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एसएसपी देहरादून ने किए कुछ इंस्पेक्टरों के तबादले

News web media Uttarakhand : देहरादून के पुलिस कप्तान दिलीप सिंह कुंवर ने कुछ इंसपेक्टरों के तबादले किए हैं। मुकेश त्यागी को प्रभारी निरीक्षक कोतवाली डोईवाला बनाया गया है। राजेश शाह को डालनवाला का कोतवाल बनाया गया है। शहर कोतवाल विद्या भूषण नेगी को एसआईएस शाखा प्रभारी बनाया गया है। उनके स्थान पर सीनियर इंस्पेक्टर राकेश गुसाईं को चार्ज मिला है। एसओजी प्रभारी इंस्पेक्टर मुकेश त्यागी को डोईवाला थाना इंचार्ज बनाया गया है जबकि डोईवाला के एसएचओ राजेश शाह को डालनवाला थाने की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह डालनवाला प्रभारी नंदकिशोर भट्ट को एसओजी की जिम्मेदारी दी गई है।

 

हिमाचल में भारी बारिश के चलते छुट्टियों में बदलाव,सरकार ने जारी किया संशोधित शेड्यूल

News web media Uttarakhand : हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से जमकर तबाही हुई है. हिमाचल प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है. इसके अलावा आम जनता की निजी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा है. हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग ने स्कूली बच्चों को सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मानसून के दौरान होने वाली छुट्टियों के शेड्यूल में बदलाव किया है. नए शेड्यूल के मुताबिक, जिला कुल्लू में अब 10 जुलाई से 1 अगस्त तक छुट्टी रहेगी. लाहौल स्पीति जिला में गर्मियों की छुट्टी को 10 जुलाई से लेकर 20 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है. इससे पहले यह छुट्टियां 17 जुलाई को शुरू होनी होकर 27 अगस्त को खत्म होनी थी. जनजातीय क्षेत्र किन्नौर, पांगी और भरमौर के लिए भी छुट्टियां 10 जुलाई से 15 अगस्त तक रहेगी. इससे पहले यह छुट्टियां 22 जुलाई से 27 जुलाई तक होनी थी. शिक्षा विभाग ने अन्य विंटर क्लोजिंग स्कूलों के लिए छुट्टियों को 10 जुलाई से 15 जुलाई तक बढ़ाया है. इससे पहले यह छुट्टियां 22 जुलाई से शुरू होकर 27 जुलाई तक होनी थी.

हिमाचल सरकार को बड़ा नुकसान
बता दें कि पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. बारिश की वजह से आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है. इसके अलावा भारी बारिश की वजह से आम जनता का कारोबार प्रभावित हुआ है. सरकारी संपत्ति के साथ लोगों की निजी संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ है. हिमाचल प्रदेश आपदा प्राधिकरण के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश सरकार को 785.51 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. इनमें जल शक्ति विभाग को 350.15 करोड़ रुपए, लोक निर्माण विभाग को 355.96 करोड़ रुपए, बिजली विभाग को 0.92 करोड रुपए, बागवानी विभाग को 70.36 करोड़ रुपए और शहरी विकास विभाग को 0.41 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह का कहना है कि बीते तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश के बाद नुकसान का आंकड़ा चार हजार करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है.

सीएम धामी का कड़ा प्रहार, आयुर्वेद विवि के वित्त नियंत्रक अमित जैन को किया सस्पेंड

 

News web media uttarakhand : आयुर्वेद विवि के वित्त नियंत्रक अमित जैन को सस्पेंड कर दिया गया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर वित्त विभाग ने वित्त नियंत्रक अमित जैन को सस्पेंड करने के संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि आयुर्वेद विवि के मुख्य वित्त अधिकारी अमित जैन से सभी पदभार हटा दिए गए थे।

आयुर्वेद विवि के वित्त नियंत्रक अमित जैन के खिलाफ विश्वविद्यालय में चल रही अनियमितताओं की जांच प्रभावित करने की शिकायत मिली थी। जिसके बाद उनसे उनके पदभार वापस ले लिए गए थे।

जिसके बाद आज उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। बता दें कि अपर मुख्य सचिव वित्त को उत्तराखंड विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ ने भी 23 जून को लिखित शिकायत देकर तबादला करने की मांग की थी।

आयुर्वेद विवि के वित्त नियंत्रक अमित जैन के पास नगर निगम देहरादून में वरिष्ठ वित्त अधिकारी का अतिरिक्त पदभार भी था। अमित जैन का इस से पहले शासन ने 10 जनवरी 2023 को तबादला किया था।

ये तबादला वरिष्ठ कोषाधिकारी रुद्रप्रयाग के पद पर किया था। जिसके बाद भी जैन विवि में मुख्य वित्त अधिकारी पद से कार्यमुक्त नहीं किए गए। लेकिन अब सरकार ने जैन से सभी पदभार हटा कर कोषागार निदेशालय में संबद्ध किया है।

