राजधानी दिल्ली से देहरादून के लिए आ रही ट्रैन शताब्दी एक्सप्रेस में रायवाला कांसरो के जंगल से गुजरते हुए आग लग गयी । AC एक्सप्रेस के C-5 बोगी में बैठे यात्रियों में हड़कंप मच गया । ट्रैन को चैन से रोका गया ।
पुलिस के अनुसार आज सुबह थाना रायवाला को ऋषिकेश कंट्रोल से सुचना मिली की शताब्दी एक्सप्रेस में रेलवे स्टेशन कांसरो के पास आग लगी है , रायवाला थानाध्यक्ष अमरजीत सिंह रावत फ़ोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुँचकर रेलवे कर्मचारियों के साथ शताब्दी एक्सप्रेस नंबर 02817 की बोगी नंबर C-5 से 35 पैसेंजर को सुरक्षित बाहर निकला ।
शताब्दी एक्सप्रेस आज सुबह दिल्ली से देहरादून के लिए रवाना हुई थी । जिसमे 12 डिब्बे में 316 व्यक्ति यात्रा कर रहे थे । पुलिस के अनुसार आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट होना बताया गया है जबकि शताब्दी एक्सप्रेस पूरी तरह AC ट्रैन है ।
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भारत ने कोविड-19 टीकाकरण में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की, एक ही दिन में 20.53 लाख से अधिक वैक्सीन के डोज दिए गए देश में 3 करोड़ के करीब वैक्सीन के डोज दिए गए
भारत ने 16 जनवरी, 2021 को शुरू हुए देशव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार कर लिया है।
देश में 12 मार्च 2021 को कोरोना टीकाकरण अभियान के 56वें दिन 30,561 सत्रों के जरिये 20 लाख (20,53,537) वैक्सीन दी गईं है। यह अब तक एक दिन में दिए गए टीके के सबसे अधिक डोज हैं।
इनमें से 16,39,663 लाभार्थियों (एचसीडब्ल्यू एवं एफएलडब्ल्यू) को पहली डोज दी गई और 4,13,874 एचसीडब्ल्यू एवं एफएलडब्ल्यू को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई।
12 मार्च 2021 | |||||||
स्वास्थ्यकर्मी | फ्रंटलाइन वर्कर्स | 45-60 साल से अधिक उम्र के गंभीर बीमारियों से पीड़ित लाभार्थी | 60 वर्ष से अधिक उम्र के लाभार्थी | कुल लाभार्थी | |||
पहली खुराक | दूसरी खुराक | पहली खुराक | दूसरी खुराक | पहली खुराक | पहली खुराक | पहली खुराक | दूसरी खुराक |
70,504 | 1,37,745 | 1,14,621 | 2,76,129 | 2,23,856 | 12,30,682 | 16,39,663 | 4,13,874 |
आज सुबह 7 बजे तक प्राप्त अनंतिम रिपोर्ट के अनुसार देश में 4,86,314 सत्रों के जरिये 2.82 करोड़ (2,82,18,457) वैक्सीन के डोज लोगों को दिए जा चुके हैं। इनमें 72,93,575 एचसीडब्ल्यू (पहली डोज), 41,94,030 एचसीडब्ल्यू (दूसरी डोज), 72,35,745 एफएलडब्ल्यू (पहली डोज) और 9,48,923 एफएलडब्ल्यू (दूसरी डोज), 45 वर्ष से अधिक आयु के अन्य रोगों से ग्रस्त 12,54,468 लाभार्थी (पहली डोज) और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले 72,91,716 लाभार्थियों को दी गई डोज शामिल हैं।
स्वास्थ्यकर्मी | फ्रंटलाइन वर्क्रस | 45-60 साल से अधिक उम्र के गंभीर बीमारियों से पीड़ित लाभार्थी | 60 वर्ष से अधिक उम्र के लाभार्थी | ||
पहली खुराक | दूसरी खुराक | पहली खुराक | दूसरी खुराक | पहली खुराक | पहली खुराक |
72,93,575 | 41,94,030 | 72,35,745 | 9,48,923 | 12,54,468 | 72,91,716 |
पिछले 24 घंटों में दी गई 20,53,537 खुराकों में आठ राज्यों की 74 प्रतिशत भागीदारी है।
उत्तर प्रदेश 3.3 लाख से अधिक वैक्सीन खुराक के साथ सूची में सबसे ऊपर है।
देश में जितने लाभार्थियों को दूसरी खुराक दी गई है उनमे दस राज्यों की 69 प्रतिशत भागीदारी है। अकेले उत्तर प्रदेश का भारत में दूसरी खुराक के कुल टीकाकरण में 9.71 प्रतिशत (4,99,242) योगदान है।
भारत में आज कोरोना के कुल सक्रिय मामले (केसलोड) 2.02 लाख (2,02,022) हैं। भारत में इस समय सक्रिय मामले देश के कुल पॉजिटिव मामलों का 1.78 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 24,882 नये मामले दर्ज किये गए।
पिछले 24 घंटों में कोरोना के सामने आये नये मामलों में से 87.72 प्रतिशत नए मामले महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश में दर्ज किये गए।
भारत के कुल सक्रिय मामलों में से महाराष्ट्र का योगदान 63.57 प्रतिशत है।
8 राज्यों में दैनिक आधार पर कोरोना मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है।
