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दिवाली के बाद लगा महंगाई का झटका, कमर्शियल सिलेंडर की कीमते बढ़ी

News web media Uttarakhand : दिवाली के तुरंत बाद देश की जनता को महंगा का झटका लगा है. दरअसल, दिवाली के अगले ही दिन यानी आज (शुक्रवार) को तेल कंपनियों ने एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में इजाफा कर दिया. हालांकि, 1 नवंबर को सरकारी तेल कंपनियों ने कर्मशियल गैस सिलेंडर की कीमतों में इजाफा हुआ है. जबकि घरेलू गैस सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

शुक्रवार को 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में 62 रुपये की बढ़ोतरी की गई. इसके बाद 19 किग्रा वाला कमर्शियल गैस सिलेंडर बढ़कर 1802 रुपये का हो गया. फिलहाल पिछले कुछ महीनों से घरेलू गैस सिलेंडर के दाम स्थिर बने हुए हैं.

शादी और त्योहारी सीजन में कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में हुए इजाफे के बाद आम लोगों की जेब पर असर पड़ना लाजिमी है. क्योंकि व्यावसायिक गैस सिलेंडर का इस्तेमाल शादियों में खाना बनाने और रेस्टोरेंट, होटल आदि में किया जाता है. ऐसे में शादी वाले परिवार पर इसका थोड़ा ही सही लेकिन असर जरूर देखने को मिलेगा.

शुक्रवार को तेल कंपनियों ने 19 किग्रा वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में 62 रुपये का इजाफा किया. इसके बाद दिल्ली में 19 किग्रा वाला सिलेंडर 1802 रुपये का हो गया. जबकि पहले इसकी कीमत 1740 रुपये थी. इसी के साथ तेल कंपनियों ने 5 किग्रा वाले गैस सिलेंडर की कीमतों में भी 15 रुपये की बढ़ोतरी की गई.

शिंदे का बड़ा खुलासा, सीएम की कुर्सी के लिए कांग्रेस के साथ ठाकरे ने किया गठबंधन

News web media Utttarakhand : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे को लेकर बड़ी बात कह दी है. न्यूज एजेंसी के सवालों का जवाब देते हुए शिंदे ने कहा कि सिर्फ मुख्यमंत्री बनने के लिए ठाकरे ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था. आगे बोलते हुए शिंदे ने कहा कि जब प्रदेश में महाविकास अघाड़ी की सरकार थी, उसमें मैं भी था. कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाना बाला साहेब ठाकरे के आदर्शों के खिलाफ थी.

हमने उद्धव ठाकरे को बहुत समझाया कि कांग्रेस से दूर रहो, लेकिन वह नहीं माने. कांग्रेस के साथ आने के बाद पार्टी का काफी नुकसान हो रहा था और इसी वजह से शिवसेना दो गुटों में टूट गई. हमने प्रदेश में तख्तापलट कर दिया और प्रदेश में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई.

वहीं, शिंदे ने यह भी कहा कि वह लोगों के बीच जाकर उनकी बात सुनने में भरोसा करते हैं. एक आम आदमी की तरह जनता की जरूरतों को प्रत्यक्ष रूप से समझने के महत्व पर जोर देते हुए शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार गूंगी और बहरी नहीं है.

हमने जनता के लिए इन 2 सालों में काम किया है और आगे भी करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने बाबा सिद्दीकी हत्या केस पर कहा कि सरकार और गृह विभाग इसकी जांच कर रही है और इसकी जड़ तक पहुंचेगी. इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाएगा. बता दें कि बीते दिन ठाकरे गुट के नेता अरविंद सावंत ने शिंदे गुट के नेता शाइना एनसी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. जिस पर प्रदेश में जमकर सियासी बयानबाजी हो रही है.

अरविंद सावंत ने शाइना के लिए माल शब्द का इस्तेमाल किया था. जिसे लेकर शाइना ने उनके खिलाफ एक महिला पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर 1 नवंबर को पुलिस में एफआईआर भी दर्ज करवाई है. महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटें हैं. जिस पर 20 नवंबर को मतदान होना है. 23 नवंबर को चुनावी नतीजों की घोषणा की जाएगी.

सीएम धामी का राज्य कर्मचारियों को दिवाली गिफ्ट, इतना बढ़ाया महंगाई भत्ता

News web media Uttarakhand : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य सरकार के कर्मचारियों को धनतेरस के मौके पर महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी और तदर्थ बोनस देने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासन ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं.

