उत्तराखंड से महेंद्र भट्ट होंगे राज्यसभा उम्मीदवार, बीजेपी ने फाइनल किया नाम

News web media Uttarakhand : दो अप्रैल को रिक्त हो रही उत्तराखंड से राज्यसभा की एक सीट के चुनाव के लिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक महेंद्र भट्ट को उम्मीदवार बनाया है। राज्य की 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 47 है। ऐसे में उनका राज्यसभा जाना तय है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और वर्तमान में राज्यसभा की इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे राज्यसभा की रिक्त हो रही सीट के चुनाव की अधिसूचना जारी हो चुकी है। इसके लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी नियत है।

ऐसे में इस सीट के लिए भाजपा किसे प्रत्याशी बनाती है, इसे लेकर सभी की नजर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर बनी हुई थी। पार्टी ने रविवार को उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों से रिक्त हो रही राज्यसभा सीटों के प्रत्याशियों की सूची जारी की, उसमें महेंद्र भट्ट का नाम शामिल होने के साथ ही प्रत्याशी को लेकर बना ऊहापोह समाप्त हो गया। भट्ट ने 30 जुलाई 2022 को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली थी। उनके अब तक के कार्यकाल में राज्य में हुए चुनावों में पार्टी ने जीत का परचम लहराया।

गृह मंत्री अमित शाह ने किया ऐलान , लोकसभा चुनाव से पहले देशभर में लागू होगा CAA

देहरादून : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार (10 फरवरी) को नागरिकता संशोधन अधिनियम (‌CAA) को लेकर बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले सीएए को लागू करने की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी और इसे लागू कर दिया जाएगा. उन्होंने पिछले साल दिसंबर में अपने पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान दावा किया था कि सीएए को लागू करने से कोई नहीं रोक सकता है.

अप्रैल से चलेगी पहली मानसखण्ड एक्सप्रेस ट्रेन: महाराज

News web media Uttarakhand : पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की गरिमामयी उपस्थिति में पर्यटन विभाग एवं आई०आर०सी०टी०सी० के मध्य देश के विभिन्न क्षेत्रों से राज्य के अल्पज्ञात गंतव्यों के लिए एक विशेष पर्यटक ट्रेन मानसखण्ड एक्सप्रेस चलाए जाने के लिए अनुबंध किया गया है। पर्यटन विभाग की ओर से डा० हरीश रेड़तोलिया, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, तथा आई०आर०सी०टी०सी० की ओर से  समूह महाप्रबन्धक सुनील कुमार, द्वारा अनुबन्ध पर हस्ताक्षर किये। मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि पर्यटन विभाग की यह महत्वाकांशी योजना है, जिससे हमारे राज्य के सुदुरवर्ती मंदिर, गंतव्य स्थान, डेस्टिनेशन अब रेल की  कनैक्टिविटी से जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले पर्यटक/श्रद्धालु टेªन के गंतव्य स्थल के बाद बस सर्विस के जरिये अपने गंतव्य स्थानों तक पंहुचकर दर्शन कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि मानसखण्ड माला के लिए यह बहुत ही सुन्दर कनैक्टिविटी है। उन्होंने कहा कि बड़ी प्रसंशा हो रही है कि उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग तथा भारतीय रेल के मध्य यह एमओयू हुआ है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों से आग्रह किया कि मानसखण्ड आइए आदी कैलाश, ओम पर्वत तथा यहां जो अलब्य स्थान हैं उनके दर्शन किजिए।  उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान उत्तराखंडी व्यंजन परोसे जाएँगे तथा पर्यटन विभाग द्वारा प्रशिक्षित गाइड्स को भी रोजगार का अवसर प्राप्त होगा। इस ट्रेन को उत्तराखण्ड से जुड़े विभिन्न गंतव्यों, उत्तराखण्डी व्यंजन, त्योहार आदि के चित्रों द्वारा सुसज्जित किया जायेगा, जिससे देश के विभिन्न शहरों से गुजरने पर इन गंतव्यों के बारे में आमजनमानस को जानकारी भी प्राप्त होगी।

श्रीनगर सहित एक दर्जन गांवों में लगा नाइट कर्फ्यू,जानिए वज़ह

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड के श्रीनगर में लगातार गुलदार की दहशत बनी हुई है। गुलदार के श्रीनगर व आस-पास के क्षेत्रों में लगातार सक्रियता को देखते हुए जिला प्रशासन ने श्रीनगर नगर क्षेत्र सहित एक दर्जन गांवों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया है।

