कोरोना का नया वेरिएंट: देशभर में नया वैरिएंट ओमिक्रॉन का खौफ बढ़ा, उत्तराखंड में बाहर से आने वालों की सीमाओं पर होगी कोरोना जांच

उत्तराखंड में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मरीज बढ़ने लगे हैं। एक दिन पहले राष्ट्रपति की सुरभा में तैनात सात पुलिसकर्मी और भारी संख्या में सेना के जवान कोविड संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद राज्य में हड़कंप मच गया है। शासन ने राज्य के लिए फिर से दिशा निर्देश जारी किए हैं। पर्यटकों से लेकर नागरिकों को नियमों का पालन करना जरूरी होगा।

उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ पंकज कुमार पांडेय ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे बाहर से आने वाले लोगों की निगरानी के साथ ही कोविड-19 वैरिएंट ओमाइक्रोन के खिलाफ एहतियात के तौर पर सघन जांच भी करें।

  • उत्तराखंड में बढ़ने लगे कोविड-19 वायरस के मरीज
  • एक साथ सेना के कई जवान और पुलिसकर्मी मिले संक्रमित
  • ओमिक्रॉन वैरिएंट का भी बढ़ने लगा है खौफ, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
  • बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच उत्तराखंड के बॉर्डर पर ही होगी

उत्तराखंड के डीजी स्वास्थ्य डॉ. तृप्ति भगुना ने कहा कि उत्तराखंड सीएमओ को राज्य के बाहर से आने वाले सभी यात्रियों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए राज्य के हर बॉर्डर पर आरटी-पीसीआर कोविड-19 परीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं।

हांगकांग और दक्षिण अफ्रीका में कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रान मिलने के बाद देशभर में अलर्ट जारी किया गया है। इसके बाद अब उत्तराखंड में भी हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है। कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करने के साथ ही अस्पतालों में भी पूरी तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। डीजी हेल्थ डा. तृप्ति बहुगणा ने सभी जिलों को निर्देश कि अगर राज्य के बाहर से आने वाले सभी यात्रियों की कोविड जांच की जाए। अगर संक्रमण की पुष्टि होती है तो 14 दिनों त क्वारंटाइन रखा जाए। उन्होंने बार्डर पर कोविड जांच के भी निर्देश दिए।

स्वास्थ्य सचिव ने उचित रोकथाम के लिए जिला स्तर पर निगरानी दल गठित करने के भी निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य सचिव के निर्देश के बाद देहरादून के जिला मजिस्ट्रेट आर राजेश कुमार ने अधिकारियों को बाजारों में औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया कि यह देखने के लिए कि क्या कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है या नहीं।

क्या है ओमिक्रॉन वैरिएंट
ओमिक्रॉन संस्करण (बी.1.1.529), कोरोनावायरस का एक नया संस्करण, पहली बार बोत्सवाना में 11 नवंबर, 2021 को रिपोर्ट किया गया था, और 14 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में दिखाई दिया।

स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ तृप्ति बहुगुणा ने रविवार को निदेशक गढ़वाल और निदेशक कुमाऊं के साथ ही सभी जिलों के मुख्य चिकित्सधिकारियों के साथ वीडियोकांफ्रेंसिंग की। इस दौरान उन्होंने वायरस के नए स्वरूप को फैलने से रोकने के लिए कड़े उपाय करने को कहा है। उन्होंने कहा कि सभी सीएमओ को बाहर से आए लोगों की कांट्रेक्ट ट्रेसिंग करने के साथ ही टेस्टिंग करने को कहा गया है। साथ ही सैंपलिंग बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही महानिदेशक ने सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं।

राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक्सपर्ट कमेटी ने टेस्टिंग बढ़ाने, कान्टैक्ट ट्रैसिंग व रोकथाम के अन्य उपायों पर जोर दिया है। इसके अलावा बार्डर, बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट आदि पर भी पुन: सैंपलिंग शुरू करने की बात कही है। कहा कि राज्य में बाहर से आ रहे हर व्यक्ति की जांच अनिवार्य की जाए। वहीं, तमाम आयोजनों में भीड़भाड़ से बचा जाए। राज्य में कोरोना की रोकथाम के लिए गठित एक्सपर्ट कमेटी के अध्यक्ष एवं एचएनबी चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति डा. हेमचंद्र पांडेय ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में कोविड अनुरूप व्यवहार व कुछ प्रतिबंधों को पुन: लागू करना समय की मांग है।

इस समय पूरा ध्यान टेस्टिंग व ट्रैसिंग पर देना होगा। इसके अलावा किसी भी बड़े आयोजन या भीड़भाड़ से बचना चाहिए। आमजन के लिए जरूरी है कि वह मास्क, शारीरिक दूरी, सैनिटाइजेशन आदि का पालन करें। इसके लिए उन्हें खुद जिम्मेदार होना होगा। पुलिस-प्रशासन को भी अब इसे लेकर सख्ती बरतनी होगी। जरा भी लापरवाही कोरोना के फैलाव की आशंका को और बढ़ा सकती है।

कोरोना के लगातार आ रहे नए वेरिएंट को देखते हुए देहरादून में भी शासन-प्रशासन ने जांच की सुविधाओं को बढ़ाना शुरू कर दिया है। दून मेडिकल कॉलेज की लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच शुरू कर दी गई है। इससे पहले जीनोम सिक्वेंसिंग जांच के लिए सैंपल दिल्ली भेजे जा रहे थे। उत्तराखंड में शनिवार को 14 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। हालांकि, किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या अब 150 हो गई है।

ऋषिकेश के स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम में महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनके परिवार की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पहुंचे सात पुलिस कर्मी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। पुलिस कर्मियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पौड़ी स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया।

दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रान को विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने ‘वैरिएंट आफ कंसर्न’ की कैटेगरी में रखा हुआ है। इसके खतरे को देखते हुए हुए कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया। वैरिएंट आफ कसंर्न वह वैरिएंट्स हैं, जो तेजी से फैलते हैं और गंभीर लक्ष्‍ण दिखाते हैं।

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