 

यूपीपीएससी पीसीएस के मेंस एग्जाम के रजिस्ट्रेशन हुए शुरू

News web media Uttarakhand : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने यूपीपीएससी पीसीएस मुख्य परीक्षा 2023 रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। जानकारी दे दें कि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आज यानी 7 जुलाई से शुरू हो रही है और 21 जुलाई, 2023 तक चलेगी। जो उम्मीदवार  UPPSC PCS की प्री में पास हुए हो, वे संयुक्त राज्य/उच्च अधीनस्थ सेवा (PCS Main Exam) परीक्षा के लिए यूपीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट uppsc.up.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। एप्लीकेशन फार्म में डिटेल एडिट या सुधारने के लिए करेक्शन विंडो 7 जुलाई से 28 जुलाई, 2023 तक खुली रहेगी।

4 हजार से ज्यादा छात्रों ने पास की थी परीक्षा

ध्यान दें कि जिन उम्मीदवारों ने प्रीलिम्स एग्जाम पास किए हैं वे मेंस एग्जाम के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। जानकारी दे दें कि कुल 4047 उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की है। परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवार नीचे दिए गए चरणों का पालन कर सकते हैं।

UPPSC PCS Main Exam 2023: ऐसे करें आवेदन

सबसे पहले यूपीपीएससी की आधिकारिक साइट uppsc.up.nic.in पर जाएं।

  • फिर होम पेज पर उपलब्ध यूपीपीएससी पीसीएस मुख्य परीक्षा 2023 लिंक पर क्लिक करें।
  • इसके बाद लॉगिन डिटेल डालें और सबमिट पर क्लिक करें।
  • इसके बाद एप्लीकेशन फार्म दिखने लगेगा।
  • फिर एप्लीकेशन फार्म भरें और जरूरी डाक्यूमेंट अपलोड करें।
  • फिर आवेदन शुल्क जमा करें और सबमिट पर क्लिक करें।
  • अब आपका आवेदन जमा हो गया है।
  • अंत में पेज डाउनलोड करें और आगे की आवश्यकता के लिए उसकी एक हार्ड कॉपी अपने पास रखें।

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार यूपीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट देख सकते हैं।

 

दिल्ली यूनिवर्सिटी में बीटेक दाखिलों के लिए 25 जुलाई तक कर सकेंगे आवेदन, नए शुरू किए 3 नए बीटेक कोर्स

News web media Uttarakhand : दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीटेक करने के इच्छुक स्टूडेंट्स के लिए गुड न्यूज है. देश की सबसे नामी यूनिवर्सिटी में से एक दिल्ली यूनिवर्सिटी ने स्टूडेंट्स के हित में बड़ा फैसला लिया है. डीयू में बीटेक के 3 नए कोर्स की शुरुआत हो रही है. दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीटेक करने के इच्छुक स्टूडेंट्स में खुशी की लहर है.

अगर आप दिल्ली यूनिवर्सिटी के बीटेक कोर्स के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो आपको ऑफिशियल वेबसाइट engineered.uod.ac.in पर जाना होगा (12वीं के बाद डीयू इंजीनियरिंग कोर्स) डीयू ने 05 जुलाई 2023 से इस पोर्टल की शुरुआत कर दी है. इस पर रजिस्ट्रेशन प्रोसेस भी शुरू किया जा चुका है.

सिर्फ इतने स्टूडेंट्स कर पाएंगे बीटेक
पिछले 2 सालों से दिल्ली विश्वविद्यालय में बीटेक कोर्स शुरू करने की चर्चा हो रही थी. अब फाइनली 3 बीटेक कोर्स पर मुहर लग गई है. हर बीटेक कोर्स में सिर्फ 120 सीटें हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय ने एकेडमिक सेशन 2023-24 बीटेक में दाखिले के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है. दिल्ली यूनिवर्सिटी की ऑल इंडिया कॉमन रैंक लिस्ट (सीआरएल)के जरिए बीटेक कोर्स में एडमिशन मिलेगा । वहीं, जिन अभ्यर्थियों की रैंक कम है और उन्हें एनआईटी और आईआईटी व आईआईआईटी में भी दाखिला नहीं मिल पा रहा है। ऐसे अभ्यर्थी दिल्ली यूनिवर्सिटी के नए शुरू हुए बीटेक प्रोग्राम में भी दाखिला ले सकते हैं। डीयू के बीटेक कोर्सेज में अभ्यर्थियों को जेईई मेन के स्कोर के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। हालांकि अभ्यर्थियों को प्रवेश के लिए जेईई मेन स्कोर के अलावा भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित में कुल मिलाकर कम से कम 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे। वहीं, आर्थिक रूप से कमजोर अभ्यर्थियों को विवि की तरफ से स्कॉलरशिप भी दी जाएगी।

