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Uttarakhand Rankers Recruitment: आयोग ने खत्म किया युवाओं का इंतजार, भर्ती परीक्षा का रिजल्ट किया जारी

उत्तराखंड रैंकर्स भर्ती का परिणाम आयोग ने जारी कर दिया था, लेकिन पांच उम्मीदवारों ने चार सवालों के सही जवाब लिखने के बावजूद आयोग की ओर से गलत ठहराने पर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी थी। इसी आधार पर रिजल्ट संशोधित हुआ है।

पेपर लीक विवादों के दौरान लटकी हुई उत्तराखंड रैंकर्स भर्ती का परिणाम आखिरकार बृहस्पतिवार को जारी हो गया। लंबे समय से युवा इसके रिजल्ट का इंतजार कर रहे थे। मेरिट में जो संशोधन हुआ है, उस हिसाब से चुने गए कई नए उम्मीदवारों के लिए अलग से शारीरिक दक्षता परीक्षा होगी।

प्रमोशन की रैंकर्स भर्ती परीक्षा प्रदेश में आखिरी परीक्षा है। इस तरह की परीक्षा बाद में नहीं होगी लेकिन यूकेएसएसएससी के पेपर लीक होने के बाद यह परीक्षा लटक गई थी। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पुलिस में कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर (दरोगा) के लिए फरवरी 2021 में परीक्षा कराई थी।


आयोग ने परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया था, लेकिन पांच उम्मीदवारों ने चार सवालों के सही जवाब लिखने के बावजूद आयोग की ओर से गलत ठहराने पर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी थी। इसी आधार पर रिजल्ट संशोधित हुआ है।

10,500 पुलिसकर्मियों ने दी थी परीक्षा

रैंकर्स भर्ती परीक्षा में करीब 10,500 पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया था। परिणाम जारी हुए थे, जिसमें 1350 उम्मीदवारों ने हेड कांस्टेबल और 650 ने दरोगा के लिए मेरिट में जगह पाई थी। इन सभी की शारीरिक दक्षता परीक्षा अप्रैल 2021 में हुई थी। परीक्षा हेड कांस्टेबल के 394, दरोगा सिविल पुलिस के 61, पीएसी सब इंस्पेक्टर के 77, पीएसी हेड कांस्टेबल के 250 और सशस्त्र पुलिस बल में हेड कांस्टेबल के 215 पदों के लिए हुई थी। इनमें से हेड कांस्टेबल को पदोन्नति मिल चुकी है।

चार सवाल हटाए, सात दिन के भीतर दे सकते हैं आपत्ति
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने अब सभी सेट की एक आंसर की जारी की है। पुलिस मुख्यालय की वेबसाइट पर पुलिस महानिरीक्षक कार्मिक विम्मी सचदेवा की ओर से यह जारी की गई है। इसमें हर सेट में 150 में से चार-चार सवाल डीलीट किए गए हैं। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने सात दिन के भीतर इस आंसर की पर आपत्ति मांगी है। यह आपत्ति प्रमाण सहित आयोग की ई-मेल आईडी chayanayog@gmail.com को भेजी जा सकती है।

Dehradun News: फर्जी डिग्रियां छापने वाली मुजफ्फरनगर की प्रिंटिंग प्रेस सील, 55 फर्जी डॉक्टरों की पहचान हो चुकी है,पुलिस को मिले कई दस्तावेज

डिग्री बेचने वाले मास्टरमाइंड इमलाख और उसका भाई भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को पता चला था कि ये फर्जी डिग्रियां मुजफ्फरनगर स्थित बाबा कंसलटेंसी ऑफिस में बनी प्रिंटिंग प्रेस में छापी जा रही थीं। इसके लिए मंगलवार को पुलिस टीम मुजफ्फरनगर पहुंची थी।

र्जी डिग्रियां छापने वाली मुजफ्फरनगर की प्रिंटिंग प्रेस और कंसलटेंसी ऑफिस को पुलिस ने सील कर दिया है। यहां से कुछ दस्तावेज और फर्जी डिग्रियां भी बरामद हुई हैं। बताया जा रहा है कि यह ऑफिस 1999 से चल रहा है। इस मामले में अब तक 55 फर्जी डॉक्टरों की पहचान हो चुकी है।


इनमें से पुलिस ने 14 को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, इन्हें डिग्री बेचने वाले मास्टरमाइंड इमलाख और उसका भाई भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को पता चला था कि ये फर्जी डिग्रियां मुजफ्फरनगर स्थित बाबा कंसलटेंसी ऑफिस में बनी प्रिंटिंग प्रेस में छापी जा रही थीं। इसके लिए मंगलवार को पुलिस टीम मुजफ्फरनगर पहुंची थी।

