15 मई को खुलेंगे विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट, 18 अप्रैल को तय होगा यमुनोत्री धाम खुलने का शुभ मुहूर्त

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री एवं गंगोत्री मंदिर के कपाट इस बार अलग-अलग तारीख को खुलने की स्थिति बन रही है।यमुनोत्री मंदिर खुलने का शुभ मुहूर्त 18 अप्रैल को तय होगा।

गंगोत्री मंदिर के कपाट 15 मई को खुलेंगे। अक्षय तृतीय, मिथुन लग्न की शुभ बेला पर विधिवत पूजा अर्चना के साथ सुबह 7:30 पर श्रद्धालुओं के दर्शनाथ कपाट खोल दिये जायेंगे। पवित्र धाम के कपाट खोलने के लिए 14 मई को अपने शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से सुबह 11:45 बजे मां गंगा की उत्सव डोली गंगोत्री धाम के लिए रवाना होगी। चैत्र नवरात्र के अवसर पर गंगोत्री तीर्थ पुरोहितों ने गंगोत्री धाम के कपाट खोलने के लिए शुभ मुहूर्त निकाला।

विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई को भक्तों के लिए खोले जाएंगे। पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ रावल ने घोषणा की है। प्राचीन परपंरा के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन हर साल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने का दिन निकाला जाता है। केदारनाथ धाम के कपाट खोलने के लिए भगवान भैरवनाछ की 13 मई को पूजा-अर्चना की जाएगी।

बाबा केदार की चल विग्रह डोली पहले ऊखीमठ से प्रस्थान कर 14 मई को फाटा विश्राम के लिए पहुंचेगी। जबकि 15 मई को को गौरीकुंड और 16 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी, जहां 17 मई को सुबह पांच बजे भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ समेत चारधामों के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर में सर्दियों में बंद कर दिए जाते हैं, जो अगले साल फिर अप्रैल-मई में भक्तों के लिए खोल दिए जाते हैं।

उत्तराखंड के गढवाल हिमालय में स्थित विश्वप्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए इस साल 18 मई को खुलेंगे। बदरीनाथ मंदिर को खोले जाने का मुहूर्त मंगलवार को बसंत पंचमी के मौके पर नरेंद्रनगर स्थित टिहरी राजवंश के दरबार में आयोजित समारोह में निकाला गया।

 

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बोले, हरिद्वार महाकुंभ को दिव्य भव्य और सुरक्षित तरीके से कराया जा रहा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि हरिद्वार में कुंभ को दिव्य, भव्य और सुरक्षित तरीके से कराया जा रहा है। सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान के समापन तक करीब 35 लाख श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान है। संत समाज और श्रद्धालु कुंभ मेले की व्यवस्थाओं से संतुष्ट हैं। सचिवालय में पत्रकारों से वर्चुअली बातचीत में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कुंभ मेले में कोरोना वाइरस को लेकर केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है।

महामारी के दौर में विपरीत परिस्थितियों के बीच कुंभ के आयोजन की चुनौती सरकार ने स्वीकार की। मेले में संत समाज की हर सुविधा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। संत समाज और श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना न करना पड़े, इस संबंध में अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। सीएम ने सहयोग के लिए जताया आभारमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रशासन से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक सुबह आठ बजे तक करीब 15 लाख श्रद्धालु स्नान कर चुके थे। शाम छह बजे तक स्नान करने वालों की संख्या बढ़कर 28 लाख तक पहुंच गई और शाही स्नान का समापन होने तक करीब 35 लाख श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान है।
शाही स्नान संपन्न होने पर उन्होंने संत समाज और श्रद्धालुओं के साथ ही कुंभ के आयोजन से जुड़े अधिकारियों के सहयोग के लिए उनका आभार जताया। नरेंद्र गिरी ने किया नियमों का पालनकुंभ में कोविड-19 के नियमों का पालन करने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कुंभ में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए हर अखाड़े के स्नान का समय निर्धारित है। संत समाज के स्वागत में कसर नहीं रखी गई है। इससे पहले महाशिवरात्रि पर हुए स्नान में संत समाज का अभिनंदन हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा से किया गया था।
सोमवार को भी हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गई। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी ने कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद नियमों का पालन किया। गंगा में स्नान की इच्छा छोड़कर वह होम क्वारंटाइन हैं। कुंभ की मरकज से तुलना ठीक नहीं उन्होंने कहा कि कुंभ की किसी भी तरह मरकज से तुलना ठीक नहीं है। कुंभ में खुले स्थान पर 16 घाटों में स्नान की व्यवस्था कराई गई। ऋषिकेश में नीलकंठ क्षेत्र से लेकर हरिद्वार तक कुंभ क्षेत्र फैला हुआ है।

