राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर प्रदेश में भी तैयारियां तेज, सीएम धामी ने दिए ये निर्देश

News web media Uttarakhand : 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर मे भगवान रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा होना है , जिसे लेकर प्रदेश में भी तैयारियां शुरु हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरायणी पर होने वाले कार्यक्रमों को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की थीम पर आयोजित किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही लोगों से दीपोत्सव के साथ ही विभिन्न आयोजन इस अवधि में करने की अपील की।

बता दे की राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है। देवभूमि उत्तराखंड के लोगों में भी इस समारोह को लेकर विशेष उमंग देखने को मिल रही है।

इसी बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि उत्तरायणी को इस बार अयोध्या समारोह की थीम पर आयोजित किया जाए। साथ ही उन्होने लोगों से प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर घरों में दीपोत्सव करने की अपील की। साथ ही कहा कि इस अवधि में कलश यात्राओं के अलावा राम कथा आयोजित करने के साथ ही प्रमुख नदियों के घाटों की साफ-सफाई का अभियान चलाया जाए। इसके अलावा स्कूलों में राम के आदर्शों पर निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं।

अयोध्या में राम मंदिर से सात किमी दूर बनेगा उत्तराखंड का अतिथि गृह, चिह्नित जगह पर सीएम की सहमति

News web media Uttarakhand :  अयोध्या में बनाए जा रहे भगवान राम के भव्य मंदिर के पास ही उत्तराखंड सरकार राज्य अतिथि गृह का निर्माण करेगी। राज्य अतिथि गृह के लिए राज्य सरकार ने जो भूमि चिह्नित की है, वह राम मंदिर से करीब सात किमी की दूरी पर है।

करीब साढ़े तीन किमी की एरियल दूरी पर स्थित चिह्नित स्थान के लिए उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने ले आउट तैयार कर लिया है। इसी ले आउट के मुताबिक राज्य सरकार ने भूखंड का चयन किया है। यूपी सरकार ने सभी राज्यों के अतिथि गृह बनाने के लिए एक ही स्थान तय किया है। राज्य संपत्ति विभाग की एक टीम पिछले दिनों अयोध्या से इस स्थान का निरीक्षण करके लौट आई है।

टीम ने करीब पांच भूखंड देखे हैं, जिनमें से किसी एक भूखंड पर सरकार को अतिथि गृह का निर्माण करना है। सीएम को भूखंड का प्रस्ताव दिखा दिया है। सीएम ने अनुमोदन दे दिया है। उन्होंने भूखंड आवंटन के बाद अतिथि गृह निर्माण के लिए तेजी से काम करने के निर्देश दिए हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अतिथि गृह का निर्माण होने के बाद उत्तराखंड से अयोध्या जाने वाले राज्य के लोगों को सुविधा होगी।

4000 वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा अतिथि गृह

राज्य अतिथि के लिए उत्तराखंड सरकार ने 4000 वर्ग मीटर भूमि की डिमांड की है। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भूमि आवंटन की प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगी। आवंटन से पहले उत्तरप्रदेश आवास विकास परिषद वहां मास्टर प्लान के तहत अवस्थापना तैयार कर रहा है।

जनवरी तक आवंटित हो जाएगी भूमि

राज्य सरकार अपेक्षा कर रही कि जनवरी माह तक उत्तराखंड को भूखंड का आवंटन हो जाएगा। राज्य सरकार को इसके लिए कीमत देनी होगी। चूंकि ले आउट और अवस्थापना के साथ भूखंडों का आवंटन हो रहा, इसलिए इसकी दरें भी सामान्य से अधिक होगी।

भूखंड आवंटन होने के बाद अतिथि गृह के निर्माण की डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। हम जल्द भूमि मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। जिस स्थान पर भूमि चिह्नित की गई है, वहां से अयोध्या के लिए दो मार्ग हैं। पहले करीब साढ़े किमी और दूसरे करीब सात किमी है। अतिथि गृह के लिए सभी राज्यों को एक ही स्थान पर भी भूमि मिलेगी।

