प्रदेश में मिला कोविड के नए वेरिएंट JN1 का पहला मरीज, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप..

News web media Uttarakhand :  प्रदेश में कोविड के नए वेरिएंट जेएन.1 का पहला मामला मिला है। चार जनवरी को आरटीपीसीआर जांच में कोरोना संक्रमित पाई गई 72 वर्षीय महिला के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट में कोविड के नए स्वरूप की पुष्टि हुई है। हालांकि संक्रमित महिला स्वस्थ होने के बाद घर पर है। बता दें तीन और चार जनवरी को प्रदेश में दो मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए थे। दोनों की उम्र 70 से अधिक है। स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित मरीजों के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा था। इसमें महिला के सैंपल में कोविड का नया वेरिएंट मिला है। महिला को किसी अन्य बीमारी के चलते 30 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया था। कोविड के लक्षण मिलने पर चिकित्सकों ने कोविड जांच करने को कहा तो चार जनवरी को महिला कोरोना संक्रमित पाई गई। बता दें संक्रमित महिला की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। लेकिन महिला अपनी बहन के दामाद के संपर्क में आई थी। जो अमेरिका से आया था। हालांकि दामाद भी कोरोना संक्रमित नहीं है।

पीएम मोदी का नासिक में रोड शो, स्वागत के लिए सड़कों पर उमड़ी भीड़

News web media Uttarakhand : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (12 जनवरी) को महाराष्ट्र के दौरे पर पहुंचे. जहां उन्होंने सबसे पहले नासिक में एक रोड शो किया. इस दौरान पीएम मोदी के स्वागत के लिए सड़कों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.

पीएम मोदी के साथ रोड शो में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंद, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार भी नजर आए. पीएम मोदी आज देश के सबसे लंबे पुल अटल सेतु का भी उद्घाटन करेंगे.

पीएम मोदी ने वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन से पहले किया वैश्विक नेताओं का स्वागत

News web media Uttarakhand : प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी बुधवार 10 जनवरी को वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करने वाले हैं। वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन का आयोजन 10 से 12 जनवरी तक किया जाएगा। इस सम्मेलन का यह दसवां संस्करण है जिसका विषय गेटवे टू द फ्यूचर रखा गया है। इस सम्मेलन में 34 देश और 16 संगठन हिस्सा ले रहे है।

कार्यक्रम का उद्घाटन गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में होगा। इस आयोजन में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी हिस्सा लेंगे। बता दे कि इस समिट के जरिए रचनात्मक संवाद, रणनीतिक सहयोग के लिए मंच तैयार किया गया है जो गुजरात की आर्थिक समृद्धि को नई रफ्तार देगा। इस शिखर सम्मेलन में मुख्य रूप से प्रौद्योगिकी, नवाचार, बुनियादी ढांचे समेत कई क्षेत्रों पर चर्चा होगी। बता दे की कुछ वाइब्रेंट गुजरात समिट को आर्थिक विकास, व्यापार अवसर और निवेश संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच माना जाता है।

कार्यक्रम का उद्घाटन करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पेट्र फियाला ने गुजरात के गांधीनगर में मुलाकात की। उनके अलावा पीएम मोदी मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप जैसिंटो न्यूसी से भी मिले और उनका वाइब्रेंट गुजरात में स्वागत किया। तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्टा भी यहां समिट में हिस्सा लेने पहुंचे है। वहीं यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने गांधीनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।

सभी वैश्विक नेताओं का स्वागत करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर के महात्मा मंदिर कन्वेंशन और प्रदर्शनी केंद्र में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में भाग लिया।

ट्रेन की रफ्तार पर भी दिखा कोहरे का असर, दिल्ली आने वाली 70 से ज्यादा गाड़ियां चल रही लेट-यहां देखें पूरी लिस्ट

