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चारधाम यात्रा: एक अप्रैल से बनेंगे वाहनों के ग्रीन कार्ड, इसके बिना नहीं मिलेगी एंट्री

News web media uttarakhand : चारधाम यात्रा पर जाने वाले व्यावसायिक वाहनों के लिए परिवहन विभाग ने ग्रीन कार्ड अनिवार्य किया हुआ है। बिना ग्रीन कार्ड के यात्रा संभव नहीं होगी। एक अप्रैल से परिवहन विभाग के कार्यालय में ग्रीन कार्ड बनने शुरू हो जाएंगे। इसके लिए इन वाहनों को आरटीओ कार्यालय में लंबे फिटनेस टेस्ट से गुजरना होगा। यह टेस्ट पास करने के बाद ही व्यावसायिक वाहनों को ग्रीन कार्ड मिलेगा। वहीं, निजी वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड-ट्रिप कार्ड की कोई बाध्यता नहीं है।

आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी ने बताया कि चारधाम यात्रा की पूरी अवधि के लिए यह ग्रीन कार्ड मान्य होता है। ग्रीन कार्ड बनवाने के लिए वाहन को आरटीओ कार्यालय में ले जाना पड़ता है। यहां पर वाहनों के समस्त कागज, आरसी, फिटनेस प्रमाण पत्र, बीमा प्रमाण पत्र, प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र, परमिट, वाहन कर जमा करने का प्रमाण पत्र, चालक का लाइसेंस चेक किया जाता है। इसके बाद यह परीक्षण किया जाता है कि संबंधित वाहन चारधाम यात्रा के लिए उपयुक्त है या नहीं।

सभी परीक्षणों पर खरा उतरने के बाद व्यावसायिक वाहन स्वामी को greencard.uk.gov.in वेबसाइट पर जाकर आवेदन करने के बाद ग्रीन कार्ड प्रदान कर दिया जाता है। इस कार्ड के बाद प्रत्येक ट्रिप के लिए वाहन स्वामी को ट्रिप कार्ड लेना होता है। इस ट्रिप कार्ड को भी परिवहन विभाग की वेबसाइट greencard.uk.gov.in पर दिए गए लिंक से ऑनलाइन प्राप्त किया जा सकता है।

परिवहन विभाग की गाइड लाइन

  • यात्रा के प्रत्येक फेरे के लिए ट्रिप कार्ड अवश्य प्राप्त करें।
  • वाहन में मानक के अनुसार लाल, सफेद व पीले रिफ्लेक्टर टेप अवश्य लगे हों।
  • पर्वतीय मार्गों पर सहायता के लिए वाहन में टॉर्च, रस्सी, पंचर किट, हवा भरने का पम्प, स्नो चैन भी रख लें।
  • वाहन में कूड़ादान रखना अनिवार्य है।
  • वोमेटिंग बैग भी आवश्यकतानुसार रख लें।

 

 

Uttarakhand: घर बैठे सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट लगाकर एक लाख रुपये महीना तक कमाएं, पढ़ें पूरी जानकारी और उठाए फायदा

देहरादून: अब आप घर बैठे सौर ऊर्जा परियोजना से एक लाख रुपये तक हर महीने कमा सकेंगे। बता दे कि उत्तराखंड सरकार ने मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के नियमों में बड़ा बदलाव करते हुए संशोधित अधिसूचना जारी कर दी है। इसके तहत सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट पर सरकार 15 दिन के भीतर फैसला ले लेगी।
हालांकि इस योजना के तहत पहले 25 किलोवाट तक के प्रोजेक्ट लगा सकते थे, परन्तु अब सीमा बढ़ाकर 200 किलोवाट कर दी गई है। एमएसएमई योजना के तहत इसमें 30 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी। उद्योग विभाग के माध्यम से जिला सहकारी बैंकों से लोन मिलेगा।

खास बात….