 

पीएम ने उमराहा में स्वर्वेद महामंदिर का किया उद्घाटन

News web media Uttarakhand : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काशी दौरे के दूसरे दिन आज प्रदेश की जनता को 19, 150 करोड़ की 37 परियोजनाओं की सौगात देंगे। इसी के साथ पीएम मिशन-2024 का शंखनाद करते हुए बरकी में जनसभा को संबोधित करेंगे। सोमवार को सीएम योगी ने कालभैरव मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे।

पीएम मोदी ने 180 फीट ऊंचे सात मंजिला स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन किया। यह मंदिर दुनिया का सबसे अनोखा मंदिर है। स्वर्वेद महामंदिर की संगमरमरी दीवारों पर स्वर्वेद के चार हजार दोहे लिखे हैं। 19 साल तक लगातार छह सौ कारीगर, दो सौ मजदूर और 15 इंजीनियर की मेहनत आज महामंदिर के पूर्ण स्वरूप में साकार हो चुकी है। हालांकि मंदिर का प्रथम तल ही आम लोगों के लिए खुलेगा और इसे पूरी तरह शुरू होने में दो साल का समय और लगेगा। इसे आज से पीएम नरेंद्र मोदी ने आम जनता को समर्पित किया।

पीएम नरेंद्र मोदी उमरहा पहुंच गए हैं। वे स्वर्वेद महामंदिर में यज्ञ के समापन में शामिल होने के बाद करीब 11:30 बजे एक सार्वजनिक समारोह में इसका उद्घाटन करेंगे।

 

 

भजनलाल शर्मा बने राजस्थान के नए मुख्यमंत्री, दीया और बैरवा ने ली डिप्टी सीएम पद की शपथ

News web media uttarakhand :  भजनलाल शर्मा ने आज से राजस्थान की कमान संभाल ली। राज्यपाल कलराज मिश्र ने जयपुर में अल्बर्ट हॉल के बाहर मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में भजनलाल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। भजनलाल के साथ ही दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया और अशोक गहलोत भी उपस्थित थे।

शपथ समारोह से पहले भजनलाल शर्मा ने सुबह गोविंद देवजी मंदिर में दर्शन किये और टोंक रोड पर पिंजरापोल गोशाला में गायों को चारा खिलाया। उन्होंने अपने दिन की शुरुआत प्रसिद्ध गोविंद देवजी मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ की। परिवार के सदस्यों और समर्थकों के साथ शर्मा बाद में गोशाला पहुंचे। उसके बाद उन्होंने घर पहुंचकर अपने माता-पिता का आशीर्वाद लिया।

हम आपको बता दें कि भजनलाल शर्मा पहली बार विधायक चुने गये हैं। उन्होंने जयपुर की सांगानेर सीट से चुनाव जीता है। 12 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक में शर्मा को विधायक दल का नेता चुना गया था। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नए मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव रखा जिसे विधायक दल ने स्वीकार कर लिया था।

दूसरी ओर, दीया कुमारी की बात करें तो आपको बता दें कि राजस्थान की उपमुख्यमंत्री और जयपुर के पूर्व राजपरिवार की सदस्य दीया कुमारी दो बार विधायक और एक बार सांसद रह चुकी हैं। दीया कुमारी राजसमंद से भाजपा की सांसद थीं और उन्हें विधानसभा चुनाव में जयपुर की विद्याधर नगर सीट से मैदान में उतारा गया था। दीया कुमारी 2013 में सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बनीं थीं। 2019 के लोकसभा चुनाव में वह राजसमंद निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुनी गईं। 51 वर्षीय दीया कुमारी जयपुर के पूर्व राजपरिवार के सवाई भवानी सिंह की बेटी हैं। भवानी सिंह ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में 10वीं पैराशूट रेजिमेंट के पैरा कमांडो के लेफ्टिनेंट कर्नल और कमांडिंग ऑफिसर के रूप में गौरव हासिल किया था। दीया कुमारी कई स्वयंसेवी संगठनों और सामाजिक संगठनों से जुड़ी हुई हैं।

