उत्तराखंड में आई फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जारी की गाइडलाइन

News web media Uttarakhand : उत्तराखंड में कंजेक्टिवाइटिस यानि आई फ्लू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। राज्य के सभी जिला अस्तपालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में रोजाना कंजेक्टिवाइटिस यानि आई फ्लू के मरीज पहुंच रहे हैं। आई फ्लू के मरीजों की संख्या में इजाफा देखते हुए अस्पताल प्रबंधन भी लगातार लोगों से आइसोलेट होने को कह रहा है।

वहीं अब स्वास्थ्य विभाग ने कंजेक्टिवाइटिस यानि आई फ्लू को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी है। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने राज्य के सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं। स्वास्थ्य सचिव की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि जैसा कि आप विदित है कि वर्तमान में कन्जक्टिवाइटिस (आई फ्लू) रोग एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या के रूप में परिलक्षित हो रहा है जो कि एलर्जी, बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण के कारण हो सकता है।

कंजंक्टिवाइटिस किसी संक्रमित व्यक्ति की आंखों के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से फैलता है और काफी संक्रामक हो सकता है। अपने जनपद में कन्जक्टिवाइटिस रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु चिकित्सालय स्तर पर समस्त आवश्यक औषधियों की उपलब्धता एवं अन्य तैयारियां सुनिश्चित रखें। कन्जक्टिवाइटिस रोग की रोकथाम के लिए आम जनमानस के मध्य जागरूकता की जाये।

स्वास्थ्य सचिव ने कहा यदि आपको अपनी आंखों में आई फ्लू के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो इस बारे में किसी विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करके इलाज कराएं। खुद से ही या ओवर द काउंटर दवाओं या आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल न करें, इससे जोखिम बढ़ सकता है।

कंजक्टिवाइटिस (आई फ्लू) के लक्षण

आंख की बाहरी झिल्ली और पलक के भीतरी हिस्से में सूजन या संक्रमण। कंजंक्टिवाइटिस (आई फ्लू) या आंख आना, कंजक्टिवा नाम की आंख की परत की जलन या सूजन है, जो आंख की पुतली के सफेद हिस्से को प्रभावित करती है, जो कि एलर्जी, बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण के कारण हो सकता है। कंजक्टिवाइटिस किसी संक्रमित व्यक्ति की आंखों के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से फैलता है और काफी संक्रामक हो सकता है।

1 आंखों में लाली आना
2 लगातार खुजली जलन होना धुंधली दृष्टि एवं नम आंखें
3 प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, सूजी हुई पलकें
4 पलकों का पपडी दार होना, दृष्टि संबंधित समस्याएंसंक्रमण को फैलने से

कैसे रोकें?

1 कंजक्टिवाइटिस को फैलने से रोकने के लिए साफ-सफाई रखना सबसे जरूरी है, इसके अलावा इन बातों का ध्यान भी रखें।
2 अपनी आंखों को अपने हाथ से न छुए।
3 जब भी जरूरी हो अपने हाथों को धोएं।
4 अपनी निजी चीजों जैसे तौलिया, तकिया, आई कॉस्मेटिक्स (आंखों के मेकअप) आदि को किसी से साझा न करें।

5 अपने रूमाल, तकिये के कवर, तौलिये आदि चीजों को रोज धोएं।

क्या करें

1 विशेषज्ञ से संपर्क करके इलाज करायें।
2 घर से बाहर या धूल में निकलने से पहले चश्मा पहनना।
3 अपने तकिए के कवर को बार-बार बदलें।

क्या ना करें

1 अपनी आंखों को अपने हाथ से न छुएं। आंखों को हाथ से नहीं रगड़ना चाहिए।
2 अपनी निजी चीजों जैसे तौलिया, तकिया, आई कॉस्मेटिक्स (आंखों के मेकअप) आदि को किसी से साझा न करें ।
3 खुद से ही या ओवर द काउंटर दवाओं याँ आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल न करें।
4 आंखे ठीक होने तक आपको कॉन्टेक्ट लेंस पहनने से बचना चाहिए।
5 काजल जैसे ब्यूटी प्रोडक्ट को शेयर न करें।