News web media Uttarakhand :  उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड के साथ घने कोहरे की वजह से भी आने-जाने में लोगों को दिक्कत हो रही है. कोहरे का सबसे ज्यादा असर बस, ट्रेन और फ्लाइट्स पर पड़ रहा है. कोहरे के चलते कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं. जिसके चलते यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली आने वाली 70 से ज्यादा ट्रेनें देरी से अपने गंतव्य पर पहुंचीं. इनमें सबसे ज्यादा देरी से चलने वाली ट्रेन अजमेर-जम्मूतवी एक्सप्रेस रही. जो लगभग 12 घंटे की देरी से चल रही है. ट्रेनों के देरी से चलने की वजह से यात्रियं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, पिछले कुछ दिनों की तुलना में ट्रेनों के आवागमन में थोड़ा सा सुधार हुआ है. सोमवार सुबह दिल्ली आने वाली ट्रेनों में सिर्फ 6 ट्रेनें ही ऐसी थीं जो छह घंटे से ज्यादा देरी से राजधानी पहुंचीं. जबकि पिछले कई दिनों से तमाम ट्रेनें 10 से 20 घंटे की देरी से अपने गंतव्य तक पहुंच रही थीं.

सबसे ज्यादा देरी से चलने वाली रहीं ये ट्रेन
कोहरे की वजह से जो ट्रेनें देरी से चल रही हैं उनमें अजमेर-जम्मूतवी एक्सप्रेस का नाम सबसे ऊपर है. ये ट्रेन 12 घंटे की देरी से अपने गंतव्य तक पहुंची. जबकि जम्मूतवी-अजमेर एक्सप्रेस 8.15 घंटे, खजुराहो-कुरुक्षेत्र गीता जयंती एक्सप्रेस 8.45 घंटे, मऊ-आनंद विहार टर्मिनल एक्सप्रेस 8.30 घंटे, कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस 7.30 घंटे और पुरी-योग नगरी ऋषिकेश कलिंग उत्कल एक्सप्रेस 7 घंटे की देरी से अपने गंतव्य तक पहुंचीं. वहीं विशाखापट्टनम-नई दिल्ली एपी एक्सप्रेस 5.15 घंटे, यशवंतपुर-हजरत निजामुद्दीन संपर्क क्रांति एक्सप्रेस 5.45 घंटे, सिंगरौली-हजरत निजामुद्दीन सुपरफास्ट एक्सप्रेस 4.45 घंटे, मानिकपुर-हजरत निजामुद्दीन यूपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस पांच घंटे की देरी से अपने गंतव्य तक पहुंची.

वहीं बिलासपुर-हजरत निजामुद्दीन गोंडवान एक्सप्रेस 4.30 घंटे, भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस 4.15 घंटे, डिब्रुगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, बेंगलुरु सिटी-हजरत निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस और प्रयागराज-नई दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस चार-चार घंटे की देरी से चल रही हैं, जबकि दरभंगा-नई दिल्ली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस 3.45 घंटे, चेन्नई-नई दिल्ली तमिलनाडु एक्सप्रेस 3.30 घंटे, सियालदह-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, सियालदह-बीकानेर दुरंतो एक्सप्रेस, हावड़ा-नई दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस, बांद्रा-श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा स्वराज एक्सप्रेस, जबलपुर-हजरत निजामुद्दीन एमपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस और कुच्चुवेली-चंडीगढ़ संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेनें सवा तीन-तीन घंटे की देरी से अपने गंतव्य तक पहुंचीं. वहीं नांदेड़-अमृतसर सचखंड एक्सप्रेस, कानपुर-नई दिल्ली श्रमशक्ति एक्सप्रेस और बेंगलुरु सिटी-नई दिल्ली कर्नाटक एक्सप्रेस तीन-तीन घंटे की देरी से अपने गंतव्य पर पहुंचीं.

प्रधानमंत्री का तीन दिवसीय जयपुर दौरा आज से, शेड्यूल तय

News web media Uttarakhand :  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीन दिवसीय राजस्थान दौरा आज से शुरू होने जा रहा है। पीएम मोदी आज शाम 5.30 बजे जयपुर पहुंचेंगे। 6 जनवरी को वे पूरा समय जयपुर में ही रहेंगे और अगले दिन 7 जनवरी को शाम 4.50 बजे दिल्ली रवाना होंगे। प्रधानमंत्री के इस तीन दिवसीय जयपुर दौरे का मिनट-टू-मिनट प्रोग्राम सामने आ गया है, जिसमें प्रधानमंत्री के अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होने संबंधी जानकारी दी गई है।

प्रधानमंत्री और गृहमंत्री जयपुर स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में डीजी-आईजी का कॉफ्रेंस में शामिल होने आ रहे हैं। इस कॉफ्रेंस में देश भर के 28 राज्यों के डीजी-आईजी और 8 केन्द्र शासित प्रदेशों के आईजी शामिल होंगे।