  • इस योजना के तहत 20, 25, 50, 100, 200 किलोवाट के सोलर प्लांट लगा सकेंगे।
  • लाभार्थी को एमएसएमई पॉलिसी के तहत सभी लाभ दिए जाएंगे।
  • पात्र व्यक्ति अपनी निजी भूमि या लीज पर जमीन लेकर सोलर प्लांट लगा सकेंगे।
  • योजना के तहत इनवेस्ट उत्तराखंड पोर्टल पर सिंगल विंडो के माध्यम से आवेदन किए जाएंगे।
  • योजना का क्रियान्वयन उरेडा करेगा। यूपीसीएल, उद्योग और सहकारी बैंक सहयोगी संस्था के तौर पर काम करेंगे।

प्रोजेक्ट लगाने के लिए यह पात्रता जरूरी

इस योजना के तहत केवल राज्य के स्थायी निवासी ही आवेदन कर सकते हैं। उनकी आयु 18 साल से अधिक होनी चाहिए। शैक्षिक योग्यता की बाध्यता नहीं है। एक परिवार से एक ही आवेदक को एक सोलर प्लांट आवंटित किया जा सकेगा। इसके लिए आवेदक को शपथ पत्र भी देना होगा।

चार हजार वर्ग मीटर जमीन पर 200 किलोवाट

योजना के तहत 50 किलोवाट के सोलर प्लांट के लिए 750-1000 वर्ग मीटर, 100 किलोवाट के लिए 1500-2000, 200 किलोवाट के लिए 3000-4000 वर्गमीटर जमीन जरूरी होगी। योजना पर 50 हजार प्रति किलोवाट का खर्च अनुमानित होगा। 50 किलावोट से 76000 यूनिट, 100 किलोवाट से 152000 और 200 किलोवाट से 304000 यूनिट बिजली सालाना पैदा होगी। योजना के तहत यूपीसीएल 25 साल के लिए बिजली खरीदेगा, जो भी बिजली यूपीसीएल के पास आएगी, उसका पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में जाएगा।

Amritpal Singh: फरार होने के बाद उत्तराखंड में छिपे होने की संभावना, पुलिस ने जारी किया अलर्ट

News web media uttarakhand Amritpal Singh Arrest Operation: अमृतपाल सिंह के फरार होने और समर्थकों की गिरफ्तारी के बाद उत्तराखंड पुलिस भी अलर्ट हो गई है. ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार और देहरादून में पुलिस विशेष निगरानी है. सोशल मीडिया की भी मॉनिटरिंग की जा रही है. राज्य में खुफिया एजेंसी व एसटीएफ को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार, राज्य की खुफिया एजेंसी सहित अन्य पुलिसकर्मी इस मसले पर निगरानी बनाए हुए हैं.

अफवाह फैलाने वालों के अलावा सोशल मीडिया पर की जाने वाली पोस्ट पर नजर रखी जा रही है. पुलिस इस मामले में कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है. इस मामले में उत्तराखंड इसलिए भी संवेदनशील है, क्योंकि पूर्व में राज्य अक्सर अपराधियों की शरणस्थली रहा है. कई बार हरियाणा और पंजाब के बदमाश ऊधमसिंहनगर, हरिद्वार और देहरादून में छिपे मिले, उनकी गिरफ्तारियां भी हुई.

हरिद्वार और देहरादून में सतर्कता बरती जा रही है
उत्तराखंड के जनपद ऊधमसिंह नगर के अलावा हरिद्वार और देहरादून में हर पहलू पर सतर्कता बरती जा रही है. मामले को लेकर उत्तराखंड पुलिस पड़ोसी राज्यों की पुलिस और एजेंसियों से भी संपर्क बनाए हुए है.

