने वाले हैं। बीजेपी के अनुसार पीएम मोदी के अलावा वाराणसी में गृहमंत्री अमित शाह एक रोड शो में शामिल होंगे। सीएम धामी इस रोड शो में भी शिरकत करेंगे।

नड्डा से धामी की मुलाकात कैसी रही?
इस बारे में आधिकारिक तौर पर बीजेपी ने अब तक कुछ नहीं कहा है, लेकिन माना जा रहा है कि चुनाव से पहले पार्टी के भीतर कलह को लेकर भारी असंतोष मचा हुआ है। सूत्रों के हवाले से यह भी बताया जा चुका है कि 10 मार्च को मतगणना से पहले ही उत्तराखंड बीजेपी संगठन में बड़े फेरबदल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि नड्डा और धामी के बीच मुलाकात में इन्हीं बिंदुओं पर बातचीत होना थी।

वाराणसी में भाजपा प्रत्याशी के चुनाव प्रचार कार्यक्रम में पहुंचे धामी हाल में दो दिन दिल्ली में भी थे। आधिकारिक तौर पर कहा गया था कि यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के छात्रों की वापसी के सिलसिले में बातचीत करने के लिए धामी दिल्ली गए थे, लेकिन सियासी हलकों में चर्चा है कि भाजपा के भीतर मची हुई खलबली के सिलसिले में वह कुछ नेताओं से मिले थे।

उत्तराखंड: यूक्रेन से सकुशल वापस लौटे 86 नागरिक, उत्तराखंड के अभी फंसे भी यूक्रेन में 201 नागरिक फंसे होने की सूचना

यूक्रेन में फंसे नागरिकों का उत्तराखंड लौटने का सिलसिला जारी है। गुरुवार तक राज्य के 86 छात्र-छात्राएं और अन्य नागरिक विशेष विमान से नई दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट पहुंच चुके थे। अब भी वहां 201 नागरिकों के फंसे होने की सूचना है। जिनकी लोकेशन प्राप्त हो गई है, उन्हें केंद्र सरकार के ऑपरेशन गंगा के तहत स्वदेश लाने के प्रयास हो रहे हैं।

मुख्य सचिव एसएस संधु ने सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों के साथ यूक्रेन में फंसे उत्तराखंडवासियों के संबंध में बैठक की। जिलाधिकारियों को यूक्रेन में फंसे प्रदेश के छात्रों एवं अन्य नागरिकों के परिजनों के लगातार संपर्क में रहते हुए उनसे संबंधित जानकारी शासन एवं दिल्ली स्थित स्थानिक आयुक्त कार्यालय को शीघ्र साझा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सूचनाओं का आदान-प्रदान विदेश मंत्रालय से शीघ्रता से किया जाए ताकि यूक्रेन से छात्रों और अन्य नागरिकों को शीघ्रता से निकाला जा सके।

मुख्य सचिव संधू ने कहा कि यदि फेसबुक और ट्विटर या अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से किसी छात्र या नागरिक के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी मिलती है लेकिन उसके स्थान (लोकेशन) का पता नहीं चल पा रहा है तो इसके लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया) से संपर्क किया जाए।

अधिकारियों के अनुसार यूक्रेन में फंसे छात्रों एवं उत्तराखंड में रह रहे उनके परिजनों के मोबाइल नम्बरों को जोड़ते हुए तीन व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाये गये हैं जिनमें सभी वरिष्ठ अधिकारियों को भी जोडा गया है।

मुख्य सचिव ने कहा कि दिल्ली एवं मुंबई में यूक्रेन से आने वाले उत्तराखंड के लोगों के लिए समन्वय केंद्र बनाया गया है जिसमें सभी आगन्तुकों के लिए ठहरने एवं भोजन के अलावा दिल्ली से अपने गन्तव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था भी राज्य की ओर से की गई है।

बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंद वद्र्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, एडीजी इंटेलीजेंस संजय गुंज्याल, सचिव एसए मुरुगेशन सहित वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी भी मौजूद थे।

उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा 2022: 10वीं-12वीं के परीक्षा कार्यक्रम में हुआ बड़ा बदलाव, पढ़िए अब कब होंगीं परीक्षाएं

