उत्तराखंड में कोरोना वायरस का संक्रमण दर भी तेजी से बढ़ रहा है। , हर 82 सेकेंड में औसतन एक मामला दर्ज

उत्तराखंड में कोरोना वायरस के प्रसार की रफ्तार चरम पर पहुंच गई है। बीते एक पखवाड़े (एक अप्रैल से 15 अप्रैल) में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 15833 मामले आए हैं, जबकि जनवरी से मार्च तक यानी तीन माह में राज्य में 9491 मामले आए थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हालात किस कदर भयावह हो रहे हैं।
बीते 15 दिन की स्थिति का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि हर 82 सेकेंड में संक्रमण का औसतन एक मामला दर्ज हो रहा है। एक अप्रैल को प्रदेश में 500 लोग संक्रमित मिले थे। 15 अप्रैल को यह आंकड़ा साढ़े चार गुना बढ़कर 2220 पर पहुंच गया। एक अप्रैल को प्रदेश में 2236 सक्रिय मामले थे, जिनकी संख्या अब बढ़कर 12484 पहुंच गई है। रिकवरी दर भी 94.59 से घटकर 85.83 फीसद पर आ गई है।

उत्तराखंड में दून और हरिद्वार कोरोना के हॉटस्पॉट बने हुए हैं। पिछले 15 दिन में इन दो जनपदों में 11142 लोग संक्रमित मिले हैं। यह प्रदेश के कुल मामलों का 70 फीसद है। इस दौरान देहरादून में 6644 और हरिद्वार में 4498 मामले आए हैं। दून, विकासनगर, ऋषिकेश और मसूरी में फिलवक्त 40 से अधिक कंटेनमेंट जोन हैं।

देहरादून जनपद की स्थिति अब भयावह होती जा रही है। हर दिन सबसे ज्यादा मामले यहीं आ रहे हैं। गुरुवार को जनपद में अब तक के सर्वाधिक 914 मामले आए। स्थिति इसलिए ज्यादा चिंताजनक है, क्योंकि यहां संक्रमण दर भी तेजी से बढ़ रही है। गुरुवार को दून में सैंपल पॉजिटिविटी रेट 16.89 फीसद पर पहुंच गया। एक सप्ताह पहले आठ अप्रैल को यह 3.72 फीसद था।

संक्रमण की स्थिति
मामले
जनवरी: 5209
फरवरी: 863
मार्च: 3419
अप्रैल (15 तक): 15833

मौत
जनवरी: 135
फरवरी: 48
मार्च: 25
अप्रैल (15 तक): 85

संक्रमण दर
जनवरी: 1.45
फरवरी: 0.31
मार्च: 1.02
अप्रैल (15 तक): 3.33

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हुए कोरोना पॉजिटिव। मुख्यमंत्री ने खुद ट्वीटर के माध्यम से जानकारी दी

देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर ने बेहद भयानक रूप ले लिया। इसकी चपेट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आ गए हैं। आज उनकी कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ अब सेल्फ आइसोलेशन में गए हैं।
मुख्यमंत्री ने खुद इसकी जानकारी ट्वीटर के माध्यम से दी है मुख्यमंत्री ने लिखा है कि शुरुवाती लक्षण दिखने पर मैने कोविड की जांच करवाई और मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है।

मैं सेल्फ आइसोलेशन में हूं और चिकित्सकों के परामर्श का पूर्णतः पालन कर रहा हूं। सभी कार्य वर्चुअली संपादित कर रहा हूं।

प्रदेश सरकार की सभी गतिविधियां सामान्य रूप से संचालित हो रही है। इस बीच जो लोग मेरे संपर्क में आए हैं वह अपनी जांच अवश्य करा लें और एहतियात बरतें।

सीएम योगी आदित्यनाथ का मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण टेस्ट कराया गया था। जिसकी आज मिली रिपोर्ट के अनुसार वह कोरोना पॉजिटिव हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब लखनऊ में अपने सरकारी आवास में सेल्फ आइसोलेशन में गए हैं। मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल, सचिव अमित सिंह, ओएसडी अभिषेक कौशिक भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।