कोरोना वाइरस को मात देने के लिए उत्तराखंड के गांव-गांव जाकर होगी बुजुर्गों की जांच, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश। उत्तराखंड में तीसरे दिन भी एक हजार से ज्यादा लोग संक्रमित, सात की मौत

मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने कहा कि कोरोना की जांच का दायरा न्याय पंचायत स्तर तक ले जाया जाएगा। बुजुर्गों की जांच को गांव-गांव तक जाने को कहा गया है। सचिवालय में सोमवार शाम सीएम ने कहा कि कोविड 19 के नियंत्रण को केंद्र से भरपूर मदद मिल रही है। वैक्सीन, पीपीई किट व दवाएं मांग के अनुसार मिल रही हैं। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है। राज्य की टेस्टिंग क्षमता में भी इजाफा हुआ है। संक्रमण की जांच को अफसरों को पीएचसी-सीएसची के साथ न्याय पंचायत स्तर तक जाने को कहा है।

खासकर बुजुर्गों की जांच को सरकार गंभीर है। अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जरूरत पड़ने पर गांव-गांव जाकर बुजुर्गों की जांच करें व संक्रमितों को पर्याप्त उपचार दें। वैक्सीन की कमी को खारिज करते हुए सीएम ने कहा कि राज्य को पर्याप्त वैक्सीन मिल रही है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा, जहां प्रत्येक मीडियाकर्मी का भी वैक्सीनेशन कराया गया जबकि यह मानकों में नहीं था।

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बेकाबू होती जा रही है। प्रदेश में सोमवार को 1334 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि सात मरीजों की मौत हुई है। इनमें तीन मरीज एम्स ऋषिकेश और तीन श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती थे। इनके अलावा मैक्स अस्पताल में भर्ती एक मरीज की भी मौत हुई है।  इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या एक लाख दस हजार से अधिक हो गई है। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 1767 हो गया है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सरकारी व निजी लैब से 36 हजार, 432 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें 35098 मामलों में रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून में फिर सबसे अधिक 554 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। हरिद्वार में भी 408 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। नैनीताल में 114, ऊधमसिंह नगर में 89, पौड़ी में 70, टिहरी में 56, रुद्रप्रयाग में नौ, अल्मोड़ा, चमोली, चंपावत व उत्तरकाशी में सात-सात और बागेश्वर व पिथौरागढ़ में तीन-तीन लोग संक्रमित मिले हैं। इधर, विभिन्न जिलों में 605 मरीज ठीक भी हुए हैं। प्रदेश में अब तक कोरोना के एक लाख, 10 हजार, 146 मामले आए हैं। इनमें 98492 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं। वर्तमान में कोरोना के 7846 सक्रिय मामले हैं। वहीं कोरोना संक्रमित 1767 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। राज्य में 52 कंटेन्मेंट जोन बने हैं।

सीएम तीरथ सिंह रावत ने भगवान शिव की आराधना की प्रतीक पुण्यदायी मौनी और सोमवती अमावस्या की हार्दिक शुभकामनाएं दी और उन्होने कहा भगवान गौरीशंकर का आशीर्वाद हमेशा बने रहे।

