चारधाम यात्रा के लिए वाहनों के ग्रीन कार्ड बनाने का काम शुरू..

News web media Uttarakhand : चारधाम यात्रा के लिए ऋषिकेश में ग्रीन कार्ड बनाने का काम शुरू हो गया है। एआरटीओ कार्यालय में हवन के बाद ग्रीन कार्ड बनाने का काम शुरू किया गया। लेकिन पहले ही दिन सर्वर ने धोखा दे दिया जिससे केवल एक ग्रीन कार्ड जारी हो पाया। शुक्रवार को सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक ग्रीन कार्ड जारी किए जाएंगे। एआरटीओ कार्यालय में सुबह हवन के बाद ग्रीन कार्ड बनाने के लिए आए 15 वाहनों की फिटनेस जांच की गई। दोपहर एक बजे के बाद बाद केवल एक वाहन को ग्रीन कार्ड जारी किया गया। परिवहन विभाग की ओर से एआरटीओ कार्यालय भवन में आठ नंबर काउंटर को ग्रीन कार्ड के लिए आरक्षित कर दिया गया है।

शुक्रवार को वाहनों की फिटनेस के बाद वाहनों के ग्रीन कार्ड जारी हो सकेंगे। एआरटीओ (प्रशासन) ऋषिकेश अरविंद पांडेय का कहना हैं कि चारधाम यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड बनाने का काम शुरू दिया गया है। पहले दिन हवन, पूजा-अर्चना के बाद एक ग्रीन कार्ड जारी किया गया। ग्रीन कार्ड के लिए आठ नंबर काउंटर आरक्षित कर दिया गया है। इसी काउंटर से ग्रीन कार्ड जारी होंगे।

कैसे बनेगा ग्रीन कार्ड..

आपको बता दे कि ग्रीन कार्ड बनाने के लिए के लिए सीएससी सेंटर या फिर एआरटीओ कार्यालय में 650 रुपये (बड़े वाहन) व 450 रुपये (छोटे वाहन) का शुल्क ऑनलाइन कटवाना होगा। वाहन का परमिट, इंश्योरेंश, प्रदूषण, प्राविधिक निरीक्षक की ओर से जारी किया गया फिटनेस प्रमाणपत्र होना चाहिए। वाहन में जीपीएस सिस्टम, कूड़ादान, उल्टी बैग और लकड़ी का गुटका होना आवश्यक है। उसके बाद संबंधित कागजातों को आठ नंबर काउंटर पर दिखाने के बाद ग्रीन कार्ड जारी होगा। एआरटीओ प्रशासन अरविंद पांडेय ने कहा कि ग्रीनकार्ड बनाने के लिए एआरटीओ कार्यालय में आएं। विभागीय कर्मचारी आपकी सहायता करेंगे। किसी भी दलाल के चक्कर में न आएं। कोई दलाल उनसे तय शुल्क से अधिक लेता है तो इसकी सूचना एआरटीओ कार्यालय में दें।

राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में मुख्यमंत्री केजरीवाल को 15 अप्रैल तक भेजा न्यायिक हिरासत में

News web media Uttarakhand : राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 15 अप्रैल तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने यह आदेश दिया। आज सुनवाई के दौरान ईडी की ओर से पेश एएसजी एसवी राजू ने कहा कि केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, वे फोन का पासवर्ड नहीं बता रहे हैं, राजू ने कहा कि केजरीवाल जांच को दिग्भ्रमित करना चाहते हैं। राजू ने कहा कि पूछताछ के दौरान केजरीवाल ने कहा कि विजय नायर हमको रिपोर्ट नहीं करता थे , आतिशी को करता, तब कोर्ट ने पूछा कि इन दलीलों के आधार पर आप हिरासत की मांग कैसे कर सकते हैं, तब राजू ने कहा कि हम बाद में हिरासत की मांग कर सकते हैं। पेशी के दौरान केजरीवाल की ओर से पेश वकील रमेश गुप्ता ने न्यायिक हिरासत के दौरान भागवत गीता, रामायण और हाऊ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड नामक पुस्तक पढ़ने की अनुमति देने की मांग की। उन्होंने मांग की कि न्यायिक हिरासत के दौरान केजरीवाल को विशेष भोजन और जेल में कुर्सी और मेज उपलब्ध कराया जाए।