दूसरी ओर, 20 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में 1,000 से कम सक्रिय मामले हैं।
भारत की समग्र रिकवरी दर आज 1,09,73,260 है। राष्ट्रीय रिकवरी दर 96.82 प्रतिशत है। कुल ठीक होने वाले मामलों और सक्रिय मामलों के बीच अंतर लगातार बढ़ रहा है। यह आज 10,771,238 है।
पिछले 24 घंटों में 19,957 लोग ठीक हुए है। नए ठीक होने वाले मामलों में 86.43 प्रतिशत 6 राज्यों से हैं।
महाराष्ट्र में एक दिन में सबसे अधिक 11,344 नए ठीक होने वाले मामलों की जानकारी दी।
पिछले 24 घंटों में कोविड से 140 लोगों की मौत हुईं है।
मौत के नए मामले 81.43 प्रतिशत पांच राज्यों से संबंधित हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 56 मरीजों की मौत हुईं। इसके बाद पंजाब में 34 और केरल में 14 लोगों की मौत हुई है।
18 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से किसी भी व्यक्ति की मौत की सूचना नहीं मिली है।
इन राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में राजस्थान, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, पुदुचेरी, असम, लक्षद्वीप, लद्दाख, दमण और दीव, दादरा और नागर हवेली, सिक्किम, नगालैंड, त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मिजोरम और अरूणाचल प्रदेश शामिल हैं।
देहरादून: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की कैबिनेट में नए मंत्रियो का चयन हुआ ।
आज शाम 5 बजे राजभवन में तीरथ सिंह रावत मंत्रीमंडल के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन हुआ और मंत्रिमंडल में सभी ग्यारह पदों को भरा गया ।
विधायक जिन्होंने शपथ ली उसमे त्रिवेंद्र सिंह रावत कैबिनेट में रहे पुराने लोगो को शामिल किया गया है । जिसमे सतपाल महाराज , हरक सिंह रावत , अरविंद पांडेय यशपाल आर्य , सुबोध उनियाल , धन सिंह रावत , रेखा आर्य , बंसीधर भगत , बिशन सिंह चुफाल , गणेश जोशी , स्वामी यतीश्वरानंद है । कैबिनेट विस्तार में मसूरी से बीजेपी विधायक गणेश जोशी व हरिद्वार से स्वामी यतीश्वरानंद को भी शामिल किया गया ।
अमृत महोत्सव कार्यक्रम साबरमती आश्रम से शुरू हुआ : प्रधानमंत्री बापू और स्वतंत्रता सेनानियों के लिए ‘वोकल फॉर लोकल’ एक अद्भुत श्रद्धांजलि है : प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आज अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से ‘पदयात्रा’ (स्वतंत्रता मार्च) को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा,“ आज के अमृत महोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत साबरमती आश्रम से हुई, जहां से दांडी मार्च शुरू हुआ था। उस पदयात्रा ने भारत के लोगों के बीच गर्व और आत्मनिर्भरता की भावना को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका अदा की थी। “वोकल फॉर लोकल” को अपनाना बापू और हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों के लिए एक अद्भुत श्रद्धांजलि है।
कोई भी स्थानीय उत्पाद खरीदें और ‘वोकल फॉर लोकल’ का इस्तेमाल करते हुए उसकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट करें। साबरमती आश्रम में मगन निवास के पास एक चरखा स्थापित किया जाएगा। यह आत्मनिर्भरता से संबंधित प्रत्येक ट्वीट के साथ पूरा चक्र घुमाएगा। यह जन आंदोलन के लिए एक उत्प्रेरक बन जाएगा।”
देहरादून । केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई 2021 को खुलेंगे :
उत्तराखंड मै स्थित विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योतिलिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई 2021 को खुलेंगे । उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने इस बाबत जानकारी दी है। पिछले साल केदारनाथ धाम के कपाट वैदिक उच्चारण के साथ छ: माह अवधि के लिए बंद किये गए थे । पिछले वर्ष में भगवान केदारनाथ के दर्शन हेतु लगभग एक लाख पैतीस हज़ार श्रद्धालु आये थे ।
केदारनाथ धाम के कपाट भगवान भैरवनाछ की पूजा अर्चना के उपरांत 14 मई को बाबा केदार की डोली फाटा में विश्राम करेगी । 15 मई को यह डोली गौरीकुंड और 16 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी । 17 मई को सुबह 5 बजे भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट पारंपरिक पूजा पाठ के साथ खोले जायेंगे ।
तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड के दसवें मुख्यमंत्री का चयन किया गया । पीएम मोदी ने नए मुख्यमंत्री को दी शुभकामनाएं ।
उत्तराखंड के दसवें नए मुख्यमंत्री के तौर पर तीरथ सिंह रावत ने शपथ ग्रहण की है। उन्हें राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने बुधवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके साथ ही राज्य में शुरू हुआ सियासी उठापटक भी खत्म हो गया है। भाजपा सांसद रावत को विधायक दल की बैठक में आज ही नेता चुना गया था। जिसके बाद उन्हें राज्य की सत्ता पर काबिज होने का मौका मिला है।
तीरथ सिंह रावत के उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘वे अपने साथ विशाल प्रशासनिक और संगठनात्मक अनुभव लेकर आए हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि उनके नेतृत्व में राज्य प्रगति की नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ेगा।’
मंगलवार को त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद आज देहरादून में विधायक दल की बैठक में तीरथ सिंह रावत के नाम पर मुहर लगी। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इनका नाम प्रस्तावित किया था जिसपर सभी ने सहमति जताई।
स्वच्छ पेयजल आपूर्ति और बाढ़ प्रबंधन जैसी पानी की समस्याओं के लिए प्रौद्योगिकी नवीन समाधान प्रदान करती है
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आआईटी) खड़गपुर स्थित तकनीकी उत्कृष्टता केंद्र जल शुद्धिकरण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और इसने देश के कई राज्यों में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति और बाढ़ के पानी के प्रबंधन की दिशा में अच्छा काम किया है।
आईआईटी खड़गपुर स्थित जल शुद्धिकरण तकनीकी उत्कृष्टता केंद्र (सीटीईडब्ल्यूपी) ने एक कुशल, कम लागत वाली नैनो फिल्टरेशन आधारित तकनीक विकसित की है जिसनें तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में तीन अलग-अलग स्थानों पर 25 हजार लोगों की स्वच्छ पेयजल तक पहुंच सुनिश्चित की है। यह पानी भारी धातुओं से मुक्त है जो स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक माने जाते हैं। मेम्ब्रेन सेपरेशन लेबोरेटरीज, सीएसआईआर-भारतीय रसायन प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईसीटी) ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) जल प्रौद्योगिकी पहल (डब्ल्यूटीआई) के सहयोग से अत्यधिक कॉम्पैक्ट वर्टीकल मॉड्यूलर नैनोफिल्टरेशन मेम्ब्रेन सिस्टम का प्रोटोटाइप विकसित किया है जो भू-जल में मौजूद भारी धातुओं को हटाने का काम करता है। इसकी क्षमता एक घंटे में 100 से 300 लीटर पानी को साफ करने की है और यह टेक्नोलॉजी हाइड्रोफिलाइज्ड पॉलियामाइड मेम्बरेन प्रणाली पर आधारित है जो भूजल में मौजूद भारी धातु जैसे आयरन को हटाने में काफी मददगार है। इसमें ऐसे पंप होते हैं जो पानी को पहले प्रिफिल्टर असेंबली में बल पूर्वक भेजते हैं जहां उसमें मौजूद ठोस तत्व, रंग एवं गंध को हटाया जाता है और इसके बाद इसे स्पायरल वुंड मेम्बरेन मॉड्यूल से गुजारा जाता है जहां भारी धातुओं को हटाया जाता है। इस प्रक्रिया में आयरन, आर्सेनिक और पानी की अधिक कठोरता को समाप्त किया जाता है और अंत में पराबैंगनी प्रकाश की मदद से टैंक अथवा पाइपलाइनों में मौजूद रोगाणुओं के नष्ट किया जाता है।
असम के उत्तर गुवाहाटी के एक प्राथमिक स्कूल में बच्चे ऐसा पानी पीते थे जिसमें अत्यधिक आयरन और सीओडी पाया गया था तथा इससे बदबू भी आती थी लेकिन अब आईआईटी गुवाहाटी ने स्कूल में जलशोधन संयंत्र (300 लीटर प्रति घंटा) को स्थापित किया है और लाठियाबागीछा प्राइमरी स्कूल के बच्चों को पानी की पहले की समस्या से छुटकारा मिल गया है। इस संयंत्र को डीएसटी के सहयोग से रसायन मुक्त इलेक्ट्रोकोएग्यूलेशन तकनीक के आधार पर विकसित किया गया है और यह पानी में मौजूद आयरन और ऑर्सेनिक की मात्रा कम करने, उसमें कुल घुलित सॉल्वेंट, रासायनिक ऑक्सीजन डिमांड (सीओडी) जैविक ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) को बीआईएस की निर्धारित सीमा से नीचे लाने में सक्षम है।