15 मई को खुलेंगे विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट, 18 अप्रैल को तय होगा यमुनोत्री धाम खुलने का शुभ मुहूर्त

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री एवं गंगोत्री मंदिर के कपाट इस बार अलग-अलग तारीख को खुलने की स्थिति बन रही है।यमुनोत्री मंदिर खुलने का शुभ मुहूर्त 18 अप्रैल को तय होगा।

गंगोत्री मंदिर के कपाट 15 मई को खुलेंगे। अक्षय तृतीय, मिथुन लग्न की शुभ बेला पर विधिवत पूजा अर्चना के साथ सुबह 7:30 पर श्रद्धालुओं के दर्शनाथ कपाट खोल दिये जायेंगे। पवित्र धाम के कपाट खोलने के लिए 14 मई को अपने शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से सुबह 11:45 बजे मां गंगा की उत्सव डोली गंगोत्री धाम के लिए रवाना होगी। चैत्र नवरात्र के अवसर पर गंगोत्री तीर्थ पुरोहितों ने गंगोत्री धाम के कपाट खोलने के लिए शुभ मुहूर्त निकाला।

विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई को भक्तों के लिए खोले जाएंगे। पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ रावल ने घोषणा की है। प्राचीन परपंरा के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन हर साल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने का दिन निकाला जाता है। केदारनाथ धाम के कपाट खोलने के लिए भगवान भैरवनाछ की 13 मई को पूजा-अर्चना की जाएगी।

बाबा केदार की चल विग्रह डोली पहले ऊखीमठ से प्रस्थान कर 14 मई को फाटा विश्राम के लिए पहुंचेगी। जबकि 15 मई को को गौरीकुंड और 16 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी, जहां 17 मई को सुबह पांच बजे भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ समेत चारधामों के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर में सर्दियों में बंद कर दिए जाते हैं, जो अगले साल फिर अप्रैल-मई में भक्तों के लिए खोल दिए जाते हैं।

उत्तराखंड के गढवाल हिमालय में स्थित विश्वप्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए इस साल 18 मई को खुलेंगे। बदरीनाथ मंदिर को खोले जाने का मुहूर्त मंगलवार को बसंत पंचमी के मौके पर नरेंद्रनगर स्थित टिहरी राजवंश के दरबार में आयोजित समारोह में निकाला गया।

 

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बोले, हरिद्वार महाकुंभ को दिव्य भव्य और सुरक्षित तरीके से कराया जा रहा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि हरिद्वार में कुंभ को दिव्य, भव्य और सुरक्षित तरीके से कराया जा रहा है। सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान के समापन तक करीब 35 लाख श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान है। संत समाज और श्रद्धालु कुंभ मेले की व्यवस्थाओं से संतुष्ट हैं। सचिवालय में पत्रकारों से वर्चुअली बातचीत में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कुंभ मेले में कोरोना वाइरस को लेकर केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है।