सुनवाई के दौरान केजरीवाल के कोर्ट पहुंचने से पहले उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल पहुंच गई थीं, कोर्ट में केजरीवाल से सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने भी मुलाकात की। सुनवाई के दौरान कई आप विधायक भी कोर्ट में मौजू थे। आज केजरीवाल की ईडी हिरासत खत्म हो रही थी जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, बता दें कि 28 मार्च को कोर्ट ने केजरीवाल को आज तक की ईडी हिरासत में भेजा था। 28 मार्च को सुनवाई के दौरान ईडी की ओर से पेश एएसजी एसवी राजू ने कहा था कि केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, और वे सीधे-सीधे जवाब नहीं दे रहे हैं।

पेशी के दौरान केजरीवाल ने कहा था कि ये राजनीतिक साजिश है, जनता इसका जवाब देगी। सुनवाई के दौरान अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और उनका बेटा भी कोर्ट रुम में मौजूद था। सुनवाई के दौरान केजरीवाल ने खुद कोर्ट में अपनी बात रखते हुए कहा था कि असली घोटाला तो ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ। ईडी के दो मकसद थे। एक आम आदमी पार्टी को खत्म करना, केजरीवाल ने कहा था कि ईडी का मकसद एक स्मोक क्रिएट करना था कि आप पार्टी भ्रष्टाचारी है। केजरीवाल ने कहा था कि ईडी का दूसरा मकसद उगाही करना है। केजरीवाल ने कहा था कि इस मामले में शरद रेड्डी ने गिरफ्तारी के बाद बीजेपी को 55 करोड़ रुपया दिया, बीजेपी को इलेक्टोरल बांड के रुप में पैसा देने के बाद शरद रेड्डी को जमानत मिल गई। इससे पहले केजरीवाल ने कोर्ट से कहा था कि मुझे किसी भी अदालत ने दोषी नहीं पाया है. ईडी जितने जिन मुझे हिरासत में रखना चाहती है रखे, केजरीवाल ने कहा था कि ईडी और सीबीआई ने हजारों पन्नों की रिपोर्ट लगाई है। आप सभी कागजों को पढ़ेंगे तो आप भी सोचेंगे कि आखिर मुझे गिरफ्तार क्यों किया गया, केजरीवाल ने कहा था कि मेरे नाम चार जगह आया है बस एक सी अरविंद उसने बोला कि उसने मेरी उपस्थिति में कुछ दस्तावेज सिसोदिया को दिए। मेरे घर रोज विधायक आते हैं, क्या ये बयान काफी है एक मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए।

केजरीवाल ने दूसरे गवाह राघव मगुंटा के बयान के बारे में बताते हुए कहा था कि ईडी के दबाव में लोग गवाह बन रहे हैं और बयान बदल रहे हैं, केजरीवाल के इस बयान का राजू ने विरोध किया। तब कोर्ट ने कहा था कि मैं पांच मिनट से ज्यादा नहीं दूंगी, उसके बाद केजरीवाल ने कहा था कि ईडी का केवल एक और एक ही मकसद है मुझे फंसाना, केजरीवाल ने कहा था कि तीन बयान दिए गए लेकिन उनमें से केवल वो बयान लाया गया, जिसमें मुझे फंसाया गया, क्यों, ये तो सही नहीं है न। केजरीवाल ने एक और गवाह का नाम लेते हुए कहा था कि इनके सात बयान दर्ज हुए। छह में मेरा नाम नहीं है। जैसे ही सातवें में मेरा नाम आता है उसे छोड़ दिया जाता है। कोर्ट ने 23 मार्च को 28 मार्च तक की ईडी हिरासत में भेजा था, बता दें कि 21 मार्च को दिल्ली हाईकोर्ट से अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तारी से संरक्षण नहीं मिलने के बाद ईडी ने 21 मार्च को ही देर शाम को अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। 27 मार्च को हाईकोर्ट ने केजरीवाल को कोई भी राहत देने से इनकार कर दिया था, हाईकोर्ट ने 28 मार्च को केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग करने वाली याचिका खारिज कर दिया है।

