UKPSC: आज से प्रदेश में 16 केंद्रों पर पीसीएस मुख्य परीक्षा का आयोजन, अभ्यर्थी सख्त चेकिंग से होकर गुजरेंगे,धारा-144 लागू

परीक्षा हरिद्वार, हल्द्वानी और देहरादून में होगी। हरिद्वार में परीक्षा के लिए पांच केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 1716 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी है।

त्तराखंड लोक सेवा आयोग आज से प्रदेश में 16 केंद्रों पर पीसीएस मुख्य परीक्षा का आयोजन करेगा। परीक्षा के दौरान केंद्रों के आसपास धारा-144 लागू रहेगी। परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थी सख्त चेकिंग से होकर गुजरेंगे।

आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया कि परीक्षा हरिद्वार, हल्द्वानी और देहरादून में होगी। हरिद्वार में परीक्षा के लिए पांच केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 1716 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी है। देहरादून में सात केंद्रों पर पीसीएस की परीक्षा होगी, जिसमें 2213 अभ्यर्थी शामिल होंगे।

हल्द्वानी में परीक्षा के लिए चार केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 1707 उम्मीदवार परीक्षा देंगे। राज्य लोक सेवा आयोग ने सभी अभ्यर्थियों को निर्देश दिए हैं कि वह समय से पूर्व अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं। उन्हें सख्त चेकिंग से गुजरना होगा।

CharDham Yatra Registration 2023 : पहले दिन रिकार्ड 31 हजार पंजीकरण, एक क्लिक पर करें रजिस्ट्रेशन अप्लाई

उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के लिए इस वर्ष भी पंजीकरण की व्यवस्था रहेगी। तीर्थयात्री, आनलाइन व आफलाइन दोनों माध्यम से पंजीकरण कर सकेंगे। खुशखबरी यह है कि प्रशासन ने बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के लिए आनलाइन पंजीकरण खोल दिए हैं। जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने की तिथि विधिवत घोषित होने के बाद इन धामों के लिए आनलाइन पंजीकरण शुरू किया जाएगा।

उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के लिए इस वर्ष भी पंजीकरण की व्यवस्था रहेगी। तीर्थयात्री, आनलाइन व आफलाइन दोनों माध्यम से पंजीकरण कर सकेंगे। खुशखबरी यह है कि प्रशासन ने बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के लिए आनलाइन पंजीकरण खोल दिए हैं। जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने की तिथि विधिवत घोषित होने के बाद इन धामों के लिए आनलाइन पंजीकरण शुरू किया जाएगा।

चारधाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के उत्साह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आनलाइन पंजीकरण खुलने के साथ ही पहले दिन शाम साढ़े पांच बजे तक 31565 तीर्थयात्री आनलाइन पंजीकरण करा चुके थे। जिसमें बदरीनाथ के लिए 14294 व केदारनाथ 17088 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराए।

चार तरीके से कराएं पंजीकरण

वेबसाइट : registrationandtouristcare.uk.gov.in
वॉट्सएप : 8394833833 नंबर पर ””yatra”” लिखकर भेजें
ऐप : touristcareuttarakhand
टोल फ्री नंबर : 01351364 (अन्य राज्यों के लिए)

 

इस वर्ष नए ट्रांजिट कैंप में होगा पंजीकरण

ऋषिकेश के चारधाम यात्रा बस टर्मिनल पर चारधाम यात्रा के लिए नया ट्रांजिस्ट कैंप स्थापित किया गया है। इस वर्ष चारधाम यात्रा का संचालन तथा आफलाइन पंजीकरण इसी ट्रांजिट कैंप पर की जाएगी। पर्यटन विभाग के उप निदेशक वीएस गंगवार ने बताया कि नए ट्रांजिट कैंप में भवन का कार्य 99 प्रतिशत पूरा हो चुका है।