Dehradun News: दूनवासियों को लगा झटका, एक अप्रैल से कूड़ा उठान महंगा; अब प्रतिमाह देनी होगी इतनी रकम

Dehradun News: देहरादून  के लोगों को अब घर में कूड़ा उठाने के लिए पहले से ज्यादा बढ़ा हुआ शुल्क देना होगा. एक अप्रैल से ये नई दरें लागू हो जाएंगी. आवासीय भवनों से लेकर व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के यूजर चार्ज नगर निगम ने बढ़ा दिये हैं. आवासीय घरों से पहले कूड़ा उठान के 50 रुपये लिए जाते थे, वह अब एक अप्रैल से 20 रुपये की बढ़ोतरी होने के बाद 70 रुपये हो जाएंगे. इसके साथ ही बीपीएल कार्ड धारकों को तीस रूपये प्रति महीना देना होगा.

तीन कंपनियां कर रहीं घर-घर कूड़ा उठान

नगर निगम की ओर से अनुबंधित तीन कंपनियां 98 वार्ड में कूड़ा उठान कार्य कर रही हैं। मै. सनलाइट प्राइवेट लिमिटेड 25 वार्ड से कूड़ा उठान कर रही है। जबकि, मै. इकान वेस्ट साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड 26 वार्ड से कूडृा उठा रही है। ये दोनों ही कंपनियां कूड़ा उठान शुल्क स्वयं वसूल करती हैं।

जबकि, निगम की ओर से 47 वार्ड में कूड़ा उठान के लिए मै. वाटर ग्रेस इकान सनलाइट प्राइवेट लिमिटेड के साथ ही हाल ही में अनुबंध किया गया है। इन 47 वार्ड में नगर निगम की ओर से ही शुल्क वसूली का कार्य किया जाता है। जबकि, हर्रावाला और नथुवावाला दो वार्ड में एनजीओ के माध्यम से कूड़ा उठान होता है।

कूड़ा उठान का प्रतिमाह नया शुल्क

  • श्रेणी, पुराना शुल्क, नया शुल्क
  • मलिन बस्ती/बीपीएल आवास, 20 रुपये, 30 रुपये
  • सामान्य आवास, 50 रुपये, 70 रुपये
  • छोटे रेस्तरां, 150 रुपये, 300 रुपये
  • माध्यम रेस्तरां, 400 रुपये, 600 रुपये
  • बड़े रेस्तरां, 1000 रुपये, 2000 रुपये
  • 20 बेड तक होटल आदि, 300 रुपये, 1000 रुपये
  • 21 से 40 बेड के होटल, 200 रुपये, 2500 रुपये
  • 41 से अधिक बेड के होटल, 300 रुपये, 5000 रुपये
  • निजी शिक्षण संस्थान नान बोर्डिंग, 200 रुपये, 500 रुपये
  • निजी शिक्षण संस्थान बोर्डिंग,1000 रुपये, 2000 रुपये
  • चिकित्सा प्रतिष्ठान (बायोमेडिकल वेस्ट से इतर)
  • 20 बेड तक, 250 रुपये, 800 रुपये
  • 21 से 50 बेड, 500 रुपये, 1500 रुपये
  • 51 से अधिक बेड, 1000 रुपये, 5000 रुपये
  • क्लीनिक, 75 रुपये, 200 रुपये
  • पैथोलाजी, 250 रुपये, 800 रुपये
  • दुकान, 50 रुपये, 100 रुपये
  • शोरूम, 150 रुपये, 500 रुपये
  • छोटे माल/मेगा स्टोर, 500 रुपये, 2000 रुपये
  • बहुमंजिला माल, 1000 रुपये, 10000 रुपये
  • बेकरी, 150 रुपये, 500 रुपये
  • छोटी फैक्ट्री, 300 रुपये, 1000 रुपये
  • मध्यम फैक्ट्री, 500 रुपये, 2000 रुपये
  • बड़ी फैक्ट्री, 1000 रुपये, 5000 रुपये
  • 50 कर्मचारियों वाले कार्यालय, 100 रुपये, 200 रुपये
  • 51 से 200 कर्मचारी, 300 रुपये, 500 रुपये
  • 200 से अधिक कर्मचारी, 500 रुपये, 1000 रुपये
  • फ्लैट-अपार्टमेंट में पहली बार शुल्क
  • 40 फ्लैट तक की सोसाइटी, 2000 रुपये
  • 40 से 100 फ्लैट तक की सोसाइटी, 5000 रुपये
  • 100 से अधिक फ्लैट की सोसाइटी, 10000 रुपये
  • चार व पांच सितारा होटल, 1000 रुपये
  • धर्मशाला, 200 रुपये प्रतिमाह
  • बारातघर (चेरिटेबल), 1500 रुपये प्रतिमाह
  • बारातघर (निजी), 2000 प्रति उत्सव
  • सब्जी फल विक्रेता, जूस प्रतिष्ठान, 300 रुपये प्रतिमाह
  • मांस, मछली की 10 किलो तक बिक्री, 400 रुपये प्रतिमाह
  • मांस, मछली की 10 किलो से अधिक बिक्री, 600 रुपये प्रतिमाह
  • सार्वजनिक स्थान पर मेले-प्रदर्शनी, 2000 रुपये प्रति उत्सव
  • निर्माण संबंधी ढहान सामग्री, 1000 रुपये आधी ट्राली
  • निर्माण संबंधी ढहान सामग्री, 2000 रुपये फुल ट्राली

