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जी-20 इम्पैक्ट समिट में पहुंचे सीएम धामी, बोले-ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में अहम कार्य कर रहा IIT

News web media uttarakhand : आईआईटी रुड़की और थिंक इंडिया की ओर से संयुक्त रूप से  जी-20 इंपैक्ट समिट का आयोजन किया गया। संस्थान के दीक्षांत भवन में आयोजित उद्घाटन समारोह का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी  ने शुभारंभ किया।

इस मौके पर सीएम धामी ने कहा कि जी-20 की अध्यक्षता करना भारत के लिए गर्व की बात है। पहले बड़ी घटना होने पर भारत विश्व की तरफ देखता था लेकिन आज दुनिया भारत की ओर देख रही है। उन्होंने कहा कि नए भारत में देश की जनता के मन में यह भाव उत्पन्न हुआ है कि वह किसी भी क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व कर सकती है।

यह पीएम मोदी की नीतियों के कारण है। उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि आने वाले समय में उनके सामने बहुत सारे अवसर और चुनौतियां हैं। छात्रों को दोनों का लाभ उठाकर कठिन परिश्रम के जरिए दुनिया का नेतृत्व करना है।

निदेशक प्रोफेसर केके पंत ने कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 में विद्यार्थियों के लिए अपार संभावनाएं हैं। साथ ही रोजगार के अवसर भी उन्हें मिलेंगे। कहा कि युवा पीढ़ी के दम पर ही भारत को विश्व गुरु बनाया जा सकता है। कहा कि उत्तराखंड में आने वाली आपदाओं के समाधान के लिए संस्थान की ओर से शोध कार्य किए जा रहे हैं।ॉ

युवाओं के लिए रोजगार , उत्तराखंड में जल्द होगी 1550 कांस्टेबलों की भर्ती

News web media Uttarakhand :-  उत्तराखंड के युवाओं के लिए जल्द रोजगार के नए अवसर खुलने जा रहे है। पुलिस विभाग में 1550 पदों पर भर्ती की जा रही है। इसके लिए पुलिस विभाग की ओर से राज्य लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजा जा रहा है। प्रदेश के युवाओं को अब रोजगार का सुनहरा अवसर मिलेगा।  पुलिस विभाग में कुछ समय पहले सहायक सब इंस्पेक्टर के नए पद सृजित हुए हैं। इन पदों के सापेक्ष शासन ने 1700 हेड कांस्टेबलों की पदोन्नति करते हुए इन्हें एएसआई बनाया। हेड कांस्टेबल की पदोन्नति से रिक्त पदों पर कांस्टेबल पदोन्नत किए गए।

अब विभाग में कांस्टेबल के लगभग 1550 पद रिक्त चल रहे हैं। इन पदों को भरने की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कुछ समय पहले एक कार्यक्रम में घोषणा की थी। इस क्रम में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने अधिकारियों के साथ बैठक कर पदों को भरने की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करते हुए इसका अधियाचन लोक सेवा आयोग को भेजने के निर्देश दिए हैं। अभी यह विषय भर्ती में आरक्षण और इसकी प्रक्रिया को लेकर लंबित चल रहा है। इसके बाद विभाग जल्द ही प्रस्ताव आयोग को भेज देगा। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया के लिए सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं। अब जल्द ही प्रदेश के युवाओं का सरकारी नौकरी पाने का सपना पूरा होगा

कितनी होती है DM की सैलरी, क्या-क्या मिलती हैं सुविधाएं

News web media Uttarakhand : हमारे देश में आईएएस सबसे टॉप रैंक के अधिकारी होते हैं. आईएएस के अंतर्गत जिलाधिकारी यानी डीएम से लेकर कैबिनेट सेक्रेटरी तक की पोस्ट आती है. हमारे देश में बड़ी संख्या में युवा IAS बनने की तैयारी करते हैं, क्योंकि इस रैंक में अच्छी खासी सैलरी के साथ-साथ कई प्रकार की सुख सुविधाएं और तगड़ी पावर एवं रुतबा भी मिलता है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि एक डीएम की कितनी सैलरी होती है, उन्हें कौन-कौन सी सुविधाएं दी जाती हैं और उनके पास पावर क्या होती हैं.