देहरादून हरिद्वार – मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भगवान शिव की आराधना की प्रतीक पुण्यदायी मौनी और सोमवती अमावस्या की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि भगवान गौरीशंकर के आशीर्वाद से सभी के जीवन में हमेशा सुख-शांति बनी रहे।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि महाकुंभ को भव्य, दिव्य और सुरक्षित बनाने की दिशा में हम निरंतर कार्य कर रहे हैं। इस पावन अवसर पर कुंभ में गंगा स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करें। हमने बॉर्डर पर आरटीपीसीआर की व्यवस्था की गई है। बाहरी राज्यो से आने वाले सभी श्रद्धालुओं को टेस्टिंग के बाद ही स्नान के लिए आगे भेजा जा रहा है। कुंभ 12 साल में एक बार आता है इसलिए सभी श्रद्धालुओं और साधु-संतों के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। साथ ही मेरा सभी से आग्रह है कि कोरोना वाइरस को लेकर भारत सरकार द्वारा निर्धारित की गई गाइडलाइन का शत-प्रतिशत पालन अवश्य करें।

पहला शाही स्नान पूरी श्रद्धा के साथ सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ था। आने वाले शाही स्नानों के लिए भी हमने उचित व्यवस्था कर रखी है। भारत सरकार ने हमें सभी चीजें जैसे मास्क, पीपीई किट आदि उपलब्ध करवाई हैं, जिसके लिए हम उनके आभारी हैं। हमारे पास कोई कमी नहीं है। कोरोना को लेकर राज्य में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और मुझे पूर्ण विश्वास है कि आगे भी नियंत्रण में रहेंगी।

हरिद्वार-महाकुंभ शाही स्नान में उमड़ा भक्तों को जन सैलाब। सूचना विभाग द्वारा दूरदर्शन के सहयोग से कुम्भ मेला के शाही स्नान पर्वों की लाईव कवरेज व प्रसारण की हाईटेक व्यवस्था की गई, यहां से देखे लाइव प्रसारण

