उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों की समीक्षा करने पहुंचे मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा के सामने सियासी दलों ने चुनाव खर्च की सीमा बढ़ाने का मुद्दा उठाया। साथ ही बोलो और डोर टू डोर प्रचार के लिए कार्यकर्ताओं की सीमित संख्या का राइडर हटाने की मांग की।
आयोग के दल ने सियासी दलों के प्रतिनिधियों से कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए चुनाव प्रचार में कोविड-19 गाइडलाइन का कढ़ाई से पालन करने का अनुरोध किया।
बृहस्पतिवार को भाजपा की ओर से प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल विधायक विनोद चमोली अधिवक्ता और चुनाव मामलों के प्रभारी राजीव शर्मा बंटू व पुरुषोत्तम कंडवाल मुख्य चुनाव आयोग से वार्ता की। सीईसी ने पार्टी प्रतिनिधियों से शांतिपूर्ण निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव कराने में अपना पूर्ण सहयोग देने की अपील की।
भाजपा नेताओं ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया कि वह चुनाव खर्च की सीमा लोकसभा चुनाव के अनुपात में बढ़ाने पर विचार करें। उन्होंने चुनाव प्रचार से जुड़े सामग्री व वस्तुओं की दरों मैं कमी करने का अनुरोध किया। उनका कहना था कि रोड शो 5 गाड़ियों की सीमा को बढ़ाया जाना चाहिए। पार्टी ने पड़ोसी राज्यों की सीमा को पूरी तरह से सील करने की आवश्यकता भी जताई। हाथ में डोर टू डोर प्रसाद में प्रत्याशी के साथ 5 से अधिक कार्यकर्ताओं के बंदिश को भी हटाने का अनुरोध किया।