प्रधानमंत्री का मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम

5 जनवरी की शाम 4.35 पर दिल्ली से रवाना होकर 5.30 पर पहुंचेंगे जयपुर एयरपोर्ट

5.35 पर एयरपोर्ट से रवाना होकर भाजपा कार्यालय जाएंगे। यहां 8:00 बजे तक रुकेंगे

8:10 पर राजभवन पहुंचेंगे और वहीं रात्रि विश्राम करेंगे

6 जनवरी की सुबह 8:05 पर राजभवन से रवाना होकर राजस्थान इंटरनेशनल केंद्र में डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस में भाग लेंगे।

रात 8:00 बजे तक प्रधानमंत्री इसी कार्यक्रम में रहेंगे।

रात 8:15 पर रात्रि विश्राम के लिए वापस राजभवन पहुंचेंगे।

7 जनवरी की सुबह  8:25 पर राजभवन से रवाना होकर पुन: डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस में पहुंचेंगे।

सवेरे 8:40 से शाम 4:30 बजे तक यहीं रहेंगे।

इसके बाद 4:50 पर दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।

ज्ञात रहे कि राजस्थान में पहली बार देशभर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की कॉन्फ्रेंस 5 से 7 जनवरी के बीच होने जा रही है। इस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल होंगे। भाजपा की प्रदेश इकाई ने प्रधानमंत्री के स्वागत की जोरदार तैयारियां की हैं।

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर प्रदेश में भी तैयारियां तेज, सीएम धामी ने दिए ये निर्देश

News web media Uttarakhand : 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर मे भगवान रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा होना है , जिसे लेकर प्रदेश में भी तैयारियां शुरु हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरायणी पर होने वाले कार्यक्रमों को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की थीम पर आयोजित किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही लोगों से दीपोत्सव के साथ ही विभिन्न आयोजन इस अवधि में करने की अपील की।

बता दे की राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है। देवभूमि उत्तराखंड के लोगों में भी इस समारोह को लेकर विशेष उमंग देखने को मिल रही है।

इसी बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि उत्तरायणी को इस बार अयोध्या समारोह की थीम पर आयोजित किया जाए। साथ ही उन्होने लोगों से प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर घरों में दीपोत्सव करने की अपील की। साथ ही कहा कि इस अवधि में कलश यात्राओं के अलावा राम कथा आयोजित करने के साथ ही प्रमुख नदियों के घाटों की साफ-सफाई का अभियान चलाया जाए। इसके अलावा स्कूलों में राम के आदर्शों पर निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं।

अयोध्या में राम मंदिर से सात किमी दूर बनेगा उत्तराखंड का अतिथि गृह, चिह्नित जगह पर सीएम की सहमति

News web media Uttarakhand :  अयोध्या में बनाए जा रहे भगवान राम के भव्य मंदिर के पास ही उत्तराखंड सरकार राज्य अतिथि गृह का निर्माण करेगी। राज्य अतिथि गृह के लिए राज्य सरकार ने जो भूमि चिह्नित की है, वह राम मंदिर से करीब सात किमी की दूरी पर है।

करीब साढ़े तीन किमी की एरियल दूरी पर स्थित चिह्नित स्थान के लिए उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने ले आउट तैयार कर लिया है। इसी ले आउट के मुताबिक राज्य सरकार ने भूखंड का चयन किया है। यूपी सरकार ने सभी राज्यों के अतिथि गृह बनाने के लिए एक ही स्थान तय किया है। राज्य संपत्ति विभाग की एक टीम पिछले दिनों अयोध्या से इस स्थान का निरीक्षण करके लौट आई है।

टीम ने करीब पांच भूखंड देखे हैं, जिनमें से किसी एक भूखंड पर सरकार को अतिथि गृह का निर्माण करना है। सीएम को भूखंड का प्रस्ताव दिखा दिया है। सीएम ने अनुमोदन दे दिया है। उन्होंने भूखंड आवंटन के बाद अतिथि गृह निर्माण के लिए तेजी से काम करने के निर्देश दिए हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अतिथि गृह का निर्माण होने के बाद उत्तराखंड से अयोध्या जाने वाले राज्य के लोगों को सुविधा होगी।

