Uttarakhand Corona Update: कोरोना मामलों ने देहरादून में फिर बढ़ाई चिंता, 24 घंटे में 30 लोग मिले संक्रमित

News web media uttarakhand : उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। बीते 24 घंटे के भीतर प्रदेश में 30 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसमें देहरादून जिले में सबसे अधिक 26 मामले शामिल हैं। तीन महीनों के बाद प्रदेश में एक दिन में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित मामले सामने आए हैं।

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को लगभग 550 सैंपलों की जांच की गई है। जबकि 30 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। इसमें देहरादून जिले में 26, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी व चमोली जिले में एक-एक संक्रमित मिले हैं।

एक जनवरी 2023 से लेकर अब तक कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 314 हो गई है। तीन महीने में एक दिन में सबसे अधिक मामले मिले हैं। हालांकि सभी मरीजों की हालत सामान्य है। जो होम आईसोलेशन में इलाज ले रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने मामले को बढ़ते देख दिए ये आदेश

स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कोविड जांच और टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा को देखते हुए केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार के स्तर से समय-समय पर जारी होने वाली गाइडलाइन का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के साथ ही यात्रा मार्ग पर चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती 15 अप्रैल से पहले सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

 

मसूरी में बस खाई में गिरी, 2 यात्रियों की मौत, कई लोग हुए घायल

Mussoorie Bus Accident: रविवार को मसूरी से देहरादून लौट रही एक रोडवेज बस दुर्घटनाग्रस्‍त(roadways bus accident) हो गई। मसूरी से पांच किमी पहले बस 100 मीटर गहरी खाई में गिर(fall into the abyss) गई। हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। घायलों को अस्‍पताल में इलाज चल रहा है।

सात घायलों को मैक्स पताल ले जाया गया था। जिनमें से दो कि रास्ते में ही मौत हो गई। पांच का इलाज चल रहा है। इनमें से तीन बिल्कुल ठीक है और दो का सिटी स्कैन कराया जा रहा है।

वहीं दो घायलों को दून अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिनकी हालत सामान्य बनी है। करीब 20 घायल मसूरी अस्पताल में हैं।

बताया गया कि बस में करीब 40 यात्री सवार थे। हादसा रविवार दोपहर 12 बजे बाद शेर घंड़ा के पास हुआ। वहीं मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने भी हादसे पर दुख व्‍यक्‍त किया है।

मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने कहा कि देहरादून-मसूरी हाईवे पर बस के खाई में गिरने का समाचार अत्यंत दुःखद है। स्थानीय प्रशासन ने त्वरित रूप से राहत एवं बचाव कार्य करते हुए सभी यात्रियों को बाहर निकाल लिया है और घायलों को उपचार हेतु अस्पताल भेज दिया है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें। ओम शान्ति।

आइटीबीपी, एसडीआरएफ, फायर और पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से खाई से लोगों को निकाला। एसडीएम नंदन कुमार, आइटीबीपी डायरेक्‍टर पीएस डंगवाल भी घटनास्थल पर पहुंचे।

हादसे की जगह दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। देहरादून मसूरी हाईवे पर भारी जाम की स्थिति बनी रही।

बस मेसानिक लॉज बस स्टैंड से देहरादून के लिए चली थी और शेर घड़ी के पास खाई में जा गिरी। बस खाई में गिरने की आवाज सुनते ही स्‍थानीय लोग मदद के लिए खाई में उतरे, लेकिन राहत-बचाव कार्य में उन्‍हें कड़ी मशक्‍कत करनी पड़ी। पुलिस हादसे के कारणों का पता लगा रही है।

उत्तराखंड में आज से होने जा रहे है ये 10 बड़े बदलाव..

Rules Changes From 1st April 2023: 1 अप्रैल से वित्त वर्ष 2023-24 यानी नया फाइनेंशियल ईयर शुरू हो रहा है. अप्रैल की शुरुआत के साथ ही कई बड़े बदलाव होने वाले हैं, जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ सकता है. बैंक व लेन-देन से जुड़े कई नियम भी आज यानि शनिवार से बदल जाएंगे. ऐसे में आइये जानते हैं

बिजली के बढ़े दाम भी आज से लागू..

