मुख़्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दिए संकेत: नाइट कर्फ्यू पर फैसला ले सकती है सरकार, कैबिनेट में होगा फैसला

उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना केसों को लेकर सरकार गंभीर हो गई है। सीएम तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार को संकेत दिए हैं कि प्रदेश में कोरोना को लगाम लगाने के लिए नाइट कर्फ्यू लगाया जा सकता है। नाइट कर्फ्यू लागू करने पर अंतिम फैसला आज शुक्रवार शाम को होने वाली कैबिनेट मीटिंग में लिया जाएगा। बता दें कि प्रदेश में कोरोना की रफ्तार में अचानक तेजी आई है। प्रदेशभर में अबतक कुल मरीजों की संख्या 1,05,498 हो गई है। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 1744 पहुंच गया है। देश के कुछ राज्यों ने कोरोना काबू करने को नाइट कर्फ्यू का प्रयोग लागू भी किया है। सीएम तीरथ का कहना है कि प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षा देना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी पहलुओं का लगातार अध्ययन किया जा रहा है। जनहित में जो भी उचित होगा, सरकार वही निर्णय करेगी।
उत्तराखंड में गुरुवार को कोरोना के 787 नए मरीज मिले और तीन संक्रमितों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या 105498 हो गई है। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 1744 पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार गुरुवार को देहरादून में 239, हरिद्वार में 277, अल्मोड़ा में 16, बागेश्वर में छह, चमोली में दस, चम्पावत में एक, नैनीताल में 132, पौड़ी में आठ, पिथौरागढ़ में छह, रुद्रप्रयाग में 12, टिहरी में 39, यूएस नगर में 34 और उत्तरकाशी में सात नए संक्रमित मरीज मिले हैं।

टीकाकरण का रिकार्ड, एक ही दिन में एक लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही टीकाकरण कराने वालों की संख्या में अप्रत्याशित बढोत्तरी हो गई है। गुरुवार को टीकाकरण के पुराने सभी रिकार्ड ध्वस्त हो गए और रिकार्ड एक लाख से अधिक लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए टीका लगाया। ंस्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को राज्य भर में बनाए गए 718 टीकाकरण बूथों पर कुल 107658 लोगों को टीके लगाए गए। 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद से यह पहली बार है जब राज्य में एक ही दिन में एक लाख से अधिक लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए हैं। इसके साथ ही राज्य में टीके की एक डोज लगाने वालों की संख्या एक लाख 66 हजार के पार पहुंच गई है। जबकि एक डोज लगाने वालों का आंकड़ा 10 लाख को पार कर गया है। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ कुलदीप सिंह मार्तोलिया ने बताया कि टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाई जा रही है ताकि कम से कम समय में राज्य की ज्यादा से ज्यादा आबादी को कवर किया जा सके।

 

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा- चार धाम देवस्थानम बोर्ड पर पुनर्विचार करेगी सरकार, 51 मंदिरों को बोर्ड से किया जा सकता है बाहर

हरिद्वार। हरिद्वार के श्री अखंड परमधाम आश्रम में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्यसमिति मार्गदर्शक मंडल की बैठक में पूरे देश में हिंदू धार्मिक स्थलों, तीर्थ स्थलों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने को लेकर चर्चा हुई। बैठक में शामिल विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार, चंपत राय, श्री राम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य युगपुरुष सहित सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों, संतों और सदस्यों ने इस पर एक राय होकर अपनी सहमति दी। वहीं, इस दौरान सीएम ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड में बाद में जिन 51 मंदिरों को शामिल किया गया था, उन्हें तत्काल प्रभाव से बाहर कर दिया जाएगा। बोर्ड के अस्तित्व पर पुनर्विचार किया जाएगा।
बैठक में ओटीटी प्लेटफार्म पर सनातन धर्म, संत समाज के खिलाफ चल रही साजिश और लव जेहाद के खिलाफ कड़े कानून बनाने को लेकर चर्चा हुई और राष्ट्र स्तर पर कड़ा कानून बनाने की मांग के साथ प्रस्ताव पारित किया गया। इस दौरान रामसेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की भी मांग की गई। साथ ही इसे पुरातत्व विभाग को सौंपने को कहा गया। ऐसा न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई। तय किया है कि इस मामले में संत समाज की ओर से केंद्र सरकार को कड़ा पत्र लिखा जाएगा।
बैठक में सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा कि वह संतों की वाणी को शिरोधार्य मानते हैं और संत समाज की किसी भी मांग को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्हें कभी निराश नहीं होने दिया जाएगा। वहीं, देवस्थानम् बोर्ड मामले में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि संतों की भावनाओं का पूरा ख्याल रखा जाएगा।

