उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उत्तराखंड दौरे का तीसरा और आखिरी दिन है। मुख्यमंत्री योगी 11:15 पर गुरुकुल विश्वविद्यालय हेलीपैड पहुंचेंगे। उस दौरान उत्तराखंड के सीएम धामी भी मौजूद रहेंगे। वह 2 बजे तक भागीरथी गृह के लोकार्पण कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा बनाए गए भागीरथी गेस्ट हाउस का लोकार्पण करेंगे.2:30 बजे ऋषिकुल में स्पर्श गंगा स्वच्छता अभियान में शामिल होंगे। 3 बजे गुरुकुल हेलीपैड से जौलीग्रांट एयरपोर्ट के लिए होंगे रवाना। इसके अलावा उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी का हरिद्वार दौरा है। सीएम धामी 11:15 बजे भागीरथी अतिथि गृह के लोकार्पण समारोह में प्रतिभाग करेंगे।
उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश राज्य के मध्य परिसंपत्तियों पर सहमति के बाद निर्णय तो हुए, लेकिन अभी कुछ प्रस्तावों पर आदेश जारी नहीं हो पाए हैं। इन मामलों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज बृहस्पतिवार को हरिद्वार में होने वाले कार्यक्रम के दौरान उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष उठा सकते हैं।
योगी के पैतृक गांव में हुए एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी परिसंपत्तियों पर हुए निर्णय के लिए मुख्यमंत्री योगी का धन्यवाद व्यक्त कर चुके हैं लेकिन सिंचाई विभाग के भवनों के हस्तांतरण व अन्य मसलों को वह सीएम योगी के समक्ष उठा सकते हैं।
बीते साल 18 नवंबर को सीएम योगी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बीच सिंचाई विभाग की परिसंपत्तियों के मसले को लेकर लखनऊ में बातचीत को आज गुरुवार को विस्तार दिया जा सकता है।
नवंबर में जिन आठ बिंदुओं पर बातचीत हुई थी, आज की मीटिंग में उनकी प्रोगेस रिपोर्ट पेश की जाएगी। मीटिंग में हरिद्वार और यूएसनगर ज़िले में सिंचाई विभाग की करीब एक हजार हेक्टेयर ज़मीन और हरिद्वार में मौजूद और यूएस नगर में मौजूद भवनों को उत्तराखंड को ट्रांसफर करने पर मुहर लग सकती है। इसे लेकर यूपी और उत्तराखंड के सिंचाई विभाग के अधिकारी पहले ही जॉइंट सर्वे कर चुके हैं।
दोनों राज्यों के मध्य उत्तराखंड के क्षेत्र में उपयोग के लिए आवश्यक भूमि व भवों का आंकलन करने के लिए संयुक्त सर्वे टीम बनाने का निर्णय लिया गया था। संयुक्त सर्वे में जिला हरिद्वार में 669.920 हेक्टेयर, व ऊधम सिंह नगर जिले में 332.873 हेक्टेयर भूमि का हस्तांतरण किए जाने पर सहमति बनी।
इसके अलावा हरिद्वार में 484 आवासीय व अनावासीय भवन व ऊधमसिंह नगर में 47 आवासीय व अनावासीय भवनों को भी उत्तराखंड सिंचाई विभाग को दिए जाने का निर्णय हो चुका है लेकिन आदेश अब तक जारी नहीं हुए। जिला चंपावत के बबसा में सिंचाई विभाग को परिसंपत्तियों का हस्तांतरण नहीं हो पाया। इसके अलावा ऊधमसिंह नगर के धौराल, बैगुल एवं नानक सागर जलाशय में पर्यटन व जल क्रीड़ा एवं पुरानी गंग नहर में वाटर स्पोर्टस की अनुमति का मसले पर भी चर्चा संभव है।