बिजली की नई दरों को मंजूरी मिल चुकी है। अब अप्रैल के आखिर में जो नया बिल आएगा।नई दरों के हिसाब से इस बार 9.64 % बढ़कर बिजली का घरों व प्रतिष्ठानों में पहुंचेगा। एक अनुमान के मुताबिक हर माह घरेलू उपभोक्ताओं को 25 से लेकर 200 रुपए तक का झटका लगेगा।

पानी के बिलों में दिखेगा इजाफा..

पानी के बिलों में भी अब बढ़ोत्तरी दिखेगी। जल संस्थान ने करीब 15 % बढ़ोत्तरी की मंजूरी पहले ही दे दी है। खासकर यह असर उन कंज्यूमर्स पर ज्यादा पड़ेगा, जिनके घरों या प्रतिष्ठानों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। अर्बन एरियाज में 3 माह में जहां एवरेज 1200 से 1400 तक बिल आता था, अब इसमें इजाफा हो जाएगा।

सफाई यूजर चार्जेज भी 20 रुपए बढ़ा..

डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन यूजर चॉर्जेज में भी निगम ने करीब 20 रुपए की बढ़ोत्तरी का फैसला लिया है। अब कंज्यूमर्स को 50 के बजाय 70 रुपए पेमेंट करने पड़ेंगे। इसी प्रकार से अपार्टमेंट, कॉमर्शियल प्रतिष्ठानों व शिक्षण संस्थानों में सफाई शुल्क में इजाफा किया गया है।

सरकारी हॉस्पिटलों में ओपीडी व जांच का समय बदल रहा है। अब तक सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक ओपीडी व अन्य जांच के लिए समय निर्धारित था, समर सीजन को देखते हुए इसका समय सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक किया गया है। व्यवस्था दून मेडिकल कॉलेज से लेकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल कोरोनेशन, रायपुर, प्रेमनगर व डोईवाला के अस्पतालों में दिखेगी।

हाउस टैक्स में छूट खत्म, जुर्माना शुरू..

नगर निगम क्षेत्र में जिन उपभोक्ताओं ने अपना हाउस टैक्स जमा नहीं किया, वे निगम से मिली छूट से वंचित रह जाएंगे। उन्हें जुर्माना भी देना होगा। हालांकि, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए हाउस टैक्स भरने वालों को निगम ने 25 % छूट का दावा किया है।

कुछ समय के लिए नो हाउस टैक्स..

नगर निगम दून में वित्तीय वर्ष 2023-24 का हाउस टैक्स जमा कराए जाने के लिए पहली अप्रैल से 5 अप्रैल तक हाउस टैक्स के सॉफ्टेवयर में अपडेशन का काम चलेगा। इसके लिए पांच दिनों तक वित्तीय वर्ष 2023-24 का हाउस टैक्स जमा नहीं हो पाएगा। वहीं ऑनलाइन सेवाए भी बंद रहेंगी।

लच्छीवाला टोल टैक्स में भी इजाफा..

लच्छीवाला टोल टैक्स में भी इजाफा होने जा रहा है। वाहनों के हिसाब से टैक्स में हर माह के हिसाब से 5 से लेकर 40 रुपए की बढ़ोत्तरी बताई जा रही है। वर्तमान में जहां एक कार का टैक्स 320 रुपए था, अब बढ़कर 360 रुपए तक होगा।

स्कूल वैन के किराए में भी इजाफा..

स्कूल वैन संचालकों ने भी अपने किराए में भी इजाफा कर दिया गया है। महंगाई का हवाला देकर करीब 15 % तक बढ़ोत्तरी कही गई है। दून में वर्तमान में समय में करीब सात सौ से ज्यादा स्कूल वैन संचालित हो रहे हैं।

फीस, बुक्स-कॉपी व स्कूल ड्रेस महंगी..