दो शराब की दुकानों को तत्काल बंद करने के आदेश
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हरिद्वार में संतों की मांग पर कुंभ मेला क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली शराब की दो दुकानों को तत्काल बंद करने के आदेश दिए। अब ऋषिकेश क्षेत्र में मुनि की रेती ढालवाला औऱ लक्ष्मणझूला स्थित शराब की दुकानें बंद होंगी।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश में कोरोना गाइडलाइन का पालन न करने पर हो सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए

कोरोना वाइरस :- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर गाइडलाइन का पालन न करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना की आरटीपीसीआर जांच, संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए ट्रेसिंग, माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने और सर्विलांस पर और अधिक गंभीरता से काम किया जाए। उन्होंने कहा कि मृत्यु दर कम करने के लिए चिकित्सीय देखभाल और उपचार को सर्वोच्च प्राथमिकता से लिया जाए।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये देश में कोरोना संक्रमण और वैक्सीनेशन की स्थिति की समीक्षा को लेकर आयोजित बैठक में हिस्सा लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने राज्य के अधिकारियों के साथ कोरोना संक्रमण के संबंध में बैठक की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोरोना संक्रमण को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया गया था। अब दोबारा बढ़ रहे मामलों को देखते हुए पहले की तरह ही दृढ़संकल्प के साथ काम करना है।
मास्क व शारीरिक दूरी के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा पूरे देश में वैक्सीनेशन का बड़ा अभियान चल रहा है। वैक्सीनेशन में उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों में है। राज्य में इसकी रफ्तार को और बढ़ाना है। केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मानकों में आ रहे लोगों का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन सुनिश्चित किया जाना है। बैठक में मुख्य सचिव ओमप्रकाश, डीजीपी अशोक कुमार, सचिव अमित नेगी, नितेश झा, पंकज पांडेय और एसए मुरुगेशन उपस्थित थे।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर गाइडलाइन का पालन न करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना की आरटीपीसीआर जांच, संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए ट्रेसिंग, माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने और सर्विलांस पर और अधिक गंभीरता से काम किया जाए। उन्होंने कहा कि मृत्यु दर कम करने के लिए चिकित्सीय देखभाल और उपचार को सर्वोच्च प्राथमिकता से लिया जाए।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये देश में कोरोना संक्रमण और वैक्सीनेशन की स्थिति की समीक्षा को लेकर आयोजित बैठक में हिस्सा लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने राज्य के अधिकारियों के साथ कोरोना संक्रमण के संबंध में बैठक की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोरोना संक्रमण को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया गया था। अब दोबारा बढ़ रहे मामलों को देखते हुए पहले की तरह ही दृढ़संकल्प के साथ काम करना है।
मास्क व शारीरिक दूरी के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा पूरे देश में वैक्सीनेशन का बड़ा अभियान चल रहा है। वैक्सीनेशन में उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों में है। राज्य में इसकी रफ्तार को और बढ़ाना है। केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मानकों में आ रहे लोगों का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन सुनिश्चित किया जाना है। बैठक में मुख्य सचिव ओमप्रकाश, डीजीपी अशोक कुमार, सचिव अमित नेगी, नितेश झा, पंकज पांडेय और एसए मुरुगेशन उपस्थित थे।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ रावत 57 वर्ष के हुए, पीएम मोदी समेत तमाम बड़ी हस्तियों ने शुभकामनाएं दीं

देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत आज 57 वर्ष के हो गए हैं। उन्होंने अपना जन्मदिन बाल वनिता आश्रम में बच्चों के साथ केक काटकर मनाया। इस दौरान बच्चों ने सीएम को जन्मदिन की बधाई दी। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए उनके उत्तम स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना की।
पौड़ी गढ़वाल की असवालस्यूं पट्टी के सीरों गांव में नौ अप्रैल 1964 में जन्मे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। उनके जन्मदिन पर श्री श्रद्धानंद बाल वनिता आश्रम में यज्ञ का आयोजन किया गया। आश्रम के बच्चों ने मुख्यमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने अपने जन्म दिवस को बच्चों के साथ केक काटकर मनाया। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को मिष्ठान और फल वितरण भी किया। देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत आज 57 वर्ष के हो गए हैं। उन्होंने अपना जन्मदिन बाल वनिता आश्रम में बच्चों के साथ केक काटकर मनाया। इस दौरान बच्चों ने सीएम को जन्मदिन की बधाई दी। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए उनके उत्तम स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना की।
पौड़ी गढ़वाल की असवालस्यूं पट्टी के सीरों गांव में नौ अप्रैल 1964 में जन्मे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। उनके जन्मदिन पर श्री श्रद्धानंद बाल वनिता आश्रम में यज्ञ का आयोजन किया गया। आश्रम के बच्चों ने मुख्यमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने अपने जन्म दिवस को बच्चों के साथ केक काटकर मनाया। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को मिष्ठान और फल वितरण भी किया।