स्कूल के 120 से अधिक छात्रों के साथ-साथ लाठियाबागीछा गांव के (500 से अधिक) लोग इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि वे साफ पानी पिएंगे और अब उनके स्वास्थ्य पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस शोधित जल का उपयोग स्कूल में दोपहर का भोजन पकाने में भी होता है।
सीएसआईआर-आईआईसीटी की टीम ने एक सरल, सस्ती हैंडपंप संचालित होलो फाइबर अल्ट्राफिल्ट्रेशन प्रणाली भी विकसित की है जो चलाने में आसान है तथा हल्की और कम जगह घेरती है। डीएसटी के तकनीकी सहयोग से इसे विकसित किया गया है और यह पॉलीइथर्सल्फ़ोन होलो फाइबर मेम्बरेन पर आधारित है। हैंडपंप द्वारा पैदा किए गए दवाब से बाढ़ का पानी मेम्बरेन मॉड्यूल में जाता है जहां इसे साफ तथा विसंक्रमित कर दिया जाता है और झिल्ली के बाहरी किनारे पर लगाया गया एक छोटा क्लोरीन बॉक्स पानी में मौजूद मुक्त क्लोरीन को साफ कर देता है। हाल ही में कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बाढ़ के दौरान ऐसे कुल 24 जल संयंत्रों को स्थापित किया गया था ताकि 50,000 लोगों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराया जा सके।
इस केंद्र की ओर से विकसित की गई नई तकनीकों की मदद से पानी में पाए जाने वाली भारी धातुओं को हटाने और बाढ़ के पानी को पीने योग्य बनाने में मदद मिलेगी जिससे स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी।
प्रोटोटाइप -1: भूजल में मौजूद भारी धातुओं को साफ करने के लिए अत्यधिक कॉम्पैक्ट, ऊर्ध्वाधर मॉड्यूलर नैनोफिल्ट्रेशन झिल्ली प्रणाली का डिज़ाइन।
प्रोटोटाइप -2: आपदा प्रबंधन के लिए हैंडपंप संचालित होलो फाइबर अल्ट्राफिल्ट्रेशन मेम्बरेन प्रणाली का विकास।
प्रोटोटाइप 3: असम में उत्तर गुवाहाटी के लाठियाबागिछा प्राथमिक विद्यालय में स्थापित।
[ इस विषय में अधिक जानकारी के लिए, डॉ. सरशेंदु डे, प्रोफेसर, केमिकल इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी खड़गपुर (943473636; sde@che.iitkgp.ac.in); डॉ. एस. श्रीधर, वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक, आईआईसीटी हैदराबाद (8790748674; ईमेल: s_sridhar@iict.res.in); डॉ. मिहिर कुमार पुरकैत, प्रोफेसर, केमिकल इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी गुवाहाटी, मोबाइल: 9954248807; ईमेल: mihir@iitg.ac.in से संपर्क किया जा सकता है]
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस्तीफा दिया ; कल बुधवार को नये चेहरे का फैसला होगा
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज मंगलवार को महामहिम राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा दे दिया । इसके चलते प्रदेश में नेतृत्व बदलने को लेकर विगत दिनों से घटित हो रही घटना पर विराम लग गया है । इस्तीफा सौंपने के उपरांत अपने आवास पर प्रेस वार्ता में बताया की मैं एक आरएसएस का सिपाही होते हुए अपने कर्त्तव्यों का पालन किया । उपरोक्त घटनाक्रम उत्तराखंड विधान सभा का बजट सत्र के आखिरी दिनों में तेजी से घटित हुआ और आज सरकार के चार साल में नौ दिन शेष रहते घटना का पटाक्षेप हो गया । यह फैसला केंद्रीय पर्यवक्षकों के रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है । बुधवार को प्रदेश के नए नेता के नाम पर फैसला संभव है । नए मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार प्रदेश सरकार के मंत्री धन सिंह रावत , अजय भट्ट आदि बताये जा रहे है ।
प्रधानमंत्री ने कोलकाता की अग्नि त्रासदी में हुई जनहानि पर गहरा शोक जताया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कोलकाता में अग्नि त्रासदी के कारण हुई जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा, “कोलकाता में हुई अग्नि त्रासदी के कारण हुए जानमाल के नुकसान से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में, मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र अति शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं।”