आउटर में सड़क, पार्किंग आदि का काम शेष रह गया है। करीब चार करोड़ की लागत से यह काम होना है, जिसके लिए दो करोड़ रुपए जारी भी कर दिए गए हैं। इसके अलावा भवन के भीतर अवस्थापना कार्य के लिए ड्राइंग तैयार की जा चुकी है। शीघ्र ही यहां फर्नीचर पार्टीशन तथा अन्य कार्य पूरे कर दिए जाएंगे।

Earthquake In Uttarakhand: अब Uttarakhand में भी हिली धरती, बागेश्वर में आया 2.5 तीव्रता का भूकंप

देहरादून | उत्तराखंड (Uttarakhand) के बागेश्वर (Bageshwar)। में सोमवार सुबह भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए. भूकंप सुबह 04:49 बजे आया. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.5 (magnitude 2.5 on the Richter scale) थी. ऐसे में भूकंप के झटके काफी कम तीव्रता वाले थे।

इससे पहले 19 फरवरी को रात 1 बजे के करीब मध्यप्रदेश के इंदौर में भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप की तीव्रता 3.0 थी. भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर अंदर था. 19 फरवरी को ही रात 12 बजे अरुणाचल के तवांग में भूकंप के झटके महसूस किए गए

Somvati Amavasya 2023: सोमवती अमावस्या आज, हरिद्वार में पावन डुबकी लगाने उमड़े भक्त

हरिद्वार: देशभर में आज सोमवार को सोमवती अमावस्‍या स्‍नान पर्व मनाया जा रहा है। उत्‍तराखंड के गंगा और सहायक नदियों के घाटों में तड़के से भक्‍तों की भीड़ लगी हुई है। भक्‍स्‍नान के बाद पूजा और दान भी कर रहे हैं। हरिद्वार में भी भोर से श्रद्धालु स्‍नान के लिए उमड़े हुए हैं। वहीं आज हरिद्वार में भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है।

भारी वाहन पूरी तरह प्रतिबंधित

20 फरवरी को होने वाले सोमवती अमावस्या स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए पुलिस ने यातायात प्लान बनाया है। जिसके तहत रविवार शाम चार बजे से सोमवार रात दस बजे तक जिले में भारी वाहन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे।

पुलिस-प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद

भारी संख्या में श्रद्धालुओं के धर्मनगरी पहुंचने की संभावना को लेकर पुलिस-प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। मेला क्षेत्र को पांच सुपर जोन, 16 जोन और 39 सेक्टरों में बांटते हुए पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है।

घाटों पर मुस्तैद जल पुलिस के गोताखोर

एसएसपी अजय सिंह ने हाल ही में कई युवकों के गंगा में डूबने की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए स्नान पर्व पर जल पुलिस को पूरी तरह चौकस रहने के निर्देश दिए हैं। खासतौर पर हरकी पैड़ी व आसपास के गंगा घाटों पर जल पुलिस की टीमें मुस्तैद हैं। पुल से छलांग लगाने और वीडियो बनाने के लिए करतब दिखाने वालों को भी रोकने के लिए कहा गया है। एसएसपी ने बताया कि स्नान के मद्देनजर हरकी पैड़ी क्षेत्र से भिखारियों को हटाया गया है। बम निरोधक दस्ते के साथ-साथ डाग स्कवायड की भी तैनाती की गई है।

स्नान पर्व की व्यवस्था का जायजा लेने आइजी पहुंचे हरिद्वार

पुलिस से जुड़ी व्यवस्थाओं को परखने के लिए आइजी गढ़वाल करण सिंह नाग्नयाल हरिद्वार पहुंचे। हरकी पैड़ी क्षेत्र में स्थलीय भ्रमण कर भीड़ का जायजा लेने के बाद आइजी ने गंगा आरती में भी भाग लिया। सीसीआर में गोष्ठी के दौरान जोनल और सेक्टर अधिकारियों की बैठक लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए।