उत्तराखंड में स्कूल कुछ समय के लिए फिर हो सकते हैं बंद,रात्रिकालीन कर्फ्यू पर भी विचार

कोरोना संक्रमण बढ़ता देख सरकार एक बार फिर स्कूलों को कुछ समय के लिए बंद करने पर विचार कर रही है। शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है जो शुक्रवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा। उच्च पदस्थ सूत्रों ने इसकी पुष्टि की।  सूत्रों के अनुसार, शिक्षा विभाग ने बोर्ड कक्षाओं को छोड़ बाकी कक्षाएं कुछ समय को बंद करने की सिफारिश की है। विभाग का मानना है कि बोर्ड परीक्षा होने से 10वीं और 12 वीं कक्षाएं को जारी रखना छात्रहित में उचित होगा।  साथ ही उम्र में बड़े होने से बोर्ड के छात्रों से कोरोना के मानकों का पालन आसानी से कराया जा सकता है।

रात्रिकालीन कर्फ्यू पर भी सरकार गंभीर: सरकारी प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि कोरोना के चलते रात्रिकालीन कर्फ्यू पर भी विचार है। कुछ राज्यों ने कोरोना काबू करने को नाइट कर्फ्यू का प्रयोग लागू भी किया है। स्कूलों पर उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षा देना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी पहलुओं का लगातार अध्ययन किया जा रहा है। जनहित में जो भी उचित होगा, सरकार वही निर्णय करेगी।उत्तराखंड में गुरुवार को कोरोना के 787 नए मरीज मिले और तीन संक्रमितों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या 105498 हो गई है। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 1744 पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार गुरुवार को देहरादून में 239, हरिद्वार में 277, अल्मोड़ा में 16, बागेश्वर में छह, चमोली में दस, चम्पावत में एक, नैनीताल में 132, पौड़ी में आठ, पिथौरागढ़ में छह, रुद्रप्रयाग में 12, टिहरी में 39, यूएस नगर में 34 और उत्तरकाशी में सात नए संक्रमित मरीज मिले हैं।

टीकाकरण का रिकार्ड, एक ही दिन में एक लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण
देहरादून। 
राज्य में कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही टीकाकरण कराने वालों की संख्या में अप्रत्याशित बढोत्तरी हो गई है। गुरुवार को टीकाकरण के पुराने सभी रिकार्ड ध्वस्त हो गए और रिकार्ड एक लाख से अधिक लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए टीका लगाया। ंस्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को राज्य भर में बनाए गए 718 टीकाकरण बूथों पर कुल 107658 लोगों को टीके लगाए गए। 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद से यह पहली बार है जब राज्य में एक ही दिन में एक लाख से अधिक लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए हैं। इसके साथ ही राज्य में टीके की एक डोज लगाने वालों की संख्या एक लाख 66 हजार के पार पहुंच गई है। जबकि एक डोज लगाने वालों का आंकड़ा 10 लाख को पार कर गया है। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ कुलदीप सिंह मार्तोलिया ने बताया कि टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाई जा रही है ताकि कम से कम समय में राज्य की ज्यादा से ज्यादा आबादी को कवर किया जा सके।

चारधाम : कोरोना की दूसरी लहर के चलते यात्री उत्तराखंड आने (चारधाम यात्रा) से भी कतराने लगे पर्यटक,होटलों की बुकिंग हो रही रद

