पुष्कर सिंह धामी ने दूसरी बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, आठ मंत्रियों ने भी ली मंत्री पद की शपथ

देहरादून के परेड ग्राउंड में पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली।  इसी के साथ ही आठ विधायकों को भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई। उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने सभी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनमें प्रेमचंद अग्रवाल, सतपाल महाराज, गणेश जोशी, धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, चंदन रामदास, सौरभ बहुगुणा ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। चंदन रामदास की बात करें तो वह कुमांऊ मंडल से आते हैं। चंदन की अल्मोड़ा-बागेश्वर में मजबूत पकड़ बताई जाती है। चंदन बागेश्वर से चार बार विधायक रहे चुके हैं।

उत्तराखंड में सत्ता में वापसी का रेकॉर्ड बनाने के बाद बीजेपी ने पुष्कर सिंह धामी के शपथ ग्रहण में नया रेकॉर्ड बनाया। धामी का शपथ ग्रहण एक तरह से बीजेपी का शक्ति प्रदर्शन भी लग रहा था। बीजेपी के सभी बड़े नेता इस समारोह का हिस्सा थे। पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, राजस्थान की पूर्व मुख्यंत्री वसुंधरा राजे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत बीजेपी का पूरा हाइकमान देहरादून में मौजूद था।

पीएम मोदी ने कैबिनेट का किया अभिवादन

पीएम मोदी सबसे आखिर में पहाड़ी टोपी पहनकर मंच पर आए। देहरादून के परेड ग्राउंड के समारोह स्थल में उनके आने के साथ ही जोश की लहर तैर गई।शपथ ग्रहण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी कैबिनेट को सामने बुलाकर सबका अभिवादन किया।

उत्तराखंड में लोकप्रिय हैं सीएम योगी

शपथ ग्रहण कार्यक्रम में बार-बार बुलडोजर बाबा के नारे लग रहे थे। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बुधवार को शपथ ग्रहण पुष्कर सिंह धामी का था, लेकिन नारे ‘बुल्डोजर बाबा’ के गूंज रहे थे। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर लोगों में जबर्दस्त जोश दिखाई दिया। योगी जैसे ही मंच पर आए उनके समर्थन में नारे गूंजने लगे। योगी ने भी मुस्कुराते हुए हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया।

लेकिन इन सबके बीच जलवा योगी का ही था। शपथग्रहण में आई भीड़ योगी के समर्थन में नारेबाजी करती रही। मंच पर बैठे हुए योगी भी मुस्कुराते हुए भीड़ के इस प्यार को स्वीकार करते रहे। योगी आदित्यनाथ मूल रूप से उत्तराखंड के ही रहने वाले हैं। पौड़ी जिले के यमकेश्वर में उनका पैत्रिक गांव है। योगी उत्तराखंड में भी काफी लोकप्रिय हैं। इसी को देखते हुए बीजेपी ने उत्तराखंड की चुनावी रैलियों में उनको भी शामिल किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ सतपाल महाराज समेत कुल आठ मंत्रियों ने शपथ ली। प्रेम चंद्र अग्रवाल ने अपनी शपथ संस्कृत में ली।
जानिए कौन-कौन बना मंत्री

1- सतपाल महाराज
2- प्रेम चंद्र अग्रवाल
3- गणेश जोशी
4- धन सिंह रावत
5- सुबोध उनियाल
6- रेखा आर्य
7- चंदन राम दास
8- सौरभ बहुगुणा

पुष्‍कर सिंह धामी ने उत्‍तराखंड के 12वें मुख्‍यमंत्री के रूप में ली शपथ

पुष्‍कर सिंह धामी ने उत्‍तराखंड के 12वें मुख्‍यमंत्री के रूप में ली शपथ

 

पुष्‍कर सिंह धामी ने उत्‍तराखंड के 12वें मुख्‍यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्‍यपाल लेज रिटा गुरमित सिंह ने उन्‍हें पद व गोपनियता की शपथ दिलवाई।

सतपाल महाराज ने ली मंत्री पद की शपथ

सतपाल महाराज ने ली मंत्री पद की शपथ

इसके बाद सतपाल महाराज ने मंत्री पद की शपथ ली। सतपाल महाराज ने चौबट्टाखाल सीट से जीत दर्ज की है। वह 2017 में बीजेपी सरकार में कैबि‍नेट मंत्री रह चुके हैं। इससे पहले तक वह कांग्रेस में सक्र‍िय थे। सतपाल महाराज आध्यात्मिक गुरु भी हैं। महाराज केंद्र की देवेगौड़ा और गुजराल सरकार में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।

सौरभ बहुगुणा ने मंत्री पद की शपथ ली

सौरभ बहुगुणा ने मंत्री पद की शपथ ली

सितारंगज विधायक सौरभ बहुगुणा ने मंत्री पद की शपथ ली। सौरभ बहुगुणा पूर्व मुख्‍यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे हैं। सौरभ पहली बार मंत्री बने हैं। इन्‍होंने 2017 में भी सितारंगज से चुनाव जीता था।