एसएसपी अजय सिंह ने बैठक में आइजी गढ़वाल करण सिंह नाग्नयाल को व्यवस्थाओं की जानकारी दी। इसके बाद आइजी करण सिंह ने कहा कि जोन व सेक्टर प्रभारी आपस में समन्वय बनाते हुए सोमवती अमावस्या स्नान पर्व पर यातायात और भीड़ का आंकलन कर अवगत कराते रहें।

Indian Railways: आखिर बोर्ड का रंग पीला क्यों होता है? रेलवे स्टेशन का नाम?जानिए इसके पीछे की वैज्ञानिक वजह

सभी स्टेशनों पर बोर्ड का रंग इसलिए पीला होता है ताकि एकरूपता नजर आए। अगर बोर्ड का रंग अलग-अलग होता है, तो ट्रेन ड्राइवर को पहचानने में परेशानी हो सकती है।

Indian Railways: भारतीय रेलवे (Indian Railways) दुनिया का चौथा और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। भारत में रेलवे स्टेशन की कुल संख्या करीब 8000 है। देश में अधिकतर लोग ट्रेन से यात्रा करना पसंद करते हैं। भारतीय रेल में यात्रा सस्ती और आरामदायक है जिसकी वजह से ट्रेन को देश की लाइफ लाइन कहा जाता है। इसके साथ ही भारतीय रेलवे की कई ऐसी रोचक बाते हैं जिनके बारे में लोग जानना चाहते हैं।

आज हम आपको भारतीय रेलवे से संबंधित एक ऐसी ही रोचक जानकारी के बारे में बताएंगे। सभी रेलवे स्टेशनों पर लगे नाम वाले बोर्ड का सिर्फ एक होता है। लेकिन लोगों के मन में कई बार सवाल खड़ा होता है कि आखिर यह एक रंग का ही क्यों होता है? आखिर बोर्ड का रंग पीला क्यों होता है? दरअसल इसके पीछे की वैज्ञानिक वजह है।

सभी स्टेशनों पर बोर्ड का रंग इसलिए पीला होता है ताकि एकरूपता नजर आए। अगर बोर्ड का रंग अलग-अलग होता है, तो ट्रेन ड्राइवर को पहचानने में परेशानी हो सकती है। इसके साथ ही पीला रंग दूर से ही चमकता है और आंखों में चुभता नहीं है जिसकी वजह से बोर्ड का रंग पीला होता है।

इसकी वजह से ट्रेन ड्राइवर को सही प्लेटफार्म और ट्रेन को खड़ा करने की जानकारी मिल जाती है। पीले रंग के चुनाव के पीछे की वजह आंखों को सुकून भी देना हो सकता है। पीले रंग को देखने में कोई परेशानी नहीं होती है और ट्रेन ड्राइवर इसे दूर से ही देख लेता है। 

इससे ट्रेन के ड्राइवर को सतर्क रहने में मदद होती है। पीले रंग के बोर्ड पर स्टेशन का नाम काले रंग से लिखा जाता है, क्योंकि पीले रंग पर काला रंग अधिक साफ दिखाई देता है। 

 

 

 

 

Dehradun Lathicharge: पत्थरबाजों को बाहरी बताकर अपने बयान में उलझी पुलिस, ये तर्क बना जमानत का बड़ा आधार

कोर्ट में पुलिस ने आरोपियों की जमानत का विरोध किया। लेकिन, खुद पुलिस अधिकारियों के बयान ही जमानत का आधार बने। बचाव पक्ष ने मजबूत तर्क रखा कि जब पथराव और उपद्रव में पुलिस बाहरी लोगों का हाथ बता रही है तो बेवजह इन 13 युवाओं को जेल में क्यों रखा जा रहा है।