युवाओं के लिए रोजगार , उत्तराखंड में जल्द होगी 1550 कांस्टेबलों की भर्ती

News web media Uttarakhand :-  उत्तराखंड के युवाओं के लिए जल्द रोजगार के नए अवसर खुलने जा रहे है। पुलिस विभाग में 1550 पदों पर भर्ती की जा रही है। इसके लिए पुलिस विभाग की ओर से राज्य लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजा जा रहा है। प्रदेश के युवाओं को अब रोजगार का सुनहरा अवसर मिलेगा।  पुलिस विभाग में कुछ समय पहले सहायक सब इंस्पेक्टर के नए पद सृजित हुए हैं। इन पदों के सापेक्ष शासन ने 1700 हेड कांस्टेबलों की पदोन्नति करते हुए इन्हें एएसआई बनाया। हेड कांस्टेबल की पदोन्नति से रिक्त पदों पर कांस्टेबल पदोन्नत किए गए।

अब विभाग में कांस्टेबल के लगभग 1550 पद रिक्त चल रहे हैं। इन पदों को भरने की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कुछ समय पहले एक कार्यक्रम में घोषणा की थी। इस क्रम में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने अधिकारियों के साथ बैठक कर पदों को भरने की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करते हुए इसका अधियाचन लोक सेवा आयोग को भेजने के निर्देश दिए हैं। अभी यह विषय भर्ती में आरक्षण और इसकी प्रक्रिया को लेकर लंबित चल रहा है। इसके बाद विभाग जल्द ही प्रस्ताव आयोग को भेज देगा। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया के लिए सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं। अब जल्द ही प्रदेश के युवाओं का सरकारी नौकरी पाने का सपना पूरा होगा

कितनी होती है DM की सैलरी, क्या-क्या मिलती हैं सुविधाएं

News web media Uttarakhand : हमारे देश में आईएएस सबसे टॉप रैंक के अधिकारी होते हैं. आईएएस के अंतर्गत जिलाधिकारी यानी डीएम से लेकर कैबिनेट सेक्रेटरी तक की पोस्ट आती है. हमारे देश में बड़ी संख्या में युवा IAS बनने की तैयारी करते हैं, क्योंकि इस रैंक में अच्छी खासी सैलरी के साथ-साथ कई प्रकार की सुख सुविधाएं और तगड़ी पावर एवं रुतबा भी मिलता है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि एक डीएम की कितनी सैलरी होती है, उन्हें कौन-कौन सी सुविधाएं दी जाती हैं और उनके पास पावर क्या होती हैं.

बता दें कि DM यानी डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट जिले स्तर का सबसे बड़ा प्रशासनिक अधिकारी होता है. इनके अंतर्गत सभी विभाग काम करते हैं. एक DM के पास संबंधित क्षेत्र में विकास के लिए नीतियां बनाने, सरकारी नीतियों के क्रियान्वयन के साथ-साथ सभी महत्वपूर्ण निर्णय लेने के अधिकार होते हैं. इसके अलावा ज़िले में कर्फ्यू, धारा 144 लगाने जैसे लॉ एंड ऑर्डर से जुड़े बड़े फ़ैसले लेने का अधिकार भी DM के पास होता है. एक डीएम भीड़ पर कार्रवाई करने का ऑर्डर भी दे सकता है.

 

कितनी मिलती है सैलरी और सुविधाएं
बता दें कि एक DM को हर महीने लगभग 80,000 रुपये की सैलरी दी जाती है. साथ ही उन्हें टीए, डीए, एचआरए समेत कई प्रकार के भत्ते भी दिए जाते हैं. इस तरह उनकी सैलरी 1 लाख रुपये से भी अधिक हो जाती है. साथ ही डीएम को कई प्रकार की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं. जैसे उन्हें सरकार की तरफ से रहने के लिए बंगला दिया जाता है, सरकारी वाहन आने-जाने के लिए उपलब्ध कराया जाता है. साथ ही उनके कामकाज के लिए उन्हें कार, ड्राइवर और नौकर भी उपलब्ध कराए जाते हैं. इसके अलावा उनके बंगले पर चपरासी, माली व कुक के अलावा अन्य कामों के लिए भी सहायक उपलब्ध होते हैं.