देहरादून में झंडा मेला शुरू, श्री झंडेजी के आरोहण के साथ शुरू हुए कार्यक्रम

News web media Uttarakhand :  उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में शनिवार को श्री झंडेजी के आरोहण के साथ ऐतिहासिक झंडा मेला शुरू हो गया। यह 17 अप्रैल तक चलेगा। सुबह से ही श्रीझंडेजी के आरोहण के लिए दरबार साहिब में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह सात बजे से पूजा की प्रक्रिया शुरू हुई और झंडे जी पर गिलाफ चढ़ाने का काम शुरू हो गया। इस बार पंजाब के होशियारपुर निवासी हरभजन सिंह पुत्र हरिसिंह को दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का अवसर मिला है।

बड़ी संख्या में दून पहुंच रहे लोग

मेले को लेकर देशभर से कई संगतें दून पहुंची हैं। दोपहर बाद श्रीझंडेजी के आरोहण की प्रक्रिया शुरू होई। महंत देवेंद्र दास महाराज ने कहा कि, जो व्यक्ति गुरु के बताए मार्ग पर चलता है। उसे पृथ्वी पर ही स्वर्ग की अनुभूति हो जाती है। इस दौरान संगतों ने श्रीगुरुराम राय महाराज के शबद का सिमरन किया। वहीं, श्रीझंडेजी मेले से पहले शुक्रवार को दरबार साहिब से पूरब की संगतों की विदाई की गई। मेले के सह व्यवस्थापक विजय गुलाटी ने बताया कि मेले की परंपरा के अनुरूप श्रीझंडेजी के आरोहण से पहले पूरब की संगत को पगड़ी, ताबीज और प्रसाद वितरित कर विदा किया गया।

दून की सड़कों पर उमड़ा जन सैलाब

श्रीझंडेजी के आरोहण से पूर्व श्रीदरबार साहिब में और दून की सड़कों पर श्रद्धालु उमड़ पड़े। श्रीदरबार साहिब से स्कूल-कॉलेज की संगतें लगातार पहुंचती रहीं। सहारनपुर रोड पर कई जगह भंडारे आयोजित किए गए। इनमें बड़ी संख्या में संगतों ने प्रसाद ग्रहण किया। मेले के दौरान श्रीदरबार साहिब में आठ बड़े और चार छोटे लंगर लगाए गए हैं। इसके साथ ही श्रीझंडेजी मेले के दौरान श्रीदरबार साहिब परिसर में पांच एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। यहां 42 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।

श्री झंडे जी मेले का ये है पौराणिक इतिहास 

सिखों के सातवें गुरु श्री गुरु हर राय जी के बड़े बेटे श्री गुरु राम राय जी का जन्म होली के पांचवें दिन 1646 में चैत्रवदी पंचमी को हुआ था. साल 1676 में श्री गुरु राम राय जी दून घाटी में आए थे. उस दौरान गढ़वाल नरेश फतेहशाह ने उन्हें तीन गांव खुदबुड़ा, राजपुर और चामासारी दान किए थे. इसके बाद फतेह शाह के पोते प्रदीप शाह ने भी धामावाला, मियां वाला, पंडितवाड़ी और छतरावाला उन्हें दान किए थे. कहा जाता है कि श्री गुरु राम राय जी महाराज ने दून में डेरा डाला था, इसीलिए इस जगह का नाम देहरादून पड़ा. इसके साथ ही श्री गुरु राम राय जी महाराज के जन्मदिन पर हर साल श्री झंडा जी मेले की शुरुआत हुई. कहा जाता है कि इसी दिन महाराज जी देहरादून भी पहुंचे थे, इसलिए उनकी याद में श्री झंडा जी को चढ़ाया जाता है.

