पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने समर्थकों के साथ डोईवाला चीनी मिल के गेट पर धरना दिया। उन्होंने मौन व्रत रखा। इससे पहले उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के गन्ने का मूल्य घोषित नहीं कर रही है, जबकि चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू होने जा रहा है। जल्द गन्ने का मूल्य घोषित किया जाए।डोईवाला शुगर मिल पर प्रदेश में अभी तक गन्ना मूल्य तय न करने का विरोध कर रहे हैं। उनके साथ कांग्रेस के कई कार्यकर्त्ता भी धरना स्थल पर मौजूद हैं। इस अवसर पर सुशील राठी, मधु थापा, मनोज नौटियाल, ईश्वर चंद पाल, अब्दुल रज्जाक, उम्मीद बोरा, गुरदीप सिंह, अशोक पाल सागर, मनवाल राजवीर खत्री आदि मौजूद रहे।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने केवल सांकेतिक उपवास रखकर धरना दिया है। यदि जल्द नया गन्ना मूल्य घोषित नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा।किसानों पर जो तीन काले कानून थोपे गए हैं, इससे किसानों का अपना और उनके बच्चों का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है। उत्तराखंड में तीन और समस्याएं किसानों के सामने उठ खड़ी हुई है। एक तो अभी तक गन्ने का मूल्य भुगतना इकबालपुर चीनी मिल में नहीं हुआ है। गन्ने का खरीद मूल्य घोषित ने होने से किसान सिर्फ अंदाज ही लगा रहा है उनका गन्ना कितने का होगा। तो जल्द इसका मूल्य घोषित हो जाना चाहिए।शुगर मिल प्रशासन ने अभी तक गन्ना पेराई सत्र के लिए तिथि तय नहीं की है। समय पर पेराई शुरू होने पर किसान आगामी गेंहू के लिए बुवाई कर सकता है। किसानों ने कई मर्तबा बढ़ती महंगाई और लागत के सापेक्ष नया गन्ना मूल्य देने की मांग की है।