बता दें कि DM यानी डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट जिले स्तर का सबसे बड़ा प्रशासनिक अधिकारी होता है. इनके अंतर्गत सभी विभाग काम करते हैं. एक DM के पास संबंधित क्षेत्र में विकास के लिए नीतियां बनाने, सरकारी नीतियों के क्रियान्वयन के साथ-साथ सभी महत्वपूर्ण निर्णय लेने के अधिकार होते हैं. इसके अलावा ज़िले में कर्फ्यू, धारा 144 लगाने जैसे लॉ एंड ऑर्डर से जुड़े बड़े फ़ैसले लेने का अधिकार भी DM के पास होता है. एक डीएम भीड़ पर कार्रवाई करने का ऑर्डर भी दे सकता है.

 

कितनी मिलती है सैलरी और सुविधाएं
बता दें कि एक DM को हर महीने लगभग 80,000 रुपये की सैलरी दी जाती है. साथ ही उन्हें टीए, डीए, एचआरए समेत कई प्रकार के भत्ते भी दिए जाते हैं. इस तरह उनकी सैलरी 1 लाख रुपये से भी अधिक हो जाती है. साथ ही डीएम को कई प्रकार की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं. जैसे उन्हें सरकार की तरफ से रहने के लिए बंगला दिया जाता है, सरकारी वाहन आने-जाने के लिए उपलब्ध कराया जाता है. साथ ही उनके कामकाज के लिए उन्हें कार, ड्राइवर और नौकर भी उपलब्ध कराए जाते हैं. इसके अलावा उनके बंगले पर चपरासी, माली व कुक के अलावा अन्य कामों के लिए भी सहायक उपलब्ध होते हैं.

 

 

नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन को लेकर मुख्य सचिव ने ली अधिकारियों की बैठक

News web media Uttarakhand : नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित हुई। मुख्य सचिव ने नई शिक्षा नीति लागू किए जाने हेतु सभी प्रकार की तैयारियां सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये। मुख्य सचिव ने कहा कि नई शिक्षा नीति के अनुरूप प्रशिक्षण कार्यक्रम का कैलेंडर तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि सुधार एवं सुझावों के लिए लगातार हितधारकों से तालमेल बनाकर सुझाव लिए जाएं। इसके लिए मैकेनिज्म तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों को प्रारंभिक अवस्था में पहचान किए जाने की दिशा में भी कार्य किया जाए। उन्होंने इसके लिए व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने आंगनवाड़ी में बालवाटिकाओं हेतु पाठ्यक्रम लगातार अपडेट किए जाने के भी निर्देश दिए। बैठक के दौरान बताया गया कि आधारभूत पठन कौशल एवं गणितीय ज्ञान के मूल्यांकन हेतु ‘प्रगति‘ ऐप तैयार कर लिया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में कक्षा एक में प्रवेश लेने वाले छात्रों हेतु स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम ‘‘आरोही‘‘ तैयार कर प्रदेश के समस्त राजकीय विद्यालयों में प्रारम्भ कर ली गई है। ‘बालवाटिका‘ शिक्षक हस्तपुस्तिका एवं ‘बालवाटिका‘ अभ्यास पुस्तिका (स्वास्थ, संवाद, एवं सृजन) तैयार कर विद्यालय स्तर पर वितरित की जा चुकी हैं। प्रथम चरण में एक ही विद्यालय परिसर में स्थित 4457 आंगनवाडी केन्द्रों में बाल वाटिका प्रारम्भ की जा चुकी है। इस अवसर पर सचिव रविनाथ रमन, हरिचंद्र सेमवाल, अपर सचिव योगेन्द्र यादव एवं महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

 

चमोली में बड़ा हादसा, नमामि गंगे प्रोजेक्ट साइट पर फैला करंट, 16 की मौत

News web media Uttarakhand : बुधवार की सुबह उत्तराखंड के चमोली जिले में बड़ा हादसा हो गया है, जिसमें चमोली बाजार के पास स्थित नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर एक करंट फैल गया। हादसे में 16 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि कई लोग अभी भी झुलसे हुए हैं। मृतकों की संख्या में इजाफा होने की संभावना है। वहीं 11 लोग झुलसे हैं। जिसमें से छह लोगों को एम्स ऋषिकेश भेजा गया है। वहीं, पांच लोग जिला अस्पताल में भर्ती हैं। साइट पर इस समय 24 लोग मौजूद थे, और फैले करंट के कारण 15 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुकंदीलाल भी शामिल हैं। झुलसे हुए लोगों को जिला अस्पताल भेजा जा रहा है जहां उनके चिकित्सीय परीक्षण के बाद उनकी स्थिति का स्पष्टीकरण होगा।

