मोदी के न्यू डेस्टिनेशन, उत्तराखंड में बनाए पर्यटन और तीर्थाटन के नए आयाम

News web media uttarakhand : उत्तराखंड की धामी सरकार केदारखंड की तर्ज पर मानसखंड पर फोकस कर रही है। इसके लिए सीएम धामी ने पीएम मोदी से कुमांउ के मंदिर के दर्शन करने का अनुरोध किया। जिससे विश्व मानचित्र पर मानसखंड को नई पहचान मिलने पर मोदी का मैजिक काम कर जाए। इसके लिए कैलाश मानसरोवर यात्रा का विकल्प बनाकर आदि कैलाश यात्रा पर श्रद्धालुओं को आने कान्यौता देने का संदेश दिया। साथ ही जागेश्वर धाम को भी तीर्थाटन का प्रमुख केंद्र बनाने की कोशिश की गई। मोदी ने पिथौरागढ़ के आदि कैलाश और जागेश्वर से पर्यटन और तीर्थाटन के नए आयाम स्थापित करने की कोशिश की। मोदी न पहली बार ऐसे दूरस्थ क्षेत्रों में पहुंचने वाले पीएम बने, बल्कि वहां के स्थानीय वेशभूषा, रहन सहन, पूजा पाठ सभी को पास से देखा और खुद भी उसे फॉलो किया।
मोदी ने केदारखंड के बाद अब मानसखंड को मानचित्र में खींचने के लिए ताकत झौंक दी है। जिससे पर्यटन और रोजगार के नए साधन विकसित हो सकें। कैलाश यात्रा और कुंमाउ के मंदिर, तीर्थ स्थलों को नई पहचान मिल सके, मोदी ने इसके लिए अपनी पूरी यात्रा का आयोजन किया। इस यात्रा में मोदी काफी हद तक सफल भी रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उत्तराखंड में पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा की यात्रा लोकसभा चुनाव से पहले इस साल की आध्यात्मिक के साथ ही भाजपा के लिए राजनीतिक रंग देने में भी पूरी तरह से सफल रही है। पीएम मोदी ने सीएम धामी और उनकी टीम की भी तारीफ की।

साथ ही पिथौरागढ़ से लोकसभा चुनाव का शंखनाद किया। मोदी ने जिन 5 अहम मुद्दों का जिक्र किया, वो सभी भाजपा के लिए 2024 में अहम चुनावी मुद्दे बनने जा रहे हैं। बॉर्डर और सीमांत गांव में विकास कार्य के जरिए मोदी ने ये संदेश देने की कोशिश की कि उनकी सरकार की सोच पुरानी सरकारों से कैसे अलग है। मोदी ने ये ऐलान किया कि वे बॉर्डर तक ट्रेन पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।

छात्रों ने क्लैट एग्जाम में लहराया परचम, जय कुमार बोहरा- पहला ऑल इंडिया रैंक हासिल किया