राज्य सरकार ने 14 मार्च, 2024 को एक आदेश जारी किया था, जिसके तहत 7वें वेतनमान के सरकारी कर्मचारियों को 1 जनवरी, 2024 से 50% महंगाई भत्ता देने की मंजूरी दी थी. इसके बाद भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के एक आदेश के अनुसार इसे 1 जुलाई, 2024 से बढ़ाकर 53% कर दिया है. ये भत्ता सभी नियमित, पूर्णकालिक, कार्यप्रभारित कर्मचारी और UGC से जुड़े पदाधिकारियों को मिलेगा.

सीएम धामी ने दीपावली पर्व पर प्रदेशवासियों को दी 130 नई बसों की सौगात

News web media Utttarakhand : सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि रविवार उत्तराखंड परिवहन निगम के बेड़े में 130 नई बसों को शामिल कर राज्य के विकास में एक और महत्वपूर्ण कड़ी जुड़ रही है. आधुनिक तकनीक से युक्त नई बसें हमारे राज्य के परिवहन तंत्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होंगी. ये बसें न केवल यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और किफायती यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगी, बल्कि प्रदेश की आर्थिक, सामाजिक और पर्यटन गतिविधियों में भी नई ऊर्जा का संचार भी करेंगी. उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की भौगोलिक परिस्थितियां अन्य राज्यों की तुलना में चुनौतीपूर्ण हैं. राज्य के दुर्गम और सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र बुनियादी सुविधाओं के लिए हमारे परिवहन नेटवर्क पर ही निर्भर हैं.

सीएम धामी ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र उत्तराखण्ड की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं. ऐसे में प्रभावी परिवहन तंत्र न केवल यात्रियों की सुविधा के लिए अति-आवश्यक है, बल्कि आर्थिक विकास में भी अपना योगदान देता है. राज्य के हर कोने को बेहतर सड़क नेटवर्क और विश्वसनीय परिवहन सेवाओं से जोड़ना हमारा संकल्प है. उन्होंने कहा कि सरकार उत्तराखंड परिवहन निगम को मजबूती प्रदान करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है. जहाँ कुछ वर्ष पूर्व तक हमारा परिवहन निगम 500 करोड़ से भी अधिक के घाटे में था. पिछले तीन वर्षों से परिवहन निगम लगातार मुनाफे में है. इसके लिए उन्होंने परिवहन निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के कार्यों की प्रशंसा भी की.

सीएम धामी ने कहा कि इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने के लिए हम आगे बढ़ रहे हैं. आज अनेक क्षेत्रों में उत्तराखण्ड देश की अग्रणी राज्यों की श्रेणी में शामिल है. नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्यों में राज्य को प्रथम स्थान मिला है, इसे बनाये रखना हमारे लिए चुनौती है. राज्य की जीएसडीपी तेजी से बढ़ी है और बेरोजगारी दर घटी है.

जल्द ही बस बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों का भी समावेश किया जायेगा. सरकार अपने चालक-परिचालकों की समस्याओं से भी भलीभांति परिचित है. इसके लिए चाहे डीए में बढ़ोतरी हो, 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करना हो या निगम में भर्तियों के माध्यम से मैन-पावर की समस्या का समाधान करना हो, हम पूरी प्रतिबद्धता के साथ उनके कल्याण के लिए कार्य कर रहे हैं. इस दीपावली के अवसर पर सेवाएं देने वाले चालकों, परिचालकों और तकनीकी कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि देने का भी फैसला किया गया है.

विधायक विनोद चमोली ने कहा कि सीएम धामी के नेतृत्व में एक ही बार में बसों के बेड़े में 10 प्रतिशत की वृद्धि राज्य के लिए एक बड़ी सौगात है. इससे जहां लोगों का आवागमन सुगम होगा वहीं लोगों को अपनी विरासत से जोड़ने का कार्य मुख्यमंत्री ने किया है. उन्होंने कहा कि परिवहन निगम को और फायदे में लाने के लिए निरंतर प्रयास जरूरी है. आईएसबीटी का सौन्दर्यीकरण के साथ ही अतिक्रमण को रोकने के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे.

सीएम धामी ने की न्याय विभाग की समीक्षा बैठक, कोर्ट के मामलों पर ठोस पैरवी की ‘वकालत’

News web media Uttarakhand  : सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में न्याय विभाग से संबंधित विभिन्न विषयों पर आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में राज्य से जुड़े विभिन्न विषयों में ठोस पैरवी की जाए. उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड युवा राज्य है. राज्य के समग्र विकास के लिए हम सबको नई कार्य संस्कृति के साथ आगे बढ़ना है.

