आज से देहरादून में अंतरराष्ट्रीय सेब महोत्सव, उत्तराखंड के सेब को नई पहचान मिलेगी

देहरादून :-  उत्तराखंड के सेबों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने के लिए तीन दिवसीय (24 से 26 सितंबर) अंतरराष्ट्रीय सेब महोत्सव (संगोष्ठी और प्रदर्शनी) का शुभारंभ आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यहां रेंजर ग्राउंड में करेंगे। इसका आयोजन आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत उद्यान विभाग कर रहा है। महोत्सव में अदानी ग्रुप समेत टर्की, नाइजीरिया समेत कई देशों की कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। इससे उत्तराखंड के सेब को मार्केटिंग के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।

कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि इस महोत्सव के माध्यम से सरकार का उद्देश्य है कि राष्ट्रीयस्तर पर उत्तराखंड के सेब को नई पहचान मिल सके। इसमें उत्तराखंड समेत हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के प्रगतिशील किसान उत्पादों को प्रदर्शित करेंगे। महोत्सव में प्रतियोगिता भी होंगी। इसमें सेब और उससे तैयार होने वाले उत्पाद, पैकेजिंग भी शामिल हैं।

उत्तराखंड में औद्यानिकी फसलों का सालाना 3250 करोड़ रुपये का कारोबार है। 25785 हेक्टेयर भूमि पर सेब का उत्पादन होता है। प्रतिवर्ष 62 हजार मीट्रिक टन से अधिक उत्पादन होता है। राज्य में औद्यानिकी फसलों के तहत 2.96 लाख हेक्टेयर क्षेत्र है।4.50 लाख किसान औद्यानिकी फसलों का उत्पादन करते हैं। उत्तरकाशी सेब उत्पादन में अग्रणी जिला है।

जम्मू-कश्मीर और हिमाचल के सेबों को सबसे बेहतर सेब के रूप में पहचान मिली है। देश ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ही इसकी बेहद ज्यादा डिमांड है. खास बात ये है कि उत्तराखंड के आराकोट बंगाण, हर्षिल समेत दूसरे क्षेत्रों में भी बेहतर क्वालिटी के सेब का उत्पादन किया जाता है, लेकिन यहां के सेबों को इस रूप में पहचान नहीं मिल पाई है। इसी बात को समझते हुए उत्तराखंड उद्यान विभाग ने भी प्रदेश के सेब को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रयास शुरू किए हैं, इस दिशा में देहरादून में होने जा रहा अंतरराष्ट्रीय सेब महोत्सव बेहद खास है, तीन दिवसीय इस सेब महोत्सव में सेबों की कई किस्में लोगों को देखने को मिलेगी।

उत्तराखंड का सेब हिमाचल की ब्रांडिंग
आज भी उत्तराखंड के सेबों को हिमाचल की पेटियों में भरकर बेचा जाता है. उत्तरकाशी और दून के पर्वतीय क्षेत्र में होने वाले सेब हिमाचल की ब्रांडिंग के जरिये बिकते हैं. यानी सेब तो उत्तराखंड का होता है, लेकिन उस पर टैग हिमाचल का लगता है. जिस कारण उत्तराखंड के सेब को पहचान नहीं मिल पाती है.

जिलेवार सेब का उत्पादन
जिला                      क्षेत्रफल         (हेक्टेयर) उत्पादन (मीट्रिक टन)
उत्तरकाशी             9372.59            20529
अल्मोड़ा                1577                   14137
नैनीताल                1242                   9066
देहरादून                 4799                  7342
चमोली                  1064                   3354
पौड़ी                      1123                   3057
पिथौरागढ़             1600                   3012
टिहरी                     3820.34            1910

 

 

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