न्यूज़ वेब मीडिया उत्तराखंड :  देश के 24 राष्ट्रीय विधि  विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले  क्लैट 2024 का परिमाण रविवार 10 दिसंबर 2023 को घोषित  लॉ प्रेप ट्यूटोरियल के जय कुमार  बोहरा 118  में से 108 अंक प्राप्त कर  जनरल केटेगरी से ऑल इंडियन फर्स्ट रैंक हासिल कर देश भर का नाम रोशन किया ।  लॉ प्रेप ट्यूटोरियल से तैयारी कर इस मुकाम को हासिल किया ।  जय ने अपनी सफलता का  श्रेय माता डॉक्टर निभा बोहरा,पिता ई. विनोद कुमार बोहरा  एवं लॉ प्रेप ट्यूटोरियल की टीम को दिया ।  जिन्होंने हर समय उनको मोटिवेट किया ।  क्लैट कंसोर्टियम  के द्वारा जारी किए गए परिमाण में लॉ प्रेप ट्यूटोरियल से जिज्ञासा ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के फर्स्ट रैंक देवतेज सिंह आनंद पीएलडब्ल्यूडी फर्स्ट रैंक अभय कुमार मीना एसटी कैटिगरी दूसरी रैंक हासिल की। जनरल कैटेगरी में आठवी, बारहवी, चोदहवी, पंद्रहवी, बाइसवी,तेईस, अट्ठानवे, तिरानवे रैंक हासिल किया हैं। साथ ही ऑल इंडिया कैटेगरी मैं करीब 225 छात्रों का राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में दाखिला हो जायेगा। परीक्षा विशेषज्ञ एंव लाॅ प्रेप टयूटोरियल देहरादून के निदेशक एस.एन.उपाध्याय ने बताया कि क्लेट 2024 की परीक्षा पिछले वर्ष की तुलना में बहुत आसान था, जिस कारण से कट-ऑफ भी अधिक थी । हर वर्ष की तरह इस बार भी लाॅ प्रेप टयूटोरियल का रिजल्ट देशभर में सबसे अच्छा रहा और संस्था नें सबसे अधिक सलेक्शन दियें। प्रवेश परामर्श संबंधित जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://consortiumofnlus.ac.in/ पर अपडेट रहे ।

रेस्क्यू ऑपरेशन में आई सबसे बड़ी मुश्किल, बुरी तरह फंस गयी है ऑगर मशीन

News web media Uttarakhand :  उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों 41 श्रमिकों को रेस्क्यू करने के लिए 14 दिन से कोशिशें जारी हैं लेकिन बार-बार रेस्क्यू की राह में कई तरह की परेशानियां आयी हैं जिससे अभी तक श्रमिकों को बाहर निकलाने का रास्ता नहीं बन पाया है. ताजा अपडेट के मुताबिक, सुरंग में ऑगर मशीन के जरिए ऑपरेशन अब बेहद मुश्किल हो गया है.मशीन के आगे अब तक की सबसे बड़ी बाधा सामने आ गई है.  शुक्रवार शाम को ड्रिलिंग के दौरान सरियों का जाल मशीन के सामने आ गया जिसकी वजह से ऑगर मशीन के ब्लेड सरियों के जाल में फंस गए. ऑगर मशीन का अगला हिस्सा लोहे के पाइप के आखिरी मुहाने पर बुरी तरह फंस गया है.

इस मशीन के ऑपरेशन में अब तक किए सबसे बड़ी मुश्किल है. ऑगर मशीन के ब्लड को वहां से निकलना बेहद मुश्किल हो रहा है और फिलहाल एजेंसियों के पास कोई रास्ता नहीं है कि जाल को काटकर मशीन को पीछे लाया जाए. मशीन में क्षमता है कि वह पाइप को दबा करके मलबे के पार ले जाए लेकिन सरिया का जाल मिलने की वजह से अब यह रास्ता भी बंद हो गया है. अब से थोड़ी देर बाद मीटिंग साइट पर सबसे बड़ी बैठक होगी, जिसमें वर्टिकल ड्रिलिंग शुरुआत करने का फैसला लिया जाएगा. ओएनजीसी, एसजीवीएनएल अब वर्टिकल ड्रिलिंग की तैयारी में है.

तमाम व्यवधानों और उम्मीदों के बीच अब इस बात पर विचार शुरू हो गया कि क्यों ने फंसे मजदूरों से ही अंदर की तरफ से नौ मीटर मलबा हटवा दिया जाए। दूसरा विचार यह चल रहा है कि ऑगर मशीन की जगह मैनुअली कचरा हटाना शुरू किया जाए। लोहे का अवरोध आने से ऑगर मशीन लक्ष्य से नौ मीटर पहले रुक गई। जिसके बाद अवरोधों को काटकर हटाने का काम तो शुरू हुआ लेकिन इस बात पर भी विचार शुरू हो गया कि क्यों ने फंसे मजदूरों से ही अंदर की तरफ से नौ मीटर मलबा हटवा दिया जाए। अगर ये प्लान काम कर गया तो श्रमिक जल्दी बाहर आ सकेंगे।