वहीं, राजस्थान के नए उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा दूदू विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। उन्हें पार्टी की राजस्थान इकाई के दलित चेहरे के रूप में देखा जाता है। बैरवा राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से पीएचडी डिग्री धारक हैं। इस विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार बाबूलाल नागर को 35,743 वोटों के अंतर से हराया है।

पीएम मोदी ने अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना की

न्यूज़ वेब मीडिया उत्तराखंड :  सुप्रीम कोर्ट द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करके जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा छीनने और इसे केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र सरकार के फैसले को बरकरार रखने के एक दिन बाद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि शीर्ष अदालत ने अपने फैसले के माध्यम से “एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को मजबूत किया।” फैसले के बाद एक लेख में, पीएम मोदी ने लिखा, “11 दिसंबर को अपने फैसले में, सुप्रीम कोर्ट ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को मजबूत किया है – इसने हमें याद दिलाया है कि जो चीज हमें परिभाषित करती है वह एकता के बंधन और साझा प्रतिबद्धता है। सुशासन के लिए।”

मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने आदेश दिया कि जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने का राष्ट्रपति का 2019 का आदेश वैध था।

शीर्ष अदालत ने कहा कि केंद्र के हर कदम को चुनौती नहीं दी जा सकती और अदालत सरकारी आदेश की वैधता पर फैसला नहीं दे सकती, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “न्यायालय ने अपने फैसले के माध्यम से भारत की संप्रभुता और अखंडता को बरकरार रखा है, जिसकी हर भारतीय सराहना करता है। न्यायालय ने सही कहा कि 5 अगस्त, 2019 को लिया गया निर्णय संवैधानिकता को बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया था।” एकीकरण और विघटन नहीं।” प्रधान मंत्री ने कहा कि “बहुत बुनियादी चीजों पर स्पष्ट स्थिति” लेने के बजाय, देश ने द्वंद्व की अनुमति दी, जिससे भ्रम पैदा हुआ।

उन्होंने कहा “दुख की बात है कि जम्मू-कश्मीर इस तरह की मानसिकता का बड़ा शिकार बन गया। आजादी के समय, हमारे पास राष्ट्रीय एकता के लिए एक नई शुरुआत करने का विकल्प था। इसके बजाय, हमने भ्रमित-समाज दृष्टिकोण को जारी रखने का फैसला किया, भले ही इसका मतलब यह हो दीर्घकालिक राष्ट्रीय हितों की अनदेखी हुई। लेख में प्रधान मंत्री ने यह भी कहा कि “यह हमेशा मेरा दृढ़ विश्वास था कि जम्मू-कश्मीर में जो कुछ हुआ वह हमारे देश और वहां रहने वाले लोगों के साथ एक बड़ा विश्वासघात था”।

यह दावा करते हुए कि 2019 के बाद से भारत के सबसे उत्तरी हिस्से में माहौल अच्छे के लिए बदल गया है, पीएम ने कहा, “आज, लोगों के सपने अतीत के कैदी नहीं हैं बल्कि भविष्य की संभावनाएं हैं। आखिरकार, विकास, लोकतंत्र , और गरिमा ने मोहभंग, निराशा और हताशा का स्थान ले लिया है।”

 