हरिद्वार:- हरिद्वार महाकुंभ मेला के दिव्य-भव्य एवं सुरक्षित आयोजन को लेकर उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा व्यापक इंतजाम किए गए हैं। आस्था और विश्वास के इस महापर्व को लेकर दुनियाभर के लोगों में गजब का आकर्षण और सहयोग देखने को मिलता है। इस बार कोरोना वाइरस की चुनौतियों के अभूतपूर्व दौर में लोगों को घर बैठे कुम्भ के विभिन्न आयामों एवं स्नानपर्वों से साक्षात्कार कराने के लिए उत्तराखंड सरकार ने अनेक प्रबंध किए गए हैं।
राज्य के सूचना विभाग द्वारा दूरदर्शन के सहयोग से कुम्भ मेला के शाही स्नान पर्वों की लाईव प्रसारण व कवरेज की हाईटेक व्यवस्था की गई है। इसी सिलसिले में चैत्र/सोमवती अमावस्या शाही स्नान का पूर्वाह्न 9.00 बजे से सायं 4.00 बजे तक लाईव कवरेज कर दूरदर्शन के नेशनल चैनल एवं ओटीटी प्लेटफार्म्स पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। इस व्यवस्था के जरिए देश-विदेश में लोग घर बैठे कुम्भ स्नान का साक्षात्कार कर सकेंगे।
हरिद्वार कुम्भ मेला के शाही स्नान के लाईव प्रसारण की क्लीन फीड मीडिया के लिए निःशुल्क उपलब्ध रहेगी। लाईव प्रसारण की क्लीन फीड को सेटेलाईट GSat17 3820mhZ SR 4.25 से डाउनलिंक कर प्राप्त किया जा सकता है। सभी मीडिया प्लेटफार्म इस लाईव फीड का निःशुल्क उपयोग कर सकते हैं। इसके साथ ही कुंम्भ मेला की कवरेज की लाईव स्ट्रीमिंग, वीडियो फुटेज, स्टिल फोटोग्राफ्स तथा प्रेस विज्ञप्तियों को एफ.टी.पी. सर्वर के माध्यम से मीडिया को उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। वेब ब्राउजर इंटरनेट एक्सप्लोर पर एफटीपी यूआरएल ftp://103.159.45.156:21 पर User Name: ftpuser1 Password: 7kumbh@2021 दर्ज कर एफटीपी सर्वर पर उपलब्ध डाटा को एक्सेस किया जा सकता है। मेले के सभी शाही स्नान पर्वों के दौरान यह व्यवस्थायें उपलब्ध रहेंगी। सूचना विभाग उत्तराखण्ड सरकार के सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स एवं दूरदर्शन के ओटीटी प्लेटफार्म्स पर भी शाही स्नान की लाईव स्ट्रीमिंग की जाएगी।
एलईडी स्क्रीन के माध्यम से राज्य के सभी जिला मुख्यालयों सहित प्रमुख स्थलों पर कुम्भ मेला के शाही स्नान के लाईव प्रसारण को दिखाने की व्यवस्था भी की गई है।
कुम्भ मेला की कवरेज के लिए मीडियाकर्मियों एवं मीडिया प्रतिष्ठानों की सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा गया है। इसके लिए चण्डीद्वीप नीलधारा में आधुनिक सुविधाओं से युक्त मीडिया सेंटर की स्थापना की गई है।
कुम्भ मेला की लाईव कवरेज एवं प्रसारण को लेकर सूचना विभाग एवं दूरदर्शन के द्वारा अपनी तैयारियों को अंतिम रूप किया जा चुका है। दूरदर्शन के दिल्ली, देहरादून, लखनऊ, अहमदाबाद, रांची आदि केन्द्रों से लगभग 200 कर्मी हरिद्वार पहुंच चुके हैं। जो हरकी पैड़ी सहित मेला क्षेत्र के प्रमुख स्नान घाटों, अखाड़ो, पमुख स्थानों से कुम्भ मेला की विभिन्न रूप छवियों को लोगों के सम्मुख प्रस्तुत करेंगे।

उत्‍तराखंड :- हरिद्वार और अल्मोड़ा को छोड़ राज्य के शेष जिलों के 78 ब्लाकों में पंचायतीराज के गुर सीख रहे पंचायत प्रतिनिधि

देहरादून :- केंद्र पोषित राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान और राज्य सेक्टर की प्रशिक्षण योजनाओं के तहत हरिद्वार और अल्मोड़ा को छोड़ राज्य के शेष जिलों के 78 ब्लाकों में ग्राम प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्यों को पंचायतीराज से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सचिव पंचायतीराज एचसी सेमवाल के अनुसार पंचायत प्रतिनिधियों की क्षमता वृद्धि के उद्देश्य से प्रदेशभर में पहली बार एक साथ ये प्रशिक्षण हो रहा हैं। जल्द ही न्याय पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत सदस्यों के प्रशिक्षण का क्रम जल्द ही शुरू किया जाएगा।

पंचायतीराज विभाग के तत्वावधान में चल रहे प्रशिक्षण के तहत ब्लाक मुख्यालयों में ग्राम प्रधानों व क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ ही रेखीय विभागों के ब्लाक स्तरीय अधिकारियों एवं कार्मिकों को भी पंचायतीराज से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हरिद्वार में पंचायतों का कार्यकाल खत्म होने और अल्मोड़ा में विधानसभा की सल्ट सीट के उपचुनाव के मद्देनजर यह मुहिम शुरू नहीं हो पाई है।