सीओ नेहरू कॉलोनी अनिल कुमार जोशी ने बताया कि मुजफ्फरनगर प्रशासन के साथ मिलकर इस ऑफिस को सील कर दिया गया है। यहां से काफी दस्तावेज और कुछ फर्जी डिग्रियां भी बरामद हुई हैं। इन सबकी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि मामले में भारतीय चिकित्सा परिषद की उत्तर प्रदेश शाखा को भी पत्र लिखा गया है। ताकि, उत्तर प्रदेश में भी इस तरह के डॉक्टरों का सत्यापन किया जा सके।

UKPSC: आज से प्रदेश में 16 केंद्रों पर पीसीएस मुख्य परीक्षा का आयोजन, अभ्यर्थी सख्त चेकिंग से होकर गुजरेंगे,धारा-144 लागू

परीक्षा हरिद्वार, हल्द्वानी और देहरादून में होगी। हरिद्वार में परीक्षा के लिए पांच केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 1716 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी है।

त्तराखंड लोक सेवा आयोग आज से प्रदेश में 16 केंद्रों पर पीसीएस मुख्य परीक्षा का आयोजन करेगा। परीक्षा के दौरान केंद्रों के आसपास धारा-144 लागू रहेगी। परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थी सख्त चेकिंग से होकर गुजरेंगे।

आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया कि परीक्षा हरिद्वार, हल्द्वानी और देहरादून में होगी। हरिद्वार में परीक्षा के लिए पांच केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 1716 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी है। देहरादून में सात केंद्रों पर पीसीएस की परीक्षा होगी, जिसमें 2213 अभ्यर्थी शामिल होंगे।

हल्द्वानी में परीक्षा के लिए चार केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 1707 उम्मीदवार परीक्षा देंगे। राज्य लोक सेवा आयोग ने सभी अभ्यर्थियों को निर्देश दिए हैं कि वह समय से पूर्व अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं। उन्हें सख्त चेकिंग से गुजरना होगा।

Dehradun: सीएम धामी ने किया ‘सगन्ध फसल उत्कृष्टता केन्द्र’ का लोकार्पण, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया विरोध

इस दौरान केंद्र के डायरेक्टर निपेंद्र चौहान ने सगन्ध केंद्र की उपलब्धियां बताई। वहीं, सीएम के पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सत्येंद्र चौक पर प्रदर्शन किया।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सेलाकुई में ‘सगन्ध फसल उत्कृष्टता केन्द्र’ का लोकार्पण किया। इस दौरान केंद्र के डायरेक्टर निपेंद्र चौहान ने सगन्ध केंद्र की उपलब्धियां बताई। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोश, विकासनगर विधायक मुन्ना सिंह चौहान, सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर भी शामिल हुए।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
सेलाकुई में सीएम के पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सत्येंद्र चौक पर प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।

ये हैं मांगे
1-शीशम बड़ा कूड़ाघर हटाया जाए।
2-औद्योगिक इकाइयों में 70% स्थानीय निवासियों को रोजगार दिया जाए।
3-सेलाकुई में पथ प्रकाश की व्यवस्था शुरू की जाए।
4-सेलाकुई में 3 वर्षों से बंद पड़ा शौचालय खोला जाए।
5-नगर क्षेत्र सेलाकुई में ठप पड़ी पेयजल योजना को शुरू किया जाए।
6-सेलाकुई क्षेत्र में संचालित अवैध शराब बिक्री केंद्रों को तुरंत बंद किया जाए।
7-सेलाकुई बाजार को जाम से मुक्त कराने के लिए ठोस पहल की जाए।

CharDham Yatra Registration 2023 : पहले दिन रिकार्ड 31 हजार पंजीकरण, एक क्लिक पर करें रजिस्ट्रेशन अप्लाई

उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के लिए इस वर्ष भी पंजीकरण की व्यवस्था रहेगी। तीर्थयात्री, आनलाइन व आफलाइन दोनों माध्यम से पंजीकरण कर सकेंगे। खुशखबरी यह है कि प्रशासन ने बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के लिए आनलाइन पंजीकरण खोल दिए हैं। जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने की तिथि विधिवत घोषित होने के बाद इन धामों के लिए आनलाइन पंजीकरण शुरू किया जाएगा।

उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के लिए इस वर्ष भी पंजीकरण की व्यवस्था रहेगी। तीर्थयात्री, आनलाइन व आफलाइन दोनों माध्यम से पंजीकरण कर सकेंगे। खुशखबरी यह है कि प्रशासन ने बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के लिए आनलाइन पंजीकरण खोल दिए हैं। जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने की तिथि विधिवत घोषित होने के बाद इन धामों के लिए आनलाइन पंजीकरण शुरू किया जाएगा।

चारधाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के उत्साह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आनलाइन पंजीकरण खुलने के साथ ही पहले दिन शाम साढ़े पांच बजे तक 31565 तीर्थयात्री आनलाइन पंजीकरण करा चुके थे। जिसमें बदरीनाथ के लिए 14294 व केदारनाथ 17088 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराए।

चार तरीके से कराएं पंजीकरण

वेबसाइट : registrationandtouristcare.uk.gov.in
वॉट्सएप : 8394833833 नंबर पर ””yatra”” लिखकर भेजें
ऐप : touristcareuttarakhand
टोल फ्री नंबर : 01351364 (अन्य राज्यों के लिए)

 

इस वर्ष नए ट्रांजिट कैंप में होगा पंजीकरण

ऋषिकेश के चारधाम यात्रा बस टर्मिनल पर चारधाम यात्रा के लिए नया ट्रांजिस्ट कैंप स्थापित किया गया है। इस वर्ष चारधाम यात्रा का संचालन तथा आफलाइन पंजीकरण इसी ट्रांजिट कैंप पर की जाएगी। पर्यटन विभाग के उप निदेशक वीएस गंगवार ने बताया कि नए ट्रांजिट कैंप में भवन का कार्य 99 प्रतिशत पूरा हो चुका है।

आउटर में सड़क, पार्किंग आदि का काम शेष रह गया है। करीब चार करोड़ की लागत से यह काम होना है, जिसके लिए दो करोड़ रुपए जारी भी कर दिए गए हैं। इसके अलावा भवन के भीतर अवस्थापना कार्य के लिए ड्राइंग तैयार की जा चुकी है। शीघ्र ही यहां फर्नीचर पार्टीशन तथा अन्य कार्य पूरे कर दिए जाएंगे।

Earthquake: ‘हिमालय क्षेत्र में कभी भी आ सकता है बड़ा भूकंप’, वैज्ञानिक ने दावा किया है इस भूकंप की तीव्रता 8 रह सकती है।

डॉ. पूर्णचंद्र राव ने कहा कि हिमाचल प्रदेश, नेपाल के पश्चिमी हिस्से और उत्तराखंड में भूकंप आ सकता है। डॉ. राव ने कहा कि रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 8 रह सकती है।

नेशनल जियो फिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (NGRI) के वैज्ञानिक ने दावा किया है कि हिमालय क्षेत्र में जल्द ही बड़ा भूकंप आ सकता है। उन्होंने कहा कि भूकंप की तीव्रता काफी हो सकती है जो क्षेत्र में भारी तबाही ला सकता है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि संरचनाओं को मजबूत करके  जान-माल के नुकसान को कम किया जा सकता है। एएनआई की खबर के अनुसार, हैदराबाद स्थित एनजीआरआई के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. पूर्णचंद्र राव का कहना है कि धरती की परत कई प्लेट्स से मिलकर बनी है और इन प्लेट्स में लगातार विचलन होता रहता है। भारतीय प्लेट्स हर साल पांच सेंटीमीटर तक खिसक गई हैं और इसकी वजह से हिमालय क्षेत्र में काफी तनाव बढ़ गया है। इसी के चलते हिमालय क्षेत्र में भारी भूकंप आ सकता है।

8 मैग्नीट्यूड रह सकती है भूकंप की तीव्रता
डॉ. पूर्णचंद्र राव ने कहा कि हिमाचल प्रदेश, नेपाल के पश्चिमी हिस्से और उत्तराखंड में भूकंप आ सकता है। डॉ. राव ने कहा कि रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 8 रह सकती है। डॉ. राव ने कहा कि तुर्किये में आए भूकंप में इतनी भारी संख्या में लोगों की मौत की वजह औसत निर्माण रहा। उन्होंने कहा कि हम भूकंपों को नहीं रोक सकते लेकिन सरकार की गाइडलाइन का पालन करके मजबूत इमारतों के निर्माण किए जाने चाहिए।