 

 

नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन को लेकर मुख्य सचिव ने ली अधिकारियों की बैठक

News web media Uttarakhand : नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित हुई। मुख्य सचिव ने नई शिक्षा नीति लागू किए जाने हेतु सभी प्रकार की तैयारियां सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये। मुख्य सचिव ने कहा कि नई शिक्षा नीति के अनुरूप प्रशिक्षण कार्यक्रम का कैलेंडर तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि सुधार एवं सुझावों के लिए लगातार हितधारकों से तालमेल बनाकर सुझाव लिए जाएं। इसके लिए मैकेनिज्म तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों को प्रारंभिक अवस्था में पहचान किए जाने की दिशा में भी कार्य किया जाए। उन्होंने इसके लिए व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने आंगनवाड़ी में बालवाटिकाओं हेतु पाठ्यक्रम लगातार अपडेट किए जाने के भी निर्देश दिए। बैठक के दौरान बताया गया कि आधारभूत पठन कौशल एवं गणितीय ज्ञान के मूल्यांकन हेतु ‘प्रगति‘ ऐप तैयार कर लिया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में कक्षा एक में प्रवेश लेने वाले छात्रों हेतु स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम ‘‘आरोही‘‘ तैयार कर प्रदेश के समस्त राजकीय विद्यालयों में प्रारम्भ कर ली गई है। ‘बालवाटिका‘ शिक्षक हस्तपुस्तिका एवं ‘बालवाटिका‘ अभ्यास पुस्तिका (स्वास्थ, संवाद, एवं सृजन) तैयार कर विद्यालय स्तर पर वितरित की जा चुकी हैं। प्रथम चरण में एक ही विद्यालय परिसर में स्थित 4457 आंगनवाडी केन्द्रों में बाल वाटिका प्रारम्भ की जा चुकी है। इस अवसर पर सचिव रविनाथ रमन, हरिचंद्र सेमवाल, अपर सचिव योगेन्द्र यादव एवं महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

 

नीट यूजी काउंसलिंग का शेड्यूल जारी

News web media Uttarakhand : मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) ने 2023 के लिए काउंसलिंग का शेड्यूल जारी कर दिया है। ऐसे में जो अभ्यर्थी नीट यूजी की परीक्षा में सफल हुए हैं वे एमबीबीएस और बीडीएस में प्रवेश के लिए 20 जुलाई से रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। MCC की आधिकारिक वेबसाइट https://mcc.nic.in/ पर पूरा काउंसलिंग शेड्यूल दिया गया है। पहले चरण का रजिस्ट्रेशन और फीस भुगतान 20 जुलाई से 25 जुलाई तक किया जाएगा। जबकि चॉइस लॉकिंग सुविधा 22 से 26 जुलाई के बीच आयोजित की जाएगी। पहले सीट आवंटन की प्रक्रिया 28 और 20 जुलाई को होगी, जिसके बाद रिजल्ट जारी किया जाएगा। रिजल्ट की घोषणा 29 जुलाई को की जाएगी।

जिन उम्मीदवारों ने NEET UG 2023 में अपनी कैटेगरी के लिए कट-ऑफ अंक के बराबर या उससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं, वे काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र हैं. सामान्य श्रेणी के छात्रों के लिए, उम्मीदवार का स्कोर 50वें परसेंटाइल में होना चाहिए, जबकि एससी/एसटी/ओबीसी उम्मीदवारों के लिए 40वें पर्सेंटाइल में स्कोर होना चाहिए. हालांकि कुछ राज्यों ने मेडिकल एडमिशन के लिए NEET स्कोर और अन्य पात्रता शर्तों के आधार पर ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है. NEET काउंसलिंग अखिल भारतीय कोटा (15 प्रतिशत सीटें) और राज्य कोटा (85 प्रतिशत) के लिए अलग से आयोजित की जाती है.