सचिव पंचायतीराज सेमवाल ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान पंचायतीराज की संवैधानिक व्यवस्था, पंचायतीराज एक्ट, अधिप्राप्ति नियमावली, वित्तीय नियम व लेखा परीक्षा प्रणाली, केंद्र व राज्य सरकार की ग्रामीण विकास पर केंद्रित योजनाएं, समाज कल्याण की योजनाएं, ई-पंचायत, ई-ग्राम स्वराज, पीएफएमएस, डीबीटी, जैवविविधता, सेवा का अधिकार, सीएम हेल्पलाइन, ग्राम पंचायत विकास योजना, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन समेत अन्य विषयों की जानकारी विशेषज्ञों द्वारा दी जा रही है। इसके साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों को उनके अधिकार, दायित्व आदि से संबंधित पुस्तिकाएं भी वितरित की जा रही हैं

हरिद्वार कुंभ :- कोरोना संकट के बीच हरिद्वार में आज कुंभ का दूसरा शाही स्नान, हर की पैड़ी पर ब्रह्म कुंड को अखाड़ों के लिए आरक्षित

कोरोना संकट के बीच हरिद्वार में आज कुंभ का दूसरा शाही स्नान है। शाही स्नान को लेकर पुलिस प्रशासन से लेकर अखाड़ों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है।सोमवती अमावस्या पर होने वाले कुंभ के पहले शाही स्नान के लिए निरंजनी अखाड़े का काफिला हरकी पैड़ी पहुंचा। सबसे पहले इसी अखाड़े ने शाही स्नान किया। इसके बाद श्री पंचदशानम् जूना अखाड़ा शाही स्नान के लिए पहुंचा। इसके साथ अग्नि, आह्वान, किन्नर अखाड़ा स्नान कर रहे हैं। आपको बता दें कि हरकी पैड़ी पर ब्रह्म कुंड को अखाड़ों के लिए आरक्षित रखा गया है। इस दौरान आम श्रद्धालु हरकी की पैड़ी पर प्रवेश नहीं कर सकेंगे। उन्हें अन्य घाटों पर स्नान करना होगा। शाही स्नान सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू होकर शाम साढ़े पांच बजे तक चलेगा। सभी तेरह अखाड़ों के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है।

नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह देव ने भी सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान किया। वह निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के साथ शाही स्नान जुलूस में शामिल हुए। वह रथ पर सवार रहे और शाही स्नान किया।

शाही स्नान से एक दिन पहले उत्तराखंड में कोरोना के डरावने वाले आंकड़े सामने आए हैं. पिछले 24 घंटे में 1,333 संक्रमण के नए केस सामने आए जबकि 8 लोगों की मौत हो गई। वहीं देहरादून में 582, हरिद्वार में 386, नैनीताल में 122 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। हर की पौड़ी पर रविवार को स्थलीय परीक्षण के दौरान नौ लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए।

ये है शाही स्नान का क्रम
1. सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा अपने साथी आनंद के साथ अपनी छावनी से सुबह 8.30 बजे चलेगा। हर की पौड़ी पर पहुंचकर निरंजनी अखाड़े के संत शाही स्नान करेंगे।
2. उसके बाद 9 बजे का समय जूना अखाड़ा व अग्नि अखाड़ा, आवाहन और किन्नर अखाड़ा को स्नान के लिए दिया गया है। जूना अखाड़े से निकलकर हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड में स्नान करेगा।
3. उसके बाद महानिर्वाणी अपने साथी अटल के साथ कनखल से हर की पौड़ी की ओर रुख करेगा। इस अखाड़े के संत यहां से 9.30 बजे शाही स्नान के लिए निकलेंगे।
4. उसके बाद तीनों बैरागी अखाड़े श्री निर्मोही अणी, दिगंबर अणी, निर्वाणी अणी 10:30 बजे अपने हाथों से चलकर हर की पौड़ी पहुंचेंगे।
5. उसके बाद श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा 12:00 बजे अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर रुख करेगा।
6. श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा लगभग 2:30 बजे अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर रुख करेगा।
7. आखिर में श्री निर्मल अखाड़ा 3 बजे के करीब अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर रूख करेगा।

