Dehradun Bar Association Election: अध्यक्ष पद पर अनिल शर्मा का कब्जा, राजवीर बिष्ट ने सचिव पद पर मारी बाजी

News Web media uttarakhand : इस बार चुनाव में 3488 अधिवक्ताओं को मताधिकार का प्रयोग करना था। लेकिन, 2476 अधिवक्ताओं ने ही मतदान किया था। सोमवार को करीब 71 फीसदी मतदान हुआ था।

देहरादून बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी के वार्षिक चुनाव में इस बार अध्यक्ष पद पर चार बार के सचिव रह चुके अनिल शर्मा का कब्जा रहा। अनिल शर्मा ने राजीव शर्मा उर्फ बंटू को 286 वोटों से हराकर अध्यक्ष पद पर कब्जा किया। अनिल शर्मा को 1237 वोट मिले, जबकि बंटू को 951 वोट मिले। तीसरे नंबर पर रहे आलोक घिल्ड़ियाल को 284 वोटों से संतोष करना पड़ा। ऑडिटर पद पर ललित भंडारी ने 1091 वोटों से जीत हासिल की, जबकि राजीव रोहिला को 574 वोट मिले।

हुआ था 71 फीसदी मतदान

बार एसोसिएशन के लिए मतदान सोमवार को हुआ था। इस बार चुनाव में करीब 71 फीसदी मतदान हुआ। चुनाव में 3488 अधिवक्ताओं को मताधिकार का प्रयोग करना था। लेकिन, 2476 अधिवक्ताओं ने ही मतदान किया।

इस बार अध्यक्ष, सचिव, उपाध्यक्ष समेत 11 पदों के लिए कुल 41 अधिवक्ताओं ने नामांकन किया था। इनमें से थ्री प्लस महिला और सेवन प्लस पुरुष कार्यकारिणी सदस्य पर एक-एक अधिवक्ता ने ही नामांकन किया था। ऐसे में वे निर्विरोध निर्वाचित हो गए। बाकी 39 प्रत्याशियों की किस्मत के फैसले आज हुआ।

अध्यक्ष पद
अनिल कुमार शर्मा 1237
राजीव शर्मा 951
आलोक घिल्डियाल 284

सचिव
अजय बिष्ट 343
अनिल पंडित 423
आशुतोष गुलाटी 07
दीपक कुमार 167
मंजीत सिंह रौथाण 33
प्रकाश टी पाल 539
राजबीर बिष्ट 617
राकेश कुमार 12
रनदीप सिंह ग्रेवाल 192
रविंदर सिंह चौहान 88
शम्भू प्रसाद ममगाईं 47

उपाध्यक्ष
अल्पना जदली 393
भानु प्रताप सिसोदिया 839
मानवेन्द्र सिंह रावत 296
परितोष बडोनी 270
विजय कुमार नौटियाल 166
विनोद कुमार सागर 488

सह सचिव
अनिल सिंह बिष्ट 1012
कपिल अरोड़ा 1046
कुलदीप कुमार 117
संजय कुमार सिंहमार 271

ऑडिटर
जितेंद्र सिंह भंडारी 460
ललित भंडारी 1091
प्रभाकर कुमार 316
राजीव कुमार रोहिल्ला 574

पुस्तकालय अध्यक्ष
सुभाष परमार 1027
आरएस भारती 1376

10+ कार्यकारणी सदस्य
राहुल अमोली 1140
राम सूरत ठाकुर 758
सुनीता रानी 540

7+ कार्यकारणी सदस्य
दीपक त्यागी निर्विरोध चुने/विजय हुए

5+ कार्यकारणी सदस्य
अनिल कुमार 948
अरुण कुमार 270
आशीष भर्त्तवाल 927
हज़ारा बानो 273

3+ कार्यकारणी सदस्य
अजय कुमार 1546
बलबीर चौहान 887

3+ कार्यकारीणी सदस्य (महिला)
आराधना चतुर्वेदी निर्विरोध चुनी/विजय हुई

Uttarakhand: सामाजिक सुरक्षा के दायरे में आएंगी भोजन माताएं, रिटायरमेंट पर मिलेगी सम्मान राशि