कर्फ्यू सात फरवरी से नौ फरवरी तक शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक रहेगा। इसके अलावा खिर्सू ब्लॉक के विद्यालयों में बुधवार को भी अवकाश घोषित कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि कर्फ्यू की अवधि के दौरान रात्रि के समय आम जनमानस का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। इसके अलावा गुलदार की सक्रियता के चलते खिर्सू ब्लॉक के विद्यालयों में भी अवकाश घोषित कर दिया गया है।

पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के 15 ठिकानों पर ईडी का छापा

News web media Uttarakhand : कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के खिलाफ बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। उत्तराखंड से लेकर दिल्ली और चंडीगढ़ में छापा मारा है। तीन राज्यों के 15 से अधिक ठिकानों पर ईडी का तलाशी अभियान चल रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईडी की यह कार्रवाई दो अलग-अलग मामलों में हो रही है। एक मामला फॉरेस्ट लैंड से जुड़ा है तो दूसरा एक अन्य जमीन घोटाले से जुड़ा है। पिछले साल अगस्त में विजिलेंस विभाग ने कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के खिलाफ कार्रवाई की थी। बुधवार की सुबह देहरादून की डिफेंस कॉलोनी स्थित रावत के घर ईडी की टीम पहुंची है। यहां ईडी की टीम पाखरो रेंज घोटाले से संबंधित जांच में आई है।

केंद्रीय एजेंसी ईडी ने धनशोधन मामले को लेकर पूर्व मंत्री के करीबियों पर भी एक्शन लिया है सूत्रों की मानें तो फॉरेस्ट लैंड स्कैम मामले में ईडी ने ये कार्रवाई की है। इससे पहले अगस्त, 2023 में भी विजिलेंस विभाग ने हरक सिंह के खिलाफ कार्रवाई की थी और अब ईडी ने फॉरेस्ट लैंड स्कैम मामले में उन पर एक्शन लिया है। उत्तराखंड के हरक सिंह रावत को बीजेपी ने अनुशासनहीनता की वजह से पार्टी से निष्कासित करते हुए कैबिनेट मंत्री पद से भी बर्खास्त कर दिया था। बीजेपी से निकाले जाने के बाद साल 2022 में हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

ईडी की अर्जी पर सुनवाई से पहले अरविंद केजरीवाल को मिली खुशखबरी, कोर्ट में नहीं होना होगा पेश

News web media Uttarakhand : दिल्ली शराब घोटाला केस को लेकर जांच की जद में आए अरविंद केजरीवाल को बड़ी राहत मिली है. अब उन्हें कोर्ट में पेश नहीं होना होगा. दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने यूट्यूबर ध्रुव राठी के यूट्यूब वीडियो को दोबारा ट्वीट किया था, जिसे लेकर उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला चल रहा है. इसी मामले में सीएम केजरीवाल को व्यक्तिगत पेशी से छूट मिल गई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राउज ऐवन्यू कोर्ट में पेशी से छूट मांगी थी, जिस पर कोर्ट ने पेशी से छूट की राहत दे दी. अब राउज ऐवन्यू कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई 29 फरवरी को होगी.

दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने बजट का हवाला देते कोर्ट से पेशी से छूट मांगी थी. अरविंद केजरीवाल के वकील ने कहा था कि दिल्ली का बजट सेशन शुरू होने वाला है, जिसकी वजह से सीएम केजरीवाल व्यस्त हैं. इसलिए उन्हें पेशी से छूट दी जाए. दिल्ली हाईकोर्ट ने 5 फरवरी को निचली अदालत द्वारा जारी समन को रद्द करने से इनकार कर दिया था. दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा था कि मानहानिकारक सामग्री को रीट्वीट करना मानहानि के समान है. दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि सीएम केजरीवाल के काफी फॉलोअर्स हैं और वह वीडियो को दोबारा ट्वीट करने के परिणामों को समझते हैं.

इससे पहले मंगलवार को बंबई हाईकोर्ट की गोवा पीठ ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के एक कथित मामले में मजिस्ट्रेट द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को जारी किये गये समन को रद्द कर दिया था. पार्टी की गोवा इकाई के प्रमुख अमित पालेकर ने कहा था कि उच्च न्यायालय ने 2017 के गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ दायर एक शिकायत पर उन्हें जारी समन को रद्द कर दिया.

