उत्तराखण्ड में तीन मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू किए गए प्रतिबंधों के कारण बेहद सीमित संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए आए। इस वर्ष सरकार ने सभी प्रतिबंध हटा लिए हैं। ऐसे में इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए तैयारियां भी जोरों पर हैं।
रोहणी नक्षत्र और कर्क लग्न में तीन मई को यमुनोत्री धाम के कपाट शुभ मुहूर्त में खुल जाएंगे। वहीं, केदारनाथ के कपाट 06 मई तो बद्रीनाथ के 08 मई कपाट दर्शन के लिए खुल जाएंगे। तीर्थ पुरोहितों ने आज (07 अप्रैल) को यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने का शुभ मुहूर्त निकाला है। पुरोहितों का कहना है कि 03 मई को 12 बजकर 15 मिनट पर कपाट भक्तों के खुलेंगे।
विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट आगामी 3 मई को अक्षय तृतीया के पर्व पर खोल दिए जाएंगे। कपाट खुलने का समय सुबह 11.15 बजे निकाला गया है। 2 मई को मां गंगा अपने शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से डोली में सवार होकर दोपहर 12:15 पर गंगोत्री धाम के लिए रवाना होंगी और मार्कंडेय मंदिर, देवी मंदिर होते हुए रात्रि विश्राम के लिए भैरव घाटी पहुंचेंगी। जहां भैरव मंदिर में ही रात्रि विश्राम करेंगी। अगले 3 तीन मई को मां गंगा की डोली यात्रा सुबह 5:30 पर गंगोत्री धाम के लिए रवाना होगी। जहां गंगोत्री धाम पहुंचने पर सर्व प्रथम गंगा लहरी, गंगा सहस्त्रनाम के पाठ व हवन पूजन तथा गंगा आरती करने के बाद शुभ मुहूर्त पर ठीक 11:15 मिनट पर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जायेंगे।
केदारनाथ मंदिर के कपाट 6 मई को खुलेंगे। श्रद्धालुओं के लिए 6 मई 2022 को सुबह 6 बजकर 25 मिनट अमृत बेला पर मंदिर के कपाट खुलेंगे। ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से 2 मई को बाबा केदारनाथ की डोली केदार धाम के लिए प्रस्तान करेगी। 2 मई को डोली गुप्तकाशी, 3 मई को फाटा, 4 मई को गौरीकुंड पहुंचेगी। यहां रात्रि विश्राम होगा. केदारनाथ की डोली 5 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी। इसके बाद 6 मई को सुबह 6.25 बजे केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।
बद्रीनाथ धाम के कपाट इस साल 8 मई को खुलेंगे। शास्त्रों के मुताबिक विधि-विधान से 8 मई की सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर बद्रीनाथ धाम के कपाट खुल जाएंगे। मंदिर के कपाट खुलने के बाद श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम पहुंचकर दर्शन-पूजन कर सकेंगे।
मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में कहा कि यात्रा को सुगम व सुरक्षित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। चारधाम यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जाए। हर जगह विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित की जाए। मार्गो पर दुर्घटना रोकने के लिए क्रैश बैरियर और साइनेज की व्यवस्था की जाए। पर्वतीय मार्गो पर यातायात प्रबंधन और पार्किंग पर विशेष ध्यान दिया जाए तथा नए पार्किंग स्थल विकसित किए जाएं।
उन्होंने चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर बढ़ाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वेबसाइट और मोबाइल एप भी विकसित किए जाएं, ताकि यात्रियों के रजिस्ट्रेशन में अधिक समय न लगे। उन्होंने सड़क चौड़ीकरण के कारण खराब हुए हैंडपंप को फिर से दुरुस्त कर इस्तेमाल योग्य बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मोबाइल एप पर यात्रा के साथ ही मौसम की जानकारी भी दी जाए और इसका उचित प्रचार-प्रसार किया जाए।