राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेश बिक्रम सिंह के अनुसार, मंगलवार को राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। राज्य के मैदानी क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की से बहुत हल्की बारिश हो सकती है। 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है। देहरादून और मसूरी में सुबह के समय बादल छाये रहने और शाम के समय हल्की बारिश हो सकती है, जिससे अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री की कमी आ सकती है।
उत्तराखंड में चार से सात जनवरी तक मौसम बदलने जा रहा है। दस दौरान 2200 मीटर तक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। जबकि, पांच और छह के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं राज्य के मैदानी क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, चार जनवरी को 2500 मीटर या उससे अधिक ऊंचाई वाले इलाकों और पांच जनवरी को राज्य के 2200 मीटर तक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। सात जनवरी को पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश और 2500 मीटर की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ गिर सकती है। पांच और छह जनवरी को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिलों को लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। देहरादून में मंगलवार शाम को हल्की बारिश हो सकती है।
मंगलवार से उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ समेत आसपास के पहाड़ी इलाकों में हिमपात और हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार समेत आसपास के मैदानी इलाकों में कोहरा व पर्वतीय क्षेत्रों में पाला पडऩे से सड़कों पर आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रमुख शहरों का तापमान
शहर, अधिकतम, न्यूनतम
देहरादून, 22.4- 5.9
मसूरी, 11.6- 4.3
नैनीताल, 10.3-1.4
हरिद्वार, 22.8- 5.3
औली, 09.1- 0.7
पंतनगर, 21.2- 4.3
मुक्तेश्वर, 13.9-4.2
टिहरी, 15.3-4.7
मौसम विभाग के अनुसार, 2200 मीटर की ऊंचाई से अधिक के इलाकों में मध्यम बर्फबारी होने से सड़कें बाधित हो सकती है। विद्युत एवं दूरसंचार लाइनों को मामूली नुकसान पहुंच सकता है। कम तापमान, सर्द हवाएं ठंड बढ़ा सकती हैं। कमजोर लोग, बुजुर्ग, शिशुओं व बीमार लोगों के लिए ठंड मुसीबत का सबब बन सकता है। मौसम विभाग ने राज्य सरकार व जिला प्रशासन से ठंड, बर्फबारी से निपटने के लिए एहतियाती उपाय करने का सुझाव दिया है। लोगों को भी बर्फबारी वाले इलाकों में वाहनों से चलते वक्त सावधानी व पर्याप्त इंतजाम रखने को कहा गया है।
राज्य में पड़ रही कड़ाके की ठंड का सबसे ज्यादा असर पहाड़ों पर पड़ रहा है। आलम ये है कि यहां पानी जम रहा है, जिसे पिघला कर लो अपना काम चला रहे हैं। इसके साथ ही सड़कों पर जमा पाला भी मुसीबत का सबब बनता जा रहा है। किसी तरह से लोग अपनी दिनचर्या को ढर्रे पर ला रहे हैं।
मौसम विभाग ने कहा है कि, बर्फबारी के कारण सड़कें बंद हो सकती हैं। विद्युत एवं दूरसंचार लाइनों को नुकसान पहुंच सकता है। राज्य सरकार और जिला प्रशासन को ठंड, बर्फबारी से निपटने के लिए एहतियाती उपाय करने का सुझाव दिया गया है।