 

दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए स्कूलों में सर्दियों से पहले घोषित हुआ विंटर वैकेशन, अब 9-18 नवंबर तक बंद रहेंगे सभी स्कूल

 News web media Uttarakhand : दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर और उससे होने वाले खतरे व त्योहारी सीजन को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। दिल्ली सरकार ने 9 नवंबर से 18 नवंबर तक के लिए सर्दियों की छुट्टियां घोषित कर दी हैं।

हालांकि सर्दियों की छुट्टी हर साल 25 दिसंबर के बाद होती है लेकिन प्रदूषण के स्तर को देखते हुए इस बार सरकार ने पहले ही इसकी घोषणा कर दी है।

दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग ने इसका नोटिफिकेशन जारी करते हुए बताया है कि यह अर्ली विंटर वैकेशन यानी समय पूर्व शीतकालीन अवकाश है। यह शीतकालीन अवकाश का पहला भाग है।

विभाग ने नोटिफिकेशन में यह भी कहा है कि शीतकालीन अवकाश के बचे भाग की घोषणा बाद में की जाएगी।

 

विभाग ने बताया है कि दिल्ली में ग्रेप-4 चरण लागू हो चुका है और मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अति गंभीर श्रेणी में जा चुकी दिल्ली की हवा अभी कुछ दिनों तक सुधरने वाली नहीं है।

ऐसे में सरकार ने फैसला किया है कि स्कूलों में समय पूर्व शीतकालीन अवकाश कर दिए जाएं। शिक्षा विभाग ने स्कूलों के हेड्स को यह सूचना तत्काल रूप से अभिभावकों को देने के लिए कहा है। साथ ही सभी शिक्षकों और बच्चों को घरों में रहने की हिदायत दी है।

भारत के साथ रक्षा सौदे पर अमेरिकी सरकार ने मांगा उद्योग जगत से फीडबैक

News web media Uttarakhand : अमेरिकी सरकार ने भारत के साथ पारस्परिक रक्षा खरीद समझौता करने से पहले, इसे लेकर अपने रक्षा उद्योग से फीडबैक मांगा है। अमेरिका के संघीय रजिस्टर विभाग द्वारा एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इस नोटिफिकेशन में पूछा गया है कि ‘अमेरिका सरकार की तरफ से रक्षा विभाग भारतीय गणतंत्र के साथ परस्पर रक्षा सौदे को लेकर बातचीत कर रही है। ऐसे में रक्षा विभाग ने अमेरिकी रक्षा कंपनियों से उनके भारत के रक्षा विभाग या उनके सुरक्षा बलों के साथ हुई डिफेंस डील के अनुभव के बारे में पूछा है।’

28 देशों के साथ अमेरिका ने किया है ये रक्षा सौदा
बता दें कि अभी तक अमेरिका ने दुनिया के 28 देशों के साथ परस्पर रक्षा समझौता (पारस्परिक रक्षा खरीद (आरडीपी) समझौते) किया है। यह समझौता अमेरिका के रक्षा मंत्री और दूसरे देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच हुए हैं। परस्पर रक्षा समझौते का उद्देश्य सहयोगी और मित्र देशों के साथ पारंपरिक हथियारों में मानकीकरण, एक-दूसरे पर निर्भरता, अंतरसंचालनीयता को बढ़ावा देना है। यह समझौता रक्षा खरीद के संबंध में चल रहे संचार के लिए एक रूपरेखा प्रदान करता है। इन समझौतों में ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है, जिस पर दोनों देश सहमत होते हैं और उनकी रक्षा खरीद कुछ क्रियान्वित प्रक्रियाओं के अनुसार होगी।