कोर्ट ने इस तर्क को भी जमानत का बड़ा आधार माना है। दरअसल, पथराव और उपद्रव के बाद पुलिस कप्तान ने बयान जारी कर कहा था कि इसमें युवाओं का हाथ नहीं है। धरने में बाहर से कुछ असामाजिक तत्व शामिल हो गए थे। उन्होंने युवाओं के बीच से पथराव किया है। इसमें पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं।

इस बात को बचाव पक्ष ने कोर्ट के सामने रखा और बताया कि पुलिस पथराव करने वालों को चिन्हित कर रही है। इनमें से कोई भी बॉबी और जेल में बंद उनका साथी नहीं है। पुलिस खुद मान रही है कि पथराव बाहरी तत्वों ने किया है तो इन 13 को जेल में बंद रखने का कोई औचित्य नहीं है।

पुलिस ने जमानत के विरोध में पांच युवाओं के खिलाफ दर्ज मुकदमों का ब्योरा भी प्रस्तुत किया।

अभियोजन की ओर से कहा गया कि इन सबका आपराधिक इतिहास है। ऐसे में इनका बाहर आना कानून व्यवस्था के लिए खतरा हो सकता है।

इनमें बॉबी पर चार, शुभम नेगी पर तीन, नितिन दत्त पर दो, राम कंडवाल पर दो और मोहन कैंथुला पर दो मुकदमों की जानकारी रखी गई।

इस पर कोर्ट ने माना कि इन मुदकमों में कोई भी आरोपी जेल नहीं गया है। ऐसे में सिर्फ मुकदमे दर्ज होना जमानत रद्द करने का आधार नहीं है।

Dehradun Fire: देहरादून में धर्मपुर चौक के पास स्थित एक टेंट गोदाम में बुधवार देर रात लगी भीषण आग, सिलिंडर में भी हुआ धमाका, लाखों का नुकसान

देहरादून में धर्मपुर चौक के पास स्थित एक टेंट गोदाम में बुधवार देर रात अचानक आग लग गई। आग लगने से लगने से अफरा-तफरी मच गई। आग लगने से सिलिंडर भी ब्लास्ट हुआ, जिससे आग ने विकराल रूप ले लिया। दमकल विभाग की पांच गाड़ियों ने कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में धर्मपुर चौक के पास एक टेंट गोदाम में भीषण आग लग गई। सूचना मिलते ही दमकल की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकल की टीम ने आग पर काबू पाया। आग लगने से लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया।
जानकारी के अनुसार, देहरादून में धर्मपुर चौक के पास स्थित एक टेंट गोदाम में बुधवार देर रात अचानक आग लग गई। आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। आग लगने से सिलिंडर भी ब्लास्ट हुआ, जिससे आग ने विकराल रूप ले लिया। दमकल विभाग की पांच गाड़ियों ने कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फिलहाल आग लगने की वजह का पता नही चल पाया है।

Uttarakhand Cabinet: आज होने वाली कैबिनेट बैठक में कई अहम फैसले हो सकते हैं,बजट सत्र की तारीख भी होगी तय

Uttarakhand Cabinet Meeting Today: विधानसभा के बजट सत्र के स्थान और तिथि पर निर्णय होने के साथ ही राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का प्रस्ताव भी आ सकता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आज बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक होगी। बैठक में जोशीमठ भू-धंसाव के प्रभावितों के लिए पुनर्वास एवं विस्थापन नीति के प्रस्ताव पर मुहर लगेगी। साथ ही राज्य में भूमि की नई सर्किल दरों के प्रस्ताव समेत विभिन्न विभागों के मुद्दे व विभागीय सेवा नियमावली के प्रस्तावों पर चर्चा होगी।

बैठक में विधानसभा के बजट सत्र के स्थान और तिथि पर भी निर्णय हो सकता है। साथ ही राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का प्रस्ताव भी आ सकता है। पिछली कैबिनेट बैठक में आंदोलनकारियों के आरक्षण के मुद्दे पर मंत्रिमंडलीय उपसमिति बनाई गई थी। उपसमिति ने सरकार को अपनी रिपोर्ट दे दी है। कैबिनेट के समक्ष उपसमिति की सिफारिशें रखी जाएंगी। इसके आधार पर कैबिनेट निर्णय देगी।