चंदनराम दास ने मंत्री पद की शपथ ली

चंदनराम दास ने मंत्री पद की शपथ ली

बागेश्‍वर विधायक चंदनराम दास ने मंत्री पद की शपथ ली। वह पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे हैं। चंदनराम दास लगातार चार बार विधायक रह चुके हैं। वह अपने सरल स्‍वभाव के लिए जनता के बीच खासा प्रसिद्ध हैं।

रेखा आर्य ने मंत्री पद की शपथ ली

 रेखा आर्य ने मंत्री पद की शपथ ली

पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने मंत्री पद की शपथ ली। रेखा आर्य सोमेश्‍वर से विधायक हैं। रेखा आर्य 2003 में पहली बार जिला पंचायत सदस्य बनीं। 2017 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रेखा आर्या बीजेपी में शामिल हो गईं और बीजेपी के टिकट पर विधानसभा पहुंचीं।

सुबोध उनियाल ने ली मंत्री पद की शपथ

सुबोध उनियाल ने ली मंत्री पद की शपथ
सुबोध उनियाल ने मंत्री पद की शपथ ली। सुबोध उनियाल नरेंद्रनगर से विधायक हैं। इससे पहले वह उत्‍तराखंड सरकार में कृषि मंत्री रहे हैं। पहले वह कांग्रेस पार्टी में थे। 2017 में इन्‍होंने भाजपा ज्‍वाइन की थी।

धनसिंह रावत ने मंत्री पद की शपथ ली

धनसिंह रावत ने मंत्री पद की शपथ ली

पूर्व उच्‍चशिक्षा मंत्री धनसिंह रावत ने मंत्री पद की शपथ ली। 2017 में पौड़ी गढ़वाल की श्रीनगर सीट से धनसिंह रावत पहली बार विधायक बने थे। रावत अपने विनम्र स्वभाव के लिए जाने जाते हैं।

गणेश जोशी ने ली मंत्री पद की शपथ

गणेश जोशी ने ली मंत्री पद की शपथ

गणेश जोशी ने मंत्री पद की शपथ ली। गणेश जोशी मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले हैं। इनका जन्‍म 1958 में मेरठ में हुआ था। मेरठ में उनके पिता स्वर्गीय श्याम दत्त जोशी भारतीय सेना के जवान के रूप में तैनात थे। गणेश जोशी 1976 से 1983 तक एक सैनिक के रूप में भारतीय सेना में रहे। वर्तमान में वे देहरादून में रहते हैं।

प्रेमचंद्र अग्रवाल ने संस्‍कृत में ली शपथ

प्रेमचंद्र अग्रवाल ने संस्‍कृत में ली शपथ

प्रेमचंद्र अग्रवाल ने संस्‍कृत में शपथ ली। भाजपा विधायक प्रेमचंद अग्रवाल राज्य की चौथी विधानसभा के स्पीकर थे। स्पीकर पद के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया में एकमात्र नामांकन उन्होंने ही किया था। तत्‍कालीन प्रोटेम स्पीकर हरबंस कपूर ने सदन में उनके स्पीकर बनने की घोषणा की थी। पांचवीं विधानसभा के लिए हुए चुनावों में इन्‍होंने ऋषिकेश सीट से चुनाव लड़ा था।

हरिद्वार में गंगा आरती में शामिल हो सकते हैं धामी

प्रदेश के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज शाम को हरिद्वार में होने वाली गंगा आरती में प्रतिभाग कर सकते हैं। इसके लिए पुलिस अधिकारी ड्यूटी लगाने में जुटे हुए हैं वहीं हर की पैड़ी पर भी तैयारियां की जा रही है।

 

उत्तराखंड: पुष्कर सिंह धामी आज दूसरी बार लेंगे सीएम पद की शपथ, मोदी-शाह समेत 25 हजार से ज्यादा लोग शपथ ग्रहण के गवाह बनेंगे 

उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने पुष्कर सिंह धामी को दोबारा मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी है।उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर धामी अपने मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों के साथ बुधवार को शपथ लेंगे। राज्यपाल गुरमीत सिंह सीएम और मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। देहरादून के परेड ग्राउंड में सीएम के साथ उनके कुछ मंत्री भी शपथ ले सकते हैं। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा बीजेपी के कई दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे। योगी आदित्यनाथ समेत बीजेपी शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी धामी के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंच सकते हैं।

भाजपा परेड मैदान में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम स्थल पर दोपहर ढाई बजे पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और भाजपा शासित राज्यों के कई मंत्री भी कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। प्रधानमंत्री के समारोह में शामिल होने से जिला प्रशासन ने सुरक्षा के अतिरिक्त बंदोबस्त किए हैं।

उत्तराखंड में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में 25000 आगंतुकों के लिए कुर्सियां लगाई गई हैं। शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी, गृहमंत्री समेत कई केंद्रीय मंत्रियों के शामिल होने के चलते सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए।

सीएम धामी के साथ उनकी कैबिनेट के कुछ मंत्री भी शपथ ले सकते हैं। नए मंत्रिमंडल में कुछ पुराने चेहरों की वापसी हो सकती है। माना जा रहा है कि धामी सरकार 2.0 में धन सिंह रावत, सतपाल महाराज, रेखा आर्य, अरविंद पांडेय, प्रेम चंद्र अग्रवाल, बंसीधर भगत और गणेश जोशी को जगह मिल सकती है। कैबिनेट में शामिल होने वाले लोगों के नाम बुधवार सुबह 11 बजे तक राजभवन से जारी कर दिए जाएंगे।