NEET UG 2023 ऐसे चेक करें शेड्यूल

  • एमसीसी की आधिकारिक वेबसाइट mcc.nic.in पर जाएं।
  • होम पेज पर NEET UG 2023 काउंसलिंग लिंक पर क्लिक करें।
  • आवश्यक विवरण दर्ज करें और सबमिट पर क्लिक करें।
  • अब खाते में लॉग इन करें और आवेदन पत्र भरें।
  • आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
  • अब सबमिट पर क्लिक करें और पेज डाउनलोड करें।
  • आगे की आवश्यकता के लिए इसकी एक हार्ड कॉपी अपने पास रखें

एमसीसी 20 जुलाई, 2023 से अखिल भारतीय कोटा (15%)/ डीम्ड/केंद्रीय विश्वविद्यालयों/ सभी एम्स संस्थानों/ जिपमर (पुडुचेरी और कराईकल) के लिए सीटों के काउंसलिंग और आवंटन के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करेगा।

 

दून से चलने वाली ये चार ट्रेनें हुई रद्द17 जुलाई तक

News web media Uttarakhand : भारी बारिश का असर ट्रेनों के समय और संचालन पर पड़ रहा है। रेल पटरियों पर पानी भरने से देहरादून से चलने वाली चार ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। बारिश के कारण विभिन्न स्टेशनों पर जलभराव होने के चलते देहरादून से चलने वाली चार ट्रेनें 17 जुलाई तक रद रहेंगी।

इसके साथ ही 15 जुलाई को मुज्जफरपुर जाने वाली राप्ती गंगा रद्द रहेगी। इसके साथ ही देहरादून काठगोदाम नैनी जनशताब्दी एक्सप्रेस 16 जुलाई तक रद्द रहेगी। जबकि देहरादून-सहारनपुर पैसेंजर का संचालन देहरादून नहीं हरिद्वार से किया गया। देहरादून से चलने वाली देहरादून काठगोदाम एक्सप्रेस, देहरादून वाराणसी जनता एक्सप्रेस, देहरादून दिल्ली मसूरी एक्सप्रेस और देहरादून सूबेदारगंज लिंक एक्सप्रेस 17 जुलाई तक रद्द रहेगी।

इसके साथ ही देहरादून अमृतसर लाहौरी एक्सप्रेस लक्सर आउटर लाइन से जाएगी। इसके अलावा उपासना एक्सप्रेस देहरादून से रद्द कर दी गई है। इस ट्रेन का संचालन नजीबाबाद और रूड़की तक ही किया जाएगा। इसके साथ ही देहरादून नई दिल्ली जनशताब्दी भी 15 जुलाई को भी रद्द रहेगी।

देहरादून से आनंद विहार टर्मिनल के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस, देहरादून नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस, देहरादून कोटा नंदा देवी एक्सप्रेस, देहरादून अमृतसर लाहौरी एक्सप्रेस और इंदौरी एक्सप्रेस का संचालन जारी रहेगा। ये ट्रेनें लक्सर के बाहर से होकर गुजरेंगी।

सफलतापूर्वक कक्षा में पहुंचा चंद्रयान-3, चांद पर लहराएगा तिरंगा

News web media Uttarakhand : भारत ने आज अंतरिक्ष में नया परचम लहरा दिया है। आँध्रप्रदेश के श्री हरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान 3 ने सफल उड़ान भर ली है। चंद्रयान-3 ने दोपहर 2:35 बजे चंद्रमा की ओर उड़ान भरा। चंद्रयान-3 के जरिए इसरो की कोशिश चंद्रयान-2 के अधूरे मिशन को पूरा करने की हैं। 24 से 28 अगस्त के बीच चंद्रयान-3 के चांद पर उतरने की प्रक्रिया शुरू होगी। यह मिशन करीब 50 दिन की यात्रा के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंड करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शुभकामनाएं दीं और कहा कि आज का दिन सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा।