1 अप्रैल से न्यू एजुकेशन सेशन की भी शुरुआत हो रही है। कई स्कूल खुल रहे हैं, कईयों में सप्ताहभर के भीतर नए सत्र की शुरुआत होगी। लेकिन, बच्चों की पढ़ाई भी महंगी हो गई है। एडमिशन फीस में जहां 15 से लेकर 25 % तक इजाफा देखने को मिल रहा है। बुक्स, कॉपी व स्कूल यूनिफॉर्म की दरों में भी करीब 20 से 30 % तक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। पैरेंट्स परेशान हो रहे हैं। इसके साथ ही अप्रैल से शुरू होने वाले कारों के बीएस-6 वर्जन के तहत 15 से 50 हजार तक कारें हो जाएंगी महंगी। 15 साल पुराने करीब पांच हजार से ज्यादा सरकारी पुराने व्हीकल्स चलन से हो जाएंगे बाहर।

 

 

 

उत्तराखंड में बदला मौसम का मिजाज, झमाझम बारिश ने फिर कराया ठंड का अहसास

देहरादून:: प्रदेशभर में बृहस्पतिवार रात मौसम ने अचानक करवट बदली और झमाझम बारिश हो गई। आज भी बारिश का सिलसिला जारी है। बारिश और सर्द हवाओं ने एक बार फिर लोगों को ठंड का अहसास कराया। बारिश से जगह-जगह सड़कों पर जलभराव हुआ, वहीं तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई।

उधर, मसूरी में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। यहां तेज हवा के कारण कई जगह लाइन क्षतिग्रस्त होने से बिजली भी गुल रही। सुबह से शाम तक दून और मसूरी में तेज धूप खिली रही। लेकिन रात करीब नौ बजे अचानक तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई।

करीब आधे घंटे तक दून और मसूरी में तेज बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। उधर, मौसम विभाग के मुताबिक आज (शुक्रवार) भी मौसम का मिजाज बदले रहने के साथ ही दून में बादल छाने और गर्जन के साथ हल्की से तेज बारिश की संभावना है। दून में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं। अधिकतम और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री और 16 डिग्री के आसपास रहेगा।

कहां कैसा है मौमस
-लोहाघाट में बारिश
-पिथौरागढ़ में सुबह से बारिश।
-किच्छा में बारिश
-बागेश्वर में सुबह से बारिश
-पौड़ी व आसपास के क्षेत्रों में देररात से बारिश का सिलसिला जारी
-विकासनगर में बारिश
-टिहरी में देर रात से बारिश जारी

 

Navratri 9th Day 2023: कल महानवमी पर होगी मां सिद्धिदात्री की पूजा ,शुभ मुहूर्त, महानवमी का महत्व

Navratri 9th Day 2023 चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च 2023 को हुई थी आज 30 मार्च 2023 को राम नवमी पर इसका समापन है. नवरात्रि के 9 दिन शक्ति साधना के लिए बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं. खासकर नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व है. आज महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा होगी. चैत्र नवरात्रि व्रत मां के नौ स्वरूपों की पूजा करने का समय होता है. पूरे नौ दिन माता का उपवास कर आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं. नवरात्रि का आठवां और नौवां दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है. इन दोनों दिनों में से किसी भी दिन व्रत करने वाले उपवास खोल सकते हैं.

इन दिनों में भक्त अपनी कुल देवी की पूजा करते हैं, जागरण, भजन-कीर्तन, मंत्र जाप करते हैं. माता की उपासना के बाद 9 कन्याओं की पूजा की जाते है और नवमी के दिन हवन कर जवारे विसर्जित किए जाते हैं. नवां दिन-तारीख-नवरात्रि के नौवां दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा का विधान होता है. इस दिन देवी सिद्धिदात्री को हलवा-पूड़ी और खीर का भोग लगा कर कन्या पूजन करना चाहिए.

30 मार्च 2023-मां सिद्धिदात्री

महानवमी 29 मार्च को रात्रि 09: 07 से  आरंभ होगी और 30 मार्च को रात्रि 11: 30 मिनट तक रहेगी.  इसीलिए कन्या पूजन 30 मार्च को किया जाएगा.