शपथ ग्रहण से पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी देहरादून के टपकेश्वर मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने दर्शन-पूजन और आरती में हिस्सा लिया। दर्शन के बाद उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से भगवान टपकेश्वर मंदिर में आता रहा हूं। हमारे पीएम मोदी के काम पर जनता ने मुहर लगाई है। आज से हमारी सरकार का विधिवत काम होगा। मैं कोई भी शुभ काम शुरू करता हूं तो भगवान टपकेश्वर का आशीर्वाद लेता हूं, इसलिए आज यहां आया। मंत्रियों के सवाल को सीएम टाल गए। समान नागरिक संहिता लागू करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब भी हमारी पहली कैबिनेट मीटिंग होगी, तब हम अपने संकल्पों पर फैसला लेंगे।

धामी और मंत्रिमंडल के सदस्यों के शपथ ग्रहण से पहले भाजपा के शक्ति केंद्र स्तर तक के कार्यकर्ता स्थानीय मंदिरों में सुबह लोककल्याण के लिए पूजन करेंगे। पार्टी ने सभी जिलाध्यक्षों को यह निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही शपथ ग्रहण में प्रमुख समाज सेवी, साहित्यकार, लेखक, प्रबुद्ध वर्ग, धार्मिक मठ मंदिरों के साधु-संतों को भी बुलाया है।

शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के आने के मद्देनजर सरकार, शासन के निर्देश पर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की अगुवाई में जौलीग्रांट एयरपोर्ट से लेकर देहरादून परेड मैदान तक मॉक ड्रिल की गई इस दौरान प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर तमाम तैयारियों को बारीकी से जांचा परखा गया।

अधिकारियों ने वायुसेना के हेलीकॉप्टर से लिया जायजा 
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री के शामिल होने के मद्देनजर  जहां सरकार ,शासन और जिला प्रशासन के अधिकारी सक्रिय हैं, वही वायुसेना के अलावा केंद्र सरकार के अधिकारियों की टीम भी पूरी तरह सक्रिय है। प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर वायुसेना के हेलीकॉप्टर के जरिए अधिकारियों ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट से लेकर देहरादून तक हवाई जायजा लिया। हवाई जायजा लेने के बाद अधिकारी तमाम व्यवस्थाओं से संतुष्ट नजर आए।

एक्सपीजी अधिकारियों ने डीएम, एसएसपी के साथ की बैठक
प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर एसपीजी अधिकारियों ने जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार व एसएसपी डॉ जन्मेजय खंडूरी के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। दोनों अधिकारियों ने एसपीजी अधिकारियों को पुलिस प्रशासन की ओर से पीएम की सुरक्षा को लेकर उठाए गए तमाम कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।  एसपीजी के अधिकारी जिला एवं पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के मद्देनजर उठाए गए सभी पदों को लेकर संतुष्ट नजर आए।

केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए जुलाई में कॉमन एंट्रेंस टेस्ट(CUET),प्रवेश परीक्षा के मार्क्स पर होगा सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन, कक्षा 12 के अंकों की नहीं होगी गिनती

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सोमवार (21 मार्च, 2022) को घोषणा की कि सभी यूजीसी-वित्त पोषित केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2022-2023 से स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए सामान्य विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा आयोजित की जाएगी।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने बताया है कि जुलाई के पहले सप्ताह में सीयूईटी का आयोजन किया जाएगा। कुमार ने कहा, ‘साल 2022-23 शैक्षणिक वर्ष से राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी स्नातक एवं परास्नातक कोर्स के लिए सीयूईटी का आयोजन करेगी। सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को अपने पाठ्यक्रमों में दाखिला देने के लिए सीयूईटी में प्राप्त अंकों पर विचार करना होगा।’

केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए पहली अनिवार्य आम प्रवेश परीक्षा जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित की जाएगी, यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने सोमवार को घोषणा की।उन्होंने कहा कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) एक कम्प्यूटरीकृत परीक्षा है और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित की जाएगी, जो मंगलवार को परीक्षा पैटर्न की घोषणा करेगी। परीक्षा के लिए आवेदन विंडो अप्रैल के पहले सप्ताह में खुलेगी।

कुमार ने कहा कि इन विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश अब पूरी तरह से CUET स्कोर के आधार पर होगा, और कक्षा 12 बोर्ड के अंकों में कोई वेटेज नहीं होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय, परीक्षा के लिए पात्रता मानदंड के रूप में बोर्ड परीक्षा के अंकों का सबसे अच्छा उपयोग कर सकते हैं।45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों को यूजीसी से आर्थिक सहायता मिलती है। कुमार ने कहा कि सीयूईटी का पाठ्यक्रम एनसीईआरटी के 12वीं कक्षा के सिलेबस से मिलता-जुलता ही होगा।