News Web Media uttarakhand : महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के तहत कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सेवानिवृत्त होने पर महिला कल्याण कोष से 30 हजार की धनराशि दी जाती है। जबकि सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए मिड डे मील बनाने वाली भोजन माताओं के सेवानिवृत्त होने पर उन्हें कुछ नहीं मिलता।

उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में कार्यरत भोजन माताओं को 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्ति पर सम्मान राशि देने की तैयारी है। इसके लिए पांच करोड़ का कॉरपस फंड बनाया जाएगा। जिसके ब्याज से हर साल औसतन सेवानिवृत्त होने वालीं 600 भोजन माताओं को 10 से 25 हजार की सम्मान राशि दी जाएगी। विभाग की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार किया गया है। वहीं उन्हें सामाजिक सुरक्षा के दायरे में भी लाने का प्रस्ताव है।

महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के तहत कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सेवानिवृत्त होने पर महिला कल्याण कोष से 30 हजार की धनराशि दी जाती है। जबकि सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए मिड डे मील बनाने वाली भोजन माताओं के सेवानिवृत्त होने पर उन्हें कुछ नहीं मिलता। सरकार की ओर से अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तर्ज पर अब भोजन माताओं को भी सम्मान राशि देने की तैयारी है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है।

प्रस्ताव दो तरह का है। पहले प्रस्ताव में कहा गया है कि भोजन माताओं से हर महीने 144 रुपये अंशदान लिया जाए या फिर सरकार की ओर से इसे जमा किया जाए, ऐसा करने से सेवा से हटने पर उन्हें 8654 से लेकर 51923 की धनराशि मिलेगी। जबकि 60 साल में सेवानिवृत्त होने पर उन्हें 10 हजार से लेकर 25 हजार रुपये तक की धनराशि दी जाएगी।

3000 रुपये मानदेय को बढ़ाकर 5000 करने का भी है प्रस्ताव
प्रदेश में भोजन माताओं को अभी हर महीने तीन हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है। इसमें 900 रुपये केंद्र सरकार की ओर से एवं 2100 रुपये राज्य सरकार की ओर से दिया जाता है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक 3000 रुपये मानदेय को बढ़ाकर 5000 किए जाने का केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है।

पहला प्रस्ताव

यदि मानदेय से 144 रुपये कटौती की जाती है, या सरकार अंशदान देती है तो


कार्य अवधि साल       सेवा से हटने पर     मौत पर
5                                8654               60577
10                               17308             60577
15                               25962             60577
20                               34615             60577
25                                43269             60577
30                                51932             60577


दूसरा प्रस्ताव

60 साल में सेवानिवृत्त होने पर मिलने वाली सम्मान राशि

कार्य अवधि वर्ष में              धनराशि
0-5                                  10000
6-10                                15000
11-20                               20000
21-30                               25000

Corona In Uttarakhand: प्रदेश में शून्य हुई कोरोना मरीजों की संख्या, एक हफ्ते से नहीं आया एक भी एक्टिव केस

Uttarakhand Corona Update:  प्रदेश में 15 मार्च 2020 को कोरोना का पहला मामला सामने आया था। तब से लेकर अब तक प्रदेश में कुल 4 लाख 49 हजार 472 कोविड पॉजिटिव केस दर्ज किए गए।

उत्तराखंड में पिछले एक सप्ताह से कोविड-19 का एक भी सक्रिय मरीज सामने नहीं आया है। जिसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि भले ही प्रदेश में कोरोना का एक भी सक्रिय केस न हो, लेकिन मौसम को देखते हुए सभी को सर्तक रहने की जरूरत है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क जरूर पहनें। साथ ही जिन लोगों ने टीकाकरण का कोर्स पूरा नहीं किया है, वे समय पर अपना टीकाकरण अवश्य कराएं। 

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर अधिकारियों को विशेष सावधानी और जागरूकता अभियान संचालित करने के निर्देश समय-समय पर दिए गए। जिसका नतीजा है कि प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से एक भी मरीज सामने नहीं आया है। वहीं, अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में कोरोना की जांच लगातार की जा रही है। 