सीएम धामी न ने कहा कि न्यायालयों से संबंधित मामलों में कार्यवाही में तेजी लाने के लिए डिजिटल माध्यमों का अधिकतम उपयोग किया जाये. यह सुनिश्चित किया जाए राज्य से जुड़े विभिन्न विषयों पर पैरवी मजबूती के साथ हो. राज्य की विकास यात्रा में सबको सहयात्री बनकर कार्य करना है.

सभी को अपने कार्यों और दायित्वों का पूरे मनोयोग से निर्वहन करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि कार्य संस्कृति में नवाचार जरूरी है, परम्परा से हटकर हमें अभिनव प्रयोग पर अधिक ध्यान दिया जाए.

सीएम धामी ने कहा कि राज्य के जनहित से जुड़े विभिन्न विषयों पर बेहतर पैरवी के लिए शासन और सरकारी अधिवक्ताओं के बीच नियमित समन्वय होना जरूरी है. कार्यों के सफल क्रियान्वयन के लिए परफोर्मेंस आधारित दृष्टिकोण होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि किसी भी कार्यों में सुधार की संभावनाएं हमेशा रहती है, समस्याओं को कम कर समाधान की ओर विशेष ध्यान दिया जाए.

प्रशांत किशोर के मायावती पर गंभीर आरोप, कहा-वो करोड़ों रुपये लेकर वोट देती हैं

News web media Utttarakhand  : बिहार में चार विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर प्रचार अभियान शुरू हो गया है. इस बीच, जन सुराज के सूत्रधार और पार्टी के स्टार प्रचारक प्रशांत किशोर ने शनिवार को अपने प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार शुरू कर दिया. उन्होंने सबसे पहले रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के नुआंव प्रखंड से अपने जनसंवाद कार्यक्रम की शुरुआत की.

प्रशांत किशोर ने बसपा प्रमुख मायावती पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बसपा की विचारधारा के आधार पर यहां के लोग वोट देते आए हैं. लेकिन, जब आपके बच्चे बीमार होते हैं या आप पर कोई संकट आता है, तो न तो मायावती आती हैं और न ही उनके नेता. उन्होंने कहा कि मायावती करोड़ों रुपये लेकर बसपा का टिकट देती हैं. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि करोड़ों रुपये देकर टिकट पाने वाला नेता आपकी चिंता करेगा या मायावती को दिए गए पैसों की.

प्रशांत किशोर ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आने वाले उप-चुनाव में आप अपनी जाति का बंधन तोड़कर अपने बच्चों के भविष्य के लिए, अपने बिहार के भविष्य के लिए वोट करें, ताकि बिहार का कोई युवा जब दूसरे राज्य में जाए, तो उसे कोई बिहारी कहकर गाली न दे.

प्रशांत किशोर ने रामगढ़ में लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आप भाजपा को वोट देंगे, तो याद रखिएगा कि वे सत्ता के लिए वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साथ देंगे. वही मुख्यमंत्री जिन्होंने कोरोना संकट में आपको अपने हाल पर छोड़ दिया. बिहार के बच्चे पूरे देश से पैदल चलकर बिहार पहुंचे, लेकिन आपके मुख्यमंत्री अपने आवास से बाहर तक नहीं निकले. यह चुनाव ऐसे असंवेदनशील मुख्यमंत्री को सबक सिखाने का चुनाव है.

उल्लेखनीय है कि तरारी में सीपीआई के सुदामा प्रसाद, बेलागंज में राजद के सुरेंद्र यादव, इमामगंज में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी और रामगढ़ में राजद के सुधाकर सिंह के लोकसभा पहुंच जाने से ये चारों सीटें खाली हुई हैं. सभी सीटों पर 13 नवंबर को वोटिंग होगी और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे.

त्योहारी सीजन में ट्रेन से सफर करने की सोच रहे तो यहां मिलेगी पूरी जानकारी,नहीं तो पड़ जाएंगे मुश्किल में

