उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ट्रैफिक के बढ़ते दबाव के कारण 6 साल पहले मेट्रो लॉन्च करने की योजना बनाई गई थी. कई कारणों के चलते यह सिर्फ योजना ही बन कर रह गयी . अब मेट्रो का छोटा रूप मेट्रो नियो (ट्राम) चलाने की तैयारी हो रही है. करीब 22 किलोमीटर लंबे रूट प्रोजेक्ट को राज्य सरकार से मंज़ूरी मिलने के बाद इसे केंद्र सरकार के अप्रूवल के लिए भेजा गया है. अब उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर तक इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को केंद्र हरी झंडी दे सकता है.
इस साल अक्टूबर तक देहरादून को एक नए ट्रांसपोर्ट सिस्टम मेट्रो नियो या ट्राम (Tram) की सौगात मिल सकती है. राज्य सरकार से इस प्रोजेक्ट को मंज़ूरी मिलने के बाद इसे केंद्र सरकार के अप्रूवल के लिए भेजा गया है और मेट्रो प्रोजेक्ट के अधिकारी पूरी उम्मीद जताने के साथ ही उत्साह के साथ ये भी बता रहे हैं कि इसके बाद हरिद्वार और ऋषिकेश में किस तरह के प्लान आने वाले हैं.
देहरादून में मेट्रो नियो के दो कॉरीडोर
पहला कॉरीडोर – ISBT से सहारनपुर रोड, पथरीबाग, गांधी रोड से परेड ग्राउंड तक होगा
दूसरा कॉरीडोर – FRI मेन गेट से घंटाघर, ईसी रोड, रिस्पना ब्रिज, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री और रायपुर सिटी बस अड्डे तक होगा.
हरिद्वार में वैकल्पिक ट्रांसपोर्ट के रूप में पॉड टैक्सी चलाने के प्रोजेक्ट को उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मंजूरी दे दी है. अब इसे फाइनल सेंक्शन के लिए शासन को भेजा जा रहा है. पीपीपी मोड पर बनने वाले इस प्रोजेक्ट के लिए हरिद्वार में करीब 23 किलोमीटर लंबा ट्रेक बनाया जाएगा. इसके अलावा कॉरपोरेशन हरिद्वार में हर की पौड़ी से चंडी देवी तक रोपवे भी लगाने जा रहा है.