15 मार्च को सामने आया था पहला मरीज

प्रदेश में 15 मार्च 2020 को कोरोना का पहला मामला सामने आया था। तब से लेकर अब तक प्रदेश में कुल 4 लाख 49 हजार 472 कोविड पॉजिटिव केस दर्ज किए गए। इस वर्ष 1 जनवरी 2023 के अब तक राज्य में केवल 78 मामले सामने आए हैं। विभागीय सक्रियता व आम लोगों की जागरूकता व सावधानी के चलते तीन साल बाद अब प्रदेशभर में पिछले एक सप्ताह से कोरोना का एक भी एक्टिव केस नहीं है। ये प्रदेशवासियों के लिये राहत देने वाली बात है। 

Uttarakhand:देहरादून, ऋषिकेश, मसूरी में कई ब्यूटी पार्लरों के बड़ा कारोबार, टैक्स चोरी को लेकर की गई कार्रवाई

News web Media Uttarakhand: राज्य कर विभाग को देहरादून, ऋषिकेश, मसूरी में कई ब्यूटी पार्लरों के बड़ा कारोबार करने की सूचना मिली। लेकिन कारोबार के अनुसार टैक्स जमा नहीं कर किया जा रहा था। इस पर विभाग ने चार प्रतिष्ठित पार्लरों के आठ ठिकानों पर छापा मार कर कार्रवाई की। ब्यूटी पार्लरों के खिलाफ टैक्स चोरी को लेकर यह पहली कार्रवाई हुई है।

राज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा ने जीएसटी चोरी पर पहली बार ब्यूटी पार्लरों पर छापा मारा है। चार प्रतिष्ठित पार्लरों के देहरादून, ऋषिकेश व मसूरी में आठ ठिकानों और एक कास्मेटिक सप्लायर के खिलाफ कार्रवाई की गई है। प्रारंभिक जांच में लाखों की टैक्स चोरी का अनुमान है।

राज्य कर विभाग के उपायुक्त यशपाल सिंह ने बताया कि विभाग को सूचना मिल रही थी कि देहरादून, ऋषिकेश, मसूरी में कई ब्यूटी पार्लर बड़ा कारोबार कर रहे हैं। लेकिन कारोबार के अनुसार टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं। इस पर विभाग ने चार प्रतिष्ठित पार्लरों के आठ ठिकानों पर छापा मार कर कार्रवाई की। ब्यूटी पार्लरों के खिलाफ टैक्स चोरी को लेकर यह पहली कार्रवाई हुई है।

उन्होंने बताया कि ब्यूटी पार्लर सेवाओं पर 18 प्रतिशत जीएसटी निर्धारित है। पार्लरों ग्राहकों से पैसे तो लेते हैं। लेकिन जीएसटी बिल नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे पार्लर व सैलूनों पर विभाग की ओर से निगरानी रखी जा रही है। ब्लूटी पार्लरों के जब्त दस्तावेजों की जांच की जा रही है। लाखों की टैक्स चोरी का अनुमान है।

Dehradun News: फर्जी डिग्रियां छापने वाली मुजफ्फरनगर की प्रिंटिंग प्रेस सील, 55 फर्जी डॉक्टरों की पहचान हो चुकी है,पुलिस को मिले कई दस्तावेज

डिग्री बेचने वाले मास्टरमाइंड इमलाख और उसका भाई भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को पता चला था कि ये फर्जी डिग्रियां मुजफ्फरनगर स्थित बाबा कंसलटेंसी ऑफिस में बनी प्रिंटिंग प्रेस में छापी जा रही थीं। इसके लिए मंगलवार को पुलिस टीम मुजफ्फरनगर पहुंची थी।