महानवमी कन्या पूजन शुभ मुहूर्त

सर्वार्थ सिद्धि योग
30 मार्च- सुबह 06:14 से 31 मार्च, प्रातः 06:12 मिनट तक

ब्रह्म मुहूर्त
सुबह -प्रातः 04: 41 मिनट से प्रातः 05: 28 मिनट तक

अभिजीत मुहूर्त
सुबह 11: 45 मिनट से दोपहर 12: 30 मिनट तक

पुनर्वसु नक्षत्र
रात्रि 10: 58 मिनट तक रहेगा. ये योग कन्या पूजन  के लिए अतिशुभ माना जाता है।.

पूजा मंत्र
देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्तिथा, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः

महानवमी का महत्व
पुराणों में मान्यता है कि नवरात्रि के इन 9 दिनों में जो भी कोई पूर्ण श्रद्धा भाव से माता रानी की पूजा करता है उसे मां का असीम आशीर्वाद प्राप्त होता है. उसके सभी दुख दूर हो जाते हैं. माता को श्रृंगार की वस्तुएं दान करने से वैवाहिक जीवन में प्यार ही प्यार घुलता है.

 

 

 

उत्तराखंड राज्य रोजगार गारंटी परिषद में 13 जनप्रतिनिधि नामित, 17 अप्रैल को बैठक

देहरादून। उत्तराखंड राज्य रोजगार गारंटी परिषद में गैर सरकारी सदस्य के रूप में 13 जनप्रतिनिधियों को नामित करने की स्वीकृति के बाद प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने सभी नामित सदस्यों को बधाई दी है। मंत्री ने कहा है कि इस महत्वपूर्ण परिषद में सभी सदस्यों की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण होती है।

17 अप्रैल को होगी बैठक

मंत्री ने बताया कि आगामी 17 अप्रैल को उत्तराखण्ड राज्य रोजगार गारंटी परिषद की बैठक करवायी जाएगी ताकि प्रदेश में नरेगा योजना के अर्न्तगत स्वीकृति कार्यो के क्रियान्वयन की स्थिति और आगामी समय के लिए कार्ययोजना की समीक्षा हो सके।

नरेगा, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार की फ्लैगशिप योजना है। राज्य रोजगार गारंटी परिषद्, जो राज्य स्तरीय शीर्षस्थ संस्था है, न केवल समय-समय पर राज्य में महात्मा गाँधी नरेगा योजना के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा करती है बल्कि राज्य एवं क्षेत्रीय आवश्यकताओं के दृष्टिगत राज्यहित में योजनान्तर्गत आवश्यक सुधार भी प्रस्तावित करती है। इन सभी गैर सरकारी सदस्यों को अगले एक वर्ष के लिए नामित किया गया है।

गैर सरकारी सदस्य के रूप में 13 जनप्रतिनिधियों के नाम
हरिद्वार से जिला पंचायत अध्यक्ष किरन चौधरी, अल्मोड़ा से जिला पंचायत अध्यक्ष उमा सिंह, चमोली के घाट विकासखण्ड से प्रमुख भारती फरर्सवाण, टिहरी के नरेन्द्रनगर विकासखण्ड से प्रमुख राजेन्द्र भण्डारी, देहरादून के कालसी विकासखण्ड से प्रमुख मठोर सिंह सहित अल्मोड़ा के लमगड़ा ब्लाक के ढ़ेली गांव की प्रधान ललिता ढेला, उत्तरकाशी के नौगांव ब्लाक के तियां गांव के प्रधान मुकेश थपलियाल, उध्धमसिंहनगर के बाजपुर ब्लाक के गणेशपुर गांव से प्रधान अनीता देवी, चम्पावत के सुयाल खर्क गांव से प्रधान मनोज तड़ागी, टिहरी के जाखणीधार से गड्डूगाड़ गांव से प्रधान जय सिंह, देहरादून के रायपुर ब्लाक के सेरागांव से प्रधान मीला राणा, नैनीताल के हल्द्वानी ब्लाक के बसंतपुर गांव से प्रधान किशोर सिंह चुफाल को उत्तराखण्ड राज्य रोजगार गारंटी परिषद् में गैर सरकारी सदस्य के रूप में नामित किया गया है।