भारत अमेरिका के बीच हुए हैं अहम रक्षा समझौते
बीते जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका का दौरा किया था। इस दौरान भारत और अमेरिका के बीच कई अहम रक्षा सौदों पर सहमति बनी थी। इन्हीं में परस्पर रक्षा खरीद समझौता और आपूर्ति की व्यवस्था की सुरक्षा जैसे समझौते शामिल थे। भारत और अमेरिका के बीच जनरल इलेक्ट्रिक के एफ414 जेट इंजन की तकनीक से भारत के लड़ाकू विमान तेजस मार्क-2 के इंजन बनाने का समझौता हुआ है। इसके अलावा भारत ने अमेरिका से 31 एमक्यू-9बी ड्रोन खरीदने के सौदे को भी मंजूरी दे दी है।

सीएम केजरीवाल ने एथलीट तेजस्विन शंकर को मेडल पहनाकर किया सम्मानित

News web media Uttarakhand : एशियन गेम्स में देश को सिल्वर मेडल दिलाने वाले एथलीट तेजस्विन शंकर को सीएम अरविंद केजरीवाल ने मेडल पहनाकर सम्मानित किया। साथ ही भविष्य में शानदार प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। दिल्ली के मालवीय नगर निवासी तेजस्विन शंकर ने सोमवार को सीएम अरविंद केजरीवाल से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की।

सीएम ने कहा कि तेजस्विन शंकर ने एशियन गेम्स की डीकेथलॉन स्पर्धा में भारत को रजत पदक दिलाया। इस दौरान उन्होंने नया नेशनल रिकॉर्ड भी बनाया। तेजस्विन शंकर दिल्ली सरकार की मिशन एक्सिलेंस स्कीम के लाभार्थी हैं। सीएम ने कहा युवाओं में अपार प्रतिभा है, केवल उनका साथ देना है और उन्हें आगे बढ़ाना है। इस दौरान स्थानीय विधायक सोमनाथ भारती और तेजस्विन के परिवार के लोग भी मौजूद थे।

भारतीय वायु सेना को मिली नई पहचान, 91 वीं वर्षगांठ पर बदला गया सेना का झंडा

News web media uttarakhand : भारतीय वायुसेना का एक और नया अध्याय जुड़ गया है। भारतीय वायुसेना को नया झंडा मिल गया है। वायु सेना अध्यक्ष चीफ एयर मार्शल वीआर चौधरी ने परेड के दौरान झंडा बदलने के साथ वायु योद्धाओं को शपथ भी दिलाई है। बता दे कि कल यानी रविवार को वायु सेना की 91 वीं वर्षगांठ थी। इस खास मौके पर वायु सेना नया झंडा मिल गया है। इस खास मौके पर देश के पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को 91वें वायु सेना स्थापना दिवस पर सभी भारतीय वायु सेना कर्मियों को शुभकामनाएं दीं। भारतीय वायु सेना ने रविवार सुबह प्रयागराज के बमरौली वायु सेना स्टेशन पर औपचारिक परेड के साथ 91वीं वर्षगांठ समारोह की शुरुआत की।

वायु सेना दिवस भारतीय वायु सेना (IAF) को देश के सशस्त्र बलों में आधिकारिक रूप से शामिल करने का प्रतीक है, जिसकी स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी। हर साल यह दिन भारतीय वायु सेना प्रमुख और वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में मनाया जाता है। वायु सेना को आधिकारिक तौर पर 1932 में यूनाइटेड किंगडम की रॉयल एयर फ़ोर्स की सहायक सेना के रूप में स्थापित किया गया था और पहला ऑपरेशनल स्क्वाड्रन 1933 में बनाया गया था। आपको बता दें कि पुराने झंडे को उतारने के बाद मध्य वायु कमान के संग्रहालय में उसे सुरक्षित रखा जाएगा। इससे पहले भारतीय नौसेना के झंडे में भी बदलाव किया जा चुका है। स्वतंत्रता के बाद 1951 में वायु सेना का ध्वज बनाया गया था। वर्तमान ध्वज नीले रंग का है। इसमें ऊपर बाएं कोने पर तिरंगा है, जबकि दाएं कोने पर नीचे वायु सेना का गोल निशान है।

नए झंडे में हुए ये बदलाव..