महामारी के दौर में विपरीत परिस्थितियों के बीच कुंभ के आयोजन की चुनौती सरकार ने स्वीकार की। मेले में संत समाज की हर सुविधा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। संत समाज और श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना न करना पड़े, इस संबंध में अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। सीएम ने सहयोग के लिए जताया आभारमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रशासन से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक सुबह आठ बजे तक करीब 15 लाख श्रद्धालु स्नान कर चुके थे। शाम छह बजे तक स्नान करने वालों की संख्या बढ़कर 28 लाख तक पहुंच गई और शाही स्नान का समापन होने तक करीब 35 लाख श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान है।
शाही स्नान संपन्न होने पर उन्होंने संत समाज और श्रद्धालुओं के साथ ही कुंभ के आयोजन से जुड़े अधिकारियों के सहयोग के लिए उनका आभार जताया। नरेंद्र गिरी ने किया नियमों का पालनकुंभ में कोविड-19 के नियमों का पालन करने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कुंभ में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए हर अखाड़े के स्नान का समय निर्धारित है। संत समाज के स्वागत में कसर नहीं रखी गई है। इससे पहले महाशिवरात्रि पर हुए स्नान में संत समाज का अभिनंदन हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा से किया गया था।
सोमवार को भी हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गई। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी ने कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद नियमों का पालन किया। गंगा में स्नान की इच्छा छोड़कर वह होम क्वारंटाइन हैं। कुंभ की मरकज से तुलना ठीक नहीं उन्होंने कहा कि कुंभ की किसी भी तरह मरकज से तुलना ठीक नहीं है। कुंभ में खुले स्थान पर 16 घाटों में स्नान की व्यवस्था कराई गई। ऋषिकेश में नीलकंठ क्षेत्र से लेकर हरिद्वार तक कुंभ क्षेत्र फैला हुआ है।

कोरोना वाइरस को मात देने के लिए उत्तराखंड के गांव-गांव जाकर होगी बुजुर्गों की जांच, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश। उत्तराखंड में तीसरे दिन भी एक हजार से ज्यादा लोग संक्रमित, सात की मौत

मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने कहा कि कोरोना की जांच का दायरा न्याय पंचायत स्तर तक ले जाया जाएगा। बुजुर्गों की जांच को गांव-गांव तक जाने को कहा गया है। सचिवालय में सोमवार शाम सीएम ने कहा कि कोविड 19 के नियंत्रण को केंद्र से भरपूर मदद मिल रही है। वैक्सीन, पीपीई किट व दवाएं मांग के अनुसार मिल रही हैं। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है। राज्य की टेस्टिंग क्षमता में भी इजाफा हुआ है। संक्रमण की जांच को अफसरों को पीएचसी-सीएसची के साथ न्याय पंचायत स्तर तक जाने को कहा है।

खासकर बुजुर्गों की जांच को सरकार गंभीर है। अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जरूरत पड़ने पर गांव-गांव जाकर बुजुर्गों की जांच करें व संक्रमितों को पर्याप्त उपचार दें। वैक्सीन की कमी को खारिज करते हुए सीएम ने कहा कि राज्य को पर्याप्त वैक्सीन मिल रही है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा, जहां प्रत्येक मीडियाकर्मी का भी वैक्सीनेशन कराया गया जबकि यह मानकों में नहीं था।

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बेकाबू होती जा रही है। प्रदेश में सोमवार को 1334 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि सात मरीजों की मौत हुई है। इनमें तीन मरीज एम्स ऋषिकेश और तीन श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती थे। इनके अलावा मैक्स अस्पताल में भर्ती एक मरीज की भी मौत हुई है।  इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या एक लाख दस हजार से अधिक हो गई है। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 1767 हो गया है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सरकारी व निजी लैब से 36 हजार, 432 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें 35098 मामलों में रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून में फिर सबसे अधिक 554 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। हरिद्वार में भी 408 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। नैनीताल में 114, ऊधमसिंह नगर में 89, पौड़ी में 70, टिहरी में 56, रुद्रप्रयाग में नौ, अल्मोड़ा, चमोली, चंपावत व उत्तरकाशी में सात-सात और बागेश्वर व पिथौरागढ़ में तीन-तीन लोग संक्रमित मिले हैं। इधर, विभिन्न जिलों में 605 मरीज ठीक भी हुए हैं। प्रदेश में अब तक कोरोना के एक लाख, 10 हजार, 146 मामले आए हैं। इनमें 98492 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं। वर्तमान में कोरोना के 7846 सक्रिय मामले हैं। वहीं कोरोना संक्रमित 1767 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। राज्य में 52 कंटेन्मेंट जोन बने हैं।