ये है झंडे जी की खासियत

इस साल श्री झंडा जी के ध्वजदंड की लंबाई 86 फीट और मोटाई 30 इंच है. परंपरा के अनुसार झंडा जी में तीन तरह के गिलाफ चढ़ाए जाते हैं. इसमें सबसे नीचे सादा गिलाफ चढ़ता है. इसके ऊपर सनील गिलाफ होता है, जिनकी संख्या 20 से 50 होती हैं. इस गिलाफ को चढ़ाने के लिए श्री दरबार जी महाराज में बुकिंग करने पर करीब 25 साल के दौरान संगत का नंबर आता है. सबसे ऊपर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाता है, जिसके लिए श्री दरबार जी महाराज में दरख्वास्त करने पर करीब 100 साल बाद इसे चढ़ाने का मौका मिलता है. इस साल पंजाब के हरभजन सिंह द्वारा दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाएगा. करीब 104 साल पहले हरभजन के परिजनों ने इसके लिए बुकिंग करवाई थी. दर्शनी गिलाफ चढ़ाने के लिए साल 2132 तक के लिए बुकिंग हो चुकी है.

17 अप्रैल तक चलेगा झंडे जी मेला

वैसे तो श्री दरबार जी महाराज में लगने वाले झंडे मेले के लिए देश भर से संगतें आती हैं. लेकिन खासतौर पर उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और राजस्थान की सबसे ज्यादा संगतें यहां पहुंचती हैं. झंडे जी का मेला करीब एक महीना चलता है. इस बार आज को श्री झंडे जी का भव्य आरोहण किया जाएगा. 17 अप्रैल को रामनवमी के साथ श्री झंडे जी का मेला संपन्न होगा.

 

 

 

हरिद्वार सीट पर सबसे ज्यादा 14 नामांकन,जम्मू कश्मीर के माइग्रेंट वोटर्स ऐसे कर सकते हैं वोट

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में सबसे ज्यादा हरिद्वार सीट पर 14 नामांकन हुए है। जबकि अल्मोड़ा में सबसे कम 8 प्रत्याशियों ने नामांकन कराया है। इसके साथ ही टिहरी के लिए 11, गढ़वाल के लिए 13 व नैनीताल के लिए 10 नामांकन हुए हैं। हरिद्वार लोक सभा क्षेत्र में तकनीकि कारणों से 07 नामांकन पत्र खारिज किये गये हैं।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में लोक सभा सामान्य निर्वाचन 2024 के लिए जांच के बाद जो नामांकन वैध पाये गये हैं, उनमें टिहरी लोक सभा सीट में 11, गढ़वाल लोकसभा सीट में 13, अल्मोड़ा लोकसभा सीट में 08, नैनीताल लोकसभा सीट में 10 और हरिद्वार लोकसभा सीट में 14 नामांकन शामिल हैं। हरिद्वार लोक सभा क्षेत्र में तकनीकि कारणों से 07 नामांकन पत्र खारिज किये गये हैं।
वैध पाए गये नामांकन में यदि कोई प्रत्याशी नाम वापस लेना चाहते हैं, तो 30 मार्च 2024 तक 03 बजे तक नाम वापसी के लिए आवेदन कर सकते हैं। सर्विस वोटर के लिए राज्य में जो आवेदन प्राप्त हुए थे, उनके निर्वाचक नामावलियां तैयार हो गई हैं, इसके आधार पर 93187 सर्विस वोटर दर्ज हुए हैं, जिनमें 90 हजार 554 पुरुष एवं 2633 महिला सर्विस वोटर दर्ज किये गये हैं। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जम्मू और कश्मीर के माइग्रेंट वोटर्स भी अपना पोस्टल बैलट के लिए फॉर्म जमा कर सकते हैं। उसका प्रारूप फॉर्म 12ब होगा। यदि वे फिजिकली वोट के लिए अनुरोध करते हैं, तो उनके लिए फॉर्म ड होगा। यह जानकारी माइग्रेंट वोटर्स को उनके चुनाव पंजीकरण अधिकारी (ई.आर.ओ.) के माध्यम से उपलब्ध करा दी गई है। ये व्यक्ति अपने आवेदन पत्र जहां पर वे अभी निवास कर रहे हैं, वहां पर यह कार्यवाही करनी है। इन परिवारों एवं व्यक्तियों से जो अपना फॉर्म 12ब और फॉर्म ड जमा करना चाहते हैं, संबंधित ई.आर.ओ. कार्यालय में जाकर तीन डॉक्यूमेंट जमा करने होंगे। पहला डॉक्यूमेंट फॉर्म ड या फॉर्म 12ब में से कोई एक। दूसरा जहां पर वर्तमान में निवास कर रहे हैं, वहां का रेजीडेंस प्रूफ और तीसरा रिलीफ कमिश्नर से प्राप्त माइग्रेशन सर्टिफिकेट या अन्य कोई अभिलेख।
इन अभिलेखों को जमा करने के बाद राज्य के ई.आर.ओ इन आवेदन पत्रों को ऑनलाइन मोड से संबंधित ई.आर.ओ को भेजेंगे, जो जम्मू और कश्मीर राज्य में होंगे। यह सुविधा केवल तीन लोकसभा क्षेत्रों श्रीनगर, अनन्तनाग और बारामुला के लिए उपलब्ध होंगे।