कंप को लेकर बेहद संवेदनशील है हिमालय क्षेत्र
बता दें कि हिमालय क्षेत्र भूकंप को लेकर संवेदनशील रहा है। हाल के दिनों में इस इलाके में कई छोटे-छोटे भूकंप आए हैं जो यह संकेत दे रहे हैं कि इस इलाके में जमीन के भीतर कई ऐसी चीजें हो रही हैं, जो भविष्य में किसी बड़े भूकंप का कारण बन सकती हैं। वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के प्रमुख वैज्ञानिक अजय पॉल ने बताया है कि भारतीय और यूरेशियन प्लेट्स के टकराने से हिमालय क्षेत्र अस्तित्व में आया। उनका कहना है कि यूरेशियन प्लेट के भारतीय प्लेट पर पड़ रहे दबाव से भारी ऊर्जा इस इलाके में पैदा होती है और वही ऊर्जा भूकंप के जरिए जमीन से निकलती है।

हिमालय क्षेत्र में चुके हैं चार बड़े भूकंप
बीते दिनों वाडिया इंस्टीट्यूट की रिसर्च में ही खुलासा हुआ था कि हिमालय क्षेत्र के सबसे बड़े ग्लेशियर में से एक गंगोत्री ग्लेशियर बीते 87 सालों में 1.7 किलोमीटर तक खिसक गया है। हिमालय क्षेत्र के अन्य ग्लेशियर में भी ऐसा ही  कुछ हो रहा है। इसके अलावा जोशीमठ में हुआ भू धंसाव भी एक बड़े खतरे की तरफ इशारा कर रहा है। बीते 150 सालों में हिमालय क्षेत्र में चार बड़े भूकंप आए हैं। इनमें साल 1897 में शिलॉन्ग का भूकंप, 1905 में कांगड़ा का भूकंप, 1934 में बिहार-नेपाल का भूकंप और 1950 में असम का भूकंप शामिल हैं। इनके अलावा साल 1991 में उत्तरकाशी में, 1999 में चमोली में और 2015 में नेपाल में भी बड़ा भूकंप आया था।

UKPSC: पीसीएस मुख्य परीक्षा, 23 से 26 फरवरी परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी उत्तराखंड रोडवेज की बसों में नि:शुल्क यात्रा कर सकेंगे।

सीएम पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर सचिव परिवहन निगम अरविन्द सिंह ह्यांकी ने मंगलवार को इसके आदेश जारी कर दिए हैं।

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की पीसीएस मुख्य परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने अभ्यर्थियों को बसों में मुफ्त सफर की सुविधा दी है। अभ्यर्थी 23 से 26 फरवरी के बीच होने वाली परीक्षा के दौरान उत्तराखंड रोडवेज की बसों में नि:शुल्क यात्रा कर सकेंगे। सीएम पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर सचिव परिवहन निगम अरविन्द सिंह ह्यांकी ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं।

आदेश के अनुसार, अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र के आधार पर परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए प्रदेश के अंदर और बाहर (परीक्षार्थी के गृह क्षेत्र से परीक्षा स्थान तक) मुफ्त सफर की सुविधा मिलेगी। बता दें कि बीते 12 फरवरी को को भी राज्य लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित लेखपाल परीक्षा में भी उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में अभ्यर्थियों को मुफ्त बस की सुविधा दी गई थी।जिसमें करीब 20 हजार अभ्यर्थियों ने मुफ्त सफर किया था।

पीसीएस मुख्य परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने पीसीएस मुख्य परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। आयोग सचिव जीएस रावत के मुताबिक, उम्मीदवार वेबसाइट से एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।

परीक्षा का एडमिट कार्ड  डाक के द्वारा नहीं भेजा जाएगा । संज्ञान में लेना है कि पीसीएस के मुख्य परीक्षा 28 से 31 जनवरी को होना  तय था परंतु पथवारी भारती का पेपर लीक होने के वजह से आयोग ने क्वेश्चन पेपर नष्ट कर के परीक्षा की नई तिथि जारी कर दी।

Chardham Yatra 2023: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज होने वाली चारधाम यात्रा तैयारियों की समीक्षा बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए

हालांकि पर्यटन विभाग ने पिछली यात्रा के अनुभव के आधार पर केदारनाथ धाम के लिए प्रतिदिन 15 हजार, बदरीनाथ के लिए 18 हजार, गंगोत्री के लिए 9000, यमुनोत्री के लिए 6000 संख्या तय करने का प्रस्ताव बनाया है। इस पर बैठक में फैसला लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आज होने वाली चारधाम यात्रा तैयारियों की समीक्षा बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। पिछले साल चार धामों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए इस बार दर्शन के लिए प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या को बढ़ाने का फैसला हो सकता है।