हरिद्वार कुंभ :- कोरोना संकट के बीच हरिद्वार में आज कुंभ का दूसरा शाही स्नान, हर की पैड़ी पर ब्रह्म कुंड को अखाड़ों के लिए आरक्षित

कोरोना संकट के बीच हरिद्वार में आज कुंभ का दूसरा शाही स्नान है। शाही स्नान को लेकर पुलिस प्रशासन से लेकर अखाड़ों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है।सोमवती अमावस्या पर होने वाले कुंभ के पहले शाही स्नान के लिए निरंजनी अखाड़े का काफिला हरकी पैड़ी पहुंचा। सबसे पहले इसी अखाड़े ने शाही स्नान किया। इसके बाद श्री पंचदशानम् जूना अखाड़ा शाही स्नान के लिए पहुंचा। इसके साथ अग्नि, आह्वान, किन्नर अखाड़ा स्नान कर रहे हैं। आपको बता दें कि हरकी पैड़ी पर ब्रह्म कुंड को अखाड़ों के लिए आरक्षित रखा गया है। इस दौरान आम श्रद्धालु हरकी की पैड़ी पर प्रवेश नहीं कर सकेंगे। उन्हें अन्य घाटों पर स्नान करना होगा। शाही स्नान सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू होकर शाम साढ़े पांच बजे तक चलेगा। सभी तेरह अखाड़ों के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है।

नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह देव ने भी सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान किया। वह निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के साथ शाही स्नान जुलूस में शामिल हुए। वह रथ पर सवार रहे और शाही स्नान किया।

शाही स्नान से एक दिन पहले उत्तराखंड में कोरोना के डरावने वाले आंकड़े सामने आए हैं. पिछले 24 घंटे में 1,333 संक्रमण के नए केस सामने आए जबकि 8 लोगों की मौत हो गई। वहीं देहरादून में 582, हरिद्वार में 386, नैनीताल में 122 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। हर की पौड़ी पर रविवार को स्थलीय परीक्षण के दौरान नौ लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए।

ये है शाही स्नान का क्रम
1. सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा अपने साथी आनंद के साथ अपनी छावनी से सुबह 8.30 बजे चलेगा। हर की पौड़ी पर पहुंचकर निरंजनी अखाड़े के संत शाही स्नान करेंगे।
2. उसके बाद 9 बजे का समय जूना अखाड़ा व अग्नि अखाड़ा, आवाहन और किन्नर अखाड़ा को स्नान के लिए दिया गया है। जूना अखाड़े से निकलकर हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड में स्नान करेगा।
3. उसके बाद महानिर्वाणी अपने साथी अटल के साथ कनखल से हर की पौड़ी की ओर रुख करेगा। इस अखाड़े के संत यहां से 9.30 बजे शाही स्नान के लिए निकलेंगे।
4. उसके बाद तीनों बैरागी अखाड़े श्री निर्मोही अणी, दिगंबर अणी, निर्वाणी अणी 10:30 बजे अपने हाथों से चलकर हर की पौड़ी पहुंचेंगे।
5. उसके बाद श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा 12:00 बजे अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर रुख करेगा।
6. श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा लगभग 2:30 बजे अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर रुख करेगा।
7. आखिर में श्री निर्मल अखाड़ा 3 बजे के करीब अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर रूख करेगा।

कुंभ मेला आईजी संजय गुंजयान ने बताया कि हम लोगों से लगातार कोविड नियमों के पालन का आग्रह कर रहे हैं लेकिन भारी भीड़ के कारण यह व्यावहारिक रूप से असंभव है। आईजी का कहना है कि भारी भीड़ को देखते हुए यहां घाट पर सामाजिक दूरी जैसे नियम का पालन करा पाना नामुमकिन है। अगर हमने ऐसा कराने की कोशिश की तो भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो सकती है इसलिए हम ऐसा नहीं कर रहे हैं।

उत्तराखंड में स्कूल कुछ समय के लिए फिर हो सकते हैं बंद,रात्रिकालीन कर्फ्यू पर भी विचार