देहरादून में 10 मई को भगवान परशुराम जी की प्रतिमा का लोकार्पण किया जायेगा

News web media Uttarakhand : अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति के प्रतिनिधि मंडल ने आचार्य शशिकांत दुबे व पंडित लवमोहन शर्मा जी के साथ भगवान परशुराम चौक नेहरू कालोनी का निरीक्षण किया।

भगवान परशुराम चौक पर स्थित फवार पार्क पर प्रतिमा लगाने के स्थान की भूमि को चिन्हित कर पंचांग के अनुसार शुभ महूर्त  दिनांक 21-4-2024 रविवार को भूमि पूजन के साथ प्रतिमा स्थापित करने हेतु चबूतरे का निर्माण आरम्भ करने का निर्णय लिया गया ।

यह भी निर्णय हुआ की 10 मई 2024 अक्षय तृतीया व चिरंजीवी भगवान परशुराम जी के जन्म उत्सव पर भगवान परशुराम जी की एक भव्य प्रतिमा का लोकार्पण कर विशाल भण्डारे का आयोजन किया जायेगा। इसके साथ साथ विभागय अनुमति के साथ भगवान परशुराम चौक को प्रदर्शित करते भगवन परशुराम जी का प्रतीक चिन्ह फरसा /परसा, धर्म ध्वजा व बोर्ड  पार्क व चौराहे के चारो तरफ लगाए जायेंगे जिससे चौक भगवान परशुराम चौक के नाम से ही जाना व पहचाना जाए यह सम्पूर्ण कार्य समिति अपने संरक्षकों व सदस्यों के आर्थिक सहयोग से करेगी।लोक निर्माण विभाग व एम डी डी ए को भी नगर निगम देहरादून द्वारा लिखित रूप से अवगत करवा दिया गया है की उपरोक्त चौक जो पहले फवारा चौक के नाम से था वह 31-11-2023 से भगवान परशुराम चौक के नाम से विख्यात होगा। लोक निर्माण विभाग भी अपने स्तर से जो स्थान सूचक बोर्ड लगता है उसमे इस चौक को भगवान परशुराम चौक ही इंगित करे।

विशेष रूप से चैत्र शुक्ला प्रतिपदा , नवसम्वसर 2081, हिन्दू नव वर्ष की पूर्व संध्या पर दिनांक 8 अप्रैल 2024 सोमवार को 2081 दीप भगवान परशुराम चौक पर प्रजलवित कर हिन्दू नव वर्ष का स्वागत भी समिति द्वारा किया जायेगा।

धामी सरकार के बड़े फैसलों को राष्ट्रीय स्तर पर भुनाएगी भाजपा…यूपी, राजस्थान में रैली करेंगे सीएम