कैबिनेट में परिवहन विभाग के सरकारी वाहनों की खरीद के प्रस्ताव और नई पर्यटन नीति का प्रस्ताव भी आ सकता है। यात्रा सीजन शुरू होने से पहले सरकार नीति लाना चाहती है ताकि उसके बारे में सभी हित धारकों को समय पर जानकारी हो सके। बैठक में अवस्थापना विकास एवं निवेश बोर्ड, विधायक विकास निधि में बढ़ोतरी, गृह, कार्मिक समेत अन्य विभागों के कर्मचारियों से जुड़ी सेवा नियमावली व उनमें संशोधन के प्रस्ताव भी आ सकते हैं।

Dehradun Bar Association Election: देहरादून बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव के लिए आज मंगलवार को अधिवक्ताओं ने नामांकन पत्र भरे

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल ने बताया कि नाम वापसी 15 फरवरी को सुबह 10 से दो बजे तक होगी। दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।

देहरादून बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव के लिए आज मंगलवार को अधिवक्ताओं ने नामांकन पत्र भरे। सोमवार को कार्यक्रम में बदलाव किया गया था। पहले नामांकन 20 फरवरी को होना था। लेकिन फिर 14 फरवरी को भरा जाना तय किया गया। कल नाम वापसी और 27 फरवरी को चुनाव होंगे। 28 को मतगणना के बाद परिणाम आ जाएगा। इस बार 3474 अधिवक्ता मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल ने बताया कि नाम वापसी 15 फरवरी को सुबह 10 से दो बजे तक होगी। दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।

मतदान 27 फरवरी को सुबह साढ़े नौ बजे से शाम पांच बजे तक होगा। अगले दिन मतगणना सुबह 10 बजे से की जाएगी। बता दें कि इस साल पहली बार मतदान के अगले दिन मतगणना होगी। इससे पहले मतदान के दिन ही मतणना देर रात तक चलती थी। चुनाव लड़ने वाले अधिवक्ताओं ने प्रचार तेज कर दिया है।

Kedarnath: चारधाम यात्रा के दौरान संचालित केदारनाथ हेली सेवा का किराया तीन साल के लिए 10 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है।

उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने 2020 में केदारनाथ हेली सेवा के लिए आठ कंपनियों के साथ तीन साल का अनुबंध किया था।

चारधाम यात्रा के दौरान संचालित केदारनाथ हेली सेवा का किराया तीन साल के लिए तय किया जाएगा। इस बार किराये में 10 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है। टेंडर में एविएशन कंपनियों की ओर से दिए गए रेट के आधार पर किराया निर्धारित किया जाएगा।

उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने 2020 में केदारनाथ हेली सेवा के लिए आठ कंपनियों के साथ तीन साल का अनुबंध किया था। इसमें सिरसी, फाटा व गुप्तकाशी से किराया तय था। 2020 व 2021 में कोविड महामारी के कारण चारधाम यात्रा बंद रही। इस दौरान हेली सेवा का संचालन नहीं हुआ। स्थिति सामान्य होने के बाद 2022 में यात्रा का संचालन किया गया। एविएशन टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) के दाम में बढ़ने के कारण एविएशन कंपनियों ने सरकार को किराया में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था।

हालांकि, तीन साल का अनुबंध होने के कारण सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी। सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर का कहना है कि केदारनाथ हेली सेवा के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। कंपनियों के आवेदन के बाद ही नए सिरे से किराया निर्धारित किया जाएगा।

यह था किराया

गुप्तकाशी से केदारनाथ- 7750 रुपये
फाटा से केदारनाथ-       4720
सिरसी से केदारनाथ-     4680