उत्तराखंड की सीमाओं पर लगेंगे अब हाईटेक कैमरे। ऑनलाइन ही मालिक के पास चालान चला जाएगा। उत्तराखंड आने वाले वाहनों की निगरानी अब हाइटेक कैमरों से होगी। इसके लिए परिवहन विभाग पहले चरण में पांच चेकपोस्टों पर एएनपीआर कैमरे लगाने लगाने जा रहा है। इन कैमरों की मदद से यदि वाहन का टैक्स जमा नहीं है या वाहन के कागजातों में कुछ और कमी है तो ऑटोमेटिक चालान कट जाएगा। इसका संदेश वाहन मालिक के मोबाइल नंबर पर चला जाएगा।
उत्तराखंड में दूसरे राज्यों की सीमा पर परिवहन विभाग की करीब बीस चेकपोस्ट थीं। यहां पर बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों को रोककर उनके कागजात चेक किए जाते थे। लेकिन इसी महिने एक दिसंबर को विभाग ने सभी चेकपोस्ट खत्म कर यहां तैनात स्टाफ को आरटीओ और एआरटीओ दफ्तरों में शिफ्ट कर दिया था। तब से बाहरी राज्यों के वाहन बिना जांच पड़ताल के राज्य में आ रहे हैं। ऐसे में परिवहन विभाग अब वाहनों की चेकिंग के लिए हाईटेक तकनीकी का इस्तेमाल करने जा रहा है। इसके लिए चेकपोस्ट पर एएनपीआर कैमरे लगाए जा रहे हैं। जिन चेकपोस्टों पर यह कैमरे लगाए जाएंगे उनमें आशारोड़ी, कुल्हाल, नारसन, चिड़ियापुर शामिल हैं। आरटीओ (प्रवर्तन) देहरादून सुनील शर्मा ने बताया कि चेकपोस्ट पर चालान के लिए हाईटेक कैमरे लगाए जाने हैं। पहले चरण में पांच चेकपोस्ट लगाए जा रहे हैं। इसमें ऑनलाइन ही मालिक के पास चालान चला जाएगा।
चेकपोस्टों पर एएनपीआर कैमरा लगाने में भारी खर्चा आ रहा है। एक चेकपोस्ट पर करीब 40 लाख रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा 20 लाख रुपये कंट्रोल रूम बनाने में लगेंगे। इसीलिए परिवहन विभाग चरणबद्ध तरीके से चेकपोस्टों पर कैमरे लगा रहा है।
प्रदेश में ये थी आरटीओ चेकपोस्ट
कुल्हाल, मंगलौर, आशारोड़ी, रुद्रपुर, बाजपुर, ठाकुरद्वारा, चिड़ियापुर, इकबालपुर, तिमली, पुलभट्टा, मझोला, सितारगंज, कौड़िया, नादेही, जसपुर, दोराहा, बनबसा, त्यूनी, मेघालघाट आदि।