कुंभ मेला आईजी संजय गुंजयान ने बताया कि हम लोगों से लगातार कोविड नियमों के पालन का आग्रह कर रहे हैं लेकिन भारी भीड़ के कारण यह व्यावहारिक रूप से असंभव है। आईजी का कहना है कि भारी भीड़ को देखते हुए यहां घाट पर सामाजिक दूरी जैसे नियम का पालन करा पाना नामुमकिन है। अगर हमने ऐसा कराने की कोशिश की तो भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो सकती है इसलिए हम ऐसा नहीं कर रहे हैं।

हरिद्धार कुंभ 2021: नेपाल के अंतिम राजा ज्ञानेंद्र वीर विक्रम सिंह पहुंचे हरिद्धार, संतों के साथ करेंगे शाही स्नान

नेपाल के अंतिम राजा ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह देव कुंभ नगरी हरिद्वार पहुंच गए हैं। उन्होंने सबसे पहले दक्षिण काली मंदिर पहुंचमाई के दर्शन किए और निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि महाराज से आशीर्वाद लिया।

राजा ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह देव अब काली मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। उसके बाद अखाड़े के साधु-संतों से उनका मिलने का कार्यक्रम तय है। सोमवार 12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या का शाही स्नान नेपाल के राजा निरंजनी अखाड़े के शाही जुलूस के साथ शामिल होकर हरकी पैड़ी पर करेंगे। यह पहला मौका है कि किसी देश का राजा संतों के साथ कुंभ मेले में शाही स्नान करेगा। कुंभ पर्व के मौके पर हरिद्वार पहुंचे नेपाल के राजा ज्ञानेंद्र ने इसे अपना का सौभाग्य बताया।

कुंभ हरिद्वार: कोविड नियमों के तहत ही संत गंगा में लगाएंगे आस्था की डुबकी, 12 और 14 अप्रैल के मुख्य शाही स्नान को देखते हुए यातायात व्यवस्था बनाए के लिये रूट प्लान जारी

श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरि ने कहा कि कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। देशभर में स्थिति चिन्ताजनक होती जा रही है। हरिद्वार में कुंभ मेला चल रहा है। ऐसे में जूना अखाड़ा के तमाम साधु संत कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए शाही स्नान में शामिल होंगे। उन्होंने सभी साधु संतों से कोविड गाइड लाइन का पालन करने का आह्वान करते हुए कहा कि सभी मिलकर इस महामारी से लड़ने में सहयोग करें। मीडिया को जारी बयान में श्रीमहंत हरिगिरि ने संक्रमण की तेज लहर को देखते हुए केंद्र व राज्य सरकार से कोरोना की रोकथाम को लेकर अभी से व्यापक कार्ययोजना बनाते हुए धरातल पर ठोस कार्रवाई का आह्वान किया है।

उन्होंने कहा कि महामारी के कारण पहले ही व्यापारी, मजदूर वर्गों के साथ अन्य वर्ग काफी प्रभावित हो चुके हैं। प्रभावित वर्ग इससे उबरने की कोशिश कर ही रहा था कि कोरोना की दूसरी लहर ने एक बार फिर से सभी के लिए तनाव की स्थिति बना दी है। ऐसी स्थिति में पलायन की संभावना भी तेजी से दिखाई दे रही है। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार से कहा कि कोरोना संक्रमण की तेजी से बढ़ती रफ्तार को देखते हुए अभी से जरूरी कदम उठाएं, ताकि संक्रमण के कारण व्यापारी, मजदूर वर्गों को राहत मिल सके।