 

मुख्यमंत्री धामी ने किया दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वे के कार्यों का निरीक्षण, मार्च 2024 तक पूरा होगा काम, 2.5 घंटे में पहुंचेंगे दिल्ली

News web media Uttarakhand : मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद दिल्ली से देहरादून की दूरी मात्र दो से ढ़ाई घण्टे में पूर्ण होगी। इस परियोजना के पूर्ण होने से उत्तराखण्ड को बहुत फायदा होगा। दिल्ली और उसके आस-पास के लोगों को उत्तराखण्ड आने में काफी सुगमता होगी। उन्होंने कहा कि राज्य में जिस तेज गति से सड़क कनेक्टिविटी बढ़ रही है। इससे आने वाले समय में राज्य में आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आयेगी।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर निर्माण कार्य मे लगे श्रमिकों से बातचीत की और उनका हालचाल जाना। मुख्यमंत्री ने एनएचआई के अधिकारियों से कहा कि इन श्रमिकों के स्वास्थ्य, रहने एवं खाने की व्यवस्थाओं का पूरा ध्यान रखा जाए। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि मार्च 2024 तक एक्सप्रेसवे के कार्यों को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रयास किये जा रहे हैं, कि उससे पूर्व ही ये कार्य पूर्ण किये जाएं।

दिल्ली रह जाएगी 210 किमी दूर

अभी दिल्ली से देहरादून जाने में करीब पांच से छह घंटे का समय लगता है। गाजियाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, रुड़की होते हुए देहरादून जाने के लिए करीब 250 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। लेकिन, एक्सप्रेस-वे बनने के बाद यह दूरी 40 किमी घटकर महज 210 किमी रह जाएगी। इससे दो से ढाई घंटे में देहरादून पहुंचा जा सकेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, अगले साल से देहरादून से दिल्ली की दूरी दो से ढाई घंटे में पूरी होगी। इससे दिल्ली और उसके आसपास के लोगों को उत्तराखंड आने में सुगमता होगी। राज्य में जिस तेज गति से सड़क कनेक्टिविटी बढ़ रही, इससे आने वाले समय में राज्य में आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी।

वाहन मालिक ध्यान दें! रखना होगा इन 6 बातों का ध्यान, वरना सस्पेंड नहीं सीधे कैंसिल होगा डीएल

Uttarakhand Driving License Rules: चालान या जुर्माने के डर के बावजूद यातायात व परिवहन नियम तोड़ने से बाज नहीं आ रहे चालकों के विरुद्ध परिवहन विभाग ने सख्त कार्रवाई की तैयारी कर ली है।

आरटीओ (प्रशासन) सुनील शर्मा ने बताया कि अब सर्वोच्च न्यायालय की ओर से निर्धारित सड़क सुरक्षा से संबंधित छह अपराध में सीधे ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

अब तक लाइसेंस निलंबित करता था विभाग
अभी तक इन अपराध में परिवहन विभाग तीन माह के लिए लाइसेंस निलंबित करता था, लेकिन अब लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई होगी। इसके बाद एक वर्ष तक संबंधित चालक नया लाइसेंस बनाने के लिए आवेदन भी नहीं कर सकेगा।

परिवहन विभाग ने चालक का डीएल यानी ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने की जो तैयारी की है, उसमें शराबी व बेलगाम गति से वाहन चलाने वालों की खैर नहीं होगी।

मोटर वाहन अधिनियम में केंद्र सरकार ने जो संशोधन किए हैं, उनमें दुर्घटना में चालक की गलती पाए जाने पर लाइसेंस निरस्त करने का प्रविधान है। आरटीओ शर्मा ने बताया कि यही नियम उन चालकों पर भी लागू होता है, जिनकी वजह से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