र्जी डिग्रियां छापने वाली मुजफ्फरनगर की प्रिंटिंग प्रेस और कंसलटेंसी ऑफिस को पुलिस ने सील कर दिया है। यहां से कुछ दस्तावेज और फर्जी डिग्रियां भी बरामद हुई हैं। बताया जा रहा है कि यह ऑफिस 1999 से चल रहा है। इस मामले में अब तक 55 फर्जी डॉक्टरों की पहचान हो चुकी है।


इनमें से पुलिस ने 14 को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, इन्हें डिग्री बेचने वाले मास्टरमाइंड इमलाख और उसका भाई भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को पता चला था कि ये फर्जी डिग्रियां मुजफ्फरनगर स्थित बाबा कंसलटेंसी ऑफिस में बनी प्रिंटिंग प्रेस में छापी जा रही थीं। इसके लिए मंगलवार को पुलिस टीम मुजफ्फरनगर पहुंची थी।

सीओ नेहरू कॉलोनी अनिल कुमार जोशी ने बताया कि मुजफ्फरनगर प्रशासन के साथ मिलकर इस ऑफिस को सील कर दिया गया है। यहां से काफी दस्तावेज और कुछ फर्जी डिग्रियां भी बरामद हुई हैं। इन सबकी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि मामले में भारतीय चिकित्सा परिषद की उत्तर प्रदेश शाखा को भी पत्र लिखा गया है। ताकि, उत्तर प्रदेश में भी इस तरह के डॉक्टरों का सत्यापन किया जा सके।

UKPSC: आज से प्रदेश में 16 केंद्रों पर पीसीएस मुख्य परीक्षा का आयोजन, अभ्यर्थी सख्त चेकिंग से होकर गुजरेंगे,धारा-144 लागू

परीक्षा हरिद्वार, हल्द्वानी और देहरादून में होगी। हरिद्वार में परीक्षा के लिए पांच केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 1716 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी है।

त्तराखंड लोक सेवा आयोग आज से प्रदेश में 16 केंद्रों पर पीसीएस मुख्य परीक्षा का आयोजन करेगा। परीक्षा के दौरान केंद्रों के आसपास धारा-144 लागू रहेगी। परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थी सख्त चेकिंग से होकर गुजरेंगे।

आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया कि परीक्षा हरिद्वार, हल्द्वानी और देहरादून में होगी। हरिद्वार में परीक्षा के लिए पांच केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 1716 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी है। देहरादून में सात केंद्रों पर पीसीएस की परीक्षा होगी, जिसमें 2213 अभ्यर्थी शामिल होंगे।

हल्द्वानी में परीक्षा के लिए चार केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 1707 उम्मीदवार परीक्षा देंगे। राज्य लोक सेवा आयोग ने सभी अभ्यर्थियों को निर्देश दिए हैं कि वह समय से पूर्व अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं। उन्हें सख्त चेकिंग से गुजरना होगा।

CharDham Yatra Registration 2023 : पहले दिन रिकार्ड 31 हजार पंजीकरण, एक क्लिक पर करें रजिस्ट्रेशन अप्लाई

उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के लिए इस वर्ष भी पंजीकरण की व्यवस्था रहेगी। तीर्थयात्री, आनलाइन व आफलाइन दोनों माध्यम से पंजीकरण कर सकेंगे। खुशखबरी यह है कि प्रशासन ने बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के लिए आनलाइन पंजीकरण खोल दिए हैं। जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने की तिथि विधिवत घोषित होने के बाद इन धामों के लिए आनलाइन पंजीकरण शुरू किया जाएगा।

उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के लिए इस वर्ष भी पंजीकरण की व्यवस्था रहेगी। तीर्थयात्री, आनलाइन व आफलाइन दोनों माध्यम से पंजीकरण कर सकेंगे। खुशखबरी यह है कि प्रशासन ने बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के लिए आनलाइन पंजीकरण खोल दिए हैं। जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने की तिथि विधिवत घोषित होने के बाद इन धामों के लिए आनलाइन पंजीकरण शुरू किया जाएगा।

चारधाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के उत्साह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आनलाइन पंजीकरण खुलने के साथ ही पहले दिन शाम साढ़े पांच बजे तक 31565 तीर्थयात्री आनलाइन पंजीकरण करा चुके थे। जिसमें बदरीनाथ के लिए 14294 व केदारनाथ 17088 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराए।