News web media Uttarakhand :  त्योहारी सीजन में लोगों के लिए घर जाने के लिए ट्रेन ही सबसे बड़ा सहारा होता है। ऐसे में अभी से लोग दीपावली पर घर जाने के लिए ट्रेन की टिकट बुक करने में जुट गए हैं। धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भैयादूज और छठ पूजा पर लोग घर में त्योहार मनाने के लिए पहुंचते हैं।
ऐसे में रेलवे की ओर से भी त्योहार सीजन की स्पेशल ट्रेन चलाने की प्लानिंग रहती है, जिससे लोगों को सुविधा मिल सके। अगर आप त्योहारों में घर जाने के लिए ट्रेन से टिकट करने की सोच रहे हैं तो ये काम इतना आसान नहीं होगा।
साथ ही राजधानी समेत दूसरे इलाकों से घर के लिए ट्रेन पकड़ने वाले लोगों के लिए स्पेशल ट्रेन की भी सुविधा सिर्फ हरिद्वार से ही मिलेगी। इस बार रेलवे ने हरिद्वार से दो अतिरिक्त ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। एक ट्रेन हरिद्वार-हावड़ा स्पेशल, जबकि दूसरी हरिद्वार से मुजफ्फरपुर के लिए चलाई जाएगी। घर जाने के लिए यात्रियों को हरिद्वार से ही ट्रेन बुक करनी पड़ रही है। देहरादून से कोई स्पेशल ट्रेन नहीं मिलेगी। बता दें कि इससे पहले समर वेकेशन्स के देहरादून को दो स्पेशल ट्रेनें मिलीं थी। इनमें देहरादून से एक ट्रेन 4312 हावड़ा तक तो दूसरी मुजफ्फरपुर तक चलाई गई थी। लेकिन इस बार हरिद्वार से ही स्पेशल ट्रेन संचालित होंगी। अभी से इन ट्रेनों में 150 से ज्यादा वेटिंग है। लोगों को टिकट मिलना मुश्किल हो रहा है।

ये ट्रेनें संचालित
गोरखपुर एक्स. 5006

मुजफ्फरपुर एक्स. 5002

जनता एक्स. 15120

मसूरी एक्स. 14042 20

काठगोदाम एक्स. 14120

लखनऊ वंदेभारत 22546

अमृतसर एक्स. 14631

पिटकुल ने उत्तराखण्ड शासन को प्रदान किया लाभांश के रूप में 11 करोड़ की धनराशि का चेक

News web media Uttarakhand : पिटकुल द्वारा उत्तराखण्ड शासन को लाभांश के रूप में 11 करोड़ की धनराशि का चेक प्रदान किया गया. सीएम पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में 11 करोड़ का लांभांश का चेक प्रबंध निदेशक पिटकुल ने सौंपा.

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड को ऊर्जा प्रदेश बनाने के लिए विद्युत निगमों को पूरी सक्रियता से सहयोगी बनना होगा. राज्य स्थापना की मूल संकल्पना में उत्तराखण्ड को ऊर्जा प्रदेश बनाना था. उन्होंने कहा कि ऊर्जा और वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा लगातार कार्य किये जा रहे हैं.

राज्य सरकार का प्रयास है कि आगामी पांच सालों में उत्तराखण्ड में राज्य की मांग के हिसाब से ऊर्जा का उत्पादन हो. ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तेजी से कार्य किये जा रहे हैं. उन्होंने पिटकुल के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सितम्बर 2024 में पिटकुल के जिन 05 नये उपकेन्द्रों का शिलान्यास किया गया उनके कार्यों में तेजी लाई जाए.

प्रबंध निदेशक पिटकुल पी.सी.ध्यानी ने कहा कि सीएम धामी के मार्गदर्शन में पिटकुल ने गत वर्ष 2022-2023 में रू0 26.99 करोड़ की तुलना में वित्तीय वर्ष 2023-24 में रू0 141.67 करोड़ का लाभ अर्जित किया. विगत 03 वर्षों से उत्तराखण्ड शासन को प्रत्येक वर्ष रू० 5 करोड़ का लाभांश दिया गया था.

उन्होंने कहा कि सीएम धामी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में पिटकुल में विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य किये जा रहे हैं. वर्तमान में पिटकुल की ट्रॉसमिशन उपलब्धता भी 99.70 प्रतिशत है जिसके निर्धारित राष्ट्रीय मानकों 98 प्रतिशत से अधिक होने के फलस्वरूप पिटकुल को प्राप्त होने वाली प्रोत्साहन धनराशि के एक तिहाई भाग को विद्युत टैरिफ में छूट के रूप में सीधे दिये जाने से विद्युत उपभोक्ताओं को लाभ प्राप्त हो रहा है.

अब्बास अंसारी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत, मनी लॉन्ड्रिंग केस में मिली जमानत

News web media Uttarakhand : शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में विधायक अब्बास अंसारी को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी राहत दी है. कोर्ट ने अब्बास अंसारी की जमानत को मंजूरी दे दी है, सुभासपा विधायक को मनी लॉन्ड्रिंग केस और चित्रकूट जेल में अवैध तरीके से पत्नी से मुलाकात मामले में जमानत मिली है. हालांकि गैंगस्टर एक्ट से जुड़े लंबित आरोपों के कारण अभी अब्बास अंसरी जेल से बाहर नहीं निकल पाएंगे. वहीं कोर्ट ने इस बात पर भी जोर दिया है कि अब्बास अंसारी को चल रही जांच में सहयोग करना चाहिए.