शुरू होंगे ये नए कोर्स
1- बीटेक इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग
2- बीटेक इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग
3- बीटेक इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग

स्वास्थ्य मंत्री ने दिए सख्त निर्देश, डेंगू रोकथाम में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड में लगातार बारिश के चलते कई तरह के मच्छर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू आदि का खतरा काफी बढ़ जाता है, बारिश के दिनों में गड्ढों में भरे हुए पानी को मच्छरों के प्रजनन के लिए काफी उपयुक्त माना जाता है। इस मौसम में संक्रमित मच्छरों के काटने के कारण मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों का जोखिम काफी बढ़ जाता है।

डेंगू संभावित प्रदेश के पांच जिलों में बचाव व जागरूकता का विशेष अभियान चलाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सख्त निर्देश दिए कि डेंगू रोकथाम में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं, 13 रेखीय विभाग भी डेंगू की मॉनिटरिंग करेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री ने डेंगू नियंत्रण और रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड़ पर रहने के निर्देश दिए हैं। सभी जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जिला स्तर पर डेंगू नियंत्रण को प्रभावी कदम उठाने को कहा। अधिकारियों को हिदायत दी गई कि डेंगू के नियंत्रण एवं रोकथाम अभियान में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मंत्री ने डेंगू संभावित जिलों देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी एवं नैनीताल के मैदानी क्षेत्रों में जनजागरूकता एवं बचाव के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। शहरी विकास, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज विभाग, परिवहन विभाग, सिंचाई विभाग, जलापूर्ति विभाग, कृषि विभाग, पर्यटन विभाग, आपदा प्रबंधन, मौसम विभाग, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा व सूचना विभाग के साथ मिलकर प्रदेशभर में वृहद स्तर पर डेंगू नियंत्रण को जनजागरूकता अभियान संचालित करने व इसकी निरंतर मॉनिटिरिंग करने के निर्देश भी दिए।

हाईकोर्ट ने डीएवी समेत 9 कालेजों की सम्बद्धता समाप्त करने के आदेश पर लगाई रोक

News web media Uttarakhand : नैनीताल हाई कोर्ट ने हेमवतीनंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय से डीएवी कॉलेज देहरादून सहित 9 अन्य कालेजों की सम्बद्धता समाप्त किए जाने को लेकर डीएवी कालेज मैनेजमेंट की याचिका पर सोमवार को सुनवाई की। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट की खण्डपीठ ने सम्बद्धता समाप्त करने के आदेश पर रोक लगाते हुए केंद्रीय विश्वविद्यालय से तीन सप्ताह में जवाब पेश करने को कहा है। कोर्ट की खण्डपीठ ने केवल डीएवी कॉलेज की संबद्धता समाप्त करने के आदेश पर ही रोक लगाई है अन्य कॉलेजों पर नही। क्योंकि आज डीएवी कॉलेज के द्वारा ही याचिका दायर की गयी है। आपकों बता दे कि डीएवी कॉलेज प्रबंधन ने उच्च न्यायलय में याचिका दायर कर कहा है कि हेमवतीनन्दन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर की एक्जयुक्यूटिव बोर्ड ने डीएवी कॉलेज सहित 9 अन्य कालेजों की सम्बद्धता समाप्त कर दी।. जिसमे देहरादून के कई अन्य कालेज भी शामिल है। आदेश में यह भी कहा गया है कि कालेजो की संबद्धता समाप्त करते हुए उनको विश्वविद्यालय की बेबसाइट से नाम हटाने के आदेश भी दे दिए है। जिसकी वजह से हजारों बच्चों के भविष्य पर खतरा उतपन्न हो गया है। याचिका में यह भी कहा गया कि विश्वविद्यालय ने बिना किसी कालेज का पक्ष सुने न ही नियमावली का अवलोकन किए उनकी संबद्धता समाप्त कर दी, इसलिए इस आदेश पर रोक लगाई जाय।

कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (क्लैट) 2024 की परीक्षा 3 दिसंबर 2023 को होगी, आज 1 जुलाई से कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन

Dehradun Milap : कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज की एग्जीक्यूटिव कमेटी एवं गवर्निंग बॉडी ने कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (क्लैट) 2024 के एग्जाम पैटर्न में बदलाव किया गया है। यह बदलाव क्लैट 2024 की परीक्षा से लागू हो जाएगा। इसकी जानकारी कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दी गयी है। जो आज 1 जुलाई 2023 से कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन और आवेदन करने की अंतिम तिथि 3 नवंबर 2023 है। नया पैटर्न के मुताबिक इस वर्ष से प्रश्नों की संख्या कम कर दी गयी है। आपको बता दें कि नोटिफिकेशन में बताया गया है कि एग्जाम पैटर्न में बदलाव केवल अंडर ग्रेजुएट कोर्स के एग्जाम के लिए किया गया है, पोस्ट-ग्रेजुएशन एग्जाम में किसी भी प्रकार का कोई भी बदलाव नहीं किया गया है।