तीर्थयात्रियों की इतनी संख्या का बना प्रस्ताव
हालांकि पर्यटन विभाग ने पिछली यात्रा के अनुभव के आधार पर केदारनाथ धाम के लिए प्रतिदिन 15 हजार, बदरीनाथ के लिए 18 हजार, गंगोत्री के लिए 9000, यमुनोत्री के लिए 6000 संख्या तय करने का प्रस्ताव बनाया है। इस पर बैठक में फैसला लिया जाएगा।

इसके अलावा चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधा, केदारनाथ धाम में यात्रियों के ठहरने, बदरीनाथ व केदारनाथ धाम में वीआईपी दर्शन के लिए शुल्क तय करने, बसों का प्रबंधन, घोड़ा खच्चरों का स्वास्थ्य परीक्षण करने, पैदल मार्गों पर गरम पानी की व्यवस्था, शेड, बिजली व पेयजल की आपूर्ति, सड़कों की मरम्मत समेत कई व्यवस्थाओं पर निर्णय लिया जाएगा।

ऑनलाइन पंजीकरण और धारण क्षमता का विरोध
चारधाम यात्रा में ऑनलाइन पंजीकरण और चारधामों की धारण क्षमता की बाध्यता का होटल एसोसिएशन ने विरोध किया है। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री होटल एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर मांग पत्र सौंपा।

एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने सीएम को अवगत कराया कि चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को ऑफलाइन पंजीकरण का विकल्प दिया जाए। साथ ही ऑनलाइन पंजीकरण की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए। इसके जिलावा चारों धाम में यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए सीमित संख्या की बाध्यता समाप्त की जाए। यात्रा पर आने वाले वाहनों को परमिट, फिटनेस, ग्रीन कार्ड की सभी औपचारिकता हरिद्वार, ऋषिकेश में पूरी की जाए।

 

Rishikesh : युवक- युवती रुके थे होटल के कमरे में, काफी देर बाद जब पुलिस अंदर घुसी तो पड़ी थी दोनों की लाश

ऋषिकेश : कृषि उत्पादन मंडी समिति तिराहा के समीप स्थित एक होटल के कमरे से एक युवक और युवती मृत अवस्था में मिले हैं। होटल का कमरा बंद था, युवक बिजनौर और युवती ऋषिकेश की रहने वाली है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

शाम के समय आए थे होटल में 

सोमवार की दोपहर क 1:30 बजे मंडी तिराहा स्थित होटल मधुबन के कर्मचारियों ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी थी होटल के एक कमरे में एक युवक और युवती बीती शाम रहने के लिए आए थे। कमरा अंदर से बंद है। काफी आवाज देने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिल रहा है।

कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक केआर पांडेय टीम सहित मौके पर पहुंचे। दरवाजा किसी तरह से खुलवा कर पुलिस की टीम भी पहुंची। अंदर डबल बेड पर युवती और युवक मृत अवस्था में पड़े थे।

कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि होटल में जमा कराई गई आईडी के मुताबिक युवक की पहचान हिमांशु राजपूत (27 वर्ष) पुत्र राजपाल सिंह निवासी अलीपुर नगला, मंडावर बिजनौर उत्तर प्रदेश, युवती की पहचान वर्षा राजपूत (24 वर्ष )पुत्री श्याम सिंह निवासी काले की ढाल, हरिद्वार रोड ऋषिकेश के रूप में हुई है। कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। युवक के गले में फंदा लगा हुआ था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। कमरे में पुलिस की टीम को मिले दो मोबाइल की भी जांच कर रही है।

Earthquake In Uttarakhand: अब Uttarakhand में भी हिली धरती, बागेश्वर में आया 2.5 तीव्रता का भूकंप

देहरादून | उत्तराखंड (Uttarakhand) के बागेश्वर (Bageshwar)। में सोमवार सुबह भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए. भूकंप सुबह 04:49 बजे आया. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.5 (magnitude 2.5 on the Richter scale) थी. ऐसे में भूकंप के झटके काफी कम तीव्रता वाले थे।

इससे पहले 19 फरवरी को रात 1 बजे के करीब मध्यप्रदेश के इंदौर में भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप की तीव्रता 3.0 थी. भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर अंदर था. 19 फरवरी को ही रात 12 बजे अरुणाचल के तवांग में भूकंप के झटके महसूस किए गए