जानकारी के लिए आपको बता दे कि चंद्रयान 3 पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा की भू विज्ञान का पता लगाएगा। 3900 किलोग्राम के अंतरिक्ष यान को पहले यूआर राव सैटलाइट केंद्र में रॉकेट के पेलोड फेयरिंग यानी ऊपरी हिस्से में डाला गया और फिर इस रॉकेट के निचले हिस्से से जोड़ने के लिए ले जाया गया। यह हिस्सा इस पृथ्वी की कक्षा के बाहर धकेल देगा और इस पृथ्वी से लगभग 3 लाख 84000 किलोमीटर दूर चंद्रमा की ओर ले जाएगा।

चंद्रयान-3 सतीश धवन स्पेस पोर्ट के दूसरे लॉन्च पैड से छोड़ा जाएगा। यहां से अब तक 24 लॉन्च हो चुके हैं। ये लॉन्च पैड भारी सैटेलाइट्स और रॉकेट्स के लिए है। इस मिशन की जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं और इसको लांच करने का काउंटडाउन शुरू हो गया है। इस मिशन का पूरा बजट 651 करोड़ रुपए का है। अगर दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिग होती है, तो भारत दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला विश्व का पहला देश बन जाएगा।

 

कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति बने पूर्व छात्र प्रोफेसर दीवान सिंह रावत

News web media Uttarakhand :  कुमाऊं विश्वविद्यालय के नए कुलपति दिल्ली विश्वविद्यालय के सीनियर प्रोफेसर डॉ. दीवान सिंह रावत होंगे। इसके लिए राजभवन ने बुधवार को आदेश जारी कर दिए हैं। आने वाले तीन सालों तक प्रो. रावत इस जिम्मेदारी को संभालेंगे।

प्रोफेसर डॉ. दीवान सिंह रावत ने कुमाऊं विश्वविद्यालय से ही पढ़ाई की है। उन्होंने कुमाऊं विवि से स्नातक, परास्नातक की पढ़ाई की है। विवि के कुलाधिपति एवं राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने उन्हें इस पद पर तैनात किया है।बता दें कि प्रो. रावत ने कुमाऊं विवि से वर्ष 1989 में स्नातक, 1991 में परास्नातक किया। जिसके बाद उन्होंने मेडिसिनल केमिस्ट्री में सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट लखनऊ और कुमाऊं विवि से पीएचडी की। इसके साथ ही उन्होंने इंडियाना यूनिवर्सिटी और परड्यू यूनिवर्सिटी यूएसए से पोस्ट डॉक्टरल फैलो की है।

प्रो. रावत को इंडियन सोसाइटी ऑफ केमिस्ट एंड बायोलॉजिस्ट ने गत वर्ष आईएससीबी एक्सीलेंस अवार्ड इन ड्रग रिसर्च से नवाजा गया था। इसके साथ ही प्रो. रावत को ग्लोबल रिसर्च अवार्ड, यंग साइंटिस्ट अवार्ड, सीएसआरआई यंग रिसर्चर अवार्ड सहित 15 से ज्यादा अवॉर्ड मिल चुके हैं। इसके साथ ही अब तक उनके 165 रिसर्च पेपर पब्लिश हो चुके हैं।

114 प्रोफेसरों ने किया था आवेदन
कुमाऊं विवि नैनीताल के कुलपति पद के लिए के चयन को शासन ने सर्च कमेटी गठित की थी, जिसके पास 114 आवेदन आए थे। इनमें से सर्च कमेटी ने पांच नामों की सिफारिश राजभवन को की थी। राजभवन में पांचों दावेदारों से राज्यपाल ने अलग-अगल पारस्परिक वार्तालाप किया। उनसे विवि से संबंधित उनके विजन, रणनीति और विचारों को जाना। वार्तालाप के बाद उन्होंने प्रो. रावत का चयन किया है। राजभवन के मुताबिक, पूरी प्रक्रिया की पारदर्शिता और शुचिता सुनिश्चित करने के लिए वार्तालाप की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई। इससे पहले हुए वार्तालाप की भी रिकॉर्डिंग की जाती रही है।

हिमाचल में भारी बारिश के चलते छुट्टियों में बदलाव,सरकार ने जारी किया संशोधित शेड्यूल