परीक्षा विशेषज्ञ और ला प्रेप दून के निदेशक एसएन उपाध्याय ने बताया कि क्लैट 2024 परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया गया जो निम्न है

इस वर्ष से प्रश्नों की संख्या 120 रहेगी। पिछले वर्ष तक इस एग्जाम में 150 प्रश्न पूछे जाते थे। यानी की प्रश्नों की संख्या में कटौती की गयी है। प्रत्येक प्रश्न के लिए एक अंक प्रदान किया जायेगा लेकिन इस वर्ष से पेपर 150 अंको के बजाय 120 अंकों का होगा। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक की माइनस मार्किंग की जाएगी, प्रत्येक सही उत्तर के लिए 1 अंक प्रदान किया जाएगा। समय में किसी भी प्रकार की कटौती नहीं की गयी है। उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र हल करने के लिए दो घंटे का समय प्रदान किया जाएगा।

एमबीबीएस नेशनल एग्जिट परीक्षा वर्ष में दो बार होगी

News web media Uttarakhand : देश में 2019 बैच के एमबीबीएस अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए नेशनल एग्जिट टेस्ट यानि NEXT अगले साल दो चरणों में होगा. पहले चरण का आयोजन अगले साल फरवरी में हो सकता है. इसके जरिये एमबीबीएस लास्ट ईयर के छात्रों को डिग्री मिलेगी और मेडिकल कॉलेजों में पीजी के पाठ्यक्रमों में दाखिले होंगे. परीक्षा का आयोजन एम्स दिल्ली की ओर से किया जाएगा. NEXT का पहला चरण पास करने बाद एक साल के लिए इंटर्नशिप करना होगा. इस परीक्षा के प्राप्तांकों के आधार पर ही मेडिकल पीजी में दाखिला मिलेगा. इंटर्नशिप के बाद भारत में प्रैक्टिस के लिए लाइसेंस हासिल करने और रजिस्ट्रेशन कराने के लिए NEXTका दूसरा चरण पास करना होगा. राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने इस साल से NEET की जगह नेक्स्ट के आयोजन की घोषणा की थी.

28 जुलाई को पहला मॉक टेस्ट
पहली बार आयोजित होने वाली इस परीक्षा से पहले आयोग देशभर में मॉक टेस्ट का भी आयोजन कर रहा है। पहले चरण में लिखित परीक्षा होगी और सात विषयों के पेपर होंगे। भारत में प्रैक्टिस करने के लिए यह परीक्षा पास करनी होगी। नेक्स्ट पहले चरण के बाद उन्हें एक साल इंटर्नशिप करना होगा, फिर नेक्स्ट दूसरे चरण को पास करना होगा। 28 जुलाई को इस परीक्षा से जुड़े मॉक टेस्ट का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए अंतिम वर्ष के छात्र 28 जून यानी बुधवार से ही पंजीकरण करा सकते हैं।

पहाड़ों में हो रही बारिश से गंगा का बढ़ा जलस्तर, पहुंची खतरे के निशाना पर

News web media uttarakhand : उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश से हरिद्वार में गंगा नदी चेतावनी निशान के करीब पहुंच गई। चेतावनी निशान 293 मीटर है। बीते दिन दोपहर एक बजे गंगा का जलस्तर सबसे अधिक 292.20 मीटर रहा। हालांकि शाम को गंगा का जलस्तर धीरे-धीरे सामान्य हो गया। शाम को पांच बजे गंगा का जलस्तर 291.20 मीटर पहुंच गया।

हरिद्वार जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार मानसून के पहले दिन हरिद्वार में सुबह आठ बजे तक साल की रिकार्ड 155 एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं रोशनाबाद में 112 एमएम, लक्सर में 55 एमएम, रुड़की में 50 एमएम और भगवानपुर में 42 एमएम बारिश हुई।

गंगा की लहरों पर रोमांच का लुत्फ उठाने वाले पर्यटक सोमवार को राफ्टिंग नहीं कर पाएंगे। भारी बारिश के अलर्ट के चलते टिहरी प्रशासन ने कौड़ियाला, मुनिकीरेती, शिवपुरी, ब्रह्मपुरी क्षेत्र में होने वाली राफ्टिंग पर रोक लगा दी है। प्रशासन ने यह कदम पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर उठाया है।

नरेंद्रनगर एसडीएम देवेंद्र नेगी ने बताया कि पर्वतीय क्षेत्र में हो रही बारिश के कारण गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिसके चलते अगले आदेश तक रीवर राफ्टिंग के संचालन पर यह रोक रहेगी। नियमों को उलंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।