चार तरीके से कराएं पंजीकरण

वेबसाइट : registrationandtouristcare.uk.gov.in
वॉट्सएप : 8394833833 नंबर पर ””yatra”” लिखकर भेजें
ऐप : touristcareuttarakhand
टोल फ्री नंबर : 01351364 (अन्य राज्यों के लिए)

 

इस वर्ष नए ट्रांजिट कैंप में होगा पंजीकरण

ऋषिकेश के चारधाम यात्रा बस टर्मिनल पर चारधाम यात्रा के लिए नया ट्रांजिस्ट कैंप स्थापित किया गया है। इस वर्ष चारधाम यात्रा का संचालन तथा आफलाइन पंजीकरण इसी ट्रांजिट कैंप पर की जाएगी। पर्यटन विभाग के उप निदेशक वीएस गंगवार ने बताया कि नए ट्रांजिट कैंप में भवन का कार्य 99 प्रतिशत पूरा हो चुका है।

आउटर में सड़क, पार्किंग आदि का काम शेष रह गया है। करीब चार करोड़ की लागत से यह काम होना है, जिसके लिए दो करोड़ रुपए जारी भी कर दिए गए हैं। इसके अलावा भवन के भीतर अवस्थापना कार्य के लिए ड्राइंग तैयार की जा चुकी है। शीघ्र ही यहां फर्नीचर पार्टीशन तथा अन्य कार्य पूरे कर दिए जाएंगे।

Earthquake In Uttarakhand: अब Uttarakhand में भी हिली धरती, बागेश्वर में आया 2.5 तीव्रता का भूकंप

देहरादून | उत्तराखंड (Uttarakhand) के बागेश्वर (Bageshwar)। में सोमवार सुबह भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए. भूकंप सुबह 04:49 बजे आया. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.5 (magnitude 2.5 on the Richter scale) थी. ऐसे में भूकंप के झटके काफी कम तीव्रता वाले थे।

इससे पहले 19 फरवरी को रात 1 बजे के करीब मध्यप्रदेश के इंदौर में भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप की तीव्रता 3.0 थी. भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर अंदर था. 19 फरवरी को ही रात 12 बजे अरुणाचल के तवांग में भूकंप के झटके महसूस किए गए

Somvati Amavasya 2023: सोमवती अमावस्या आज, हरिद्वार में पावन डुबकी लगाने उमड़े भक्त

हरिद्वार: देशभर में आज सोमवार को सोमवती अमावस्‍या स्‍नान पर्व मनाया जा रहा है। उत्‍तराखंड के गंगा और सहायक नदियों के घाटों में तड़के से भक्‍तों की भीड़ लगी हुई है। भक्‍स्‍नान के बाद पूजा और दान भी कर रहे हैं। हरिद्वार में भी भोर से श्रद्धालु स्‍नान के लिए उमड़े हुए हैं। वहीं आज हरिद्वार में भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है।

भारी वाहन पूरी तरह प्रतिबंधित

20 फरवरी को होने वाले सोमवती अमावस्या स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए पुलिस ने यातायात प्लान बनाया है। जिसके तहत रविवार शाम चार बजे से सोमवार रात दस बजे तक जिले में भारी वाहन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे।

पुलिस-प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद

भारी संख्या में श्रद्धालुओं के धर्मनगरी पहुंचने की संभावना को लेकर पुलिस-प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। मेला क्षेत्र को पांच सुपर जोन, 16 जोन और 39 सेक्टरों में बांटते हुए पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है।

घाटों पर मुस्तैद जल पुलिस के गोताखोर

एसएसपी अजय सिंह ने हाल ही में कई युवकों के गंगा में डूबने की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए स्नान पर्व पर जल पुलिस को पूरी तरह चौकस रहने के निर्देश दिए हैं। खासतौर पर हरकी पैड़ी व आसपास के गंगा घाटों पर जल पुलिस की टीमें मुस्तैद हैं। पुल से छलांग लगाने और वीडियो बनाने के लिए करतब दिखाने वालों को भी रोकने के लिए कहा गया है। एसएसपी ने बताया कि स्नान के मद्देनजर हरकी पैड़ी क्षेत्र से भिखारियों को हटाया गया है। बम निरोधक दस्ते के साथ-साथ डाग स्कवायड की भी तैनाती की गई है।