News web media Uttarakhand : हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से जमकर तबाही हुई है. हिमाचल प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है. इसके अलावा आम जनता की निजी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा है. हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग ने स्कूली बच्चों को सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मानसून के दौरान होने वाली छुट्टियों के शेड्यूल में बदलाव किया है. नए शेड्यूल के मुताबिक, जिला कुल्लू में अब 10 जुलाई से 1 अगस्त तक छुट्टी रहेगी. लाहौल स्पीति जिला में गर्मियों की छुट्टी को 10 जुलाई से लेकर 20 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है. इससे पहले यह छुट्टियां 17 जुलाई को शुरू होनी होकर 27 अगस्त को खत्म होनी थी. जनजातीय क्षेत्र किन्नौर, पांगी और भरमौर के लिए भी छुट्टियां 10 जुलाई से 15 अगस्त तक रहेगी. इससे पहले यह छुट्टियां 22 जुलाई से 27 जुलाई तक होनी थी. शिक्षा विभाग ने अन्य विंटर क्लोजिंग स्कूलों के लिए छुट्टियों को 10 जुलाई से 15 जुलाई तक बढ़ाया है. इससे पहले यह छुट्टियां 22 जुलाई से शुरू होकर 27 जुलाई तक होनी थी.

हिमाचल सरकार को बड़ा नुकसान
बता दें कि पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. बारिश की वजह से आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है. इसके अलावा भारी बारिश की वजह से आम जनता का कारोबार प्रभावित हुआ है. सरकारी संपत्ति के साथ लोगों की निजी संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ है. हिमाचल प्रदेश आपदा प्राधिकरण के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश सरकार को 785.51 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. इनमें जल शक्ति विभाग को 350.15 करोड़ रुपए, लोक निर्माण विभाग को 355.96 करोड़ रुपए, बिजली विभाग को 0.92 करोड रुपए, बागवानी विभाग को 70.36 करोड़ रुपए और शहरी विकास विभाग को 0.41 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह का कहना है कि बीते तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश के बाद नुकसान का आंकड़ा चार हजार करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है.

यूपीपीएससी पीसीएस के मेंस एग्जाम के रजिस्ट्रेशन हुए शुरू

News web media Uttarakhand : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने यूपीपीएससी पीसीएस मुख्य परीक्षा 2023 रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। जानकारी दे दें कि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आज यानी 7 जुलाई से शुरू हो रही है और 21 जुलाई, 2023 तक चलेगी। जो उम्मीदवार  UPPSC PCS की प्री में पास हुए हो, वे संयुक्त राज्य/उच्च अधीनस्थ सेवा (PCS Main Exam) परीक्षा के लिए यूपीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट uppsc.up.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। एप्लीकेशन फार्म में डिटेल एडिट या सुधारने के लिए करेक्शन विंडो 7 जुलाई से 28 जुलाई, 2023 तक खुली रहेगी।

4 हजार से ज्यादा छात्रों ने पास की थी परीक्षा

ध्यान दें कि जिन उम्मीदवारों ने प्रीलिम्स एग्जाम पास किए हैं वे मेंस एग्जाम के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। जानकारी दे दें कि कुल 4047 उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की है। परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवार नीचे दिए गए चरणों का पालन कर सकते हैं।

UPPSC PCS Main Exam 2023: ऐसे करें आवेदन

सबसे पहले यूपीपीएससी की आधिकारिक साइट uppsc.up.nic.in पर जाएं।

  • फिर होम पेज पर उपलब्ध यूपीपीएससी पीसीएस मुख्य परीक्षा 2023 लिंक पर क्लिक करें।
  • इसके बाद लॉगिन डिटेल डालें और सबमिट पर क्लिक करें।
  • इसके बाद एप्लीकेशन फार्म दिखने लगेगा।
  • फिर एप्लीकेशन फार्म भरें और जरूरी डाक्यूमेंट अपलोड करें।
  • फिर आवेदन शुल्क जमा करें और सबमिट पर क्लिक करें।
  • अब आपका आवेदन जमा हो गया है।
  • अंत में पेज डाउनलोड करें और आगे की आवश्यकता के लिए उसकी एक हार्ड कॉपी अपने पास रखें।

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार यूपीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट देख सकते हैं।