उत्तराखंड शिक्षा विभाग द्वारा विधानसभा चुनाव के बीच 10वीं-12वीं बोर्ड एग्जाम का शेड्यूल जारी कर दिया गया था। लेकिन कुछ कारणों के चलते डेट शीट में बदलाव कर दिए गए। बोर्ड द्वारा बताया गया कि नवोदय विद्यालय में एडमिशन के लिए होने वाले एग्जाम के चलते बोर्ड एग्जाम के शेड्यूल में बदलाव किए गए हैं।

उत्तराखंड बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव किया है। बोर्ड एग्जाम पहले 28 मार्च से 18 अप्रैल 2022 तक चलने वाले थे, लेकिन अब आखिरी पेपर 19 अप्रैल 2022 को होगा।माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी के मुताबिक नौ अप्रैल 2022 को होने वाली परीक्षा अब 19 अप्रैल को होगीं। शिक्षा निदेशक के मुताबिक उत्तराखंड बोर्ड की ओर से संशोधित परीक्षा कार्यक्रम जारी किया गया है।

9 अप्रैल को होने वाली 10वीं संस्कृत एवं 12वीं की अंग्रेजी, कृषि अभियंत्रण चतुर्थ प्रश्न पत्र, कृषि पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान विषयों की परीक्षाएं 19 अप्रैल को होगी। प्रथम पाली में परीक्षा सुबह आठ बजे से 11 बजे तक होगी। जबकि दूसरी पाली में दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक परीक्षा होगी।

बोर्ड परीक्षाएं 28 मार्च से शुरू होंगी। जो 19 अप्रैल तक चलेंगी। हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं को परीक्षा के लिए सुबह 7.30 बजे परीक्षा कक्ष में उपस्थित होना होगा। जबकि इंटर के छात्रों को दोपहर 1.30 बजे उपस्थित होना होगा। जिन्हें प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।

2.43 लाख स्टूडेंट्स देंगे परीक्षा
परीक्षा के लिए 10वीं-12वीं के कुल 2.43 लाख अभ्यर्थियों ने एप्लीकेशन फॉर्म भरा है, ये राज्य के 1333 केंद्रों पर एग्जाम देंगे। राज्य शिक्षा बोर्ड द्वारा अभ्यर्थियों से लगातार ऑफिशियल वेबसाइट विजिट करने के लिए कहा जा रहा है।

 

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुनावों पर दिया बड़ा बयान, उत्तराखंड कांग्रेस ने चुनाव आयोग पिथौरागढ़ ज़िले की एक आर्मी यूनिट में दोबारा चुनाव करवाने की मांग की

देश के पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में होने वाले चुनावों के परिणाम दस मार्च को आ जाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इन चुनावों में कांग्रेस की बड़ी जीत का दावा करने वाला एक बयान देकर सियासी प्रतिक्रियाओं को हवा दे दी है। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश को छोड़कर अन्य चार राज्यों में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बना रही है। पुलिस और अन्य विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के पास पोस्टल बैलेट न पहुंचने के सवाल पर हरदा ने कहा कि भाजपा सरकार में कुछ भी हो सकता है।

उत्तर प्रदेश में अभी दो चरण में मतदान शेष है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी वहां चुनाव प्रचार कर चुके हैं। मंगलवार को लालकुआं लौटे रावत ने कांग्रेस नगर अध्यक्ष गुरदीप सिंह के आवास में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन मामले को राष्ट्रीय संकट मानते हुए कहा कि भारतीयों की जल्द सुरक्षित वापसी कराई जानी चाहिए।

पिथौरागढ़ ज़िले की एक आर्मी यूनिट से मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ के वीडियो पर उत्तराखंड पुलिस द्वारा कार्रवाई किए जाने के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इन वोटों के लिए दोबारा चुनाव करवाने की मांग की है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि इस बार इन वोटों के लिए चुनाव सभी पार्टियों के पोलिंग एजेंटों की मौजूदगी में करवाया जाना चाहिए।

राज्य में 14 फरवरी को वोटिंग होने के बाद 22 फरवरी को हरीश रावत ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए आर्मी जवानों के पोस्टल बैलेट पर सवाल खड़े कर दिए थे। इस वीडियो में एक ही जवान कई लोगों के वोट डालते व हस्ताक्षर करते हुए दिख रहा था। इस वीडियो के बाद चुनाव आयोग ने एक्शन के निर्देश दिए तो पुलिस ने पांच जवानों को समन भी भेजा। इस पूरे प्रकरण पर अब गणेश गोदियाल के साथ ही हरीश रावत का भी बयान आया है। रावत ने कहा, ‘भाजपा सरकार में कुछ भी होना संभव है।’