वायु सेना के नए झंडे मे गोल आकृति को हटाया गया है जो अंग्रेजों के दौर में भी थी। इसे हटाकर भारत को प्रतिबिंबित करने वाला ध्वज बनाया गया है। नया ध्वज भारतीय वायु सेना के मूल्यों को बेहतर ढंग से प्रकट करेगा। नए ध्वज में शीर्ष पर राष्ट्रीय प्रतीक अशोक की लाट पर सिंह अंकित है और उसके नीचे देवनागरी में सत्यमेव जयते शब्द है। सिंह के नीचे हिमालयी ईगल है, जिसके पंख फैले हुए हैं, जो भारतीय वायुसेना के युद्ध के गुणों को दर्शाता है। हल्के नीले रंग का वलय हिमालयी ईगल को घेरे हुए है, जिस पर लिखा है भारतीय वायु सेना। भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य ‘नभ: स्पृशं दीप्तम्’ हिमालयी ईगल के नीचे देवनागरी के सुनहरे अक्षरों में अंकित है।

 

यूपी के प्रतापगढ़ जंक्शन समेत 3 रेलवे स्टेशन के बदले नाम,

News web media Uttarakhand :  उत्तर प्रदेश के तीन स्टेशनों के नाम बदल दिए गए हैं। रेलवे ने उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में तीन स्टेशनों का नाम बदलने की घोषणा की है। गृह मंत्रालय ने जुलाई में इन स्टेशनों के नाम बदलने को मंजूरी दी थी। इन स्टेशनों में प्रतापगढ़ जंक्शन, अंतू स्टेशन और बिशनाथगंज स्टेशन शामिल हैं।

रेलवे की ओर से प्रेस रिलीज कर बताया कि प्रतापगढ़ रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ जंक्शन कर दिया गया। अंतू रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर मां चंद्रिका देवी धाम अंतू और बिशनाथगंज का नाम बदलकर शनिदेव धाम बिशनाथगंज कर दिया गया है। प्रतापगढ़ के सांसद संगम लाल गुप्ता ने केंद्र से तीन स्टेशनों का नाम बदलने का आग्रह किया था।

इन तीन स्टेशनों के नाम बदले
प्रतापगढ़
अंतू
बिशनाथगंज

अब इन नामों से होगी पहचान
प्रतापगढ़ – मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ जंक्शन
अंतू – मां चंद्रिका देवी धाम अंतू
बिशनाथगंज – शनिदेव धाम बिशनाथगंज

दो दिन में किए 9000 करोड़ के निवेश पर एमओयू,

News web media Uttarakhand :  दिसंबर में प्रस्तावित वैश्विक निवेशक सम्मेलन के लिए अंतरराष्ट्रीय रोड शो से उत्तराखंड में निवेश की बारिश शुरू हो गई है। लंदन और बर्मिंघम में दो दिन के रोड शो में सरकार ने निवेशकों के साथ 9000 करोड़ के निवेश पर एमओयू किया है। बुधवार को दूसरे दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में 7000 करोड़ के निवेश पर एमओयू किया गया। जबकि पहले दिन 2000 करोड़ का एमओयू हुआ था।

औद्योगिक समूह कयान जेट के साथ दो अलग-अलग एमओयू में 4500 करोड़ और उषा ब्रेको के साथ 1000 करोड़, बर्मिंघम में अलग-अलग कंपनियों के साथ 1500 करोड़ के एमओयू शामिल हैं। कयान जेट केबल कार प्रोजेक्ट में निवेश करेगा, साथ ही औली, दयारा बुग्याल और मुनस्यारी में स्की रिसॉर्ट विकसित करने पर भी सहमति बनी है। उषा ब्रेको लिमिटेड हरिद्वार और अन्य जनपदों में रोपवे में निवेश करेगी।