मोदी के न्यू डेस्टिनेशन, उत्तराखंड में बनाए पर्यटन और तीर्थाटन के नए आयाम

News web media uttarakhand : उत्तराखंड की धामी सरकार केदारखंड की तर्ज पर मानसखंड पर फोकस कर रही है। इसके लिए सीएम धामी ने पीएम मोदी से कुमांउ के मंदिर के दर्शन करने का अनुरोध किया। जिससे विश्व मानचित्र पर मानसखंड को नई पहचान मिलने पर मोदी का मैजिक काम कर जाए। इसके लिए कैलाश मानसरोवर यात्रा का विकल्प बनाकर आदि कैलाश यात्रा पर श्रद्धालुओं को आने कान्यौता देने का संदेश दिया। साथ ही जागेश्वर धाम को भी तीर्थाटन का प्रमुख केंद्र बनाने की कोशिश की गई। मोदी ने पिथौरागढ़ के आदि कैलाश और जागेश्वर से पर्यटन और तीर्थाटन के नए आयाम स्थापित करने की कोशिश की। मोदी न पहली बार ऐसे दूरस्थ क्षेत्रों में पहुंचने वाले पीएम बने, बल्कि वहां के स्थानीय वेशभूषा, रहन सहन, पूजा पाठ सभी को पास से देखा और खुद भी उसे फॉलो किया।
मोदी ने केदारखंड के बाद अब मानसखंड को मानचित्र में खींचने के लिए ताकत झौंक दी है। जिससे पर्यटन और रोजगार के नए साधन विकसित हो सकें। कैलाश यात्रा और कुंमाउ के मंदिर, तीर्थ स्थलों को नई पहचान मिल सके, मोदी ने इसके लिए अपनी पूरी यात्रा का आयोजन किया। इस यात्रा में मोदी काफी हद तक सफल भी रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उत्तराखंड में पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा की यात्रा लोकसभा चुनाव से पहले इस साल की आध्यात्मिक के साथ ही भाजपा के लिए राजनीतिक रंग देने में भी पूरी तरह से सफल रही है। पीएम मोदी ने सीएम धामी और उनकी टीम की भी तारीफ की।

साथ ही पिथौरागढ़ से लोकसभा चुनाव का शंखनाद किया। मोदी ने जिन 5 अहम मुद्दों का जिक्र किया, वो सभी भाजपा के लिए 2024 में अहम चुनावी मुद्दे बनने जा रहे हैं। बॉर्डर और सीमांत गांव में विकास कार्य के जरिए मोदी ने ये संदेश देने की कोशिश की कि उनकी सरकार की सोच पुरानी सरकारों से कैसे अलग है। मोदी ने ये ऐलान किया कि वे बॉर्डर तक ट्रेन पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।

छात्रों ने क्लैट एग्जाम में लहराया परचम, जय कुमार बोहरा- पहला ऑल इंडिया रैंक हासिल किया

न्यूज़ वेब मीडिया उत्तराखंड :  देश के 24 राष्ट्रीय विधि  विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले  क्लैट 2024 का परिमाण रविवार 10 दिसंबर 2023 को घोषित  लॉ प्रेप ट्यूटोरियल के जय कुमार  बोहरा 118  में से 108 अंक प्राप्त कर  जनरल केटेगरी से ऑल इंडियन फर्स्ट रैंक हासिल कर देश भर का नाम रोशन किया ।  लॉ प्रेप ट्यूटोरियल से तैयारी कर इस मुकाम को हासिल किया ।  जय ने अपनी सफलता का  श्रेय माता डॉक्टर निभा बोहरा,पिता ई. विनोद कुमार बोहरा  एवं लॉ प्रेप ट्यूटोरियल की टीम को दिया ।  जिन्होंने हर समय उनको मोटिवेट किया ।  क्लैट कंसोर्टियम  के द्वारा जारी किए गए परिमाण में लॉ प्रेप ट्यूटोरियल से जिज्ञासा ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के फर्स्ट रैंक देवतेज सिंह आनंद पीएलडब्ल्यूडी फर्स्ट रैंक अभय कुमार मीना एसटी कैटिगरी दूसरी रैंक हासिल की। जनरल कैटेगरी में आठवी, बारहवी, चोदहवी, पंद्रहवी, बाइसवी,तेईस, अट्ठानवे, तिरानवे रैंक हासिल किया हैं। साथ ही ऑल इंडिया कैटेगरी मैं करीब 225 छात्रों का राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में दाखिला हो जायेगा। परीक्षा विशेषज्ञ एंव लाॅ प्रेप टयूटोरियल देहरादून के निदेशक एस.एन.उपाध्याय ने बताया कि क्लेट 2024 की परीक्षा पिछले वर्ष की तुलना में बहुत आसान था, जिस कारण से कट-ऑफ भी अधिक थी । हर वर्ष की तरह इस बार भी लाॅ प्रेप टयूटोरियल का रिजल्ट देशभर में सबसे अच्छा रहा और संस्था नें सबसे अधिक सलेक्शन दियें। प्रवेश परामर्श संबंधित जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://consortiumofnlus.ac.in/ पर अपडेट रहे ।