4000 वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा अतिथि गृह

राज्य अतिथि के लिए उत्तराखंड सरकार ने 4000 वर्ग मीटर भूमि की डिमांड की है। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भूमि आवंटन की प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगी। आवंटन से पहले उत्तरप्रदेश आवास विकास परिषद वहां मास्टर प्लान के तहत अवस्थापना तैयार कर रहा है।

जनवरी तक आवंटित हो जाएगी भूमि

राज्य सरकार अपेक्षा कर रही कि जनवरी माह तक उत्तराखंड को भूखंड का आवंटन हो जाएगा। राज्य सरकार को इसके लिए कीमत देनी होगी। चूंकि ले आउट और अवस्थापना के साथ भूखंडों का आवंटन हो रहा, इसलिए इसकी दरें भी सामान्य से अधिक होगी।

भूखंड आवंटन होने के बाद अतिथि गृह के निर्माण की डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। हम जल्द भूमि मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। जिस स्थान पर भूमि चिह्नित की गई है, वहां से अयोध्या के लिए दो मार्ग हैं। पहले करीब साढ़े किमी और दूसरे करीब सात किमी है। अतिथि गृह के लिए सभी राज्यों को एक ही स्थान पर भी भूमि मिलेगी।

 

पीएम ने उमराहा में स्वर्वेद महामंदिर का किया उद्घाटन

News web media Uttarakhand : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काशी दौरे के दूसरे दिन आज प्रदेश की जनता को 19, 150 करोड़ की 37 परियोजनाओं की सौगात देंगे। इसी के साथ पीएम मिशन-2024 का शंखनाद करते हुए बरकी में जनसभा को संबोधित करेंगे। सोमवार को सीएम योगी ने कालभैरव मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे।

पीएम मोदी ने 180 फीट ऊंचे सात मंजिला स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन किया। यह मंदिर दुनिया का सबसे अनोखा मंदिर है। स्वर्वेद महामंदिर की संगमरमरी दीवारों पर स्वर्वेद के चार हजार दोहे लिखे हैं। 19 साल तक लगातार छह सौ कारीगर, दो सौ मजदूर और 15 इंजीनियर की मेहनत आज महामंदिर के पूर्ण स्वरूप में साकार हो चुकी है। हालांकि मंदिर का प्रथम तल ही आम लोगों के लिए खुलेगा और इसे पूरी तरह शुरू होने में दो साल का समय और लगेगा। इसे आज से पीएम नरेंद्र मोदी ने आम जनता को समर्पित किया।

पीएम नरेंद्र मोदी उमरहा पहुंच गए हैं। वे स्वर्वेद महामंदिर में यज्ञ के समापन में शामिल होने के बाद करीब 11:30 बजे एक सार्वजनिक समारोह में इसका उद्घाटन करेंगे।

 

 

भजनलाल शर्मा बने राजस्थान के नए मुख्यमंत्री, दीया और बैरवा ने ली डिप्टी सीएम पद की शपथ

News web media uttarakhand :  भजनलाल शर्मा ने आज से राजस्थान की कमान संभाल ली। राज्यपाल कलराज मिश्र ने जयपुर में अल्बर्ट हॉल के बाहर मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में भजनलाल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। भजनलाल के साथ ही दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया और अशोक गहलोत भी उपस्थित थे।

शपथ समारोह से पहले भजनलाल शर्मा ने सुबह गोविंद देवजी मंदिर में दर्शन किये और टोंक रोड पर पिंजरापोल गोशाला में गायों को चारा खिलाया। उन्होंने अपने दिन की शुरुआत प्रसिद्ध गोविंद देवजी मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ की। परिवार के सदस्यों और समर्थकों के साथ शर्मा बाद में गोशाला पहुंचे। उसके बाद उन्होंने घर पहुंचकर अपने माता-पिता का आशीर्वाद लिया।

हम आपको बता दें कि भजनलाल शर्मा पहली बार विधायक चुने गये हैं। उन्होंने जयपुर की सांगानेर सीट से चुनाव जीता है। 12 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक में शर्मा को विधायक दल का नेता चुना गया था। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नए मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव रखा जिसे विधायक दल ने स्वीकार कर लिया था।