मीटर के तारों से फैला करंट

चमोली के ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना ने बताया कि बीती रात को बिजली का तीसरा फेस डाउन हो गया था। बुधवार को सुबह तीसरे फेज को जोड़ा गया, जिसके बाद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट दौड़ गया। ट्रांसफार्मर से लेकर मीटर तक कहीं एलटी और एसटी के तार नहीं टूटे हैं, मीटर के बाद तारों में करंट दौड़ा है।

हादसा राज्य सरकार के लिए बड़ी चुनौती

यह हादसा राज्य और केंद्र सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है और स्थानीय अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लेना है। घातक हादसे के पीड़ित परिवारों को समर्थन और मदद प्रदान किया जा रहा है।

स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने समस्त इलाके में बचाव के उपायों को जांचने का काम शुरू कर दिया है और घातक हादसे की वजहों को गहराई से छानने के लिए जुटे हैं।

हादसे की विस्तृत जांच और मृतकों के परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने के साथ, सरकार ने ऐसे घातक घटनाओं को रोकने और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का भी वादा किया है।

 

नीट यूजी काउंसलिंग का शेड्यूल जारी

News web media Uttarakhand : मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) ने 2023 के लिए काउंसलिंग का शेड्यूल जारी कर दिया है। ऐसे में जो अभ्यर्थी नीट यूजी की परीक्षा में सफल हुए हैं वे एमबीबीएस और बीडीएस में प्रवेश के लिए 20 जुलाई से रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। MCC की आधिकारिक वेबसाइट https://mcc.nic.in/ पर पूरा काउंसलिंग शेड्यूल दिया गया है। पहले चरण का रजिस्ट्रेशन और फीस भुगतान 20 जुलाई से 25 जुलाई तक किया जाएगा। जबकि चॉइस लॉकिंग सुविधा 22 से 26 जुलाई के बीच आयोजित की जाएगी। पहले सीट आवंटन की प्रक्रिया 28 और 20 जुलाई को होगी, जिसके बाद रिजल्ट जारी किया जाएगा। रिजल्ट की घोषणा 29 जुलाई को की जाएगी।

जिन उम्मीदवारों ने NEET UG 2023 में अपनी कैटेगरी के लिए कट-ऑफ अंक के बराबर या उससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं, वे काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र हैं. सामान्य श्रेणी के छात्रों के लिए, उम्मीदवार का स्कोर 50वें परसेंटाइल में होना चाहिए, जबकि एससी/एसटी/ओबीसी उम्मीदवारों के लिए 40वें पर्सेंटाइल में स्कोर होना चाहिए. हालांकि कुछ राज्यों ने मेडिकल एडमिशन के लिए NEET स्कोर और अन्य पात्रता शर्तों के आधार पर ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है. NEET काउंसलिंग अखिल भारतीय कोटा (15 प्रतिशत सीटें) और राज्य कोटा (85 प्रतिशत) के लिए अलग से आयोजित की जाती है.

NEET UG 2023 ऐसे चेक करें शेड्यूल

  • एमसीसी की आधिकारिक वेबसाइट mcc.nic.in पर जाएं।
  • होम पेज पर NEET UG 2023 काउंसलिंग लिंक पर क्लिक करें।
  • आवश्यक विवरण दर्ज करें और सबमिट पर क्लिक करें।
  • अब खाते में लॉग इन करें और आवेदन पत्र भरें।
  • आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
  • अब सबमिट पर क्लिक करें और पेज डाउनलोड करें।
  • आगे की आवश्यकता के लिए इसकी एक हार्ड कॉपी अपने पास रखें

एमसीसी 20 जुलाई, 2023 से अखिल भारतीय कोटा (15%)/ डीम्ड/केंद्रीय विश्वविद्यालयों/ सभी एम्स संस्थानों/ जिपमर (पुडुचेरी और कराईकल) के लिए सीटों के काउंसलिंग और आवंटन के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करेगा।

 

दून से चलने वाली ये चार ट्रेनें हुई रद्द17 जुलाई तक

News web media Uttarakhand : भारी बारिश का असर ट्रेनों के समय और संचालन पर पड़ रहा है। रेल पटरियों पर पानी भरने से देहरादून से चलने वाली चार ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। बारिश के कारण विभिन्न स्टेशनों पर जलभराव होने के चलते देहरादून से चलने वाली चार ट्रेनें 17 जुलाई तक रद रहेंगी।

इसके साथ ही 15 जुलाई को मुज्जफरपुर जाने वाली राप्ती गंगा रद्द रहेगी। इसके साथ ही देहरादून काठगोदाम नैनी जनशताब्दी एक्सप्रेस 16 जुलाई तक रद्द रहेगी। जबकि देहरादून-सहारनपुर पैसेंजर का संचालन देहरादून नहीं हरिद्वार से किया गया। देहरादून से चलने वाली देहरादून काठगोदाम एक्सप्रेस, देहरादून वाराणसी जनता एक्सप्रेस, देहरादून दिल्ली मसूरी एक्सप्रेस और देहरादून सूबेदारगंज लिंक एक्सप्रेस 17 जुलाई तक रद्द रहेगी।