रेस्क्यू ऑपरेशन में आई सबसे बड़ी मुश्किल, बुरी तरह फंस गयी है ऑगर मशीन

News web media Uttarakhand :  उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों 41 श्रमिकों को रेस्क्यू करने के लिए 14 दिन से कोशिशें जारी हैं लेकिन बार-बार रेस्क्यू की राह में कई तरह की परेशानियां आयी हैं जिससे अभी तक श्रमिकों को बाहर निकलाने का रास्ता नहीं बन पाया है. ताजा अपडेट के मुताबिक, सुरंग में ऑगर मशीन के जरिए ऑपरेशन अब बेहद मुश्किल हो गया है.मशीन के आगे अब तक की सबसे बड़ी बाधा सामने आ गई है.  शुक्रवार शाम को ड्रिलिंग के दौरान सरियों का जाल मशीन के सामने आ गया जिसकी वजह से ऑगर मशीन के ब्लेड सरियों के जाल में फंस गए. ऑगर मशीन का अगला हिस्सा लोहे के पाइप के आखिरी मुहाने पर बुरी तरह फंस गया है.

इस मशीन के ऑपरेशन में अब तक किए सबसे बड़ी मुश्किल है. ऑगर मशीन के ब्लड को वहां से निकलना बेहद मुश्किल हो रहा है और फिलहाल एजेंसियों के पास कोई रास्ता नहीं है कि जाल को काटकर मशीन को पीछे लाया जाए. मशीन में क्षमता है कि वह पाइप को दबा करके मलबे के पार ले जाए लेकिन सरिया का जाल मिलने की वजह से अब यह रास्ता भी बंद हो गया है. अब से थोड़ी देर बाद मीटिंग साइट पर सबसे बड़ी बैठक होगी, जिसमें वर्टिकल ड्रिलिंग शुरुआत करने का फैसला लिया जाएगा. ओएनजीसी, एसजीवीएनएल अब वर्टिकल ड्रिलिंग की तैयारी में है.

तमाम व्यवधानों और उम्मीदों के बीच अब इस बात पर विचार शुरू हो गया कि क्यों ने फंसे मजदूरों से ही अंदर की तरफ से नौ मीटर मलबा हटवा दिया जाए। दूसरा विचार यह चल रहा है कि ऑगर मशीन की जगह मैनुअली कचरा हटाना शुरू किया जाए। लोहे का अवरोध आने से ऑगर मशीन लक्ष्य से नौ मीटर पहले रुक गई। जिसके बाद अवरोधों को काटकर हटाने का काम तो शुरू हुआ लेकिन इस बात पर भी विचार शुरू हो गया कि क्यों ने फंसे मजदूरों से ही अंदर की तरफ से नौ मीटर मलबा हटवा दिया जाए। अगर ये प्लान काम कर गया तो श्रमिक जल्दी बाहर आ सकेंगे।

 

दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए स्कूलों में सर्दियों से पहले घोषित हुआ विंटर वैकेशन, अब 9-18 नवंबर तक बंद रहेंगे सभी स्कूल

 News web media Uttarakhand : दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर और उससे होने वाले खतरे व त्योहारी सीजन को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। दिल्ली सरकार ने 9 नवंबर से 18 नवंबर तक के लिए सर्दियों की छुट्टियां घोषित कर दी हैं।