गणेश गोदियाल ने आर्मी यूनिट में मतदान सिस्टम के बारे में बताया कि एक ओटीपी के ज़रिये हर जवान अपना मतपत्र डाउनलोड करता है। चूंकि दूरस्थ इलाकों में हर जवान के पास यह तकनीक नहीं होती इसलिए यूनिट इनचार्ज के पास एक ओटीपी की व्यवस्था की जाती है और इसी से सभी पोस्टल बैलेट यानी मतपत्र डाउनलोड होते हैं। गोदियाल ने यह व्यवस्था बताते हुए आरोप लगाया कि ‘एक यूनिट के कर्मचारियों द्वारा अन्य यूनिटों में तैनात लोगों के वोट भी डाल दिए गए।’

गोदियाल से बातचीत पर आधारित एक खबर के मुताबिक उनका कहना है, ‘एक व्यक्ति सबके वोट डालता दिख रहा है। ऐसा नहीं होना चाहिए। एक व्यक्ति सबके मतपत्र डाउनलोड करके सब पर टिक नहीं कर सकता। यह पक्षपाती वोटिंग ही हुई।’ गोदियाल का कहना है चूंकि 2017 में ऐसी 30 से ज़्यादा सीटें थीं, जहां 5000 से कम वोटों के अंतर से जीत हार तय हुई इसलिए इस तरह के वोटों को वैध नहीं माना जाना चाहिए। उनका कहना है, ‘भले ही मतगणना में देर हो, लेकिन प्रक्रिया पारदर्शी होना ज़रूरी है।’

रूस-यूक्रेन के बीच आज शाम होगी दूसरे दौर की वार्ता

रूस ने यूक्रेन के साथ बातचीत जारी रखने पर सहमति जताई है। दोनों देशों के बीच बुधवार की शाम दूसरे दौर की वार्ता होगी। सोमवार को पहले दौर की वार्ता में युद्ध विराम को लेकर कुछ बिंदुओं पर सहमति बनी थी। क्रेमलिन के प्रवक्ता का कहना है कि रूसी प्रतिनिधिमंडल बुधवार शाम यूक्रेनी अधिकारियों के साथ युद्ध के बारे में बातचीत फिर से शुरू करने के लिए तैयार है।

दोनों देशों के बीच पहले दौर की शांती वार्ता सोमवार को हुई थी, जो करीब पांच घंटों तक चली थी। बैठक के दौरान कुछ अहम बिंदुओं पर सहमति बनी थी। पहली दौर की वार्ता के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल वार्ता परिणामों की जानकारी देने के लिए मास्को और कीव लौट गए थे।यूक्रेन-रूस के बीच हुई पहली दौर की वार्ता में रूस के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्‍व राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन के सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की ने किया था। साथ ही इस प्रतिनिधिमंडल में उप विदेश मंत्री एंड्री रुडेंको, उप रक्षा मंत्री एलेक्जेंडर फोमिन और अंतरराष्ट्रीय मामलों की राज्य ड्यूमा समिति के अध्यक्ष लियोनिद स्लटस्की भी शामिल थे।

यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए स्पाइसजेट स्पेशल निकासी उड़ाने संचालित करेगा। विमानन कंपनी तीन और चार मार्च को स्लोवाकिया के कोशिशें से उड़ान संचालित करेगी। जिसके बाद चार और छह मार्च को रोमानिया के बुखारेस्ट पहंचे भारतीयों को वापस लाने के लिए उड़ान संचालित होगी। एयरलाइन इन उड़ानों के लिए अपने बोइंग 737 मैक्स विमान का इस्तेमाल करेगी।

 

भारतीयों को यूक्रेन से हर घंटे निकाल रही हैं रोमानिया और पोलैंड की बसें, उत्‍तराखंड के 32 छात्र पहुंचे अपने घर

रूस और यूक्रेन के बीच जंग के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों को आपरेशन गंगा के तहत भारत लाया जा रहा है। बीती रात भारत आइ फ्लाइट में उत्‍तराखंड के चार छात्र भी आए। इसमें देहरादून की ईशा रावत, हरिद्वार के मोहम्‍मद अनश, नैनीताल की शैली त्रिपाठी और पिथौरागढ़ की तनुश्री पांडेय शमिल हैं। अब तक कुल 32 उत्‍तराखंड के छात्र अपने घर लौट चुके हैं।