फर्जी रसीद काटकर निगम को लगा रहे चूना

नगर आयुक्त मनुज गोयल ने बताया कि शहर में निगम के नाम से फर्जी रसीद बनाकर घरों से कूड़ा उठान का शुल्क वसूले जाने का मामला संज्ञान में आया है। कोर्ट रोड क्षेत्र में इस प्रकार की वसूली की शिकायत मिली है। इसे देखते हुए मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी अविनाश खन्ना ने शहर कोतवाली पुलिस को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है।

 

हल्द्वानी में उत्तराखंड का पहला खेल विश्वविद्यालय जो करीब 100 एकड़ में खुलेगा , सीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक का निर्णय

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में राज्य में प्रस्तावित खेल विश्वविद्यालय के सबंध में अधिकारीयों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि खेल विश्वविद्यालय के लिए अवस्थापना सुविधाओं के विकास के साथ ही खेल एवं आवश्यक शैक्षणिक गतिविधियों के लिए इस क्षेत्र के विषय विशेषज्ञों के सुझाव लिये जाएं। विशेषज्ञों के सुझाव के आधार पर खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के सबंध में अग्रिम आवश्यक कार्यवाही की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हल्द्वानी स्थित खेल मैदान का बेहतर तरीके से उपयोग हो सके, इसके लिए हल्द्वानी में भी खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए संभावनाएं तलाशी जाएं। इसके लिए आवश्यक अतिरिक्त भूमि की व्यवस्था पर भी उन्होंने ध्यान देने के लिए कहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं हैं। राज्य में युवाओं को बेहतर खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। 2024 में उत्तराखण्ड में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होना है। नई खेल नीति में खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में खेल विश्वविद्यालय बनने से राज्य के युवाओं को खेल के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने के बेहतर अवसर मिलेंगे।

इसके साथ ही खेल विश्वविद्यालय के एक्ट, नियमावली आदि बनाने के संबंध में भी निर्णय लिया गया है। विषय विशेषज्ञ के रूप में स्वर्णिम गुजरात स्पोटर्स यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर की सेवाएं ली जाएंगी।खेल विश्वविद्यालय करीब 100 एकड़ भूमि में बनेगा हल्द्वानी में इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स को शामिल कर इसके आस-पास भूमि चिन्हित की जाएगी।

बैठक में खेल मंत्री रेखा आर्या, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर, महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत, खेल निदेशक जितेन्द्र सोनकर उपस्थित थे।

 