सीयूईटी के लाभों के बारे में बात करते हुए, कुमार ने कहा कि यह सभी बोर्डों के छात्रों को विशेष रूप से पूर्वोत्तर और ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को समान अवसर प्रदान करेगा। CUET से माता-पिता और छात्रों पर वित्तीय बोझ कम होने की भी उम्मीद है, क्योंकि उम्मीदवारों को केवल एक परीक्षा लिखनी होगी।

कुमार ने कहा कि राज्य विश्वविद्यालय, निजी विश्वविद्यालय और डीम्ड विश्वविद्यालय भी स्नातक और स्नातकोत्तर प्रवेश के लिए सीयूईटी स्कोर का उपयोग कर सकते हैं।दिल्ली विश्वविद्यालय और कुछ अन्य विश्वविद्यालयों ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वे केवल CUET के आधार पर छात्रों को स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश देंगे।

CUET में NCERT की पाठ्यपुस्तकों पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे और गलत उत्तरों के लिए छात्रों को नकारात्मक रूप से चिह्नित किया जाएगा। प्रवेश परीक्षा में तीन खंड होंगे (बॉक्स देखें)। CUET 2022 हिंदी, मराठी, गुजराती, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, उर्दू, असमिया, बंगाली, पंजाबी, ओडिया और अंग्रेजी नाम की 13 भाषाओं में पेश किया जाएगा।

परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जाएगी। पहली पाली में, उम्मीदवार खंड (भाषा), दो चुने हुए डोमेन विषय और सामान्य परीक्षा के लिए उपस्थित होंगे। दूसरी पाली में, वे अन्य चार डोमेन विषयों और एक अतिरिक्त भाषा परीक्षण के लिए उपस्थित होंगे, यदि वे चुने जाते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को CUET से छूट दी गई है; उनके प्रवेश मौजूदा अधिसंख्य आधार पर किए जाएंगे।

CLAT 2022 New Exam Date: कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट की तारीख में हुआ बदलाव अब 19 जून 2022 को आयोजित होगी परीक्षा, अभ्यर्थी अब परीक्षा के लिए 9 मई तक कर सकते हैं आवेदन

कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज (CNLU) द्वारा कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट 2022 (CLAT 2022) की परीक्षा की नई तारीख की घोषणा कर दी गई है। सीएनएलयू के मुताबिक अब यूजी और पीजी दोनों प्रोग्राम में एडमिशन के लिए CLAT 2022 परीक्षा 19 जून, 2022 को दोपहर 2 से शाम 4 बजे तक आयोजित की जाएगी। इससे पहले यह परीक्षा 8 मई 2022 को आयोजित की जाने वाली थी। यूनिवर्सिटी द्वारा रजिस्ट्रेशन की तारीख भी बढ़ा दी गई है।

ऑफिशियल वेबसाइट पर लॉग इन करें

CNLU ने परीक्षा स्थगित करने के साथ-साथ, क्लैट परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन की समय सीमा भी बढ़ाने का फैसला किया है। नए नोटिफिकेशन के मुताबिक अभ्यर्थी अब परीक्षा के लिए 9 मई 2022 तक रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इससे पहले रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख 31 मार्च 2022 थी। ऐसे में जिन अभ्यर्थियों ने अभी तक इस परीक्षा के लिए आवेदन नहीं किया है, वे 9 मई 2022 से पहले अपना आवेदन पूरा कर लें। आवेदन करने के लिए अभ्यर्थियों को सीएनएलयू की ऑफिशियल वेबसाइट consortiumofnlus.ac.in पर जाना होगा।

CLAT एग्जाम पैटर्न और सिलेबस
पीजी कोर्सेज के लिए क्लैट एग्जाम में 120 ऑब्जेक्टिव टाइप सवाल (150 अंक) और यूजी कोर्स के लिए 150 सवाल (150 अंक) होंगे। परीक्षा की अवधि 120 मिनट की होती है। परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग के तौर पर प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक काटा जाएगा। अंग्रेजी भाषा में से 28-32 सवाल या लगभग 20% पेपर, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान से 35-39 सवाल होते हैं, या पेपर का लगभग 25% वेटेज होता है। जबकि, लीगल रीजनिंग सेक्शन में 35-39 सवाल शामिल होते हैं, या लगभग 25% पेपर और लॉजिकल रीजनिंग सेक्शन में 28-32 सवाल होते हैं, या लगभग 20% पेपर। मात्रात्मक तकनीकों में 13-17 सवाल होते हैं, या लगभग 10% पेपर।

महत्वपूर्ण तारीख

  • रजिस्ट्रेशन प्रोसेस खत्म होने की तारीख- 9 मई, 2022
  • CLAT 2022 परीक्षा तिथि का आयोजन-19 जून, 2022

ऐसे करें आवेदन

  • उम्मीदवारों को कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज की ऑफिशियल वेबसाइट – consortiumofnlus.ac.in पर जाना होगा।
  •  होम पेज पर, CLAT 2022 पर क्लिक करें।
  • यहां मांगी गई जरूरी डिटेल्स की मदद से लॉग इन क्रेडेंशियल जनरेट करें।