यूक्रेन में फंसे छात्र छात्राओं के साथ ही भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए रोमानिया और पोलैंड के दूतावासों के अधिकारियों की देखरेख में कई बसों का संचालन किया जा रहा है । हर एक 40 से 50 मिनट के अंतराल पर एक बस रवाना की जा रही है।

रूस और यूक्रेन के बीच पिछले एक सप्ताह से जारी भारी जंग के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से परमाणु हमले की धमकी के बाद यूक्रेन की राजधानी समेत तमाम शहरों में फंसे भारतीय छात्र छात्राओं और नागरिकों को निकालने के लिए केंद्र सरकार के साथ ही पोलैंड और रोमानिया में भारतीय दूतावासों के अधिकारियों ने कवायद तेज कर दी है। तकरीबन हर घंटे दूतावास की बसें तिरंगा लगाकर भारतीयों को पोलैंड और रोमानिया पहुंचा रही हैं जहां से उनकी स्वदेश वापसी के इंतजाम किए जा रहे हैं। तब तक भारतीयों के रहने खाने का इंतजाम भी एयरपोर्ट के नजदीक किया जा रहा है।

दूसरी ओर यूक्रेन से सुरक्षित निकलकर रोमानिया पहुंचे छात्र-छात्राओं के साथ ही उनके परिजनों ने भी राहत की सांस ली है। रोमानियाई राजधानी बुखारेस्ट पहुंचे छात्र-छात्राओं का कहना है कि फिलहाल वे खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अमर उजाला संवाददाता को छात्र-छात्राओं ने बताया कि यूक्रेन की राजधानी कीव समेत तमाम शहरों में अफरा-तफरी का माहौल है रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से परमाणु हमले की चेतावनी दिए जाने के बाद हर कोई दहशत में हैं।

यूक्रेन के नागरिकों को दी जा रही परमाणु हमले से बचाव की जानकारीरोमानिया पहुंचे छात्र-छात्राओं ने बताया कि रूसी सेना की ओर से परमाणु हमले की आशंकाओं के बीच यूक्रेन की सेना और पुलिस के अधिकारी आम नागरिकों को परमाणु हमले की स्थिति में क्या क्या कदम उठाए जाने हैं इसकी जानकारी दे रहे हैं। छात्र-छात्राओं की माने तो यूक्रेनी सेना और पुलिस प्रशासनिक अधिकारी आमजन को इस बात की तस्दीक दे रहे हैं कि परमाणु हमला होने की स्थिति में चेहरे पर गीला कपड़ा बांधने के साथ ही अपने घरों को गीले कपड़े के साथ खिड़कियों को सील करें ताकि रेडिएशन से बचा जा सके।

अन्य देशों के मुकाबले भारत का ज्यादा सफल रहा आपरेशन गंगा, अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देशों ने यूक्रेन में अपने लोगों को उनके हाल पर छोड़ा, लेकिन भारत ने पूरी ताकत झोंकी

रूस के हमले से यूक्रेन में कई देशों के नागरिक फंस गए हैं। कुछ मुल्क तो ऐसे हैं, जिन्होंने अपने नागरिकों को उनके हाल पर छोड़ दिया है और कहा है कि वे खुद वहां से निकलने की कोशिश करें।लेकिन भारत ने अपने नागरिकों को यूक्रेन से लाने में पूरी ताकत झोंक दी है और उन्हें स्वदेश वापस लाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को वहां से निकालने के लिए भारत ने ‘ऑपरेशन गंगा’ अभियान शुरू किया है।

इसके साथ ही भारत ने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए पश्चिमी शहर क्राकोविक के साथ ही हंगरी में जहोनी सीमा चौकी, पोलैंड में शेयनी-मेदिका सीमा चौकियों, स्लोवाक गणराज्य में विसने नेमेके तथा रोमानिया में सुकीवा पारगमन चौकी पर अधिकारियों का दल तैनात किया है। यूक्रेन के पड़ोसी देशों के साथ राजनयिक पहुंच का इस्तेमाल करते हुए भारत सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि हमारे नागरिक सुरक्षित घर लौट रहे हैं।