SGRR मेडिकल कॉलेज के छात्रों को हाईकोर्ट से झटका, बढ़ी फीस को 3 किस्तों में जमा करने के निर्देश

देहरादून : माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल उत्तराखंड ने श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज देहरादून के फीस निर्धारण संबंधित याचिका पर सुनवाई की. मामले में कोर्ट ने मेडिकल छात्रों को कोई राहत नहीं दी है. कोर्ट ने छात्रों से प्रवेश एवं शुल्क नियामक समिति द्वारा निर्धारित फीस की पहली किस्त 30 प्रतिशत 10 दिन के भीतर जमा करने को कहा है. साथ ही शेष फीस तीन किस्तों में जमा करने के निर्देश दिए हैं.

इसके साथ ही कोर्ट ने सभी पक्षकारों से 10 अगस्त तक जवाब पेश करने को कहा है. मामले की अगली सुनवाई 10 अगस्त की तिथि नियत की गई है. आज मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी और न्यायमूर्ति आलोक वर्मा की खंडपीठ में हुई.

आपके संगयान में लाना है कि छात्र साहिल भार्गव सहित 148 छात्रों ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर किया था. जिसमें कहा गया कि एमबीबीएस वर्ष 2018 बैच के छात्र-छात्राओं की काउंसलिंग के दौरान एमबीबीएस की फीस  प्रवेश एवं शुल्क नियामक समिति द्वारा निर्धारित नहीं की गई थी. इस कारण राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में तत्कालीन अपर मुख्य सचिव उत्तराखंड ओम प्रकाश ने इस आशय का एक पत्र जारी किया था और उल्लेख किया था कि छात्र-छात्राओं द्वारा जो फीस उस समय दी जा रही है, वह एक प्रोविजनल व्यवस्था के अंतर्गत है. इस बात की जानकारी होते हुए मेडिकल छात्र-छात्राओं ने 100 रुपये के स्टाम्प पेपर पर लिखता दिया था की. उच्च न्यायालय के दिशा निर्देश पर राज्य में प्रवेश एवं शुल्क नियामक समिति द्वारा जो भी फीस निर्धारित की जाएगी, छात्र-छात्राएं उस फीस का भुगतान करेंगे. जिसको कोर्ट में छात्रों ने चुनौती दी थी तदु उपरान्त मनानी उच्च न्यायलय ने फैसला उनके विरोध दिया है ।

Influenza B virus: दून अस्पताल में 65 वर्षीय वृद्धा में मिला इंफ्लुएंजा-बी वायरस, ICU में भर्ती,इस वायरस के कई मरीज मिल चुके

News web media uttarakhand : दून अस्पताल में 35 वर्षीय एक मरीज इन्फ्लूएंजा एच3एन2 पॉजिटिव आने के बाद अब सरस्वती विहार की 65 वर्षीय एक वृद्धा इन्फ्लूएंजा-बी पॉजिटिव मिली है। वृद्धा को भी आईसीयू में भर्ती कराया गया है। फिलहाल दोनों मरीजों की हालत बेहतर है। दोनों को सांस की समस्या हो रही है।

दून अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. धनंजय डोभाल ने बताया कि इन्फ्लूएंजा वायरस नया वायरस नहीं है। हर साल इसके रूप बदलते रहते हैं। इस वायरस का नया रूप एच3एन2 है। इंफ्लुएंजा-बी वेरिएंट पहले आया था पर यह अभी खत्म नहीं हुआ है। अगर मरीज की इम्यूनिटी कमजोर होती है तो मरीज वायरस की चपेट में आ जाता है।

डॉ. डोभाल ने कहा कि एच3एन2 के बाद अस्पताल में इन्फ्लूएंजा-बी वेरिएंट का मरीज भी मिला है। इसमें मरीज सर्दी, खांसी, बुखार और सांस की समस्या से पीड़ित होते हैं। जिन मरीजों की इम्युनिटी कमजोर होती है, उन मरीजों पर वायरस का प्रभाव अधिक हो जाता है। हालांकि, डरने की बात नहीं है। इस वायरस के कई मरीज मिल चुके हैं लेकिन मरीजों को भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ रही है।