हरिद्वार कुंभ के लिए 12 और 14 अप्रैल के मुख्य शाही स्नान को लेकर लाखों श्रद्धालुओं के हरिद्वार पहुंचने की उम्मीद को देखते हुए यातायात व्यवस्था बनाए रखने और भीड़ को नियंत्रित के लिए रूट प्लान जारी किया गया है। भारी वाहनों की गुरुवार मध्यरात्रि से शहर में एंट्री बंद कर दी गई है। वहीं, छोटे और हल्के वाहनों को भीड़ बढ़ने पर शहर में आने से रोका जाएगा। शही स्नान को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने सख्ती करनी शुरू कर दी है।

देहरादून, ऋषिकेश से आने वाले वाहन उत्तर हरिद्वार तक आएंगे : देहरादून ऋषिकेश मार्ग से आने वाले वाहनों को दूधियाबंध कृषि भूमि पर बनी पार्किंग पर पार्क कराया जायेगा। इस पार्किग के भर जाने पर देहरादून, ऋषिकेश की तरफ से आने वाली सभी बड़ी गाड़ियां मोतीचूर रेलवे फाटक के पास मोतीचूर-रोह पर बने पार्किंग में पार्क की जाएंगी। छोटे वाहनों को हरिपुर कलां मार्ग से होकर सप्तऋषि आश्रम के सामने सप्तऋषि पार्किंग स्थल पर पार्क कराया जाएगा।

सहारनपुर से आने वाले धीरवाली पार्किंग तक आएंगे : सहारनपुर की ओर से आने वाले बड़े और छोटे वाहन बड़कला, छुटमलपुर, गागलहेड़ी से भगवानपुर होते हुए ईमलीखेड़ा, धनौरी पुल पार कर करते हुए कांवड़ पटरी से काली माता तिराहे के सामने से बीएचईएल तिराहे से सलेमपुर पिकेट मोड़ से राजा बिस्कुट तिराहे से सिडकुल मार्ग किरबी चौराहे से चिन्मय डिग्री कॉलेज से शिवालिक नगर तिराहे, बीएचईएल मध्य मार्ग से लाकर सेक्टर-04 फाउंड्री गेट के सामने बनी धीरवाली पार्किंग तक आ सकेंगे।

दिल्ली से आने वाले वाहन दक्षद्वीप तक आएंगे
दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर की ओर से आने वाले वाहन मंगलौर और रुड़की से लक्सर रोड, सुल्तानपुर फेरुपुर से मातृसदन होकर दक्षद्वीप पार्किंग में आएंगे। इन वाहनों को सिंहद्वार से बहादराबाद-रुड़की होकर वापस भेजा जाएगा। इस मार्ग पर यातायात का दवाब ज्यादा होने पर इन्हें मेरठ, मवाना, बिजनौर अथवा मुजफ्फरनगर, जानसठ, मीरापुर, बिजनौर, नजीबाबाद रोड से लाकर गौरीशंकर पार्किंग पर भी पार्क कराया जाएगा और इसी मार्ग से इनको वापस भेजा भी जाएगा।

रोडवेज बसों के लिए ये रहेगी व्यवस्था
दिल्ली से आने वाली रोडवेज की बसों को पुरकाजी के पास से लक्सर रोड के लिए डायवर्ट किया जायेगा। ये बसें लक्सर मार्ग से होते हुए दक्षद्वीप में बने अस्थाई बस अड्डे तक आएंगी। सहारनुपर से आने वाली रोडवेज की बसों को छुटमलपुर, गागलहेड़ी से भगवानपुर होते हुए ईमलीखेड़ा, धनौरी पुल से धीरवाली पार्किंग में बने अस्थाई बस अड्डे पर पार्क कराया जाएगा। नजीबाबाद कोटद्वार मार्ग से आने वाली रोडवेज बसों को 4.2 किमी से गौरीशंकर के पार्किंग में भेजा जाएगा। ऋषिकेश-देहरादून की ओर से आने वाली उत्तराखंड, हिमाचल की रोडवेज बसों को दूधाधारी चौक से मोतीचूर रेलवे स्टेशन के पास बने निर्धारित पार्किंग स्थल पर पार्क कराया जाएगा।