युद्धग्रस्त देश यूक्रेन से अपने लोगों को निकालने में अब तक भारत का आपरेशन गंगा सबसे आगे दिख रहा है। ब्रिटेन, जर्मनी और अमेरिका ने अपने-अपने नागरिकों को निकालने में परोक्ष रूप से असमर्थता जता दी है। चीन ने अपने नागरिकों को निकालने का आपरेशन स्थगित कर दिया है। मिस्त्र, नाइजीरिया और मोरक्को जैसे देशों ने अपने छात्रों को निकालने के लिए अब तक कोई आपरेशन शुरू नहीं किया है। यूक्रेन में 80 हजार से अधिक विदेशी छात्र पढ़ रहे हैं, जिनमें भारतीय छात्रों की संख्या सर्वाधिक है।

भारतीय दूतावास पूरी तरह से काम कर रहा है और छात्रों व नागरिकों को हर संभव मदद उपलब्ध करा रहा है।अब तक लगभग छह हजार लोग वापस भारत आ चुके हैं जिनमे से आपरेशन गंगा के तहत 1396 छात्रों को वापस लाया गया है। मंगलवार को फिर से तीन फ्लाइट आने की संभावना जताई जा रही है।

केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को खुलेंगे, बाबा केदार की डोली दो मई को ऊखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी

केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को सुबह 6.25 बजे बृष लग्न में खोले जाएंगे। इसके बाद आराध्य की 6 माह की पूजा-अर्चना धाम में ही होगी। बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से दो मई को अपने धाम केदारनाथ के लिए प्रस्थान करेगी।

पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ रावल ने घोषणा की है। प्राचीन परपंरा के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन हर साल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने का दिन निकाला जाता है। केदारनाथ धाम के कपाट खोलने के लिए भगवान भैरवनाथ की 2 मई को पूजा-अर्चना की जाएगी।

बाबा केदार की चल विग्रह डोली पहले ऊखीमठ से प्रस्थान कर 3 मई को फाटा विश्राम के लिए पहुंचेगी। जबकि 4 मई को को गौरीकुंड और 5 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी, जहां 6 मई को सुबह 6.25 बजे भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ समेत चारधामों के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर में सर्दियों में बंद कर दिए जाते हैं, जो अगले साल फिर अप्रैल-मई में भक्तों के लिए खोल दिए जाते हैं।

बाबा केदार की डोली प्रस्थान का कार्यक्रम

2 मई को पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से प्रस्थान करते हुए विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में रात्रि प्रवास।
3 मई को विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से प्रस्थान करते हुए फाटा में रात्रि प्रवास।
4 मई को फाटा से प्रस्थान करते हुए सोनप्रयाग होते हुए गौरीकुंड में रात्रि प्रवास।
5 मई को गौरीकुंड से प्रस्थान करते हुए जंगलचट्टी, लिनचोली, रुद्रा प्वाइंट होते हुए केदारनाथ पहुंचेगी।

बदरीनाथ धाम:आठ मई को खुलेंगे कपाट

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित करोड़ों हिंदुओं की आस्था के प्रतीक भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को प्रात: 6 बजकर 15 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। बसंत पंचमी के पावन पर्व पर नरेंद्रनगर स्थित राजदरबार में राजपुरोहितों ने महाराजा मनुज्येंद्र शाह की जन्म कुंडली देखकर धाम के कपाट खोलने की तिथि घोषित की।

पीएम नरेंद्र मोदी ने मोरारजी देसाई को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई को उनकी 126वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने देसाई की सिद्धांत आधारित राजनीति को याद किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरारजी देसाई की जयंती पर सोमवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने भारत को समृद्ध बनाने के लिए कई प्रयास किए।

उस समय बम्बई का हिस्सा रहे और अब गुजरात में शामिल वलसाड में 1896 में जन्मे देसाई देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे, जो कांग्रेस पार्टी के सदस्य नहीं थे।

पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट एक संक्षिप्त वीडियो शेयर किया। पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी भाई देसाई को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उन्होंने हमेशा अनुशासन और सिद्धांतों पर आधारित राजनीति की, जिसके लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे।

पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, “मैं अपने पूर्व पीएम मोरारजीभाई देसाई को श्रद्धांजलि देता हूं। राष्ट्र निर्माण में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उनका व्यापक सम्मान है। उन्होंने भारत को और अधिक समृद्ध बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए। उन्होंने हमेशा सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी पर जोर दिया।”