इसके साथ ही देहरादून अमृतसर लाहौरी एक्सप्रेस लक्सर आउटर लाइन से जाएगी। इसके अलावा उपासना एक्सप्रेस देहरादून से रद्द कर दी गई है। इस ट्रेन का संचालन नजीबाबाद और रूड़की तक ही किया जाएगा। इसके साथ ही देहरादून नई दिल्ली जनशताब्दी भी 15 जुलाई को भी रद्द रहेगी।

देहरादून से आनंद विहार टर्मिनल के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस, देहरादून नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस, देहरादून कोटा नंदा देवी एक्सप्रेस, देहरादून अमृतसर लाहौरी एक्सप्रेस और इंदौरी एक्सप्रेस का संचालन जारी रहेगा। ये ट्रेनें लक्सर के बाहर से होकर गुजरेंगी।

सफलतापूर्वक कक्षा में पहुंचा चंद्रयान-3, चांद पर लहराएगा तिरंगा

News web media Uttarakhand : भारत ने आज अंतरिक्ष में नया परचम लहरा दिया है। आँध्रप्रदेश के श्री हरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान 3 ने सफल उड़ान भर ली है। चंद्रयान-3 ने दोपहर 2:35 बजे चंद्रमा की ओर उड़ान भरा। चंद्रयान-3 के जरिए इसरो की कोशिश चंद्रयान-2 के अधूरे मिशन को पूरा करने की हैं। 24 से 28 अगस्त के बीच चंद्रयान-3 के चांद पर उतरने की प्रक्रिया शुरू होगी। यह मिशन करीब 50 दिन की यात्रा के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंड करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शुभकामनाएं दीं और कहा कि आज का दिन सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा।

जानकारी के लिए आपको बता दे कि चंद्रयान 3 पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा की भू विज्ञान का पता लगाएगा। 3900 किलोग्राम के अंतरिक्ष यान को पहले यूआर राव सैटलाइट केंद्र में रॉकेट के पेलोड फेयरिंग यानी ऊपरी हिस्से में डाला गया और फिर इस रॉकेट के निचले हिस्से से जोड़ने के लिए ले जाया गया। यह हिस्सा इस पृथ्वी की कक्षा के बाहर धकेल देगा और इस पृथ्वी से लगभग 3 लाख 84000 किलोमीटर दूर चंद्रमा की ओर ले जाएगा।

चंद्रयान-3 सतीश धवन स्पेस पोर्ट के दूसरे लॉन्च पैड से छोड़ा जाएगा। यहां से अब तक 24 लॉन्च हो चुके हैं। ये लॉन्च पैड भारी सैटेलाइट्स और रॉकेट्स के लिए है। इस मिशन की जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं और इसको लांच करने का काउंटडाउन शुरू हो गया है। इस मिशन का पूरा बजट 651 करोड़ रुपए का है। अगर दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिग होती है, तो भारत दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला विश्व का पहला देश बन जाएगा।

 

हरिद्वार में उमड़ा कांवड़ियों का सैलाब, कल है श्रावण शिवरात्रि

News web media Uttarakhand :  उत्तराखंड में एक सप्ताह से रुक-रुककर हो रही भारी वर्षा के बीच गुरुवार को कुंभनगरी में शिवभक्तों का सैलाब ही उमड़ आया। बाइकर्स कांवड़ यात्रियों की संख्या ने तो होश ही उड़ा दिए। बिना साइलेंसर वाली बाइकों पर लाखों की संख्या में बाइकर्स कांवड़ यात्री हरिद्वार के आसपास मौजूद हैं। मेला क्षेत्र की सभी पार्किंग भरी हुई हैं। दिल्ली-हरिद्वार हाईवे पर डाक कांवड़ के बड़े वाहन और झांकियों के साथ भोले के भक्त गंगा जल लेकर दौड़ रहे हैं। वहीं, अंदरूनी मार्गों पर बाइकर्स कांवड़ यात्रियों की भीड़ से कई जगहों पर जाम के हालात बने हुए हैं। पुलिस के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को गंगा जल भरकर रवाना हुए 68.70 लाख कांवड़ यात्रियों के साथ मेले में अभी तक 3.28 करोड़ शिवभक्त पहुंच चुके हैं।

