उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। इसके साथ उन्होंने कहा कि चंपावत की महान जनता ने आम चुनाव में कैलाश सिंह गहतोड़ी को प्रचंड बहुमत से जिताया। मैंने आज यहां से प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरा है। हमारे यहां बहुत संभावनाएं हैं। पर्यटन, बागवानी, शिक्षा सभी क्षेत्रों में आगे बढ़े इसके लिए हम काम करेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को चंपावत उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ भारी संख्या में उनके समर्थक मौजूद रहे। वहीं सीएम के लिए सीट छोड़ने वाले पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी भी पूरी प्रक्रिया के दौरान उनके साथ दिखे।
सोमवार को सीएम धामी के नामांकन को लेकर कार्यकर्ताओं में जबरस्त उत्साह देखने के लिए मिल रहा है। नामांकन से पहले सीएम ने पत्नी के साथ चकरपुर बनखंडी महादेव शिव मंदिर सुबह पूजा अर्चना कर जलाभिषेक किया। इस के बाद सीएम ने रोड शो किया। इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, सांसद अजय टम्टा, कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास, सौरभ बहुगुणा, रेखा आर्या समेत कई विधायक और वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे।
सीएम पुष्कर सिंह धामी सुबह नौ बजे चंपावत के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने टनकपुर बनबसा में सबसे पहले रोड शो किया। इसी बीच तजगह-जगह समर्थकों व आम लोगों ने उनका स्वागत किया। सीएम ने भी सभी का अभिवादन स्वीकार किया। इस बीच वह लोगों से जनसंपर्क भी करते रहे। 90 किमी लंबा रोड शो करने के बाद सीएम चंपावत तहसील पहुंचे और यहां नामांकन दाखिल किया। उनके नामांकन दाखिल करते ही उनके समर्थकों ने जोर शोर से उनके समर्थन में नारेबाजी की।
उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैंने आज कैलाश सिंह गहतोड़ी की उपस्थिति में नामांकन किया है। उन्होंने कहा कि मैं चंपावत के ग्रामीण इलाकों के रहने वाले लोगों को बेहतर रोड और इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ रोजगार उपलब्ध कराने पर काम करूंगा। मैं चंपावत के लोगों की सेवा करने के लिए तैयार हूं। इस क्षेत्र में विकास ही मुद्दा है. इसके साथ धामी ने कहा, ‘यह मेरा सौभाग्य है कि मां बाराही, मां पूर्णागिरि, गोल्ज्यू देवता और बाबा गोरखनाथ की भूमि से मुझे चुनाव लड़ने का अवसर मिल रहा है। चंपावत के देवतुल्य जनता से मुझे जिस प्रकार का प्रेम व स्नेह मिला है, उसका धन्यवाद करने हेतु मेरे पास शब्द नहीं है। इसके साथ कहा कि मुख्य सेवक का दायित्व मिलने के बाद मैंने प्रदेश की हर विधानसभा में जाने का प्रयास किया और उत्तराखंड की देवतुल्य जनता ने भाजपा को 47 सीटें देकर इतिहास बनाने का कार्य किया।