News web media uttarakhand : भाजपा धामी सरकार के समान नागरिक संहिता, सख्त नकल विरोधी कानून, दंगा रोधी कानून, लैंड जिहाद, जबरन धर्मांतरण रोकने के कानून को राष्ट्रीय स्तर पर भुनाएगी। इन बड़े फैसलों का जनता के बीच में प्रचार करने के लिए पार्टी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को राजस्थान, उत्तरप्रदेश और जम्मू कश्मीर के प्रमुख स्टार प्रचारकों में शामिल किया है।

धामी इन तीनों राज्यों में चुनाव प्रचार करेंगे। माना जा रहा है कि उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य में बड़े फैसलों और निर्णयों से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की डिमांड राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ी है। लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने टॉप स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है।

इस सूची में भी देवभूमि से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी टॉप पर हैं। तीनों राज्यों में करीब 30 से 40 स्टार प्रचारक हैं लेकिन उत्तराखंड से सिर्फ मुख्यमंत्री धामी का नाम शामिल है। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व लोस चुनाव में धामी सरकार के बड़े फैसलों को देशभर में नजीर के रूप में प्रदर्शित करना चाहता है।

यूपी, राजस्थान, जम्मू में रैल

आज भाजपा और कांग्रेस के तीन प्रत्याशी करेंगे नामांकन, सीएम सहित वरिष्ठ नेता रहेंगे मौजूद

News web media Uttarakhand : लोकसभा चुनाव में उतरने के लिए आज 26 मार्च को गढ़वाल सीट से भाजपा के प्रत्याशी अनिल बलूनी, टिहरी से माला राज्यलक्ष्मी शाह और कांग्रेस के प्रत्याशी जोत सिंह गुनसोला पर्चा भरेंगे। दोनों दलों की पार्टी प्रत्याशियों के नामांकन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बलूनी और माला राज्यलक्ष्मी शाह के नामांकन में मुख्यमंत्री धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी गुनसोला के नामांकन में प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा समेत कई नेता भी रहेंगे।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों को स्टार प्रचारकों के आगमन का बेसब्री से इंतजार है, जबकि उनके प्रतियोगी पार्टी ने पहले ही पांचों सीटों पर चुनाव मैदान में तैयारी के लिए स्टार प्रचारकों की लंबी फेहरिस्त बना ली है। जबकि अब तक कोई बड़ा नेता उत्तराखंड दौरे पर नहीं आया है।

सीएम धामी बोले- हेमकुंड गोविंद घाट रोपवे तैयार होने के बाद श्रद्धालु मात्र 45 मिनट में यात्रा पूरी कर सकेंगे

News web media uttarakhand : उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह ने मंगलवार को सिखों के एक कार्यक्रम में कहा मोदी सरकार बिना भेदभाव के कार्य कर रही है। इसके साथ ही उन्‍होंने बताया 850 करोड़ की लागत बन रहे हेमकुंड गोविंद घाट रोपवे जिसका शिल्यान्‍यास हो चुका है इस रोपवे के निर्माण होकर तैयार हो जाने के बाद भविष्य में यह लंबी यात्रा श्रद्धालु मात्र 45 मिनट में पूरी कर सकेंगे।
बता दें सिखों के पवित्र धर्मस्थल हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे बनने का कार्य साल की शुरूआत में हो चुका है। सीएम धामी ने कहा इसके तैयार होने जाने के बाद ये लंबा रास्‍ताा श्रद्धालुओं के लिए बड़ ही आसान हो जाएगा। बता दें गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक बनने वाले दुनिया के सबसे ऊंचे रोपवे की लंबाई 12.4 किमी होगी। हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा के लिए बनाए जा रहे रोपवे के बारे में बात करके हुए सीएम धामी ने कहा इसके बनने से श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी।
इसके साथ ही बदरीनाथ आने वाले 60 फीसदी यात्री भी हेमकुंड साहिब में भी दर्शन करने के लिए पहुंच सकेंगे। उन्‍होंने दोहराया रोपवे से हेमकुंड साहिब तक का सफर सिर्फ 45 मिनट में पूरा होगा। बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं को ज्यादा सुविधा होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका शिलान्यास कर चुके हैं। सीएम धामी ने कहा गोविन्‍द घाट से हेमकुंड साहिब तक 850 करोड़ की लागत से बनने वाला ये रोपवे उत्‍तराखंड के विकास के नौ रत्‍नों में शामिल है। इसके बन जाने के बाद यहां आने वाले भक्‍तों की संख्‍या में बढ़ोत्‍ती होगी। 19 किलोमीट पैदल चढ़ाई वाला रास्‍ता श्रद्धालू रोपवे के जरिए केवल 45 मिनट में पूरा कर लेंगे। उन्‍होंने कहा हमारी सरकार में बीते ढ़ाई सालों में सख्‍त महत्‍वपूर्ण और कठोर निर्णय लिए गए जो बीते 23 सालों में नहीं लिए गए। सीएम धामी नेकहा विपक्षियों ने हमेशा हर वर्ग को साधते हुए वोटबैंक की राजनीति की है लेकिन आज सरकार विकास करती है, वोट भी विकास पर मांगे जा रहे हैं।