कोरोना संक्रमण बढ़ता देख सरकार एक बार फिर स्कूलों को कुछ समय के लिए बंद करने पर विचार कर रही है। शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है जो शुक्रवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा। उच्च पदस्थ सूत्रों ने इसकी पुष्टि की।  सूत्रों के अनुसार, शिक्षा विभाग ने बोर्ड कक्षाओं को छोड़ बाकी कक्षाएं कुछ समय को बंद करने की सिफारिश की है। विभाग का मानना है कि बोर्ड परीक्षा होने से 10वीं और 12 वीं कक्षाएं को जारी रखना छात्रहित में उचित होगा।  साथ ही उम्र में बड़े होने से बोर्ड के छात्रों से कोरोना के मानकों का पालन आसानी से कराया जा सकता है।

रात्रिकालीन कर्फ्यू पर भी सरकार गंभीर: सरकारी प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि कोरोना के चलते रात्रिकालीन कर्फ्यू पर भी विचार है। कुछ राज्यों ने कोरोना काबू करने को नाइट कर्फ्यू का प्रयोग लागू भी किया है। स्कूलों पर उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षा देना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी पहलुओं का लगातार अध्ययन किया जा रहा है। जनहित में जो भी उचित होगा, सरकार वही निर्णय करेगी।उत्तराखंड में गुरुवार को कोरोना के 787 नए मरीज मिले और तीन संक्रमितों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या 105498 हो गई है। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 1744 पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार गुरुवार को देहरादून में 239, हरिद्वार में 277, अल्मोड़ा में 16, बागेश्वर में छह, चमोली में दस, चम्पावत में एक, नैनीताल में 132, पौड़ी में आठ, पिथौरागढ़ में छह, रुद्रप्रयाग में 12, टिहरी में 39, यूएस नगर में 34 और उत्तरकाशी में सात नए संक्रमित मरीज मिले हैं।

टीकाकरण का रिकार्ड, एक ही दिन में एक लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण
देहरादून। 
राज्य में कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही टीकाकरण कराने वालों की संख्या में अप्रत्याशित बढोत्तरी हो गई है। गुरुवार को टीकाकरण के पुराने सभी रिकार्ड ध्वस्त हो गए और रिकार्ड एक लाख से अधिक लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए टीका लगाया। ंस्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को राज्य भर में बनाए गए 718 टीकाकरण बूथों पर कुल 107658 लोगों को टीके लगाए गए। 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद से यह पहली बार है जब राज्य में एक ही दिन में एक लाख से अधिक लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए हैं। इसके साथ ही राज्य में टीके की एक डोज लगाने वालों की संख्या एक लाख 66 हजार के पार पहुंच गई है। जबकि एक डोज लगाने वालों का आंकड़ा 10 लाख को पार कर गया है। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ कुलदीप सिंह मार्तोलिया ने बताया कि टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाई जा रही है ताकि कम से कम समय में राज्य की ज्यादा से ज्यादा आबादी को कवर किया जा सके।

कुंभ:हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर 11 अप्रैल से ट्रेनों पर रहेगी रोक, जानें कब तक रहेगा प्रतिबंध, शाही स्नान को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर 11 अप्रैल से ट्रेनें नहीं आएंगी। ट्रेनों को ज्वालापुर, रुड़की और लक्सर के रेलवे स्टेशन पर रोका जाएगा। 12 और 14 अप्रैल के शाही स्नान को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। 14 अप्रैल तक यह व्यवस्था रहेगी। एसपी जीआरपी मंजूनाथ टीसी ने शुक्रवार को ब्रीफिंग में जवानों को बताया कि इस दौरान श्रद्धालुओं को ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर उतारा जाएगा। ज्वालापुर स्टेेशन फुल होने पर लक्सर और रुड़की में ट्रेनों को रोका जाएगा। यहां से शटल बसों से यात्रियों को लाया जाएगा पर वापसी हरिद्वार स्टेशन से होगी। जीआरपी ने मुरादाबाद मंडल में पत्र भेज अपील की है कि 11 से 14 अप्रैल के बीच देहरादून और ऋषिकेश जाने वाली ट्रेनों को ज्वालापुर में ही रोका जाए। लेकिन अभी तक इसकी अनुमति नहीं मिल पाई है।

बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच उत्तराखंड सरकार ने मंगलवार को 12 राज्यों से आने वाले लोगों के लिए आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट पेश करना अनिवार्य कर दिया है। यह रिपोर्ट 72 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए। मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने परामर्श जारी करते हुए कहा कि यह नियम महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान से सड़क, हवाई मार्ग और रेलगाड़ियों से आने वाले लोगों पर एक अप्रैल से लागू होगा। कुंभ मेले में हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल तैयार कर लिया गया है। रजिस्ट्रेशन के लिए कुंभ की ऑफिसियल वेबसाइट www.haridwarkumbhmela2021.com ऑनलाइन आवेदन प्रकिया को पूरा करना होगा। अनुमति मिलने के बाद ही हरिद्वार की सीमा से एंट्री हो सकेगी।

हरिद्वार कुंभ 2021 के शाही स्नान
पहला शाही स्नान: 11 मार्च, दिन गुरुवार, महाशिवरात्रि के दिन हो चुका है।
दूसरा शाही स्नान: 12 अप्रैल, दिन सोमवार, सोमवती अमावस्या के दिन।
तीसरा मुख्य शाही स्नान: 14 अप्रैल, दिन बुधवार, मेष संक्रांति के दिन।
चौथा शाही स्नान: 27 अप्रैल, दिन मंगलवार, बैसाख पूर्णिमा के दिन।

हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को कुंभ मेला क्षेत्र में कोविड जांच की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये।

कुंभ मेले में कोरोनावायरस के मामले बढ़ने की आशंका को देखते हुए उत्तराखंड हाईकोर्ट लगातार गंभीर है। बुधवार को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरएस चौहान एवं न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने अहम फैसला सुनाते हुए प्रदेश सरकार को कुंभ मेला क्षेत्र में रोजाना 50 हजार कोविड जांचें कराने के दिशानिर्देश दिए। साथ ही संबंधित रिपोर्ट को नियमित रूप से सरकारी वेबसाइट पर भी अपलोड करने के निर्देश दिए। मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट ने दो सप्ताह बाद की तिथि निर्धारित की है। बुधवार को क्वारंटाइन सेंटरों की बदहाल व्यवस्थाओं को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को कुंभ मेला क्षेत्र में कोविड जांच की संख्या बढ़ाकर रोजाना 50 हजार करने के निर्देश दिये।

इसके अलावा हाईकोर्ट ने कुंभ मेला क्षेत्र अंतर्गत रोडवेज, बस स्टैंड समेत अन्य सार्वजनिक स्थलों पर जांच शिविर लगाने को कहा। साथ ही ऋषिकेश, बेस अस्पताल, गौरीशंकर हॉस्पिटल समेत बैरागी कैंप में सुविधाएं सुधारने और आवश्यक स्थानों पर स्वागत द्वार लगाने के भी निर्देश दिए।  हाईकोर्ट बीते दिनों भी मुख्यमंत्री की घोषणा के उलट कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना जांच की नेगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता का फैसला सुना चुका है।

राज्य सरकार ने भी कोर्ट में रखा पक्ष
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान प्रदेश सरकार की तरफ से भी कुंभ मेले को लेकर पक्ष रखा गया। सरकार ने बताया कि स्वर्गाश्रम के छह घाटों के लिए 30 लाख और नीलकंठ स्वर्गाश्रम रोड के सौन्दर्यीकरण के लिए 3.35 करोड़ स्वीकृत कर दिए गए हैं। जिसमें प्राथमिक कार्य कुंभ से पूर्व शेष बाद में किए जाएंगे। इससे पूर्व याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया था कि अभी भी कई घाटों में कार्य पूरा नहीं हुआ है। शौचालयों की हालत भी अच्छी नहीं है।