हालांकि सर्दियों की छुट्टी हर साल 25 दिसंबर के बाद होती है लेकिन प्रदूषण के स्तर को देखते हुए इस बार सरकार ने पहले ही इसकी घोषणा कर दी है।

दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग ने इसका नोटिफिकेशन जारी करते हुए बताया है कि यह अर्ली विंटर वैकेशन यानी समय पूर्व शीतकालीन अवकाश है। यह शीतकालीन अवकाश का पहला भाग है।

विभाग ने नोटिफिकेशन में यह भी कहा है कि शीतकालीन अवकाश के बचे भाग की घोषणा बाद में की जाएगी।

 

विभाग ने बताया है कि दिल्ली में ग्रेप-4 चरण लागू हो चुका है और मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अति गंभीर श्रेणी में जा चुकी दिल्ली की हवा अभी कुछ दिनों तक सुधरने वाली नहीं है।

ऐसे में सरकार ने फैसला किया है कि स्कूलों में समय पूर्व शीतकालीन अवकाश कर दिए जाएं। शिक्षा विभाग ने स्कूलों के हेड्स को यह सूचना तत्काल रूप से अभिभावकों को देने के लिए कहा है। साथ ही सभी शिक्षकों और बच्चों को घरों में रहने की हिदायत दी है।

भारत के साथ रक्षा सौदे पर अमेरिकी सरकार ने मांगा उद्योग जगत से फीडबैक

News web media Uttarakhand : अमेरिकी सरकार ने भारत के साथ पारस्परिक रक्षा खरीद समझौता करने से पहले, इसे लेकर अपने रक्षा उद्योग से फीडबैक मांगा है। अमेरिका के संघीय रजिस्टर विभाग द्वारा एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इस नोटिफिकेशन में पूछा गया है कि ‘अमेरिका सरकार की तरफ से रक्षा विभाग भारतीय गणतंत्र के साथ परस्पर रक्षा सौदे को लेकर बातचीत कर रही है। ऐसे में रक्षा विभाग ने अमेरिकी रक्षा कंपनियों से उनके भारत के रक्षा विभाग या उनके सुरक्षा बलों के साथ हुई डिफेंस डील के अनुभव के बारे में पूछा है।’

28 देशों के साथ अमेरिका ने किया है ये रक्षा सौदा
बता दें कि अभी तक अमेरिका ने दुनिया के 28 देशों के साथ परस्पर रक्षा समझौता (पारस्परिक रक्षा खरीद (आरडीपी) समझौते) किया है। यह समझौता अमेरिका के रक्षा मंत्री और दूसरे देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच हुए हैं। परस्पर रक्षा समझौते का उद्देश्य सहयोगी और मित्र देशों के साथ पारंपरिक हथियारों में मानकीकरण, एक-दूसरे पर निर्भरता, अंतरसंचालनीयता को बढ़ावा देना है। यह समझौता रक्षा खरीद के संबंध में चल रहे संचार के लिए एक रूपरेखा प्रदान करता है। इन समझौतों में ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है, जिस पर दोनों देश सहमत होते हैं और उनकी रक्षा खरीद कुछ क्रियान्वित प्रक्रियाओं के अनुसार होगी।

भारत अमेरिका के बीच हुए हैं अहम रक्षा समझौते
बीते जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका का दौरा किया था। इस दौरान भारत और अमेरिका के बीच कई अहम रक्षा सौदों पर सहमति बनी थी। इन्हीं में परस्पर रक्षा खरीद समझौता और आपूर्ति की व्यवस्था की सुरक्षा जैसे समझौते शामिल थे। भारत और अमेरिका के बीच जनरल इलेक्ट्रिक के एफ414 जेट इंजन की तकनीक से भारत के लड़ाकू विमान तेजस मार्क-2 के इंजन बनाने का समझौता हुआ है। इसके अलावा भारत ने अमेरिका से 31 एमक्यू-9बी ड्रोन खरीदने के सौदे को भी मंजूरी दे दी है।