दूसरी ओर, दीया कुमारी की बात करें तो आपको बता दें कि राजस्थान की उपमुख्यमंत्री और जयपुर के पूर्व राजपरिवार की सदस्य दीया कुमारी दो बार विधायक और एक बार सांसद रह चुकी हैं। दीया कुमारी राजसमंद से भाजपा की सांसद थीं और उन्हें विधानसभा चुनाव में जयपुर की विद्याधर नगर सीट से मैदान में उतारा गया था। दीया कुमारी 2013 में सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बनीं थीं। 2019 के लोकसभा चुनाव में वह राजसमंद निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुनी गईं। 51 वर्षीय दीया कुमारी जयपुर के पूर्व राजपरिवार के सवाई भवानी सिंह की बेटी हैं। भवानी सिंह ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में 10वीं पैराशूट रेजिमेंट के पैरा कमांडो के लेफ्टिनेंट कर्नल और कमांडिंग ऑफिसर के रूप में गौरव हासिल किया था। दीया कुमारी कई स्वयंसेवी संगठनों और सामाजिक संगठनों से जुड़ी हुई हैं।

वहीं, राजस्थान के नए उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा दूदू विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। उन्हें पार्टी की राजस्थान इकाई के दलित चेहरे के रूप में देखा जाता है। बैरवा राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से पीएचडी डिग्री धारक हैं। इस विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार बाबूलाल नागर को 35,743 वोटों के अंतर से हराया है।

पीएम मोदी ने अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना की

न्यूज़ वेब मीडिया उत्तराखंड :  सुप्रीम कोर्ट द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करके जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा छीनने और इसे केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र सरकार के फैसले को बरकरार रखने के एक दिन बाद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि शीर्ष अदालत ने अपने फैसले के माध्यम से “एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को मजबूत किया।” फैसले के बाद एक लेख में, पीएम मोदी ने लिखा, “11 दिसंबर को अपने फैसले में, सुप्रीम कोर्ट ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को मजबूत किया है – इसने हमें याद दिलाया है कि जो चीज हमें परिभाषित करती है वह एकता के बंधन और साझा प्रतिबद्धता है। सुशासन के लिए।”

मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने आदेश दिया कि जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने का राष्ट्रपति का 2019 का आदेश वैध था।

शीर्ष अदालत ने कहा कि केंद्र के हर कदम को चुनौती नहीं दी जा सकती और अदालत सरकारी आदेश की वैधता पर फैसला नहीं दे सकती, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “न्यायालय ने अपने फैसले के माध्यम से भारत की संप्रभुता और अखंडता को बरकरार रखा है, जिसकी हर भारतीय सराहना करता है। न्यायालय ने सही कहा कि 5 अगस्त, 2019 को लिया गया निर्णय संवैधानिकता को बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया था।” एकीकरण और विघटन नहीं।” प्रधान मंत्री ने कहा कि “बहुत बुनियादी चीजों पर स्पष्ट स्थिति” लेने के बजाय, देश ने द्वंद्व की अनुमति दी, जिससे भ्रम पैदा हुआ।

उन्होंने कहा “दुख की बात है कि जम्मू-कश्मीर इस तरह की मानसिकता का बड़ा शिकार बन गया। आजादी के समय, हमारे पास राष्ट्रीय एकता के लिए एक नई शुरुआत करने का विकल्प था। इसके बजाय, हमने भ्रमित-समाज दृष्टिकोण को जारी रखने का फैसला किया, भले ही इसका मतलब यह हो दीर्घकालिक राष्ट्रीय हितों की अनदेखी हुई। लेख में प्रधान मंत्री ने यह भी कहा कि “यह हमेशा मेरा दृढ़ विश्वास था कि जम्मू-कश्मीर में जो कुछ हुआ वह हमारे देश और वहां रहने वाले लोगों के साथ एक बड़ा विश्वासघात था”।

यह दावा करते हुए कि 2019 के बाद से भारत के सबसे उत्तरी हिस्से में माहौल अच्छे के लिए बदल गया है, पीएम ने कहा, “आज, लोगों के सपने अतीत के कैदी नहीं हैं बल्कि भविष्य की संभावनाएं हैं। आखिरकार, विकास, लोकतंत्र , और गरिमा ने मोहभंग, निराशा और हताशा का स्थान ले लिया है।”