  •  लॉग इन करें और एप्लीकेशन फॉर्म भरकर संबंधित डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें।
  •  फीस जमा करने के साथ ही आपका क्लैट फॉर्म जमा हो जाएगा
  • कंफर्मेशन पेज डाउनलोड करें और आगे के लिए प्रिंटआउट लेकर अपने पास रखें।आवेदन शुल्क
    क्लैट 2022 आधिकारिक अधिसूचना में बताया गया है कि अनारक्षित श्रेणी के लिए आवेदन शुल्क 4000 रुपये और एससी और एसटी वर्ग के तहत आवेदन करने लिए 3,500 रुपये फीस देनी होगी। परीक्षा के बारे में अधिक अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर नजर रखें।

चार राज्यो में जीत के बाद भाजपा उत्साहित, पंजाब में आम आदमी पार्टी को जबरदस्त जनादेश, पीएम मोदी बोले- आज उत्सव का दिन, सोनिया गांधी ने बुलाई मीटिंग

पांच राज्यों के चुनावी रुझान आने के बीच साफ हो गया है कि पंजाब में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप का झाड़ू चल गया है, जबकि उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सत्ता में वापसी रही है। चार राज्यो में जीत के बाद भाजपा उत्साहित है।

पीएम मोदी ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि आज उत्सव का दिन है। उन्होंने कहा- “यहां से हम दो पटरियों पर एक साथ तेजी से काम करने वाले हैं। एक तरफ गांव, गरीब, छोटे किसान और लघु उद्यमी के कल्याण पर हमारा जोर है। वहीं दूसरी तरफ देश के संसाधनों, देश की युवाशक्ति को नए अवसर देकर हम आत्मनिर्भरता के मिशन को तेज करना चाहते हैं।

वहीं कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि बहुत ज़ल्द कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाकर इन सभी हार के कारणों और पांचों राज्यों के चुनाव पर एक व्यापक अंतरमंथन कांग्रेस कार्यसमिती करेगी।

जनता ने पांचों राज्यों में स्पष्ट जनादेश दिया है। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने लगातार दूसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ वापसी करते हुए इतिहास रच दी है। 37 साल बाद ऐसा हो रहा है, जब एक सत्ताधारी दल पर जनता ने दोबारा विश्वास जताया हो।

पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। इस बार के चुनाव में कई मिथक टूटे हैं और जनता ने पांचों राज्यों में स्पष्ट जनादेश दिया है। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने लगातार दूसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ वापसी करते हुए इतिहास रच दी है। 37 साल बाद ऐसा हो रहा है, जब एक सत्ताधारी दल पर जनता ने दोबारा विश्वास जताया हो। गोवा में बीजेपी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने का दावा करने जा रही है।  उत्तराखंड की बात करें तो राज्य के गठन के बाद से ऐसा पहली बार हो रहा है जब एक ही पार्टी लगातार दूसरी बार चुनाव जीतने में कामयाब रही हो। पांच में से चार राज्य बीजेपी के नाम रहे हैं।पंजाब में आम आदमी पार्टी  ने जबरदस्त सफलता हासिल की है। सीमावर्ती राज्य में आप का ऐसा झाड़ू चला है कि सभी दिग्गज चित हो गए हैं। एक दशक पहले अस्तित्व में आई पार्टी दिल्ली के बाद अब पंजाब में सरकार बनाने जा रही है।

उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा के नतीजे तो आप जान चुके हैं, लेकिन किस राज्य में किस पार्टी को कितनी सीट और कितने प्रतिशत वोट मिले हैं, इसकी फाइनल रिपोर्ट हम आपको एक ही जगह पर बताने जा रहे हैं। भारत निर्वाचन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर सभी सीटों के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। 403 विधानसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में बीजेपी को लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत हासिल हुआ है और मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ की दूसरी बार वापसी होने जा रही है।

यूपी में बीजेपी को 255 सीट, सपा के खाते में 111

इलेक्शन कमीशन के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की 403 सीटों में से सबसे अधिक 255 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार जीतने में कामयाब रहे हैं। 111 सीटों के साथ अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी दूसरे नंबर पर रही है। अपना दल तीसरे नंबर पर है और उसे कुल 12 सीट प्राप्त हुए हैं। जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोक दल के हिस्से में कुल 8 सीटें आई हैं। वहीं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को 6 सीटों पर जीत मिली है। कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के 2-2 उम्मीदवार जीते हैं। मायावाती की बहुजन समाज पार्टी सिर्फ एक सीट पर सिमट कर रह गई है।

अगर वोट शेयर की बात करें तो सबसे अधिक बीजेपी को कुल 41.29 प्रतिशत वोट मिले हैं। समाजवादी पार्टी के मत प्रतिशत में बड़ी बढ़ोतरी हुई है और पार्टी को 32.05 प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं। 12.88 फीसदी मतों के साथ तीसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी है। वहीं आरएलडी को 2.85 और कांग्रेस को 2.33 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा कोई भी दल 1 प्रतिशत भी वोट लेने में सफल नहीं हुआ है।