देश-विदेश के पर्यटकों को चारधाम समेत उत्तराखंड के अन्य पर्यटक स्थलों के दर्शन कराने वाली ट्रेवल एजेंसियों के कारोबार पर इस बार भी कोरोना की मार पड़ने लगी है। कोरोना की दूसरी लहर के चलते यात्री उत्तराखंड आने से कतराने लगे हैं। चार धाम के लिए जो एडवांस बुकिंगें आई थी, वह कैंसिल होने लगी हैं। ऐसे में कारोबारियों की चिंता बढ़ने लगी है। दून शहर में करीब 250 ट्रेवल एजेंसियां हैं, जो पर्यटकों को चारधाम, हेमकुंड, फूलों की घाटी, चोपता, हर्षिल समेत अन्य पर्यटकों के लिए वाहन सुविधा देते हैं। एजेंसियों से हजार लोग प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार पा रहे हैं, लेकिन कोरोना संकट शुरू होने के बाद ट्रेवल एजेंसियों का काम पूरी से प्रभावित है। पिछले साल करोड़ रुपये की बुकिंगें कैंसिल हुई। एजेंसियों के पास जो एडवांस आया था, उसे वापस लौटाना पड़ा। आर्थिक संकट से जूझ एजेंसियों ने अपने कर्मचारी नौकरी से हटा दिए थे। इस सीजन में कारोबार पटरी लौटने की उम्मीद थी। कई एजेंसियों के पास एडवांस बुकिंगें भी दिसंबर से आने लगी थी, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर उम्मीदों पर पानी फेरने लगी है। चारधाम यात्रा की अधिकांश बुकिंग कैंसिल हो चुकी हैं।
देहरादून। शहर में करीब 250 ट्रेवल एजेंसी हैं। कोरोना से पहले की अपेक्षा इस बार चारधाम यात्रा की बहुत कम एडवांस बुकिंगें मिली हैं। हिमालय टैक्सी सर्विस आराघर के राजेंद्र काला ने बताया कि पहले एक एजेंसी को 200 से 250 एडवांस बुकिंग मिल जाती थी, लेकिन इस बार 15 से 20 बुकिंगें मिल पाई हैं। इसमें पचास फीसदी से ज्यादा कैंसिल हो चुकी हैं। हमारी एजेंसी को 18 बुकिंगें मिली थी, सभी कैंसिल हो चुकी है।
हमारी एजेंसी को चारधाम की 18 बुकिंगें मिली थीं। इस हमने एडवांस नहीं लिया, लेकिन कोरोना के बढ़ते खतरे के बाद से लोग बुकिंग कैंसिल करवाने लगे हैं। जून महीने की बुकिंग भी कैंसिल हो गई है।
राजेंद्र काला, हिमालय टैक्सी सर्विस
चारधाम के लिए यात्रियों के फोन आए हैं, लेकिन अभी कंफर्म बुकिंग किसी नहीं है। हम खुद भी एडवांस नहीं ले रहे हैं। सरकार रोज नियम बदल रही है। कुंभ देख लो, यात्रियों को बोर्डर से वापस भेजा रहा है। ऐसे में हम एडवांस लेकर अपनी बदनामी थोड़ी झेलेंगे।
इंद्रजीत सिंह, हेमकुंड ट्रेवल, त्यागी रोड
मसूरी के होटलों में 35 फीसदी बुकिंग रद
कोरोना की दूसरी लहर में पर्यटन कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। पुरानी बुकिंग कैंसिल हो रही है और नई नहीं हो रही है। सरकार की ओर से कोरोना को लेकर गाइडलाइन जारी होने के बाद अप्रैल महीने में मसूरी में 35 फीसदी बुकिंग कैंसिल हो चुकी है। इसका असर इस वीकेंड पर देखने को मिला। होटल विष्णु पैलेस के एमडी राम कुमार गोयल ने बताया कि सरकार के नई गाइडलाइन जारी करने से पहले होटल में अप्रैल माह के लिए 50 फीसदी तक की बुकिंग थी, लेकिन बाद में यह लगभग सारी कैंसिल हो गई। अप्रैल में फिलहाल कोई बुकिंग नहीं है।

जीएमवीएन के मैनेजर पीएस कंडारी ने बताया कि अप्रैल के लिए होटल में केवल 7 प्रतिशत बुकिंग हैं जिसमें से एक बुकिंग कैंसिल हो गई है। उन्होंने बताया कि आज होटल में एक भी कमरा नहीं लगा हुआ है, और आगे के लिए भी बुकिंग नहीं मिल रही हैं। होटल जेपी के जीएम अनिल शर्मा ने बताया कि होटल में अप्रैल माह के लिए ऑनलाइन एक भी बुकिंग नहीं है। आज होटल में 10 प्रतिशत तक की बुकिंग है आगे दो शादियों की बुकिंग हैं, एक ग्रुप ने आना है। बताया कि कुछ पुरानी बुकिंग हैं जो कैंसिल करना चाह रहे हैं, लेकिन हम उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं।

उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी का कहना है कि अप्रैल माह में काफी बुकिंग कैंसिल हुई है और आगे के लिए भी बुकिंग नहीं आ रही हैं। होटल एसोसिएशन के महासचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि अभी होटल में मात्र 10 प्रतिशत तक बुकिंग है और आगे भी बुकिंग नहीं बन पा रही हैं। अप्रैल में 35% तक की बुकिंग कैंसिल हुई है। आगे भी कोई बुकिंग नहीं है। होटल रमाडा के मैनेजर हर्ष मणि सेमवाल ने बताया कि अप्रैल माह में जितनी भी बुकिंग थी उनमें से अधिकांश बुकिंग कैंसिल हो गई हैं। व्यापार संघ के अध्यक्ष रजत अग्रवाल का कहना था कि नई गाइडलाइन जारी होने के बाद पर्यटकों की संख्या में गिरावट आने के बाद का असर व्यापार पर भी पड़ा है।
टैक्सी कारोबार भी हो रहा है प्रभावित
उतरांखंड टैक्सी मैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष सुंदर सिंह पंवार ने बताया कि चारधाम यात्रा के लिए जो बुकिंग हुई थी, सारी रद्द हो गई हैं। चारधाम यात्रा के लिए 85 प्रतिशत तक की बुकिंगें थी जो कैसिंल हो गई है। गाइडलाइन के बाद मसूरी पहुंचे पर्यटक भी बुकिंग नहीं ले रहे हैं।

कारोबार बीते साल के झटके से उबर रहा है। नई गाइडलाइन के बाद रामनगर में 50 फीसदी बुकिंग निरस्त हो गई हैं। यह लगातार दूसरा साल है, जब कारोबार पीक सीजन में डाउन है। सरकार को ध्यान देना चाहिए।
हरि सिंह मान, अध्यक्ष, रिजॉर्ट एसोसिएशन रामनगर

जनवरी से मार्च तक होटलों में अच्छी संख्या में पर्यटक आ रहे थे। नई गाइड लाइन के चलते सैलानी कम हुए हैं। कोरोना मरीज बढ़ने से होटलों में 30 से 40 प्रतिशत बुकिंग कैंसिल हुई है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के पर्यटक सर्वाधिक बुकिंग कैंसिल कर रहे हैं।
दिनेश साह, अध्यक्ष, नैनीताल होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष

तीरथ सरकार में त्रिवेंद्र सरकार का एक और फैसला बदला, अब एक रुपये में नहीं, बल्कि 100 रुपये में मिलेगा पानी का कनेक्शन

उत्‍तराखंड में एक रुपये में नहीं, बल्कि 100 रुपये में पानी का कनेक्शन मिलेगा। तीरथ सरकार में त्रिवेंद्र सरकार का एक और फैसला बदला गया। ग्रामीण और शहरी श्रेणी में एक समान पानी के कनेक्शन का शुल्क किया गया है। पहले ग्रामीण इलाकों में एक रुपये में पानी का कनेक्शन दिया जा रहा था। शहरों में पानी का कनेक्शन 3600 रुपये होने के कारण लोग कनेक्शन नहीं ले रहे थे। गुरुवार को शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत ने प्रदेश के शहरी निकायों की बैठक में उक्‍त आदेश दिए।
गुरुवार को नगर निगम देहरादून में मंत्री प्रदेश के शहरी निकायों की बैठक ले रहे हैं। अभी सभी नगर निगम की चल रही, उसके बाद दूसरे चरण में नगर पालिका और तीसरे चरण में नगर पंचायतों की बैठक होगी। इस दौरान शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि पूरे प्रदेश में पानी के बिल के लिए मीटर लगेंगे। उन्‍होंने कहा अब फोकट में पानी नहीं दिया जा सकता।जितना पानी इस्तेमाल करोगे, उतना ही शुल्‍क ही देना होगा।

उत्तराखंड : उत्तराखंड में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) रुड़की बना नया हॉटस्पॉट, 80 छात्रों को हुआ कोरोना