आरटीओ ने बताया कि शराब पीकर वाहन चलाने और बेलगाम गति व खतरनाक ढंग से वाहन चलाने वालों को लाइसेंस के विरुद्ध निरस्तीकरण की कार्रवाई में सुनवाई का अवसर भी नहीं दिया जाएगा। आरटीओ ने बताया कि दुपहिया पर हेलमेट न पहनने और ट्रिपल राइडिंग करने पर लाइसेंस तीन माह के लिए निलंबित करने का नियम यथावत रहेगा।

इन अपराध में डीएल होगा निरस्त
-शराब पीकर वाहन चलाना
-मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाना
-बेलगाम गति से वाहन चलाना
-चौराहे-तिराहे पर रेड लाइट जंप करना
-भार वाहन में ओवरलोडिंग करना
-भार वाहन में यात्रियों का परिवहन करना

स्टंटबाजी पर लगेगी लगाम
शहर में सबसे बड़ी समस्या स्टंटबाज बाइकर्स गैंग को लेकर है। शहर के सभी मुख्य इलाकों में इस गैंग का खतरनाक खेल देखने को मिलता है। महिलाओं व युवतियों का इनकी वजह से सड़कों पर चलना मुश्किल हो जाता है। न सिर्फ छेड़खानी बल्कि पर्स, मोबाइल व चेन लूट में भी बाइकर्स गैंग शामिल रहता है।

इन इलाकों में रफ्तार का खेल
मसूरी रोड, राजपुर रोड, सहस्रधारा रोड, सहस्रधारा बाइपास, जीएमएस रोड, कैंट रोड, रेसकोर्स, जोगीवाला रिंग रोड, चकराता रोड, बलबीर रोड, वसंत विहार, क्लेमेनटाउन, सहारनपुर रोड, हरिद्वार बाईपास।

शहर के 18 खतरनाक जोन
घंटाघर, दर्शनलाल चौक, प्रिंस चौक, सहारनपुर चौक, तहसील चौक, जीएमएस रोड, बल्लूपुर चौक, बल्लीवाला चौक, मसूरी डायवर्जन, जाखन तिराहा, आरटीओ तिराहा, आइएसबीटी तिराहा, रिस्पना पुल तिराहा, आराघर जंक्शन, रेसकोर्स चौराहा, केडीएमआइपी चौक, किशननगर तिराहा और सर्वे चौक।

देहरादून रायपुर विधानसभा क्षेत्र के बड़े हिस्से में नए निर्माण कार्यों पर रोक, आदेश जारी

न्यूज मीडिया उत्तराखंड देहरादून:- रायपुर विधानसभा क्षेत्र के बड़े हिस्से में नए निर्माण कार्यों पर सरकार ने रोक लगा दी है। उत्तर में रायपुर से थानो रोड तक, दक्षिण में मुख्य हरिद्वार रोड तक और पूरब में दूनघाटी महायोजना के भोपालपानी, बड़ासी ग्रांट एवं काली माटी गांव की सीमा तक के क्षेत्र को शामिल कर फ्रीज जोन घोषित किया गया है। देहरादून में नया विधानसभा भवन, सरकारी दफ्तर समेत नई टाउनशिप बनाने के लिए रायपुर विधानसभा क्षेत्र के एक बड़े हिस्से में नए निर्माण कार्यों पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है। भराड़ीसैंण गैरसैंण में मंत्रिमंडल के फैसले के बाद शासन की ओर से इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है। अपर मुख्य सचिव आनंद बर्धन की ओर से जारी आदेश के मुताबिक रायपुर और उसके पास के क्षेत्र में विधानसभा परिसर एवं अन्य सरकारी कार्यालय भवनों का निर्माण होना है। जिसे देखते हुए उत्तर में रायपुर से थानो रोड तक, दक्षिण में मुख्य हरिद्वार रोड तक और पूरब में दूनघाटी महायोजना के भोपाल पानी, बड़ासी ग्रांट एवं काली माटी गांव की सीमा तक के क्षेत्र को शामिल कर फ्रीज जोन घोषित किया गया है। इस क्षेत्र में सभी तरह के निर्माण और विकास गतिविधियों पर महायोजना निर्माण तक रोक रहेगी।