पंजाब में आम आदमी पार्टी को जबरदस्त जनादेश

पंजाब की जनता ने आम आदमी पार्टी को जबरदस्त जनादेश दिया है। 117 में से आप को कुल 92 सीटों पर जीत मिली है।18 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर कांग्रेस है। प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी भी अपनी सीट नहीं जीत पाए हैं। शिरोमणि अकाली दल के हिस्से सिर्फ 3 सीटें आई हैं और पार्टी के तमाम दिग्गज चुनाव हार गए हैं। बीजेपी पंजाब में दो सीट जीतने में कामयाब रही है। एक सीट पर बहुजन समाज पार्टी और एक पर निर्दलीय उम्मीदवार की जीत हुई है।

पंजाब की जनता ने आम आदनी पार्टी की तरफ एक तरफा मतदान किया है. आप को कुल 42 प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं। कांग्रेस को 22.98 प्रतिशत और शिरोमणि अकाली दल को 18.38 प्रतिशत वोट मिले हैं. बीजेपी 6.6 और बसपा को 1.77 फीसदी मत मिले हैं।

उत्तराखंड में 47 सीटों के साथ बीजेपी की दोबारा वापसी

उत्तराखंड में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं। बीजेपी को 47 सीटों पर जीत मिली है. कांग्रेस के हिस्से 19 सीटें आई हैं। बहुजन समाज पार्टी को दो और 2 सीटों से निर्दलीय उम्मीदवार विजयी हुए हैं।

वोट शेयर की बात की जाए तो सबसे अधिक मत बीजेपी के हिस्से आए हैं। पार्टी को 44.33 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट दिया है। कांग्रेस का मत प्रतिशत 37.91 प्रतिशत रहा है। वहीं बीएसपी को 4.82 और आप को 3.31 फीसदी वोट प्राप्त हुए हैं।

मणिपुर में भी बीजेपी को पूर्ण बहुमत

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जीत के बाद पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मणिपुर में पहली बार बीजेपी विशुद्ध बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। पूर्वोत्तर के इस राज्य में बीजेपी 60 में से 32 सीट जीतने में कामयाब रही है। 7 सीट के साथ नेशनल पीपुल्स पार्टी दूसरे नंबर पर ह जबकि 6 सीट जीतकर जनता दल यूनाइटेड तीसरे स्थान पर है। नगा पीपुल्स फ्रंट और कांग्रेस को 5-5 सीट, कुकी पीपुल्स अलायंस को 2 और 3 सीटों पर निर्दल प्रत्याशी जीते हैं।

वोट शेयर की बात करें तो मणिपुर में बीजेपी को 37.83 प्रतिशत मत मिले हैं। नेशनल पीपुल्स पार्टी को 17.29, कांग्रेस को 16.83, जेडीयू को 10.77 और नगा पीपुल्स फ्रंट को 8.09 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए हैं।

गोवा में तीसरी बार बीजेपी सरकार

40 विधानसभा सीटों वाले गोवा में बीजेपी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। यहां पर पार्टी को कुल 20 सीट प्राप्त हुए हैं। दूसरे नंबर पर रहने वाली कांग्रेस के 11 उम्मीदवार विजयी हुए हैं। 3 निर्दल प्रत्याशी भी चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं। महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी और आप के 2-2, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और गोवंस पार्टी के 1-1 उम्मीदवार चुनाव जीते हैं।

गोवा में बीजेपी को 33.31 प्रतिशत वोट मिले हैं। कांग्रेस को 23.46 फीसदी वोट मिले हैं. आम आदमी पार्टी को 6.77 और टीएमसी को 5.21 फीसदी मत प्राप्त हुए हैं।

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि की आशंका से टंकी फुल कराने के लिए मची होड़, पिछले 24 घंटे में तेल की बिक्री में 15-20% का उछाल

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि की आशंका को देखते हुए में अचानक बिक्री में बढ़ोतरी देखी गई। पेट्रोल पंपों पर सुबह से ही गाड़ियों की लंबी कतार लगने लगी। इसमें सबसे ज्यादा भीड़ बाइक में पेट्रोल डलवाने वालों की है। लोगों के मन में यह डर सता रहा है कि 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव समाप्त होने के बाद तेल की कीमतों में अचानक से बढ़ोतरी होगी।

रूस-यूक्रेन में छिड़ी जंग के बीच कच्चे तेल के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी होने की आशंका है। इसी को देखते हुए जिले में अचानक बिक्री में बढ़ोत्तरी हो गई है। सामान्य दिनों के मुकाबले डेढ़ गुनी तक अधिक बिक्री हो रही है। प्रमुख पेट्रोल पंपों पर गाड़ियों की लंबी कतार लगने लगी। सबसे ज्यादा भीड़ बाइक में पेट्रोल डलवाने वालों की है। अधिकांश लोग होड़ा-होड़ी टंकी फुल करा रहे हैं।

दाम बढ़ने की लग रही अटकलों के बीच पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल और डीजल लेने के लिए लोगों की कतार लगने लगी है। लोग पेट्रोल और डीजल का स्टॉक करने में लगे हैं। रूस व यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ रही है। जिससे लोगों को कीमतें बेतहाशा बढ़ने की चिंता सताने लगी है। पिछले दो दिन में पेट्रोल व डीजल की डेढ़ गुणा बिक्री बढ़ गई है। किसान डीजल का स्टॉक करने में जुटे हैं। आम लोग अपनी वाहनों की टंकी फूल करा रहे है। दरअसल, पिछले दो महीनों से तेल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं।

रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध और प्रदेश में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब तेल की कीमतें बढ़ने की आशंका लोगों को परेशान कर रही है। इसी वजह से पेट्रोल पंपों पर स्टाक में तेल खरीदने वालों की तादाद काफी बढ़ गई है। पेट्रोल पंप संचालक बता रहे हैं कि बिक्री का ग्राफ आने वाले कुछ दिनों में और भी ऊपर जा सकता है।

पेट्रोल और डीजल का दाम प्रति दिन कुछ-कुछ रुपये प्रति लीटर दाम बढ़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं। मूल्यों में बढ़ोतरी की आशंका के चलते डिपो से भी पेट्रोल और डीजल की गाड़ी नहीं मिल पा रही है। पेट्रोल से चलने वाले दोपहिया और चारपहिया वाहन चालक भी अब टंकी फुल करवा रहे हैं। तेल कंपनियों की मानें तो पिछले 24 घंटे में तेल की बिक्री में 20 से 30 फीसद उछाल आया है, जो आने वाले दिनों में और भी बढ़ सकता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की के बाद राष्ट्रपति पुतिन से 50 मिनट तक बात, यूक्रेन के हालात पर की चर्चा

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से बातचीत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी  ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत की। पीएम मोदी ने युद्ध हालात को लेकर पुतिन से चर्चा की। इस बीच मोदी-पुतिन के बीच 50 मिनट तक बातचीत हुई। इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पीएम से बातचीत का ब्योरा दिया। उन्होंने बताया कि रूसी आक्रमण का मुकाबला करने को लेकर भारतीय प्रधानमंत्री मोदी को सूचित किया गया। भारत ने युद्ध के दौरान अपने नागरिकों की मदद और उच्चतम स्तर पर शांतिपूर्ण वार्ता के लिए यूक्रेन की प्रतिबद्धता की सराहना  की है। उन्होंने कहा, यूक्रेन के लोगों के समर्थन के लिए आभारी हूं।

गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज 12वां दिन है। भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा चला रही है। अभी भी बड़ी संख्या में भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इनकी सुरक्षित वापसी को लेकर सरकार रूस और यूक्रेन से बातचीत कर रही है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से सोमावार को 35 मिनट बातचीत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति से फोन पर बात की। दोनों नेताओं के बीच करीब 50 मिनट तक बात हुई। इस दौरान दोनों ने यूक्रेन में उभरती स्थिति पर चर्चा की। राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन और रूस की टीमों के बीच वार्ता की स्थिति के बारे में पीएम मोदी को जानकारी दी।

प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के संग उनकी टीमों के बीच सीधी बातचीत का आग्रह किया। पीएम मोदी ने युद्धविराम की घोषणा और यूक्रेन के कुछ हिस्सों में मानवीय गलियारों की स्थापना की सराहना की। मोदी ने सूमी से भारतीय नागरिकों को जल्द सुरक्षित निकालने पर जोर दिया। राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को भारतीयों की सुरक्षित निकासी में हर संभव सहयोग का वादा किया।

भारतीयों को यूक्रेन से हर घंटे निकाल रही हैं रोमानिया और पोलैंड की बसें, उत्‍तराखंड के 32 छात्र पहुंचे अपने घर

रूस और यूक्रेन के बीच जंग के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों को आपरेशन गंगा के तहत भारत लाया जा रहा है। बीती रात भारत आइ फ्लाइट में उत्‍तराखंड के चार छात्र भी आए। इसमें देहरादून की ईशा रावत, हरिद्वार के मोहम्‍मद अनश, नैनीताल की शैली त्रिपाठी और पिथौरागढ़ की तनुश्री पांडेय शमिल हैं। अब तक कुल 32 उत्‍तराखंड के छात्र अपने घर लौट चुके हैं।

यूक्रेन में फंसे छात्र छात्राओं के साथ ही भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए रोमानिया और पोलैंड के दूतावासों के अधिकारियों की देखरेख में कई बसों का संचालन किया जा रहा है । हर एक 40 से 50 मिनट के अंतराल पर एक बस रवाना की जा रही है।

रूस और यूक्रेन के बीच पिछले एक सप्ताह से जारी भारी जंग के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से परमाणु हमले की धमकी के बाद यूक्रेन की राजधानी समेत तमाम शहरों में फंसे भारतीय छात्र छात्राओं और नागरिकों को निकालने के लिए केंद्र सरकार के साथ ही पोलैंड और रोमानिया में भारतीय दूतावासों के अधिकारियों ने कवायद तेज कर दी है। तकरीबन हर घंटे दूतावास की बसें तिरंगा लगाकर भारतीयों को पोलैंड और रोमानिया पहुंचा रही हैं जहां से उनकी स्वदेश वापसी के इंतजाम किए जा रहे हैं। तब तक भारतीयों के रहने खाने का इंतजाम भी एयरपोर्ट के नजदीक किया जा रहा है।