विधायक अब्बास अंसारी को न्यायमूर्ति एमएम सुंदरेश और न्यायमूर्ति पंकज मिथल की पीठ ने जमानत दी है. सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले 14 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को नोटिस जारी कर इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली अंसारी की अपील पर जवाब मांगा था, जिसमें उसे जमानत देने से इनकार कर दिया गया था. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 9 मई को अंसारी की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें रिकॉर्ड पर मौजूद सामग्री का हवाला दिया गया था.

कोर्ट ने अपने आदेश में यह भी कहा था कि दो कंपनियों मेसर्स विकास कंस्ट्रक्शन और मेसर्स आगाज के साथ अंसारी के धन के लेनदेन के संकेत हैं. ईडी ने आरोप लगाया कि अंसारी ने धन शोधन के लिए इन कंपनियों का इस्तेमाल किया. ईडी ने पिछले तीन मामलों के आधार पर धन शोधन रोकथाम कानून, 2002 के तहत सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के विधायक अब्बास अंसारी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. उत्तर प्रदेश की मऊ सीट से विधायक अंसारी अभी कासगंज जेल में हैं.

धामी सरकार सख्त: खाने-पीने की चीजों में थूक मिलाने पर कड़ा कानून लाने की तैयारी

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड की धामी सरकार राज्य में खाने-पीने की चीजों में जानबूझकर थूक मिलाने जैसी घृणित हरकतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मुद्दे पर गंभीर रुख अपनाते हुए कहा है कि राज्य सरकार ऐसे कृत्यों को रोकने और अपराधियों को सख्त सजा देने के लिए कड़े कानून बनाएगी.

खाद्य सुरक्षा और नैतिकता पर जोर
धामी सरकार ने हाल के दिनों में विभिन्न घटनाओं के बाद इस मुद्दे पर सख्ती दिखाते हुए कहा कि ऐसे अपराध केवल स्वास्थ्य और स्वच्छता के दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि नैतिक और सांस्कृतिक मानदंडों के खिलाफ भी हैं. मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “खाद्य पदार्थों में थूक मिलाना केवल एक अपराध नहीं है, यह हमारे समाज की नैतिकता और मानवता के खिलाफ एक घृणित हमला है. इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.”

सख्त कानून का प्रस्ताव
धामी सरकार ने राज्य के कानून विभाग को निर्देश दिया है कि वह ऐसे मामलों में कड़ी सजा का प्रावधान सुनिश्चित करे.

इस प्रस्तावित कानून के तहत:

थूक या किसी भी प्रकार की गंदगी को खाने-पीने की चीजों में मिलाने पर कठोर दंड का प्रावधान किया जाएगा.
दोषी पाए जाने पर कड़ी सजा, जिसमें लंबे समय तक की कैद और भारी जुर्माना शामिल हो सकता है.
इस प्रकार की हरकत को जानलेवा अपराध की श्रेणी में भी रखा जा सकता है, क्योंकि यह लोगों के स्वास्थ्य और जीवन के लिए सीधा खतरा है.

सरकार का कदम क्यों जरूरी?
देश के कई हिस्सों में खाने-पीने की वस्तुओं में थूक मिलाने जैसी घटनाओं की रिपोर्ट सामने आई हैं, जिससे न केवल लोगों में भय और आक्रोश फैल रहा है, बल्कि यह भी साबित हुआ है कि यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है. खासकर, कोविड-19 महामारी के बाद स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ी है, और इस तरह की हरकतें समाज में असुरक्षा की भावना को जन्म दे रही हैं.

सख्त सजा से अपराधियों में डर
राज्य सरकार का मानना है कि कठोर कानून और सख्त सजा से इस तरह की हरकतों पर लगाम लगाई जा सकेगी. सरकार के अधिकारियों का कहना है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ त्वरित कानूनी कार्रवाई की जाएगी, और इन्हें जनता के सामने उदाहरण बनाकर पेश किया जाएगा ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की घृणित हरकत करने से पहले सौ बार सोचे.

धामी सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री धामी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत करने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, “उत्तराखंड की जनता की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, और ऐसे असामाजिक तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा. हम सुनिश्चित करेंगे कि राज्य में हर व्यक्ति स्वस्थ, स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण में अपना जीवन जी सके.”