उत्तराखण्ड राज्य सरकार द्धारा कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता से कुंभ और चारधाम यात्रा पर पड़ सकता है असर

कोरेाना रेाकने के लिए राज्य सरकार द्वारा लागू किए सख्त प्रतिबंध का असर कुंभ मेल और चारधाम यात्रा पर असर पड़ सकता है। उत्तराखंड में प्रवेश के लिए 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर जांच की अनिवार्यता से श्रद्धालुओं की संख्या घटने की आशंका है। सरकार भी इस पहलू को लेकर चिंतित है, लेकिन जिस प्रकार कोरोना संक्रमण दोबारा सिर उठाने लगा है, उसमें सख्ती करना भी लाजिमी हो गया है। वर्तमान में कुंभ मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार आ रहे हैं।  सरकारी आंकड़ृों के अनुसार हर दिन एक लाख के करीब श्रद्धालु पवित्र गंगा में डुबकी लगाने आ रहे हैं।

11 मार्च को हुए शाही स्नान में करीब 35 लाख श्रद्धालु हरिद्वार आए थे। पर, अब एक अप्रैल से आरटीपीसीआर टेस्ट की बाध्यता लागू होने जा रही है। जिन 12 राज्यों के श्रद्धालुओं, पर्यटकों पर प्रतिबंध लगाया गया है, उन्हीं में से कुंभ और चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग आते हैं। दिल्ली, यूपी, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के श्रद्धालुओं को उत्तराखंड में प्रवाह सबसे ज्यादा रहता है। न केवल कुंभ बल्कि चार धाम यात्रा और मानसून के दौरान कांवड़ यात्रा में भी इन राज्यों से लोग उत्तराखंड में उमड़ पड़ते हैं।

कुंभ तो अभी चल ही रहा है। मई के महीने से चारधाम यात्रा भी शुरू होने जा रही है। मई के दूसरे पखवाड़े में केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख तय हो चुकी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरटीपीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता की शर्त से लोग हिचकेंगे। लेकिन सुरक्षा के लिहाज से यह जरूरी भी है। यदि कोई संक्रमित व्यक्ति प्रवेश कर जाता है तो औरों की सुरक्षा को भी खतरे में डाल सकता है।

इन राज्यों पर सख्ती: दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तमिलनाड़ु, गुजरात, हरियाणा और राजस्थान

यात्री घटे तो पर्यटन-ट्रांसपोर्ट कारोबार को लगेगा झटका
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा सीजन को पर्यटन और ट्रांसपोर्ट कारोबार के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। पिछले साल कोरोना लॉकडाउन के कारण यह सेक्टर करीब करीब चौपट ही हो गया था। अब इस सेक्टर में थोड़ी रौनक लौटी है। अब डर है कि कहीं कोरोना ने दोबारा सिर उठा लिया तो फिर से मुश्किलों का वही दौर शुरू हो सकता है।

‘कुछ राज्यों में कोरेाना संक्रमण दोबारा बढ़ रहा है। इस संक्रमण का दायरा सीमित रखने के लिए ऐहतियात बरतना जरूरी है। कुंभ स्नान के लिए पूरे देश भर से श्रद्धालु हरिद्वार आ रहे हैं। ऐसे में लोगों को कोरोना के संक्रमण बचाने के लिए सख्त कदम उठाए जाने जरूरी है। इसीलिए आज एडवाइजरी जारी की गई है। मेरी अपील है कि कोरेाना से सुरक्षित रहने के लिए सभी लोग स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों का पालन करें। सेनेटाइजर, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के मानक को कड़ाई से पालन किया जाए।
सुबोध उनियाल, काबीना मंत्री/सरकारी प्रवक्ता