दूसरी ओर यूक्रेन से सुरक्षित निकलकर रोमानिया पहुंचे छात्र-छात्राओं के साथ ही उनके परिजनों ने भी राहत की सांस ली है। रोमानियाई राजधानी बुखारेस्ट पहुंचे छात्र-छात्राओं का कहना है कि फिलहाल वे खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अमर उजाला संवाददाता को छात्र-छात्राओं ने बताया कि यूक्रेन की राजधानी कीव समेत तमाम शहरों में अफरा-तफरी का माहौल है रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से परमाणु हमले की चेतावनी दिए जाने के बाद हर कोई दहशत में हैं।

यूक्रेन के नागरिकों को दी जा रही परमाणु हमले से बचाव की जानकारीरोमानिया पहुंचे छात्र-छात्राओं ने बताया कि रूसी सेना की ओर से परमाणु हमले की आशंकाओं के बीच यूक्रेन की सेना और पुलिस के अधिकारी आम नागरिकों को परमाणु हमले की स्थिति में क्या क्या कदम उठाए जाने हैं इसकी जानकारी दे रहे हैं। छात्र-छात्राओं की माने तो यूक्रेनी सेना और पुलिस प्रशासनिक अधिकारी आमजन को इस बात की तस्दीक दे रहे हैं कि परमाणु हमला होने की स्थिति में चेहरे पर गीला कपड़ा बांधने के साथ ही अपने घरों को गीले कपड़े के साथ खिड़कियों को सील करें ताकि रेडिएशन से बचा जा सके।

अन्य देशों के मुकाबले भारत का ज्यादा सफल रहा आपरेशन गंगा, अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देशों ने यूक्रेन में अपने लोगों को उनके हाल पर छोड़ा, लेकिन भारत ने पूरी ताकत झोंकी

रूस के हमले से यूक्रेन में कई देशों के नागरिक फंस गए हैं। कुछ मुल्क तो ऐसे हैं, जिन्होंने अपने नागरिकों को उनके हाल पर छोड़ दिया है और कहा है कि वे खुद वहां से निकलने की कोशिश करें।लेकिन भारत ने अपने नागरिकों को यूक्रेन से लाने में पूरी ताकत झोंक दी है और उन्हें स्वदेश वापस लाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को वहां से निकालने के लिए भारत ने ‘ऑपरेशन गंगा’ अभियान शुरू किया है।

इसके साथ ही भारत ने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए पश्चिमी शहर क्राकोविक के साथ ही हंगरी में जहोनी सीमा चौकी, पोलैंड में शेयनी-मेदिका सीमा चौकियों, स्लोवाक गणराज्य में विसने नेमेके तथा रोमानिया में सुकीवा पारगमन चौकी पर अधिकारियों का दल तैनात किया है। यूक्रेन के पड़ोसी देशों के साथ राजनयिक पहुंच का इस्तेमाल करते हुए भारत सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि हमारे नागरिक सुरक्षित घर लौट रहे हैं।

युद्धग्रस्त देश यूक्रेन से अपने लोगों को निकालने में अब तक भारत का आपरेशन गंगा सबसे आगे दिख रहा है। ब्रिटेन, जर्मनी और अमेरिका ने अपने-अपने नागरिकों को निकालने में परोक्ष रूप से असमर्थता जता दी है। चीन ने अपने नागरिकों को निकालने का आपरेशन स्थगित कर दिया है। मिस्त्र, नाइजीरिया और मोरक्को जैसे देशों ने अपने छात्रों को निकालने के लिए अब तक कोई आपरेशन शुरू नहीं किया है। यूक्रेन में 80 हजार से अधिक विदेशी छात्र पढ़ रहे हैं, जिनमें भारतीय छात्रों की संख्या सर्वाधिक है।

भारतीय दूतावास पूरी तरह से काम कर रहा है और छात्रों व नागरिकों को हर संभव मदद उपलब्ध करा रहा है।अब तक लगभग छह हजार लोग वापस भारत आ चुके हैं जिनमे से आपरेशन गंगा के तहत 1396 छात्रों को वापस लाया गया है। मंगलवार को फिर से तीन फ्लाइट आने की संभावना जताई जा रही है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने मोरारजी देसाई को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई को उनकी 126वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने देसाई की सिद्धांत आधारित राजनीति को याद किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरारजी देसाई की जयंती पर सोमवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने भारत को समृद्ध बनाने के लिए कई प्रयास किए।

उस समय बम्बई का हिस्सा रहे और अब गुजरात में शामिल वलसाड में 1896 में जन्मे देसाई देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे, जो कांग्रेस पार्टी के सदस्य नहीं थे।

पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट एक संक्षिप्त वीडियो शेयर किया। पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी भाई देसाई को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उन्होंने हमेशा अनुशासन और सिद्धांतों पर आधारित राजनीति की, जिसके लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे।

पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, “मैं अपने पूर्व पीएम मोरारजीभाई देसाई को श्रद्धांजलि देता हूं। राष्ट्र निर्माण में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उनका व्यापक सम्मान है। उन्होंने भारत को और अधिक समृद्ध बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए। उन्होंने हमेशा सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी पर जोर दिया।”