झारखंड: हेमंत सोरेन ने दिया मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा, चंपई सोरेन होंगे राज्य के नए सीएम

News web media Uttarakhand :  हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. राज्यपाल ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है. अब उनकी जगह चंपई सोरेन राज्य के नए सीएम होंगे. चंपई को विधायक दल के नेता के रूप में चुना गया है.

जेएमएम का कहना है कि चंपई सोरेन का शपथग्रहण आज ही होना चाहिए. आपको बता दें कि झारखंड में सोरेन की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है. रांची में सीएम आवास के बाहर अच्छी खासी सुरक्षाबलों की टीम तैनात है. इसके साथ डीजीपी और प्रमुख सचिव भी सीएम आवास पर पहुंच चुके हैं. कथित जमीन घोटाले को लेकर बीते कई दिनों से ईडी टीम छापेमारी कर रही है. ईडी की टीम कई घंटों से सोरेन से पूछताछ कर रही है.

इससे पहले सीएम सोरेन मंगलवार को 40 घंटे बाद दिल्ली से अचानक रांची पहुंचे. सड़क मार्ग के जरिए सोरेन ने दिल्ली से रांची तक का सफर किया. यह सफर 1250 किमी का था. यहां उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं और सहयोगी विधायकों से मुलाकात की.

इस दौरान बैठक में सीएम सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन की भी मौजूदगी देखने को मिली. हालांकि वे विधायक नहीं हैं. जेएमएम का कहना है कि बैठक में आगे की रणनीतियों पर चर्चा की गई. बैठकों में विधायकों ने हेमंत सोरेन सरकार के प्रति एकजुटता जताई है. उन्होंने बिना किसी नाम के समर्थन पत्र पर भी हस्ताक्षर किए. ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि हेमंत की गिरफ्तारी में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को अहम जिम्मेदारी मिल सकती है.

इस दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा सांसद महुआ माजी ने ये दावा किया है कि हेमंत सोरेन अभी ईडी की हिरासत में हैं. वह ईडी वह ईडी की टीम के साथ ही इस्तीफा देने राजभवन पहुंचे थे. यहां पर उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दिया.

उनकी जगह चंपई सोरेन को राज्य का नया सीएम चुना गया है. जेएमएम पार्टी की मांग है कि नए सीएम चंपई का शपथ ग्रहण आज हो जाए. इसे लेकर राजभवन के बाहर विधायक जमकर बवाल काट रहे हैं.

प्रथम परमवीर चक्र प्राप्तकर्ता मेजर सोमनाथ शर्मा की जयंती आज, सीएम धामी ने किया नमन

News web media uttarakhand : प्रथम परमवीर चक्र प्राप्तकर्ता मेजर सोमनाथ शर्मा की जयंती पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें शत्-शत् नमन किया है। सीएम धामी ने कहा कि उनका जीवन सदैव हमारी युवा पीढ़ी को देशभक्ति के लिए प्रेरित करता रहेगा।

मां भारती के वीर सपूत को सीएम ने किया नमन
सीएम धामी ने मां भारती के वीर सपूत और अदम्य साहस और पराक्रम की प्रतिमूर्ति, परमवीर चक्र से अलंकृत मेजर सोमनाथ शर्मा की जयंती पर उन्हें याद किया। सीएम ने कहा कि राष्ट्र सेवा को समर्पित आपका जीवन सदैव हमारी युवा पीढ़ी को देशभक्ति के लिए प्रेरित करता रहेगा।

वाराणसी ज्ञानवापी मामले में बड़ा फैसला, व्यास तहखाने में 31 साल बाद मिली पूजा की इजाजत

News web media Uttarakhand : ज्ञानवापी-काशी विश्वनाथ मंदिर विवाद में वाराणसी के जिला मजिस्ट्रेट ने बुधवार को बड़ा फैसला दिया है। 31 साल बाद ज्ञानवापी के तहखाने में व्यास परिवार को पूजा का अधिकार मिल गया है। कोर्ट ने कहा कि सात दिन के अंदर व्यास परिवार पूजा पाठ कर सकता है। डीएम के निर्देश पर पुजारी की नियुक्ति भी जाएगी।

हिंदू पक्ष ने ज्ञानवापी के तहखाना में पूजा-पाठ करने की मांग की थी। तहखाने को व्यास जी का तहखाना भी कहा जाता है। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।