स्नान पर्व की व्यवस्था का जायजा लेने आइजी पहुंचे हरिद्वार

पुलिस से जुड़ी व्यवस्थाओं को परखने के लिए आइजी गढ़वाल करण सिंह नाग्नयाल हरिद्वार पहुंचे। हरकी पैड़ी क्षेत्र में स्थलीय भ्रमण कर भीड़ का जायजा लेने के बाद आइजी ने गंगा आरती में भी भाग लिया। सीसीआर में गोष्ठी के दौरान जोनल और सेक्टर अधिकारियों की बैठक लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए।

एसएसपी अजय सिंह ने बैठक में आइजी गढ़वाल करण सिंह नाग्नयाल को व्यवस्थाओं की जानकारी दी। इसके बाद आइजी करण सिंह ने कहा कि जोन व सेक्टर प्रभारी आपस में समन्वय बनाते हुए सोमवती अमावस्या स्नान पर्व पर यातायात और भीड़ का आंकलन कर अवगत कराते रहें।

Indian Railways: आखिर बोर्ड का रंग पीला क्यों होता है? रेलवे स्टेशन का नाम?जानिए इसके पीछे की वैज्ञानिक वजह

सभी स्टेशनों पर बोर्ड का रंग इसलिए पीला होता है ताकि एकरूपता नजर आए। अगर बोर्ड का रंग अलग-अलग होता है, तो ट्रेन ड्राइवर को पहचानने में परेशानी हो सकती है।

Indian Railways: भारतीय रेलवे (Indian Railways) दुनिया का चौथा और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। भारत में रेलवे स्टेशन की कुल संख्या करीब 8000 है। देश में अधिकतर लोग ट्रेन से यात्रा करना पसंद करते हैं। भारतीय रेल में यात्रा सस्ती और आरामदायक है जिसकी वजह से ट्रेन को देश की लाइफ लाइन कहा जाता है। इसके साथ ही भारतीय रेलवे की कई ऐसी रोचक बाते हैं जिनके बारे में लोग जानना चाहते हैं।

आज हम आपको भारतीय रेलवे से संबंधित एक ऐसी ही रोचक जानकारी के बारे में बताएंगे। सभी रेलवे स्टेशनों पर लगे नाम वाले बोर्ड का सिर्फ एक होता है। लेकिन लोगों के मन में कई बार सवाल खड़ा होता है कि आखिर यह एक रंग का ही क्यों होता है? आखिर बोर्ड का रंग पीला क्यों होता है? दरअसल इसके पीछे की वैज्ञानिक वजह है।

सभी स्टेशनों पर बोर्ड का रंग इसलिए पीला होता है ताकि एकरूपता नजर आए। अगर बोर्ड का रंग अलग-अलग होता है, तो ट्रेन ड्राइवर को पहचानने में परेशानी हो सकती है। इसके साथ ही पीला रंग दूर से ही चमकता है और आंखों में चुभता नहीं है जिसकी वजह से बोर्ड का रंग पीला होता है।

इसकी वजह से ट्रेन ड्राइवर को सही प्लेटफार्म और ट्रेन को खड़ा करने की जानकारी मिल जाती है। पीले रंग के चुनाव के पीछे की वजह आंखों को सुकून भी देना हो सकता है। पीले रंग को देखने में कोई परेशानी नहीं होती है और ट्रेन ड्राइवर इसे दूर से ही देख लेता है। 

इससे ट्रेन के ड्राइवर को सतर्क रहने में मदद होती है। पीले रंग के बोर्ड पर स्टेशन का नाम काले रंग से लिखा जाता है, क्योंकि पीले रंग पर काला रंग अधिक साफ दिखाई देता है।