इस योजना पर काम कर रही सरकार :- रायपुर विधानसभा क्षेत्र का अलग मास्टर प्लान बनाया जाएगा। जब तक मास्टर प्लान अस्तित्व में नहीं आता। तब तक इस सीमा क्षेत्र में किसी भी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकेगा। मंत्रिमंडल ने इसके लिए अगले आदेश तक इस सीमा क्षेत्र में नक्शा पास करने पर रोक लगाने का प्रस्ताव पास किया था। सरकार, विधानसभा सचिवालय सहित तमाम दफ्तरों को रायपुर में बनाने की योजना पर काम कर रही है।

शहर में यातायात का दबाव होगा कम : सरकार शहरों में यातायात का दबाव कम करने के लिए उन सभी दफ्तरों को बाहरी क्षेत्र में बनाने जा रही है, जिनकी वजह से अक्सर जाम के हालात पैदा होते हैं। इसकी शुरूआत राजधानी से होने जा रही है। सचिवालय व अन्य दफ्तरों को सरकार रायपुर क्षेत्र में बनाएगी। विधानसभा को भी रायपुर में बनाने का प्रस्ताव पहले से प्रक्रिया में था।

Uttarakhand: घर बैठे सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट लगाकर एक लाख रुपये महीना तक कमाएं, पढ़ें पूरी जानकारी और उठाए फायदा

देहरादून: अब आप घर बैठे सौर ऊर्जा परियोजना से एक लाख रुपये तक हर महीने कमा सकेंगे। बता दे कि उत्तराखंड सरकार ने मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के नियमों में बड़ा बदलाव करते हुए संशोधित अधिसूचना जारी कर दी है। इसके तहत सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट पर सरकार 15 दिन के भीतर फैसला ले लेगी।
हालांकि इस योजना के तहत पहले 25 किलोवाट तक के प्रोजेक्ट लगा सकते थे, परन्तु अब सीमा बढ़ाकर 200 किलोवाट कर दी गई है। एमएसएमई योजना के तहत इसमें 30 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी। उद्योग विभाग के माध्यम से जिला सहकारी बैंकों से लोन मिलेगा।

खास बात….

  • इस योजना के तहत 20, 25, 50, 100, 200 किलोवाट के सोलर प्लांट लगा सकेंगे।
  • लाभार्थी को एमएसएमई पॉलिसी के तहत सभी लाभ दिए जाएंगे।
  • पात्र व्यक्ति अपनी निजी भूमि या लीज पर जमीन लेकर सोलर प्लांट लगा सकेंगे।
  • योजना के तहत इनवेस्ट उत्तराखंड पोर्टल पर सिंगल विंडो के माध्यम से आवेदन किए जाएंगे।
  • योजना का क्रियान्वयन उरेडा करेगा। यूपीसीएल, उद्योग और सहकारी बैंक सहयोगी संस्था के तौर पर काम करेंगे।

प्रोजेक्ट लगाने के लिए यह पात्रता जरूरी

इस योजना के तहत केवल राज्य के स्थायी निवासी ही आवेदन कर सकते हैं। उनकी आयु 18 साल से अधिक होनी चाहिए। शैक्षिक योग्यता की बाध्यता नहीं है। एक परिवार से एक ही आवेदक को एक सोलर प्लांट आवंटित किया जा सकेगा। इसके लिए आवेदक को शपथ पत्र भी देना होगा।

चार हजार वर्ग मीटर जमीन पर 200 किलोवाट

योजना के तहत 50 किलोवाट के सोलर प्लांट के लिए 750-1000 वर्ग मीटर, 100 किलोवाट के लिए 1500-2000, 200 किलोवाट के लिए 3000-4000 वर्गमीटर जमीन जरूरी होगी। योजना पर 50 हजार प्रति किलोवाट का खर्च अनुमानित होगा। 50 किलावोट से 76000 यूनिट, 100 किलोवाट से 152000 और 200 किलोवाट से 304000 यूनिट बिजली सालाना पैदा होगी। योजना के तहत यूपीसीएल 25 साल के लिए बिजली खरीदेगा, जो भी बिजली यूपीसीएल के पास आएगी, उसका पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में जाएगा।