22 अप्रैल को खुलेंगे गंगोत्री धाम के कपाट, चैत्र नवरात्रि के पहले दिन तय हुई तिथि

देहरादून: चैत्र नवरात्रि के पहले दिन आज बुधवार को गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि तय हुई। श्रद्धालुओं के लिए 22 अप्रैल को गंगोत्री धाम के कपाट खोल दिए जाएंगे। 21 तारीख को मां गंगा की भोग मूर्ति गंगोत्री के लिए प्रस्थान करेगी। इस बार चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल से होगी।

देश-दुनिया से आने वाले तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए सरकार तैयारियों में जुटी है। सरकार को उम्मीद है कि चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या एक नया रिकॉर्ड बनाएगी। जानकारी के लिए बता दें कि अब श्रद्धालु घर बैठे गंगोत्री धाम की आरती देख सकेंगे।

इसके लिए पर्यटन विभाग प्रसाद योजना के तहत मंदिर में उच्च स्तर के कैमरे लगाने जा रहा है। जिससे चार धाम यात्रा के दौरान हर दिन उत्तराखंड पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर आरती का सीधा प्रसारण होगा। केंद्र सरकार की प्रसाद योजना के तहत चारों धामों में सौंदर्यीकरण सहित कई अन्य विकास कार्य किए जा रहे हैं। इसी योजना के तहत चारों धामों में पर्यटन विभाग उच्च स्तर के कैमरे भी लगाने जा रहा है जिससे धामों में होने वाली आरती व अन्य धार्मिक अनुष्ठान श्रद्धालु घर बैठे देख सकें।

उत्तराखंड को केंद्र से तीन महीने ले किए अतिरिक्त बिजली

Uttarakhand: केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने उत्तराखंड को अप्रैल, मई और जून में 325-325 मेगावाट बिजली देने पर सैद्धांतिक सहमति भी दे डाली है। उधर, UPCL ने काशीपुर गैस प्लांट दो महीने चलाने के लिए गैस खरीदी थी। साथ ही मई के लिए लघु अवधि के टेंडर से बिजली भी खरीदी है। इससे आने वाले दिनों में बिजली संकट से खासी राहत भी मिलने वाली है। सेंट्रल गवर्नमेंट ने राज्य को 31 मार्च तक के लिए 300 मेगावाट (72 लाख यूनिट) बिजली दी थी। चूंकि बीते वर्ष राज्य में पांच करोड़ यूनिट प्रति दिन की मांग आई थी, जो कि इस वर्ष भी हो सकती है। पिछले दिनों सीएम पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से इस संबंध में वार्ता भी की थी।

राज्य ने प्रस्ताव भी भेज दिया था। खबरों का कहना है कि सेंट्रल गवर्नमेंट ने अप्रैल, मई व जून के लिए 325 मेगावाट (78 लाख यूनिट) बिजली उपलब्ध कराने पर सहमति भी दे दी है। जबकि जिसके उपरांत के महीनों के लिए आवश्यकता के हिसाब से अगले मार्च तक 200 से 250 मेगावाट (48 लाख से 60 लाख यूनिट) बिजली मिलती रहने वाली है। यह बिजली केंद्र के गैर आवंटित कोटे से मिलने वाली है, इसके लिए UPCL को तकरीबन पांच रुपये प्रति यूनिट का ही भुगतान करना पड़ गए।

डेढ़ साल बाद प्लांट चलाने को खरीदी गैस: उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) ने काशीपुर के 2 गैस प्लांट से पावर परचेज एग्रीमेंट (पीपीए) किया हुआ है। रूस-यूक्रेन युद्ध के उपरांत से यह प्लांट गैस महंगी होने के चलते बंद पड़े थे। 28 फरवरी को हुई बैठक में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने प्लांट चलाने की अनुमति दी थी। लिहाजा, UPCL ने आगामी संकट को देखते हुए दो महीने के लिए 14.2 मीट्रिक मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) की दर से गैस खरीद ली है।

यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार का बोलना है कि यह गैस अन्य राज्यों के मुकाबले बहुत सस्ती है जो कि बिजली की मांग बढ़ने के बीच तीन महीने में इस्तेमाल की जाने वाली है। उन्होंने कहा है कि गैस प्लांट से करीब नौ रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से UPCL को बिजली मिलने वाली है। आपको बता दें कि काशीपुर में एक 214 और दूसरा 107 मेगावाट का गैस प्लांट है, जिससे कुल मिलाकर 321 मेगावाट (77 लाख यूनिट) बिजली भी दी जाने वाली है।

बारिश से मिली राहत, फिलहाल घटी मांग

प्रदेश में दो दिन की बारिश से यूपीसीएल को राहत मिली है। फिलहाल बिजली की मांग 3.5 करोड़ यूनिट के आसपास है, जिसके सापेक्ष राज्य से करीब 80 लाख यूनिट, केंद्रीय पूल से करीब 1.80 करोड़ यूनिट मिल रही है। केंद्र सरकार के विशेष कोटे से 72 लाख यूनिट बिजली मिल रही है। यूपीसीएल के मुताबिक, फिलहाल न तो कई कटौती हो रही है और न ही बाजार से अतिरिक्त बिजली खरीद का दबाव है।

 

Uttarakhand Earthquake: देहरादून से यूपी-उत्तराखंड दिल्ली में भूकंप के झटके, लोग दहशत से घरों के बाहर निकले

देहरादून -:राजधानी देहरादून समेत गढ़वाल के कई जिलों में भूकंप महसूस किया गया। उत्तराखंड में मंगलवार

रात करीब 10:21 बजे भूकंप के झटके महसूस हुए। राजधानी देहरादून समेत गढ़वाल के कई जिलों में भूकंप महसूस किया गया। जानकारी के अनुसार, चमोली, देहरादून, मसूरी, हरिद्वार, रुड़की, चमोली और उत्तरकाशी में भूकंप के तेज झटके महसूस हुए। गंगा के मायके मुखबा तक महसूस भूकंप के झटके महसूस हुए। भूकंप महसूस होते ही लोग घरों और दुकानों से बाहर निकल आए।  राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान का फायजाबाद रहा। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.6 मापी गई।

उत्तरकाशी के समस्त तहसील/ थाना चोकियो से भूकंप के झटके महसूस हेतु है इसके अतिरिक्त जिला मुख्यालय मे व मनेरी क्षेत्र में हल्का भूकम्प झटका महसूस किया गया किसी प्रकार कोई हानि नहीं हुयी है।।
उत्तरकाशी में 10:22 भूकंप के झटके महसूस किए गए मसूरी में महसूस किए गए भूकंप के झटके भूकंप का केंद्र बिंदु हिंदूउत्तरकाशी इस माह कब-कब आया भूकंप

  • 5 मार्च- देर रात तीन झटके। 12:40 पहला झटका, 12:45 दूसरा झटका, 01:01 तीसरा झटका (तीव्रता 2.5 रिक्टर स्केल)
  • 8 मार्च- होली के दिन सुबह 10:07 (तीव्रता 2.5 रिक्टर स्केल)
  • 21 मार्च- रात 10:20बजे

भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश रीजन में था। जहां भूकंप का मैग्नीट्यूड 6.7 था। दिल्ली और रुड़की में इसकी इंटेंसिटी 4 से 5 के बीच होगी। जो ज्यादा खतरनाक नहीं है। इस भूकंप का उत्तराखंड में भविष्य में भूकंप की आशंका से कोई सीधा संबंध नहीं है।

कुश क्षेत्र में बताया जा रहा है।