139 करोड़ के बिजली बिल दबाए बैठे उत्तराखंड में सरकारी विभाग, भुगतान को दो दिन का अल्टीमेटम

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) का 139 करोड़ 88 लाख रुपये का बिजली बिल सरकारी विभाग दबाए बैठे हैं। अब मुख्य सचिव ने सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव व सचिवों को बकाया भुगतान 20 मार्च तक कराने के आदेश दिए हैं।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की ओर से जारी पत्र में कहा गया, चूंकि केंद्र सरकार विद्युत वितरण क्षेत्र में सुधार को आरडीएसएस योजना चला रही है। जिसके तहत यूपीसीएल को सुधारीकरण का अनुदान मिलेगा। अनुदान की एक शर्त ये भी है कि इसके लिए सभी सरकारी विभागों का बकाया बिजली बिल जमा होना चाहिए। लिहाजा, उन्होंने सभी विभागों को तत्काल पैसा जमा कराने को कहा है। 20 मार्च तक इसकी सूचना भी उपलब्ध कराने को कहा गया है।

आरडीएसएस से यूपीसीएल को मिलने हैं 2,600 करोड़

संशोधित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत यूपीसीएल को 2,600 करोड़ मिलेंगे। इस रकम से यूपीसीएल का आपूर्ति इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा। बिजली चोरी रुकेगी। बिजली लाइनों को भूमिगत किया जाएगा। योजना में बिजली चोरी और लाइन लॉस रोकने के लिए एबी केबिल बिछाई जाएंगी। इसके अलावा सभी स्टेशन की क्षमता को भी बढ़ाने का काम किया जाएगा।

सरकारी विभागों पर बकाया

अल्मोड़ा-6.69 करोड़ रुपये

बागेश्वर-1.02 करोड़ रुपये

चमोली-2.39 करोड़ रुपये

चंपावत-1.14 करोड़ रुपये

देहरादून-11.97 करोड़ रुपये

हरिद्वार-61.83 करोड़ रुपये

नैनीताल-13.42 करोड़ रुपये

पौड़ी-1.55 करोड़ रुपये

पिथौरागढ़-3.40 करोड़ रुपये

रुद्रप्रयाग-1.15 करोड़ रुपये

टिहरी-5.45 करोड़ रुपये

ऊधमसिंह नगर-25.37 करोड़ रुपये

उत्तरकाशी-4.44 करोड़ रुपये

 

उत्तराखंड में 19 अप्रैल को होगा पहले चरण में मतदान, पांच सीटों पर होगी वोटिंग

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान 19 अप्रैल को होगा, जिसमें प्रदेश की पांचों सीटों पर नागरिकों का वोटिंग प्रक्रिया में शामिल होगा। इस चरण के दौरान, राज्य के नागरिक अपने नेताओं का चयन करने के लिए वोट डालेंगे, जिसके फलस्वरूप नई सरकार का गठन होगा।
यह चरण उत्तराखंड की राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह निर्णायक रूप से प्रदेश के भविष्य को निर्धारित करेगा। नागरिकों को इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उत्तराखंड चुनाव आयोग ने सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं और लोगों को वोटिंग के लिए प्रेरित किया गया है।