31 साल से बंद है पूजा पाठ
हिंदू पक्ष के वकील एडवोकेट सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने बताया कि हमने 25 सितंबर 2023 को वाराणसी की अदालत में याचिका दायर की थी कि सोमनाथ व्यास परिवार के ‘तहखाने’ के संबंध में एक जिला मजिस्ट्रेट को रिसीवर बनाया जाए, ताकि वहां कोई अतिक्रमण न हो और न ही तहखाना को कोई नुकसान न हो। साथ ही, 1993 तक यहां होने वाले धार्मिक अनुष्ठानों को फिर से शुरू किया जाए। व्यासजी समेत परिवार 1993 तक तहखाने में पूजा पाठ करता था। 1993 के बाद तत्कालीन राज्य सरकार के आदेश पर तहखाने में पूजा पाठ बंद कर दिया गया था।

उन्होंने बताया कि जिला न्यायालय ने 17 दिसंबर को आदेश पारित किया था और जिला मजिस्ट्रेट को रिसीवर नियुक्त किया था। लेकिन 30 जनवरी को मुस्लिम पक्ष ने हमारी मांग पर आपत्ति जताई थी। हमने सभी संबंधित साक्ष्य जमा कर दिए थे।

डीएम के पास है तहखाने की चाबी
17 जनवरी को व्यासजी के तहखाने को जिला जज के आदेश पर जिला प्रशासन ने कब्जे में लिया था। डीएम के पास इस समय तहखाने की चाबी है। वकील विष्णु शंकर जैन और सुधीर त्रिपाठी ने आशंका जताई थी कि मुस्लिम पक्ष के लोग वहां कब्जा कर सकते हैं, क्योंकि काफी साल से तहखाने में कोई पूजा करने नहीं गया। अब उस जगह पर फिर से पूजा शुरू करानी चाहिए।

क्या है मुस्लिम पक्ष का तर्क?
ज्ञानवापी के तहखाने में पूजा पाठ के अधिकार की मांग वाली याचिका पर अंजुमन इंतेजामिया ने आपत्ति जताई थी। जिला जज डॉक्टर अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में मुमताज अहमद, एखलाक अहमद ने कहा कि व्यासजी का तहखाना मस्जिद का पार्ट है। पूजा पाठ की अनुमति नहीं दी जा सकती है। यह वाद विशेष पूजा अधिनियम से बाधित है। लिहाजा चलने योग्य नहीं है। वक्फ बोर्ड की संपत्ति है, इसलिए पूजा पाठ की अनुमति न दी जाए। लेकिन अदालत ने मुस्लिम पक्ष की दलीलों को खारिज कर दिया।

 

यूपी में ‘INDIA’ में सीट बंटवारे पर सहमति, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का एलान लोकसभा की 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस

News web media Uttarakhand :  उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर सहमति बन गई है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों की डील पक्की हो गई है। कांग्रेस यूपी में 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर यह जानकारी दी है। शनिवार को अखिलेश यादव ने पोस्ट करते हुए लिखा- कांग्रेस के साथ 11 मजबूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है। ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा। ‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी।

कांग्रेस के साथ 11 मज़बूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है… ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा। वहीं, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अखिलेश यादव के फैसले से कांग्रेस पार्टी के अहसमत होने की खबर है। कहा जा रहा है कि यह फैसला अखिलेश यादव का है न कि कांग्रेस का। हालांकि अभी तक कांग्रेस के किसी नेता का इस पर बयान नहीं आया है।

आपको बता दें कि 17 जनवरी को सीटों के बंटवारे पर दिल्ली में गठबंधन के घटक दलों कांग्रेस और सपा के बीच बैठक हुई थी, लेकिन बैठक में कोई नतीजे नहीं निकल सका था। बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा था कि सपा के साथ एक और बैठक होनी है। बात नहीं बनी तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी या मल्लिकार्जुन खरगे अखिलेश यादव के साथ बात करेंगे।

पिछले तीन चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन

2009- कांग्रेस 69 सीटों पर चुनाव लड़ी और 21 जीती। इस चुनाव में सपा 75 पर लड़कर 23 और बसपा 69 पर लड़ी और 20 सीटें जीतीं। 2014- कांग्रेस 67 पर लड़कर सिर्फ दो सीट जीती। सपा 75 में पांच और बसपा 80 पर लड़ी और एक भी सीट नहीं जीत पाई।
2019- सपा- बसपा का गठबंधन था। कांग्रेस 67 पर लड़ी और सिर्फ रायबरेली जीत पाई। सपा 37 पर लड़ी और पांच जीती, जबकि बसपा 38 पर लड़ी और 10 जीती। रामपुर और आजमगढ़ हारने के बाद सपा के सिर्फ तीन सांसद हैं।