मुख्यमंत्री धामी की अध्यक्षता में निवेशकों के साथ हुई बैठक में शिक्षा, पर्यटन, आईटी और स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े विभिन्न 80 उद्योग घरानों ने भाग लिया। इसके बाद सीएम और प्रतिनिधियों ने इंडिया हाउस और पार्लियामेंट हाउस का दौरा भी किया। राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने टूर एंड ट्रेवलिंग क्षेत्र से जुड़े प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधियों के राज्य में बेहतर परिवहन तकनीक पर विचार साझा किए। इस मौके सचिव मुख्यमंत्री डॉ. आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा, स्थानीय आयुक्त अजय मिश्रा मौजूद थे।

निवेशकों को दिया सम्मेलन में आने का निमंत्रण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को लंदन में हुई बैठक में प्रदेश में दिसंबर में प्रस्तावित वैश्विक निवेशक सम्मेलन के लिए निवेशकों को निमंत्रण दिया। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड को वैश्विक पर्यटन डेस्टीनेशन बनाने की दिशा में सरकार लगातार कार्य कर रही है। राज्य में वेलनेस और ग्रामीण पर्यटन में कई संभावनाएं हैं। ऋषिकेश योग और आध्यात्म की वैश्विक राजधानी के रूप में जाना जाता है। यूरोप से लेकर अन्य देशों के पर्यटक हर साल बड़ी तादात में योग आध्यात्म के लिए राज्य में आते हैं। सरकार विश्वस्तरीय कन्वेशनर सेंटर की स्थापना के लिए निवेशकों से बात कर रही है।

वहीं, सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयोजित जी-20 समिट के सफल आयोजन से ब्रिटेन और भारत के रिश्तों को और अधिक मजबूती मिली है। सरकार ने निवेशक सम्मेलन में 2.5 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है, जो प्रदेश की आर्थिकी को नई गति में सहायक साबित होगा। वहीं, भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने प्रदेश सरकार की विभिन्न नीतियों और सकारात्मक विजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देश की राष्ट्रीय राजधानी से कुछ दूरी पर होने के कारण दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोगों के लिए वीकेंड डेस्टिनेशन के रूप में विकसित हो गया है। उच्चायुक्त ने अपने पुराने अनुभवों को याद कर लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी से जुड़े स्मरण साझा किए।

 

लंदन में सीएम धामी ने किया 2 हजार करोड़ रुपए का एमओयू साइन

NEWS WEB MEDIA UTTARAKHAND : प्रदेश में विकास के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी लगातार जुटे हुए हैं। इसी क्रम में प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए ग्लोबल इंवेस्टर समिट का आयोजन किया जा रहा है। सीएम धामी रोड शो के लिए लंदन गए हुए हैं। जहां एक उन्होंने बड़ी कंपनी के साथ MOU साइन किया। आपको बता दे कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को लेकर लंदन से बड़ी खबर सामने आई है। रोपवे निर्माण में दुनिया की अग्रणी फ्रांसीसी कंपनी पोमा के साथ उत्तराखंड में रोप वे- केबल कार, निर्माण के लिए 2000 करोड़ का एमओयू साइन किया। सीएम धामी की उपस्थिति में एमओयू साइन किया गया।

इसके साथ ही ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए लंदन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहला रोड शो मंगलवार को किया गया हैं। रोड के जरिए प्रदेश सरकार उत्तराखंड में पर्यटन, खाद्य प्रसंस्करण और शिक्षा क्षेत्र में निवेश करने के लिए निवेशकों को प्रोत्साहित करेगी। इसके साथ ही सीएम धामी ने लंदन में निवेशकों के साथ संवाद भी किया।

सीएम धामी का फोकस पर्यटन के साथ-साथ इकोलॉजी और इकॉनमी पर भी है। उनका कहना हैं कि प्रदेश सरकार निवेश के लिए ऐसे रास्तों की तलाश कर रही है जिसमें विकास और पर्यावरण का संतुलन बना रहे। ऐसे में रोपवे जैसे विकल्प उत्तराखण्ड में जहां एक ओर पर्यटकों को सुगमता प्रदान करेंगे वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों की आजीविका के अवसर बढ़ने के साथ ही पर्यावरणीय दृष्टिकोंण से भी ये बेहतर सिद्ध होगा।