बाहरी राज्यों के भारी वाहन दून होकर जाएंगे पहाड़: हरिद्वार कुंभ में रूट डायवर्ट होने पर बाहरी राज्यों से पहाड़ी जिलों में जाने वाले भारी वाहन वाया देहरादून होकर गुजरेंगे। वाहनों का संचालन रात दस बजे से सुबह पांच बजे के बीच होगा। इसे लेकर गुरुवार को एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बैठक लेकर

उत्तराखंड :- 30 अप्रैल तक बंद रहेंगे सभी स्कूल,देहरादून में नाइट कर्फ्यू। कैबिनेट ने लिए कुछ अहम् फैसले,

राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए कैबिनेट ने राजधानी देहरादून में रात्रि कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। इसके अलावा चकराता व कालसी क्षेत्र को छोड़कर संपूर्ण देहरादून जिला, हरिद्वार जिला, नैनीताल नगर पालिका व हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र में कक्षा एक से 11वीं तक सभी स्कूल 30 अप्रैल तक बंद रखने पर भी कैबिनेट ने मुहर लगाई है। 10वीं व 12वीं की कक्षाओं की आफलाइन पढ़ाई पहले की तरह चलती रहेगी। कैबिनेट ने पिछली त्रिवेंद्र सरकार के गैरसैंण को कमिश्नरी बनाने के निर्णय को भी स्थगित कर दिया है।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक शुक्रवार देर शाम सचिवालय में हुई। इसमें 22 प्रस्तावों पर चर्चा हुई, जबकि दो स्थगित कर दिए गए। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सबसे महत्वपूर्ण निर्णय देहरादून में रात्रि 10 बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू लगाने का लिया गया। देहरादून जिले में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आई है। राज्य में सबसे अधिक कोरोना संक्रमण के मामले देहरादून में ही हैं। इसके अलावा हरिद्वार, हल्द्वानी व नैनीताल में भी कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आई है। इसके दृष्टिगत इन स्थानों में 30 अपै्रल तक स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया गया है।

कैबिनेट के फैसले

गैरसैंण कमिश्नरी के फैसले को स्थगित करने का निर्णय
कोविड-19 के चलते प्रोक्योरमेंट नियमों में छूट छह माह यानी सितंबर माह तक रहेगी जारी
टेंडर के बाद परफारमेंस सिक्योरिटी घटाकर तीन फीसद करने का निर्णय, बिडिंग सिक्योरिटी नहीं ली जाएगी
पीएम स्वनिधि योजना के तहत स्ट्रीट वेंडर को दिए जाने वाले ऋण में स्टांप शुल्क नहीं लिया जाएगा
जानकीचट्टी-यमुनोत्री तक पीपीपी मोड में बनने वाले रोपवे के लिए नए निजी निवेशक का होगा चयन, पुरानी कंपनी के साथ विवाद का समाधान करने पर सहमति
चिटफंड कंपनियों पर सख्ती, उत्तराखंड अविनियमित निक्षेप स्कीम पाबंदी नियमावली को मंजूरी, चिटफंड कंपनियों के खिलाफ शिकायत पर जांच कर सकेगी सरकार, संपत्ति सीज करने का अधिकार मिला
उत्तराखंड खनिज (अवैध खनन/परिवहन/भंडारण का निवारण) अधिनियम में संशोधन को गठित होगी कैबिनेट सब कमेटी
पूर्व स्वीकृत खनन पट्टों को निर्धारित अवधि तक जारी रखने की अनुमति, पर्वतीय क्षेत्रों में भंडारण को लेकर अन्य कैबिनेट सब कमेटी का गठन
प्रदेश में 2.20 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य, प्रति कुंतल खरीद 20 रुपये बोनस अतिरिक्त देने का निर्णय
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना के तहत दो बेटियां होने पर माता व बच्चियों को मिलेगी मुफ्त किट