उत्तराखंड में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। उत्तराखंड में स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) रूड़की के 80 छात्र कोरोना की चपेट में आ चुके हैं जिसके बाद पांच हॉस्टल को सील कर दिया गया है और इन्हें कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
आईआईटी रूड़की की मीडिया सेल प्रभारी सोनिका श्रीवास्तव ने बताया कि एक हॉस्टल को कोविद केयर सेंटर में बदल दिया है। वहीं, आईआईटी रुड़की प्रशासन ने छात्रों को अपने कमरों में ही खुद को आइसोलेट करने के लिए निर्देश दिया है। आपको बता दें कि मंगलवार तक 60 छात्रों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। फिर बुधवार को संस्थान में हरिद्वार जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित आरटी-पीसीआर टेस्ट में 20 और छात्रों कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

सोनिका श्रीवास्तव ने बताया कि इंस्टीट्यूट में 80 कोरोना पॉजिटिव छात्रों पाए जाने के बाद हरिद्वार जिला स्वास्थ्य विभाग ने कॉटले, कस्तूरबा, सरोजिनी, गोविंद भवन और विज्ञान कुंज नाम के पांच हॉस्टल को सील कर दिया है और इन्हें कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। उन्होंने बताया कि इंस्टीट्यूट में 3000 छात्र हैं जिसमें से लगभग 1200 छात्र इन 5 हॉस्टल में रहते हैं।

सोनिका ने आगे बताया कि जिला स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में गंगा भवन हॉस्टल को कोविड केयर सेंटर के रूप में बदल दिया है जहां, संक्रमित छात्रों का इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा, एक गेस्ट हाउस और एक अन्य प्रतिष्ठान को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है।वहीं, हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके झा ने बताया कि हमने संक्रमण का पता लगाने के बाद इंस्टीट्यूट से लगभग 2000 छात्रों और कर्मचारियों के आरटी-पीसीआर नमूने लिए थे। मंगलवार तक, 60 छात्रों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई और फिर बुधवार को 20 और छात्रों की रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण पाया गया।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा- सरकार की कोशिश, लाकडाउन की स्थिति न आए।कोविड गाइडलाइन का अनुपालन करना अनिवार्य

देहरादून :- प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि सरकार की पूरी कोशिश है कि लाकडाउन की स्थिति न आए। संक्रमण के मद्देनजर अस्पतालों को तैयार किया गया है। आइसीयू की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही क्वारंटाइन सेंटर भी तैयार किए जा रहे हैं। जहां नए मामले आ रहे हैं, वहां कंटेनमेंट जोन भी बनाए जा रहे हैं।
मंगलवार को मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि जब उन्होंने कार्यभार संभाला था, तब कोरोना संक्रमण के लिहाज से स्थिति काफी हद तक ठीक थी। इसके बाद धीरे-धीरे प्रदेश में स्थिति खराब होती गई। पंजाब, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश व एनसीआर में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े। वहां से लोग उत्तराखंड आए तो यहां भी संक्रमण की स्थिति बनी। प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़ी है, लेकिन लोग ठीक भी हो रहे हैं। बावजूद इसके स्थिति चिंताजनक है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण वाले 12 राज्यों से आने वालों का निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया है। प्रदेश में केंद्र सरकार द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन का अनुपालन करना अनिवार्य किया गया है। मास्क व शारीरिक दूरी के मानकों का अनुपालन करने को आमजन को प्रेरित किया जा रहा है।

उत्तराखंड में भी तेजी से फैला रहा कोरोना, देहरादून के दून स्कूल के 5 छात्र और 7 शिक्षक कोविड पॉजिटिव

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित प्रसिद्ध दून स्कूल के पांच छात्र और सात शिक्षक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। देहरादून के जिला मजिस्ट्रेट आशीष श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की और बताया कि प्रशासन स्कूल में स्थिति से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठा रहा है।

अधिकारी ने कहा, “सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, दून स्कूल सभी आवश्यक कदमों और गाइडलाइन्स का पालन सुनिश्चित कर रहा है। स्कूल ने महामारी को फैलने से रोकने के लिए आवासीय डॉक्टर की देखरेख में अपने सभी छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए कार्य योजना लागू की थी।”

जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि सभी कर्मचारी और छात्र अनिवार्य आरटी-पीसीआर परीक्षण से गुजरेंगे। उन्होंने कहा, “टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने वालों को क्वारंटीन कर दिया गया है। वे सरकारी दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं। उनके संपर्क में आने वालों से संपर्क शुरू किया गया है।”

उत्तराखंड में देहरादून में 303 मामले और हरिद्वार में 185 मामले सहित कुल 791 नए मामलों की पुष्टि हुई है। प्रदेश में कुल मामलों की संख्या 1,03,602 हो चुकी है।