कांवड़ शुरू होने के बाद बड़ी संख्या में कांवड़िये हरिद्वार पहुंचे हैं। भारी भीड़ से बिरला पुल और चंडी घाट के बीच भगदड़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। हरकी पैड़ी और आस-पास के क्षेत्रों में पैर रखने तक की जगह नहीं है। कांवड़िये हाईवे से होते हुए दोपहिया वाहन वाले कांवड़िएये शहर के अंदर आने का प्रयास करते हैं। जिसको लेकर पुल जटवाड़ा, सिंहद्वार चौक, प्रेमनगर आश्रम चौक, ऋषिकुल, शंकराचार्य चौक, पंतद्वीप, खड़खड़ी सूखी नदी, डामकोठी आदि स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई है। जिन पर कांवड़ियों को रोक दिया जा रहा है।

सावन शिवरात्रि तिथि और समय

ज्योतिषाचार्य ओम प्रकाश शास्त्री के अनुसार 14 जुलाई को 7:18 बजे से त्रयोदशी तिथि का आरंभ होगा और 15 जुलाई को रात को 8: 33 बजे तक रहेगी। इसके बाद चतुर्दशी तिथि आरंभ होगी। महाशिवरात्रि का अभिषेक करना चाहते हैं तो निशीथ काल में करना शुभ रहेगा। रात 12-07 से 12:48 बजे तक रहेगा। इस बार सावन शिवरात्रि का व्रत 15 जुलाई को किया जाएगा। इस दिन बहुत ही शुभ वृद्ध योग और त्रयोदशी तिथि भी है। ऐसे में इस बार की शिवरात्रि और भी उत्तम और शुभ रहने वाली है।

कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति बने पूर्व छात्र प्रोफेसर दीवान सिंह रावत

News web media Uttarakhand :  कुमाऊं विश्वविद्यालय के नए कुलपति दिल्ली विश्वविद्यालय के सीनियर प्रोफेसर डॉ. दीवान सिंह रावत होंगे। इसके लिए राजभवन ने बुधवार को आदेश जारी कर दिए हैं। आने वाले तीन सालों तक प्रो. रावत इस जिम्मेदारी को संभालेंगे।

प्रोफेसर डॉ. दीवान सिंह रावत ने कुमाऊं विश्वविद्यालय से ही पढ़ाई की है। उन्होंने कुमाऊं विवि से स्नातक, परास्नातक की पढ़ाई की है। विवि के कुलाधिपति एवं राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने उन्हें इस पद पर तैनात किया है।बता दें कि प्रो. रावत ने कुमाऊं विवि से वर्ष 1989 में स्नातक, 1991 में परास्नातक किया। जिसके बाद उन्होंने मेडिसिनल केमिस्ट्री में सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट लखनऊ और कुमाऊं विवि से पीएचडी की। इसके साथ ही उन्होंने इंडियाना यूनिवर्सिटी और परड्यू यूनिवर्सिटी यूएसए से पोस्ट डॉक्टरल फैलो की है।

प्रो. रावत को इंडियन सोसाइटी ऑफ केमिस्ट एंड बायोलॉजिस्ट ने गत वर्ष आईएससीबी एक्सीलेंस अवार्ड इन ड्रग रिसर्च से नवाजा गया था। इसके साथ ही प्रो. रावत को ग्लोबल रिसर्च अवार्ड, यंग साइंटिस्ट अवार्ड, सीएसआरआई यंग रिसर्चर अवार्ड सहित 15 से ज्यादा अवॉर्ड मिल चुके हैं। इसके साथ ही अब तक उनके 165 रिसर्च पेपर पब्लिश हो चुके हैं।

114 प्रोफेसरों ने किया था आवेदन
कुमाऊं विवि नैनीताल के कुलपति पद के लिए के चयन को शासन ने सर्च कमेटी गठित की थी, जिसके पास 114 आवेदन आए थे। इनमें से सर्च कमेटी ने पांच नामों की सिफारिश राजभवन को की थी। राजभवन में पांचों दावेदारों से राज्यपाल ने अलग-अगल पारस्परिक वार्तालाप किया। उनसे विवि से संबंधित उनके विजन, रणनीति और विचारों को जाना। वार्तालाप के बाद उन्होंने प्रो. रावत का चयन किया है। राजभवन के मुताबिक, पूरी प्रक्रिया की पारदर्शिता और शुचिता सुनिश्चित करने के लिए वार्तालाप की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई। इससे पहले हुए वार्तालाप की भी रिकॉर्डिंग की जाती रही है।